RBSE Class 8 Sanskrit व्याकरण अव्यय
RBSE Class 8 Sanskrit व्याकरण अव्यय
Rajasthan Board RBSE Class 8 Sanskrit व्याकरण अव्यय
अव्यय की परिभाषा-‘अव्यय’ का अर्थ है जो खर्च न हो, अर्थात् जिसके रूप में परिवर्तन या विकार नहीं आवे। इस तरह अव्यय शब्द को ‘अविकारी शब्द भी कहते हैं। इन शब्दों में लिंग, विभक्ति, वचन आदि के कारण रूपपरिवर्तन नहीं होता है। संस्कृत में अनेक अव्यय शब्द प्रयुक्त होते हैं। यहाँ कुछ महत्त्वपूर्ण अव्ययों का परिचय प्रयोग सहित दिया जा रहा है।
- बहुधा–बहुत बार। गोपालः बहुधा अत्र आगच्छति।
- सर्वथा—सभी तरह। इदं कार्यं सर्वथा करणीयम्।
- तूष्णीम्—चुप, मौन। तस्य कथनं श्रुत्वा सः तूष्णीम् अभवत्।
- कदापि कभी भी। कदापि असत्यं नं वदनीयम्।
- धिक्धि—क्कार। दुर्जनं धिक्।
- एव–ही। त्वम् एव पाठं पठ।
- निश्चयेन—निश्चय से। निश्चयेन अहं तत्र गमिष्यामि।
- बहिस्—बाहर। छात्रः विद्यालयात् बहिः तिष्ठति।
- अन्तर्—अन्दर। मनसि अन्तर्गुणाः सन्ति।
- अत्र—यहाँ। अत्र छात्रः पठति।
- एकदा—एक दिन, एक बार। एकदा चौरः समायातः।
- कुत्र—कहाँ। त्वं कुत्र गच्छसि?
- खलु—निश्चय से। अद्य खलु वर्षा भविष्यति।
- चिरम्—बहुत समय तक। सः चिरं कार्यं करोति।
- तदा—तब। तदा रामः वनमगच्छत्।
- तत्र—वहाँ। तत्र छात्र: पठति।
- एवम्इ—स तरह। एवं कार्यं कर्तव्यम्।
- पुन—फिर। रमेशः पुनः पाठं पठेत्।
- प्रात—सुबह। प्रातः भ्रमणाय गच्छेत्।
- इतस्त—इधर-उधर। छात्राः इतस्ततः भ्रमन्ति।
कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण अव्यय और उनके अर्थ— अद्य = आज। ह्यः = कल (बीता हुआ)। श्वः = कल (आने वाला)। नूनम् = निश्चय ही। इदानीम् = इस समय। साम्प्रतम् = इस समय। सदा = हमेशा। सह = साथ। यदा = जब। अपि = भी। च = और। अतः = इसलिए। सहसा = अचानक। यावत् = जब तक।
अभ्यासार्थ प्रश्नोत्तर
वस्तुनिष्ठप्रश्ना-
Avyay In Sanskrit Class 8 प्रश्न 1.
रमेशः …………………………. संस्कृतं वदति। रिक्तस्थाने उचितं अव्ययं प्रयोगं कुरु।
(क) तूष्णीम्।
(ख) बहुधा
(ग) यत्र
(घ) तर्हि।
उत्तर:
(ख) बहुधा
Class 8 Avyay In Sanskrit प्रश्न 2.
सः अकथयत्–‘धि मूर्ख! ………………………..भाव।”
(क) सम्प्रति
(ख) यावत्
(ग) तूष्णीं
(घ) तर्हि।
उत्तर:
(ग) तूष्णीं
Avyay In Sanskrit प्रश्न 3.
‘अधुना अहं गृहं गच्छामि’ अस्मिन् वाक्ये अव्ययशब्दः वर्तते
(क) अधुना
(ख) अहम्।
(ग) गृहम्
(घ) गच्छामि।
उत्तर:
(क) अधुना
Sanskrit Avyay Class 8 प्रश्न 4.
‘अतः आगच्छतु महानुभावः अत्र अव्ययपदमस्ति
(क) आ
(ख) गच्छतु
(ग) अतः
(घ) महानुभावः।
उत्तर:
(ग) अतः
Avyay Class 8 प्रश्न 5.
‘सर्वत्र ईश्वरः व्याप्तः अस्ति’-अत्र अव्ययपदमस्ति
(क) अस्ति
(ख) ईश्वरः
(ग) सर्वत्र
(घ) व्याप्तः।
उत्तर:
(ग) सर्वत्र
अव्ययपदानि Sanskrit प्रश्न 6.
‘अयं सर्वान् अपि खादिष्यति’-अत्र अव्ययपदमस्ति
(क) अपि
(ख) अयं
(ग) खादिष्यति
(घ) सर्वान्।
उत्तर:
(क) अपि
Sanskrit Avyay प्रश्न 7.
‘दीपनुतिः खलु शत्रुपरा’-अत्र अव्ययपदमस्ति
(क) शत्रु
(ख) खलु
(ग) नुतिः
(घ) दीप।
उत्तर:
(ख) खलु
Sanskrit Me Avyay प्रश्न 8.
‘बालकाः गृहात् बहिः क्रीडन्ति’-अत्र अव्ययपद-मस्ति
(क) बहिः
(ख) बालकाः
(ग) क्रीडन्ति।
(घ) गृहात्।
उत्तर:
(क) बहिः
Sanskrit Ke Avyay प्रश्न 9.
‘अहं विरक्तः सदा तृप्त:’–अत्र अव्ययपदमस्ति
(क) तृप्तः
(ख) अहं
(ग) सदा
(घ) विरक्तः।
उत्तर:
(ग) सदा
Avyay Sanskrit प्रश्न 10.
‘वयं समूहे तत्र गत्वा स्वच्छतां कृतवन्तः’-अत्र अव्ययपदमस्ति—
(क) समूहे
(ख) वयं
(ग) कृतवन्तः
(घ) तत्र।
उत्तर:
(घ) तत्र।
Sanskrit Ke Avyay Shabd प्रश्न 11.
एतेषु पदेषु ‘अव्यय’ पदमस्ति
(क) सः
(ख) सर्वथा
(ग) बालकः।
(घ) गच्छति।
उत्तर:
(ख) सर्वथा
अव्यय Sanskrit प्रश्न 12.
एषु पदेषु ‘अव्यय’ पदं नास्ति
(क) सुन्दरः
(ख) बहिः
(ग) खलु।
(घ) अपि।
उत्तर:
(क) सुन्दरः
लघूत्तरात्मकप्रश्ना
Sanskrit Avyay Vakya प्रश्न 1.
उचित अव्ययेन रिक्तस्थानम् पूरयत
(क) गृहीत ……………. केशेषु मृत्युना धर्ममाचरेत्। (सह, खलु, इव, च)
(ख) न चौरहार्यं न ………………… राजहार्यं न भ्रातृभाज्यं न च भारकारि। (यथा, च, तु, ना)
(ग) व्यये कृते वर्धते। ………………… नित्यं विद्याधनं सर्वधनप्रधानम्। (एव, इव, च, पुनः)।
(घ) आत्मनः प्रतिकूलानि परेषां ………………. समाचरेत। (च, यद्यपि, क्व, न)
(ङ) सत्यम्। जयते नानृतम्। (च, अद्य, तदा, एव)
उत्तर:
(क) गृहीत इव केशेषु मृत्युना धर्ममाचरेत्।
(ख) न चौरहार्यं न च राजहार्यं न भ्रातृभाज्यं न च भारकारि।
(ग) व्यये कृते वर्धते एव नित्यं विद्याधनं सर्वधनप्रधानम्।
(घ) आत्मनः प्रतिकूलानि परेषां न समाचरेत्।
(ङ) सत्यम् एव जयते नानृतम्।
अव्यय शब्द In Sanskrit प्रश्न 2.
उचित अव्ययेन रिक्तस्थानं पूरयत
(क) असतो ……………………… सद्गमय। (खलु, एव, मा)
(ख) रणक्षेत्रं …………………. गच्छन् सः राज्ञीं पश्यति स्म। (च, तत्र, प्रति)
(ग) तेन ………………. दिवारात्री भवतः। (खलु, एव, तदा)
(घ) …………………. भवान् राजस्थानं आगच्छतु। (ततः, तत्र, अतः)
(ङ) आपद्गतं ……………….. न जहाति ददाति काले। (च, एव, अपि)
उत्तर:
(क) मा
(ख) प्रति
(ग) एवं
(घ) अतः
(ङ) च
Sanskrit Mein Avyay प्रश्न 3.
उचित अव्ययेन रिक्तस्थानम् पूरयत
(क) एकस्तु बुद्धिमान् ………………………….. शास्त्रविमुखः।. (इव, च, किन्तु, एव)
(ख) ……………………… तृतीयेन उक्तम्। (अहो, ततः, विना, अपि)
(ग) कर्मणि ……………………….. अधिकारस्ते। (इव, एव, तदा, यदा)
(घ) नैव क्लिष्टा न ………………………… कठिना। (अहो, च, ततः, अत्र)
(ङ) अहं विवाहम्। ………………………… न करिष्यामि। (अपि, खलु, च, तत्र)
उत्तर:
(क) किन्तु
(ख) ततः
(ग) एवं
(घ) च
(ङ) अपि।
संस्कृत अव्यय Pdf प्रश्न 4.
उचित अव्ययेन रिक्तस्थानम् पूरयत–
(क) अत्र कुशलं …………………………. (तत्र, इतः, च)
(ख) …………………………… भवान् राजस्थानम् आगच्छतु। (ततः, कुत्र, अत:)
(ग) भारतीय-वैज्ञानिकाः …………………. कार्यं कृतवन्तः। (बहु, खलु, अद्य)
(घ) सत्यं प्रियहितं यत्। (एव, च, अपि)
(ङ) नगरे …………………. वाहनानि दृश्यन्ते। (इतस्ततः, अद्य, सदा)
उत्तर:
(क) तत्र
(ख) अतः
(ग) बहु
(घ) च
(ङ) इतस्तत