UK 10th Science

UK Board 10th Class Science – Chapter 2 अम्ल, क्षार एवं लवण

UK Board 10th Class Science – Chapter 2 अम्ल, क्षार एवं लवण

UK Board Solutions for Class 10th Science – विज्ञान – Chapter 2 अम्ल, क्षार एवं लवण

अध्याय के अन्तर्गत दिए गए प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1. आपको तीन परखनलियाँ दी गई हैं। इनमें से एक में आसवित जल एवं शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दूसरे में क्षारीय विलयन है। यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थों की पहचान कैसे करेंगे?
उत्तर: तीनों परखनलियों में दिए गए पदार्थों की पहचान के लिए हम सर्वप्रथम लाल लिटमस पत्र को बारी-बारी तीनों विलयनों में डालकर जाँच आरम्भ करते हैं। जो विलयन इस लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है वह क्षारीय विलयन है।
शेष दोनों विलयनों में अब हम क्षारीय विलयन द्वारा परिवर्तित नीले लिटमस पत्र को डालते हैं। जो विलयन इस नीले लिटमस पत्र को पुनः लाल कर देता है वह अम्लीय विलयन है तदुपरान्त शेष परखनली का पदार्थ आसुत जल है। इस प्रकार विलयनों की पहचान पूर्ण होती है।
प्रश्न 2. पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?
उत्तर : दही तथा खट्टे पदार्थ प्रकृति में अम्लीय होते हैं। अम्ल, पीतल तथा ताँबे जो कि धातुएँ हैं, के साथ अभिक्रिया करके लवण बनाते हैं। ये लवण विषैले होते हैं इसीलिए दही तथा अन्य खट्टे पदार्थों को पीतल तथा ताँबे के बर्तनों में नहीं रखना चाहिए।
प्रश्न 3. धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन-सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए | इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?
उत्तर : जब एक अम्ल किसी धातु के साथ अभिक्रिया करता है तो सामान्यतया हाइड्रोजन गैस विमुक्त होती है। उदाहरणार्थ — जिंक पर सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया से जिंक सल्फेट तथा हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है।
Zn(s) + H2SO4 (aq) → ZnSO4 + H2
हाइड्रोजन की उपस्थिति का परीक्षण- गैस के समीप जलती हुई मोमबत्ती लाने पर यदि गैस धमाके की आवाज के साथ जलती है तो यह हाइड्रोजन गैस है।
प्रश्न 4. एक धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है। इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती है। यदि उत्पन्न यौगिकों में एक कैल्सियम क्लोराइड है तो इस अभिक्रिया के लिए एक सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर : धातु यौगिक ‘A’ कैल्सियम कार्बोनेट होगा। उत्पन्न गैस कार्बन डाइऑक्साइड है।
प्रश्न 5. HCl, HNO3 आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं जबकि ऐल्कोहॉल तथा ग्लूकोज जैसे यौगिकों के विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं?
उत्तर : HCl, HNO3 आदि जलीय विलयनों में अम्लीय गुण प्रदर्शित करते हैं क्योंकि ये विलयन में केवल हाइड्रोजन आयन (H+) उत्पन्न करते हैं। हाइड्रोजन आयन अम्लीय गुण के लिए उत्तरदायी होते हैं।
ऐल्कोहॉल तथा ग्लूकोज जलीय विलयनों में हाइड्रोजन आयन उत्पन्न नहीं करते। अतः इनके विलयन अम्लीय गुण प्रदर्शित नहीं करते।
प्रश्न 6. अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत का चालन करता है?
उत्तर : अम्ल का जलीय विलयन विद्युत का चालन करता है क्योंकि अम्ल जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयन (H+) उत्पन्न करते हैं जो कि ‘विद्युत धारा के प्रवाह के लिए उत्तरदायी होते हैं।
प्रश्न 7. शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र के रंग को क्यों नहीं बदलती है?
उत्तर : शुष्क HCl गैस H+ आयन उत्पन्न नहीं करती क्योंकि HCl अणु से H+ आयनों का विलगन जल की अनुपस्थिति में नहीं हो. सकता । अत: H+ आयनों की अनुपस्थिति अर्थात् अम्लीय गुण की अनुपस्थिति के कारण शुष्क लिटमस पत्र का रंग परिवर्तित नहीं होता है।
प्रश्न 8. अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए न कि जल को अम्ल में?
उत्तर : अम्ल को तनु करने के दौरान इसमें जल कदापि नहीं मिलाना चाहिए क्योंकि जब अम्ल में जल मिलाया जाता है तो उत्पन्न होने वाली ऊष्मा अत्यधिक होती है जिससे मिश्रण पात्र से बाहर भी आ सकता है तथा समीप खड़े व्यक्ति को हानि पहुँच सकती है।
प्रश्न 9. अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H3O+) की सान्द्रता कैसे प्रभावित हो जाती है?
उत्तर : हाइड्रोनियम आयनों (H3O+ ) की सान्द्रता घट जाती है।
प्रश्न 10. जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH) की सान्द्रता कैसे प्रभावित होती है?
उत्तर : हाइड्रॉक्साइड आयनों (OH) की सान्द्रता बढ़ जाती है।
प्रश्न 11. आपके पास दो विलयन ‘A’ तथा ‘B’ हैं। विलयन ‘A’ के pH का मान 6 है एवं विलयन ‘B’ के pH का मान 8 है। किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सान्द्रता अधिक है? इनमें से कौन अम्लीय है तथा कौन क्षारकीय?
उत्तर : विलयन ‘A’ में हाइड्रोजन आयन सान्द्रता अधिक है।
विलयन ‘A’ (pH = 6) अम्लीय है।
विलयन ‘B’ (pH = 8) क्षारीय है।
प्रश्न 12. H+ (aq) आयन की सान्द्रता का विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर : H+ (aq) आयनों की सान्द्रता विलयन की अम्लीय प्रकृति का निर्धारण करती है। H+ (aq) आयनों की सान्द्रता जितनी अधिक होगी अम्ल उतना ही प्रबल होगा।
प्रश्न 13. क्या क्षारकीय विलयनों में भी H+ (aq) आयन होते हैं? अगर हाँ तो ये क्षारकीय क्यों होते हैं?
उत्तर : हाँ, क्षारकीय विलयनों में भी H+ (aq) आयन होते हैं लेकिन ये फिर भी क्षारकीय होते हैं क्योंकि इनमें हाइड्रॉक्साइड आयनों (OH) की सान्द्रता H+ (aq) आयनों से बहुत अधिक होती है।
प्रश्न 14. कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना (कैल्सियम ऑक्साइड), बुझा हुआ चूना (कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड) या चॉक (कैल्सियम कार्बोनेट) का उपयोग करेगा?
उत्तर : किसान अपने खेत की मिट्टी को शुष्क चूना (कैल्सियम ऑक्साइड, CaO) या बुझे चूने (कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड [Ca(OH)2]) या चॉक (कैल्सियम कार्बोनेट, CaCO3) के साथ तब उपचारित करेगा जबकि मिट्टी में अम्लों की मात्रा अधिक अर्थात् आवश्यक मात्रा से अधिक होगी।
प्रश्न 15. CaOCl2 यौगिक का प्रचलित नाम क्या है?
उत्तर : विरंजक चूर्ण ( Bleaching powder)
प्रश्न 16. उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है?
उत्तर : शुष्क बुझा चूना [Ca(OH)2]
प्रश्न 17. कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है ?
उत्तर : सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3)।
प्रश्न 18. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए। 
उत्तर : कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्राप्त होती है।
प्रश्न 19. प्लास्टर ऑफ पेरिस की जल के साथ अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए। 
उत्तर :
अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1. कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है, इसका pH सम्भवतः क्या होगा?
(a) 1
(b) 4
(c) 5
(d) 10
उत्तर : (d) 10.
प्रश्न 2. कोई विलयन अण्डे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उत्पन्न करता है जो चूने के पानी को दूधिया कर देता है। इस विलयन में क्या होगा?
(a) NaCl
(b) HCI
(c) LiCl
(d) KCl
उत्तर : (b) HCl.
प्रश्न 3. NaOH का 10 ml विलयन HCl के 8 ml विलयन से पूर्णतः उदासीन हो जाता है। यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20 ml लें तो इसे उदासीन करने के लिए HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?
(a) 4 ml
(b) 8 ml
(c) 12ml
(d) 16ml
उत्तर : (d) 16ml.
प्रश्न 4. अपच का उपचार करने के लिए निम्न में से किस औषधि का उपयोग होता है?
(a) एण्टीबायोटिक ( प्रतिजैविक)
(b) ऐनालजेसिक (पीड़ाहारी)
(c) ऐन्टैसिड
(d) एण्टीसेप्टिक (प्रतिरोधी )
उत्तर : (c ) ऐन्टैसिड ।
प्रश्न 5. निम्न अभिक्रिया के लिए पहले शब्द समीकरण लिखिए तथा उसके बाद सन्तुलित समीकरण लिखिए :
(a) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है।
(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है।
(c) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है।
(d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लौह के रेतन के साथ अभिक्रिया करता है।
प्रश्न 6. ऐल्कोहॉल तथा ग्लूकोज जैसे यौगिकों में भी हाइड्रोजन होती है लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता है। एक क्रियाकलाप द्वारा इसे साबित कीजिए । 
उत्तर : क्रियाकलाप-
  • एक कॉर्क में दो कीलें लगाकर कॉर्क को 100ml. के एक बीकर में रख देते हैं।
  • दोनों कीलों को 6 वोल्ट की एक बैटरी से जोड़ देते हैं जो एक बल्ब तथा स्विच से भी सम्बद्ध है। यह समायोजन संलग्न चित्र में दर्शाया गया है।
  • अब हम ऐल्कोहॉल तथा ग्लूकोज के विलयनों को बारी-बारी से कर में डालते हैं तथा विद्युत प्रवाह हेतु स्विच चालू करते हैं।
प्रेक्षण – हम देखते हैं कि बल्ब नहीं जलता । अतः ग्लूकोज तथा ऐल्कोहॉल विलयनों में विद्युत चालन नहीं होता। परन्तु हम जानते हैं कि अम्लों में विद्युत चालन सम्भव है।
परिणाम – ऐल्कोहॉल तथा ग्लूकोज को अम्लों में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता।
प्रश्न 7. आसवित जल विद्युत का चालक क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है?
उत्तर : आसवित जल विद्युत का चालन नहीं करता क्योंकि यह उदासीन होता है तथा हाइड्रोजन आयन (H+ ) उत्पन्न नहीं करता जो विद्युत चालन के लिए उत्तरदायी होते हैं।
वर्षा – जल विद्युत का चालन करता है क्योंकि यह अम्लीय होता है तथा हाइड्रोजन आयन (H+) उत्पन्न करता है।
प्रश्न 8. जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?
उत्तर : जल की अनुपस्थिति में अम्ल अम्लीय व्यवहार प्रदर्शित नहीं करते क्योंकि अम्लों से हाइड्रोजन आयनों (H+ ) का विलगन जल की अनुपस्थिति में नहीं हो सकता। अब चूँकि हाइड्रोजन आयन ही अम्लों के अम्लीय व्यवहार के लिए उत्तरदायी हैं इसलिए इनकी अनुपस्थिति में अम्ल अम्लीय व्यवहार प्रदर्शित नहीं करते हैं।
प्रश्न 9. पाँच विलयनों A, B, C, D व E की जब सार्वत्रिक सूचक से जाँच की जाती है तो pH के मान क्रमश: 4, 1, 11, 7 एवं 9 प्राप्त होते हैं। कौन-सा विलयन—
(a) उदासीन है?
(b) प्रबल क्षारीय है?
(c) प्रबल अम्लीय है?
(d) दुर्बल अम्लीय है?
(e) दुर्बल क्षारीय है?
PH के मानों को हाइड्रोजन आयन की सान्द्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उत्तर : (a) उदासीन – pH 7 वाला विलयन D
(b) प्रबल क्षारीय – pH 11 वाला विलयन C
(c) प्रबल अम्लीय – pH 1 वाला विलयन B
(d) दुर्बल अम्लीय – pH 4 वाला विलयन A
(e) दुर्बल क्षरीय – pH 9 वाला विलयन E
हाइड्रोजन आयन सान्द्रता के बढ़ते क्रम में pH इस प्रकार व्यवस्थित होंगे-
11 < 9 < 7 < 4 < 1
या विलयन C < विलयन E < विलयन D < विलयन A < विलयन B
प्रश्न 10. परखनली ‘A’ एवं ‘B’ में समान लम्बाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए। परखनली ‘A’ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCI) तथा परखनली ‘B’ में ऐसीटिक अम्ल (CH, COOH) | डालिए। किस परखनली में अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी तथा क्यों?
उत्तर : HCl युक्त परखनली A में सनसनाहट अधिक तीव्र होगी क्योंकि HCl ऐसीटिक अम्ल की तुलना में अधिक प्रबल अम्ल है अर्थात् हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में हाइड्रोजन आयन सान्द्रता अधिक होती है।
प्रश्न 11. ताजे दूध के pH का मान 6 होता है। दही बन जाने पर इसके pH के मान में क्या परिवर्तन होगा? अपना उत्तर समझाइए ।
उत्तर: दूध के दही में परिवर्तित होने पर दूध का pH परिवर्तित होगा तथा यह 6 कम हो जाएगा। इसका कारण यह है कि दूध की तुलना में दही अधिक अम्लीय होती हैं।
प्रश्न 12. एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलाता है।
(a) ताजे दूध के pH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है?
(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है?
उत्तर : (a) दूध बेचने वाला ताजे दूध के pH को 6 से थोड़ा क्षारीय तक स्थानान्तरित कर देता है क्योंकि ऐसा करने से दूध अधिक समय तक खराब नहीं होगा ।
(b) यह दूध दही बनने में अत्यधिक समय लेता है क्योंकि दूध को क्षारीय से अम्लीय होने में अधिक समय लगेगा जबकि यदि दूध का pH 6 ही होता तो यह अपेक्षाकृत कम समय में ही दही में परिवर्तित हो जाता।
प्रश्न 13. प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तनों में क्यों रखा जाना चाहिए? इसकी व्याख्या कीजिए ।
उत्तर : प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तनों में रखा जाना चाहिए क्योंकि यदि प्लास्टर ऑफ पेरिस नमी (जल) के सम्पर्क में आता है तो एक लेई जैसा पदार्थ प्राप्त होता है जो शीघ्रता से कठोर क्रिस्टलीय ठोस (जिप्सम) में परिवर्तित हो जाता है।
प्रश्न 14. उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है? दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर : अम्ल तथा क्षार के मध्य अभिक्रिया जो लवण तथा जल देती है, उदासीनीकरण अभिक्रिया कहलाती है।
प्रश्न 15. धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो-दो प्रमुख उपयोग बताइए।
उत्तर : धोने के सोडे के उपयोग-
1. काँच, साबुन, कागज के निर्माण में ।
2. जल की स्थायी कठोरता के निवारण में ।
बेकिंग या खाने के सोडे के उपयोग-
1. प्रतिअम्ल (Antacid) औषधि के घटक के रूप में,
2. शीतल पेय (Cold drinks), सोडावाटर तथा फ्रूट साल्ट बनाने में।
अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर
  • विस्तृत उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. लवणों को परिभाषित कीजिए । लवणों के निर्माण की विभिन्न विधियों का उल्लेख कीजिए। इनके प्रकारों तथा उपयोगों पर विवेचना कीजिए ।
उत्तर : लवण
लवण, अम्ल तथा क्षारक के बीच उदासीनीकरण अभिक्रिया के उत्पाद हैं। उदाहरणार्थ – सोडियम हाइड्रॉक्साइड तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के बीच अभिक्रिया से उत्पन्न सोडियम क्लोराइड एक लवण है।
उपर्युक्त अभिक्रिया में, अम्ल के हाइड्रोजन आयन का धातु आयन अथवा अमोनियम आयन द्वारा विस्थापन हुआ है। अतः हम लवण को इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं-
“लवण वह यौगिक है जो किसी अम्ल के हाइड्रोजन आयन को धातु आयन अथवा अमोनियम आयन द्वारा विस्थापित करके बनता है।”
लवणों का निर्माण
लवण को धातु, धात्विक ऑक्साइड, धात्विक हाइड्रॉक्साइड अथवा धात्विक कार्बोनेट की किसी अम्ल के साथ अभिक्रिया करके बनाया जा सकता है। लवणों का नामकरण मूल अम्लों के नाम पर किया जाता है।
(i) अम्ल तथा क्षारक के बीच अभिक्रिया द्वारा – जब कोई अम्ल किसी क्षारक द्वारा पूर्णतया उदासीन हो जाता है, तब लवण उत्पन्न होता है।
(ii) किसी अम्ल की धातु के साथ अभिक्रिया द्वारा – क्रियाशील धातु अम्लों के साथ अभिक्रिया कर तद्नुरूप लवण तथा हाइड्रोजन गैस बनाते हैं।
उदाहरण के लिए – तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ जिंक सल्फेट देता है।
(iii) धात्विक ऑक्साइड की अम्ल के साथ अभिक्रिया द्वारा – जब धात्विक ऑक्साइड अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो लवण उत्पन्न होता है।
(iv) धातुओं के कार्बोनेट की अम्ल के साथ अभिक्रिया द्वारा—अम्ल धातुओं के कार्बोनेट को अपघटित कर तद्नुरूप लवण देते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
(v) धातुओं के हाइड्रॉक्साइड की अम्ल के साथ अभिक्रिया द्वारा—धातुओं के हाइड्रॉक्साइड किसी अम्ल के साथ अभिक्रिया कर तद्नुरूप लवण देते हैं।
लवणों के प्रकार
लवणों को अग्रलिखित वर्गों में विभाजित किया जा सकता है –
1. सामान्य लवण – जब किसी अम्लीय अणु में सभी हाइड्रोजन परमाणु, धातु आयनों द्वारा विस्थापित कर दिए जाते हैं तो उत्पन्न लवण सामान्य लवण कहलाते हैं। सोडियम क्लोराइड (NaCl), सोडियम सल्फेट (Na2SO4), कैल्सियम कार्बोनेट (CaCO3), सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3) सामान्य लवण हैं।
2. अम्लीय लवण – जो लवण किसी अम्लीय अणु में धातु आयन द्वारा आयनित हाइड्रोजन परमाणु द्वारा आंशिक रूप से विस्थापित होते हैं, अम्लीय लवण कहलाते हैं।
उदाहरण के लिए – निम्नलिखित अभिक्रियाओं में बने लवण अम्लीय लवण हैं—
3. क्षारकीय लवण – लवण जिसमें अम्ल से प्राप्त ऋणायन के साथ एक अथवा अधिक हाइड्रॉक्सिल समूह होते हैं, क्षारकीय लवण कहलाते हैं।
क्षारकीय लवणों के कुछ उदाहरण हैं-
क्षारकीय लवण तब प्राप्त होते हैं जब किसी क्षारक की अम्ल के साथ नितान्त उदासीन विलयन में अभिक्रिया होती है।
लवणों के उपयोग
सामान्यतया प्रयोग में आने वाले कुछ लवणों के उपयोग इस प्रकार हैं-
नाम लवण उपयोग
प्रचलित नाम सूत्र
1. सोडियम क्लोराइड साधारण नमक NaCl भोजन का प्रमुख घटक, अचार, मांस, मछली आदि के संक्षारक रूप में, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के निर्माण में, कपड़े धोने का पाउडर बनाने में, सोडियम हाइड्रॉक्साइड के निर्माण में।
2. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट खाने का सोडा NaHCO3 पेट में अम्लता को उदासीन बनाने वाली औषधियों में अग्निशामक में।
3. सोडियम कार्बोनेट धावन सोडा अपमार्जक चूर्ण
Na2CO3.10H2O
Na2CO3
काँच उद्योग में, सोडियम सिलिकेट बनाने में, कपड़े धोने का पाउडर बनाने में, वस्त्र उद्योग में।
4. पोटैशिमय नाइट्रेट नाइटर KNO3 बारूद बनाने में, आतिशबाजी के निर्माण में, काँच उद्योग में, उर्वरक के रूप में।
5. पोटाश एलम फिटकरी
K2SO4.
Al2(SO4)3·
24H2O
जल के शुद्धिकरण में ।
6. कॉपर सल्फेट नीला थोथा
CuSO4.5H2O
कवकनाशी के रूप में, विद्युत – लेपन में।
7. सोडियम स्टिऐरेट साबुन
C17H35COONa
नहाने व कपड़े धोने में।
प्रश्न 2. ब्लीचिंग पाउडर का रासायनिक नाम अणुसूत्र तथा बनाने की विधि लिखिए। इसके प्रमुख गुण और उपयोगों की भी विवेचना कीजिए ।
उत्तर : ब्लीचिंग पाउडर
[ रासायनिक नाम: कैल्सियम ऑक्सीक्लोराइड या कैल्सियम क्लोरोहाइपोक्लोराइट ]
[ अणुसूत्र : CaOCl2 ]
ब्लीचिंग पाउडर (विरंजक चूर्ण) को शुष्क बुझे चूने पर क्लोरीन गैस की क्रिया द्वारा बनाया जाता है।
प्रमुख गुण (Important Properties ) – इसके प्रमुख गुण इस प्रकार हैं-
भौतिक गुण (Physical Properties)—
(i) विरंजक चूर्ण (ब्लीचिंग पाउडर) हल्के पीले रंग का चूर्ण है।
(ii) इसमें क्लोरीन की विशेष गंध आती है।
(iii) इसे जल में घोलने पर दूधिया विलयन या निलम्बन प्राप्त होता है।
रासायनिक गुण (Chemical Properties)—
(i) जल के साथ गर्म करने पर – ब्लीचिंग पाउडर को जल में घोलकर गर्म करने से क्लोरीन गैस (Cl2) निकलती है।
CaOCl2 + H2O → Ca(OH)2 + Cl2
(ii) ऊष्मा का प्रभाव – गर्म करने पर यह कैल्सियम क्लोराइड तथा ऑक्सीजन में अपघटित हो जाता है।
2CaOCl2 → 2CaCl2 + O2
(iii) कार्बन डाइऑक्साइड या तनु अम्लों से क्रिया- ब्लीचिंग पाउडर की कार्बन डाइऑक्साइड या तनु अम्लों की अधिक मात्रा में क्रिया से क्लोरीन गैस (Cl2) निकलती है जिसे प्राप्य क्लोरीन कहते हैं।
साधारण ब्लीचिंग पाउडर में लगभग 35% ‘प्राप्य क्लोरीन’ होती है।
(iv) तनु अम्लों की अल्प मात्रा से क्रिया- ब्लीचिंग पाउडर की तनु सल्फ्यूरिक अम्ल या तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की अल्प मात्रा से क्रिया कराने पर हाइपोक्लोरस अम्ल (HOCl) बनता है, जिसके अपघटन से नवजात ऑक्सीजन निकलती है।
नवजात ऑक्सीजन के कारण ही ब्लीचिंग पाउडर विरंजक तथा कीटाणुनाशक का कार्य करता है।
रंगीन पदार्थ + [O] → रंगहीन पदार्थ
(v) क्लोरोफॉर्म का बनना – ब्लीचिंग पाउडर ऐसीटोन तथा ऐल्कोहॉल के साथ जल की उपस्थिति में क्रिया करके क्लोरोफॉर्म बनाता है।
उपयोग (Uses)—इसके प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं-
(i) सूत, कागज, लकड़ी की लुगदी व लिनेन पदार्थों के लिए विरंजक के रूप में।
(ii) ऊन को सिकुड़ने से बचाने के लिए।
(iii) क्लोरोफॉर्म के औद्योगिक निर्माण में ।
(iv) चीनी को सफेद करने तथा ऑक्सीकारक के रूप में।
(v) पेयजल को शुद्ध करने तथा जल में उपस्थित जीवाणुओं को नष्ट करने में।
प्रश्न 3. धावन सोडा का रासायनिक नाम तथा अणुसूत्र लिखिए। यह कैसे बनाया जाता है? इसके प्रमुख गुण ( भौतिक एवं रासायनिक) तथा उपयोग लिखिए।
उत्तर : धावन सोडा
[रासायनिक नाम : सोडियम कार्बोनेट ]
[अणुसूत्र : Na2CO3.10H2O]
धावन सोडा (washing soda) क्रिस्टलीय कार्बोनेट (crystalline carbonate) तथा सोडा क्षार ( soda ash) के रूपों में पाया जाता है।
धावन सोडा (कपड़ा धोने का सोडा) प्राप्त करने के लिए कॉस्टिक सोडा के सान्द्र विलयन में कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्रवाहित करते हैं। इससे सोडियम कार्बोनेट का विलयन मिलता है जिसके वाष्पन से सोडियम कार्बोनेट के क्रिस्टल प्राप्त होते हैं।
प्रमुख गुण (Important Properties ) – इसके प्रमुख भौतिक व रासायनिक गुण निम्नलिखित हैं-
भौतिक गुण (Physical Properties) –
(i) धावन सोडा एक गंधहीन, सफेद क्रिस्टलीय पदार्थ है जिसके एक अणु में क्रिस्टलन जल के 10 अणु होते हैं।
(ii) यह जल में विलेय होकर पर्याप्त ऊष्मा प्रदान करता है।
(iii) इसे शुष्क वायु में रखने से क्रिस्टलन जल के अणु निकल जाते हैं तथा गर्म करने पर निर्जल सोडियम कार्बोनेट बनता है।
रासायनिक गुण (Chemical Properties)—
(i) ऊष्मा का प्रभाव – क्रिस्टलीय सोडियम कार्बोनेट को गर्म करने पर यह निर्जल सोडियम कार्बोनेट में बदल जाता है।
(ii) कार्बन डाइऑक्साइड से क्रिया – इसके जलीय विलयन में CO2 गैस प्रवाहित करने पर सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट का अवक्षेप प्राप्त होता है।
(iii) जल से क्रिया — यह जल अपघटित होकर क्षारीय विलयन देता है।
(iv) अम्लों से क्रिया – जब सोडियम कार्बोनेट किसी अम्ल से क्रिया करता है तो उस अम्ल का लवण एवं जल प्राप्त होते हैं। अभिक्रिया के परिणामस्वरूप कार्बन डाइऑक्साइड गैस भी मुक्त होती है।
(v) बुझे चूने से क्रिया – धावन सोडा को बुझे चूने या कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड [Ca(OH)2] के साथ उबालने पर कॉस्टिक सोडा बनता है।
(vi) सल्फर डाइऑक्साइड से क्रिया – सोडियम कार्बोनेट के जलीय विलयन में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) गैस प्रवाहित करने पर पहले सोडियम सल्फाइट (Na2SO3) बनता है जो बाद में सोडियम हाइड्रोजन सल्फाइट (NaHSO3) में बदल जाता है।
उपयोग (Uses) – इसके प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं-
(i) प्रयोगशाला में अभिकर्मक के रूप में।
(ii) कठोर जल को मृदु करने में।
(iii) काँच, कागज तथा साबुन व्यवसाय में।
(iv) कपड़े धोने तथा काँच के बर्तनों की चिकनाई दूर करने में ।
(v) बेकिंग पाउडर (NaHCO3), कॉस्टिक सोडा, पेण्ट तथा सुहागा बनाने में।
(vi) पेट्रोलियम के शोधन में ।
(vii) धातुओं के निष्कर्षण में ।
प्रश्न 4. खाने का सोडा अथवा सोडियम बाइकार्बोनिट कैसे प्राप्त किया जाता है? इसके प्रमुख गुणों तथा उपयोगों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर : खाने का सोडा अथवा सोडियम बाइकार्बोनेट
इसे सोडियम क्लोराइड से निम्नवत् प्राप्त किया जाता है—
प्रमुख गुण ( Important Properties)— इसके प्रमुख गुण निम्नलिखित हैं-
भौतिक गुण (Physical Properties) —
(i) सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनिट या सोडियम बाइकार्बोनिट एक सफेद क्रिस्टलीय पदार्थ है।
(ii) यह जल में अल्प मात्रा में विलेय है। इसका विलयन क्षारीय होता है।
(iii) इसे कच्चे दूध में मिलाने से दूध देर से फटता है।
रासायनिक गुण (Chemical Properties) —
(i) ऊष्पा का प्रभाव – 100° C तक गर्म करने पर यह सोडियम कार्बोनिट में अपघटित हो जाता है।
(ii) अम्लों से क्रिया – तनु अम्लों से क्रिया करके यह लवण तथा जल बनाता है एवं कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
उपयोग (Uses) – इसके प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं-
(i) पेट (आमाशय) में अम्लता हो जाने पर दवा के रूप में।
(ii) अग्निशामक में।
(iii) शीतल पेय (cold drinks), सोडावाटर तथा फ्रूट साल्ट बनाने में।
(iv) प्रयोगशाला में अभिकर्मक के रूप में।
(v) डबल रोटी बनाने में।
(vi) परिवार नियोजन के लिए झाग गोलियाँ तथा सेलिट्स चूर्ण (Seidlitze Powder) बनाने में।
प्रश्न 5. साधारण नमक का रासायनिक नाम एवं अणुसूत्र लिखिए। इसे किस प्रकार प्राप्त किया जाता है? इसके प्रमुख गुण एवं उपयोगों को लिखिए।
उत्तर : साधारण नमक
[ रासायनिक नाम : सोडियम क्लोराइड ]
[ अणुसूत्र : NaCl ]
साधारण नमक हमारे भोजन का प्रमुख अवयव है। दैनिक जीवन में खाने में काम आने वाला साधारण नमक प्रकृति में पर्याप्त मात्रा में मिलता है। यह चट्टानों, झीलों तथा समुद्र के जल से प्राप्त किया जाता है। चट्टानों से प्राप्त नमक ‘सेंधा नमक’ कहलाता है।
साधारण नमक समुद्र तथा खारी झीलों के जल को सूर्य की ऊष्मा से। वाष्पित करके प्राप्त किया जाता है। कोलकाता, मुम्बई तथा चेन्नई के पास समुद्र जल के वाष्पन से साधारण नमक बनाया जाता है।
राजस्थान की खारे जल की सांभर झील साधारण नमक के लिए प्रसिद्ध है।
प्रमुख गुण (Important Properties)— इसके प्रमुख भौतिक व रासायनिक गुण इस प्रकार हैं-
भौतिक गुण (Physical Properties)—
(i) यह एक रंगहीन क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है।
(ii) यह जल में अत्यधिक विलेय है।
(iii) इसका स्वाद नमकीन होता है।
(iv) गर्म करने पर यह चटकता है।
(v) वायु में खुला छोड़ देने पर यह नमी पाकर पसीजता है। नमक में मैग्नीशियम क्लोराइड की अशुद्धि के कारण ऐसा होता है।
(vi) इसका विलयन लिटमस के प्रति उदासीन होता है।
(vii) शुद्ध सोडियम क्लोराइड का घनत्व 2-17 तथा गलनांक 800°C होता है।
रासायनिक गुण (Chemical Properties)—
(i) अम्लों से क्रिया — सोडियम क्लोराइड को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) के साथ गर्म करने पर हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) बनता है।
(ii) सिलिका (रेत) के साथ क्रिया- सोडियम क्लोराइड को उच्च ताप पर सिलिका (SiO2) के साथ गर्म करने पर सोडियम सिलिकेट बनता है।
(iii) अमोनिया के साथ क्रिया-नमक के सान्द्र विलयन में अमोनिया तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्रवाहित करने से सोडियम | बाइकार्बोनेट (NaHCO3) तथा अमोनियम क्लोराइड (NH4Cl) बनता है।
उपयोग (Uses) – इसके प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं-
(i) भोजन बनाने में।
(ii) मिट्टी के बर्तनों पर पॉलिश चढ़ाने में।
(iii) मांस, मछली, मक्खन, अचार आदि को सुरक्षित रखने के लिए।
(iv) विभिन्न रासायनिक पदार्थ; जैसे—धावन सोडा, कॉस्टिक सोडा, सोडियम सल्फेट, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, क्लोरीन आदि बनाने में।
(v) साबुन के निर्माण में ।
(vi) सोडियम क्लोराइड, कुल्फी आदि जमाने के लिए बर्फ के साथ मिलाकर हिम मिश्रण (freezing mixture) बनाने में।
  • लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. दो परखनलियों में क्रमशः तनु HCl तथा तनु NaOH विलयन लेते हैं। दोनों परखनलियों में कुछ बूँदें तनु वैनिला अर्क की डालकर भली-भाँति हिलाते हैं। वैनिला की गंध पर प्रभाव बताइए ।
उत्तर : तनु NaOH विलयन के साथ वैनिला की गंध नहीं आती। तनु HCl विलयन के साथ वैनिला की गंध आती है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित के उत्तर दीजिए-
(i) अम्ल धातुओं से किस प्रकार अभिक्रिया करते हैं?
(ii) जिंक तथा सल्फ्यूरिक अम्ल किस प्रकार अभिक्रिया करते हैं?
(iii) सोडियम कार्बोनेट तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के बीच होने वाली अभिक्रिया की समीकरण दीजिए ।
(iv) क्या होता है जब कार्बन डाइऑक्साइड के आधिक्य को छूने के पानी में प्रवाहित किया जाता है?
(v) NaOH तथा HCl के बीच होने वाली अभिक्रिया का समीकरण दीजिए।
उत्तर : (i) धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया करने पर इससे हाइड्रोजन विस्थापित कर देती हैं तथा अम्लों के शेष भाग से संयुक्त होकर लवण बनाती हैं।
अम्ल + धातु → लवण + हाइड्रोजन गैस
(ii) जिंक सल्फ्यूरिक अम्ल से हाइड्रोजन विस्थापित करके जिंक सल्फेट बनाता है।
Zn + H2SO4 → ZnSO4 + H2
(iv) कैल्सियम हाइड्रोजनकार्बोनेट बनता है जो जल में विलेय है।
प्रश्न 3. आयन उत्पन्न होने के आधार पर अम्लों तथा क्षारों के बीच होने वाली उदासीनीकरण अभिक्रिया को स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर : अम्ल H+ (aq) आयन उत्पन्न करते हैं तथा क्षार OH (aq) आयन। जब अम्ल तथा क्षार अभिक्रिया करते हैं तो जल तथा लवण प्राप्त होते हैं। उदासीनीकरण अभिक्रिया इस प्रकार होती है—
प्रश्न 4. प्रबल अम्ल तथा दुर्बल अम्ल क्या होते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर : वे अम्ल जो जल में घोले जाने पर H+ (aq) तथा ऋण आयनों में पूर्णतया वियोजित हो जाते हैं, प्रबल अम्ल कहलाते हैं।
उदाहरण – HCl, HNO3 तथा H2SO4 |
वे अम्ल जो जल में घोले जाने पर H+ (aq) तथा ऋण आयनों में आंशिक रूप से वियोजित होते हैं, दुर्बल अम्ल कहलाते हैं।
उदाहरण – CH3COOH तथा H2CO3 |
प्रश्न 5. प्रबल क्षार तथा दुर्बल क्षार को उदाहरण सहित परिभाषित कीजिए।
उत्तर : वे क्षार जो जल में घोले जाने पर OH (aq) तथा धन आयनों में पूर्णतया वियोजित हो जाते हैं, प्रबल क्षार कहलाते हैं।
उदाहरण – NaOH तथा KOH |
वे क्षार जो जल में घोले जाने पर OH (aq) तथा धन आयनों में आंशिक रूप से वियोजित होते हैं, दुर्बल क्षार कहलाते हैं।
उदाहरण – NH4OH, Ca(OH)2, Mg (OH)2 तथा Al(OH)3 |
प्रश्न 6. उस विलयन का pH क्या होगा-
(i) जो उदासीन है।
(ii) जो क्षारीय प्रवृत्ति का है।
(iii) जो अम्लीय प्रवृत्ति का है।
उत्तर : (i) उदासीन विलयन का pH 7 होता है।
(ii) क्षारीय प्रवृत्ति के विलयन का pH 7 से 14 के मध्य होता है।
(iii) अम्लीय प्रवृत्ति के विलयन का pH 7 से कम होता है।
प्रश्न 7. H+ (aq) तथा OH (aq) आयनों की सान्द्रता में परिवर्तन के साथ pH के परिवर्तन को प्रदर्शित करता हुआ एक चित्र खींचिए।
उत्तर : उदासीनता
प्रश्न 8. साबुन के निर्माण में क्षारक का उपयोग बताइए ।
उत्तर : साबुन का निर्माण किसी क्षारक जैसे सोडियम हाइड्रॉक्साइड की तेलों के साथ अभिक्रिया द्वारा किया जाता है। साबुन बनाने के लिए सामान्यतया प्रयोग किए जाने वाले तेल, बिनौला (कपास के बीजों का तेल), नारियल तेल, नीम का तेल, महुआ का तेल तथा धान के छिलकों का तेल हैं। अच्छी गुणवत्ता वाले साबुनों के लिए जैतून का तेल प्रयोग किया जाता है।
तेल + क्षारक → साबुन + ग्लिसरीन
प्रश्न 9. सोडियम हाइड्रॉक्साइड बनाने की क्लोर – ऐल्कली विधि का सचित्र वर्णन कीजिए। इसे क्लोर-ऐल्कली अभिक्रिया क्यों कहते हैं?
अथवा क्लोर ऐल्कली प्रक्रम में कैथोड तथा ऐनोड पर उत्पन्न गैसों के नाम बताइए ।
उत्तर : क्लोर – ऐल्कली विधि (Chlor alkali method)जब सोडियम क्लोराइड (ब्राइन) के जलीय विलयन में विद्युत प्रवाहित की जाती है तो यह अपघटित होकर सोडियम हाइड्रॉक्साइड बनाता है। यह प्रक्रिया क्लोर – ऐल्कली इसलिए कहलाती है क्योंकि इस प्रक्रम में बनने वाले उत्पाद क्लोरीन (क्लोर) तथा सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) (ऐल्कली) हैं।
क्लोर – ऐल्कली प्रक्रम में उत्पादों का बनना उपर्युक्त चित्र में दर्शाया गया है । ऐनोड पर क्लोरीन गैस उत्पन्न होती है तथा कैथोड पर हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है। सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन कैथोड के समीप बनता है।
प्रश्न 10. सोडियम हाइड्रॉक्साइड के महत्त्वपूर्ण उपयोग लिखिए ।
उत्तर : सोडियम हाइड्रॉक्साइड के महत्त्वपूर्ण उपयोग निम्नलिखित हैं-
(i) धातुओं की चिकनाई समाप्त करने में,
(ii) साबुन तथा डिटर्जेण्ट के निर्माण में,
(iii) कागज – निर्माण में,
(iv) कृत्रिम तन्तुओं के निर्माण में,
(v) क्लोरीन गैस के संयोग द्वारा विरंजक के निर्माण में ।
प्रश्न 11. विरंजक चूर्ण के क्या- क्या महत्त्वपूर्ण उपयोग हैं?
उत्तर : विरंजक चूर्ण के कुछ महत्त्वपूर्ण उपयोग निम्नलिखित हैं-
(i) वस्त्र उद्योग में कपास तथा सन को कागज उत्पादन के कारखानों में काष्ठ लुगदी तथा धुलाई घरों में धुले हुए वस्त्रों को विरंजित करने में।
(ii) पीने के जल को रोगाणुरहित करने के लिए।
(iii) अनेक रासायनिक उद्योगों में उपचायक के रूप में।
प्रश्न 12. अस्पतालों (hospitals ) में भंगित अस्थियों को जोड़कर बैठाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले यौगिक का नामोल्लेख कीजिए। इसको कैसे निर्मित करते हैं?
उत्तर : यौगिक का नाम – प्लास्टर ऑफ पेरिस (साधारण नाम)
रासायनिक नाम – कैल्सियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट
जिप्सम को 373K ताप पर गर्म करने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस निर्मित किया जाता है।
प्रश्न 13. जिप्सम क्या होता है? इसको 373K ताप पर गर्म करने से क्या होता है?
उत्तर : जिप्सम, कैल्सियम सल्फेट डाइहाइड्रेट (CaSO4.2H2O) होता है। इसको 373K ताप पर गर्म करने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस बनता है।
प्रश्न 14. प्लास्टर ऑफ पेरिस के महत्त्वपूर्ण उपयोगों के बारे में लिखिए।
उत्तर : प्लास्टर ऑफ पेरिस के कुछ महत्त्वपूर्ण उपयोग निम्नलिखित हैं-
(i) खिलौनों, आभूषण के निर्माण तथा मूर्तियों के ढाँचे बनानेसजावट के सामानों के बनाने के लिए।
(ii) चिकित्सा विज्ञान में, टूटी अस्थियों को ठीक स्थान पर बैठाने के लिए।
(iii) दन्त चिकित्सकीय अनुप्रयोगी पदार्थों के उत्पादन के लिए।
(iv) छतों एवं दीवारों को चिकना बनाने हेतु तथा उन पर अलंकृत डिजाइनों के बनाने हेतु।
(v) प्रयोगशालाओं में, उपकरणों के वायु अन्तरालों को सील करके वायुरोधी बनाने में।
(vi) ब्लैक-बोर्ड पर लिखने वाले चॉक बनाने में।
प्रश्न 15. धावन सोडा के महत्त्वपूर्ण गुणधर्मो का विवरण दीजिए ।
उत्तर : सोडियम कार्बोनेट (धावन सोडा) के गुणधर्म-
(i) धावन सोडा एक पारदर्शी क्रिस्टलीय ठोस है।
(ii) धावन सोडा के एक अणु में जल के दस अणु क्रिस्टलन जल (Na2CO3. 10H2O) के रूप में विद्यमान होते हैं।
(iii) वायु रखने पर – क्रिस्टलीय सोडियम कार्बोनेट (धावन सोडा) को वायु में खुला छोड़ देने पर उससे जल के नौ अणु निकल जाते हैं। इसके फलस्वरूप यह सोडियम कार्बोनेट मोनोहाइड्रेट में परिवर्तित हो जाता है। इस परिघटना को उत्फुल्लन (efflorescence) कहते हैं।
(iv) गर्म करने पर – गर्म करने पर धावन सोडा वियोजित नहीं होता है और यह क्रिस्टलन जल के सभी अणुओं का त्याग कर निर्जलीय सोडियम कार्बोनेट बनाता है।
(v) जल में घोलने पर, सोडियम कार्बोनेट का विलयन लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है। इससे यह सिद्ध होता है कि सोडियम कार्बोनेट का जलीय विलयन क्षारीय होता है।
(vi) अम्लों से अभिक्रिया – HCl या H2SO4 से क्रिया करने पर सोडियम कार्बोनेट CO2 देता है।
(vii) CO2 से अभिक्रिया – सोडियम कार्बोनेट के जलीय विलयन में CO2 प्रवाहित करने पर सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट अवक्षेपित हो जाता है।
प्रश्न 16. CaOCl2 यौगिक का प्रचलित नाम क्या है? उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन के साथ अभिक्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है। विरंजक चूर्ण बनाने में प्रयुक्त रासायनिक समीकरण लिखिए। 
अथवा शुष्क बुझे चूने पर क्लोरीन की क्रिया का रासायनिक समीकरण दीजिए। इस क्रिया में बनने वाले पदार्थ का नाम भी बताइए।
अथवा शुष्क बुझे हुए चूने का रासायनिक सूत्र लिखिए। क्लोरीन के साथ इसकी अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण दीजिए और इसमें बनने वाले पदार्थ के दो उपाय लिखिए। 
उत्तर : CaOCl2 यौगिक का सामान्य नाम कैल्सियम ऑक्सीक्लोराइड है। बुझे हुए चूने या कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड [Ca(OH)2] की क्लोरीन के साथ क्रिया कराने पर विरंजक चूर्ण बनता है।
उपयोग – लघु उत्तरीय प्रश्न संख्या 11 देखें।
प्रश्न 17. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट विलयन को गर्म करने पर क्या होता है? इसमें प्रयुक्त रासायनिक अभिक्रिया की समीकरण दीजिए।
उत्तर : सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट विलयन को गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट तथा जल बनते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
प्रश्न 18. खाने के सोडे के दो महत्त्वपूर्ण गुणधर्म बताइए । इसका नाम और सूत्र लिखिए।
उत्तर : गुणधर्म – (i) खाने के सोडे को गर्म करने पर, सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3) बनता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) गैस निकलती है।
(ii) सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के सल्फ्यूरिक अम्ल के सम्पर्क में आने पर CO2 गैस निकलती है जो अग्निशमन यन्त्रों में प्रयुक्त होती है।
खाने के सोड़ा का नाम सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट है। इसका सूत्र NaHCO3 है।
प्रश्न 19. उत्फुल्लन क्या होता है? एक ऐसे यौगिक का नाम दीजिए जो उत्फुल्लन प्रदर्शित करता हो। अपने उत्तर को एक अभिक्रिया द्वारा समझाइए ।
उत्तर : जब किसी क्रिस्टलीय यौगिक को वायु में रखने पर क्रिस्टलन जल के अणु निकल जाएँ तो इस परिघटना को उत्फुल्लन (efflorescence) कहते हैं।
धावन सोडा या सोडियम कार्बोनेट डेकाहाइड्रेट उत्फुल्लन प्रदर्शित करता है। इसको वायु में रखने पर इसके जल के नौ अणु निकल जाते हैं और सोडियम कार्बोनेट मोनोहाइड्रेट बन जाता है।
प्रश्न 20. कॉस्टिक सोडा से धावन सोडा कैसे तैयार किया जाता है?
उत्तर : कॉस्टिक सोडा (NaOH) के सान्द्र विलयन में कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्रवाहित करते हैं, जिसके फलस्वरूप सोडियम कार्बोनेट का विलयन प्राप्त होता है। इसका वाष्पन करने पर सोडियम कार्बोनेट या धावन सोडा के क्रिस्टल प्राप्त होते हैं।
प्रश्न 21. निम्नलिखित यौगिकों के रासायनिक नाम और प्रत्येक का एक उपयोग बताइए ।
(i) धावन सोडा, (ii) खाने का सोडा तथा (iii) विरंजक चूर्ण ।
अथवा धोने के सोडे का रासायनिक सूत्र एवं दो उपयोग लिखिए।
उत्तर : (i) धावन सोडा (Na2CO3.10H2O) – सोडियम कार्बोनेट डेकाहाइड्रेट
(a) इसको कठोर जल को मृदु करने में प्रयुक्त करते हैं।
(b) इसे काँच, कागज तथा साबुन के निर्माण में प्रयुक्त करते हैं।
(ii) खाने का सोडा – सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट इसको केक व ब्रेड बनाने में प्रयुक्त करते हैं।
(iii) विरंजक चूर्ण — कैल्सियम ऑक्सीक्लोराइड
इसको पीने के जल को रोगाणुरहित करने में प्रयुक्त करते हैं।
प्रश्न 22. खाने के सोडे के अवयव लिखिए। यह केक बनाने तथा उसे हल्का करने में किस प्रकार काम आता है?
उत्तर : खाने के सोडे के अवयव सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट तथा टार्टरिक अम्ल हैं।
बेकिंग पाउडर में सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के साथ टार्टरिक अम्ल मिश्रित होता है। इसे गर्म करने पर कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है जिससे केक हल्का तथा फूला हुआ बनता है।
प्रश्न 23. कोई यौगिक क्षारीय प्रकृति का है और हवा के लगने से सफेद अपारदर्शी पाउडर में बदल जाता है। इस यौगिक को पहचानिए । इसके दो उपयोग भी बताइए ।
उत्तर : यौगिक Na2CO3. 10H2O (धावन सोडा) है, क्योंकि इसके जलीय विलयन की प्रकृति क्षारीय होती है। हवा में रखने से इसके क्रिस्टलन जल के 9 अणु निकल जाते हैं और यह अपारदर्शी पाउडर में बदल जाता है।
उपयोग — (i) इसको काँच तथा सीमेण्ट आदि के बनाने में प्रयोग करते हैं।
(ii) इसको जल की स्थायी कठोरता को दूर करने में प्रयोग करते हैं।
प्रश्न 24. विरंजक का क्या अर्थ है? विरंजक चूर्ण बनाने में होने वाली रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर : किसी रंगीन पदार्थ को रंगहीन करने की प्रक्रिया को विरंजन कहते हैं। जो पदार्थ विरंजन की क्रिया करता है, वह विरंजक कहलाता है।
प्रश्न 25. प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र एवं दो उपयोग लिखिए।
उत्तर : प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम कैल्सियम हेमीहाइड्रेट है। इसका रासायनिक सूत्र CaSO4. ½H2O है। खिलौने, सजावटी सामान, छतों तथा दीवारों पर आकर्षक डिजाइन आदि बनाने में प्लास्टर ऑफ पेरिस का उपयोग किया जाता है।
  • अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा सोडियम हाइड्रॉक्साइड का लिटमस के प्रति प्रभाव बताइए ।
उत्तर : हाइड्रोक्लोरिक अम्ल नीले लिटमस को लाल कर देता है। सोडियम हाइड्रॉक्साइड लाल लिटमस को नीला कर देता है।
प्रश्न 2. अम्ल क्या है?
उत्तर : अम्ल या ‘acid’ शब्द लैटिन के शब्द ‘acidus’ से बना है जिसका अर्थ ‘खट्टा’ होता है। अतः वे पदार्थ जो खट्टे होते हैं तथा नीले लिटमस को लाल कर देते हैं, अम्ल कहलाते हैं।
प्रश्न 3. (i) एक सफेद कपड़े पर लगे कढ़ी के दाग को साबुन से रगड़ने पर क्या होता है?
(ii) इस कपड़े को अत्यधिक जल से धोने पर क्या होता है?
उत्तर : (i) पीले दाग पर साबुन रगड़ने से यह लाल-भूरे रंग का हो जाता है।
(ii) कपड़े को अत्यधिक जल से धोने पर यह दाग पुनः पीला रंग प्राप्त कर लेता है।
प्रश्न 4. निम्नलिखित के रासायनिक सूत्र लिखिए-
नाइट्रिक अम्ल, ऐसीटिक अम्ल, कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड, पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड |
उत्तर :
अम्ल/क्षार रासायनिक सूत्र
नाइट्रिक अम्ल
ऐसीटिक अम्ल
कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड
पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड
HNO3
CH3COOH
Ca(OH)2
KOH
प्रश्न 5. जिंक तथा सल्फ्यूरिक अम्ल के मध्य होने वाली अभिक्रिया की समीकरण लिखिए।
उत्तर :
प्रश्न 6. जिंक तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के मध्य होने वाली अभिक्रिया की समीकरण लिखिए।
उत्तर :
प्रश्न 7. जिंक तथा नाइट्रिक अम्ल के मध्य होने वाली अभिक्रिया की समीकरण लिखिए।
उत्तर :
प्रश्न 8. क्या होता है जब सोडियम बाइकार्बोनेट तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल परस्पर मिलाए जाते हैं? रासायनिक समीकरण भी दीजिए।
उत्तर : जब सोडियम बाइकार्बोनेट तथा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल परस्पर मिलाए जाते हैं तो कार्बन डाइऑक्साइड गैस उत्पन्न होती है।
NaHCO3 (s) + HCl(aq) → NaCl(aq) + H2O(l) + CO2 (g)
प्रश्न 9. क्या होता है जब कार्बन डाइऑक्साइड गैस को चूने के जल में प्रवाहित किया जाता है? समीकरण भी दीजिए।
उत्तर : चूने का जल दूधिया हो जाता है।
प्रश्न 10. सूचक क्या हैं?
उत्तर : वे पदार्थ जो विभिन्न पदार्थों की प्रकृति के सम्बन्ध में सूचना देते हैं, सूचक कहलाते हैं। सूचक अम्लीय तथा क्षारीय माध्यमों में विभिन्न रंग देते हैं। लिटमस, मेथिल ऑरेन्ज, फिनॉल्फ्थेलिन आदि कुछ सामान्यतया प्रयोग में आने वाले सूचक हैं।
प्रश्न 11. प्रतिअम्ल क्या है?
उत्तर : अम्लता (acidity) से पीड़ित व्यक्तियों को औषधि स्वरूप दिया जाने वाला क्षारीय पदार्थ प्रतिअम्ल कहलाता है। प्रतिअम्ल तनु क्षारकों; जैसे – ऐलुमिनियम हाइड्रॉक्साइड तथा मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड से बनता है।
प्रश्न 12. क्या होता है जब तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कॉपर ऑक्साइड में मिलाया जाता है? इस अभिक्रिया की समीकरण भी दीजिए।
उत्तर : विलयन का रंग नीला-हरा हो जाता है तथा कॉपर ऑक्साइड घुल जाता है। विलयन का नीला – हरा रंग कॉपर (II) क्लोराइड बनने के कारण होता है।
प्रश्न 13. अम्ल विद्युत का चालन क्यों करते हैं?
उत्तर : अम्ल विद्युत का चालन करते हैं क्योंकि अम्ल विलयन में हाइड्रोजन आयन उत्पन्न करते हैं जो विद्युत धारा – प्रवाह के लिए उत्तरदायी होते हैं।
प्रश्न 14. pH पैमाना या मापक्रम क्या है?
उत्तर : किसी विलयन में हाइड्रोजन आयन सान्द्रता के मापन हेतु प्रयुक्त पैमाना pH पैमाना कहलाता है।
प्रश्न 15. pH को परिभाषित कीजिए ।
उत्तर : pH एकै संख्या (0 से 14 तक) है जो किसी विलयन की अम्लीयता अथवा क्षारीय प्रवृत्ति को इंगित करती है।
प्रश्न 16. अम्ल वर्षा क्या है?
उत्तर : जब वर्षा जल का pH मान 5-6 से कम होता है तो यह अम्ल वर्षा कहलाती है।
प्रश्न 17. क्या होता है जब अम्ल वर्षा नदियों में बह जाती है?
उत्तर : जब अम्ल वर्षा नदियों में बह जाती है तो यह नदियों के जल का pH कम कर देती है। इससे इन नदियों में जलचरों का जीवन कठिनाई में आ जाता है।
प्रश्न 18. आमाशय में उत्पन्न रसों का pH स्तर 7 से कम होता है या अधिक? क्यों?
उत्तर : आमाशय में उत्पन्न रसों का pH स्तर 7 से कम होता है. क्योंकि आमाशय हाइड्रोक्लोरिक अम्ल उत्पन्न करता है जो भोजन के पाचन में सहायता प्रदान करता है।
प्रश्न 19. अपाचन के दौरान क्या होता है? हम इससे बचाव किस | प्रकार कर सकते हैं?
उत्तर : अपाचन के दौरान आमाशय अत्यधिक मात्रा में अम्ल उत्पन्न कर देता है जिससे पीड़ा तथा अन्य कष्ट हो जाते हैं।
इससे बचने के लिए हम प्रतिअम्लों (क्षारों) का प्रयोग कर सकते हैं जो अम्लों के आधिक्य को उदासीन कर देता है।
प्रश्न 20. दन्तवलक क्या है?
उत्तर : दन्तवलक शरीर का सबसे कठोरतम पदार्थ है। यह कैल्सियम फॉस्फेट से बनता है।
प्रश्न 21. मुँह में pH स्तर 5.5 से कम किस प्रकार हो जाता है?
उत्तर : खाना खाने के पश्चात् मुँह में खाने के कण तथा शर्करा शेष रह जाते हैं जिनके बैक्टीरिया द्वारा अपघटन से उत्पन्न अम्ल मुँह में pH का स्तर 5.5 से कम कर देते हैं।
प्रश्न 22. दाँतों को क्षय होने से बचाने के लिए हम अम्ल की अधिक मात्रा को किस प्रकार उदासीन कर सकते हैं?
उत्तर : हम दाँतों को किसी क्षारीय पेस्ट द्वारा साफ करके अम्ल की अधिक मात्रा को उदासीन कर सकते हैं।
प्रश्न 23. सोडियम हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करने के प्रक्रम को क्लोर-क्षारक अभिक्रिया क्यों कहते हैं?
उत्तर : सोडियम हाइड्रॉक्साइड उत्पन्न करने के प्रक्रम को क्लोर- क्षारक अभिक्रिया इसलिए कहते हैं क्योंकि इसमें बनने वाले उत्पाद क्लोरीन (क्लोर) तथा सोडियम हाइड्रॉक्साइड (क्षारक) हैं।
प्रश्न 24. विरंजक चूर्ण में सदैव क्लोरीन की गंध क्यों आती है ?
उत्तर : विरंजक चूर्ण में सदैव क्लोरीन की गन्ध इसलिए आती है क्योंकि वायु में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड गैस इसे धीरे-धीरे अपघटित करके क्लोरीन गैस उत्पन्न करती है।
प्रश्न 25. बेकिंग पाउडर में टार्टरिक अम्ल क्यों मिलाया जाता है?
उत्तर : बेकिंग पाउडर में उपस्थित टार्टरिक अम्ल सोडियम कार्बोनेट को उदासीन कर देता है। यदि बेकिंग पाउडर में टार्टरिक अम्ल न हो तो इसे भोज्य पदार्थों में प्रयुक्त करने पर ये पदार्थ सोडियम कार्बोनेट के उपस्थित होने के कारण कड़वे लगने लगते हैं।
प्रश्न 26. वाशिंग सोडा के निर्माण में प्रयुक्त कच्चे पदार्थों के नाम बताइए ।
उत्तर : सोडियम क्लोराइड, अमोनिया तथा कार्बन डाइऑक्साइड।
प्रश्न 27. बेकिंग सोडा के दो महत्त्वपूर्ण गुण लिखिए।
उत्तर : (i) बेकिंग सोडा एक सफेद ठोस पदार्थ है तथा यह वायु में स्थायी होता है।
(ii) बेकिंग सोडा जल में अल्प विलेय होता है तथा इसका जलीय विलयन क्षारीय होता है।
प्रश्न 28. गंदले जल को स्वच्छ करने में किस रासायनिक पदार्थ का प्रयोग करते हैं? इसका अणुसूत्र लिखिए।
उत्तर : गंदले जल को स्वच्छ करने में ब्लीचिंग पाउडर का प्रयोग करते हैं। इसका रासायनिक सूत्र CaOCl2 है।
प्रश्न 29. चूने का रासायनिक नाम तथा अणुसूत्र लिखिए।
उत्तर : चूने का रासायनिक नाम कैल्सियम ऑक्साइड तथा अणुसूत्र CaO है।
प्रश्न 30. चूने के पानी के साथ मैग्नीशियम बाइकार्बोनेट को उबालने से प्राप्त अवक्षेप का सूत्र लिखिए।
उत्तर : यह अवक्षेप CaCO3 व MgCO3 का होगा।
प्रश्न 31. चूने के पत्थर से बुझा चूना कैसे बनाते हैं? रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर :
प्रश्न 32. एक सोडियम यौगिक का नाम बताइए जिसको कठोर जल की कठोरता को दूर करने में प्रयुक्त करते हैं।
उत्तर : सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3)।
प्रश्न 33. एक क्रिस्टलीय पदार्थ हवा में रखने पर क्रिस्टलन जल के अणु छोड़कर अपारदर्शी चूर्ण में बदल जाता है। इस पाउडर का धोने में उपयोग होता है। इस क्रिस्टलीय पदार्थ का नाम व सूत्र बताइए ।
उत्तर : धावन सोडा ( या सोडियम कार्बोनेट डेकाहाइड्रेट) – Na2CO3.10H2O
प्रश्न 34. क्रिस्टलीय सोडियम कार्बोनेट का सूत्र क्या है?
उत्तर : Na2CO3.10H2O.
एक शब्द या एक वाक्य वाले प्रश्न
प्रश्न 1. दो प्राकृतिक सूचकों के नाम बताइए।
उत्तर : लिटमस तथा हल्दी।
प्रश्न 2. साबुन क्या है— अम्लीय अथवा क्षारीय ?
उत्तर : क्षारीय ।
प्रश्न 3. दो संश्लेषित सूचकों के नाम लिखिए ।
उत्तर : मेथिल ऑरेन्ज तथा फिनॉल्फ्थेलिन ।
प्रश्न 4. लिटमस का स्रोत क्या है?
उत्तर : इसे थैलोफाइटा वर्ग से सम्बद्ध शैवाल से निष्कर्षित किया जाता है।
प्रश्न 5. सूँघनीय सूचक क्या हैं?
उत्तर : वे पदार्थ जिनकी गन्ध अम्लीय अथवा क्षारीय माध्यम में परिवर्तित हो जाती है, सूँघनीय सूचक कहलाते हैं।
प्रश्न 6. वैनिला, प्याज तथा लौंग में से कौन-सा सूँघनीय पदार्थ सूचक की भाँति प्रयोग किया जा सकता है?
उत्तर : वैनिला तथा प्याज ।
प्रश्न 7. क्या सभी वस्तुएँ अम्लों तथा क्षारों के साथ हाइड्रोजन गैस बनाती हैं?
उत्तर : नहीं।
प्रश्न 8. क्या होता है जब अम्ल तथा क्षार परस्पर मिलाए जाते हैं?
उत्तर : ये एक-दूसरे का प्रभाव समाप्त करके लवण तथा जल बनाते हैं।
प्रश्न 9. क्या ग्लूकोज तथा ऐल्कोहॉल विद्युत का चालन करते हैं?
उत्तर : नहीं।
प्रश्न 10. क्या किसी अम्ल अथवा क्षार को जल में घोलना एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है? 
उत्तर : हाँ, यह एक उच्च ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
प्रश्न 11. एक अम्ल के विलयन में जल मिलाने पर हाइड्रोनियम आयन सान्द्रता किस प्रकार प्रभावित होगी?
उत्तर : हाइड्रोनियम आयन सान्द्रता घट जाएगी।
प्रश्न 12. एक क्षारीय विलयन में जल मिलाने पर हाइड्रॉक्साइड आयन सान्द्रता किस प्रकार प्रभावित होगी?
उत्तर : हाइड्रॉक्साइड आयन सान्द्रता घट जाएगी।
प्रश्न 13. pH में कमी होना क्या प्रदर्शित करता है?
उत्तर : pH में कमी होना अधिक अम्लीय प्रवृत्ति को व्यक्त करता है।
प्रश्न 14. अम्लों की प्रबलता किस पर निर्भर करती है?
उत्तर : H+ आयनों की संख्या पर |
प्रश्न 15. क्या पौधे तथा जन्तु pH संवेदी होते हैं?
उत्तर : हाँ।
प्रश्न 16. क्या पौधों को अपनी स्वस्थ वृद्धि के लिए एक विशिष्ट pH परास की आवश्यकता होती है?
उत्तर : हाँ।
प्रश्न 17. एक प्रतिअम्ल का नाम बताइए।
उत्तर : मिल्क ऑफ मैग्नीशिया ( मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड) ।
प्रश्न 18. बिच्छू घास के डंकशील बालों द्वारा अन्तःक्षेपित अम्ल का नाम बताइए जिसके द्वारा अत्यधिक पीड़ा की अनुभूति होती है?
उत्तर : मेथेनोइक अम्ल ।
प्रश्न 19. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा सोडियम हाइड्रॉक्साइड के विलयन के संयोजन से बने लवण का नाम बताइए ।
उत्तर : सोडियम क्लोराइड (NaCl)।
प्रश्न 20. उस पौधे का नाम बताइए जो विरंजक चूर्ण के निर्माण ‘प्रयुक्त किया जाता है?
उत्तर : हेसेनक्लेवर पौधा अथवा बेकमेन पौधा ।
प्रश्न 21. सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के क्रिस्टलों का रंग कैसा होता है?
उत्तर : सफेद ।
प्रश्न 22. सोडा – अम्ल अग्निशामक के घटक क्या हैं?
उत्तर : सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट तथा सल्फ्यूरिक अम्ल |
प्रश्न 23. कपड़े धोने के सोडे में क्रिस्टलन-जल के कितने अणु होते हैं?
उत्तर : दस।
प्रश्न 24. उस सोडियम यौगिक का नाम बताइए जो अनेक शुष्क साबुन पाउडरों का घटक है।
उत्तर : सोडियम कार्बोनेट ।
प्रश्न 25. कॉपर सल्फेट के एक सूत्र इकाई में कितने जल अणु उपस्थित होते हैं?
उत्तर : पाँच ।
प्रश्न 26. जिप्सम क्या है?
उत्तर : कैल्सियम सल्फेट डाइहाइड्रेट (CuSO4.2H2O)।
प्रश्न 27. प्लास्टर ऑफ पेरिस तथा जल की अभिक्रिया से कौन-सा पदार्थ बनता है?
उत्तर : जिप्सम |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *