UP Board Class 7 Environment | पर्यावरणीय प्रदूषण-कारण एवं प्रभाव
UP Board Class 7 Environment | पर्यावरणीय प्रदूषण-कारण एवं प्रभाव
UP Board Solutions for Class 7 Environment Chapter 9 पर्यावरणीय प्रदूषण-कारण एवं प्रभाव
पर्यावरणीय प्रदूषण-कारण एवं प्रभाव
अभ्यास
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए।
(क) जल प्रदूषित कैसे होता है ?
उत्तर
जल प्रदूषित होने के निम्नलिखित कारण हैं-
- उद्योगों द्वारा विभिन्न उद्योगों एवं घरेलू उपयोगों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ नदियों, झीलों व तालाबों आदि में जाकर उसके जल को प्रदूषित कर देते हैं।
- मानव की दैनिक क्रियाएँ- नदी, तालाबों आदि में कपड़े धोने, पशुओं को नहलाने, सीवेज लाइन का गंदा पानी इसमें प्रवाहित करने के कारण भी जल प्रदूषित होता है। 3. कृषि एवं कीटनाशक दवाएँ- फसलों के अत्यधिक उत्पादन के लिए उपयोग किए जा रहे विभिन्न प्रकार की रासायनिक खादं एवं कीटनाशक दवाएँ वर्षा के जल के साथ नदियों तालाबों में पहुँचकर जल को प्रदूषित कर देते हैं।
(ख) वायु को प्रदूषित करने वाली गैसों का नाम लिखिए ?
उत्तर
कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, हाईड्रोकार्बन, क्लोरीन, अमोनिया, मिथेन आदि वायु को प्रदूषित करने वाली गैसें हैं।
(ग) ध्वनि प्रदूषण से आप क्या समझते हैं ? इसके प्रमुख कारणों को लिखिए।
उत्तर
जब ध्वनि का कानों व मस्तिष्क पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगे तो उसे शोर कहते हैं। और यही ध्वनि प्रदूषण है। ध्वनि-प्रदूषण निम्नलिखित कारणों से होता है-
- यातायात के साधनों की तेज ध्वनि भी ध्वनि प्रदूषण का कारण बनती है।
- टी०वी०, रेडियो, डीजे० आदि को तेज ध्वनि में बजाने पर भी ध्वनि प्रदूषण होता है।
- पटाखों की तीव्र आवाज से भी ध्वनि प्रदूषण होता है।
- उद्योगों में प्रयोग की जाने वाली मशीनें, सायरन व जनरेटर आदि भी ध्वनि प्रदूषण के कारण बनते हैं।
- प्रकृति में घटने वाली कुछ प्राकृतिक क्रियाएँ जैसे- बिजली कड़कना, तूफानी हवाएँ व ज्वालामुखी विस्फोट से भी ध्वनि प्रदूषण होता है, किंतु ये घटनाएँ बहुत कम समय के लिए होती हैं।
(घ) मृदा प्रदूषण के नियंत्रण हेतु क्या करना चाहिए ?
उत्तर
मृदा प्रदूषण के नियंत्रण हेतु निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं-
- फसलों पर कम से कम रासायनिक खादों व कीटनाशकों का प्रयोग किया जाए।
- जैविक खाद को बढ़ावा दिया जाए।
- गाँव तथा नगरों से निकलने वाले मल एवं गंदगी का उचित निस्तारण किया जाए।
- वनों के विनाश पर रोक लगाना और अधिक से अधिक पौधरोपण करना।
प्रश्न 2.
सही शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(कूडेदान, पीलिया, वायु, पेड-पौधे)
उत्तर
(क) प्रदूषित जल पीने से पीलिया रोग हो जाता है।
(ख) दमा, खसरा आदि बीमारियाँ वायु प्रदूषण का परिणाम हैं।
(ग) ध्वनि प्रदूषण को पेड़-पौधे भी कम करते हैं।
(घ) ठोस अपशिष्ट पदार्थों को कूड़ेदान में फेंकना चाहिए।
प्रश्न 3.
सही कथन के सामने (✓) और गलत के सामने (✗) का चिह्न लगाइए-
उत्तर
(क) जल प्रदूषण से पागलपन रोग होता है। (✗)
(ख) वाहनों के धुएँ से जल प्रदूषित होता है। (✗)
(ग) मानव व अन्य जीवधारियों के भोजन तथा आवास पर मृदा प्रदूषण को दुष्प्रभाव पड़ता है। (✓)
(घ) घरों से निकलने वाले गंदे जल का उचित निस्तारण करना चाहिए। (✓)
प्रश्न 4.
मिलान कीजिए-
उत्तर

प्रोजेक्ट वर्क- विद्यार्थी स्वयं करें।