UP Board Class 7 Home craft | बुनाई कला
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UP Board Solutions for Class 7 Home craft Chapter 9 बुनाई कला
बुनाई कला.
अभ्यास
1. बहुविकल्पीय प्रश्न
1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) घर पर स्वयं ऊनी वस्त्र वुनने से धन की वचत होती है।
(ख) क्रोशिया के हुक में धागा हँसाया जाता है।
2. निम्नलिखित कथन सत्य है या असत्य है।
(क) वड़ों का ऊनी वस्त्र हमेशा चटख रंगों में बनाया जाता है। (सत्य/असत्य)
(ख) उत्तम किस्म की ऊन का ही प्रयोग करना चाहिए। (सत्य/असत्य)
उत्तर:
(क) असत्य
(ख) सत्य
2. अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
(क) बच्चों के लिए किस प्रकार का ऊन लेना चाहिए?
उत्तर:
बच्चों के लिए मुलायम ऊन लेना चाहिए।
(ख) किनारे के दो नमूनों का नाम लिखिए।
उत्तर:
चादर, रूमाल, मेजपोश, शॉल, साड़ी के किनारे, इत्यादि में किनारे के नमूने बनाकर उन्हें सुंदर एवं आकर्षक बनाया जा सकता है। नमूने तो मुख्यतः कई प्रकार के होते हैं जिससे वस्त्रों की सुंदरता बढ़ाई जा सकती हैं। यहाँ किनारे के नमूने बनाना बता रहे हैं।
(ग) क्रोशिया कितने प्रकार की होती है?
उत्तर:
क्रोशिया महीन तथा मोटी दो प्रकार की होती है।
3. लघु उत्तरीय प्रश्न
(क) क्रोशिया का उपयोग लिखिए।
उत्तर:
बुनते समय क्रोशिया हमेशा दाहिने हथ में पकड़ते हैं। बाएँ हाथ की तर्जनी उंगली (पहली उंगली) पर धागी लपेटते हैं। इससे सुंदर बेल बनाई जाती है जो फ्रॉक, पेटीकोट, मेजपोश, तकिया-कवर आदि में लगाई जाती है। इससे बच्चों की फ्रॉक, स्वेटर तथा मेजपोश आदि भी बनाए जाते हैं।
(ख) बुनाई के विभिन्न नमूने के नाम लिखिए।
उत्तर:
बुनाई के विभिन्न नमूने इस प्रकार हैं-
- चने जैसी बुनाई,
- कनखजूरे की बुनाई या छड़ीदार बुनाई,
- चौकोर खानों वाली बुनाई,
- जालीदार बुनाई।
4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(क) ऊनी वस्त्रों की बुनाई करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
ऊनी वस्त्रों की बुनाई करते समय ध्यान रखने योग्य बातें निम्नलिखित हैं
- बुनाई करते समय हाथ साफ रखने चाहिए।
- बार्डर के फंदे दोहरी ऊन से डालें।
- बच्चों के स्वेटर फ्रॉक आदि में अधिक फंदे डालने चाहिए क्योंकि बच्चों के स्वेटर जल्दी छोटे हो जाते हैं।
- बुनाई एक ही हाथ से होनी चाहिए।
- सलाइयाँ अच्छी होनी चाहिए।
- स्वेटर की सिलाई सावधानी से होनी चाहिए।
(ख) चने जैसी बुनाई के नमूने की विधि लिखिए।
उत्तरे:
चने जैसी बुनाई:
एक सलाई पर 20 फंदे डालकर एक पूरी सलाई सीधा बुनिए। उलटी ओर पूरी सलाई उलटी बुन लीजिए।
तीसरी सलाई:
एक फंदा सीधा, फिर दो फंदे को एक साथ मिलाकर एक जोड़ा बनाते हुए एक फंदा बुने। बाकी फंदे को भी जोड़ा बनाकर बुन लें। अन्त में एक फंदा बचेगा, उसे सीधा बुनें। सलाई पर ग्यारह फंदे होंगे।
चौथी सलाई:
इस सलाई पर पहला फंदा सीधा। फिर दोनों सलाइयों के बीच से ऊन के नीचे से सीधा बुनते हुए एक फंदा बुनें। फिर बाईं सलाई पर से एक फंदा सीधा बुनें। इसी प्रकार एक फंदा नीचे से, फिर एक फंदा बाएँ सलाई से बुनें पूरी सलाई बुनने के बाद फंदे गिनें 20 होने चाहिए।
पाँचवीं सलाई:
पूरी सलाई सीधी बुनें। छठी सलाई – पूरी उलटी बुनें। सातवीं सलाई – तीसरी सलाई की तरह बुनें ।
आठवीं सलाई:
चौथी की तरह बुनें।
प्रोजेक्ट कार्य
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें ।