RBSE Class 6 Hindi व्याकरण शब्द-विचार
RBSE Class 6 Hindi व्याकरण शब्द-विचार
Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण शब्द-विचार
दो या दो से अधिक वर्षों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं। जैसे- लाल, कमल।
सामान्यतः शब्द दो प्रकार के होते हैं
- सार्थक शब्द
- निरर्थक शब्द
शब्दों का वर्गीकरण निम्नलिखित आधारों पर किया जाता है –
(क) व्युत्पत्ति के आधार पर
(ख) उत्पत्ति के आधार पर
(ग) प्रयोग के आधार पर
(क) व्युत्पत्ति के आधार पर शब्दों का वर्गीकरण
व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द तीन प्रकार के होते हैं
- रूढ़ शब्द–जो शब्द एक अर्थ-विशेष या वस्तु-विशेष के लिए प्रयुक्त हों, वे रूढ़ शब्द कहलाते हैं, जैसे-काला, लाल, पानी, माता, कान, नाक आदि।
- यौगिक शब्द–जो शब्द अन्य शब्दों के मेल से बनते हैं, वे यौगिक शब्द कहलाते हैं। जैसे—विद्यालय, पीतांबर, निर्धन आदि।
- योगरूढ़ शब्द–ऐसे ‘यौगिक’ शब्द जो सामान्य अर्थ को प्रकट न करके किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हैं, वे योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं। जैसे–पंक + ज का अर्थ है-कीचड़ में जन्मा, परन्तु पंकज’ शब्द केवल ‘कमल’ के लिए रूढ़ हो गया है।
(ख) उत्पत्ति के आधार पर शब्दों का वर्गीकरण
उत्पत्ति के आधार पर शब्द चार प्रकार के होते हैं
1. तत्सम शब्द–संस्कृत भाषा के वे शब्द जो बिना किसी परिवर्तन के हिंदी भाषा में प्रयुक्त होते हैं, तत्सम शब्द कहलाते हैं।
2. तद्भव शब्द–संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा में आते-आते जिन शब्दों में थोड़ा-बहुत अंतर आ गया है, वे तद्भव शब्द कहलाते हैं।
प्रमुख तत्सम व तद्भव शब्द
3. देशज शब्द–जो शब्द विभिन्न क्षेत्रों के ग्रामीण जनसमुदाय द्वारा निर्मित होकर बोलियों के माध्यम से हिंदी भाषा में आए हैं, वे देशज शब्द हैं । जैसे- लुटिया, चुटिया, खटिया, लोटा, ऊटपटांग, सरपट, खर्राटा, चाँद, चुटकी, ठठेरा, पटाखा, फटफटिया, खुरपी, तखरी, खुसुर-पुसुर, के-के, टाँय-टाँय, चूं-चूँ, बक-बक, गड़बड़, हलुआ, छटपटाना, खटखटाना, धक्का, सटकना, गपकना, उँघियाना, जमुहाना, मेल-जोल, बछिया, गोल-मटोल, कटोरा, थाली, जूता, खिड़की, डिबिया, पेट, कलाई, भोंदू, चाचा, भइया, गोल, चिकना, ताला, लुगी, कपास, तमाखू, केला, बाजरा, भिंडी, सरसों, भूसा, छप्पर आदि।
4. विदेशी शब्द–जो शब्द अंग्रेजी, अरबी, फारसी, तुर्की, चीनी, पुर्तगाली आदि विदेशी भाषाओं से हिंदी भाषा में आ गये हैं तथा हिंदी भाषा में थोड़े-बहुत परिवर्तन के साथ प्रयोग किये जाते हैं, वे विदेशी शब्द कहलाते हैं। जैसे- अरबी मशाल, सुल्तान, इरादा, इशारा, तहसील, हलवाई, नकद, किताब, कत्ल, जिक्र, तमाम, दवाखाना आदि। तुर्की चाकू, कुली, चेचक, चम्मच, कैंची, तोप आदि। फारसी- अमरूद, आमदनी, आइंदा, आसमान, उम्मीद, कारीगर, कबूतर, गवाह, खामोश, खुश, दर्जी, गर्द, दवा, दीवार, गुलाब, कमान, चादर आदि। चीनी – लीची, चीनी आदि। जापानी-रिक्शा, सायोनारा, हाइकू, कामेरा आदि। फ्रांसीसी-कूपन, रेस्टोरेंट, कारतूस, अंग्रेज आदि। पुर्तगाली-अचार, आलपीन, गमला, अलमारी, चाबी, कमीज, काज, कमरा, तौलिया आदि। चतुरुप, बम आदि। रूसी-स्पूतनिक, जार, लूना आदि। अंग्रेजी-ऑफिस, इंच, इंजन, कम्पनी, ओवरकोट, कलैण्डर, कमीशन, मजिस्ट्रेट, प्रेस, फोटो, बटन, डॉक्टर, डेयरी, इंस्पेक्टर, ट्रक, चिमनी, ड्रामा आदि।
(ग) प्रयोग के आधार पर शब्दों का वर्गीकरण
वाक्यों में प्रयोग के आधार पर शब्द दो प्रकार के होते हैं
- विकारी शब्द–जिन शब्दों में लिंग, वचन, कारक, काल आदि के कारण परिवर्तन आ जाता है, वे विकारी शब्द कहलाते हैं। संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया तथा विशेषण शब्द विकारी शब्द हैं।
- अविकारी शब्द–जिन शब्दों पर लिंग, वचन, कारक, काल आदि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता तथा जो एक ही रूप में प्रयुक्त होते हैं, वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। इन्हें अव्यय’ भी कहते हैं। क्रिया-विशेषण, संबंध बोधक, समुच्चय-बोधक और विस्मयादिबोधक शब्द अविकारी शब्द हैं।
परीक्षोपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर:
दो या दो से अधिक वर्षों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं।
प्रश्न 2.
तद्भव रूप लिखिए-कृषक, जिह्वा।
उत्तर:
किसान, जीभ।
प्रश्न 3.
निम्न शब्दों के तत्सम रूप लिखिए
उत्तर:
स्वान = श्वान। समरथ = समर्थ। भगत = भक्त। कँवल = कमल। आँख = अक्षि। अमोल = अमूल्य।
प्रश्न 4.
प्रयोग के आधार पर शब्द-भेद बताइये।
उत्तर:
प्रयोग के आधार पर दो प्रकार के शब्द होते हैंविकारी तथा अविकारी शब्द।
प्रश्न 5.
व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द-भेद है
(क) रूढ़
(ख) यौगिक
(ग) योगरूढ़
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 6.
निम्न में तत्सम शब्द है
(क) अग्नि
(ख) सपना
(ग) कान
(घ) कोयला
उत्तर:
(क) अग्नि
प्रश्न 7.
निम्न में विदेशी शब्द है
(क) चाँद
(ख) अखबार
(ग) कृषक
(घ) अहीर
उत्तर:
(ख) अखबार