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Gujarat Board Solutions Class 10 Social Science Chapter 1 भारत की विरासत

Gujarat Board Solutions Class 10 Social Science Chapter 1 भारत की विरासत

Class 10 GSEB Solutions Social Science Chapter 1 भारत की विरासत

GSEB Class 10 Social Science Important Questions Chapter 1 भारत की विरासत

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:

प्रश्न 1.
प्राचीन भारत में आर्य किस दिशा में रहते थे ?
(A) वायव्य
(B) ईशान
(C) अग्नि
(D) उत्तर
उत्तर:
(A) वायव्य

प्रश्न 2.
इनमें से भारत के मूल निवासी कौन थे ?
(A) आर्य
(B) द्रविड
(C) मोंगोलाइड
(D) निषाद
उत्तर:
(B) द्रविड

प्रश्न 3.
मोहें-जो-दड़ो संस्कृति के निर्माता कौन थे ?
(A) आर्य
(B) निषाद
(C) नेग्रीटो
(D) द्रविड
उत्तर:
(D) द्रविड

प्रश्न 4.
धूप, दीप और आरती से पूजा किसकी देन है ?
(A) आर्य
(B) निषाद
(C) नेग्रीटो
(D) द्रविड
उत्तर:
(D) द्रविड

प्रश्न 5.
विरासत की सुरक्षा के लिए नागरिक के कर्तव्य …………………………….. में दर्शाए गये है ।
(A) अनुच्छेद 50(क)
(B) अनुच्छेद 51(क)
(C) अनुच्छेद 56(A)
(D) अनुच्छेद 52(2)
उत्तर:
(B) अनुच्छेद 51(क)

प्रश्न 6.
भारत का विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टि से …………………………. स्थान है ।
(A) 5
(B) 7
(C) 2
(D) 10
उत्तर:
(B) 7

प्रश्न 7.
भारत का जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में ……………………………….. स्थान है ।
(A) 2
(B) 3
(C) 5
(D) 7
उत्तर:
(A) 2

प्रश्न 8.
किस ग्रंथ में भारत वर्ष नाम का वर्णन किया गया है ?
(A) विष्णु पुराण
(B) भारत पुराण
(C) गरुड़ पुराण
(D) शिवपुराण
उत्तर:
(A) विष्णु पुराण

प्रश्न 9.
भारत में धार्मिक रूप से किस पर्वत का अधिक महत्त्व है ?
(A) अरावली
(B) नीलगिरि
(C) गिरनार
(D) हिमालय
उत्तर:
(D) हिमालय

प्रश्न 10.
कौन-सा त्यौहार संस्कृति का धार्मिक महत्त्व (वृक्षों के प्रति) दर्शाता है ?
(A) दशहरा
(B) होली
(C) वटसावित्री
(D) गणगौर
उत्तर:
(C) वटसावित्री

प्रश्न 11.
इन में से कौन-सी जाति मध्य एशिया से आयी थी ?
(A) अल्पाइन
(B) डिनारिक
(C) आर्मेनोड्ड
(D) ये तीनों ही
उत्तर:
(D) ये तीनों ही

प्रश्न 12.
ऑस्ट्रेलाइड प्रजा कहाँ से भारत में आयी थी ?
(A) अफ्रीका
(B) अग्नि एशिया
(C) मध्य एशिया
(D) ईरान
उत्तर:
(B) अग्नि एशिया

प्रश्न 13.
भारत के सबसे प्राचीन निवासी कौन है ?
(A) निग्रो
(B) निषाद
(C) द्रविड़
(D) आर्य
उत्तर:
(A) निग्रो

प्रश्न 14.
नीग्रो प्रजा भारत में कहाँ से आयी थी ?
(A) अग्नि एशिया
(B) अफ्रीका
(C) मध्य एशिया
(D) अमेरिका
उत्तर:
(A) अग्नि एशिया

प्रश्न 15.
ऋचाओं की रचना किसने की थी ?
(A) आर्य
(B) अल्पाइन
(C) डिनारिक
(D) आर्मेनोइड
उत्तर:
(A) आर्य

प्रश्न 16.
मंगोलोइड प्रजा भारत में कहाँ से आयी थी ?
(A) तिब्बत
(B) चीन
(C) अफ्रीका
(D) अग्नि एशिया
उत्तर:
(A) तिब्बत

प्रश्न 17.
निम्न में से किस स्थान पर पतंगोत्सव होता है ?
(A) अहमदाबाद
(B) बड़ोदरा
(C) वड़नगर
(D) मोढेरा
उत्तर:
(A) अहमदाबाद

प्रश्न 18.
निम्न में से कौन-सा जोड़ा असत्य है ?
(A) उत्तरार्ध नृत्य महोत्सव – मोढ़ेरा
(B) पोलो – विजयनगर
(C) तानारीरी महोत्सव – वड़नगर
(D) रणोत्सव – जामनगर
उत्तर:
(D) रणोत्सव – जामनगर

प्रश्न 19.
जैन तीर्थ पालीताणा किस जिले में स्थित है ?
(A) भावनगर
(B) खेड़ा
(C) जामनगर
(D) कच्छ
उत्तर:
(A) भावनगर

प्रश्न 20.
तरणेतर का मेला किस जिले में लगता है ?
(A) भावनगर
(B) जूनागढ़
(C) बनासकांठा
(D) सुरेन्द्रनगर
उत्तर:
(D) सुरेन्द्रनगर

प्रश्न 21.
माधवपुर का मेला किस जिले में लगता है ?
(A) अहमदाबाद
(B) दाहोद
(C) भावनगर
(D) पोरबंदर
उत्तर:
(D) पोरबंदर

प्रश्न 22.
डांग दरबार का मेला कब लगता है ?
(A) फागन सुद पुनम
(B) कार्तिक सुद सुनम
(C) चैत्र सुद अमावस्य
(D) महासुद अमावस्य
उत्तर:
(A) फागन सुद पुनम

प्रश्न 23.
कार्तिक पूर्णिमा का मेला कहाँ लगता है ?
(A) अहमदाबाद
(B) उनावा
(C) धोलका
(D) सोमनाथ
उत्तर:
(D) सोमनाथ

प्रश्न 24.
रुद्रमहल कहाँ पर स्थित है ?
(A) सिद्धपुर
(B) पाटण
(C) उनावा
(D) डाकोर (A)
उत्तर:
(A) सिद्धपुर

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

1. आर्य सभ्यता के निर्माता ……………………… थे ।
उत्तर:
(आर्य – नोर्डिक)

2. आर्य …………………….. की पूजा करते थे ।
उत्तर:
(प्रकृति)

3. ……………. भारत के मूल निवासी थे ।
उत्तर:
(द्रविड़)

4. प्राचीन भारत में आयी प्रजाओं के समिश्रण से भारत में ………………………. विविधतापूर्ण और समृद्ध बनी ।
उत्तर:
(साँस्कृतिक विरासत)

5. विश्व में भारत का क्षेत्रफल की दृष्टि से …………………… तथा जनसंख्या की दृष्टि से स्थान ……………………… है ।
उत्तर:
(सातवाँ, दूसरा)

6. आर्य, ऑस्ट्रेलाइड प्रजा को ……………………. कहते थे ।
उत्तर:
(निषाद)

7. ऋचाओं की रचना करनेवाले ……………………… थे ।
उत्तर:
(आर्य)

8. कांकरिया कार्निवल …………………….. में आयोजित होता है ।
उत्तर:
(अहमदाबाद)

9. ताना-रीरी महोत्सव ………………………. में होता है ।
उत्तर:
(वड़नगर)

10. गुजरात में ……………………… ज्योतिर्लिंग है ।
उत्तर:
(सोमनाथ)

11. मोढेरा का मेला ……………….. के दिन लगता है ।
उत्तर:
(श्रावण वद अमावस)

12. भादरवी पूनम का मेला ………………………. में लगता है ।
उत्तर:
(अम्माजी)

13. नकडंग का मेला ………………………….. में लगता है ।
उत्तर:
(भावनगर.)

14. मीरादातार का मेला …………… में लगता है ।
उत्तर:
(ऊनावा)

15. कार्तिक पूर्णिमा का मेला ……………….. में लगता है ।
उत्तर:
(सोमनाथ)

16. रणछोडराय मंदिर ……………………… में स्थित है ।
उत्तर:
(डाकोर)

17. उत्तरार्ध नृत्य महोत्सव ……………………… में आयोजित होता है ।
उत्तर:
(मोढेरा)

18. महोबतखान का मकबरा ……………………………… में स्थित है ।
उत्तर:
(जूनागढ)

नीचे दिए गये विभाग-A की सूचनाओं को विभाग-B के साथ उचित क्रम में जोड़िये:

1.

विभाग-A विभाग-B
1. लोथल (अ) धोलका तालुका
2. रंगपुर (ब) लीमड़ी तालुका
3. धोलावीरा (क) कच्छ तालुका
4. रोजड़ी (ड) राजकोट जिला

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. लोथल (अ) धोलका तालुका
2. रंगपुर (ब) लीमड़ी तालुका
3. धोलावीरा (क) कच्छ तालुका
4. रोजड़ी (ड) राजकोट जिला

2.

विभाग-A विभाग-B
1. सूर्यमंदिर (अ) भावनगर
2. बहुचराजी (ब) वड़नगर
3. तानारीरी महोत्सव (क) मेहसाणा
4. पालीताणा (ड) मोढ़ेरा

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. सूर्यमंदिर (ड) मोढ़ेरा
2. बहुचराजी (क) मेहसाणा
3. तानारीरी महोत्सव (ब) वड़नगर
4. पालीताणा (अ) भावनगर

3.

विभाग-A विभाग-B
1. भारत के सबसे प्राचीन निवासी (अ) द्रविड़
2. भारत के मूल निवासी (ब) नीग्रो
3. अग्नि एशिया (क) आर्य
4. ऋचाओं के निर्मात (ड) निषाद

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. भारत के सबसे प्राचीन निवासी (ब) नीग्रो
2. भारत के मूल निवासी (अ) द्रविड़
3. अग्नि एशिया (ड) निषाद
4. ऋचाओं के निर्मात (क) आर्य

4.

विभाग-A विभाग-B
1. अफ्रीका से आये थे (अ) मोंगोलाइड
2. प्रकृतिपूजक (ब) अल्पाइन
3. मध्य एशिया (क) आर्य
4. किरात प्रजा (ड) निग्रो

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. अफ्रीका से आये थे (ड) निग्रो
2. प्रकृतिपूजक (क) आर्य
3. मध्य एशिया (ब) अल्पाइन
4. किरात प्रजा (अ) मोंगोलाइड

5.

विभाग-A विभाग-B
1. भादरवी पूनम (अ) छोटा उदेपुर
2. भवनाथ मेला (ब) सोमनाथ
3. डांग दरबार मेला (क) डांग
4. कार्तिक पूर्णिमा (ड) गिरनार
5. भांगुरीया मेला (य) अम्बाजी

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. भादरवी पूनम (य) अम्बाजी
2. भवनाथ मेला (ड) गिरनार
3. डांग दरबार मेला (क) डांग
4. कार्तिक पूर्णिमा (ब) सोमनाथ
5. भांगुरीया मेला (अ) छोटा उदेपुर

निम्नलिखित शब्द समझाइए:

1. आर्यावर्त : प्राचीन समय में आर्य प्रजा की मुख्य जनसंख्या जहाँ थी उस प्रदेश को आर्यावर्त के नाम से पहचाना जाता था ।
2. सप्तसिंधु : प्राचीन समय में आर्य प्रजा वायव्य भारत में रहती थी वहाँ सात बड़ी नदियाँ बहती थी, इस कारण उसे सप्तसिंधु नाम कहा जाता है ।
3. संस्कृति : देश के और समाज के कालक्रम बदलते संजोगों के अनुसार जनजीवन में आते परिवर्तनों, सुधारों, सामाजिक नीतियों, रिवाजों आदि के विभिन्न संजोगों से संस्कृति बनती है ।
4. विरासत : विरासत अर्थात् हमें हमारे पूर्वजों से प्राप्त अमूल्य भेट ।
5. किरात : मंगोलाइड प्रजा का पीला वर्ण होने से उन्हें ‘किरात’ प्रजा कहा जाता है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में दीजिए:

प्रश्न 1.
आर्यावर्त किसे कहा जाता था ?
उत्तर:
प्राचीन काल में हिन्दू (आर्य) प्रजा की जनसंख्या जिस क्षेत्र में थी उस क्षेत्र को आर्यावर्त कहते हैं ।

प्रश्न 2.
आर्य किसकी पूजा करते थे ?
उत्तर:
आर्य प्रकृति प्रेमी थे । वे वृक्षों, पर्वतों, सूर्य, वायु, नदियों, वर्षा आदि की पूजा, अराधना करते थे ।

प्रश्न 3.
पाषाण संस्कृति के सीधे वारसदास किसे माना जाता है ?
उत्तर:
द्रविड़ प्रजा को पाषाण संस्कृति के सीधे वारसदार माना जाता है ।

प्रश्न 4.
दक्षिण भारत की कौन-सी मुख्य भाषाएँ हैं ?
उत्तर:
तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम दक्षिण भारत में बोली जानेवाली द्रविड़ कुल की मुख्य भाषाएँ हैं ।

प्रश्न 5.
द्रविड़ पितृ और मातृदेव के रूप में किसकी आराधना करते थे ?
उत्तर:
द्रविड़ पितृदेव के रूप में शिव और मातृदेव के रूप में पार्वती माता की आराधना करते थे ।

प्रश्न 6.
विरासत अर्थात् क्या ?
उत्तर:
विरासत अर्थात् हमारे पूर्वजों से प्राप्त अमूल्य भेट ।

प्रश्न 7.
संस्कृति अर्थात् क्या ?
उत्तर:
संस्कृति अर्थात् मानव मन की अर्वरक भूमि मानव समाज की आदतें, मूल्य, आचार-विचार, धार्मिक परंपराएँ, रहन-सहन और जीवन के उच्चतम उद्देश्यों की ओर ले जानेवाले आदर्शों का योग हैं ।

प्रश्न 8.
विरासत के प्रति हमारा नैतिक कर्तव्य क्या है ?
उत्तर:
विरासत की सुंदरता, भव्यता, पवित्रता और शुद्धता को बनाए रखना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है ।

प्रश्न 9.
विरासत की सुरक्षा के लिए संविधान के किस अनुच्छेद में निर्देश किया गया है ?
उत्तर:
संविधान के अनुच्छेद 51(क) में विरासत की सुरक्षा के लिए नागरिक का कर्तव्य बताया गया है ।

प्रश्न 10.
कौन-सी चिकित्सा पद्धतियाँ प्राकृतिक विरासत से संबंध रखती है ?
उत्तर:
निसर्गोपचार, आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धतियाँ प्राकृतिक विरासत पर आधारित है ।

प्रश्न 11.
भारत की संस्कृति किसका अनुसरण करनेवाली है ?
उत्तर:
भारत की संस्कृति सत, चित और आनन्द के अनुभूति करनेवाली है ।

प्रश्न 12.
विष्णु पुराण में भारत के विषय में क्या कहा गया है ?
उत्तर:
विष्णु पुराण में कहा गया है कि समुद्र के उत्तर में और हिमालय के दक्षिण में आये स्थान का नाम भारत वर्ष है, जिनकी संतानें भारतीय है । भारत में शुभकार्य प्रारंभ करते समय संकल्पों में भारत वर्ष, जंबुद्धीप, आर्यावर्त शब्दों का उपयोग किया गया है ।

प्रश्न 13.
भारत की संस्कृति ने किन नदियों के किनारे पर पोषण प्राप्त किया है ?
उत्तर:
भारत की संस्कृति ने सिंधु से राबी नदियों के किनारे पर पालनपोषण प्राप्त किया है ।

प्रश्न 14.
हिमालय पर हमारे धार्मिक स्थल कौन-कौन से है ?
उत्तर:
हिमालय पर अमरनाथ, बद्रीनाथ, केदारनाथ, वैष्णोदेवी जैसे धार्मिक स्थल है ।

प्रश्न 15.
भारतीय संस्कृति में किन वृक्षों को पवित्र मानकर पूजा जाता है ?
उत्तर:
भारतीय संस्कृति में वड़, पीपल, नीम, तुलसी, केला के वृक्षों को पवित्र मानकर पूजा जाता है ।

प्रश्न 16.
भारत के लोकजीवन पर किन नदियों का प्रगाढ़ असर पाया जाता है ?
उत्तर:
गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु, ब्रह्मपुत्र, नर्मदा, कावेरी, कृष्णा, गोदावरी आदि नदियों का भारतीय लोकजीवन पर प्रगाढ़ असर दिखाई देता है ।

प्रश्न 17.
कौन-सी वनस्पतियाँ अपना सांस्कृतिक औषधीय महत्त्व दर्शाती है ?
उत्तर:
हरड़े, आँवला, बहेड़ा, कुंवारपाठा, अड़सी, नीम, आदि ।

प्रश्न 18.
भारतीय राष्ट्रीय प्रतीक में कौन-से प्राणियों का चित्र अंकित है ?
उत्तर:
भारतीय राष्ट्रीय प्रतीक में सिंह, घोड़ा और बैल का चित्र अंकित है ।

प्रश्न 19.
गुजरात में पुरातत्त्वीय महत्त्व के कौन-कौन से स्थान प्राप्त हुए है ?
उत्तर:
लोथल (धोलका तहसील), रंगपुर (लीमड़ी तहसील), धोलावीरा (कच्छ जिला), रोजड़ी (श्रीनाथगढ़) (राजकोट जिला) आदि ।

प्रश्न 20.
ऑस्ट्रेलाईड प्रजा के शारीरिक लक्षण बताइए ।
उत्तर:
इनका रंग श्याम, लंबा-चौड़ा माथा, छोटा कद, चपटी नाक, ऑस्ट्रेलाइड प्रजा के शारीरिक लक्षण है ।

प्रश्न 21.
भारत की किन जातियों में ऑस्ट्रेलाईड प्रजा के शारीरिक लक्षण पाये जाते है ?
उत्तर:
भारत की कोल और मुण्डा जाति, असम में खांसी निकाबोर में आस्ट्रेलाईड प्रजा के लक्षण पाये जाते है ।

प्रश्न 22.
ऑस्ट्रेलाईड प्रजा में कौन-से कौशल्य थे ?
उत्तर:
खेती करना, बर्तन बनाना तथा सुती कपड़े बुनना आदि ।

प्रश्न 23.
नीग्रो प्रजा की शारीरिक विशेषताएँ बताइए ।
उत्तर:
श्याम वर्ण, 4 से 5 फूट कद और सिर के धुंघराले बाल नीग्रो प्रजा की शारीरिक विशेषताएँ थी ।

प्रश्न 24.
मध्य एशिया से कौन-सी तीन प्रजाएँ भारत में आयी थी ?
उत्तर:
मध्य एशिया से अल्पाइन, डिनारिक और आर्मेनोइड प्रजाएँ मध्य एशिया से आयी थी ।

प्रश्न 25.
मंगोलाइड प्रजा के शारीरिक लक्षण बताइए ।
उत्तर:
मंगोलाइड प्रजा का वर्ण पीला रंग, चपटा चेहरा, उभरे गाल और बादामी आँखें जैसी शारीरिक विशेषताएँ है ।

प्रश्न 26.
भारत में विविध जातियाँ क्यों आयी थी ?
उत्तर:
भारत में समृद्ध विरासत में के आकर्षण के कारण अनेक विदेशी जातियाँ भारत की तरफ आकर्षित हुई ।

प्रश्न 27.
अहमदाबाद के इतिहासिक स्थानों के नाम लिखिए ।
उत्तर:
जामा मस्जिद, झूलता मिनार, सीदी सैयद की जाली, हठीसींग की वाडी आदि ।

प्रश्न 28.
गोड गधेड़ा का मेला कहाँ लगता है ?
उत्तर:
गरबाडा दाहोद में होली के बाद पांचवे और सातवे दिन ।

प्रश्न 29.
बहुचराजी का मेला कब लगता है ?
उत्तर:
बहुचराजी पाटण में चैत्र सुद पुनम के दिन ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:

प्रश्न 1.
मध्य एशिया से कौन-कौन-सी प्रजाएँ भारत में आयी थी ? जानकारी दो ।
उत्तर:
अल्पाइन, डिनारिक और आर्मेनोइड प्रजाएँ भारत में मध्य एशिया से आयी थी ।

  • ये तीनों जातियाँ एकसमान के गुणवाली है ।
  • इस प्रजा के अंश विशेषकर महाराष्ट्र, बंगाल, उड़ीसा, गुजरात और सौराष्ट्र में अधिक मात्रा में पायी जाती है ।

प्रश्न 2.
मंगोलाइड प्रजा की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
मंगोलाइड प्रजा पश्चिम चीन से होकर तिब्बत से भारत में आयी थी ।

  • भारत में उत्तर असम, सिक्किम, भूटान, पूर्व बंगाल में बसे थे । समय बीतने पर उनका भारतीयकरण हुआ ।
  • इन प्रजा का वर्ण पीला, चपटा चेहरा, उभरे गाल और बादामी आँखें इनके शारीरिक लक्षण है ।
  • मंगोलाइड प्रजा का पीला रंग होने से उन्हें किरात प्रजा कहते हैं ।

प्रश्न 3.
आर्यों के धार्मिक प्रवृत्तियों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
आर्य प्रकृति प्रेमी थे । वे वृक्षों, पर्वतों, सूर्य, वायु, नदी, वर्षा आदि की पूजा-आराधना करते थे ।

  • प्रत्येक प्राकृतिक देव की स्तुतियाँ (ऋचाओं) की रचना की थी ।
  • समय बीतते वेदपठन प्रचलित किया, समान्तर में उससे धार्मिक विधियाँ शुरू हुई और बाद में यज्ञादि क्रियाएँ भारत में शुरू हुई ।

प्रश्न 4.
जैन और बौद्ध यात्रा स्थलों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
गुजरात में जैन और बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार हुआ है । जिनके आधार पर गुजरात के वड़नगर, तारंगा, खमालीडा, जूनागढ़, शामलाजी, कोटेश्वर, तलाजा, टांक झगडीया आदि स्थानों पर बौद्ध एवं जैन गुफाएँ पायी जाती है ।

प्रश्न 5.
गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक-सामाजिक उत्सवों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक, सामाजिक और पर्यटनलक्षी स्थलों में पोलो (विजयनगर – साबरकांठा जिला), पतंगोत्सव और कांकरिया कार्निवल (अहमदाबाद), ताना-रिरि महोत्सव (वड़नगर), उत्तरार्ध नृत्य महोत्सव (मोढ़ेरा), रणोत्सव (कच्छ) आदि का समावेश होता है ।

प्रश्न 6.
गुजरात के साँस्कृतिक-धार्मिक स्थलों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
गुजरात में धार्मिक महत्त्व बतानेवाले स्थलों में द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और जगद्गुरु शंकराचार्य का शारदापीठ मुख्य है । सोमनाथ मंदिर (ज्योतिर्लिंग), अंबाजी (बनासकांठा), बहुचराजी (महेसाणा), महाकाली माताजी (पावागढ़), मीरा दातार (पाटण जिला), पालीताणा (भावनगर जिला), रणछोड़राय मंदिर (डाकोर) और शामलाजी (अरावली जिला) आदि मुख्य तीर्थ स्थल है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर दीजिए:

प्रश्न 1.
गुजरात के मैलों (कोई दस) की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:

  1. मोढ़ेरा का मेला (महेसाणा जिले में) श्रावण वद अमावस
  2. शामलाजी का कालीया ठाकोर का मेला (अरावली जिला) कार्तिक सुद 11 से अमावस तक
  3. भादरवी पूनम का मेला (अम्बाजी बनासकांठा) भादरवा सुद पुनम
  4. भवनाथ मेला (गीरनार – जूनागढ) महा वद नौवी से बारस
  5. तरणेतर मेला (सुरेन्द्रनगर) भादरवा सुद चौथ से छठ
  6. माधवपुर का मेला (पोरबंदर) चैत्र सुद नौंवी से तेरस
  7. वौठा का मेला (धोलका – अहमदाबाद) कार्तिक सुद पुनम
  8. डांग दरबार का मेला (आहवा – डांग) फागन सुद पुनम ।
  9. कार्तिकी पूर्णिमा का मेला (सोमनाथ गीर) फागण सुद पुनम ___
  10. भांगुरीया का मेला (छोटा उदयपुर – कवांट) होली से रंग पांचम तक प्र.

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए:

प्रश्न 1.
भारतीय प्राकृतिक विरासत के चार तत्त्वों का वर्णन कीजिए ।
उत्तर:
(1) भूमिदृश्य: भूमि आकारों द्वारा अनेक भूमि दृश्य सर्जित होते हैं, जैसे हिमालय । हिमालय में अनेक प्रकार की उपयोगी वनस्पति, खनिज, पशु-पक्षी और शिखर बरफ से ढ़के होते है । बारहो महीने बहनेवाली नदियाँ तथा वन उपयोगी होते । हिमालय पर अमरनाथ, बद्रीनाथ, केदारनाथ, जैसे धार्मिक स्थल, नंदादेवी जैसे शिखर हिमालय पर स्थित है ।

(2) नदियाँ: प्राचीन काल से नदियाँ प्राकृतिक परिवहन की सुविधा देती थी । भारत की संस्कृति सिंधु और राबी नदी के किनारे पर विकसित हुई है । सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र, नर्मदा, यमुना, कृष्णा, कावेरी जैसी लगभग अनेक नदियों ने लोकजीवन पर प्रभाव डाला है ।

पीने का पानी, सिंचाई, बीजली, खेती, जलमार्ग जैसी हमारी महत्त्वपूर्ण आवश्यकताएँ पूरी करती है । मिट्टी के बर्तन, घर बनाने में तथा मानव जीवन को समृद्ध बनाने में नदियों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है ।
हमारी संस्कृति की ऊषा और संध्या नदियों के किनारे पर हुई थी । इसलिए नदियों को हम लोकमाता कहते हैं ।

(3) वनस्पति: भारत की प्रजा आदिकाल से पर्यावरण प्रेमी रही है, जिसका साक्षी उसका वृक्ष प्रेम है । मानव, प्राणी, पशु-पक्षी
आहार के लिए वनस्पति पर निर्भर करते हैं । भारत में पीपल, वड़, तुलसी आदि की पूजा, धूप-दीप, वटसावित्रि, पीपलपूजा की जाती थी । अनाज, दलहन, तिलहन, धन-धान्य से लहराते खेत वनस्पति से भरे वन और औषधी के लिए उपयोगी पौधों ने अति प्राचीन काल से जीवन को समृद्ध बनाया है । हरड़े, बहेड़ा, आँवला, कुँवारपाठा, उडूसी, नीम औषधी, मोगरा, गुलाब, कमल, सूरजमुखी, चंपा, निशीगंधा, जुई आदि पुष्पों ने मानवजीवन को खूब सुंदर, सुवासित और समृद्ध बनाया है ।

(4) वन्य जीवन: प्राचीन काल से ही भारत प्राणी प्रेमवाली संस्कृतिवाला देश है । वाघ, सिंह, गेंडा, हाथी, चिता, शियाल, हिरण, रीछ, रोज, साबर, खरगोश, अजगर, साँप, नाग, नेवला जैसे जीव भारत में पाये जाते है । विश्व में एशियाई सिंह मात्र गिर के जंगलों में पाया जाता है । हमारी धार्मिक मान्यताएँ कुछ वन्यजीवों मोर, बाघ, मगर, गरूड़ आदि को देवी-देवताओं के वाहन के रूप में स्थान दिया है । हमारी राष्ट्रीय मुद्रा में भी चार सिंह, घोड़ा तथा बैल की आकृति देकर उनका मूल्य दर्शाया है ।

प्रश्न 2.
गुजरात में आयोजित होनेवाले मेलों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
गुजरात में परंपरागत रूप से तथा धार्मिक, सामाजिक महत्त्व बतानेवाले निम्नलिखित मेलों का आयोजन किया जाता है ।

  1. मोढ़ेरा का मेला (मोढ़ेरा – महेसाणा) श्रावण वद अमावस्या को आयोजित किया जाता है ।
  2. बहुचराजी का मेला (बहुचराजी – पाटण) चैत्र सुद पूनम के दिन आयोजित होता है ।
  3. शामलाजी का कालिया ठाकोर का मेला (शामलाजी – अरावली) कार्तिक सुद ग्यारस से अमावस्य तक आयोजित होता है ।
  4. भादरवी पूनम का मेला (अंबाजी – बनासकांठा में) भादरवा सुद पूनम को आयोजित होता है ।
  5. भवनाथ मेला (गिरनार – जूनागढ़) महावद नवमी से बारस तक आयोजित होता है ।
  6. तरणेतर मेला (तरणेतर – सुरेन्द्रनगर में) भादरवी सुद 4 से 6 तक आयोजित होता है ।
  7. भडीयाद का मेला (भडीयाद – अहमदाबाद) नवमी से ग्यारस तक ।
  8. नकडंग का मेला (भावनगर) भादरवा वद अमावस्या को आयोजित होता है ।
  9. माधवपुर का मेला (माधवपुर – पोरबंदर) चैत्र सुद 9 से 13 तक होता है ।
  10. वौठा का मेला (धोलका – अहमदाबाद में) कार्तिक सुद पूनम को आयोजित होता है ।
  11. मीरादातार का मेला (उनावा – ऊँझा) में आयोजित होता है ।
  12. डांग दरबार का मेला (आहवा-डांग में) फाल्गुन की पूनम को आयोजित होता है ।
  13. गोल गधेड़ा का मेला (गरबाड़ा – दाहोद में) होली के 5 वे और 7वे दिन आयोजित होता है ।
  14. कार्तिक पूर्णिमा का मेला (सोमनाथ – गिर में) फाल्गुन सुद पूनम के दिन आयोजित होता है ।
  15. भांगुरिया का मेला (छोटा उदयपुर और कवांट) में होली से रंगपांचम तक आयोजित होता है ।

निम्नलिखित विषयों पर टिप्पणी लिखिए:

प्रश्न 1.
वैविध्यपूर्ण विरासत:
उत्तर:
भारत की भूमि ने हमें और विश्व को समृद्ध और वैविध्यपूर्ण विरासत दी है ।

  • भारत की संस्कृति शांतिप्रिय और व्यापारी रही है ।
  • भारत की संस्कृति में से सत्, चित् और आनन्द का अनुभव प्राप्त होता है ।
  • इसके उपरांत ऐसी आकर बसी भिन्न-भिन्न संस्कृति के साथ आदान-प्रदान के साथ भारत की संस्कृति समृद्ध बनी है ।
  • इससे हमने अहिंसा और शांति के मूल्य आज विश्वभर में प्रशंसा और स्वीकार किया है ।
  • सिंधु संस्कृति के लोगों से शुरू करके आज दिन तक लोगों ने भारत में अपनी योग्यता, बुद्धि, शक्ति और कला-कौशल्य द्वारा
    समृद्ध बनाया है ।
  • भारत की भव्य विरासत के निर्माण में अनेक ऋषिमुनियों, संतों, विदषियों, विद्वानों, चिंतकों. कलाकारों, कारीगरों, वैज्ञानिकों, संशोधकों, साहित्यकारों, शिक्षणशास्त्रियों, राजनीतिज्ञों, इतिहासकारों, समाजसुधारकों आदि का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है ।
  • उनके धर्म, शासन-शैली, भाषा, कला, चित्र, बोली, पहनावा और रीति-रिवाज आदि भारत को मिले है ।

निम्नलिखित विधानों का कारण स्पष्ट कीजिए:

प्रश्न 1.
विरासत की सुरक्षा करना हमारा नैतिक कर्तव्य है ।
उत्तर:
प्रकृति को रम्य दृश्य भारत की भूमि पर सर्जित है । उनकी सुंदरता, पवित्रता और शुद्धता हम सभी साथ में मिलकर, एक
नैतिक कर्तव्य समझना चाहिए ।

  • विरासत के निर्माण और क्रमिक विकास भारत को मिली प्राकृतिक रचना पर आधारित है ।
  • प्रकृति द्वारा भारत को अपार समृद्धि प्राप्त हुई है । यह प्राकृतिक विशिष्टता भारत के प्रत्येक क्षेत्र में विकास के लिए अनमोल अवसर प्रदान किये है ।
  • भारत की विरासत हजारों वर्षों से भारत के लोगों द्वारा आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में किये गये विकास का परिणाम है ।

प्रश्न 2.
भारत में विदेशी जातियों का भारतीयकरण हुआ ।
उत्तर:
भारत में आयी विविध प्रजाओं की संस्कृति के विशिष्ट तत्त्वों को अपनाकर एक समन्वित संस्कृति का सर्जन हुआ है ।

  • समयांतर में भारत में आकर बसी इन सभी जातियों के बीच विवाह संबंधों द्वारा प्रजा का संमिश्रण हुआ ।
  • सब की एक विशिष्ट जीवनशैली, अनेक भाषाओं, विचारों, धार्मिक मान्यताओं का भी समन्वय होता गया ।
  • इस तरह प्रारंभिक काल से ही हमारे देश में एक समन्वयकारी संस्कृति का निर्माण हुआ, जिससे भारत ने भव्य और समृद्ध विरासत दी ।
  • भारत में ये प्रजाएँ परस्पर इस तरह घुल-मिल गयी की उनका कोई स्वतंत्र अस्तित्व ही नहीं रहा अर्थात् उनका भारतीयकरण हुआ ।

प्रश्न 3.
ऑस्ट्रेलाईड प्रजा (निषाद)।
उत्तर:
यह प्रजा अग्नि एशिया से भारत में आयी थी ।

  • श्याम रंग, छोटा कद, चपटी नाक इनकी शारीरिक विशेषताएँ है ।
  • भारत में आये आर्य उन्हें निषाद कहते हैं । भीली प्रजा के लिए निषाद शब्द का प्रयोजन होता था ।
  • भारत में कोल, मुण्डा जाति, असम की खासी प्रजा, निकोबार ।

GSEB Class 10 Social Science भारत की विरासत Textbook Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए ।

प्रश्न 1.
आर्य और द्रविड़ संस्कृति की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
आर्य संस्कृति:

  • भारत में आर्य सभ्यता के निर्माता आर्य (जोर्डिक) थे ।
  • प्राचीन भारत के हिन्दू आर्य कहलाते थे । वे जिन प्रदेशों में रहते थे उसे ‘आर्यवर्त’ नाम दिया गया था ।
  • प्राचीन समय में आर्य जनसंख्या वायव्य भारत में थी, वहाँ सात नदियाँ बहती थी, इसलिए उसे ‘सप्तसिंधु’ नाम दिया गया ।
  • उत्तर वैदिककाल में आर्यावर्त के पूर्व में मिथिला (बिहार) तक और दक्षिण में विंध्याचल तक फैले थे ।
  • अन्य समकालीन प्रजाओं में आर्य सबसे विकसीत प्रजा थी ।
  • आर्य भरत राजा और भरत जाति के नाम से यह विशाल प्रदेश भरतभूमि, भारत उपमाद्वीप, भारत वर्ष जैसे नाम से पहचाना
    जाने लगा ।
  • आर्य प्रकृति प्रेमी थे । वे वृक्षों, पर्वतों, सूर्य, वायु, नदियों, वर्षा आदि की पूजा-अराधना करते थे । जिन्होंने स्तुतियों (ऋचाओं) की रचना की थी।
  • आर्यों ने वेदपठन प्रचलित किया, धार्मिक विधियों, यज्ञादियों को शुरू किया ।
  • भारत में आयी विविध प्रजाओं के साथ आर्यों ने मिश्रित – समन्वयी संस्कृति का निर्माण किया था ।

द्रविड़ संस्कृति:

  • द्रविड़ भारत के मूल नागरिक थे । उन्हें मोहें-जो-दड़ो की सिंधु संस्कृति के सर्जक और पाषाण संस्कृति के निर्माता माना जाता है ।
  • द्रविड़ माता के रूप में देवी (पार्वती) और पितृरुप में परमात्मा (शिव) की आराधना करते थे ।
  • धूप, दीप और आरती से पूजा की परंपरा द्रविड़ प्रजा ने शुरू की थी ।
  • द्रविड़ों के मूलदेवता आर्यों ने स्वीकार की थी, समय बीतने पर उत्तर के प्रचंड प्रभाव के अधीन द्रविड़ों में आर्य संस्कृति गहराई तक व्याप्त हो गयी । अंतरजातीय विवाह भी प्रसारित किये ।
  • द्रविड़ों में मातृ परिवार प्रथा प्रचलित थी । वे अवकाशीय ग्रहों के क्षेत्र में और विविध कलाओं जैसे कताई-बुनाई, रंगना, नाव निर्माण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान महत्त्वपूर्ण हैं ।
  • आज दक्षिण भारत में द्रविड़ कुल की तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम जैसे भाषाएँ बोलनेवाले लोग बसते है ।

प्रश्न 2.
संस्कृति का अर्थ देकर विस्तार से समझाइए ।
उत्तर:
संस्कृति का अर्थ:
संस्कृति अर्थात् ‘जीवन जीने का तरीका’ । देश और समाज में कालक्रम में बदलाते संजोगों के अनुसार जनजीवन में आनेवाले परिवर्तनों, सुधारों, सामाजिक रीति-रिवाजों आदि के माध्यम से भिन्न संजोगों में संस्कृति बनती है । संस्कृति अर्थात् मानव मन की उपज और उसमें मानव समाज की आदतों, मूल्यों, आचार-विचार, धार्मिक परंपराओं, आवास
और जीवन के उच्च उद्देश्यों की ओर ले जानेवाले आदर्शों का योग है ।

भारत की सांस्कृतिक विरासत:
विरासत अर्थात् हमें हमारे पूर्वजों द्वारा प्राप्त अमूल्य भेट ।
भारत की विरासत को दो भागों में बाँट सकते है:

(1) भारत की प्राकृतिक विरासत: ‘प्रकृति, पर्यावरण और मानवजीवन के बीच निकटता के संबंधों का परिणाम अर्थात् प्राकृतिक विरासत ।’ प्राकृतिक विरासत प्राकृतिक भेट है । भारत की प्राकृतिक विरासत विशिष्य और वैविध्यपूर्ण है । जिसमें ऊँचे पर्वत, नदियाँ, वृक्ष, सागर, लम्बे समुद्री किनारों, विशाल उपजाऊ मैदान, घाटी प्रदेश, रेगिस्तान का समावेश होता है तथा वृक्षों, जीवजन्तुओं, ऋतुओं, पशु-पक्षियों, वैविध्यपूर्ण भूमि दृश्यों का समावेश होता है । हम सभी प्रकृति की संतान है । प्रकृति हमारे आहार, पानी, शुद्ध वायु, निवास जैसी सभी आवश्यकताएँ पूरी करती है ।

(2) भारत की साँस्कृतिक विरासत: भारत ने जगत को विविधतापूर्ण और समृद्ध विरासत की भेट दी है । साँस्कृतिक विरासत अर्थात् मानवसर्जित विरासत । मानव ने अपने ज्ञान, बुद्धिचातुर्य, योग्यता और कला-कौशल्य द्वारा जो कुछ भी विकसित किया और जिसका सर्जन किया उसे साँस्कृतिक विरासत कहते हैं । आर्यों से शुरू करके, क्षत्रप, कुषाण, हुण, इरानियों, तुर्क, अरबों, मुगल, पारसियों, अंग्रेजों, फ्रेन्च आदि विविध जाति, प्रजातियाँ भारत में आयी । इन सभी के बीच आदान-प्रदान से भारतीय संस्कृति समृद्ध बनी है ।

प्रश्न 3.
‘गुजरात की साँस्कृतिक विरासत’ – विस्तार से समझाइए ।
उत्तर:
साँस्कृतिक, पौराणिक और पुरातत्त्वीय महत्त्व के स्थलों में लोथल, रंगपुर, धोलावीरा, रोजड़ी और श्रीनाथगढ़ आदि महत्त्वपूर्ण है ।

  • वड़नगर का कीर्ति तोरण, जूनागढ़ में सम्राट अशोक के शिलालेख, मोढ़ेरा का सूर्यमंदिर, चांपानेर का दरवाजा, सिद्धपुर का रुद्रमहल, विरमगाँव का मुनसर तालाब, अहमदाबाद की जामा मस्जिद, झूलता मीनार, सीद्दी सैयद की जाली, हटेसिंह का दहेरा, जूनागढ़ का मोहब्बतखाँ का मकबरा, नवसारी का पारसी अगियारी आदि ऐतिहासिक महत्त्व के देखनेलायक स्थान है ।
  • धार्मिक महत्त्व के स्थानों में द्वारका का द्वारकाधीश मंदिर और जगद्गुरु शंकराचार्य की शारदापीठ, 12 ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ मंदिर, उत्तर गुजरात में अंबाजी, बहुचराजी और महाकाली माताजी पावागढ़, मीरादातार उनाव में, जैन तीर्थ पालीताणा, रणछोड़रायजी मंदिर डाकोर और शामलाजी आदि तीर्थ स्थल है ।
  • गुजरात में प्रसिद्ध धार्मिक, सामाजिक और पर्यटन के स्थलों में पोलो, पतंगोत्सव और कांकरिया कार्निवल, तानारी-री महोत्सव, उत्तरार्ध नृत्य महोत्सव, रणोत्सव आदि का आयोजन होता है ।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर दीजिए ।

प्रश्न 1.
भारतीय विरासत के जतन और संरक्षण के लिए हमारे संवैधानिक कर्तव्य बताइए ।
उत्तर:
हम अपने प्राचीन मूल्य और ऐतिहासिक महत्त्ववाले स्थानों को नुकसान न पहुँचायें, उनका जतन करे इसके लिए संविधान में नागरिक के मूलभूत कर्तव्यों का समावेश किया गया है । जिसके अनुसार हमारे संविधान के अनुच्छेद-51(क) में भारतीय नागरिक के जो मूलभूत कर्तव्य बताए हैं उनमें भी (छ), (ज) और (ट) अर्थात् (6), (7) और (9) में दर्शाए अनुसार:

  • अपनी समन्वित साँस्कृतिक समृद्ध विरासत का मूल्य समझकर, उसकी हिफाजत करने का कर्तव्य ।
  • जंगलों, तालाबों, नदियों और वन्य जीवों (पशु-पक्षियों) सहित प्राकृतिक पर्यावरण का जतन करना और उसमें सुधार करने और सभी जीवों के प्रति अनुकंपा करने का कर्तव्य ।
  • सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करना और हिंसा का त्याग करने का कर्तव्य में समावेश करना ।

प्रश्न 2.
प्राकृतिक विरासत का अर्थ समझाइए । भारत की प्राकृतिक विरासत में शामिल होनेवाली बातों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
‘प्राकृतिक, पर्यावरण और मानवजीवन के बीच निकट संबंधों का परिणाम अर्थात् प्राकृतिक विरासत ।’ प्राकृतिक विरासत प्राकृति की भेट है ।

  • भारत की प्राकृतिक विरासत विशिष्ट और वैविध्यपूर्ण है । जिसमें ऊँचे पर्वत, नदियाँ, सागर, झरने, लम्बे समुद्री किनारे, विशाल
    समुद्री खाईयाँ, उपजाऊ मैदान, घाटियों, रेगिस्तान आदि का समावेश होता है ।
  • वृक्षों, वनस्पति, जीवजंतुओं, ऋतुओं, पशु-पक्षियों और वैविध्यपूर्ण भूमि-दृश्यों, विविध प्रकार की चट्टानों, खनिजों आदि का समावेश होता है ।
  • हम प्रकृति का आहार, पानी, शुद्ध वायु तथा निवास जैसी लगभग सभी आवश्यकताओं के लिए सुंदर व्यवस्था की है ।
  • प्रकृति के साथ हमारा व्यवहार श्रद्धापूर्ण होने का उदाहरण पंचतंत्र की कहानियों और बौद्ध जातक कथाओं में दिखाई देता है ।
  • हमारे लोकगीत और शास्त्रीय संगीत भी ऋतुओं और प्रकृति के साथ जुड़े हुए है ।
  • हमारे गीत, त्यौहार, कविताओं, चित्रों में प्रकृति और ऋतुचक्र का निरूपण दिखाई देता है ।
  • निसर्गोपचार, आयुर्वेद, युनानी जैसी चिकित्सा पद्धतियाँ भी प्रकृति पर आधारित है ।

प्रश्न 3.
भारत की साँस्कृतिक विरासत की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
भारत ने जगत को विविधतापूर्ण और समृद्ध विरासत दी है ।

  • साँस्कृतिक विरासत अर्थात् मानवसर्जित विरासत ।
  • मानव ने अपनी योग्यता, बुद्धिचातुर्य, कला-कौशल्य द्वारा प्राप्त करके, साँस्कृतिक विरासत का सर्जन किया है ।
  • आर्यों से लेकर शक, क्षत्रप, कुषाण, हुण, इरानी, तुर्क, अरब, मुगल, पारसी, अंग्रेज, फ्रेन्च आदि विविध जाति, प्रजाति भारत में आयी । इन सभी के बीच आदान-प्रदान से भारतीय संस्कृति समृद्ध बनी है ।
  • प्रागेतिहासिक समय से भारत ने विश्व की प्रजाओं को साँस्कृतिक विरासतों की अपार भेट दी है । उदाहरण : शिल्पकला 5000 जितनी पुरानी है ।
  • देवी-देवताओं की प्रतिमाओं, मानवशिल्पों, पशुओं तथा खिलौनों तथा दाढ़ीवाले पुरुष, शिल्प और नर्तकी की मूर्ति देखकर हम अपनी विरासत के प्रति स्वाभिमान अनुभव करते है ।
  • मौर्य युग की उल्टे कमल की आकृति पर सिंह और वृषभ की शिल्प-बुद्ध की प्रजा परंपिता की शिल्प, सारनाथ की धर्मचक्र प्रवर्तनवाली महात्मा गौतम बुद्धवाली प्रतीमा, जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाएँ, राष्ट्रकूट राजाओं की इलोरा की गुफाएँ आदि हमारी साँस्कृतिक विरासत के प्रतीक है ।
  • हमारी साँस्कृतिक विरासत में मंदिरों, शिलालेखों, स्तूपों, विहारों, चैत्यों, मकबरा, मस्जिद, किलों, गुंबजों, राजमहलों, दरवाजों, ईमारतों, उत्खनन के स्थलों का समावेश होता है ।
  • गणितशास्त्र, खगोलशास्त्र, साहित्य, धर्म, युद्धशास्त्र, राज्यशास्त्र, प्राणीशास्त्र, वनस्पतिशास्त्र, वास्तुशास्त्र, न्यायतंत्र, विधिविधान, गणतंत्र आदि विषयों की विरासतीय देन हमें संस्कृति ने दी है ।
  • ब्रह्मदेश में इन प्रजाओं के लक्षण पाये जाते है ।
  • भारत की संस्कृति और सभ्यता के विकास में इस प्रजा का विशेष योगदान पाया जाता है ।
  • वे मिट्टी के बर्तन बनाने, कृषि करने, सुत्ती कपड़े बनाने जैसे कौशल्यों के जानकार थे । वे अपनी धार्मिक मान्यताएँ रखते थे ।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए ।

प्रश्न 1.
आर्य प्रजा अन्य किन नामों से पहचानी जाती थी ?
उत्तर:
आर्य प्रजा नोर्डिक नाम से पहचानी जाती थी । इनकी अधिक जनसंख्यावाले क्षेत्रों को आर्यावर्त और सप्तसिंधु नाम से पहचाना जाता था ।

प्रश्न 2.
नेग्रीटो (हब्सी) प्रजा के विषय में संक्षिप्त टिप्पणी लिखो ।
उत्तर:
नीग्रो अथवा नेग्रीटो (हब्सी) प्रजा भारत के सबसे प्राचीन निवासी है ।

  • कुछ इतिहासकारों के अनुसार नीग्रो प्रजा भारत में बलुचिस्तान से होकर अफ्रीका से आयी थी ।
  • नीग्रो श्याम वर्ण, 4 से 5 फूट ऊँचे और घुघराले बालवाले थे ।

प्रश्न 3.
भारतीय राष्ट्रीय चिह्न (प्रतीक) में कौन-कौन से प्राणियों का समावेश है ?
उत्तर:
भारत का राष्ट्रीय चिह्न (मुद्रा) सारनाथ से लिया गया अशोक स्थंभ है । जिसके ऊपरी भाग में एक-दूसरे के पीठ किये हुए चार शेर है तथा नीचे वृषभ (बैल) और घोड़े की आकृति बनी हुई है ।

4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए ।

प्रश्न 1.
लोकमाता शब्द का उपयोग किसके लिए किया जाता है ?
(A) भारत
(B) प्रकृति
(C) नदियों
(D) पनिहारियों
उत्तर:
(C) नदियों

प्रश्न 2.
निम्न में से कौन-सा जोड़ा सही नहीं है ?
(A) शारदापीठ – सोमनाथ
(B) पोलो उत्सव – वड़नगर
(C) उत्तरार्द्धनृत्य महोत्सव – मोढ़ेरा
(D) सीद्दी सैयद की जाली – भावनगर
उत्तर:
(D) सीद्दी सैयद की जाली – भावनगर

प्रश्न 3.
निम्न में से किस भाषा का द्रविड़ कुल की भाषाओं में समावेश नहीं होता है ?
(A) हिन्दी
(B) तमिल
(C) कन्नड़
(D) मलयालम
उत्तर:
(A) हिन्दी

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