भारत की जनगणना-2011
भारत की जनगणना-2011
भारत की जनगणना-2011
भारत की जनगणना-2011
◆ भारतीय संविधान की धारा 246 के अनुसार देश की जनगणना कराने का दायित्व संघ सरकार को सौंपा गया है। यह संविधान की सातवीं अनुसूची की क्रम संख्या 69 पर अंकित है।
◆ भारत में जनगणना की शुरुआत 1872 ई. में लार्ड रिपन के कार्यकाल में हुई थी।
◆ 1881 ई. में लार्ड रिपन के समय से प्रत्येक दस वर्ष के अंतराल पर जनसंख्या का क्रमवार आकलन प्रारंभ हुआ।
◆ वर्ष 2011 की जनगणना भारत की 15वीं ( 1872 से प्रारंभ) जनगणना है एवं स्वतन्त्र भारत की 7वीं जनगणना है।
◆ वर्ष 2011 जनगणना 21वीं शताब्दी की दूसरी जनगणना है।
जनगणना 2011 सम्बन्धी मुख्य बातें
◆ वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का 17.5 प्रतिशत है।
◆ देश में महिलाओं की कुल आबादी 58 करोड़ 74 लाख एवं पुरुषों की कुल आबादी 62 करोड़ 31 लाख है।
◆ भारत की जनसंख्या की दशकीय वृद्धि (2001-2011) 17.7% है, जबकि वार्षिक वृद्धि दर 1.64% है।
◆ 2001 – 2011 के दौरान कुल जनसंख्या में 18.18 करोड़ की वृद्धि हुई है।
◆ 1911-21 के दशक के बाद यह पहला दशक है, जब जनसंख्या में कुल वृद्धि पिछले दशक से कम रही है।
◆ पुरुषों की आबादी में 17 प्रतिशत और महिलाओं की आबादी में 18 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
◆ 2011 के जनगणना के अनुसार पिछले दस वर्षों ( 2001-2011) में भारत का लिंगानुपात 933 से बढ़कर 943 हो गया है, जो वर्ष 1961 के बाद सर्वाधिक है, लेकिन 0-6 आयु वर्ग के बच्चों का लिंगानुपात 927 से घटकर 919 हो गया है। यह अनुपात स्वतन्त्र भारत का सबसे निचला स्तर है।
◆ भारत में जन्म दर में गिरावट आयी है। कुल जनसंख्या के मुकाबले बच्चों की जनसंख्या (0-6 वर्ष की आयु) का अनुपात 2001 में 15.9 प्रतिशत से गिरकर 2011 में 13.6 प्रतिशत हो गया, जो भारत में घटती उर्वरता का सूचक है। 0-6 वर्ष तक के बच्चों की संख्या घटी है।
◆ नगालैंड देश का एकमात्र राज्य है जिसकी जनसंख्या में कमी आयी है। इस दशक (2001-2011 ) में नगालैंड की जनसंख्या वृद्धि दर 0.6 प्रतिशत रही। जबकि पिछले दशक (1991-2011) में सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि दर ( 64.53% ) नगालैंड की रही थी।
◆ हरियाणा और चंडीगढ़ में कम से कम 110 वर्षों में सबसे बेहतर महिला अनुपात दर्ज किया गया है, जो क्रमश: 879 और 818 है, लेकिन यह अब भी देश में सबसे बदतर है जो इस बात का संकेत है कि भ्रूण हत्याएँ अब भी जारी है।
◆ सबसे बेहतर लिंगानुपात ( प्रति 1000 पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या) वाले दो राज्य केरल (1,084) और पुदुच्चेरी (1,037) है।
◆ सबसे कम लिंगानुपात वाला केंद्रशासित प्रदेश दमन और दीव है। यहाँ की लिंगानुपात 618 है।
◆ इस जनगणना के अनुसार देश में सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि दर वाले दो जिले क्रमशः अरुणाचल प्रदेश और पुदुच्चेरी के कुरंगकुमे ( 111.01%) और यमन (77.15%) है।
◆ इस जनगणना के अनुसार देश में न्यूनतम जनसंख्या वृद्धि दर वाले जिले क्रमशः नगालैंड के लांगलेंग (-58.39%) एवं किफरे ( 30.50% ) है।
◆ इस जनगणना के अनुसार देश में सर्वाधिक दशकीय वृद्धि दर वाले केन्द्रशासित क्षेत्र क्रमशः दादरा एवं नगर हवेली (55.9%) और दमन व दीप (53.6%) हैं।
◆ इस जनगणना के अनुसार निम्नतम दशकीय वृद्धि दर वाले दो राज्य क्षेत्र नगालैंड ( – 0.6%) और केरल (4.9% ) है।
◆ इस जनगणना के अनुसार देश में सर्वाधिक जनसंख्या वाले दो जिले हैं- महाराष्ट्र का ठाणे (1,10,54,131) और पश्चिम बंगाल का उत्तर चौबीस परगना ( 1,00,82,852 ) ।
◆ इस जनगणना के अनुसार देश में न्यूनतम जनसंख्या वाले दो जिले हैं- दिबांग घाटी (अरुणाचल प्रदेश) 7948 एवं अंजाव ( अरुणाचल प्रदेश) 2189।
◆ इस जनगणना के अनुसार सर्वाधिक जनघत्व वाला राज्य बिहार (1106) हो गया। इसके पूर्व यह स्थान पश्चिम बंगाल को प्राप्त था।
इस जनगणना के अनुसार सबसे कम जनघनत्व वाला राज्य अरुणाचल प्रदेश (17) है।
◆ इस जनगणना के अनुसार सर्वाधिक और न्यूनतम लिंगानुपात वाले राज्य हैं- केरल ( 1084 ) और हरियाणा (879)।
◆ इस जनगणना के अनुसार सर्वाधिक और न्यूनतम साक्षरता वाले राज्य क्रमश: हैं- केरल (94% ) और बिहार ( 61.8%)।
◆ इस जनगणना में उसे साक्षर माना गया है जिसकी उम्र 7 वर्ष या अधिक है एवं जो किसी भाषा में पढ़ने के साथ-साथ लिखने में भी सक्षम हो ।
◆ पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की साक्षरता दर में तेजी से वृद्धि हुई है। पिछले दशक में महिलाओं की साक्षरता दर में 12% एवं पुरुषों के साक्षरता दर में 7% की वृद्धि दर्ज की गयी है।
ग्रामीण-नगरीय जनसंख्या 2011 (अंतिम आँकड़े)
क्र. | राज्य / के.शा. प्रवेश | ग्रामीण जनसंख्या | नगरीय जनसंख्या | ग्रामीण जनसंख्या का % | नगरीय जनसंख्या का % |
1. | जम्मू और कश्मीर | 91,08,060 | 34,33,242 | 72.6 | 27.4 |
2. | हिमाचल प्रदेश | 61,76,050 | 6,88,552 | 90.0 | 10.0 |
3. | पंजाब | 1,73,44,192 | 1,03,99,146 | 62.5 | 37.5 |
4. | चंडीगढ़ | 28,991 | 10,26,459 | 2.7 | 97.3 |
5. | उत्तराखंड | 70,36,954 | 30,49,338 | 69.8 | 30.2 |
6. | हरियाणा | 1,65,09,359 | 88,42,103 | 65.1 | 34.9 |
7. | दिल्ली | 4,19,042 | 1,63,68,899 | 2.5 | 97.5 |
8. | राजस्थान | 5,15,00,352 | 1,70,48,085 | 75.1 | 24.9 |
9. | उत्तरप्रदेश | 15,53,17,278 | 4,44,95,063 | 77.7 | 22.3 |
10. | बिहार | 9,23,41,436 | 1,17,58,016 | 88.7 | 11.3 |
11. | सिक्किम | 4,56,999 | 1,53,578 | 74.8 | 25.2 |
12. | अरुणाचल प्रदेश | 10,66,358 | 3,17,369 | 77.1 | 22.9 |
13. | नगालैंड | 14,07,536 | 5,70,966 | 71.1 | 28.9 |
14. | मणिपुर | 17,36,236 | 8,34,154 | 67.5 | 32.5 |
15. | मिजोरम | 5,25,435 | 5,71,771 | 47.9 | 52.1 |
16. | त्रिपुरा | 27,12,464 | 9,61,453 | 73.8 | 26.2 |
17. | मेघालय | 23,71,439 | 5,95,450 | 79.9 | 20.1 |
18. | असम | 2,68,07,034 | 43,98,542 | 85.9 | 14.1 |
19. | पश्चिम बंगाल | 6,21,83,113 | 2,90,93,002 | 68.1 | 31.9 |
20. | झारखंड | 2,50,55,073 | 79,33,061 | 76.0 | 24.0 |
21. | ओडिशा | 3,49,70,562 | 70,03,656 | 83.3 | 16.7 |
22. |
छत्तीसगढ़
|
1,96,07,961 | 59,37,237 | 76.8 | 23.2 |
23. | मध्यप्रदेश | 5,25,57,404 | 2,0069,405 | 72.4 | 27.6 |
24. | गुजरात | 3,46,94,609 | 2,57,45,083 | 57.4 | 42.6 |
25. | दमन और दीव | 60,396 | 1,82,851 | 24.8 | 75.2 |
26. | दादरा एवं नगर हवेली | 1,83,114 | 1,60,595 | 53.3 | 46.7 |
27. | महाराष्ट्र | 6,15,56,074 | 5,08,18,259 | 54.8 | 45.2 |
28. | आंध्रप्रदेश | 5,63,61,702 | 2,82,19,075 | 66.6 | 33.4 |
29. | कर्नाटक | 3,74,69,335 | 2,36,25,962 | 61.3 | 38.7 |
30. | गोवा | 5,51,731 | 9,06,814 | 37.8 | 62.2 |
31. | लक्षद्वीप | 14,141 | 50,332 | 21.9 | 78.1 |
32. | केरल | 1,74,71,135 | 1,59,34,926 | 52.3 | 47.7 |
33. | तमिलनाडु | 3,72,29,590 | 3,49,17,440 | 51.6 | 48.4 |
34. | पुदुच्चेरी | 3,95,200 | 8,52,753 | 31.7 | 68.3 |
35. | अंडमान निकोबार | 2,37,093 | 1,43,488 | 62.3 | 37.7 |
भारत | 83,34,63,448 | 37,71,06,125 | 68.8 | 31.2 |