गुप्त उत्तर काल / वर्धन वंश | general knowledge | सामान्य ज्ञान
गुप्त उत्तर काल / वर्धन वंश | general knowledge | सामान्य ज्ञान
● पुष्यभूति वंश की स्थापना किसने की?
―पुष्यभूति वर्धन ने
●पुष्यभूति वंश किस कारण प्रसिद्ध हुआ ?
―हूणों से संघर्ष के कारण
● पुष्यभूति वंश का चौथा शासक कौन था?
―प्रभाकर वर्धन
● प्रभाकर वर्धन के कितने पुत्र थे?
―दो, राज्यवर्धन एवं हर्षवर्धन
● प्रभाकर वर्धन की पुत्री का नाम क्या था ?
―राज्यश्री
● राज्यश्री का विवाह किससे हुआ?
―मौखरि वंश के गृहवर्मन से
● प्रभाकर वर्धन के बाद कौन राजा हुआ?
―राज्यवर्धन
● प्रभाकर वर्धन की हत्या किसने की?
―गौड़ नरेश शशांक ने
● हर्षवर्धन कब राजगद्दी पर बैठा?
―606 ई. में
● हर्ष का दरबारी कवि कौन था ?
―बाणभट्ट
● हर्ष कितने वर्ष तक शासन किया ?
―41 वर्ष तक
● हर्ष ने अपनी राजधानी कहाँ बनाई?
―कन्नौज में
● किस शासक ने अपना उपनाम ‘शिलादित्य’ रखा ?
―हर्षवर्धन ने
● हर्षचरित्र किसके द्वारा लिखी गयी थी?
―बाणभट्ट द्वारा
● हर्षवर्धन के समय में कौन-सा चीनी तीर्थयात्री भारत आया था?
―हेनसांग
● किस व्यक्ति को द्वितीय अशोक’ कहा जाता है?
―कनिष्क को
● वाकाटक राजवंश की स्थापना किसने की ?
―विन्ध्यशक्ति ने
● 630 ई. से 634 ई. के बीच हर्ष और पुलकेशिन के बीच हुआ युद्ध किस
नदी के तट पर लड़ा गया?
―नर्मदा (रेवा)
● हर्ष के समय भारत यात्रा पर आये बौद्ध यात्री ह्वेनसांग का प्रवासकाल
क्या था ?
―606-612 ई०
● हर्षकालीन दरबारी कवि बाणभट्ट ने किन प्रसिद्ध पुस्तकों की रचना
की?
―हर्षचरित एवं कादम्बरी
● किस शासक के शासन के दौरान नालन्दा विश्वविद्यालय समृद्ध हुआ?
―हर्ष के
● ‘प्रतापशील’,’हुण-हिरण-केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियाँ किसकी
थी?
―प्रभाकरवर्धन की
● चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय को किसने पराजित किया था ?
―नरसिंहवर्मन प्रथम ने
● हर्ष एवं पुलकेशिन द्वितीय के मध्य हुए संघर्ष की जानकारी मिलती है ?
―ऐहोल अभिलेख से
●’सकलोत्तरापथनाथ’ किसे कहा गया है?
―विनयादित्य +हर्षवर्धन को
● बंगाल का कौन-सा शासक हर्ष का समकालीन था ?
―शशांक
● हर्षवर्धन अपनी धार्मिक सभा कहाँ किया करता था ?
―प्रयाग में
● वर्धन वंश की राजधानी थानेश्वर किस प्रदेश में स्थित है?
―हरियाणा में
● कन्नौज किस प्रदेश में स्थित है ?
―उत्तर प्रदेश
● ‘नागानंद’ का रचनाकार कौन था ?
―हर्षवर्धन
● आज भी भारत में ह्वेनसांग की याद करने का मुख्य कारण है
―‘सी-यु-की’ की रचना
● हर्षवर्धन के विजयी जीवन में एकमात्र पराजय देनेवाला पुलकेशिन द्वितीय
कहाँ का शासक था ?
―वातापी/बादामी के
● किस चीनी यात्री को ‘वर्तमान शाक्य मुनि’ एवं ‘यात्रियों में राजकुमार’
कहा जाता है?
―ह्वेनसांग को
● कुंभ मेला को प्रारंभ करने का श्रेय किसे दिया जाता है ?
―हर्षवर्धन को
● किसका कथन है, “भारत के लोग गर्म मिजाज के हैं, उन्हें जल्दी गुस्सा
आता है, परन्तु ईमानदार होते हैं।”
―ह्वेनसांग की
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