Gujarat Board Class 10 Sanskrit Grammar अभ्यास 7 अव्ययपदानि
Gujarat Board Class 10 Sanskrit Grammar अभ्यास 7 अव्ययपदानि
GSEB Solutions Class 9 Sanskrit अभ्यास 7 अव्ययपदानि
अव्ययपदानि Read the following sentences carefully:
1. अतः अत्रैव निगूढो भूत्वा तिष्ठामि।
2. परन्तु मद्भयात् न किञ्चित् वदतिः।
3. नूनम् अस्मिन् बिले सिंहः अस्ति इति तर्कयामि।
In the words used in above sentences, some words are noun forms and some are verb forms (तिङन्त – verb forms). Both kinds of words, you have already studied, so you can recognize them. Now look at the words underlined. These words are adverbs. For adverbs it is said
सदृशं त्रिषु लिड्गेषु सर्वासु च विभक्तिषु।
वचनेषु च सर्वेषु यन्न व्येति तदव्ययम्॥
It means that the word, which does not change in all he three genders (लिङग), all cases (विभक्ति) and in all numbers (वचने) is called Adverb. You know that every noun has a gender and the form of that noun changes according to seven cases and three numbers. You have studied this in lesson-3. e.g.
1. छात्रः अत्र पठति।
2. त्वम् अत्र छात्रान् पश्यसि।
3. छात्राय अत्र पुस्तकं ददाति।
In above sentences, word 95 is used different forms. But the word अत्र used in all the three sentences is same. Such word forms used in the same form at every place are adverbs. They are indeclinable.
The Adverbs and their meanings used in each lesson are given in glossary written at the end of every lesson.
Now read the following sentences:
1. नूनम् (निश्चयेन) अस्मिन् बिले सिंहः अस्ति।
2. छात्रः अत्र (अस्मिन् स्थाने) पठति।
3. वर्षा कदा (कस्मिन् काले) भवति।
In above sentences the words underlined are adverbs. To explain same meaning of these adverbs, noun forms having case and number are given in brackets. It shows that there are several adverbs in place of which noun forms having case and number are used. These kinds of adverbs are as follows:
अद्य (अस्मिन् दिने), श्वः (आगामी दिवसः) ह्यः (गतः दिवस:), इदानीम् (अस्मिन् काले), अधुना (अस्मिन् काले), सम्प्रति (अस्मिन् काले), यदा (यस्मिन् काले), तदा (तस्मिन् काले), कदा (कस्मिन् काले), सर्वदा (सर्वस्मिन् काले), यत्र (यस्मिन् स्थाने), तत्र (तस्मिन् स्थाने), कुत्र (कस्मिन् स्थाने), सर्वत्र (सर्वस्मिन् स्थाने), यतः (यस्मात् कारणात्), ततः (तस्मत् कारणात्), अतः (अस्मात् कारणात्), कुतः (कस्मात् कारणात्), यथा (येन प्रकारेण), तथा (तेन प्रकारेण)
(Note: Relative past participles (संबंधक भूतकृदन्त) and Infinitives (हेत्वर्थ कृदन्त) which you have studied in lesson-5 (अभ्यास-5) are also adverbs.)
GSEB Class 9 Sanskrit अव्ययपदानि Additional Important Questions and Answers
1. प्रदत्तेषु उत्तरेषु यत् उत्तरम् शुद्धम् अस्ति तत् विकल्पात् चीयताम्।
1. अहं पश्यामि यद् वृद्धाः तु ………………………. चलन्ति।
(क) शनैः
(ख) शीघ्रम्
(ग) नीचैः
(घ) नूनम्।
उत्तरम्:
(क) शनैः
2. त्वं ………………………. कुक्कुरो भव।
(क) सदा
(ख) पुनः
(ग) कदापि
(घ) अपि।
उत्तरम्:
(घ) अपि।
3. तत्र वृक्षेषु वानराः ………………………. कूर्दन्ति।
(क) इतस्ततः
(ख) सर्वत्र
(ग) इत्यत्र
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(क) इतस्ततः
4. मूर्खाः जनाः संसारे ……………………….
(क) एव
(ख) बहुधा
(ग) अपि
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(घ) वृथा।
5. पश्य ………………………. मयूराः अपि नृत्यन्ति परं तत्र शुकाः वदन्ति।
(क) कदा
(ख) अत्र
(ग) तदा
(घ) यथा।
उत्तरम्:
(ख) अत्र
6. वृक्ष शाखासु कोकिला: ………………………. मधुरं गायन्ति।
(क) अपि
(ख) नैव
(ग) ह्यः
(घ) एव।
उत्तरम्:
(क) अपि
7. ………………………. गृहं गच्छावः श्वः पुनः आगमिष्यावः।
(क) ह्यः
(ख) श्वः
(ग) अधुना
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(ग) अधुना
8. यत्र कमलानि ………………………. भ्रमराः।
(क) तत्र
(ख) यत्र-तत्र
(ग) अत्र-तत्र
(घ) यथा।
उत्तरम्:
(क) तत्र
9. यथा राजा ………………………. प्रजा।
(क) यथा-तथा
(ख) तथा
(ग) तथा-यथा
(घ) यत्र।
उत्तरम्:
(ख) तथा
10. अहं ………………………. तत्र गमिष्यामि।
(क) कदा
(ख) अपि
(ग) ह्यः
(घ) पुरा।
उत्तरम्:
(ख) अपि
11. अहं ………………………. तत्र न अगच्छम्।
(क) श्वः
(ख) अधुना
(ग) इव
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(ख) अधुना
12. ते ………………………. एव अत्रागमिष्यन्ति।
(क) अधुना
(ख) ह्यः
(ग) श्वः
(घ) नूनम्।
उत्तरम्:
(घ) नूनम्।
13. ………………………. एकं विशालं भवनम् अस्ति।
(क) तत्र
(ख) उपरि
(ग) नीचैः
(घ) अत्र-तत्र।
उत्तरम्:
(क) तत्र
14. ………………………. एकजलाशयः आसीत्।
(क) उपरि
(ख) नीचैः
(ग) अत्र
(घ) पुरा।
उत्तरम्:
(घ) पुरा।
15. त्वम् ………………………. पठ।
(क) अपि
(ख) तदा
(ग) न
(घ) नूनम्।
उत्तरम्:
(क) अपि
16. छात्राः ………………………. किं करिष्यन्ति?
(क) ह्यः
(ख) सहसा
(ग) इदानीम्
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(ग) इदानीम्
17. ………………………. अशोक: नाम महान् सम्राट् आसीत्।
(क) पुरा
(ख) अधुना
(ग) तदा
(घ) कदा।
उत्तरम्:
(क) पुरा
18. ………………………. ईश्वरभक्ताः तादृशाः न सन्ति।
(क) ह्यः
(ख) अधुना
(ग) श्वः
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(ख) अधुना
19. ………………………. वर्षा भवति तथा एव कषकाः मोदन्ते।
(क) प्रातः
(ख) यदा
(ग) सदा
(घ) यथा।
उत्तरम्:
(घ) यथा।
20. यथा देशः ………………………. वेशः।
(क) तदा
(ख) यदा
(ग) तथा
(घ) तत्र।
उत्तरम्:
(ग) तथा
21. ते पर्वतात् ………………………. न सन्ति।
(क) उपरि
(ख) तत्र
(ग) अधः
(घ) उच्चैः
उत्तरम्:
(घ) उच्चैः
22. विद्यालयस्य छात्राः कथम् ………………………. धावन्ति?
(क) यथा-तथा
(ख) विना
(ग) इतस्ततः
(घ) अपि।
उत्तरम्:
(ग) इतस्ततः
23. दुष्टाः ………………………. एव जल्पन्ति।
(क) वृथा
(ख) इतस्ततः
(ग) तत्र
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(क) वृथा
24. त्वमपि रामम् ………………………. भव।
(क) अधुना
(ख) सहसा
(ग) पुरा
(घ) इव।
उत्तरम्:
(घ) इव।
25. वृद्धा ………………………. स्वकार्याणि करोति।
(क) नूनम्
(ख) शनैः
(ग) एव
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(ख) शनैः
26. संस्कारात् ………………………. जनः द्विज उच्यते।
(क) एव
(ख) अपि
(ग) इव
(घ) अत्र-तत्र।
उत्तरम्:
(क) एव
27. चन्द्रगुप्तः सम्राट् चाणक्यं ………………………. किमपि न अकरोत।
(क) पुरा
(ख) विना
(ग) इतस्ततः
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(ख) विना
28. वेदमन्त्राणाम् उच्चारणम् ………………………. कर्तव्यम्।
(क) इव
(ख) अपि
(ग) एव
(घ) उच्चैः।
उत्तरम्:
(घ) उच्चैः।
29. यथा पिता पुत्रोऽपि ………………………. एव दृश्यते।
(क) तदा
(ख) इतस्ततः
(ग) तथा
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(ग) तथा
30. ………………………. त्वम् स्वकार्यं कुरु।
(क) विना
(ख) इदानीम्
(ग) वृथा
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(ख) इदानीम्
31. इदं कार्यं त्वया ………………………. कर्तव्यम्।
(क) एव
(ख) विना
(ग) नूनम्
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(क) एव
32. अभिमन्युः तदा ………………………. अवदत्।
(क) एव
(ख) कथम्
(ग) इव
(घ) अधुना।
उत्तरम्:
(क) एव
33. दुष्टैः सह समयं ………………………. न करणीयम्।
(क) विना
(ख) अधुना
(ग) इव
(घ) अधुना।
उत्तरम्:
(घ) अधुना।
34. अहम् ………………………. तव स्वामी अतः ममाज्ञा पालनीया।
(क) अपि
(ख) सहसा
(ग) एव
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(ग) एव
35. चिकित्सालये ………………………. न वक्तव्यम्।
(क) उच्चैः
(ख) वृथा
(ग) एव
(घ) सम्प्रति।
उत्तरम्:
(क) उच्चैः
36. मम मातामही ………………………. वृद्धा अस्ति।
(क) शनैः
(ख) अपि
(ग) उच्चैः
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(ख) अपि
37. दुष्टानां जन्म ………………………. वृथा भवति।
(क) एव
(ख) शनैः
(ग) इव
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(क) एव
38. ………………………. मया पित्राज्ञा पालनीया।
(क) इदानीम्
(ख) पुरा
(ग) यथा
(घ) तत्र।
उत्तरम्:
(क) इदानीम्
39. जगति ………………………. पितरौ कुरुतः ………………………. एव सन्ततयः कुर्वन्ति।
(क) यथा-तथा
(ख) अत्र-तत्र
(ग) कुत्र-यत्र
(घ) कुतः-ततः।
उत्तरम्:
(क) यथा-तथा
40. ………………………. विदधीत न क्रियाम्।
(क) वृथा
(ख) सहसा
(ग) इतस्ततः
(घ) पुरा।
उत्तरम्:
(ख) सहसा
41. जीवः जीवस्य ………………………. भोजनं भवति।
(क) एव
(ख) विना
(ग) अपि
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(क) एव
42. छात्राणां कृते ………………………. कार्यं नोचितम्।
(क) उच्चैः
(ख) शनैः
(ग) अधुना
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(ख) शनैः
43. सर्वे जीवाः मिलित्वा ………………………. मोदन्ते।
(क) इदानीम्
(ख) पुरा
(ग) शनैः
(घ) उच्चैः।
उत्तरम्:
(क) इदानीम्
44. छात्राः सम्प्रति ………………………. कथं भ्रमन्ति?
(क) अधुना
(ख) इतस्ततः
(ग) पुरा
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(ख) इतस्ततः
45. द्वारपाल: ………………………. अपि तत्र तिष्ठति।
(क) अधुना
(ख) नीचैः
(ग) शनैः
(घ) उच्चैः।
उत्तरम्:
(क) अधुना
46. ईश्वरेण दत्तम् इदं जीवन ………………………. न कर्तव्यम्।
(क) शनैः
(ख) उच्चैः
(ग) नूनम्
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(घ) वृथा।
47. अलङ्कारैः विभूषितः ………………………. गुणहीनः न शोभते।
(क) अपि
(ख) एवम्
(ग) पुरा
(घ) एव।
उत्तरम्:
(क) अपि
48. ………………………. तुभ्यं रोचते त्वं तथैव कुरु।
(क) तत्र
(ख) अत्र
(ग) यथा
(घ) परम्।
उत्तरम्:
(ग) यथा
49. जनानां समृद्धिः ………………………. संवर्धिता वर्तते।
(क) अधुना
(ख) ह्यः
(ग) पुरा
(घ) इव।
उत्तरम्:
(क) अधुना
50. यात्रायां ………………………. कोलाहलं न कर्तव्यम्।
(क) सहसा
(ख) वृथा
(ग) इव
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(ख) वृथा
51. ………………………. भारतम् अतीव समृद्धम् आसीत्।
(क) अधुना
(ख) इतस्ततः
(ग) पुरा
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(ग) पुरा
52. वर्तमानकाले ………………………. सर्वत्र विलासिता एव दृश्यते।
(क) यथा-तथा
(ख) सम्प्रति
(ग) अत्र-तत्र
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(ग) अत्र-तत्र
53. त्वम् ………………………. बन्धुः च सखा त्वमेव।
(क) एव
(ख) अपि
(ग) नूनम्
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(क) एव
54. धनाभावे रोदनं ………………………. भवति।
(क) वृथा
(ख) एव
(ग) नूनम्
(घ) इतस्ततः।
उत्तरम्:
(क) वृथा
55. शनैः कन्थाः ………………………. पन्थाः शनैः पर्वत लङ्घनम्।
(क) अधुना
(ख) उच्चैः
(ग) विना
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(घ) शनैः।
56. दैत्यानाम् ………………………. पर्वताः दूरतः एव भयातुरम् कुर्वन्ति।
(क) शनैः
(ख) सहसा
(ग) इव
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(ग) इव
57. मधुरा दिव्या वाणी ………………………. गीर्वाण कथ्यते।
(क) एव
(ख) नूनम्
(ग) पुरा
(घ) इव।
उत्तरम्:
(क) एव
58. भारतभूमिः ………………………. दर्शनीया अस्ति।
(क) सम्प्रति
(ख) इतस्ततः
(ग) नूनम्
(घ) विना।
उत्तरम्:
(ग) नूनम्
59. ………………………. कृतं कार्यं नूनं कष्टकरं भवति।
(क) शनैः
(ख) सहसा
(ग) इव
(घ) पुरा।
उत्तरम्:
(ख) सहसा
60. श्रीरामम् उपेत्य भरतः ………………………. अवदत्।
(क) अपि
(ख) वृथा
(ग) उच्चैः
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(ग) उच्चैः
61. लङ्लकारस्य प्रयोगः भूतकाले ………………………. भवति।
(क) अधुना
(ख) विना
(ग) एव
(घ) अपि।
उत्तरम्:
(ग) एव
62. श्रीरामः यथा आदर्शपुत्रः आसीत् ………………………. एव आदर्शपिता अपि।
(क) तत्र
(ख) तथा
(ग) यत्र
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(ख) तथा
63. संसारे सूर्यः ………………………. जीवनाधारः वर्तते।
(क) अधुना
(ख) एव
(ग) पुरा
(घ) अपि।
उत्तरम्:
(ख) एव
64. ………………………. सूर्यः जगत् प्रकाशयति …………… चन्द्रः अपि।
(क) अत्र-तत्र
(ख) यथा-तथा
(ग) यत्र-तत्र
(घ) इतः – ततः।
उत्तरम्:
(ख) यथा-तथा
65. त्वया ………………………. कोलाहलं परित्यज्य सुप्तव्यम्।
(क) अधुना
(ख) शनैः
(ग) उच्चैः
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(क) अधुना
66. प्राणं ………………………. कथं जीवनम्?
(क) शनैः
(ख) विना
(ग) इदानीम्
(घ) वृथा।
उत्तरम्:
(ख) विना
67. क्रीडाङ्गणे ………………………. रामः तु तत्र कृष्णः वर्तेते।
(क) तथा
(ख) यथा
(ग) यथा-तथा
(घ) यत्र।
उत्तरम्:
(घ) यत्र।
68. स्वर्णशलाकाम् ………………………. तत् विभाति।
(क) इव
(ख) पुरा
(ग) इदानीम्
(घ) नूनम्।
उत्तरम्:
(क) इव
69. रात्रौ कुक्कुराः ………………………. भाषन्ते।
(क) पुरा
(ख) इतस्ततः
(ग) इदानीम्
(घ) विना।
उत्तरम्:
(ख) इतस्ततः
70. ………………………. कलियुगस्य सप्तविंशतितमा चतुर्युगी वर्तते।
(क) पुरा
(ख) यथा
(ग) तथा
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(घ) इदानीम्।
71. वर्षायां मेघाः ………………………. गर्जन्ति।
(क) नीचैः
(ख) उच्चैः
(ग) अधुना
(घ) इव।
उत्तरम्:
(ख) उच्चैः
72. अर्जुनेन सह कृष्णः ………………………. आसीत्।
(क) अपि
(ख) नूनम्
(ग) वृथा
(घ) विना।
उत्तरम्:
(क) अपि
73. परीक्षाकाले ………………………. शीतः भविष्यति एव।
(क) अधुना
(ख) इतस्ततः
(ग) अपि
(घ) इव।
उत्तरम्:
(ग) अपि
74. रात्रौ तु चन्द्रः वर्तते ………………………. न।
(क) एव
(ख) नूनम्
(ग) इदानीम्
(घ) सम्प्रति।
उत्तरम्:
(ग) इदानीम्
75. त्वाम् ………………………. को उद्धरिष्यति माम्?
(क) एव
(ख) विना
(ग) इतस्ततः
(घ) पुरा।
उत्तरम्:
(ख) विना
76. प्रात: उद्याने ………………………. न चलितव्यम्।
(क) उच्चैः
(ख) नूनम्
(ग) शनैः
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(ग) शनैः
77. धरायाम् ………………………. सर्वे जीवाः संवसन्ति।
(क) अपि
(ख) एव
(ग) अत्र-तत्र
(घ) इदानीम्।
उत्तरम्:
(ख) एव
78. सहसा उत्थाय भीमः ………………………. अवदत्।
(क) शनैः
(ख) एव
(ग) उच्चैः
(घ) विना।
उत्तरम्:
(ग) उच्चैः
79. केनचिदपि समयं ………………………. न कर्तव्यम्।
(क) नूनम्
(ख) वृथा
(ग) विना
(घ) सहसा।
उत्तरम्:
(ख) वृथा
80. ईश! ………………………. त्वमेव मम पिता वर्तसे।
(क) वृथा
(ख) पुरा
(ग) अपि
(घ) नूनम्।
उत्तरम्:
(घ) नूनम्।
81. ………………………. वृथा भ्रमतां छात्राणां संस्काराः हसन्ति।
(क) इतस्ततः
(ख) नूनम्
(ग) सहसा
(घ) शनैः।
उत्तरम्:
(क) इतस्ततः
82. ………………………. देवासुर-संग्रामोऽभवत्।
(क) सम्प्रति
(ख) इदानीम्
(ग) पुरा
(घ) अधुना।
उत्तरम्:
(ग) पुरा
2. मञ्जूषायां प्रदत्तैः अव्ययैः सहायतया वाक्यानां रिक्तस्थानानि पूरयत।
1.
(क) तस्याः मुखम् चन्द्रम् इव ……………………. न प्रतीयते।
(ख) ……………………. रामकथा समाप्यते।
(ग) रामः श्यामः च ……………………. पठतः?
(ख)……………………. कः तिष्ठति?
(ङ) वृथा ……………………. वद।
मञ्जूषा – बहिः, मा, कुत्र, कदापि, इति।
उत्तरम्:
(क) कदापि
(ख) इति
(ग) कुत्र
(घ) बहिः
(ङ) मा।
2.
(क) त्वम् ……………………. तेन सह गच्छ।
(ख) तस्य मुखम् कमलम् इव ……………………. नास्ति।
(ग) त्वम् दिल्लीनगरम् ……………………. गमिष्यसि?
(घ) यत् वस्तु लाभदायकम् ……………………. तत् एव आनय।
(ङ) अहम् ……………………. पठिष्यामि।
मञ्जूषा – सम्प्रति, इति, कदा, कदापि, श्वः।
उत्तरम्:
(क) सम्प्रति
(ख) कदापि
(ग) कदा
(घ) इति
(ङ) श्वः
3.
(क) सः ……………………. एव अत्र आगच्छत्।
(ख) ……………………. अहम् आगमिष्यामि तावत् त्वम् अत्र उपविश।
(ग) अहम् तु पठामि परं त्वम् ……………………. न पठसि?
(घ) श्यामः अवदत् ……………………. यत् पश्यसि तत् एव वद।
(ङ) त्वम् ……………………. पठिष्यसि?
मञ्जूषा – किमर्थम्, यावत्, कुतः, ह्यः, यत्, कदा।
उत्तरम्:
(क) ह्यः,
(ख) यावत्
(ग) किमर्थम्
(घ) यत्
(ङ) यावत्
4.
(क) कुम्भं करोति ……………………. कुम्भकारः।
(ख) असत्यं ……………………. वद।
(ग) त्वया ……………………. आयातः?
(घ) अहम् ……………………. अगच्छम्? इति न जानामि।
(ङ) ……………………. अहम् लिखामि तावत् त्वम् पठ।
मञ्जूषा – मा, यावत्, कदा, कुतः, इति।।
उत्तरम्:
(क) इति
(ख) मा
(ग) कदा
(घ) कुतः
(ङ) कदा।
5.
(क) सः आत्मानम् रामः ……………………. मानयति।
(ख) एषः सिंह: ……………………. आगच्छत्?
(ग) विद्यालयात् ……………………. मा गच्छ।
(घ) ……………………. त्वम् कुत्र आसी:?
(ङ) ……………………. इतस्ततः भ्रमणं मा कुरु।
मञ्जूषा – इति, सम्प्रति, कुतः, बहिः, ह्यः।
उत्तरम्:
(क) इति
(ग) बहिः
(घ) ह्यः।
(ङ) सम्प्रति।
6.
(क) अहम् ……………………. विद्यालयं न आगमिष्यामि।
(ख) ……………………. अवकाशः भविष्यति।
(ग) मृषा ……………………. वद।
(घ) धनात् विना ……………………. सुखम्?
(ङ) त्वम् तत्र …………………….. गच्छसि?
मञ्जूषा – किमर्थम्, श्वः, कुत, मा, श्वः।
उत्तरम्:
(क) श्वः
(ग) मा
(घ) कुतः
(ङ) किमर्थम्।
7.
(क) सः ……………………. आगमिष्यति।
(ख) त्वं ……………………. मृषा मा वद।
(ग) ग्रामात् ……………………. देवालयः अस्ति।
(घ) त्वम् असत्यं ……………………. वद।
(ङ) ……………………. मम अध्यापक: न अपाठयत्।
मञ्जूषा – श्वः, कदापि, ह्यः, मा, बहिः।
उत्तरम्:
(क) श्वः
(ग) बहिः
(घ) मा
(ङ) ह्यः।
8.
(क) विद्यालये ……………………. वनमहोत्सवः मान्यते।
(ख) छात्रैः गृहेभ्यः ……………………. एकः पादप आनीतः।
(ग) छात्रैः आनीतेषु पादपेषु फलिनः वृक्षाः विद्यालयात् ……………………. रोपणीयाः।
(घ) ……………………. वृक्षाः सन्ति तत्र दुर्दिवसा: …………………….?
(ङ) एतेषु वृक्षेषु फलानि ……………………. न आगमिष्यन्ति।
मञ्जूषा – यदा-कदा, कदापि, ह्यः, यत्र-कुत्र, बहिः।
उत्तरम्:
(क) कदा
(ग) बहिः
(घ) यत्र-कुत्र
(ङ) कदापि।
9.
(क) ……………………. मम मातुलः काश्मीरात् आगमिष्यति।
(ख) असत्यं ……………………. वद।
(ग) ……………………. स्थास्यन्ति गिरयः तावत् रामायणी कथा प्रचरिष्यति ।
(घ) कच्छपः ……………………. न धावति।
(ङ) अस्माकं जीवनं ……………………. वर्तते?
मञ्जूषा – यावत्, श्वः, मा, कदापि, किमर्थम्।
उत्तरम्:
(क) श्वः
(ग) यावत्
(घ) कदापि
(ङ) किमर्थम्।
10.
(क) त्वम् एवं ……………………. वद।
(ख) सः ……………………. असत्यं न अवदत्।
(ग) ……………………. शीतकालो वर्तते।
(घ) ……………………. मम परीक्षा भविष्यति।
(ङ) सः ……………………. पठति इति न ज्ञायते।
मञ्जूषा – कदापि, कदा, श्वः मा, सम्प्रति।
उत्तरम्:
(क) मा
(ग) सम्प्रति
(घ) श्वः
(ङ) कदा।
11.
ते जनाः (क) ……………………. धन्या : ये
(ख) ……………………. निरुत्साहिताः न भवन्ति। ते
(ग) ……………………. न धन्याः, ये
(घ) ……………………..”सत्यं वदन्ति। ते
(ङ) गच्छन्ति, साफल्यम् प्राप्नुवन्ति। ते सदैव चिन्तयन्ति इति कार्य विना तु जीवनम् एव व्यर्थम्।
मञ्जूषा – यत्र-कुत्र, सम्प्रति, कदापि, यदा-कदा, कदापि।।
उत्तरम्:
(क) सम्प्रति
(ग) कदापि
(घ) यदा-कदा
(ङ) यत्र-कुत्र।
12.
(क) ……………………. वयं जन्तुशालां द्रष्टुं नन्दन काननवनम् अगच्छाम। तत्र वयं अनेकान् जन्तून् ……………………. भ्रमन्ति स्म। सिंहाः
(ग) ……………………. नासन्। मयूरा: अपि
(घ) ……………………. अनृत्यत्। वस्तुतः मयूरं विना
(ङ) ……………………… जन्तुशालायाः शोभा? अग्रिमे मासे वयम् पुन: गमिष्यामः।
मञ्जूषा – ह्यः, यत्र-कुत्र, बहिः, यदा-कदा, कुतः।
उत्तरम्:
(क) ह्यः
(ग) बहिः
(घ) यदा-कदा
(ङ) कुतः।
13.
(क) ……………………. कथा श्रूयते तावत् मा गच्छ।
(ख) ……………………. एव अहं वार्तालापं करोमि।
(घ) मेघाः ……………………. गर्जन्ति।
(ङ) सः ……………………. अस्मत् स्थानात् गतः।
मञ्जूषा – यदा-कदा, कदा, यावत्, सम्प्रति, यत्र-कुत्र।
उत्तरम्:
(क) यावत
(ग) सम्प्रति
(घ) यत्र-कुत्र
(ङ) कदा।
14.
(क) त्वं ……………………. विद्यालयं गच्छसि?
(ग) विद्याध्ययनं ……………………..
(ख) …………………….. अध्यापक: पाठयति।
(घ) ……………………. विद्या पठ्यते तावत् छात्राः तपन्ति।
(ङ) ……………………. जीवनं सुखमयं भवति।
मञ्जूषा – कदा, इति, यावत्, सम्प्रति, यावत्।
उत्तरम्:
(क) कदा
(ग) यावत्
(घ) यावत्
(ङ) इति।
GSEB Class 9 Sanskrit अव्ययपदानि Textbook Questions and Answers
1. अधोलिखितानाम् अव्ययानाम् अर्थं लिखत।
- कुत्र
- तदा
- प्रातः
- श्वः
- न
- वा
उत्तरम्:
- कुत्र – कास्मिन् स्थाने
- तदा – तस्मिन् काले
- प्रातः – सुबह
- श्वः – आगामी दिवसे
- न – निषेध
- वा – विकल्पबोधक
2. रिक्तस्थानानि पूरयत्।
- ……………………. राजा तथा प्रजा। (यथा, तदा, कदा)
- सूर्यप्रकाशः ……………………. अस्ति। (सर्वत्र, कस्य, यतः)
- पिता ……………………. प्रवासं गमिष्यति। (यतः, कदा, यत्रः)
- मम समीपम् ……………………. आगच्छ। (तत्र, यत्र, अत्र)
- ……………………. नर्मदा वहति ततः गङ्गा न वहति। (यत्र, तत्र, यतः)
उत्तरम्:
- यथा राजा तथा प्रजा।
- सूर्यप्रकाशः सर्वत्र अस्ति।
- पिता यत्र प्रवासं गमिष्यति।
- मम समीपम् अत्र आगच्छ।
- यतः नर्मदा वहति ततः गङ्गा न वहति।
3. अधोलिखितानाम् अव्ययानाम् उपयोगेन वाक्यानि रचयत।
उदाहरणम् – अत्र-तत्र- अत्र पुस्तकम् अस्ति तत्र आसन्दः अस्ति।
उत्तरम्:
1. यदा-तदा-यदा बालः गृहं गमिष्यति तदा भोजनं खादिष्यति।
2. यतः-ततः-यतः त्वम् आगच्छः ततः अहम् आगच्छम्।
3. सर्वत्र-ईश्वरः सर्वत्र विराजते।
4. कदा-त्वम् गृहम् कदा गमिष्यति?