RBSE Solutions for Class 11 English Julius Caesar Additional Questions
RBSE Solutions for Class 11 English Julius Caesar Additional Questions
Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 English Julius Caesar Additional Questions
Answer the following questions in about 150 words each:
Question 1.
Comment over the central idea of the play.
नाटक के मूलभाव पर टिप्पणी कीजिये।
Answer:
On behalf of the play, the writer discusses the human values in society. He says that human values are considered inferior in comparison to wealth and property. He means to say that the men have become materialistic and do not give importance to men. The dramatist wants to teach the lesson of moral duty in society and advises us never to be too ambitious because the ambitions of men make them dishonest and cruel as well as selfish. He says that the man ought, to be honest, and come into the contact of nature and avoid the possession. The man must not consider himself more powerful than others and develop the sense of love and brotherhood besides ruling over others, because such mentality destroys the entire value of human being and it becomes the cause of unnecessary war and the man becomes the cause of the destruction of man.
नाटक के माध्यम से नाटककार समाज में मानव मूल्यों पर विचार-विमर्श करता है। वह कहता है कि मानव मूल्यों को धन सम्पत्ति से निकृष्ट समझा जाता है। कहने का आशय यह है कि मानव भौतिकतावादी बन गया है तथा मानव को प्राथमिकता नहीं देता है। नाटककार नैतिक कर्तव्य का पाठ पढ़ाना चाहता है तथा कभी भी महत्त्वाकांक्षी न होने की सलाह देता है। क्योंकि आदमी की महत्त्वाकांक्षा उसे बेईमान, निर्दयी तथा स्वार्थी बना देती है। वह कहता है कि मानव को ईमानदार होना चाहिए तथा भौतिकता को छोड़ने के लिए प्रकृति के सम्पर्क में आना चाहिए। मानव को स्वयं को दूसरों से अधिक शक्तिशाली नहीं समझना चाहिए तथा दूसरों पर शासन करने की बजाय प्रेम व भाईचारे के भाव विकसित करने चाहिए। क्योंकि ऐसी मानसिकता मानव के सम्पूर्ण मूल्यों को नष्ट कर देती है तथा अनावश्यक युद्ध का कारण बन जाती है तथा मानव ही मानव के विनाश का कारण बन जाता है।
Question 2.
What is Soliloquy? Explain.
स्वगत भाषण क्या है? समझाइये।
Answer:
A Soliloquy is a speech in a play in which a character, who is alone on the stage, speaks his thoughts. This act of speaking thoughts in this way is called soliloquy. In speaking to oneself, a man expresses his deepest and most secret thoughts. Therefore when a character speaks to himself with nobody to listen to him, can speak freely and without shyness. In real life a man speaks to himself when he is alone but this does not happen commonly or frequently. In the case of theatrical performance, use of the soliloquy is a means of expressing a character’s private thoughts which are used to play on the stage. When the dramatist wants a character to reveal his private thoughts to the audience without any other characters in the play to know the personal thoughts. The dramatist uses this art when a character is alone on the stage. He may begin to speak to himself aloud to express what is going on in his mind.
यह एक नाटक में प्रयुक्त स्वगत कथन वह है जिसमें पात्र जो कि स्टेज पर अकेला है अपने विचारों को बोलता है। विचारों की इस प्रक्रिया को इस तरह बोलना ‘स्वगत भाषण’ कहलाता है। इसे एक पात्र के द्वारा स्वयं के लिए बनाया जाता है। जब वह अकेला होता है स्वयं से बात करते समय एक व्यक्ति अपने गहरे व रहस्यमयी विचार पेश करता है। इस तरह जब एक पात्र स्वयं से बातचीत करता है और उसे कोई भी नहीं सुनता है तब वह बिना संकोच के स्वतंत्र रूप से बोलता है। वास्तविक जीवन में एक आदमी स्वयं से तब बात करता है जब वह अकेला होता है। लेकिन ऐसा सामान्यतया अथवा बार-बार नहीं होता है। लेकिन रंगमंच की प्रस्तुति के मामले में स्वर्गत भाषण का प्रयोग पात्र के व्यक्तिगत विचारों को व्यक्त करने का एक तरीका है जो कि मंच पर प्रयोग की जाती है। जब नाटककार पात्र से अपने व्यक्तिगत विचार प्रस्तुत करवाना चाहता है। जिससे श्रोता समझते हैं और नाटक का अन्य कोई किरदार उसकी बात नहीं सुन सकता है। नाटककार इस कला का प्रयोग तब करता है जब पात्र मंच पर अकेला होता है। वह स्वयं से जोर-जोर से बातें करने लगता है यह व्यक्त करने के लिए कि उसके मस्तिष्क में क्या योजना बन रही है।
Question 3.
Draw the character sketch of Caesar.
सीजर का चरित्र चित्रण कीजिये।
Answer:
Historically, Julius Caesar was one of the greatest warrior and conqueror. He is one of the most famous and renowned figures in the history of this world. In fact, Shakespeare does not present Caesar so impressive and powerful but he presents him with a mixture of weakness and strength. Although Caesar is not just a bundle of weaknesses and faults yet he has a very strong and powerful side of his character. In the opening scene, we find him to be worshipped by the public because he has defeated the sons of Pompey in the battle and they want to celebrate his victory. Caesar is kind-hearted and a true patriot who loves his motherland in true sense. He is brave and never fears of death. He was not only a good king but also proved a good friend of the people as well as a good husband. He regarded the dream of Calpurnia and cancelled the meeting of Senate at first. In this way, we can say that Caesar was an ideal character who is admired by everyone due to his virtues.
ऐतिहासिक तौर पर जूलियस सीजर एक बहुत बड़ा योद्धा तथा विजेता था। वह संसार के इतिहास में एक जानी-मानी व प्रतिष्ठित हस्ती था। वास्तव में शेक्सपीयर सीजर को इतना अधिक प्रभावशाली व शक्तिशाली पेश नहीं करता है जबकि वह कमजोरियाँ एवं गलतियों का मिश्रण प्रकट करता है। हालांकि सीजर गलतियों व कमजोरियों की पोटली नहीं है। उसका चरित्र बहुत ही मजबूत व प्रभावशाली है। प्रारम्भिक दृश्य में हमें वह जनता के द्वारा पूजा करवाते हुए प्रकट होता है। वे उसकी विजय का जश्न मनाना चाहते हैं जो कि पोम्पे के पुत्रों को हराकर आया है। सीजर दयालु व सच्चा है, देशभक्त है जो सच्चे अर्थों में अपनी मातृभूमि से प्रेम करता है। वह बहादुर है तथा कभी भी मौत से नहीं डरता है। वह एक अच्छा राजा ही नहीं बल्कि जनता का सच्चा दोस्त था तथा एक अच्छा पति भी था। उसने कलपुर्निया के स्वप्न का सम्मान किया तथा पहली बार में ही संसद की सभा को निरस्त कर दिया। इस तरह हम कह सकते हैं कि सीजर आदर्श पात्र था जिसकी उसके गुणों के कारण सबके द्वारा प्रशंसा की जाती है।
Question 4.
What do you think about the character of Cassius? Discuss.
कैसियस के चरित्र के बारे में आप क्या सोचते हैं? विवेचन करो।
Answer:
As far as we concern Cassius is a very clever and brave man. He uses his skill to make his place proper in the heart of Caesar but in fact, he has his personal grudge against Caesar. So he starts a conspiracy against Caesar and plans to kill him. He moulds Brutus in his favour easily with his skill. He becomes irritated when he finds Caesar growing more and more powerful. He plays an important role in the political life of the country. Although we can say that Cassius has a genuine love of liberty also. He wants democratic and republican ideology in the country but in fact, he has a sense of jealousy against Caesar. But he is coward and cannot courage to fight against the army of Antony in the battlefield and commits suicide. It clears that he was not a true patriot and dedicated to his motherland. Although he is able to make others in his favour he does not have the virtues of a real Hero.
जहाँ तक हम समझते हैं कैसियस एक बहुत ही चतुर और बहादुर आदमी है। वह सीजर के दिल में जगह बनाने के लिए अपनी चालाकियों का प्रयोग करता है। लेकिन वास्तव में उसके सीजर से व्यक्तिगत मतभेद हैं। इसलिए वह सीजर के विरुद्ध षड्यंत्र रचता है तथा उसे मारने की योजना बनाता है। वह अपनी चतुराई से ब्रूटस को अपने पक्ष में कर लेता है। वह चिड़चिड़ा हो जाता है जब उसे लगता है कि सीजर अपनी शक्ति को लगातार बढ़ाता जा रहा है। वह देश के जीवन में एक महत्त्वपूर्ण राजनैतिक भूमिका निभाता है। यद्यपि हम कह सकते हैं कि कैसियस के दिल में आजादी के प्रति सच्चा प्रेम था। वह देश में प्रजातांत्रिक विचारधारा व सिद्धान्त लागू करना चाहता है। लेकिन वास्तव में उसके मन में सीजर के प्रति जलन की भावना है। लेकिन वह कायर था और वह एंटनी की सेना का युद्ध के मैदान में सामना नहीं कर सका तथा आत्महत्या कर ली। इससे स्पष्ट होता है कि वह सच्चा देशभक्त नहीं था तथा मातृभूमि के प्रति समर्पित नहीं था। हालांकि वह दूसरों को अपने पक्ष में कर सकता था। लेकिन उसमें एक सच्चे योद्धा अथवा नायक के गुण नहीं थे।
Question 5.
Comment over the character of Mark Antony. ,
मार्क एंटनी के चरित्र पर टिप्पणी कीजिये।।
Answer:
Mark Antony appears as the main character of the play. He remains active in the play from beginning to end. His presence brings a sense of curiosity in the readers because he is an honourable and true patriot of the country. Antony appears in the play at first in the celebration of race competition of the Lupercalia. He appears the most trusted person of Caesar and delivers his loyalty. Antony shows his attitude and humanity towards Caesar. He is the best friend of Caesar. Antony’s friendship for Caesar finds expression in his offering a crown to Caesar three times. The murder of Caesar proves a great shock to Antony. Then after he tries to contact the murderers which show his great regard for Caesar. He is crafty. He pretends of joy at the death of Caesar in order to win the trust of Brutus and Cassius. He gets permission to address the public at the cremation of Caesar and make them in his favour with impressive speech. In this way, we can say Antony is the hero of the play.
मार्क एंटनी नाटक के मूल पात्र के रूप में प्रकट होता है। वह नाटक में शुरू से अन्त तक उपस्थित रहता है। उसकी उपस्थिति पाठकों में जिज्ञासा का भाव प्रकट करती है। क्योंकि वह एक सम्माननीय व सच्चा देशभक्त है। एंटनी नाटक में पहली बार लूपरकेलिया के दौड़ समारोह में दिखाई देता है। वह सीजर के सबसे ज्यादा विश्वास पात्र आदमी के रूप में प्रकट होता है तथा अपनी वफादारी दर्शाता है। एंटनी सीजर के प्रति अपना रवैया व मानवता को दर्शाता है। वह सीजर का सबसे अच्छा दोस्त है। एंटनी की दोस्ती सीजर के प्रति उसे ताज सौंपने के दौरान प्रतीत होती है जिसे वह तीन बार सीजर को देता है। सीजर की हत्या से एंटनी को गहरा आघात लगता है तत्पश्चात् वह तुरन्त षड्यंत्रकारियों से सम्पर्क करने की कोशिश करता है। यह सीजर के प्रति उसके सम्मान को दर्शाता है। वह बहुत चालबाज आदमी है। ब्रूटस व कैसियस का विश्वास जीतने के लिए वह सीजर की मृत्यु पर खुश होने का दिखावा करता है। वह सीजर के अन्तिम संस्कार पर बोलने की इजाजत प्राप्त करता है तथा अपने प्रभावशाली भाषण से जनता को अपने पक्ष में कर लेता है। इस तरह हम कह सकते हैं कि एंटनी नाटक का हीरो था।
Question 6.
Why does Portia kill herself? Explain.
पोर्शिया स्वयं को क्यों मार लेती है? व्याख्या कीजिए।
Answer:
Portia also plays an important role in the play. She is an intelligent and mature young lady. She is the wife of Brutus and loves him very much. But Brutus does not show his much interest in Portia. When Cassius and other associates of Brutus come to his palace at night and departs early in the morning, Portia asks Brutus about the reason of staying people there. But Brutus does not tell her the truth or the secret plan to kill Caesar. In this. way Portia becomes annoyed with Brutus and blames him that he uses her as a keep. Although she proves her power of toleration in any difficult situation she does not find any soft corner for herself in the heart of Brutus so that she also commits suicide and leaves Brutus alone to do what he desires as a liberal man.
पोर्शिया भी नाटक में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वह एक बुद्धिमान व परिपक्व महिला थी। वह ब्रूटस की पत्नी है तथा उसे बहुत अधिक प्रेम करती है। लेकिन ब्रूटस पोर्शिया में ज्यादा रुचि नहीं दिखाता है। जब कैसियस तथा ब्रूटस के अन्य साथी महल में रात के समय आते हैं तथा सुबह जल्दी चले जाते हैं तब पोर्शिया उन लोगों के वहाँ ठहरने का कारण पूछती है लेकिन ब्रूटस उसे सच्चाई नहीं बताता है तथा सीजर को मारने का रहस्य उजागर नहीं करता है। इस तरह से पोर्शिया नाराज हो जाती है तथा उस पर आरोप लगाती है कि वह उसे रखैल की तरह रखता है हालांकि वह किसी भी विपरीत स्थिति में अपने सहन करने की शक्ति को साबित कर चुकी है। वह अपने लिए ब्रूट्स के दिल के किसी कोने में प्रेम भावना नहीं देखती है। इस तरह वह आत्महत्या कर लेती है तथा ब्रूटस को एक आजाद आदमी की तरह अपनी मनमानी करने के लिए अकेला छोड़ देती है।
Question 7.
What did Cassius do to make Brutus in his favour in the conspiracy to kill Caesar?
कैसियस ने ब्रूटस को अपने पक्ष में करने तथा सीजर को मारने के षड्यंत्र में शामिल करने के लिए क्या किया?
Answer:
Cassius knew it very well that Brutus was an honest man and he would not stand against Caesar without any perfect reason and he would not support the conspiracy of killing Caesar. To play a trick upon Brutus, Cassius drops a few letters in the window of Brutus with the help of Cinna. These fake letters were from the side of Roman people and were full of the complaints of Caesar. Brutus wanted to serve the Roman public as much as possible. In this way, he joined the conspiracy of Cassius and made plans to kill Caesar. Brutus speaks again about the state of his mind in a Soliloquy. He says since Cassius has told him about Caesar that he is unable to sleep during the night due to the uncertainty of the presence of his mind about the decision against Caesar.
कैसियस यह बात पहले से जानता था कि ब्रूटस एक ईमानदार आदमी था तथा वह बिना किसी उचित कारण के सीजर के विरुद्ध खड़ा नहीं होगा तथा वह सीजर को मारने के षड्यंत्र में शामिल नहीं होगा। ब्रूटस को चालाकी से फँसाने के लिए कैसियस ब्रूटस की खिड़की में कुछ पत्र सिन्ना की सहायता से डाल देता है। ये जाली पत्र रोम की जनता की तरफ से लिखे गये थे। इन पत्रों में सीजर की आलोचना की गई थी। ब्रूटस रोमन साम्राज्य की सहायता करना चाहता था। इस तरह से उसने कैसियस के षड्यंत्र को अपना लिया। ब्रूटस एक बार पुनः अपने दिमाग से सोचता है जो कि स्वगत कथन है। वह कहता है कि जबसे कैसियस ने उससे सीजर की हत्या की बात की है। उसे रातों को नींद नहीं आती है, दिमाग की अस्थिरता के कारण वह सीजर के विरुद्ध कोई भी निर्णय आसानी से नहीं ले सकता है।
Question 8.
What made the people of Rome against Brutus and Cassius? Explain.
किस कारण से रोम के लोग कैसियस व ब्रूटस के विरुद्ध हो गये? समझाइये।
Answer:
After the death of Caesar, there was complete uncertainty in Roman empire. In such a situation, Brutus delivered a speech before the public and made them in his favour by proving Caesar a traitor. But the speech of Antony changed their mentality and the will of Caesar which was disclosed before the public by Antony, developed the sense of regard towards Caesar and the public considered that Brutus and Cassius were: not good persons and they killed Caesar who was innocent and sacrificed his life for the welfare of the citizen of Rome. In this way Roman people became angry and they decided to destroy the wealth and property of Brutus and Cassius. They became angry and raised slogans against them; so Brutus and Cassius had to run away and hide and they did not come forward to fight against Antony and at last, they committed suicide.
सीजर की मृत्यु के पश्चात् रोमन साम्राज्य में पूर्ण अनिश्चितता फैल गई। ऐसे हालात में ब्रूटस ने लोगों को भाषण दिया तथा सीजर को देशद्रोही सिद्ध करके उन्हें अपने पक्ष में कर लिया। लेकिन एंटनी के भाषण ने उनकी मानसिकता को बदल दिया तथा सीजर की वसीयत जिसको एंटनी ने जनता के सामने खोल कर रखा, इससे लोगों के दिलों में सीजर के प्रति प्रेम व सम्मान विकसित कर दिया और जनता यह समझ गई कि ब्रूटस व कैसियस अच्छे आदमी नहीं थे तथा उन्होंने सीजर को मार दिया जो निर्दोष था तथा उसने जनता की भलाई के लिए स्वयं का बलिदान कर दिया। इस तरह रोम के लोग नाराज हो गये तथा उन्होंने ब्रूटस व कैसियस की धन-सम्पत्ति को नष्ट करने का निर्णय कर लिया। वे उग्र हो गये तथा उन्होंने उनके विरुद्ध नारे लगाये। अतः ब्रूटस व कैसियस भाग गये तथा छुपे गये। वे एंटनी की सेना से लड़ने के लिए आगे नहीं आये तथा अन्त में दोनों ने आत्महत्या कर ली।
Question 9.
Who, in your opinion, is the hero of the play, Julius Caesar? Discuss.
तुम्हारे विचार से जूलियस सीजर नाटक का हीरो कौन है? विवेचन करो।
Answer:
In a tragic play, a Hero is a man who dominates the play by his personality and his achievements. He wins our admiration by his moral excellence and wins our sympathy when he is overtaken by misfortune. We find Brutus at the position of the hero of the play. He has stronger claims to be regarded as the Hero in the comparison of other characters. He is known as a high minded, noble-spirited and honourable man. Cassius in a Soliloquy, admits that Brutus is honourable. He says that Brutus has the highest place in the heart of the people of Rome at the end of the play. Antony pays a rich tribute to Brutus. He says that Brutus was one of all the conspirators who had honourable motives and the combination of excellent qualities of a human. Thus there can be no doubt about his nobility. We find the evidence of his nobility in the manner in which he deals with Cassius at the meeting of the conspirators. In this way we can say that Brutus was the Hero of the play who sacrificed his life for the welfare of the public of Rome.
एक दुखद नाटक में एक हीरो मुख्य आदमी होता है जो नाटक पर राज करता है अपने व्यक्तित्व तथा अपनी उपलब्धियों के माध्यम से। वह हमारी प्रशंसा अपनी नैतिक श्रेष्ठता के आधार पर लेता है तथा हमारी सहानुभूति प्राप्त करता है जब उस पर दुर्भाग्य हावी होता है। हम ब्रूटस को इस नाटक के अभिनेता के रूप में देखते हैं। उसके पास में स्वयं को अभिनेता कहलाने के अनेक दावे हैं। अन्य पात्रों की तुलना में उसे एक उच्च बुद्धि वाला व श्रेष्ठ आत्मा वाला आदरणीय व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। कैसियस एक स्वगत कथन में स्वीकार करता है कि ब्रूटस एक आदरणीय व्यक्ति है। वह कहता है कि ब्रूटस लोगों के दिलों में सर्वोच्च पद पर आसीन है। नाटक के अन्त में एंटनी बूटस को श्रेष्ठ श्रद्धांजलि प्रदान करता है। वह कहता है कि ब्रूटस सभी षड्यंत्रकारियों में से एक था जिसका उद्देश्य श्रेष्ठ था। उसमें सर्वोत्तम मानव के श्रेष्ठ गुणों का मिश्रण है। इस तरह से उसकी बादशाहत सिद्ध होती है। हमें उसके शाहीपन का सबूत मिलता है जब वह षड्यंत्रकारियों की मीटिंग में कैसियस को समझाता है। इस तरह से हम कह सकते हैं कि ब्रूटस नाटक का नायक था जिसने रोम के लोगों की भलाई के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
Question 10.
Julius Caesar is a historical play. Discuss.
जूलियस सीजर एक ऐतिहासिक नाटक है। विवेचन कीजिये।
Answer:
Julius Caesar is a historical play. In a historical play, the principal events and most of the characters are historical while in non-historical play the events and the characters are either wholly or partly fictitious and legendary. Shakespeare wrote a large number of historical plays. Most of them are related to English history. But a few of them are concerned with ancient Roman history. A historical play has its own interest and appeal because of the authenticity of events and persons. In this play, all the major and minor events are historical and so are all the characters. The opposition of the tribunes of Julius Caesar in the opening scene, the warning of Soothsayer to Caesar, the conspiracy initiated by Cassius against Caesar are seen. The dreadful supernatural sights witnessed by Casca, the assassination of Caesar. All the events are real which make the readers curious to know further in which they find reality.
जूलियस सीजर एक ऐतिहासिक नाटक है। ऐतिहासिक नाटक में मुख्य घटनायें तथा अधिकतर पात्र ऐतिहासिक होते हैं जबकि गैर-ऐतिहासिक नाटकों में घटनायें तथा पात्र पूर्ण रूप से काल्पनिक या आंशिक रूप से काल्पनिक या साहित्यिक अथवा पौराणिक होते हैं। शेक्सपीयर ने बहुत अधिक संख्या में ऐतिहासिक नाटक लिखे हैं जिनमें से अधिकतर अंग्रेजी इतिहास से जुड़े हुए हैं तथा उनमें से कुछ प्राचीन रोमन इतिहास से जुड़े हुए हैं। एक ऐतिहासिक नाटक में इसकी स्वयं की रुचि व माँग होती है क्योंकि उसमें घटनाएँ तथा पात्र सच्चे होते हैं। इस नाटक की सभी छोटी-बड़ी घटनायें तथा पात्र सभी ऐतिहासिक हैं। ट्रिब्यून्स का विरोध नाटकं के प्रथम दृश्य में, त्रिकालदर्शी की सीजर को चेतावनी, कैसियस के द्वारा बुना गया सीजर के विरुद्ध षड्यंत्र, भयानक अलौकिक घटनाएँ जिनका कास्का साक्षी है, सीजर की हत्या। ये सभी घटनाएँ वास्तविक हैं। जो कि पाठक को आगे जानने के लिए उत्सुक करती हैं जिसमें उसे सच्चाई मिलती है।