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RBSE Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 13 गणतंत्रदिवस:

RBSE Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 13 गणतंत्रदिवस:

Rajasthan Board RBSE Class 6 Sanskrit Chapter 13 गणतंत्रदिवस:

पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उच्चारणं कुरुत-(उच्चारण कीजिए-)
गणतंत्रदिवसः      कनिष्ठा         जिज्ञासापूर्वकम्
पृच्छति          षड्विंशतितमः    नूतनसंविधानस्य
श्‍वः             ध्वजारोहणम्        वेदव्यासमुनेः
इतोऽपि       उद्घोषवाक्यानि    पथसञ्चलनम्।
उत्तर:
छात्रा: स्वयमेव उच्चारणं कुर्वन्तु।

प्रश्न 2.
एकपदेन उत्तरत-(एक पद में उत्तर दीजिए-)
(क) रवेः कनिष्ठा भगिनी का ? (रवि की छोटी बहन कौन है ?)
(ख) रविः केन सह गीतस्य प्रस्तुतिं करिष्यति ? (रवि किसके साथ गीत की प्रस्तुति करेगा ?)
(ग) कार्यक्रमस्य अन्ते किं गीतं भविष्यति ? (कार्यक्रम के अन्त में क्या गीत होगा ?)
(घ) नरेन्द्रः किं करिष्यति ? (नरेन्द्र क्या करेगा ?)
उत्तर:
(क) सुधा
(ख) हरिणा
(ग) राष्ट्रगीतं
(घ) कविता पाठे

प्रश्न 3.
पूर्णवाक्येन उत्तरत-(पूरे वाक्य में उत्तर दीजिए-)
(क) रविः स्वगृहे किं करोति ? (रवि अपने घर में क्या करता है ?)
(ख) दशमीकक्षायाः बालिकाः कस्य गायनं करिष्यन्ति ? (दसर्वी कक्षा की बालिका किसका गायन करेंगी ?)
(ग) रवेः कक्षायाः छात्राः किं करिष्यन्ति ? (रवि की कक्षा के छात्र क्या करेंगे ?)
(घ) केषां कृते अतिथयः पुरस्कारान् दास्यन्ति ? (किसके लिए अतिथि पुरस्कार बाँटेंगे ?)
(ङ) नाटिकायां रविः कस्य अभिनयं करिष्यति ? (नाटिका में रवि किसका अभिनय करेगा ?)
उत्तर:
(क) रविः स्वगृहे समीकरणं करोति। (रवि अपने घर में इस्तरी करता है।)
(ख) दशमीकक्षायाः बालिकाः स्वागतगानस्य गायनं करिष्यन्ति। (दसर्वीकक्षा की लड़कियाँ स्वागतगान का गायन करेंगी।)
(ग) रवेः कक्षायाः छात्राः संस्कृतनाटिकायाः प्रदर्शन करिष्यन्ति। (रवि की कक्षा के छात्र संस्कृत नाटिका का प्रदर्शन करेंगे।)।
(घ) उत्तमानां छात्राणा कृते अतिथयः पुरस्कारान् दास्यन्ति। (श्रेष्ठ छात्रों के लिए अतिथि पुरस्कार देंगे।)
(ङ) नाटिकायां रविः वेदव्यासमुनेः अभिनयं करिष्यति। (नाटिका में रवि वेदव्यास मुनि का अभिनय करेगा।)

प्रश्न 4.
अधोलिखितानि एकवचनरूपाणि द्विवंचने बहुवचने च लिखत- (नीचे लिखे एकवचन रूपों को द्विवचन और बहुवचन में लिखिए-).
यथा –  एकवचनम्    द्विवचनम्      बहुवचनम्
उत्तर:         रविः             रवी                रवयः
(क)           मुनिः            मुनी               मुनयः
(ख)          कपिः            कपी               कपयः
(ग)           ऋषिः            ऋषी               ऋषयः
(घ)           हरिः              हरी                हरयः

प्रश्न 5.
मञ्जूषातः चित-अव्ययपदानि चित्वारिक्तस्थानानि पूरयत-(मंजूषा से उचित अव्यय शब्दों को चुनकर खाली स्थान पूरा कीजिए-)
श्‍वः, यः, अधुना, अद्य
(क) अहम् …….. गीताम् पठितवान्।
(ख) यूयम् …….. कुत्र गमिष्यथ ?
(ग) …….. गणतन्त्रदिवसस्य उत्सवः अस्ति।
(घ) …….. देशः स्वतंत्र अस्ति।
उत्तर:
(क) हयः
(ख) श्वः
(ग) अद्य
(घ) अधुना

प्रश्न 6.
अधोलिखितानि एकवचन-क्रियापदानि द्विवचने बहुवचने च लिखत-(नीचे लिखे एकवचन क्रिया पदों को द्विवचन और बहुवचन में लिखिए-)
उत्तर:
    एकवचनम्        द्विवचनम्       बहुवचनम्
यथा- गमिष्यति          गमिष्यतः        गमिष्यन्ति
(क) पठिष्यति           पठिष्यतः        पठिष्यन्ति
(ख) लेखिष्यति          लेखिष्यतः       लेखिष्यन्ति
(ग)  चलिष्यति           चलिष्यतः       चलिष्यन्ति
(घ) नेष्यति                नेष्यतः           नेष्यन्ति
(ङ) पतिष्यति            पतिष्यतः        पतिष्यन्ति

प्रश्न 7.
उदाहरणानुसारं सन्धिं कुरुत(उदाहरण के अनुसार सन्धि कीजिए-)
उत्तर:
यथा – फलम् + पतति = फलं पतति।
(क) अहम् + गच्छामि  = अहं गच्छामि।
(ख) वयम् + पठामः     = वयं पठामः।
(ग) त्वम् + वदसि        = त्वं वदसि।
(घ) पत्रम् + लिखति     = पत्र लिखति।
(ङ) यूयम् + लिखथ     = यूयं लिखथ।

प्रश्न 8.
प्रदत्तशब्दाना लुट्लकारस्य रूपाणि लिखत(दिये गये शब्दों के सृट्लकार के रूप लिखिए-)
उत्तर:
(क) प्रथमः पुरुषः
यथा – भव (भू)भविष्यति         भविष्यतः                  भविष्यन्ति
खाद्          खादिष्यति            खादिष्यतः                खादिष्यन्ति
खेल           खेलिष्यति             खेलिष्यतः                खेलिष्यन्ति
गम्            गमिष्यति               गमिष्यतः                गमिष्यन्ति

(ख) मध्यमः पुरुषः
यथा-भव (भू)       भविष्यसि           भविष्यथः            भविष्यथ।
खाद्                  खादिष्यसि          खादिष्यथ:          खादिष्यथ
खेल                   खेलिष्यसि          खेलिष्यथ:           खेलिष्यथ
गम्                    गमिष्यसि           गमिष्यथ:            गमिष्यथ

(ग) उत्तमः पुरुषः
यथा-भव् (भू)   भविष्यामि         भविष्यावः      भविष्यामः
खाद्              खादिष्यामि        खादिष्यावः    खादिष्यामः
खेल्               खेलिष्यामि         खेलिष्याव:     खेलिष्यामः
गम्                गमिष्यामि          गमिष्यावः      गमिष्यामः

प्रश्न 9.
अधोलिखितानि वर्तमानकालरूपाणि भविष्यत्काले परिवर्तयत(नीचे लिखे वर्तमान काल के रूपों को भविष्यत् काल में बदलिए-)
यथा – पठति        पठिष्यति     वदामि      वदिष्यामि
उत्तर:
खादति        खादिष्यति     खेलसि       खेलिष्यसि
भवामि        भविष्यामि      गच्छामः      गमिष्यामः
लिखन्ति       लेखिष्यन्ति    करोति      करिष्यति
आगच्छथ     आगमिष्यथ   वदावः       वदिष्यावः
पिबतः          पास्यतः       चलतिं        चलिष्यति

प्रश्न 10.
उदाहरणानुसारं भविष्यकाल-वाक्यानि लिखत(उदाहरण के अनुसार भविष्यतकाल में वाक्य लिखिए-)
उत्तर:
   वर्तमानकाले               भविष्यत्काले
यथा – बालकः पठति।        बालकः पठिष्यति
बालिका खादति।               बालिका खादिष्यति।
वयं वदामः।                      वयं वदिष्यामः।
त्वं खेलसि।                       त्वं खेलिष्यसि।
अहं पश्यामि।                   अहं दक्ष्यामि।
वर्तमानकाले                     भविष्यत्काले
यथा-अहं खादामि।            अहं खादिष्यामि।
सा लिखति।                      सा लिखिष्यति।
ते कुर्वन्ति।                        ते करिष्यन्ति।
बालकाः गच्छन्ति।              बालकाः गमिष्यन्ति।
यूयं चलथ।                        यूयं चलिष्यथ।

योग्यता-विस्तार

1. ध्यान से देखो, पढ़ो और समझोआकाशे मेघाः सन्ति।-आकाश में बादल हैं। वृष्टिः भविष्यति ।-वर्षा होगी। अद्यः शनिवासरः अस्ति ।-आज शनिवार है। श्वः रविवासरः भविष्यति ।-कल रविवार होगा। अहं श्वः विद्यालयं न गमिष्यामि।-मैं कल विद्यालय नहीं। जाऊँगी। एषः लघुपादपः सन्ति।-यह छोटा पौधा है। एषः वृक्षः भविष्यति ।-यह पेड़ होगा। श्वः श्लोकपाठ-स्पर्धा भविष्यति ।-कल श्लोक पढ़ने की प्रतियोगिता होगी। अहं श्लोकान् वदिष्यामि।-मैं श्लोकों को बोलूंगा।

2. यह भविष्यत्काल का प्रयोग है। भविष्यत्काल की क्रिया के प्रदर्शन के लिए संस्कृत में लुट्लकार का प्रयोग होता है। लुट्लकार के रूप इस प्रकार से चलते हैं पद्-धातुः लुटलकारः पुरुषः। एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम् प्रथमः पुरुषः पठियष्यति पठिष्यतः पठिष्यन्ति मध्यमः पुरुषः पठिष्यसि पठिष्यथः पठिष्यथ उत्तमः पुरुषः पठिष्यामि पठिष्यावः पठिष्यामः जैसे वर्तमान काल के लिए ललकार के रूपों का प्रयोग किया है वैसे ही भविष्यत् काल के लिए लुट्लकार के रूपों का प्रयोग होता है। ऊपर पठ् धातु के रूप पढ़े है।

3. कुछ धातुओं के भविष्यत् काल के प्रथम पुरुष एक वचन के रूप नीचे दिये गये हैं। उनको ध्यान से पढ़िए
धातुः             लट्लकारः             लुट्लकारः
(वर्तमानकालः)               (भविष्यत्काल:)
आगम्।        आगच्छति                 आगमिष्यति
पा (पिब्).      पिबति                      पास्यति
चल्             चलति                       चलिष्यति
वद्              वदति                        वदिष्यति
द्वश्             पश्यति                      द्रक्ष्यति
नी               नयति                        नेष्यति

4. इस पाठ में तुम सब इकारान्त पुल्लिङ्ग शब्दों का भी प्रयोग देखना चाहिए। जिन पुल्लिङ्ग शब्दों के अन्त में इ (इकार) होता है, वे इकारान्त पुल्लिङ्ग शब्द होते हैं। देखो
ह + अ + र् + इ = हरि (हरि + : = हरिः )
र् + अ + व् + इ = रवि (रवि + : = रविः )
ग् + इ + र् + ई = गिरि (गिरि + : = गिरिः)
म् + उ+ + इ = मुनि (मुनि + : = मुनि:)

5. ये सभी इकारान्त पुल्लिङ्ग शब्द हैं। इनके प्रथमद्वितीया-षष्ठी विभक्तियों में रूप इसी प्रकार चलते हैं
प्रथमा विभक्तिः
शब्दः       एकवचनम्        द्विवचनम्        बहुवचनम्
हरि              हरिः                  हरी              हरयः
रवी              रविः                  रवी              रवयः
गिरी             गिरिः                 गिरी            गिरयः
मुनि             मुनिः                  मुनी            मुनयः

द्वितीया विभक्तिः

शब्दः       एकवचनम्     द्विवचनम्       बहुवचनम्
हरि           हरिम्                हरि               हरीन्
रवि           रविम्                रवि               रवीन्
गिरी          गिरिम्               गिरी              गिरीन्
मुनि          मुनिम्                मुनेः              मुन्योः

षष्ठी विभक्तिः

शब्दः    एकवचनम्       द्विवचनम्       बहुवचनम्
हरि           हरे:               हर्योः              हरीणाम्
रवि           रवेः               रव्योः             रवीनाम्
गिरि          गिरेः              गिर्योः             गिरीणाम्
मुनि           मुनेः              मुन्योः            मुनीनाम्
परिशिष्ट की सहायता से अन्य विभक्तियों के रूप भी जानिए।

6. (

\underline { . }) यह चिन संस्कृत भाषा में अनुस्वार’ कहा जाता है। सामान्य रूप से अनुस्वार का प्रयोग ‘म्’ स्थान में होता
यथा-
अहम्        –    अहं
त्वम्          –    त्वं
रामम्।      –    रामं
वाक्य में अनुस्वार प्रयोग का एक नियम है। शब्द के अन्त में स्थित ‘म’ के बाद यदि व्यंजन वर्ण होता है तो ‘म’ के

स्थान पर अनुस्वार \underline { . } हो जाता है।
यथा-
(क) त्वम् + गच्छसि           = त्वं गच्छसि।
(ख) अहम् + पठामि          = अहं पठामि।
(ग) वयम् + लिखामः          = वयं लिखामः।
(ख) फलम् + पतति           = फलं पतति ।
किन्तु यदि ‘म’ के बाद स्वर वर्ण हो जाता है तो कोई भी परिवर्तन नहीं होता।
यथा-
(क) त्वम् + असि              = त्वम् असि
(ख) अहम् + इच्छामि        = अहम् इच्छामि।
(ग) पुस्तकम् + अस्ति        = पुस्तकम् अस्ति।
(घ) अहम् + अस्मि            = अहम् अस्मि।

अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
रविः स्वगृहे किं करोति ?
(क) स्नानं
(ख) पठनम्
(ग) समीकरणं
(घ) भोजनम्
उत्तर:
(ग) समीकरणं

प्रश्न 2.
विद्यालये ध्वजारोहणं कः करोति ?
(ख) शिक्षकः
(ग) लिपिकः
(घ) प्रधानाचार्यः
उत्तर:
(घ) प्रधानाचार्यः

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) रवेः भगिनी का अस्ति ?
(ख) विद्यालये समारोह कः करोति ?
(ग) हरिणा सह गीतस्य प्रस्तुति कः करोति ?
(घ) अन्ते किं भवति ?
उत्तर:
(क) सुधा रवेः भगिनी अस्ति।
(ख) सर्वे मिलित्वा समारोहं विद्यालये कुर्वन्ति।
(ग) रविः हरिणा सह गीतं गायति।।
(घ) अन्ते मिष्टान्नवितरणं भवति।

अधोलिखितानां गद्यांशं पठित्वा यथा निर्देशं प्रश्नान् उत्तरत्-
1. (रविः स्वगृहे वस्त्राणां समीकरणं करोति। समीकरणेन सह एव सः गीतगायनस्य अभ्यासम् अपि करोति। तस्य कनिष्ठा भगिनी सुधा एतत् पश्यति। तदा सा रविं जिज्ञासापूर्वक पृच्छति ।)
सुधा – भ्रातः ! त्वम् एतत् सर्वं किमर्थं करोषि ? कः विशेषः ?
विः – सुधे ! त्वं न जानासि ? श्वः जनवरीमासस्य षड्विंशतितमः दिनाङ्कः (26 जनवरी)। अस्मिन् एव दिवसे अस्माकं भारतदेशस्य नूतनसंविधानस्य आरम्भः अभवत्। अतः प्रतिवर्षम् एतस्य दिनस्य आयोजनं गणतन्त्रदिवसरूपेण भवति। श्वः अस्माकं विद्यालये अपि समारोहः भविष्यति। अतः अहं तस्य कृते सज्जतां करोमि।
1. एकपदेन उत्तरत
(क) रविः स्वगृहे किम् करोति ?
(ख) रवेः भगिनी का अस्ति ?
(ग) जनवरीमासस्य षड्विंशति दिनाङ्कः केनरूपेण मन्यते ?
(घ) विद्यालये अस्मिन् दिवसे किम् भवति ?
उत्तर:
(क) समीकरणं
(ख) सुधा
(ग) गणतन्त्रदिवस
(घ) समारोहः

2. पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) रविः समीकरणेन सह किं करोति ?
(ख) भारतस्य नूतनसंविधानं कदा आरम्भः अभवत् ?
उत्तर:
(क) रविः समीकरणेन सह गीतगायनस्य अभ्यास करोति।
(ख) भारतदेशस्य संविधानं जनवरीमासस्य षविंशतितमः दिनाङ्केः प्रारम्भः अभवत् ।
2. सुधा – अस्मिन् समारोहे कि भविष्यति ? के कार्यक्रमाः भविष्यन्ति ? रविः-समारोहे बहवः कार्यक्रमाः भविष्यन्ति। सर्वप्रथम प्रातः अष्टवादने अस्माकं प्रधानाचार्यः ध्वजारोहणं करिष्यति। ध्वजारोहणस्य पश्चात् वयं राष्ट्रगानं गास्यामः। दशमीकक्षायाः बालिकाः स्वागतगानस्य गायनं करिष्यन्ति। तत्पश्चात् वयं पथसञ्चलनं व्यायामप्रदर्शनं च करिष्यामः।
सुधा – समारोहे त्वं किं करिष्यसि ?
रविः – अहं हरिणा सह गीतस्य प्रस्तुतिं करिष्यामि। मम कक्षायाः छात्राः संस्कृतनाटिकायाः प्रदर्शनं करिष्यन्ति। तत्र अहं वेदव्यासमुनेः अभिनयं करिष्यामि।
1. एकपदेन उत्तरत
(क) ध्वजारोहणं कदा भविष्यति ?
(ख) ध्वजारोहणं कः करिष्यति ?
(ग) दशमीकक्षायाः बालिकाः किं गास्यन्ति?
(घ) समारोहे त्वं किं करिष्यसि ?
उत्तर:
(क) अष्टवादने
(ख) प्रधानाचार्यः
(ग) स्वागतगानं
(घ) गायनं

2. पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) समारोहे किं किं भविष्यति ?
(ख) वेदव्यासमुनेः अभिनयं कः करिष्यति ?
उत्तर:
(क) समारोहे बहवः कार्यक्रमाः भविष्यन्ति।
(ख) रविः वेदव्यास मुनेः अभिनयं करिष्यति।

3. सुधा – बहुशोभनम्। इतोऽपि किं किं भविष्यति ? रविः-राजस्थानस्य लोकगीतस्य उपरि नृत्यं भविष्यति। मम मित्रं नरेन्द्रः कविता पाठं करिष्यति। उत्तमानां छात्राणां कृते अतिथयः पुरस्कारान् दास्यन्ति। कार्यक्रमस्य अन्ते राष्ट्रगीतं भविष्यति। वयं उद्घोषवाक्यानि वदिष्यामः। सर्वेषां कृते मिष्टान्नवितरणं भविष्यति। तत्पश्चात् सर्वे गमिष्यन्ति। सुधा-उत्तमम् ! अहमपि श्वः विद्यालयं चलिष्यामि। रविः-आम्! आवां अवश्यमेव सह एव चलिष्यावः।।
1. एकपदेन उत्तरत
(क) पुरस्कारान् के दास्यन्ति ?
(ख) कविता पाठं कः करिष्यति ?
(ग) कार्यक्रमस्य अन्ते कि भविष्यति ?
(घ) उद्घोषवाक्यानि के वदिष्यन्ति ?
उत्तर:
(क) अतिथयः
(ख) नरेन्द्रः
(ग) राष्ट्रगीतं
(घ) छात्राः

2. पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) लोकगीतस्य उपरि किम् भविष्यति ?
(ख) रविः कया सह विद्यालयं गमिष्यति ?
उत्तर:
(क) लोकगीतस्य उपरि नृत्यं भविष्यति।
(ख) रवि सुधया सह विद्यालयं गमिष्यति।

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