PSEB Solutions for Class 9 Computer Chapter 7 ई-गवर्नेंस
PSEB Solutions for Class 9 Computer Chapter 7 ई-गवर्नेंस
PSEB 9th Class Computer Solutions Chapter 7 ई-गवर्नेंस
जान-पहचान (Introduction)
अच्छी गवर्नेस की विशेषताएं (Characteristics of Good Governance)
- अच्छी गवर्नेस में सभी सम्मिलित होते हैं। कोई भी आदमी जोकि किसी निर्णय द्वारा प्रभावित होता हैं या फैसला लेने की प्रक्रिया में भाग लेना चाहता है, में शामिल हो सकता है । यह कई ढंगों से जैसे कि किसी वर्ग के लोगों को जानकारी देनी और उनकी राय का पता लगाना, उनको सिफ़ारिशों का मौका देना या कई बार उनको वास्तव में निर्णय करने के कार्य में शामिल कर लिया जा सकता है।
- अच्छी गवर्नेस कानून का पालन करती है ।
- अच्छी गवर्नेस निर्णय करने और फैसले लागू करने में प्रभावशाली और कुशल होती है और कई प्रक्रियाओं द्वारा उपलब्ध लोगों, स्रोतों के अच्छे प्रयोग करके समाज की आवश्यकता अनुसार नतीजे प्राप्त करती है ।
- अच्छी गवर्नेस लिए गए फैसले के नतीजे के लिए जनता को उत्तरदायी होती है।
- अच्छी गवर्नेस जनता की आवश्यकताओं को समय पर और ठीक ढंग से पूरा करने के लिए उत्तरदायी होती है।
- अच्छी गवर्नेस पारदर्शी होती है। इससे अभिप्राय यह है कि जनता साफ-साफ यह देख सकती है कि कोई फैसला कैसे और क्यों लिया गया है।
ई-गवर्नेस क्या है ? (What is E-Governance ?)
ई-गवर्नेस के चार स्तंभ (Four Pillars of E-Governance)
- संपर्क (Connectivity) — लोगों को सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के साथ जोड़ने के लिए आवश्यक संचार या संपर्क साधन होने चाहिए।
- ज्ञान ( Knowledge ) – यहां पर ज्ञान का अर्थ है लोगों के बीच इन्फॉरमेशन टैक्नोलॉजी के बारे में जान होना। सरकार अपने सारे कार्य हुनरमंद इंजीनियरों से करवाती है। यह सभी इंजीनियर ई-गवर्नेस के कार्य को कुशलता से पूरा करते हैं । यह सभी कार्य लोगों की बीच सही ढंग से पहुंचने चाहिए।
- डाटा कंटैंट (Data Content) — इंटरनेट पर सूचना शेयर करने के लिए सरकार अपनी सेवाओं से संबंधित डाटाबेस को संभालती है ।
- पूंजी (Capital) — पूंजी से अभिप्राय सरकार द्वारा अपनी सेवाओं के लिए प्रयोग की जाने वाली राशि से है। सारी सेवाओं को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए आवश्यक मात्रा में ज़रूरी पूंजी उपलब्ध होनी चाहिए।
गवनेंस तथा ई-गवर्नेस (Governance Vs E-Governance)
गवर्नेस | ई-गवर्नेस |
1. गवर्नेस आई०सी०टी० का प्रयोग किए बगैर फैसले लेने तथा उनको लागू करने की प्रक्रिया को दर्शाता है।
2. इसमें एक तरफा संचार प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता है।
3. इसमें मानवीय कार्य ज्यादा होते हैं ।
4. कार्य को करने के लिए समय तथा शक्ति ज्यादा लगती है
5. देरी के कारण नुकसान का डर बना रहता है।
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1. ई-गवर्नेस लोगों को दी जाने वाली जानकारी तथा सेवाओं को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए आई०सी०टी० का प्रयोग करता है।
2. इसमें दो तरफा संचार प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता है।
3. इसमें कम्प्यूटर कृत कार्य ज्यादा किए जाते हैं।
4. कार्य को करने के लिए कम समय तथा कम शक्ति लगती है।
5. इसमें कार्य की देरी के अवसर कम होते हैं।
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ई-गवर्नेस के इतिहास का विकास | (History and Development of E-Governance)
ई-गवर्नेस के उद्देश्य (Objectives of E-Governance)
- विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सेवाओं का प्रयोग करते साधारण लोगों की जरूरतों को संतोषजनक तथा आसान तरीके के साथ पूरा करना ।
- सरकारी प्रशासनिक कार्यों को पारदर्शी, जवाबदेही, कुशल तथा प्रभावशाली तरीके के साथ सेवाओं को उपलब्ध करवाना।
ई-गवर्नेस मॉडलज (E-Governance Models)
- सरकार से नागरिक (G2C) (Government to Citizens)
- सरकार से व्यापारी (G2B) (Government to Businessman)
- सरकार से कर्मचारी (G2E) (Government to Employees )
- सरकार से सरकार (G2G) (Government to Government.)

- ऑनलाइन बिलों का भुगतान जैसे बिजली, पानी, टेलिफोन बिल आदि ।
- विभिन्न सेवाओं के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना जैसे पासपोर्ट रजिस्ट्रेशन, विभिन्न प्रकार के लाइसेंस बनवाने के लिए रजिस्ट्रेशन |
- ज़मीनी रिकॉर्ड की कॉपियां प्राप्त करना ।
- ऑनलाइन शिकायतें दर्ज करना ।
- किसी भी किस्म की ऑनलाइन जानकारी की उपलब्धता ।
- टैक्सों का संग्रह करना
- पेटेंट की स्वीकृति और शिकार करना ।
- किसी किस्म के बिल या जुर्माने का भुगतान करना ।
- प्रत्येक प्रकार की जानकारी नियम तथा डाटा शेयर करना ।
- शिकायतें या किसी किस्म की और संतुष्टि को दर्ज करना ।
- विभिन्न सरकारी दफ्तरों से हर प्रकार का डाटा जमा करवाना जैसे कि हाज़िरी रिकॉर्ड, कर्मचारियों का रिकॉर्ड, तनख्वाह का रिकॉर्ड आदि ।
- कर्मचारी हर प्रकार की शिकायतें तथा संतुष्टि दर्ज करवा सकते हैं ।
- कर्मचारी किसी भी प्रकार से नियमों संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
- कर्मचारी अपने पेटेंट तथा कार्य संबंधी रिकॉर्ड की जांच कर सकते हैं ।
- कर्मचारी हर प्रकार की अर्जी ऑनलाइन भेज सकते हैं ।
- भिन्न-भिन्न राज्यों के पुलिस विभागों के बीच जानकारी साझा करना
- सभी सरकारी दस्तावेजों की तैयारी प्रवानगी श्रेणी तथा स्टोरेज संबंधी सरकारी दस्तावेजों का आदान-प्रदान इसी मॉडल द्वारा किया जाता है ।
- वित्त तथा बजट से संबंधित ज्यादातर गतिविधियां इसी मॉडल द्वारा की जाती हैं ।

ई-गवर्नेस सेवाएं (E-Governance Services)
नेशनल स्तर की ई-गवर्नेस सेवाएं (E-Governance Services at National Level)
- बैंकिंग सेवाएं
- आधार सेवाएं
- पासपोर्ट सेवा
- इमीग्रेशन तथा वीज़ा सेवाएं
- इनकम टैक्स रिटर्न भरना
- कई प्रकार के टैक्सों का भुगतान करना
- केंद्रीय आबकारी तथा कस्टम सेवाएं
- डिजिटल लैंड मैनेजमैंट सिस्टम
- वोटर कार्ड सेवाएं
- पैन कार्ड
- डिजिटल इंडिया
- भारत का राष्ट्रीय पहल
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा कई प्रकार की ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा का आयोजन
- इंडियन रेलवे कैटरिंग तथा टूरिज्म कॉरपोरेशन ऑनलाइन रेल टिकट बुकिंग तथा टिकट रिज़र्वेशन संबंधी स्टेटस की जांच करती है ।
- e-pramaan एक राष्ट्रीय प्रमाणीकरण सेवा है। यह यूज़र्स को इंटरनेट मोबाइल का प्रयोग करते हुए सरकारी सेवाओं तक पहुंचने का एक सरल तथा सुविधाजनक और सुरक्षित तरीका प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा भी यूज़र्स की प्रामाणिकता का मूल्यांकन इसी सेवा का प्रयोग करके किया जाता है ।
- UMANG एक साझा तथा एकीकृत प्लेटफार्म है जो मुख्य सरकारी सेवाओं को इकट्ठा करता है। इसमें केंद्रीय, प्रांतीय तथा लोकल संस्थाएं शामिल होती हैं । यह नागरिकों को बहुत सारी महत्त्वपूर्ण उपभोक्ता सेवाओं का प्रयोग मोबाइल एप के द्वारा ही करने की इजाजत देता है। UMANG का पूरा नाम है यूनिफाइड मोबाइल एप्लीकेशन फॉर न्यू ऐज गवर्नेस |
- डिजी लॉकर डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के अधीन इलेक्ट्रॉनिक्स तथा आईटी मंत्रालय की एक पहल है। डिजी लॉकर डिजिटल तरीके से दस्तावेज़ों तथा सर्टिफिकेटों को जारी करने तथा तस्दीक करने के लिए एक प्लेटफार्म है । यह कागज़ रहित शासन को लागू करने के लिए आरंभ किया गया है। इसके साथ ही भौतिक दस्तावेज़ों का प्रयोग भी खत्म किया जा रहा है ।
प्रांतीय स्तर की ई-गवर्नेस सेवाएं (E-Governance Services at State Level)
- जिला सेवाओं में लाइसेंस शिकायतें, बिजली तथा पानी के बिल का भुगतान करना ।
- जन्म, मृत्यु, जाति तथा आमदन सर्टिफिकेट बनवाना ।
- खेती-बाड़ी सेवाओं में बढ़िया कीटनाशकों, मिट्टी की गुणवत्ता मार्किट कीमत आदि के बारे में जानकारी प्रदान करना ।
- व्यापार, टैक्स सेवाओं में बिक्री, टैक्स विकास आदि सेवाएं शामिल हैं।
- पुलिस लोगों में विभिन्न कानूनों के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए एक प्रोजैक्ट चला रही है।
- लैंड रिकॉर्ड सेवाओं में रजिस्ट्री शरद टाइपिंग आदि सेवाएं शामिल हैं।
- सड़क आवाजाही सेवा राजमार्ग प्रोजैक्टों के प्रबंधन से संबंधित है।
- रोज़गार एक्सचेंज सेवा में रोज़गार दाताओं तथा बेरोज़गार उम्मीदवारों को शामिल किया जाता है।
- हिमाचल रोज ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑनलाइन बुकिंग, सीटों को रद्द करना, बसों की रवानगी, सीटों तथा बसों की उपलब्धता आदि संबंधित सेवाएं प्रदान करती है ।
- चंडीगढ़ सरकार द्वारा शुरू किया गया संपर्क प्रोजैक्ट ।
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई E सुविधा |
- आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई सेवा ।
- राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई e-mitra |
स्थानीय स्तर पर ई-गवर्नेस सेवाएं (E-Governance Services at Local Level)
(क) शहरी क्षेत्र की ई-गवर्नेस सेवाएं – शहरी क्षेत्र में निम्नलिखित ई-गवर्नेस सेवाएं प्रदान की जाती हैं –
- लर्नर लाइसेंस जारी करना, ड्राइविंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस को रिन्यू करना आदि ।
- यातायात से संबंधित आनलाइन सुविधा उपलब्ध करने के लिए।
- आनलाइन बुकिंग, सीट को रद्द करना, बस के जाने के बारे में पड़ताल करने और बस की सीट की उपलब्धता आदि सुविधा उपलब्ध करने के लिए ।
- बसों के टाइम टेबल जारी करना ।
- इंटर स्टेट यातायात की बुकिंग की सुविधा का प्रबंध करना ।
- यातायात सुधार प्रोग्राम चलाना ।
- क्षेत्रीय यातायात प्रोग्राम बनाना ।
- भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए कार्य करना ।
- यातायात मांग-प्रबंधन।
- ऑनलाइन लाइसेंस फीस तथा यूनिवर्सिटी फीस आदि की अदायगी ।
- विभिन्न प्रकार के बिल कि अदायगी जैसे कि बिजली तथा पानी का बिल, यूटिलिटी बिल, व्यापारिक लाइसेंस लेने के बिल तथा अन्य सरकारी मामलों के बिल आदि का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है।
- टैक्स की अदायगी जैसे कि गाड़ियों के टैक्स तथा रेवेन्यू टैक्स आदि का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है।
- घरों की महीने बाद किश्तों की अदायगी भी आनॅलाइन की जा सकती है।
- रोज़गार के बारे में जानकारी, टेंडरों के बारे में जानकारी तथा बाज़ार मूल्य आदि के बारे में जानकारी।
- ग्रामीण क्षेत्रों को ई-मेल के द्वारा जानकारी भेजना।
- घरों के टैक्स पता करने, बिल भरने तथा इकट्ठे करने ।
- ज़मीनों तथा जायदाद के रिकॉर्ड बनाने। ज़मीन बेचने की आज्ञा के सर्टिफिकेट तथा कानूनी ठेके लेने के सर्टिफिकेट जारी करना ।
- पासपोर्ट वेरीफिकेशन सर्टिफिकेट जारी करना।
- मौत तथा जन्म के सर्टिफिकेट जारी करना ।
- जायदाद की रजिस्ट्री तथा अटॉर्नी जैसे कि सब रजिस्ट्रार के दफ्तर में कार्यों को कम्प्यूटराइज़ करना ।
- सर्टिफिकेट जारी करने जैसी बहुत सारी सेवाएं तथा निर्देश जारी करना जैसे कि सोशल सिक्योरिटी स्कीम में बुढ़ापा पेंशन तथा स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन आदि ।
- साइट के प्लेन का रिव्यू तथा अप्रूव करना ।
- सड़कों तथा पुलों का नेटवर्क ।
- सड़कें बनाना तथा उनकी मरम्मत का कार्य करना ।
- यातायात की भीड़ का प्रबंधन करना ।
- सुरक्षा, हादसों तथा प्रदूषण को कंट्रोल करना ।
(ख) ग्रामीण क्षेत्र में ई-गवर्नेस – ग्रामीण क्षेत्र में ई-गवर्नेस का बहुत ही प्रभाव है। यहां पर खेती से लेकर आम सूचना तक सारे कार्य ई-गवर्नेस द्वारा ही किए जाते हैं।
इस क्षेत्र के महत्त्वपूर्ण प्रोजैक्ट निम्न अनुसार हैं-
इस क्षेत्र के महत्त्वपूर्ण प्रोजैक्ट निम्न अनुसार हैं –
- पंजाब सरकार का लैंड रिकॉर्ड मैनेजमैंट सिस्टम ।
- उत्तराखंड सरकार द्वारा देवभूमि प्रोजैक्ट |
- उत्तर प्रदेश सरकार का बहु लेख प्रोजैक्ट
- गुजरात सरकार का e-dhara प्रोजैक्ट ।
- जन्म तथा मृत्यु सर्टिफिकेट जारी करना ।
- वोटर सूची में नाम दाखिल करवाने के लिए एप्लीकेशन देना ।
- समाज के ग़रीब तथा ज़रूरतमंद लोगों के लिए गृह निर्माण की सेवाएं चलाना ।
- जिला स्तर पर प्लेन बनाना, उनको लागू करना तथा उनकी सफलता की समीक्षा करना ।
- ग्रामीण क्षेत्र में सबसे ग़रीब लोगों के लिए तनख्वाह तथा नौकरी उपलब्ध करवाना ।
- ग्रामीण क्षेत्र में पीने के पानी की सप्लाई करना तथा सैनिटेशन की शुरुआत प्रदान करना ।
Computer Guide for Class 9 PSEB ई-गवर्नेंस Textbook Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न :
निम्नलिखित का पूरा नाम लिखें :
छोटे उत्तरों वाले प्रश्न :
गवर्नेस | ई-गवनेंस |
1. गवर्नेस आई०सी०टी० का प्रयोग किए बगैर फैसले लेने तथा उनको लागू करने की प्रक्रिया को दर्शाता है।
2. इसमें एक तरफा संचार प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता है।
3. इसमें मानवीय कार्य अधिक होते हैं ।
4. कार्य को करने के लिए समय तथा शक्ति अधिक लगती है।
5. देरी के कारण नुकसान का डर बना रहता है।
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1. ई-गवर्नेस लोगों को दी जाने वाली जानकारी तथा सेवाओं को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए आई०सी०टी० का प्रयोग करता है।
2. इसमें दो तरफा संचार प्रोटोकॉल का प्रयोग किया जाता है।
3. इसमें कम्प्यूटर कृत कार्य अधिक किए जाते हैं।
4. कार्य को करने के लिए कम समय तथा कम शक्ति लगती है।
5. इसमें कार्य की देरी के अवसर कम होते हैं।
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बड़े उत्तरों वाले प्रश्न :
- अच्छी गवर्नेस में सभी सम्मिलित होते हैं। कोई भी आदमी जोकि किसी निर्णय द्वारा प्रभावित होता है या फैसला लेने की प्रक्रिया में भाग लेना चाहता है, में शामिल हो सकता है। यह कई ढंगों से जैसे कि किसी वर्ग के लोगों को जानकारी देनी और उनकी राय का पता लगाना, उनको सिफ़ारिशों का मौका देना या कई बार उनको वास्तव में निर्णय करने के कार्य में शामिल कर लिया जा सकता है।
- अच्छी गवर्नेस कानून का पालन करती है।
- अच्छी गवर्नेस निर्णय करने और फैसले लागू करने में प्रभावशाली और कुशल होती है और कई प्रक्रियाओं द्वारा उपलब्ध लोगों, स्रोतों के अच्छे प्रयोग करके समाज की आवश्यकता अनुसार नतीजे प्राप्त करती है।
- अच्छी गवर्नेस लिए गए फैसले के नतीजे के लिए जनता को उत्तरदायी होती है।
- अच्छी गवर्नेस जनता की आवश्यकताओं को समय पर और ठीक ढंग से पूरा करने के लिए उत्तरदायी होती है।
- अच्छी गवर्नेस पारदर्शी होती है। इससे अभिप्राय यह है कि जनता साफ-साफ यह देख सकती है कि कोई फैसला कैसे और क्यों लिया गया है।
- सरकार से नागरिक (G2C) (Government to Citizens) — ई-गवर्नेस का यह मॉडल सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली उन सेवाओं को दर्शाता है जिनका उपयोग नागरिकों द्वारा किया जाता है। इस मॉडल में नागरिक जिन सेवओं को प्रयोग करना चाहते हैं उनको उन सेवाओं के लिंक प्रदान किए जाते हैं। यह मॉडल सरकार तथा इसके नागरिकों के बीच रिश्ते को मज़बूत करता है।
- सरकार से व्यापारी (G2B) (Government to Businessman) — इस मॉडल के द्वारा निजी संस्थाओं तथा सरकार के बीच रिश्ता मज़बूत होता है। यह व्यापारियों द्वारा सरकार के साथ तथा सरकार द्वारा व्यापारियों के साथ व्यापारिक बातचीत करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- सरकार से कर्मचारी (G2E) (Government to Employee) — यह मॉडल सरकार तथा इसके कर्मचारियों के बीच पारदर्शिता को बढ़ाता है। इसमें कर्मचारी सरकार के कार्य तथा उसकी कार्यप्रणाली को चैक कर सकता है तथा सरकार अपने कर्मचारियों के कार्यों के रिकॉर्ड का प्रबंधन कर सकती है।
- सरकार से सरकार (G2G) (Government to Government ) – इस मॉडल में विभिन्न सरकारों द्वारा शेयर की जाने वाली सेवाएं शामिल होती हैं। विभिन्न सरकारी संस्थान, विभाग तथा संगठनों के बीच ऐसी बहुत-सी सूचना होती है जिसको आपस में शेयर किया जाना अति आवश्यक होता है। सरकार से सरकार मॉडल का प्रयोग करके इन विभागों तथा संगठनों के बीच जानकारी को सही समय पर और सही ढंग से शेयर किया जाना सुनिश्चित बनाया जाता है।
- बैंकिंग सेवाएं
- आधार सेवाएं
- पासपोर्ट सेवा
- इमीग्रेशन तथा वीज़ा सेवाएं
- इनकम टैक्स रिटर्न भरना
- कई प्रकार के टैक्सों का भुगतान करना
- केंद्रीय आबकारी तथा कस्टम सेवाएं
- डिजिटल लैंड मैनेजमैंट सिस्टम
- वोटर कार्ड सेवाएं
- पैन कार्ड
- डिजिटल इंडिया
- भारत का राष्ट्रीय पहल
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा कई प्रकार की ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा का आयोजन |
- लर्नर लाइसेंस जारी करना, ड्राइविंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस को रिन्यू करना आदि ।
- यातायात से संबंधित आनलाइन सुविधा उपलब्ध करने के लिए ।
- आनलाइन बुकिंग, सीट को रद्द करना, बस के जाने के बारे में पड़ताल करने और बस की सीट की उपलब्धता आदि सुविधा उपलब्ध करने के लिए।
- बसों के टाइम टेबल जारी करना ।
- इंटर स्टोर यातायात की बुकिंग की सुविधा का प्रबंध करना ।
- यातायात सुधार प्रोग्राम चलाना ।
- क्षेत्रीय यातायात प्रोग्राम बनाना ।
- भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए कार्य करना ।
- यातायात मांग-प्रबंधन |
- ऑनलाइन लाइसेंस फीस तथा यूनिवर्सिटी फीस आदि की अदायगी।
- विभिन्न प्रकार के बिल की अदायगी जैसे कि बिजली तथा पानी का बिल, यूटिलिटी बिल, व्यापारिक लाइसेंस लेने के बिल तथा अन्य सरकारी मामलों के बिल आदि का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है।
- टैक्स की अदायगी जैसे कि गाड़ियों के टैक्स तथा रेवेन्यू टैक्स आदि का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है।
- घरों की महीने बाद किश्तों की अदायगी भी आनॅलाइन की जा सकती है ।
- रोज़गार के बारे में जानकारी, टेंडरों के बारे में जानकारी तथा बाज़ार मूल्य आदि के बारे में जानकारी ।
- ग्रामीण क्षेत्रों को ई-मेल के द्वारा जानकारी भेजना।
- पूरे घरों के टैक्स पता करने, बिल भरने तथा इकट्ठे करने ।
- ज़मीनों तथा जायदाद के रिकॉर्ड बनाने । ज़मीन बेचने की आज्ञा के सर्टिफिकेट तथा कानूनी ठेके लेने के सर्टिफिकेट जारी करना ।
- पासपोर्ट वेरीफिकेशन सर्टिफिकेट जारी करना ।
- 4. मृत्यु तथा जन्म के सर्टिफिकेट जारी करना ।
- जायदाद की रजिस्ट्री तथा अटॉर्नी जैसे कि सब रजिस्ट्रार के दफ्तर में कार्यों को कम्प्यूटराइज़ करना ।
- सर्टिफिकेट जारी करने जैसी बहुत सी सेवाएं तथा निर्देश जारी करना जैसे कि सोशल सिक्योरिटी स्कीम में बुढ़ापा पेंशन तथा स्वतंत्रता सेनानियों की पेंशन आदि ।
- साइट के प्लेन का रिव्यू तथा अप्रूव करना ।
- सड़कों तथा पुलों का नेटवर्क ।
- सड़कें बनाना तथा उनकी मरम्मत का कार्य करना ।
- यातायात की भीड़ का प्रबंधन करना ।
- सुरक्षा, हादसों तथा प्रदूषण को कंट्रोल करना ।
PSEB 8th Class Computer Guide ई-गवर्नेंस Important Questions and Answers
रिक्त स्थान भरें :
छोटे उत्तरों वाले प्रश्न :
- विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सेवाओं का प्रयोग करके आम लोगों की ज़रूरतों को संतोषजनक तथा आसान तरीके के साथ पूरा करना ।
- सरकारी प्रशासनिक कार्यों को पारदर्शी, जवाबदेही, कुशल तथा प्रभावशाली तरीके के साथ करने के लिये सेवाओं को उपलब्ध करवाना ।
- यातायात
- बिल तथा टैक्स की ऑनलाइन अदायगी
- सूचना तथा लोक संपर्क सेवाएं
- नगर निगम सेवाएं
- सड़क तथा सुरक्षा प्रबंध ।
- खेती-बाड़ी
- स्वास्थ्य के क्षेत्र में
- शिक्षा के क्षेत्र में
- पंचायत ।