GJN 10th SST

Gujarat Board Solutions Class 10 Social Science Chapter 3 भारत की साँस्कृतिक विरासत : शिल्प और स्थापत्य

Gujarat Board Solutions Class 10 Social Science Chapter 3 भारत की साँस्कृतिक विरासत : शिल्प और स्थापत्य

Class 10 GSEB Solutions Social Science Chapter 3 भारत की साँस्कृतिक विरासत : शिल्प और स्थापत्य

GSEB Class 10 Social Science Important Questions Chapter 3 भारत की साँस्कृतिक विरासत : शिल्प और स्थापत्य

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
धोलावीरा कहाँ आया हुआ है ?
(A) लोथल
(B) खदीरभेट
(C) भुज
(D) हड़प्पा
उत्तर:
(B) खदीरभेट

પ્રશ્ન 2.
धोलावीरा किस जिले में है ?
(A) भुज
(B) अहमदाबाद
(C) जामनगर
(D) राजकोट
उत्तर:
(A) भुज

પ્રશ્ન 3.
कौन-सी विशेषता धोलावीरा की है ?
(A) खेती पद्धति
(B) किले की दीवार
(C) शुद्ध पानी की व्यवस्था
(D) B और C दोनों
उत्तर:
(D) B और C दोनों

પ્રશ્ન 4.
लोथल खंभात की खाड़ी से …………………………. कि.मी. दूर स्थित है ।
(A) 9
(B) 10
(C) 18
(D) 29
उत्तर:
(C) 18

પ્રશ્ન 5.
मोढ़ेरा का सूर्यमंदिर में सूर्य की कितनी प्रतिमाएँ है ?
(A) 10
(B) 7
(C) 12
(D) 21
उत्तर:
(B) 7

પ્રશ્ન 6.
मोढ़ेरा सूर्य मंदिर किसके समय में बनाया गया था ?
(A) महेन्द्रसिंह
(B) भीमदेव प्रथम
(C) भोजराज
(D) सिद्धराज
उत्तर:
(B) भीमदेव प्रथम

પ્રશ્ન 7.
मोढेरा सूर्यमंदिर का प्रवेशद्वार किस दिशा में है ?
(A) उत्तर
(B) दक्षिण
(C) पूर्व
(D) पश्चिम
उत्तर:
(C) पूर्व

પ્રશ્ન 8.
मोढेरा सूर्यमंदिर की शैली कौन-सी है ?
(A) द्रविड़
(B) मथुरा
(C) ईरानी
(D) मुगल
उत्तर:
(C) ईरानी

પ્રશ્ન 9.
मोढेरा सूर्यमंदिर का निर्माण कब हुआ था ?
(A) 1006 में
(B) 1016 में
(C) 1026 में
(D) 1036 में
उत्तर:
(C) 1026 में

પ્રશ્ન 10.
साँची का स्तूप किस राज्य में है ?
(A) राजस्थान
(B) मध्यप्रदेश
(C) गुजरात
(D) बिहार
उत्तर:
(B) मध्यप्रदेश

પ્રશ્ન 11.
बौद्ध स्थापत्य का श्रेष्ठ नमूना कौन-सा है ?
(A) सारनाथ का स्तंभ
(B) साँची का स्तूप
(C) सारनाथ का स्तूप
(D) नंदनगढ़ का स्तूप
उत्तर:
(B) साँची का स्तूप

પ્રશ્ન 12.
जॉन मार्शल और कर्नल मेक ने मोहें-जो-दड़ो की खुदाई कब शुरु की ?
(A) 1920
(B) 1922
(C) 1925
(D) 1936
उत्तर:
(B) 1922

પ્રશ્ન 13.
हड़प्पा नगर का कालिबंगान किस राज्य में है ?
(A) राजस्थान
(B) पंजाब
(C) उत्तर प्रदेश
(D) हरियाणा
उत्तर:
(A) राजस्थान

પ્રશ્ન 14.
भारतीय स्थापत्य का श्रेष्ठ नमूना किसे माना गया है ?
(A) सारनाथ का स्तंभ
(B) साँची का स्तूप
(C) सारनाथ का स्तूप
(D) नंदनगढ़ का स्तंभ
उत्तर:
(A) सारनाथ का स्तंभ

પ્રશ્ન 15.
अहमदाबाद के हठेसिंह जैन देरासर का शिलालेख किस वर्ष का है ?
(A) 1747
(B) 1847
(C) 1947
(D) 1565
उत्तर:
(B) 1847

પ્રશ્ન 16.
कोर्णाक का सूर्यमंदिर किस राज्य में है ?
(A) गुजरात
(B) बिहार
(C) महाराष्ट्र
(D) उड़ीसा
उत्तर:
(D) उड़ीसा

પ્રશ્ન 17.
रूद्रमहाल कहाँ पर है ?
(A) अहमदाबाद
(B) डभोई
(C) मेहसाणा
(D) सिद्धपुर
उत्तर:
(D) सिद्धपुर

પ્રશ્ન 18.
मुनसर तालाब कहाँ पर है ?
(A) धोलका
(B) वड़नगर
(C) डभोई
(D) विरमगाम
उत्तर:
(D) विरमगाम

પ્રશ્ન 19.
कीर्तितोरण कहाँ पर है ?
(A) मेहसाणा
(B) बड़ोदरा
(C) पाटण
(D) वड़नगर
उत्तर:
(D) वड़नगर

પ્રશ્ન 20.
सहस्त्रलिंग तालाब कहाँ पर है ?
(A) पाटण
(B) मेहसाणा
(C) सिद्धपुर
(D) डभोई
उत्तर:
(A) पाटण

પ્રશ્ન 21.
अहमदाबाद की जामा मस्जिद का निर्माण कब करवाया गया ?
(A) ई.स. 1424
(B) ई.स. 1244
(C) ई.स. 1442
(D) ई.स. 1050
उत्तर:
(A) ई.स. 1424

પ્રશ્ન 22.
अहमदाबाद की जामा मस्जिद में कुल कितने स्तंभ है ?
(A) 15
(B) 200
(C) 60
(D) 260
उत्तर:
(D) 260

પ્રશ્ન 23.
ढ़ाई दिन का झोंपड़ा कहाँ बनवाया गया था ?
(A) जयपुर
(B) अजमेर
(C) दिल्ली
(D) अहमदाबाद
उत्तर:
(B) अजमेर

પ્રશ્ન 24.
अटाला मस्जिद कहाँ पर स्थित है ?
(A) जौनपुर
(B) मालवा
(C) कश्मीर
(D) बंगाल
उत्तर:
(A) जौनपुर

પ્રશ્ન 25.
मांडु की इमारत कहाँ पर है ?
(A) मालवा
(B) जौनपुर
(C) बंगाल
(D) बीजापुर
उत्तर:
(A) मालवा

પ્રશ્ન 26.
कंगूर-बुरज कहाँ पर है ?
(A) बंगाल
(B) महाराष्ट्र
(C) कर्णाटक
(D) कश्मीर
उत्तर:
(D) कश्मीर

પ્રશ્ન 27.
गोलगुंबज कहाँ पर स्थित है ?
(A) जौनपुर
(B) जयपुर
(C) बीजापुर
(D) चांपानेर
उत्तर:
(C) बीजापुर

પ્રશ્ન 28.
…………………………….. का गोप मंदिर गुप्तकालीन है ।
(A) जयपुर
(B) खड़कपुर
(C) मथुरा
(D) जामनगर
उत्तर:
(D) जामनगर

પ્રશ્ન 29.
इनमें से कौन-सा जोड़ा असत्य है ?
(A) भूमरा – शिवमंदिर
(B) जबलपुर – पार्वती मंदिर
(C) मथुरा – विष्णु प्रतिमा
(D) ओरण – ब्रह्मा प्रतिमा
उत्तर:
(D) ओरण – ब्रह्मा प्रतिमा

પ્રશ્ન 30.
किन राजाओं ने द्रविड शैली को उच्च स्तर तक पहुँचाया था ?
(A) चौल
(B) पल्लव
(C) हुण
(D) कुषाण
उत्तर:
(A) चौल

પ્રશ્ન 31.
कौन-सा लक्षण द्रविड़ शैली के स्तूपों का है ?
(A) अर्द्ध गोलाकार
(B) घंटाकार
(C) अंडाकार
(D) ये तीनों ही
उत्तर:
(D) ये तीनों ही

પ્રશ્ન 32.
कौन-सी गुफा बिहार की है ?
(A) अजंता
(B) खंभालीडा
(C) उदयगिरि
(D) सुदामा
उत्तर:
(D) सुदामा

પ્રશ્ન 33.
बावाप्यारा की कितनी गुफाएँ है ?
(A) 16
(B) 5
(C) 70
(D) 20
उत्तर:
(A) 16

પ્રશ્ન 34.
गुजरात के तालाजा में कितनी गुफाएँ है ?
(A) 10
(B) 20
(C) 30
(D) 40
उत्तर:
(C) 30

પ્રશ્ન 35.
दक्षिण भारत में किस युग के रथ मंदिर विश्व प्रसिद्ध है ?
(A) चौल
(B) पल्लव
(C) कुषाण
(D) चौहान
उत्तर:
(B) पल्लव

પ્રશ્ન 36.
दक्षिण भारत में मंदिर निर्माण में किन राजाओं का सबसे अधिक योगदान रहा है ?
(A) चौल
(B) पल्लव
(C) कुषाण
(D) चौहान
उत्तर:
(B) पल्लव

પ્રશ્ન 37.
चोलवंश की राजधानी …………………. थी ।
(A) कांची
(B) खजुराहो
(C) थंजावुर
(D) हम्पी
उत्तर:
(C) थंजावुर

પ્રશ્ન 38.
दक्षिण भारत का सबसे प्रसिद्ध मंदिर कौन-सा है ?
(A) बृहदेश्वर
(B) भूमरा
(C) लारखान
(D) मथुरा कृष्ण
उत्तर:
(A) बृहदेश्वर

પ્રશ્ન 39.
बृहदेश्वर का मंदिर कितना ऊँचा है ?
(A) 55 फूट
(B) 150 फूट
(C) 105 फूट
(D) 200 फूट
उत्तर:
(D) 200 फूट

પ્રશ્ન 40.
कौन-सा मंदिर बीजापुर में स्थित है ?
(A) भूमरा
(B) लारखान
(C) बृहदेश्वर
(D) महाबलीपुरम्
उत्तर:
(B) लारखान

પ્રશ્ન 41.
‘ढाई दिन का झोंपड़ा’ क्या है ?
(A) मंदिर
(B) मस्जिद
(C) बाव
(D) किला
उत्तर:
(B) मस्जिद

પ્રશ્ન 42.
ढ़ाई दिन का झोंपड़ा कहाँ पर स्थित है ?
(A) अजमेर
(B) बाँसवाड़ा
(C) कोटा
(D) देहरादून
उत्तर:
(A) अजमेर

પ્રશ્ન 43.
चंदेल राजपूतों की राजधानी ………………. में थी ।
(A) बृहदेश्वर
(B) खजुराहो
(C) थंजावुर
(D) कांची
उत्तर:
(A) बृहदेश्वर

પ્રશ્ન 44.
समेत शिखर कौन-सा जैन मंदिर है ?
(A) वैभार
(B) विपुलाचल
(C) उदयगिरि
(D) सिद्धक्षेत्र, मधुवन
उत्तर:
(D) सिद्धक्षेत्र, मधुवन

પ્રશ્ન 45.
समेत शिखर पर कितने तीर्थंकरों ने निवार्णा प्राप्त किया था ?
(A) 10
(B) 20
(C) 11
(D) 21
उत्तर:
(B) 20

પ્રશ્ન 46.
आबू पर ‘लुणवसहि’ देवालय किसने बनवाया था ?
(A) विमल शाह
(B) वास्तुपाल
(C) राजबोधा
(D) सिद्धराज
उत्तर:
(B) वास्तुपाल

પ્રશ્ન 47.
मीनाक्षी मंदिर कहाँ पर है ?
(A) आबू पर्वत
(B) चैन्नई
(C) महाबलीपुरम्
(D) मदुराई
उत्तर:
(D) मदुराई

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

1. धोलावीरा भुज से लगभग …………………………… दूरी पर है ।
उत्तर:
(140 कि.मी.)

2. लोथल ………………………. और …………………….. नदियों के बीच के भाग में स्थित है ।
उत्तर:
(भोगवो, साबरमती)

3. मोढ़ेरा सूर्य मंदिर के बाहर जलकुंड के चारों तरफ ………………………. मंदिर है ।
उत्तर:
(108)

4. ………………………….. का समय बौद्ध स्थापत्य का स्वर्णयुग माना जाता है ।
उत्तर:
(अशोक)

5. …………………… नदियों का प्रदेश हमारे देश की संस्कृति का प्रदेश है ।
उत्तर:
(सप्तसिंधु)

6. सारनाथ के स्तंभ के शीर्ष पर ………………………….. सिंहो की आकृतियाँ है ।
उत्तर:
(4)

7. उड़ीसा का सूर्य मंदिर …………………………. मंदिर का एक स्वरूप है ।
उत्तर:
(रथ)

8. मलाव तालाब ……………………….. में है ।
उत्तर:
(धोलका)

9. तानारीरी की समाधि …………………….. में है ।
उत्तर:
(वड़नगर)

10. आशापुरा माता का मठ …………………….. में स्थित है ।
उत्तर:
(कच्छ)

11. जामा मस्जिद का निर्माण ……………………………. ने बनवाया था ।
उत्तर:
(अहमदशाह प्रथम)

12. ‘ढाई दिन का झोंपड़ा’ ………………………………. ने बनवाया था ।
उत्तर:
(कुतुबुद्दीन एबक)

13. बंगाल के पंडुआ में …………………………… मस्जिद है ।
उत्तर:
(अदीना)

14. जौनपुर में तुर्की सुल्तानों ने ………………………….. मस्जिद बनवाई थी ।
उत्तर:
(अटाला)

15. विठ्ठलस्वामी मंदिर …………………………… का प्रसिद्ध है ।
उत्तर:
(हम्पी)

16. …………………………… का शिव मंदिर गुप्तकालीन है ।
उत्तर:
(भूमरा)

17. भारत वर्ष के ………………………… स्थापत्य को मानवकृत सौंदर्यधाम माना जाता है ।
उत्तर:
(गुफा)

18. बावा प्यारा की …………………………… की गुफाएँ है ।
उत्तर:
(ई.स. की पहली-दूसरी सदी)

19. खापरा कोडिया की गुफा में ………………………… स्तंभ है ।
उत्तर:
(20)

20. खंभाडीला की गुफाओं की खोज ……………………… में हुई थी ।
उत्तर:
(सन् 1959)

21. …………………… के रथ मंदिरों के नाम पांडवों के नाम से रखे गये है ।
उत्तर:
(महाबलीपुरम्)

22. बीजापुर का ……………. मंदिर प्रसिद्ध है ।
उत्तर:
(लारखान)

23. ……………………….. ने बृहदेश्वर मंदिर का निर्माण करवाया था ।
उत्तर:
(राजा राजराजे)

24. साणा में ……………………… गुफाएँ है ।
उत्तर:
(62)

25. झींझुरीझर की गुफाएँ ………………………….. से …………………………… सदी की है ।
उत्तर:
(इ.स. पहली, दूसरी)

26. ………………………….. की कांस्य मूर्ति प्राचीन मूर्तिकला का उत्तम उदाहरण है ।
उत्तर:
(नटराज)

सही जोड़े मिलाइए:

1.

विभाग-A विभाग-B
1. काली बंगान 1. पाकिस्तान
2. धोलका 2. उत्तर प्रदेश
3. रोपर 3. हिमाचल प्रदेश
4. आलमगीर 4. गुजरात
5. मोहें-जो-दड़ो 5. राजस्थान

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. काली बंगान 5. राजस्थान
2. धोलका 4. गुजरात
3. रोपर 3. हिमाचल प्रदेश
4. आलमगीर 2. उत्तर प्रदेश
5. मोहें-जो-दड़ो 1. पाकिस्तान

2.

विभाग-A विभाग-B
1. धोलका 1. लोथल
2. कच्छ 2. धोलावीरा
3. सौराष्ट्र 3. रंगपुर
4. मोरबी 4. कुन्तासी

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. धोलका 1. लोथल
2. कच्छ 2. धोलावीरा
3. सौराष्ट्र 3. रंगपुर
4. मोरबी 4. कुन्तासी

3.

विभाग-A विभाग-B
1. जगत मंदिर 1. द्वारका
2. जगन्नाथ मंदिर 2. कच्छ
3. महाकाली मंदिर 3. अहमदाबाद
4. हाटकेश्वर महादेव 4. पावागढ़
5. आशापुरा मठ 5. वड़गाँव

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. जगत मंदिर 1. द्वारका
2. जगन्नाथ मंदिर 3. अहमदाबाद
3. महाकाली मंदिर 4. पावागढ़
4. हाटकेश्वर महादेव 5. वड़गाँव
5. आशापुरा मठ 2. कच्छ

4.

विभाग-A विभाग-B
1. राणकी वाव 1. सिद्धपुर
2. रूद्रमहाल 2. पाटण
3. शामलशा की चौरी 3. अहमदाबाद
4. नगीनावाड़ी 4. वड़नगर
5. हीरा-भागोल 5. विरमगाम
6. मुनसर तालाब 6. डभोई

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. राणकी वाव 2. पाटण
2. रूद्रमहाल 1. सिद्धपुर
3. शामलशा की चौरी 4. वड़नगर
4. नगीनावाड़ी 3. अहमदाबाद
5. हीरा-भागोल 6. डभोई
6. मुनसर तालाब 5. विरमगाम

निम्नलिखित शब्द समझाइए:

1. शिल्प – कलाकार द्वारा अपने कौशल्य और योग्यता को छेनी-हथोड़ी के द्वारा विविध प्रकार के मन के भाव पत्थर, लकड़ी या । धातु पर तराशने की कला ।
2. स्थापत्य – मकान, नगरों, कुओं, किल्लों, मिनारों, मंदिरों, मस्जिदों, मकबरों आदि के निर्माण कार्य को स्थापत्य कहते हैं ।
3. हर्मिका – स्तूप के अंडाकार हिस्से के हीले के चारों ओर लगी रेलिंग को हर्मिका कहते हैं । समग्र स्तूप को आवृत कर लेती हैं ।
4. मेघि – स्तूप के चारों ओर बने घुमावदार रास्ते को मेघि कहते हैं । उसका उपयोग स्तूप की परिक्रमा के लिए किया जाता हैं ।
5. परिक्रमा पथ – मंदिर के चौतरफ समतल ऊँचाई पर बने पथ को परिक्रमा पथ कहा जाता हैं । पवित्र स्थान के दाहिनी ओर इस प्रकार की परिक्रमा की जाती हैं ।
6. प्रवेशद्वार बंदनवार – बंदनवार अर्थात् प्रवेशद्वार दो ऊँचे स्तंभ होते हैं । उसके उपर के हिस्से पर एक तिरछा कलात्मक बिंब होता हैं । प्रवेशद्वार से श्रद्धालु जनसमुदाय प्रवेश करता हैं ।
7. गर्भगृह – गर्भगृह छोटा अंडाकारयुक्त कमरा जिसमें प्रतिमा को स्थापित किया जाता हैं । ये कमरा लम्बचौरस होता हैं । गुजरात में उसे ‘गभारो’ कहते हैं ।
8. गोपुरम् – ‘गोपुरम्’ दक्षिण भारत के मंदिरों का प्रवेशद्वार हैं । गोपुरम् का स्थापत्य अर्ध गोलाकार होता हैं । उसको मजबूत बनाने के लिए निम्न दो मंजिल का उर्ध्वाकार बनाया जाता हैं ।
9. मंडप – स्थापत्य स्तंभ पर रचित बड़ा कक्ष या मुख्य प्रवेशद्वार के सम्मुख रचा गया विशाल कक्ष, जहाँ भक्तजन एकत्रित होकर पंक्ति बनाकर दर्शनार्थ गर्भगृह में जाते हैं ।
10. शिखर – गर्भगृह के सर्वाधिक उपर के बाह्य हिस्से में पितल का बना गोलाकार गुम्बद जिस पर सोने का मुलम्मा लगाकर नुकीला . बनाया जाता हैं ।
11. विमान – विमान मंदिर का एक भाग है जो वर्गाकार या ढाल आकार में रचा होता है । वे अधिक मालों में पिरामिड आकार के होते हैं और ऊपर का भाग शिखर की तरफ होता है ।
12. गलियारा – मस्जिद में आने-जाने का रास्ता ।
13. किबला – मस्जिद या नमाज होल की दीवार जो मक्का के काबा की दिशा में बनाया जाता है ।
14. लिवान – मस्जिद का स्तंभयुक्त कमरा ।
15. मक्सुरा – मस्जिद के किबलो का अंतिम हिस्सा । जिसे रेलिंग द्वारा अलग किया जाता है ।
16. मेहराब – किबला में बना हुआ हिस्सा जो प्राय: साधारण मनुष्य की ऊँचाई जितना होता हैं । मक्का की सही दिशा का निर्देश करता हैं । (भारत के संदर्भ में मेहराब पश्चिम दिशा में होता हैं ।)
17. सहन – मस्जिद का प्रांगण जिसमें इस्लाम धर्मानुयायी नमाज़ के लिए एकत्रित होते हैं ।
18. स्तूप – भगवान बुद्ध के शरीरावशेषों को एक पात्र में रखकर उस पर अर्द्धगोलाकार इमारतें बनाई जाती है, उसे स्तूप के रूप में पहचाना जाता है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
धोलावीरा कहाँ पर स्थित है ?
उत्तर:
भुज से लगभग 140 कि.मी. दूर भचाऊ तालुके के बड़े रेगिस्तान में खदीरभेट से 2 कि.मी. दूर धोलावीरा स्थित है ।

પ્રશ્ન 2.
धोलावीरा का विशेष उत्खनन किसके अधीन और कब हुआ था ?
उत्तर:
सन् 1990 में रविन्द्रसिंह बिस्ट के मार्गदर्शन के अधीन धोलावीरा का विशेष उत्खनन हुआ था ।

પ્રશ્ન 3.
लोथल कहाँ पर है ?
उत्तर:
लोथल अहमदाबाद के धोलका तालुके में भोगवो और साबरमती नदियों के बीच स्थित है ।

પ્રશ્ન 4.
बौद्ध धर्म के स्थापत्यों के नाम लिखो ।
उत्तर:
स्थापत्य के क्षेत्र में बौद्ध धर्म में स्तूपों, चैत्यों, गुफा विहारों की भेट दी है ।

પ્રશ્ન 5.
गुजरात में प्रसिद्ध अशोक के समय का स्तूप कौन-सा है ?
उत्तर:
गुजरात का देव की मोरी स्तूप अशोक के समय का है ।

પ્રશ્ન 6.
मोहें-जो-दड़ो कहाँ पर है ?
उत्तर:
मोहें-जो-दड़ो सिंध (पाकिस्तान) के लारखान जिले में है ।

પ્રશ્ન 7.
स्तंभलेख किसे कहते हैं ?
उत्तर:
प्राचीन भारत में धर्माज्ञाओं को एक पत्थर की शिला को तरासकर उस पर खोदकर लिखा जाता था उसे स्तंभलेख कहते हैं ।

પ્રશ્ન 8.
मुख्य शिलालेख कहाँ-कहाँ से प्राप्त हुए है ?
उत्तर:
पेशावर, देहरादून, थाणे, मुम्बई, धौली और जोगड़ा (उड़ीसा) तथा चैन्नई से प्राप्त हुई है ।

પ્રશ્ન 9.
गुजरात में शिलालेख कहाँ-कहाँ पर है ?
उत्तर:
गुजरात में गिरनार की तलहटी में तथा पालिताणा शेजय पर्वत पर जैन मंदिरों, अहमदाबाद के हठीसिंह जैन देरासर में संस्कृत और गुजराती भाषा में अंकित शिलालेख है ।

પ્રશ્ન 10.
गुजरात के मुख्य वाव के नाम लिखिए ।
उत्तर:
अडालज की वाव, दादा हरि की वाव (दाई हरी की वाव अहमदाबाद), राणकी वाव (पाटण), हीरा भागोल, डबोई आदि मुख्य है ।

પ્રશ્ન 11.
अहमदाबाद के मुख्य स्थापत्य कौन-कौन से है ?
उत्तर:
भद्र का किला, तीन दरवाजा, नगीनावाडी, कांकरिया तालाब, जामा मस्जिद आदि ।

પ્રશ્ન 12.
वड़नगर में कौन-कौन से विरासत के स्थल है ?
उत्तर:
शामलशा की चौरी, तानारीरी समाधि, कीर्तितोरण आदि ।

પ્રશ્ન 13.
गुजरात में कौन-से जैन मंदिर स्थापत्य के उत्तम नमूने है ?
उत्तर:
हठीसिंह का जैन देरासर, कुंभारियाजी, शंखेश्वर, सिद्धिगिरि, शेजेजयगिरि पालीताणा आदि शिल्प-स्थापत्य के उत्तम नमूने है ।

પ્રશ્ન 14.
गुप्तकाल के प्रसिद्ध मंदिरों के नाम लिखिए ।
उत्तर:
जबलपुर का पार्वती मंदिर, भूमरा का शिवमंदिर, एरन का नृसिंह मंदिर, जामनगर का गोप मंदिर गुप्तकालीन मंदिर है ।

પ્રશ્ન 15.
द्रविड़ शैली के स्तूप कौन-कौन से है ?
उत्तर:
नागार्जुन कोंडा और अमरावती के स्तूप द्रविड़ शैली के स्तूप है ।

પ્રશ્ન 16.
द्रविड़ शैली के स्तूपों की क्या विशेषता है ?
उत्तर:
द्रविड़ शैली के स्तूप अर्द्धगोलाकार, घंटाकार और अंडाकार थे ।

પ્રશ્ન 17.
ऊपरकोट की गुफाएँ कब बनी थी ?
उत्तर:
ई.स. की दूसरी सदी के उत्तरार्ध से चौथी सदी के पूर्वार्ध तक बनी थी ।

પ્રશ્ન 18.
खंभालीडा गुफा कहाँ पर है ?
उत्तर:
राजकोट से 70 कि.मी. दूर गोंडल के पास है ।

પ્રશ્ન 19.
महाबलीपुरम् के रथ मंदिर किसके है ?
उत्तर:
महाबलीपुरम् के रथ मंदिर पांडवों के है । सबसे बड़ा मंदिर धर्मराज और सबसे छोटा द्रोपदी का रथ मंदिर है ।

પ્રશ્ન 20.
कांची के रथ मंदिर कौन-कौन से है ?
उत्तर:
कांची में कैलाशनाथ और बैंकटपेरुमल रथ मंदिर है ।

પ્રશ્ન 21.
कच्छ के खापरा की गुफाएँ कब और किसने खोजी थी ?
उत्तर:
कच्छ के खापरा की गुफाएँ सन् 1967 में के. का. शास्त्री ने खोजी थी ।

પ્રશ્ન 22.
खजुराहो किसकी राजधानी थी ?
उत्तर:
खजुराहो बुंदेलखंड के चंदेल राजपूतों की राजधानी थी ।

પ્રશ્ન 23.
मुख्य पाँच जैन मंदिर कौन-से है ? ।
उत्तर:
राजगृह में वैभार, विपुलाचल, रत्नागिरि, उदयगिरि और श्रमणगिरि ।

પ્રશ્ન 24.
राजस्थान में कौन-कौन से जैन मंदिर है ?
उत्तर:
राजस्थान में आबु के देलवाड़ा और रणकपुर के जैन मंदिर निर्माण, शिल्पकला, कलाकारीगरी के उत्तम नमूने है ।

પ્રશ્ન 25.
देलवाड़ा मंदिर किसने बनवाए थे ?
उत्तर:
गुजरात के मंत्री विमल शाह निर्मित ‘विमलसहि’ और वास्तुपाल निर्मित ‘लुणवसहि’ देवालय बनवाए गये थे ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
मोर्यकालीन अशोक के समय बने पाँच स्तूपों के नाम लिखो ।
उत्तर:

  1. साँची का स्तूप
  2. सारनाथ का स्तूप
  3. बेरत का स्तूप
  4. नंदनगढ़ का स्तूप
  5. गुजरात में देव की मोरी का स्तूप ।

પ્રશ્ન 2.
साँची के स्तूप की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
मौर्य समय का रचित साँची का स्तूप मध्यप्रदेश में है ।

  1. साँची का असली स्तूप ईंटों का बना हुआ है ।
  2. वह स्तूप वर्तमान स्तूप में कदम में आधा था ।
  3. यह बौद्ध स्थापत्य का अमूल्य नमूना है ।

પ્રશ્ન 3.
प्राचीन भारत में नगरों को कितने भागों में बाँटा गया था ?
उत्तर:
प्राचीन भारत में नगरों को तीन भागों में बाँटा गया था :

  1. शासक अधिकारियों का किला (सिटाडेल)
  2. अन्य अधिकारियों का आवास (उपरीनगर)
  3. सामान्य नगरजनों का आवास (नीचा नगर)

પ્રશ્ન 4.
सारनाथ के स्तंभ की संक्षिप्त में जानकारी दीजिए । .
उत्तर:
सारनाथ का स्तंभ भारतीय स्थापत्य का श्रेष्ठ नमूना है ।

  • इसके शीर्ष पर एक-दूसरे को पीठ किए हुए चार सिंह है ।
  • सारनाथ भगवान बुद्ध का उपदेश स्थल होने से सिंहों के नीचे चारों तरफ चार धर्मचक्र है । ये चक्र धर्म की विजय के प्रतीक है ।
  • इसके अलावा हाथी, घोड़े और बैल की शिल्पकृतियाँ है ।
  • लोकतांत्रिक भारत के राष्ट्रध्वज में इस चक्र को स्थान दिया गया है ।
  • चार सिंहों की आकृति को भारत के राष्ट्रीय चिह्न के रूप में स्वीकार किया है ।
  • दुनिया की सर्वोच्च शिल्पों में से यह एक है ।

પ્રશ્ન 5.
गुजरात की स्थापत्य कला में किस-किस का समावेश होता है ?
उत्तर:
गुजरात के शिल्प, स्थापत्य में विविध धर्मों के मंदिर, मस्जिदों, बौद्ध धर्म विहारों, मठों, स्तूपों, चैत्यों, गुफा मंदिरों, जैन धर्म के देरासरों तथा समाज उपयोगी निर्माण कार्यों का समावेश होता है | राजमहलों, किलों, छतरियों, दरवाजों, झरोखों, कीर्तितोरण, उपाश्रयों, धर्मशालाओं, चबूतरें, घुम्मटों, कुवों, वाव, सरोवरों, तालाबों, प्राणियों की आकृतियाँ सर्वांगसुंदर और अतिभव्य मानी जाती है ।

પ્રશ્ન 6.
द्रविड शैली की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
भारत की कृष्णा और गोदावरी नदियों के आसपास के क्षेत्रों में सात वाहन वंश के राजाओं के समय दरमियान अनेक स्तूपों का निर्माण हुआ था ।

  1. → ये स्तूप अर्द्धगोलाकार, अंडाकार तथा घंटाकार शिखरवाले थे ।
  2. → नागार्जुन कोंडा स्तूप और अमरावती के स्तूप द्रविड शैली के श्रेष्ठ नमूने है ।
  3. → चौल राजाओं ने द्रविड शैली की स्थापत्य कला को उच्च स्तर तक पहुँचाया था ।

પ્રશ્ન 7.
भारत के रथ मंदिरों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
दक्षिण भारत में एक पत्थर से या चट्टान को तरासकर बने जगप्रसिद्ध मंदिर दक्षिण भारत के पल्लवयुग की पहचान है ।

  1. कांची का कैलाश मंदिर विश्व प्रसिद्ध है । इसके अलावा बैंकटपेरुमल मंदिर स्थापत्य का श्रेष्ठ उदाहरण है ।
  2. महाबलिपुरम् का मंडप और महाबलिपुरम् के रथ मंदिर भी विश्व विख्यात है ।
  3. सभी रथ मंदिर एक ही चट्टान को काटकर बनाए गये है ।
  4. महाबलीपुरम् रथ मंदिरों के नाम पाँडवों के नाम पर रखे गये है ।
  5. सबसे बड़ा रथमंदिर धर्मराज का और सबसे छोटा द्रोपदी का है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
शिलालेख कला की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
सम्राट अशोक की धर्माज्ञाओं को गोदकर लिख्खे गये शिलालेख विशिष्ट स्थान रखते है ।

  • काष्ठशिल्प, पाषाण शिल्प आदि स्थापत्य कला के उत्तम नमूने है ।
  • लकड़ी और पत्थर को बाड़ बनाकर दरवाजों पर सुंदर तोरण तराशे (खोदे) जाते थे । जो धर्म के आचरण पर बल देते है ।
  • ऐसे शिलालेखों में पेशावर, देहरादून, थाणा, मुंबई, धौली और जोगड़ा (उड़ीसा) और चेन्नई के मुख्य है ।
  • गुजरात में जामनगर में गिरनार की तलहटी में ऐसा शिलालेख है ।
  • गुजरात के पालिताणा शेजेजय पर्वत पर जैन मंदिरों, अहमदाबाद के हठेसिंह जैन देरासर (ई.स. 1847) में संपूर्ण जानकारी देने वाले शिलालेख संस्कृत और गुजराती में खुदे हुए है ।

પ્રશ્ન 2.
निम्न स्थापत्यों की जानकारी दीजिए ।
(1) गुजरात के मंदिर
(2) गुजरात की मस्जिदें
उत्तर:
(1) गुजरात के मंदिर : गुजरात में विविध धर्मों के मंदिर बनाए गए थे ।
अहमदाबाद – भद्रकाली मंदिर, गीता मंदिर, वेद मंदिर, जगन्नाथ मंदिर ।
डाकोर – रणछोडराय मंदिर, खेड़ब्रह्मा – ब्रह्माजी मंदिर
मोढेरा – सूर्यमंदिर, भावनगर – खोडियार माता मंदिर,
वड़नगर – हाटकेश्वर महादेव मंदिर, कच्छ – आशापुरा माता का मढ,
पावागढ़ – महाकाली मंदिर तथा अंबाजी मंदिर, सोमनाथ मंदिर, जगलमंदिर, बहुचराजी मंदिर मुख्य है ।

(2) गुजरात की मस्जिदें: अहमदाबाद में तीन दरवाजा के पास जामा मस्जिद है । यह मस्जिद सुल्तान अहमदशाह प्रथम ने स्थापित की थी । तथा इस मस्जिद का निर्माण ई.स. 1424 में हुआ था । इसमें 260 खंभे तथा 15 गुंबजों की रचना की गयी थी । बारीक खुदाईवाली सीद्दी सैयद की जाली, मस्जिद, सरखेज का रोजा, झूलता मिनार (अहमदाबाद), राणी सिप्री की मस्जिद जो ‘मस्जिदे नगीना’ के नाम से पहचानी जाती है । इसके उपरांत जामी मस्जिद (चांपानेर) और गुजरात के बड़े शहरों में मस्जिद है ।

પ્રશ્ન 3.
राजस्थान के जैन मंदिरों की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
राजस्थान में माऊण्ट आबू तथा राणकपुर में जैन देरासरों का निर्माण कार्य, खुदाई कार्य, कलाकारीगरी और शिल्पकला की दृष्टि से बेमिसाल और अद्भुत है ।

  • विशेषकर आबू ऊपर के देलवाडा के मंदिर जो गुजरात के मंत्री विमल शाह के द्वारा निर्मित ‘विमलसहि’ और दूसरे मंत्री वास्तुपाल द्वारा निर्मित ‘तुणवसहि’ नाम के देवालय उनकी बेजोड़ कारीगरी और बारीक-खुदाई, मनोहर शिल्प कार्य के लिए भारत ही नहीं विश्व में प्रसिद्ध है ।
  • ये देवालय जैन धर्म की भारतीय संस्कृति को अर्पित हुए बेजोड़ और यादगार भेट है ।

निम्नलिखित विषयों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए:

પ્રશ્ન 1.
हड़प्पा:
उत्तर:
सर जॉन मार्शल और कर्नल मेक के मार्गदर्शन में सन् 1921 में दयाराम सहानी ने पंजाब के मोन्टेगोमरी जिले में हड़प्पा के पास भारतीय सभ्यता के अति प्राचीन अवशेष खोजे ।

  • हिमालय प्रदेश में रोपर, उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में आलमगीरपुर, राजस्थान में कालिबंगन, गुजरात में लोथल, शिकारपुर, धोलावीरा, रंगपुर, रोजड़ी, कुन्तासी, सोमनाथ आदि स्थानों से सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए थे ।
  • सप्तसिंधु नदियों के प्रदेश हमारे देश की संस्कृति के प्रदेश है ।
  • इन प्रदेशों में जो संस्कृति विकसित हुई थी वह सिंधु घाटी संस्कृति है ।
  • सर्वप्रथम इस संस्कृति के अवशेष हड़प्पा स्थल से प्राप्त होने के कारण उसे हड़प्पीय संस्कृति कहते हैं ।
  • इस स्थान पर पाषाण और तांबे के औजार, चीजवस्तुएँ आदि प्राप्त हुई है, जिससे उसे तांब्रपाषाण संस्कृति भी कहते हैं ।
  • हड़प्पीय समय का नगरों का आयोजन सुव्यवस्थित था, जिसके बड़े कोठार और किल्लेबंधी महत्त्वपूर्ण थी ।
  • वे अलंकारों का उपयोग भी करते थे, ऐसे अवशेष प्राप्त हुए है ।

પ્રશ્ન 2.
गुफा स्थापत्य:
उत्तर:
भारत की गुफा स्थापत्य मनुष्यकृत सौंदर्यधाम मानी जाती है ।

  • औरंगाबाद में अजंता-इलोरा की गुफाएँ, मुंबई के पास एलिफेन्टा की गुफाएँ, उड़ीसा में भूवनेश्वर के पश्चिम में उदयगिरि, खंडगिरि और निलगिरि की गुफाएँ, बाघ की गुफाएँ, गुप्तकालीन गुफा स्थापत्य के प्रसिद्ध नमूने है ।
  • गुजरात में खंभालीडा (गोंडल), ढांक (राजकोट), जूनागढ़ में तीन गुफाएँ है ।
  • अशोक के गुफा लेख गया से 16 मील आयी बर्बर की पहाड़ी की तीन गुफाओं की दिवारों पर अंकित है ।
  • इसमें सम्राट अशोक द्वारा जीवनभर किये गये दान का वर्णन है ।
  • आसाम की दार्जिलिंग की गुफा, बिहार की सुदामा और सीता की गुफा आदि प्रसिद्ध गुफा स्थापत्य है ।

પ્રશ્ન 3.
मंदिर स्थापत्य:
उत्तर:
मंदिर स्थापत्य में ऊँची पीठिकाओं पर सीढ़ियोंवाले और शिखरबद्ध मंदिर है ।

  • कुछ सपाट मंदिर है । गर्भगृह के आसपास प्रदक्षिणा पथ रखी गयी है ।
  • स्थापत्य के श्रेष्ठ नमूनों में जबलपुर का भूमरा मंदिर, नालंदा (सुल्तानगंज) की भगवान बुद्ध की ताम्र मूर्तियाँ तथा मथुरा के जैन मंदिरों की प्रतिमा शिल्पकला के अद्वितीय उदाहरण है ।
  • मंदिर निर्माण में पल्लव राजाओं का सबसे बड़ा योगदान है ।
  • पल्लवों की राजधानी काँची के पास निर्मित मंदिर अद्वितीय है ।
  • चोलवंश की राजधानी थंजावुर थी । यहाँ बृहदेश्वर मंदिर चोल राजा राजराजे प्रथम ने बनवाया था ।
  • बृहदेश्वर मंदिर लगभग 200 फूट ऊँचा है । प्राचीन भारत का यह बेजोड़ मंदिर है ।

પ્રશ્ન 4.
जैन मंदिर (देरासर):
उत्तर:
भारत में विविध स्थानों पर जैन मंदिर है ।

  • राजगृह में वैभार, विपुलाचल, रत्नगिरि, उदयगिरि और श्रमणगिरि पाँच जैन मंदिर है ।
  • समेत शिखरजी श्रमणगिरि पर सिद्धक्षेत्र जैन तीर्थधाम है जिसे मधुवन कहते हैं । यहाँ आदिनाथ भगवान के अलावा 20 तीर्थंकरों ने निर्वाण प्राप्त किया था ।
  • यहीं पर अभिनंदन नाथजी और पार्श्वनाथजी का मंदिर है ।
  • यहाँ भगवान महावीर पधारे थे तथा अनेक मुनियों ने मोक्ष प्राप्त किया था ।
  • गुजरात में जैन देरासर पालीताणा और पंचासरा मंदिर शंख्नेश्वर में है ।
  • राजस्थान में माउण्ट आबू के देलवाड़ा और रणकपुर जैन देरासरों का निर्माण, खुदाई, कलाकारीगरी और शिल्पकला अद्वितीय है ।
  • आबू पर्वत पर देलवाड़ा के देरासर गुजरात के मंत्री विमल शाह द्वारा निर्मित ‘विमलसहि’ और वास्तुपाल निर्मित ‘लुणवसहि’ बेजोड़ कारीगरी, बारीकी कटाई, मनोहर शिल्प के लिए विश्व प्रसिद्ध है ।

निम्नलिखित विधानों के कारण स्पष्ट कीजिए:

પ્રશ્ન 1.
गुप्तकाल को कलाओं का सुवर्णयुग कहा जाता है ।
उत्तर:
गुप्त युग में शिल्प, स्थापत्य, चित्र, नृत्य, संगीत आदि का अधिक विकास हुआ था ।

  • जबलपुर का पार्वती मंदिर, भूमरा का शिव मंदिर, हरण का नरसिंह मंदिर, जामनगर का गोपमंदिर, स्तूपों, चैत्यों, मठों, विहारों, ध्वज, स्तंभ आदि गुप्तकाल के स्थापत्य है ।
  • शिल्पकला में सारनाथ की बुद्ध प्रतिमाएँ, मथुरा की विष्णु प्रतिमा और महावीर स्वामी प्रतिमा, उदयगिरि की गुफा, विष्णु की वराह स्वरूप की प्रतिमा आदि का निर्माण हुआ था ।
  • इस कारण गुप्तकाल को कलाओं का सुवर्णयुग कहा जाता है ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
गोपुरम् स्थापत्य का महत्त्व समझाओ ।
उत्तर:
गोपुरम् अर्थात् दक्षिण भारत के मंदिरों का प्रवेशद्वार । गोपुरम् स्थापत्य उपर से अर्द्धगोलाकार होता है । गोपुरम् को मजबूत बनाने के लिए उसके नीचे माल का उर्ध्वाकार बनाया जाता है ।

  • दक्षिण भारत में पांड्य शासकों ने मंदिर निर्माण को वेगवान बनाया है ।
  • उन्होंने मंदिरों के बाहर खड़े दिवारे और ऊँचे सुंदर सुशोभित दरवाजों की रचना की थी ।
  • इन मंदिरों के दरवाजों के स्थापत्य ‘गोपुरम्’ नाम से पहचाना जाता है ।
  • मंदिरों के बदले ‘गोपुरम्’ की कलात्मक सुंदरता की महिमा बढ़ गयी थी ।
  • कांची और मदुराई के मंदिरों के ‘गोपुरम्’ दूर से देखकर आज भी कला प्रेमी मंत्रमुग्ध होते है ।
  • तांजोर में बृहदेश्वर मंदिर का 13 माल का गोपुरम् है ।
  • मदुराई मंदिर के मुख्य चार ‘गोपुरम्’ । स्थापत्य की दृष्टि से यह श्रेष्ठ माना जाता है ।

પ્રશ્ન 2.
मोहें-जो-दड़ो की नगर आयोजना समझाइए ।
उत्तर:
(1) नगर संरचना: मोहें-जो-दड़ो की नगर आयोजना की दृष्टि से श्रेष्ठ था । मकानों को बाढ़ और नमी से बचाने के लिए ऊँची प्लिथ पर बनाया जाता था । श्रीमंतो के मकान दो मंजीले और पाँच से सात कमरेवाले होते थे । सामान्य वर्ग के लोगों के मकान एक मंजीले और दो तीन कमरोंवाले होते थे । पूरे नगर के चारों ओर दीवार होती थी । मकान के दरवाजे खुले मार्गों में खुलने की बजाय गलियों में खुलते थे । प्रत्येक मकान में कोठार, रसोई और स्नानागार अवशेष मिले है । हवा-प्रकाश के लिए खिड़कियाँ और दरवाजे होते थे ।

(2) रास्ते: यहाँ 9.75 मीटर चौड़े रास्ते थे और छोटे-मोटे रास्ते के समकोण पर मिलते थे । एक साथ कई सवारी जा सके इतने चौड़े रास्ते मोहें-जो-दड़ो में थे । इन मार्गों की रचना इस प्रकार की थी कि तेज हवा चलने पर कूड़ा-करकट कचरा साफ हो जाता है । मार्ग के बगल में समान अंतर पर एकसमान खड्डे हैं जो रात्रि प्रकाश के खंभे के लिए होंग । निष्कर्षत: कहा जा सकता हैं कि यहाँ के रास्ते अति आधुनिक एवं सुविधापूर्ण थे ।।

(3) गटर आयोजन: विश्व की प्राचीन संस्कृति में मोहें-जो-दड़ो की गटर योजना अनोख्री विशेष प्रसिद्ध हैं । मकान का जल नीचे की पक्की गटर में जाता था । वहाँ से प्रमुख गटर द्वारा शहर से बाहर बह जाता था । प्रत्येक मकान में खारकुवा था । एक निश्चित सतह तक पानी भर जाने पर अपने आप छोटी गटर से बड़ी गटर में पहुँच जाता था । अमुक अंतर पर गटर पर ढक्कन भी रख्ने गये थे । इस प्रकार की गटर योजना भूमध्य समुद्र के क्रीट द्वीप के अलावा कहीं भी नज़र नहीं आती । इसे देखकर गर्व होता है कि प्रजा के आरोग्य और सुख का कितना खयाल रखा जाता था ।

(4) सार्वजनिक स्नानागार: मोहें-जो-दड़ो से एक विशाल स्नानागार भी प्राप्त हुआ । स्नानकुंड में स्वच्छ पानी डालने और गंदा पानी निकालने की व्यवस्था भी थी । स्नानकुण्ड में चारों ओर कपड़े बदलने के कमरे थे । धार्मिक प्रसंगों पर लोगों द्वारा इन स्नानागारों का उपयोग करते थे ।

(5) सार्वजनिक मकान: मोहें-जो-दड़ो से सार्वजनिक उपयोगवाले दो मकान भी प्राप्त हुए । ऐसा माना जाता हैं कि इन खंडों का उपयोग सभाकक्ष, मनोरंजन खंड, सभागार अथवा राज्य-कोठार के रूप में उपयोग में लेते होंगे । 20 मकान की एक पंक्ति भी . प्राप्त हुई है, जो सैनिकों की बेरेक थी ।

निष्कर्ष : शिल्प-स्थापत्य कला तथा नगर आयोजन के ये नमूने हजारों साल पुरानी भारत की प्राचीन कला का यशगाथा की उत्तम विरासत समग्र विश्व में भारतीय संस्कृति को अप्रतिम कीर्ति दे रहा है और यश दिलाता रहेगा ।

પ્રશ્ન 3.
मध्यकालीन स्थापत्य की संक्षिप्त में जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
(1) मध्यकाल में मस्जिदे मिनारे, शाही महल, पुल, तालाब, धर्मशालाओं की स्थापना की गयी थी । कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन एबक ने दिल्ली में और ‘कुब्बत-उल ईस्लाम’ नामक मस्जिद ‘ढ़ाई-दिन का झोंपड़ा’ का निर्माण करवाया ।

(2) बंगाल: बंगाल प्रांत में पंडुवा नामक स्थल पर अदीना मस्जिद, जलालुद्दीन मुहम्मद शाह का मकबरा और तांतीपाडा की मस्जिद का निर्माण हुआ है । स्थापत्य क्षेत्र में इस प्रांत ने अपनी अलग विशिष्ट शैली विकसित हुई थी ।

(3) जौनपुर: जौनपुर में तुर्की सुल्तानों ने अटाला मस्जिद बनाई थी, उसके गुंबज के आसपास सुंदर कलात्मक जाली है । उनकी छत पर कमल सहित विविध भारतीय आकृति का निर्माण करवाया गया है ।

(4) मालवा: मालवा में मांडु की स्थापत्य प्रसिद्ध है तथा अनेक कबरों का निर्माण हुआ है । होशंगाबाद का मकबरा संपूर्ण शिल्पकला में संगमरमर से सुशोभित है ।

(5) अन्य प्रांत: कश्मीर (कुंगर-बुरज), बहमनी सुल्तानों ने बीडर गुलबर्ग की अनेक इमारतों और महबूब गांवा का मदरसा, बीजापुर का गोलगुंबज तथा विजयनगर साम्राज्य की स्थापत्य कला, हम्पी का विठ्ठलस्वामी और हजाराराम मंदिर तथा गोपुरम् तथा कलात्मक नक्काशीयुक्त स्तंभ है ।

GSEB Class 10 Social Science भारत की साँस्कृतिक विरासत : शिल्प और स्थापत्य Textbook Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए:

પ્રશ્ન 1.
प्राचीन भारत की नगर आयोजना समझाइए ।
उत्तर:
भारत प्राचीन समय से नगर आयोजन में निपुणता रखता है ।
→ पुरातत्त्वीय उत्खनन से अनेक प्राचीन नगर प्राप्त हुए है ।
इन नगरों के मुख्य तीन विभाग है:
(1) शासक अधिकारियों का किला (सिटेडेल)
(2) अन्य अधिकारियों के आवासवाला उपनगर ।
(3) सामान्य नागरिकों के आवासवाला निचला नगर । (निम्ननगर)
* शासक अधिकारियों के किले ऊँचाई पर बनाए जाते थे ।
* ऊपर का नगर भी रक्षात्मक दिवारों से सुरक्षित होता था। यहाँ दो से पाँच कमरोंवाले मकान होते थे ।
* निम्न नगर के मकान सामान्यतः हाथों से बनी ईंटों के बनाए जाते थे ।
* सिंधु घाटी की संस्कृति की प्रजा स्थापत्य के क्षेत्र में उस समय की सभी संस्कृतियों से सुंदर और व्यवस्थित नगर विकसित हुए थे ।

नगर की व्यवस्था:
(1) नगर संरचना
(2) मार्ग (3) गटर योजना
(4) सार्वजनिक मकान
(5) सार्वजनिक स्नानागार ।

પ્રશ્ન 2.
मोहें-जो-दड़ो की नगर रचना में मार्ग और गटर योजना की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
ई.स. 1922 में सर जॉन मार्शल और कर्जन मेक के मार्गदर्शन के अधीन रखालदास बेनर्जी और दयाराम सहानी नामक भारतीय पुरातत्त्वविदों ने सिंध में खुदाई के आधार पर निम्नानुसार नगर के तत्त्व पाए जाते है ।

(1) मार्ग:

  • इस नगर की रचना का विशिष्ट लक्षण यहाँ के मार्ग है ।
  • यहाँ के मार्ग 9.75 मीटर चोड़े थे ।
  • छोटे-बड़े मार्गों समकोण पर मिलते थे ।
  • एक से अधिक वाहन गुजरे इतने चौड़े थे ।
  • रास्ते के आसपास रात्रि प्रकाश के लिए खंभे होते है ।
  • नगर के मार्ग सीधे और चौड़े होते थे, कहीं भी मोड़ नहीं थे ।
  • दो राजमार्ग होते है । एक मार्ग उत्तर से दक्षिण और दूसरा पश्चिम की तरफ जाता है । दोनों मार्ग मध्य में समकोण पर मिलती है ।

(2) गटर योजना:
गटर योजना इस नगर की विशिष्टता रही है ।

  • यह गटर योजना समकालीन सभ्यताओं में भूमध्य सागर के क्रीट नगर के अलावा कहीं नहीं थी ।
  • नगर में से गंदा पानी के निकास के गटर बनाए जाते है ।
  • प्रत्येक मकान में एक खार कुआ होता था ।
  • ऐसी सुव्यवस्थित गटर योजना से लगता है कि उस समय सफाई की कार्यक्षम व्यवस्था होती थी ।
  • इसको देखकर लगता है कि उस समय प्रजा के स्वास्थ्य और सफाई का कितना ध्यान रखा जाता था ।

પ્રશ્ન 3.
गुजरात की गुफाओं की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
गुजरात में निम्नलिखित गुफाएँ प्राप्त हुई है:
(1) जूनागढ़ गुफाएँ : जूनागढ़ में तीन गुफाओं का समूह प्राप्त हुआ है ।
(i) बावाप्यारा का गुफासमूह : यह गुफा बावाप्यारा के मठ के पास आयी है । ये गुफाएँ तीन क्रम में और लगभग समकोण में जुड़ी है । पहले क्रम में चार, दूसरे क्रम में सात और तीसरे क्रम में पाँच गुफाएँ प्राप्त हुई है । कुल 16 गुफाएँ है । वे ई.सन् के आरंभ की दूसरी-पहली सदी के दरमियान बनाई गयी है ।
(ii) ऊपरकोट की गुफाएँ: ये गुफाएँ दो मंजीलें थी, नीचे-ऊपर जाने की सोपान श्रेणी है । ऊपरकोट की गुफाएँ ई.स. दूसरी सदी के उत्तरार्द्ध से चौथी सदी के पूर्वार्द्ध तक बनाई गयी है ।
(iii) खापरा कोडिया की गुफाएँ – कुंड उपर की गुफाएँ : ये गुफाएँ मंजीलोंवाली होती होगी ऐसा प्राप्त अवशेषों से पता चलता है । इन गुफाओं में कुल 20 स्तंभ है । इस गुफा का निर्माण ई.स. की तीसरी सदी में होने का अनुमान है ।

(2) खंभालीडा गुफा: राजकोट से 70 कि.मी. दूर भावनगर जिले में ई.स. 1959 में ये गुफाएँ प्राप्त हुई थी । इनमें तीन गुफाएँ विशेष है । बीच की गुफा स्तूपयुक्त, चैत्याग्रह, प्रवेश मार्ग के उभय तरफ वृक्ष के सहारे खड़ी बौद्धिसत्व और कुछ उपासकों की बड़ी आकृतियाँ दूसरी-तीसरी सदी की है ।

(3) तलाजा गुफा: शेāजी नदी के मुख के पास भावनगर जिले में तलाजा का पर्वत आया हुआ है । यह ‘ताल ध्वजगिरि’ तीर्थधाम के रूप में प्रसिद्ध है । पत्थरों को खोदकर 30 गुफाओं की रचना की गयी है । इन गुफाओं की स्थापत्य कला में विशाल दरवाजा है । सभाखंड और चैत्यगृह सुरक्षित और स्थापत्य की दृष्टि से उत्कृष्ट है । बौद्ध धर्म के स्थापत्यों से इन गुफाओं का निर्माण ईसवीसन की तीसरी सदी में हुआ था ।

(4) साणा गुफा – गिर सोमनाथ जिले के उना तालुके के बांकीया गाँव के पास रूपेण नदी पर साणाना पर्वतों पर ये गुफाएँ है । साणा पर्वत पर मधपुड़ा की तरह 62 गुफाएँ है ।

(5) ढांक गुफा: राजकोट जिले में उपलेटा तालुका के ढ़ाँक गाँव में ढंकगिरि आया हुआ है । ढाँक की गुफाएँ चौथी सदी के पूर्वार्द्ध की है ।

(6) झींझुरीझर: ढांक के पश्चिम में सात किमी के अंतर में सिदसर के पास झींझुरीझर की घाटी में कुछ बौद्ध गुफाएँ है । ई.स. की पहली और दूसरी सदी में ये बनी थी ।

(7) कच्छ की खापरा कोडिया की गुफाएँ: कच्छ के लखतर तालुका में जूना पाटगढ के पास पर्वत में ये गुफाएँ स्थित है । इसमें कुल दो गुफाएँ है । के. का. शास्त्री ने ई.स. 1967 में इन गुफाओं को खोजा था ।

(8) कंडिया पर्वत गुफा : भरूच जिले के चट्टान में से जघडीया तालुके में कडिया पर्वत की तीन गुफाएँ प्राप्त हुई है : ये गुफाएँ बौद्ध धर्म की है । एक ही पत्थर में तरासकर 11 फूट गहरा एक सिंह स्तंभ है । स्तंभ के सिरेवाले भाग में दो शरीरवाली और एक मुँहवाली सिंहवाली आकृति है ।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
धोलावीरा की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
भुज से लगभग 140 कि.मी. दूर भचाऊ तालुके के बड़े रेगिस्तान में खरीदभेट के धोलावीरा गाम से दो किमी दूर आया हड़प्पा
का समकालीन बड़ा व्यवस्थित और प्राचीन नगर प्राप्त हुआ है ।

  • गुजरात के राज्य पुरातत्त्व विभाग ने, आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया के अधिकारियों ने संशोधन किया ।
  • ई.स. 1990 में रविन्द्रसिंह विस्त के मार्गदर्शन के अधीन विशेष उत्खनन हुआ है ।
  • धोलावीरा के किले, मेहल तथा नगर की मुख्य दिवारों को सफेद रंग किया गया होगा उसके अवशेष प्राप्त हुए है ।
  • नगर की किलेबंधी की मजबूत सुरक्षा व्यवस्था है । यह दीवार मिट्टी, पत्थर और ईंटों से बनी है ।
  • यहाँ पीने का पानी शुद्ध साफ होकर आये ऐसी व्यवस्था की गयी थी जो व्यवस्था आज आधुनिक युग में भी हम नहीं कर सकते ।
  • पानी की शुद्धीकरण की यह व्यवस्था अद्भूत हैं ।

પ્રશ્ન 2.
लोथल भारत का महत्त्वपूर्ण बन्दरगाह था ।
उत्तर:
लोथल अहमदाबाद के धोलका तहशील में भोगावो और साबरमती दो नदियों के बीच के प्रदेश में है ।

  • यह खंभात की खाड़ी से 18 कि.मी. दूरी पर है ।
  • इसमें मानव वसवाट के तीन स्तर मिले है ।
  • नगर के पूर्व छोर में नीचे भाग में ज्वार के समय रोकने के लिए बड़ा डोकयार्ड बनाया गया था । यह लोथल की विशेषता है ।
  • यह डोकयार्ड गोदी, दुकाने, आयात-निर्यात के सबूत आदि दर्शाता है ।
  • लोथल उस समय भारत का समृद्ध बन्दरगाह होगा । गुजरात के लिए यह गौरव की बात है ।

પ્રશ્ન 3.
स्तंभलेखों पर की कला की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
स्तंभलेख एक ही शिला पर बने होते थे ।

  • सम्राट अशोक की धर्माज्ञाओं के खोदकर स्तंभलेख, शिलाकला के उत्तम नमूने है ।
  • एक ही पत्थर को खोदकर, घिसकर चमक दी जाती थी ।
  • ऐसे स्तंभ अंबाला, मेरठ, इलाहाबाद, बिहार में लोरिया के पास नंदनगढ़, साँची, काशी, पटना और बुद्धगया में बोद्धिवृक्ष के खड़े किये गये थे ।
  • इनकी लिपी ब्राह्मी लिपी थी ।
  • सारनाथ का स्तंभ भारत की शिल्पकला का श्रेष्ठ नमूना है ।
  • सारनाथ भगवान बुद्ध के उपदेशों का स्थान होने से सिंह के नीचे चारों तरफ चार धर्मचक्र अंकित किये गये है ।
  • इस पर हाथी, घोड़ा और बैल की आकृति अंकित है ।

પ્રશ્ન 4.
मोढ़ेरा के सूर्यमंदिर की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
गुजरात के मोढ़ेरा में आया हुआ सूर्यमंदिर (ई.स. 1026 में) सोलंकी राजा भीमदेव प्रथम के शासनकाल में बना था ।

  • इस मंदिर का पूर्व दिशा में प्रवेशद्वार इस तरह से रचा हैं कि सूर्य की प्रथम किरण ठेठ मंदिर के अंदर गर्भगृह में सूर्यप्रतिमा के मुकुट की मणि पर पड़ती थी ।
  • इससे समग्र मंदिर प्रकाश से चमक उठता था और समग्र वातावरण में जैसे दिव्यता प्रगट होती थी ।
  • इस मंदिर में सूर्य की विविध 12 मूर्तियाँ अंकित हुई आज भी देखी जा सकती है ।
  • इस मंदिर का नक्काशी कार्य ईरानी शैली का है ।
  • मंदिर के बाहर जलकुण्ड जिसके चारों तरफ छोटे-बड़े कुल 108 मंदिर है ।
  • ऊषा और संध्याकाल प्रगट होती दीपमाला के कारण एक नयनरम्य दृश्य उत्पन्न होता है ।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
शिल्प अर्थात् क्या ?
उत्तर:
कलाकार (शिल्पी) द्वारा अपने कौशल्य और योग्यता से छेनी-हथोड़े के द्वारा विविध प्रकार के मन के भाव पत्थर, लकड़ी या धातु पर तराशने की कला अर्थात् शिल्पकला ।

પ્રશ્ન 2.
स्थापत्य अर्थात् क्या ?
उत्तर:
स्थापत्य का सरल अर्थ निर्माण कार्य होता है । संस्कृत भाषा में स्थापत्य के लिए ‘वास्तु’ शब्द का उपयोग होता है । इस अर्थ में मकान, नगर, कुए, किलों, मिनारों, मंदिरों, मस्जिदों, मकबरों आदि का निर्माण कार्य स्थापत्य कहलाता है ।

પ્રશ્ન 3.
मोहें-जो-दड़ो का अर्थ समझाकर उसके मार्ग की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
मोहें-जो-दड़ो का अर्थ ‘मरे हुओ के ढेर’ है ।
मार्ग – ‘मोहें-जो-दड़ो’ के मार्ग 9.75 मीटर चौड़े थे । छोटे मार्ग मुख्य मार्ग को समकोण पर मिलते थे । ये इतने चौड़े थे कि एक साथ एक से अधिक वाहन गुजर सकते थे । रास्तों के पास रात्रि प्रकाश के लिए खंभे होते थे । मार्ग सीधे होते थे, कहीं भी मोड़ नहीं थी । राजमार्ग भी थे जिसे अन्य मार्ग समकोण पर मिलते थे ।

પ્રશ્ન 4.
स्तूप की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
स्तूप अर्थात् भगवान बुद्ध की देहावशेषों को एक पात्र में रखकर उस पर अर्द्धगोलाकार इमारतें बनाई जाती थी । स्तूप के चार भाग होते थे ।

  1. हार्मिक – स्तूप के अंडाकार हिस्से के चारों ओर लगी रेलिंग को हार्मिका कहते हैं ।
  2. मेघि – स्तूप के चारों ओर घुमावदार रास्ते को मेघि कहते हैं ।
  3. परिक्रमा पथ – मंदिर को चोतरफा समतल ऊँचाई पर बने पथ को परिक्रमा कहते हैं ।
  4. प्रवेशद्वार – प्रवेशद्वार अर्थात् दो ऊँचे स्तंभ । उसके ऊपर के हिस्से पर एक तिरछा कलात्मक बिंब होता है । उसके अंदर से होकर श्रद्धालु जनसमुदाय प्रवेश करता है ।

4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:

પ્રશ્ન 1.
संस्कृत भाषा में स्थापत्य के लिए दूसरे किस शब्द का उपयोग होता है ?
(A) वास्तु
(B) नक्कासी
(C) मंदिर
(D) खंडहर
उत्तर:
(B) नक्कासी

પ્રશ્ન 2.
लोथल में वाहन गुजारने के लिए क्या बांधा जाता था ?
(A) खीला
(B) खंभा
(C) धकका
(D) जाली
उत्तर:
(C) धकका

પ્રશ્ન 3.
स्तंभलेख किस लिपी में खुदे हुए है ?
(A) हिन्दी
(B) ब्राह्मी
(C) उर्दू
(D) उड़ीया
उत्तर:
(B) ब्राह्मी

પ્રશ્ન 4.
गुजरात के ………………………… में सूर्यमंदिर है ।
(A) मोढ़ेरा
(B) वड़नगर
(C) खेरालु
(D) विजापुर
उत्तर:
(A) मोढ़ेरा

પ્રશ્ન 5.
अहमदाबाद में तीन दरवाजा के पास कौन-सी मस्जिद है ?
(A) जामा मस्जिद
(B) जुम्मा मस्जिद
(C) सिप्री की मस्जिद
(D) मस्जिदे नगीना
उत्तर:
(A) जामा मस्जिद

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