UP Board Class 8 Hindi | सोना (मंजरी)
UP Board Class 8 Hindi | सोना (मंजरी)
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 16 सोना (मंजरी)
समस्त गद्याथों की व्याख्या
पर हिरन यह …………………………………………….. चेष्टाएँ हैं।
संदर्भ – प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘सोना’ नामक पाठ से लिया गया है। इसकी लेखिका ‘महादेवी वर्मा’ हैं।
प्रसंग – लेखिका का कथन है कि कुत्ता, स्वामी और सेवक का अन्तर जानता है। वह प्यार से बुलाने पर पूँछ हिलाता है और डाँटने पर दयनीय बनकर दुबकता है।
व्याख्या – हिरन कुत्ते के मालिक या पालने वाले के क्रोध को नहीं पहचानता। उसका पालने वाले से डरना मुश्किल होता है। वह अपनी चकित आँखों से पालने वाले से दृष्टि मिलाए रहता है, मानो वह नाराजगी का कारण पूछता हो। हिरन केवल मालिक या पालनकर्ता को अपने प्रति प्रेम ही पहचानता है। जिसकी। अभिव्यक्ति वह अपनी विशेष चेष्टाओं, जैसे-सटकर खड़ा होना, सिर के ऊपर उछल-कूद आदि से करता है।
पाठ का सर (राशि)
लेखिका ने हिरन न पालने का निश्चय किया था। परन्तु एक परिचित से प्राप्त अनाथ हिरन-शावक को पालना पड़ा। उसने इसका नाम सोना रखा। सोना लेखिका के पलंग के पाए से सटकर बैठना सीखे। गई थी। दूध पीकर और चने खाकर वह छात्रावास में जाकर उछलकूद भी करती थी। लेखिका के खाना खाने के समय वह सटकर खड़ी रहती थी। उसे छोटे बच्चे अधिक प्रिय थे। लेखिका के प्रति स्नेह-प्रदर्शन में वह उसके सिर के ऊपर से छलाँग लगा देती थी। सोना हिलमिल गई थी। एक वर्ष बाद हिरनी बन जाने पर, सोना की आँखों में विशेष आकर्षण उत्पन्न हो गया। एक दिन सोना ने फ्लोरा को अपने चार पिल्लों के साथ विस्मय से देखा।
फ्लोरा सोना के संरक्षण में पिल्लों को छोड़कर आश्वस्त भाव से इधर-उधर चली जाती थी। आँखें खुलने पर पिल्ले भी सोना के पीछे चौकड़ी भरने लगे थे। गर्मी के दिनों में लेखिका बद्रीनाथ की यात्रा पर गई। पालतू जीवों में केवल फ्लोरा ही साथ गई। छात्रावास के सन्नाटे और फ्लोरा के अभाव में सोना अस्थिर हो गई थी। कोई उसका शिकार न कर ले, इस आशंका से माली ने उसे रस्सियों से बाँध दिया। एक दिन सोना जोर से उछली और रस्सी में बँधे होने के कारण मुँह के बल गिरकर मर गई।
प्रश्न-अभ्यास
कुछ करने को
प्रश्न 1.
अपने आस-पास के पालतू पशुओं के स्वभाव की जानकारी प्राप्त कीजिए। यह भी बताइए कि किन-किन जंगली जानवरों को पालतू बनाया जा सकता है।
उत्तर :
अपने आस-पास के पालतू जानवरों के विषय में विद्यार्थी स्वयं लिखें। जंगली जानवरों में हाथी को पालतू बनाया जा सकता है।
प्रश्न 2.
आपके घर में कोई पालतू जानवर होगा। उसकी बहुत सी आदतें आप को बहुत अच्छी लगती होंगी, जबकि कुछ आदतों पर आप नाराज हो जाते होंगे। उन आदतों को लिखिए और अपने साथियों को बताइए।
उत्तर :
हाँ मेरा एक पालतू कुत्ता है-लियो। जब मैं विद्यालय से लौटकर आता हैं तो वह दौड़कर मेरे पास आ जाता है, मुझसे लिपट जाता है। अगर कोई बाहर का व्यक्ति मुझसे डाँट कर बात करे तो वह उस पर भौंकने लगता है। उसका यह स्नेहपूर्ण व्यवहार मुझे बहुत अच्छा लगता है। उसकी एक ही आदत बुरी है। वह है-रात को सोफे पर आकर सो जाना जबकि उसके लिए एक अलग कमरा और बिस्तर है लेकिन वह वहाँ कभी नहीं सोता।
विचार और कल्पना
प्रश्न 1.
नोट- विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 2.
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उन अन्तरों को बताइए जो मनुष्य को अन्य जीवों से अलग करते हैं।
उत्तर :
मनुष्य तथा अन्य जीवों में खास अन्तर यह होता है कि मनुष्य के पास सोचने-समझने की शक्ति होती है, जबकि अन्य जीवों के पास यह नहीं होती है। मनुष्य वस्तुओं का आदान-प्रदान करते हैं, जबकि अन्य जीव नहीं। मनुष्य खेती करके जीवन-यापन कर सकता है, जबकि अन्य जीव खेती नहीं कर सकते।
रेखाचित्र से
प्रश्न 1.
सोना जंगल के परिवेश से गाँव में कैसे आ गई?
उत्तर :
सोना को जंगल के परिवेश से शिकारी लोग उठा लाए थे।
प्रश्न 2.
सोनी को छोटे बच्चे क्यों अधिक प्रिय थे?
उत्तर :
सोना को छोटे बच्चे अधिक प्रिय इसलिए थे क्योंकि उनके साथ खेलने का अधिक अवकाश रहता था।
प्रश्न 3.
लेखिका के अन्य पालतू पशु कौन-कौन थे? वे सोना के प्रति क्या भाव रखते थे?
उत्तर :
लेखिका के अन्य पालतू पशु थे-एक बिल्ली गोधूली, कुतिया फ्लोरा, दो कुत्ते- हेमन्त, और बसन्त। बाद में इस पालतू परिवार में फ्लोरा के चार पिल्ले भी शामिल हो गए। वे सब सोना के प्रति प्रेमभाव रखते थे। ।
प्रश्न 4.
“मैंने निश्चय किया था कि अब हिरन नहीं पालुंगी पर संयोग से फिर हिरन पालना पड़ रहा है।” वे कौन-सी परिस्थितियाँ थी, जिनके कारण महादेवी जी को अपना निश्चय बदलना पड़ा?
उत्तर :
लेखिका ने हिरन न पालने का निश्चय किया था लेकिन एक परिचित महिला सुस्मिता के आग्रह पर उसे हिरन पालना पड़ा। सुस्मिता ऐसे व्यक्ति को ही अपना हिरन देना चाहती थी जो उसकी भली-भौति देखभाल कर सके। लेखिका इस कार्य में अनुभवी थी।
प्रश्न 5.
फ्लोरा, सोना के संरक्षण में अपने बच्चों को सुरक्षित क्यों मानती थी?
उत्तर :
फ्लोरा सोना के संरक्षण में पिल्लों को सुरक्षित मानती थी क्योंकि वह सोना को अपने जैसा जानकर शायद उस पर विश्वास रखती थी।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
ग्रीष्मावकाश शब्द ग्रीष्म + अवकाश की सन्धि से बना है। इसमें अ + अ = आ होया है। नीचे लिखे गए शब्दों का सन्धि-विच्छेद कीजिए।

प्रश्न 2.
‘भीतर-बाहर’ और …………………………………………….. = तत्पुरुष समास।
निम्नलिखित शब्दों का विग्रह कर समास का नाम लिखिए।

प्रश्न 3.
‘कौतुक’ में प्रियं’ शब्द जोड़कर ‘कौतुकप्रिय’ शब्द बनता है। इसी प्रकार नीचे लिखे शब्दों में ‘प्रिय’ शब्द जोड़कर अन्य शब्द बनाइए और उनके अर्थ भी लिखिए।

प्रश्न 4.
‘प्रत्यावर्तन’ शब्द प्रति + आवर्तन की सन्धि से बना है। इ+आ= या हो गया है। इसी प्रकार नीचे लिखे शब्दों में सन्धि करके नया शब्द बनाइए।

