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Gujarat Board Solutions Class 10 Social Science Chapter 4 भारत की साहित्यिक विरासत

Gujarat Board Solutions Class 10 Social Science Chapter 4 भारत की साहित्यिक विरासत

Class 10 GSEB Solutions Social Science Chapter 4 भारत की साहित्यिक विरासत

GSEB Class 10 Social Science Important Questions Chapter 4 भारत की साहित्यिक विरासत

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:

प्रश्न 1.
वेद कितने है ?
(A) 3
(B) 4
(C) 5
(D) 6
उत्तर:
(B) 4

प्रश्न 2.
संस्कृत का व्याकरण ग्रन्थ अष्टाध्यायी की रचना किसने की थी ?
(A) आर्यभट्ट
(B) भास्कराचार्य
(C) कालिदास
(D) पाणिनि
उत्तर:
(D) पाणिनि

प्रश्न 3.
ऋग्वेद में कितनी ऋचाएँ है ?
(A) 1000
(B) 1028
(C) 1210
(D) 1012
उत्तर:
(B) 1028

प्रश्न 4.
ऋग्वेद को कितने भागों में बाँटा गया है ?
(A) 5
(B) 4
(C) 10
(D) 28
उत्तर:
(C) 10

प्रश्न 5.
किस वेद को ‘संगीत की गंगोत्री’ कहते हैं ?
(A) ऋग्वेद
(B) सामवेद
(C) अथर्ववेद
(D) यजुर्वेद
उत्तर:
(B) सामवेद

प्रश्न 6.
मुक्तिको उपनिषदों में उपनिषदों की कितनी संख्या दर्शाई गयी है ?
(A) 12
(B) 108
(C) 1028
(D) 501
उत्तर:
(B) 108

प्रश्न 7.
विश्व का सबसे बड़ा काव्य ग्रन्थ कौन-सा है ?
(A) रामायन
(B) भागवद् गीता
(C) ऋग्वेद
(D) महाभारत
उत्तर:
(D) महाभारत

प्रश्न 8.
महाभारत में कितने श्लोक है ?
(A) 1028
(B) 1.5 लाख
(C) 1 लाख
(D) 151
उत्तर:
(C) 1 लाख

प्रश्न 9.
बौद्ध धर्म का पवित्र ग्रन्थ किस नाम से पहचाना जाता है ?
(A) अष्टाध्यायी
(B) वेद
(C) उपनिषद
(D) त्रिपिटक
उत्तर:
(D) त्रिपिटक

प्रश्न 10.
इनमें से कौन-सी कृति कालिदास की है ?
(A) कुमारसंभव
(B) रघुवंशम
(C) मेघदूतम
(D) मुद्राराक्षस
उत्तर:
(D) मुद्राराक्षस

प्रश्न 11.
इनमें से कौन-सी कृति भारवि की है ?
(A) किरातार्जुनीयम
(B) उत्तररामचरित
(C) कुमारसंभव
(D) ऋतुसंहार
उत्तर:
(A) किरातार्जुनीयम

प्रश्न 12.
अर्थशास्त्र पुस्तक किसने लिखी थी ?
(A) चाणक्य
(B) आर्यभट्ट
(C) वाल्मिकी
(D) बाणभट्ट
उत्तर:
(A) चाणक्य

प्रश्न 13.
‘मुच्छकटिकम्’ ग्रन्थ किसने लिखा ?
(A) शुद्रक
(B) दंडी
(C) भारवि
(D) विशाखदत्त
उत्तर:
(A) शुद्रक

प्रश्न 14.
द्रविड़ कुल की सबसे प्राचीन भाषा कौन-सी है ?
(A) कन्नड़
(B) तमिल
(C) मलयालम
(D) तेलुगु
उत्तर:
(B) तमिल

प्रश्न 15.
कौन-सा ग्रंथ तमिल में आठ काव्यों का संकलन है ?
(A) तोलकाप्पियम्
(B) कुरल
(C) मणिकमेखलाई
(D) एतुथोकई
उत्तर:
(D) एतुथोकई

प्रश्न 16.
राजतरंगिणी ग्रन्थ की रचना किसने की थी ?
(A) सोमदेव
(B) कल्हण
(C) कालिदास
(D) अबुलफजल
उत्तर:
(B) कल्हण

प्रश्न 17.
कथासरितसागर ग्रन्थ किस राज्य का इतिहास दर्शाता है ?
(A) राजस्थान
(B) कश्मीर
(C) पंजाब
(D) तमिलनाडु
उत्तर:
(B) कश्मीर

प्रश्न 18.
भारत का प्रथम ऐतिहासिक ग्रन्थ कौन-सा है ?
(A) कथासरितसागर
(B) गीतगोविन्द
(C) रामायण
(D) आशिका
उत्तर:
(A) कथासरितसागर

प्रश्न 19.
व्यास संहिता के अनुसार वेदव्यास का आश्रम कहाँ था ?
(A) तक्षशिला
(B) काशी
(C) वलभी
(D) नालंदा
उत्तर:
(B) काशी

प्रश्न 20.
वाराणसी (काशी) के किस राजा ने तत्त्वज्ञान और विद्या को आश्रय दिया ?
(A) अज्ञातशत्रु
(B) गुणसेन
(C) वेदव्यास
(D) अशोक
उत्तर:
(A) अज्ञातशत्रु

प्रश्न 21.
किसके आश्रय से वाराणसी का सारनाथमठ प्रसिद्ध विद्याकेन्द्र बना ?
(A) अज्ञातशत्रु
(B) अशोक
(C) गुणसेन
(D) भीमसेन
उत्तर:
(B) अशोक

प्रश्न 22.
पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक कौन थे ?
(A) अशोक
(B) वेदव्यास
(C) चैतन्य महाप्रभु
(D) वल्लभाचार्य
उत्तर:
(D) वल्लभाचार्य

प्रश्न 23.
तक्षशिला किस प्रदेश की राजधानी था ?
(A) गांधार
(B) पाटलीपुत्र
(C) विजयनगर
(D) गुजरात
उत्तर:
(A) गांधार

प्रश्न 24.
तक्षशिला में कितनी विद्याओं का अध्यापन करवाया जाता था ?
(A) 16
(B) 32
(C) 64
(D) 101
उत्तर:
(C) 64

प्रश्न 25.
पाँचवी सदी में कौन-सा चीनी यात्री तक्षशिला में आये थे ?
(A) फाइयान
(B) हुवेन साग
(C) त्सांग
(D) पाणिनी
उत्तर:
(A) फाइयान

प्रश्न 26.
नालंदा का ग्रंथालय किस नाम से जाना जाता था ?
(A) तक्षशिला
(B) धर्मगंज
(C) विद्यासंग्रह
(D) अर्थशास्त्र
उत्तर:
(B) धर्मगंज

प्रश्न 27.
यु. एन. श्वांग कितने हस्तलिखित ग्रंथ अपने साथ ले गया था ?
(A) 756
(B) 576
(C) 675
(D) 657
उत्तर:
(D) 657

प्रश्न 28.
भारत की प्रथम उपन्यास कौन-सी है ?
(A) अर्थशास्त्र
(B) महाभारत
(C) अथर्ववेद
(D) दरबारे-अकबरी
उत्तर:
(D) दरबारे-अकबरी

प्रश्न 29.
भारत की प्रथम उपन्यास ‘दरबारे अकबरी’ किसने लिखी थी ?
(A) अबुल फजल
(B) मुहम्मद हुसेन आजाद
(C) चाणक्य
(D) कालिदास
उत्तर:
(B) मुहम्मद हुसेन आजाद

प्रश्न 30.
मध्यकाले (अठारहवीं सदी) में किस भाषा का जन्म हुआ था ?
(A) फारसी
(B) अवधि
(C) ब्रज
(D) उर्दु
उत्तर:
(D) उर्दु

प्रश्न 31.
कौन-सी पुस्तक अबुलफजल की है ?
(A) पंचतंत्र
(B) अकबरनामा
(C) आइने-अकबरी
(D) B और C
उत्तर:
(D) B और C

प्रश्न 32.
कौन-सा जोड़ असत्य है ?
(A) तुजुके बाबरी – बाबर
(B) तुजुके जहाँगीरी – जहाँगीर
(C) अकबरनामा – अकबर
(D) हुमायुनामा – गुलबदन बेगम
उत्तर:
(C) अकबरनामा – अकबर

प्रश्न 33.
इनमें से कौन-सा ग्रन्थ विजयनगर साम्राज्य के शासक कृष्ण देवराय ने लिखा था ?
(A) आमुक्तमाल्यदा
(B) चंद्रायन
(C) शांतिपुराण
(D) आदिपुराण
उत्तर:
(A) आमुक्तमाल्यदा

प्रश्न 34.
बंगाली में रामायण की रचना किसने की थी ?
(A) चंडीदास
(B) चैतन्यप्रभु
(C) कृतिवास
(D) तुलसीदास
उत्तर:
(C) कृतिवास

प्रश्न 35.
अवधी भाषा में रामचरित मानस किसने लिखा था ?
(A) तुलसीदास
(B) वाल्मिकी
(C) चंडीदास
(D) वेदव्यास
उत्तर:
(A) तुलसीदास

प्रश्न 36.
‘पद्मावत’ अवधी भाषा का ग्रन्थ किसने लिखा था ?
(A) मलिक मुहम्मद जायसी
(B) तुलसीदास
(C) जायसी कुतुबहन
(D) चंडीदास
उत्तर:
(A) मलिक मुहम्मद जायसी

प्रश्न 37.
कौन-सा जोड़ा सत्य है ?
(A) रामचरित मानस – तुलसीदास
(B) रामायण – वाल्मिकी
(C) पद्मावत – मलिक मुहम्मद जायसी
(D) ये तीनों ही
उत्तर:
(D) ये तीनों ही

प्रश्न 38.
इनमें से कौन-सा वाक्य असत्य है ?
(A) राजतरंगीणी भारत का प्रथम ऐतिहासिक ग्रन्थ है ।
(B) राजतरंगिणी कश्मीर का इतिहास दर्शाता है ।
(C) राजतरंगिणी की रचना कल्हण ने की थी ।
(D) गीत गोविंद दाऊद ने खींचा था ।
उत्तर:
(D) गीत गोविंद दाऊद ने खींचा था ।

प्रश्न 39.
गीत गोविन्द किसने लिखा था ?
(A) चंदबरदाई
(B) जयदेव
(C) सोमदेव
(D) जायसी
उत्तर:
(B) जयदेव

प्रश्न 40.
हिन्दी साहित्य का प्रारंभिक ग्रन्थ कौन-सा है ?
(A) पृथ्वीराज रासो
(B) अजीतपुराण
(C) चंद्रायन
(D) राजतरंगीणी
उत्तर:
(A) पृथ्वीराज रासो

प्रश्न 41.
‘भाष्य’ ग्रन्थ किसने लिखा था ?
(A) पृथ्वीराज
(B) मुल्ला दाऊद
(C) जियाउद्दीन बरनी
(D) शंकराचार्य
उत्तर:
(D) शंकराचार्य

प्रश्न 42.
तमिल में रामायण की रचना किसने की थी ?
(A) कवि कंबल
(B) कवि पंपा
(C) कवि रन्ना
(D) चंडीदास
उत्तर:
(A) कवि कंबल

प्रश्न 43.
……………………… दिल्ली सुल्तानों की राजभाषा थी ।
(A) उर्दु
(B) अरबी
(C) अवधी
(D) फारसी
उत्तर:
(D) फारसी

प्रश्न 44.
अजीतनाथ पुराण की रचना किसने की थी ?
(A) पंपा
(B) पोन्ना
(C) कंबल
(D) रन्ना
उत्तर:
(D) रन्ना

प्रश्न 45.
मुल्ला दाउद ने कौन-सा ग्रन्थ लिखा था ?
(A) चंद्रायन
(B) पद्मावत
(C) फतवा-ए-जहाँदरी
(D) राजतरंगिणी
उत्तर:
(A) चंद्रायन

प्रश्न 46.
कबीर की रचनाओं की भाषा कौन-सी थी ?
(A) अवधी
(B) ब्रज
(C) भोजपुरी
(D) सधुकड़ी
उत्तर:
(D) सधुकड़ी

प्रश्न 47.
मलिक मुहम्मद जायसी की पुस्तक ………………………….. है ।
(A) रामचरित मानस
(B) पद्मावत
(C) आशिका
(D) नूर
उत्तर:
(B) पद्मावत

प्रश्न 48.
इनमें से कौन-सी पुस्तक अमीर खुशरों की नहीं है ?
(A) नूर
(B) सिपिहर
(C) आसिका
(D) पद्मावत
उत्तर:
(D) पद्मावत

प्रश्न 49.
अवधी का सबसे पुराना ग्रन्थ कौन-सा है ?
(A) नूर
(B) पद्मावत
(C) चंद्रायन
(D) बीजक
उत्तर:
(C) चंद्रायन

उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

1. वेद का अर्थ ………………………… होता है ।
उत्तर:
(ज्ञान)

2. भाषा के सर्जनात्मक प्रयोग से ……………………….. की रचना होती है ।
उत्तर:
(साहित्य)

3. उपनिषद …………………………….. स्वरूप में है ।
उत्तर:
(संवाद)

4. ‘दशकुमार चरित’ नाटक …………………………. ने लिखा था ।
उत्तर:
(शुद्रक)

5. द्रविड़ कुल की सबसे प्राचीन भाषा …………………………… है ।
उत्तर:
(तमिल)

6. तमिल भाषा ई.स. ……………………….. सदी तक पुरानी भाषा है ।
उत्तर:
(ई.स. प्रथम)

7. तमिल का व्याकरण ग्रन्थ …………………………… के नाम से लिखा गया ।
उत्तर:
(तोलकाप्पियम्)

8. कथासरितसागर ग्रन्थ की रचना ………………………… ने की थी ।
उत्तर:
(सोमदेव)

9. ………………………..वी सदी में प्रसिद्ध विद्या केन्द्र था ।
उत्तर:
(7वीं)

10. भगवान बुद्ध ने अपने विचारों के प्रचार प्रसार के लिए ……………………… को चुना था ।
उत्तर:
(वाराणसी)

11. जहाँगीर ने अपनी आत्मकथा ……………………. के नाम से लिखी ।
उत्तर:
(तुजुके जहांगीरी)

12. अंतिम मुगल सम्राट ……………………… था ।
उत्तर:
(बहादुरशाह जफर)

13. ई.स. की सातवीं सदी में गुजरात में …………………………. विद्यापीठ विकसित हुई थी ।
उत्तर:
(वलभी)

14. वलभी विद्यापीठ के विकास में ………………………. शासकों का महत्त्वपूर्ण योगदान था ।
उत्तर:
(मैत्रक)

15. वलभी बौद्ध धर्म के ………………………. संघ का केन्द्र था ।
उत्तर:
(हीनयान)

16. वलभी विद्यापीठ ………………………… के साथ प्रतिस्पर्धा करती थी ।

(नालंदा)

17. चीनी यात्री ……………………………. वलभी विद्यापीठ में आया था ।

(इत्सिंग)

18. वलभी को ……………………. से ……………………….. के दरम्यान वहाँ के शासकों ने आश्रय दिया ।

(ई.स. 480, ई.स. 775)

19. भगवान बुद्ध के शिष्यों ने तक्षशिला में …………………….. का अभ्यास किया ।

(आयुर्वेद)

20. पाँचवी सदी के प्रारंभ में चीनी यात्रा ……………………….. तक्षशिला में आया था ।
उत्तर:
(फाहियान)

21. 7वीं सदी में ………………………… नालंदा में आया था ।
उत्तर:
(यु. एन. श्वांग)

22. नालंदा विद्यापीठ में महावीर स्वामी ने …………………………….. चातुर्मास किये थे ।
उत्तर:
(14)

23. नालंदा में पाँचवी सदी में ……………………………… ने एक विहार बनवाया था ।
उत्तर:
(कुमारगुप्त)

24. कृष्णदेव राय ………………………. का सम्राट था ।
उत्तर:
(विजयनगर)

25. कृष्णदेव राय ……………………………. और …………………………… भाषा का विद्वान था ।
उत्तर:
(संस्कृत, तेलुगु)

26. राजतरंगिणी का फारसी में ………………….. ने अनुवाद किया ।
उत्तर:
(जैनुअबिदिन)

27. बंगाल के सुलतानों ने ……………………….. को आश्रय देकर बंगाली में साहित्य सर्जन करवाया ।
उत्तर:
(कृतिदास)

28. …………………………. ने आदिपुराण की रचना की थी ।
उत्तर:
(कवि पंपा)

29. चंद्रायन ………………………… भाषा का प्रथम ग्रन्थ था ।
उत्तर:
(अवधी)

30. एक संत, कवि, इतिहासकार और रहस्यवादी संत ………………………….. था ।
उत्तर:
(अमीर खुशरो)

31. खिलजी और तुगलक राज्य का वर्णन …………………………… पुस्तक में मिलता है ।
उत्तर:
(फतवा-ए-जहांदारी)

सही जोड़े मिलाइए:

1.

विभाग-A विभाग-B
1. एतुथोकई 1. कुरल
2. तोलकाप्पियम् 2. दासगीता
3. पथ्थुपाथु 3. व्याकरण ग्रन्थ
4. तिरुवल्लुवर का ग्रंथ 4. आठ काव्यों का संकलन

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. एतुथोकई 4. आठ काव्यों का संकलन
2. तोलकाप्पियम् 3. व्याकरण ग्रन्थ
3. पथ्थुपाथु 2. दासगीता
4. तिरुवल्लुवर का ग्रंथ 1. कुरल

2.

विभाग-A विभाग-B
1. तुजुके बाबरी 1. अबुल फजल
2. हुमायुं नामा 2. जहाँगीर
3. तुजुके जहांगीरी 3. गुलबदन बेगम
4. आइने अकबरी 4. बाबर
5. दरबारे अकबरी 5. मुहम्मद हुसेन आजाद

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. तुजुके बाबरी 4. बाबर
2. हुमायुं नामा 3. गुलबदन बेगम
3. तुजुके जहांगीरी 2. जहाँगीर
4. आइने अकबरी 1. अबुल फजल
5. दरबारे अकबरी 5. मुहम्मद हुसेन आजाद

3.

विभाग-A विभाग-B
1. प्रथम ऐतिहासिक ग्रन्थ 1. राजतरंगिणी
2. हिन्दी का प्रथम ग्रन्थ 2. पृथ्वीराज रासो
3. भारत का प्रथम ग्रन्थ 3. ऋग्वेद
4. अवधी भाषा का प्रथम ग्रन्थ 4. चंद्रायन

उत्तर:

विभाग-A विभाग-B
1. प्रथम ऐतिहासिक ग्रन्थ 1. राजतरंगिणी
2. हिन्दी का प्रथम ग्रन्थ 2. पृथ्वीराज रासो
3. भारत का प्रथम ग्रन्थ 3. ऋग्वेद
4. अवधी भाषा का प्रथम ग्रन्थ 4. चंद्रायन

निम्नलिखित शब्द समझाईए:

1. भाषा – व्यक्ति के मन के विचार, भाव, अभिलाषा व्यक्त करने का माध्यम है ।
2. वेद – वेद का अर्थ ज्ञान होता है ।
3. उपनिषद – उपनिषद साहित्य में ब्रह्मांड का आरंभ, जीवन, मृत्यु, भौतिक एवं आध्यात्मिक जगत, ज्ञान, प्रकृति और दूसरे अनेक दार्शनिक प्रश्नों का समावेश किया गया है ।
4. ब्राह्मण ग्रंथ – वेदों के मंत्रों का अर्थ समझने के लिए उस पर पदस्वरुप रचे गये टिकाओं, ब्राह्मणग्रंथों में समावेश होता है । इसमें भिन्न-भिन्न यज्ञों और उससे संलग्न विधियों का मार्गदर्शन दिया गया है ।
5. अरण्यक – आर्यों ने अपने जीवन के अंतिम समय में अरण्य (वन) में जाकर गुजारते थे । वन/अरण्य में आश्रम बनाकर सतत
चिंतन करके रचे गये तत्त्वज्ञान से भरपुर साहित्य को अरण्यक कहते हैं ।
6. यु. एन. श्वांग – यु. एन. श्वांग चीनी यात्री था जो 657 हस्तलिखित ग्रंथ अपने साथ नालंदा से ले गया था ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में दीजिए:

प्रश्न 1.
वेद कौन-कौन से है ?
उत्तर:
वेद चार है:

  1. ऋग्वेद
  2. सामवेद
  3. यजुर्वेद
  4. अथर्ववेद ।

प्रश्न 2.
बोली और लिपि का उद्भव कैसे हुआ है ?
उत्तर:
मनुष्य के मन के विचार और भाव अन्य तक पहुँचाने के लिए कुछ हावभाव, संकेतों, चित्रों या इशारों के कारण कुछ ध्वनियाँ करने से बोली और लिपियों का उद्भव हुआ है ।

प्रश्न 3.
विद्वानों ने भारत के प्राचीन साहित्य के कौन-से दो विभाग किये है ?
उत्तर:

  1. वैदिक साहित्य
  2. प्रविष्ट साहित्य ।

प्रश्न 4.
संस्कृत भाषा को अन्य किन नामों से पहचाना जाता है ?
उत्तर:
संस्कृत भाषा को ‘आर्य भाषा’, ‘ऋषियों की भाषा’, ‘विद्वानों की भाषा’ के रूप में पहचाना जाता है ।

प्रश्न 5.
सामवेद में किसका समावेश किया गया है ?
उत्तर:
सामवेद, ऋग्वेद की ऋचाओं का गायन करने के लिए बनाया गया है । इसके श्लोकों को लय और राग से गाया जाता है ।

प्रश्न 6.
प्रारंभिक उपनिषद कौन-से है ?
उत्तर:
बृहदारण्य और छांदोग्य प्रारंभिक उपनिषद है ।

प्रश्न 7.
आरण्यक किसे कहते हैं ?
उत्तर:
हिन्दू जीवन के अंतिम समय को बन में बिताते है । आश्रम में चिंतन करके तत्त्वज्ञान से भरपुर रचा गया साहित्य अरण्यक कहलाता है ।

प्रश्न 8.
वेदांग में किसका समावेश होता है ?
उत्तर:
वेदांग साहित्य में कर्मकांडों, ज्योतिष, व्याकरण और खगोल शास्त्रों का समावेश होता है ।

प्रश्न 9.
भागवद् गीता’ में मोक्ष प्राप्ति के तीन मार्ग कौन-से बताए है ?
उत्तर:
भागवद् गीता में मोक्ष प्राप्ति के तीन मार्ग ज्ञान, कर्म और भक्ति बताए गये है ।

प्रश्न 10.
शुद्रक के नाटकों के विषय क्या-क्या है ?
उत्तर:
शुद्रक के ग्रन्थों के मुख्य विषय राजकीय घटनाएँ, प्रणय प्रसंग, रूपक, आस्य प्रसंग और तत्त्वज्ञान है ।

प्रश्न 11.
कालिदास के प्रसिद्ध नाटक कौन-कौन से है ?
उत्तर:
कुमार संभव, रघुवंश, मेघदूत, ऋतुसंहार और अभिज्ञान शाकुंतलम् आदि कालिदास के प्रसिद्ध नाटक है ।

प्रश्न 12.
प्राचीन गुजराती भाषा में साहित्य सर्जन में किस-किसने योगदान दिया ?
उत्तर:
नरसिंह मेहता, मीराबाई, दयाराम, अख्रा, प्रेमानंद, प्रीतम आदि साहित्यकारों ने पदों, गरबी, छप्पा आख्यान आदि में योगदान दिया ।

प्रश्न 13.
द्रविड़ कुल की कौन-सी चार भाषाएँ थी ?
उत्तर:
द्रविड़ कुल में तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम भाषा में साहित्य लिखा गया था ।

प्रश्न 14.
मध्ययुग के कश्मीर के इतिहास पर कौन-से दो ग्रन्थ लिखे गये थे ?
उत्तर:
कल्हण का राजतरंगिणी और सोमदेव का कथासरितसागर ।

प्रश्न 15.
अज्ञातशत्रु किन काल में विद्याओं का पोषक था ?
उत्तर:
अज्ञातशत्रु उपनिषद काल का एक तत्त्वज्ञानी और विद्या का पोषक था ।

प्रश्न 16.
बाबर की आत्मकथा किस नाम से लिखी गयी थी ?
उत्तर:
बाबर ने अपनी आत्मकथा तुर्की भाषा में ‘बाबर नामा’ के नाम से लिखी थी । (मूलत: फारसी में तुजुके बाबरी)

प्रश्न 17.
वलभी किस प्रकार का नगर था ?
उत्तर:
वलभी एक राजधानी और अंतर्राष्ट्रीय बन्दरगाह और विद्या के केन्द्र के रूप में प्रसिद्ध था ।

प्रश्न 18.
वलभी का पतन कब हुआ ?
उत्तर:
ई.स. 775 में अरबों के आक्रमण के साथ वलभी का पतन हुआ ।

प्रश्न 19.
तक्षशिला नगर कहाँ पर स्थित है ?
उत्तर:
वर्तमान पाकिस्तान में रावलपिंड़ी से पश्चिम में प्राचीन तक्षशिला नगर था ।

प्रश्न 20.
तक्षशिला का नाम किस पर से पड़ा था ?
उत्तर:
दंतकथा के अनुसार रघुकुल में जन्मे राम के भाई भरत के पुत्र दक्ष के नाम से पड़ा है ।

प्रश्न 21.
तक्षशिला में कहाँ-कहाँ के विद्यार्थी अध्ययन के लिए आते थे ?
उत्तर:
वाराणसी, राजगृह, मिथिला और उज्जैन से तक्षशिला में अध्ययन करने के लिए आते थे ।

प्रश्न 22.
तक्षशिला से किन-किन प्रसिद्ध लोगों ने अध्ययन किया था ?
उत्तर:
वाराणसी के राजमुरार, कौशल के राजा प्रसेनजित, व्याकरणशास्त्री पाणिनी और कौटिल्य ने शिक्षण लिया था ।

प्रश्न 23.
तक्षशिला में किन विषयों का अध्ययन करवाया जाता था ?
उत्तर:
यहाँ वेद, शस्त्रक्रिया, गजविद्या, धनुर्विद्या, व्याकरण, तत्त्वज्ञान, युद्धविद्या, खगोल, ज्योतिष आदि का अध्यापन करवाया जाता था ।

प्रश्न 24.
यु. एन. श्वांग ने नालंदा विद्यापीठ का वर्णन किस प्रकार किया ?
उत्तर:
महाविद्यालय में सात बड़े खंड थे, जिनमें व्याख्यान के लिए तीन खंड़ थे ।

प्रश्न 25.
नालंदा विद्यापीठ कहाँ पर स्थित था ?
उत्तर:
नालंदा विद्यापीठ प्राचीन समय में बिहार के पाटण जिले के वड़गाँव में था ।

प्रश्न 26.
नालंदा कब सर्वोच्च विश्वविद्यालय बना था ?
उत्तर:
नालंदा पाँचवी से ग्यारहवीं सदी के दरम्यान सर्वोच्च शिक्षण संस्था बना था ।

प्रश्न 27.
उर्दू भाषा के विकास में किन साहित्यकारों ने योगदान दिया ?
उत्तर:
वली मीरदर्द, मीरतकी मीर, नजीर अकबराबादी, असदुल्लाखान, गालीब आदि ।

प्रश्न 28.
आईने अकबरी में क्या जानकारी दी गयी ?
उत्तर:
आईने अकबरी में भारतीय रीतरिवाजों, शिष्टाचारों, धर्म-दर्शन, आर्थिक स्थिति और जीवन से जुड़े सभी पक्षों का विस्तृत वर्णन किया गया था ।

प्रश्न 29.
अकबर ने किन ग्रन्थों के अनुवाद के लिए विभाग बनाए थे ?
उत्तर:
महाभारत, रामायण, अथर्ववेद, भगवतगीता और पंचतंत्र आदि ।

प्रश्न 30.
केशवदास ने किन विषयों पर ग्रंथ लिखें ?
उत्तर:
केशवदास ने प्रेम और विरह पर ग्रन्थ लिखे ।।

प्रश्न 31.
कन्नड साहित्य की त्रिमूर्ति किसे कहते हैं ?
उत्तर:
कवि पंपा, पोन्ना और रन्ना प्रारंभिक कन्नड़ साहित्य की त्रिमूर्ति कहलाती है ।

प्रश्न 32.
आदिपुराण किसने और किस पर लिखा है ?
उत्तर:
आदिपुराण कवि पंपा ने जैन धर्म पर लिखी थी ।

प्रश्न 33.
शांतिपुराण किसने और किस पर लिखी थी ?
उत्तर:
शांतिपुराण कवि पोन्ना ने सोलहवें जैन तीर्थंकर पर लिखी थी ।

प्रश्न 34.
अमीर खुशरो ने कौन-कौन सी पुस्तकें लिखी थी ?
उत्तर:
आशिका, सिपिहर, नूर और किरातुल सदायन मुख्य ग्रन्थ थे ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:

प्रश्न 1.
ऋग्वेद में किसका समावेश किया गया है ?
उत्तर:
ऋग्वेद में 1028 ऋचाएँ है जिनमें से अधिकांश देवों की स्तुतियाँ है ।

  • इन स्तुतियों का उपयोग यज्ञादि के समय किया जाता था ।
  • ऋग्वेद में ऊषा को संबोधित करती हुई कुछ स्तुतियाँ खूब ही मनमोहक है ।
  • यह ग्रंथ सप्तसिंधु प्रदेश में बसे आर्यों की राजकीय, सामाजिक, धार्मिक तथा आर्थिक बातों का समावेश है ।

प्रश्न 2.
उपनिषद साहित्य की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
उपनिषद साहित्य में ब्रह्मांड का आरंभ, जीवन, मृत्यु, भौतिक और आध्यात्मिक जगत, ज्ञान, प्रकृति और दूसरे अनेक दार्शनिक प्रश्नों का विवेचन किया गया है ।

  • बृहदारण्य और छांदोग्य प्रारंभिक उपनिषद है ।
  • उपनिषद संवाद स्वरूप में है ।
  • मुक्तिको उपनिषद में इनकी संख्या 108 दर्शाई गयी है ।

प्रश्न 3.
प्राचीन युग के गुजराती गद्य-पद्य साहित्य की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
प्राचीन युग से पुरानी गुजराती में पद्य साहित्य लिखा गया था ।

  • समय बीतते गुजराती भाषा में बुवाई हुई अनेक कृतियाँ रची गयी, जिसमें नरसिंह मेहता, मीराबाई, दयाराम, अखा, प्रीतम जैसे साहित्यकारों ने पद, गीत, गरबी, छप्पा, आख्यान काव्य आदि रचे गये ।
  • ‘गुजराती साहित्य’ की विरासत को समृद्ध बनाया । इसके बाद नर्मद, नवलराम, किशोरलाल मशरूवाला, पन्नालाल पटेल, उमाशंकर जोशी, महिपतराम रूपराम, नीलकंठ गोवर्धनराम त्रिपाठी जैसे विद्वानों ने गुजराती साहित्य को आगे बढ़ाया ।

प्रश्न 4.
कौन-कौन से मुगल शासक साहित्यकार थे ?
उत्तर:
प्रथम मुगल शासक बाबर ने तुर्की भाषा में अपनी आत्मकथा ‘तुजुके बाबरी’ लिखा । जिसका ‘बाबरनामा’ नाम से फारसी में अनुवाद किया गया ।

  • हुमायूँ की बहन ‘गुलबदन’ बैगम ने ‘हुमायुनामा’ लिखा था ।
  • जहाँगीर ने अपनी आत्मकथा ‘तुजुके जहाँगीरी’ लिखी थी ।
  • औरंगजेब भी सिद्धहस्त लेखक था । अंतिम मुगल शासक बहादुरशाह जफर एक उर्दुभाषा का कवि था ।
  • अकबर ने अनेक साहित्यकारों को आश्रय दिया था ।

प्रश्न 5.
मध्यकाल की प्रादेशिक भाषाओं की संक्षिप्त में जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
प्रादेशिक भाषाओं को प्रादेशिक राजाओं ने वेग प्रदान किया था ।

  • भक्ति मार्ग के संतों ने लोगों की भाषा में उपदेश दिया । उनमें कबीर और अनेक संतकवियों का समावेश होता है ।
  • इस समय भोजपुरी और अवधी हिन्दी भाषा की मुख्य बोलियाँ थी ।
  • कबीर की रचनाएँ मुख्यतः सधुकुडी लोकबोली में है, उनके दोहे लोकसाहित्य के अंग बने है ।
  • मलिक मुहम्मद जायसी ने अवधी में ‘पद्मावत’ नामक महाकाव्य लिखा ।
  • इसके उपरांत तुलसीदास का प्रसिद्ध ग्रंथ ‘रामचरित मानस’ इस समय अवधी भाषा में लिखा गया ।
  • विजयनगर के सम्राट कृष्णदेव राय संस्कृत और तेलुगु भाषा के महान साहित्यकार थे, जिसने आमुक्तमाल्यदा लिखी थी ।
  • बंगाल के शासकों का आश्रय लेकर कृतिवास ने बंगाली में ‘रामायण’ की रचना की थी, चंडीदास ने सेंकडों गीत लिखे और चैतन्य महाप्रभु ने भक्तिगीतों की परंपरा शुरू की थी ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर दीजिए:

प्रश्न 1.
संक्षिप्त में बौद्ध साहित्य की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
प्रारंभिक बौद्ध साहित्य पालि भाषा में लिखा गया था ।

  • बौद्ध साहित्य तीन भागों में बाँटा गया है, जिसे त्रिपिटक के रूप में पहचाना जाता है ।
  • सुत्र (सूत्र) पिटक, विनय पिटक और अभिधम्म पिटकों का समावेश होता है ।
  • इसके अलावा बौद्ध साहित्य में सैंकड़ों जातक कथाओं का भी समावेश होता है ।
  • अश्वघोष का हर्ष चरितम और एक अन्य मिलिन्ड वेहनो मुख्य बौद्ध साहित्य है ।

प्रश्न 2.
द्रविड़ साहित्य की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
द्रविड़ कुल में तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ इन चार भाषाओं का समावेश होता है ।

  • इनमें सबसे प्राचीन भाषा तमिल है, जिसका साहित्य ई.स. जितना पुराना है ।
  • भारत की प्रचलित परंपरा के अनुसार तीन संगमों का आयोजन किया जाता था, जिसमें संत और कवि अपनी रचनाएँ तैयार करते थे ।
  • संगम साहित्य के अनेक विषय है, जिसमें राजनीति, युद्ध, प्रेम, प्रसंग आदि । इस साहित्य का प्रसिद्ध ग्रन्थ एतुथोकई (आठ काव्यों का संग्रह), तोलकप्पियम् (व्याकरण ग्रन्थ) और ‘पथ्थुपातु’ (दासगीता) है ।
  • प्रसिद्ध कवि तिरुवल्लुवार ने प्रसिद्ध ग्रन्थ ‘कुरल’ की रचना की थी । इस काव्य ग्रन्थ में जीवन के अनेक प्रसंगों का विवेचन किया गया है ।
  • शीलप्पत्तीकारम और मणिमेखलाई प्रारंभिक तमिल साहित्य के विख्यात ग्रन्थ है ।

प्रश्न 3.
मुगलकालीन साहित्य की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
अनेक मुगलशासक साहित्यकार थे । प्रथम मुगलशासक बाबर ने अपनी आत्मकथा तुजुके बाबरी तुर्की भाषा में लिखी थी जिसका फारसी भाषा में बाबरनामा नाम से अनुवाद किया गया था ।

  • हुमायूँ की बहन गुलबदन बैगम ने ‘हुमायुनामा’ तथा जहाँगीर ने जुजुके जहांगीर अपनी आत्मकथा लिखी थी ।
  • औरंगजेब भी सिद्धहस्त लेखक था । अंतिम मुगल सम्राट बहादुरशाह जफर उर्दु का प्रसिद्ध कवि था ।
  • तुलसीदास, सुरदास हिन्दी के महान साहित्यकार थे । कवि केशव दास ने प्रेम और विरह के विषय पर साहित्य रचा था । रहीम के दोहे देशभर में आज भी प्रसिद्ध है ।
  • फारसी भाषा में अबुलफजल ने आयने-अकबरी और बाबरनामा लिख्खे थे ।
  • आयने-अकबरी में भारतीय रीति-रिवाजों, शिष्टाचारों, धर्मदर्शन, आर्थिक स्थिति और जीवन के लगभग सभी पक्षों का विस्तृत वर्णन किया गया है ।
  • अबुल फजल का भाई फैजी फारसी भाषा का एक महान कवि था, उसने अनेक संस्कृत ग्रन्थों का फारसी में अनुवाद किया था ।
  • अकबर ने तो महाभारत, रामायण, अथर्ववेद, भागवद् गीता और पंचतंत्र जैसे अनेक ग्रन्थों के अनुवाद के लिए अनेक भाषाओं के अलग विभाग बनाए थे ।
  • मध्यकाल की सबसे महत्त्वपूर्ण घटना उर्दू भाषा का जन्म था । इस भाषा में वली, मीरदर्द, मीरतकी मीर, नजीर अकबरावादी, असदुल्लाखान, गालीब जैसे महान कवि थे ।
  • अठारवीं सदी में उर्दू साहित्य का विकास हुआ । अनेक संस्कृत ग्रन्थों का उर्दू में अनुवाद किया गया था ।
  • भारत में प्रथम उपन्यास उर्दू भाषा में मुहम्मद हुसैन आजाद ने ‘दरबारे अकबरावादी’ की रचना की थी ।

निम्नलिखित विधानों के कारण स्पष्ट कीजिए:

પ્રશ્ન 1.
गुप्त काल को संस्कृत काव्य और नाटक का सुवर्ण युग माना जाता है ।
उत्तर:
इस समय के महान लेखकों में कालिदास विश्व विख्यात है । इसके अलावा भवभूति, भारवि, भर्तृहरि, बाणभट्ट, माघ इत्यादि
का समावेश होता है ।

  • कवि कालिदास अपनी उत्तम काव्यकला और उत्कृष्ट नाट्यशैली, कुमारसंभव, रघुवंशम, मेघदूतम्, ऋतुसंहार, अभिज्ञान शाकुंतलम आदि कालिदास के प्रसिद्ध ग्रन्थ है ।
  • बाणभट्ट लिखित हर्षचरित सम्राट हर्षवर्धन का जीवन चरित्र है ।
  • बाण ने कादंबरी की रचना भी की थी ।
  • इस समय के अन्य प्रसिद्ध ग्रंथों में भवभूति का उत्तर रामचरित, भारवि का ‘किरातार्जुनीयम’, विशाखदत का ‘मुद्राराक्षस’, शुद्रक का ‘मुच्छकटिकम्’ और दंडी का ‘दशकुमार चरितम्’ का समावेश होता है । इस ग्रंथ का मुख्य विषय राजकीय घटनाएँ, प्रणय प्रसंग, रूपक, हास्य प्रसंग और तत्त्वज्ञान है ।
  • इसलिए गुप्तकाल को काव्य और नाटक के विकास का सुवर्णयुग कहा जाता है ।

संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए:

પ્રશ્ન 1.
भाषा और साहित्य:
उत्तर:
भारत में सदियों से विविध भाषाओं का उद्भव हुआ है । इन भाषाओं ने एकदूसरे पर प्रभाव डाला जिससे भाषाओं का समृद्ध साहित्य में परिवर्तित हुआ । परिणामस्वरूप नयी-नयी भाषाओं और साहित्य का सर्जन हुआ । इसका उत्तम उदाहरण संस्कृत है । वर्तमान में धार्मिक कार्यों और पूजा विधानों में संस्कृत भाषा का उपयोग होता है ।

सामान्य रूप से मनुष्य को अभिव्यक्ति करने और समझने में भाषा ही सहायक है । प्राचीन भारत की लिपि हड़प्पाकाल की थी । यह लिपि आज भी समझी नहीं जा सकी है ।

महर्षि पाणिनि संस्कृत भाषा के महान व्याकरण शास्त्री थे, उन्होंने चौथी सदी ई.स. पूर्व ‘अष्टाध्यायी’ ग्रन्थ की रचना करके संस्कृत को ‘ऋषियों की भाषा’ तथा ‘आर्यभाषा’, विद्वानों की भाषा के रूप में परिचय दिया । संस्कृत भाषा मुख्यत: धर्म, तत्त्वज्ञान, ज्ञान और विज्ञान की भाषा थी ।

પ્રશ્ન 2.
महाकाव्य – रामायण और महाभारत:
उत्तर:
भारत के दो प्राचीन महाकाव्य रामायण और महाभारत है ।

  • इन महाकाव्यों का वर्तमान स्वरूप ई.स. पूर्व दूसरी सदी में प्राप्त हुआ है ।
  • रामायण, महाभारत से छोटा है, जिसमें अनेक दिलचस्प घटनाओं तथा साहसों का वर्णन है ।
  • महाभारत में लगभग एक लाख श्लोक है, जो विश्व का सबसे बड़ा काव्य ग्रन्थ है ।
  • महाभारत का मुख्य विषय कौरवों-पांडवों के बीच युद्ध है, जिसमें अनेक छोटी-बड़ी कहानियाँ जोड़ी गयी है ।
  • महाभारत का ‘श्रीमद् भागवत गीता’ एक भाग है, जिसमें गहन दार्शनिक सिद्धांतों का विवेचन किया गया है ।
  • गीता में मोक्ष प्राप्ति के तीन मार्ग ज्ञान, कर्म और भक्ति का विवेचन है ।
  • रामायण और महाभारत दोनों महाकाव्य सदियों तक करोड़ों लोगों के विचारों और साहित्य सर्जन पर गहन प्रभाव डाला है । भारत में संस्कार सिंचन का प्रेरक कार्य किया है ।

પ્રશ્ન 3.
वाराणसी (काशी) विद्यापीठ:
उत्तर:
ई.स. पूर्व 7वीं सदी में वाराणसी भारत का प्रसिद्ध शिक्षा का केन्द्र था ।

  • उपनिषद काल में आर्य संस्कृति और धर्म का केन्द्र के रूप में विकसित हुआ था ।
  • काशी के राजा अजातशत्रु उपनिषदकाल में एक तत्त्वज्ञानी और विद्या के पोषक थे ।
  • व्यास संहिता में महर्षि वेदव्यास का आश्रय यहाँ लिया था ।
  • भगवान बुद्ध ने अपने प्रचार और प्रसार के लिए वाराणसी पर पसंदगी की थी ।
  • आदि शंकराचार्य जैसे समर्थ तत्त्वज्ञानी ने अपने नूतन सिद्धांत की स्वीकृति के लिए काशी जाना पड़ता था ।
  • चैतन्य महाप्रभु और पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक वल्लभाचार्य भी अपने वैष्णव संप्रदायों की प्रतिष्ठा यहाँ से प्राप्त की थी ।
  • अन्य राजाओं के राजकुमार भी यहाँ उच्च शिक्षण के लिए आते थे ।
  • सम्राट अशोक के आश्रय से वाराणसी का सारनाथ मठ प्रसिद्ध विद्याधाम बना ।

પ્રશ્ન 4.
अमीर खुशरो:
उत्तर:
अमीर खुशरो मध्यकाल का सबसे प्रसिद्ध साहित्यकार माना जाता है ।

  • उसकी महत्त्वपूर्ण कृतियाँ आसिका, नूर, सिपिहर और किरातुल सदायन है । इसके उपरांत उसने अनेक काव्य ग्रंथों की रचना की थी ।
  • अमीर खुशरो अपने ग्रंथों में भारत को पृथ्वी का स्वर्ग मानता था और अपने आपको भारतीय होने से गर्व मानता था ।
  • उसने अपने ग्रंथों में भारत की सुंदरता, उसकी ईमारतें और उसके ज्ञान-विज्ञान का बखाण किया था ।
  • वह दृढ़ता से मानता था कि हिन्दू धर्म का सारतत्त्व अनेक तरह से ईस्लाम के साथ मिलता है ।
  • वह दिल्ली के आसपास बोली जानेवाली भाषा को हिंदवी कहता था और उसे अपनी मातृभाषा कहता था । इस भाषा में उसने कविताएँ रची थी ।
  • उसने हिन्दी और फारसी को मिलाकर द्विभाषी चौपाईयाँ और दोहे भी रचे थे। उसके द्वारा शुरू की गयी यह स्वस्थ परंपरा उसके बाद सदियों तक चली थी ।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए:

प्रश्न 4.
प्राचीन भारत के साहित्य की जानकारी दीजिए।
उत्तर:
(1) वेद – वेद का अर्थ ‘ज्ञान’ है । वेद चार है:
(i) ऋग्वेद
(ii) सामवेद
(iii) यजुर्वेद
(iv) अथर्ववेद ।

(2) महाकाव्य: भारत के दो मुख्य महाकाव्य ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ हैं । ये सैंकडों वर्षों के दौरान रचे गए हैं । इन महाकाव्यों का वर्तमान स्वरूप तो ई.सन् की दूसरी सदी में प्राप्त हुआ । महाभारत में लगभग एक लाख काव्य श्लोक है । यह विश्व का सबसे बड़ा काव्य ग्रन्थ है । पांडवों और कौरवों के बीच हुआ युद्ध इसका मुख्य विषय है । इसके उपरांत इसमें छोटी-बड़ी अनेक कहानियाँ जोड़ दी गयी हैं । बाद में महाभारत का एक हिस्सा ‘श्रीमद भगवद् गीता’ में गहन दार्शनिक सिद्धान्तों का विवेचन किया गया है । इसमें मोक्ष प्राप्ति के तीन मार्ग – ज्ञान, कर्म और भक्ति मार्ग का विवेचन किया गया है । रामायण में अयोध्या के राजा रामचन्द्र की कथा दी गई है । यह महाकाव्य महाभारत की अपेक्षा बहुत छोटा है । इसमें कई दिलचस्प घटनाओं का वर्णन किया गया है । इन दोनों महाकाव्यों ने सदियों तक करोड़ों लोगों के विचारों और साहित्य सर्जन पर गहरा प्रभाव डाला है ।

(3) बौद्ध साहित्य: प्रारम्भिक बौद्ध साहित्य ‘पाली’ भाषा में लिखा गया पर साहित्य तीन विभागों में विभाजित किया गया है । इसे ‘त्रिपिटक’ के नाम से जाना जाता है । इसमें सुक्त पिटक मुख्यतः बुद्ध और अनेक शिष्यों के संवादों का संग्रह है । ‘विनय पिटक’ में बौद्धसंघ के नियमों का आलेखन है । तीसरा ग्रन्थ ‘अभिधम्म पिटक’ है । ‘मिलिन्ड पहनो’ एक महत्त्वपूर्ण बौद्ध ग्रन्थ है । इसमें इन्डोग्रीक शासक मिनेन्डर (मिलिन्द) और बौद्ध तत्त्वज्ञानी नागसेन के संवादों का आलेखन किया गया है । सैंकडों जातक कथाएँ भी बौद्ध साहित्य का महत्त्वपूर्ण अंग है । विश्वभर में बुद्धिचातुर्य के लिए प्रसिद्ध ये कथाएँ बौद्ध स्थापत्य कला का विषय भी बनी । इसके बाद अनेक बौद्ध ग्रंथों को संस्कृत में लिखा गया । जिसमें अश्वघोष का ‘बुद्ध चरित’ सबसे विशेष प्रचलित है ।

(4) संस्कृत साहित्य : इस युग में संस्कृत साहित्य में विपुल साहित्य लिखा गया । जिसमें धार्मिक और लौकिक इस तरह दोनों प्रकार की रचनाओं का समावेश होता है । प्रारम्भिक वैदिक धर्म को हिन्दू धर्म का स्वरूप देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है । इस समयकाल में अनेक शास्त्र और स्मृतिग्रंथों का निर्माण किया गया । ये शास्त्र विज्ञान और तत्त्वज्ञान के ग्रन्थ हैं । उदाहरण स्वरूप कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’ । प्रशासन विज्ञान सम्बन्धित शास्त्र ग्रन्थ भी लिख्ने गये हैं । स्मृति ग्रन्थों में धर्म के द्वारा अनुमोदित
कर्तव्यों, रिवाजों और नियम दिये गये हैं ।

(5) गुजराती साहित्य: प्राचीन युग से पुरानी गुजराती भाषा में पद्य साहित्य लिखा गया । समयोपरान्त गुजराती भाषा में अनेक कृतियों की रचना की गई । जिसमें नरसिंह मेहता, मीराबाई, दयाराम, अखा, प्रेमानंद, प्रीतम जैसे साहित्यकारों ने पदों, गीतों, गरवी, आख्यान, कविताएँ, छप्पय आदि सर्जित करके गुजराती साहित्य की विरासत को समृद्ध बनाया है । इसके बाद नर्मद, नवलराम, किशोरलाल मशरूवाला, महिपतराम रूपराम गोवर्धनराम त्रिपाठी जैसे बुद्धिजीवियों ने साहित्य को अत्यन्त
समृद्ध बनाया है ।

(6) तमिल साहित्य: तमिल, तेलुगु, कन्नड और मलयालम नामक चार द्रविड़ भाषाओं की लिपि तथा साहित्य का इस समय में विकास हुआ । इसमें सबसे पुरानी भाषा तमिल है । इसका साहित्य इ.स. के प्रारम्भ जितना ही पुराना है । भारत की प्रचलित परम्परा के अनुसार तीन संगमों का आयोजन हुआ । इसमें अनेक संतों और कवियों ने अपनी कृतियों की रचनाएँ की हैं । संगम साहित्य के अनेक विषय है । जैसे कि राजनीति, युद्ध, प्रेम आदि । इस साहित्य का प्रसिद्ध ग्रन्थ, ‘एत्तुथोकई’ (आठ काव्यों का संकलन) ‘तोलकप्पियम’ (व्याकरण ग्रंथ) और ‘पथ्थुवातु’ (दासगीता) इनमें से एक कवि तुरुवल्लुवार ने प्रसिद्ध ग्रन्थ ‘कुरल’ की रचना की । इस काव्यग्रन्थ में जीवन के अनेक पहलूओं का विवेचन किया गया है । ‘शीलप्पतिकारम्’ और ‘मणिमेलाई’ प्रारम्भिक तमिल साहित्य के प्रसिद्ध ग्रन्थ हैं ।

GSEB Class 10 Social Science भारत की साहित्यिक विरासत Textbook Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए:

प्रश्न 1.
भारत में वेद कितने है ? और कौन-कौन से समझाइए ।
उत्तर:
वेद का अर्थ ज्ञान होता है । वेद चार है :
(1) ऋग्वेद
(2) सामवेद
(3) यजुर्वेद
(4) अथर्ववेद ।

(1) ऋग्वेद: भारतीय साहित्य की प्राचीनतम पुस्तक ऋग्वेद है । इसमें 1028 ऋचाओं का संग्रह है । ऋग्वेद 10 भागों में बँटा हुआ अद्भुत ग्रंथ है । इन ऋचाओं में अधिकांश देवों की स्तुतियाँ है । ये स्तुतियाँ यज्ञ प्रसंगों में की जाती है । इसमें उषा को संबोधन करती अनेक स्तुतियाँ खूब ही मनमोहक है । यह ग्रंथ सप्तसिंधु प्रदेश में बसे आर्यों की राजकीय, सामाजिक तथा आर्थिक विषयों का वर्णन करती है ।

(2) सामवेद: ऋग्वेद की ऋचाओं का गान करने के लिए सामवेद की रचना की गयी है । यह श्लोकों को राग और लय के साथ गाने का तरीका बताता है, इसलिए इसे संगीत की गंगोत्री कहते हैं ।

(3) यजुर्वेद: यजुर्वेद को यज्ञों का वेद कहते हैं । यह वेद गद्य और पद्य स्वरूप में लिखा गया है । यज्ञ के समय बोले जानेवाले . मंत्रो, क्रियाओं और विधि-विधानों का वर्णन इसमें किया गया है ।

(4) अथर्ववेद: इसमें अनेक प्रकार के कर्मकांडों और संस्कारों का वर्णन किया गया है ।

प्रश्न 2.
तक्षशिला विद्यापीठ की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
वर्तमान समय में पाकिस्तान के रावलपिंडी के पश्चिम में प्राचीन तक्षशिला विद्यापीठ था ।

  • यह प्राचीन गांधार की राजधानी था ।
  • इस विद्यापीठ में 64 विद्याओं का शिक्षण दिया जाता था ।
  • यहाँ अधिकांश विद्यार्थी गुरु के आश्रम में रहकर विद्याभ्यास करते थे ।
  • भगवान बुद्ध की शिष्य जीवक ने यहाँ आयुर्वेद के पाठ सीखे थे ।
  • अर्थशास्त्र के रचयिता कौटिल्य ने भी यहाँ अध्ययन किया था ।
  • दंतकथा के अनुसार रघुकुल में जन्मे राम के भाई भरत के पुत्र तक्ष के नाम से इसका नाम तक्षशिला पड़ा था ।
  • यह सातवी सदी में महत्त्वपूर्ण विद्याकेन्द्र के रूप में प्रसिद्ध था । यहाँ विद्यार्थी को जिस विषय में रूचि हो उसका अभ्यास करवाया जाता था ।
  • शिक्षक चाहे उतने विद्यार्थियों को पढ़ा सकता था ।
  • सामान्य रूप से एक शिक्षक के पास 20 विद्यार्थी होते थे ।
  • वाराणसी, राजगृह, मिथिला और उज्जैन जैसे दूर के स्थानों से विद्यार्थी यहाँ अध्ययन के लिए आते थे ।
  • वाराणसी के कुमार यहाँ शिक्षा प्राप्त करते थे, कौशल के राज प्रसेनजित, व्याकरणशास्त्री पाणिनी और राजनीतिज्ञ कौटिल्य भी यहाँ अध्ययन करने आये थे ।
  • तक्षशिला उच्च शिक्षण केन्द्र था । सामान्य स्थिति में विद्यार्थी गुरु के घर में रहकर अध्ययन करते थे ।
  • यहाँ वेद, शस्त्रक्रिया, गजविद्या, धनुर्विद्या, व्याकरण, तत्त्वज्ञान, युद्ध विद्या, खगोल, ज्योतिष आदि का शिक्षण दिया जाता था ।
  • चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु चाणक्य और खुद चंद्रगुप्त मौर्य ने यहाँ शिक्षण लिया था ।
  • पाँचवी सदी के शुरूआत में चीन के फाहयान ने इस स्थान की यात्रा की थी ।

प्रश्न 3.
मध्यकालीन साहित्य की चर्चा कीजिए ।
उत्तर:
उत्तर भारत में मध्ययुग की शुरुआत संस्कृत साहित्य से हुई थी ।

  • इस युग में कश्मीर में दो महान ग्रंथ लिख्खे गये थे । जिसमें पहला सोमदेव का ‘कथा सरितसागर’ और दूसरा ‘कल्हण का राजतरंगिणी ।’
  • राजतरंगिणी कश्मीर के इतिहास को दर्शाता हुआ महत्त्वपूर्ण ग्रंथ है ।
  • इस समय कवि चंदबरदाई रचित ‘पृथ्वीराजरासो’ हिन्दी साहित्य का प्रथम ग्रन्थ है । पृथ्वीराज की वीरागाथा का वर्णन करनेवाले इस साहित्य से वीरगाथा का युग का आरंभ हुआ था ।
  • दक्षिण भारत में संस्कृत में शंकराचार्य के ‘भाष्य’ ग्रन्थ से द्रविड़ कुल की भाषाओं का विकास हुआ ।
  • कुछ समय तक कन्नड़ साहित्य पर जैन धर्म की गाढ़ असर से कवि पंपाने ने ‘आदिपुराण’ की रचना की थी, सौलवे जैन तीर्थंकर पर ‘शांतिपुराण’ कवि पौन्नाने तैयार किया, इसके उपरांत रन्ना ने ‘अजितनाथ पुराण’ लिखा ।
  • कवि कंबल ने तमिल भाषा में रामायण की रचना की थी ।
  • सल्तनत काल में हिन्दी भाषा के दो स्वरूपों ब्रज और खड़ी बोलियाँ में साहित्य सर्जन हुआ ।
  • हिन्दी और गुजराती भाषा के साथ मिलनेवाली राजस्थानी में वीर गाथा लिखी गयी । आल्हा, उदल, वीसलदेव और रासो इस समय की विख्यात वीर गाथाएँ थी ।
  • मुल्ला दाउद का ग्रंथ अवधी भाषा का सबसे प्राचीन ग्रन्थ है ।
  • फारसी भाषा दिल्ली सुल्तानों की राजभाषा थी ।
  • इस समय अनेक इतिहासकार हुए है । जिनमें जियाऊद्दीन बरनी ने ‘तारीखे-फिरोजशाही’ की रचना की थी । जिसमें तुगलक वंश के राज्य का विस्तृत वर्णन किया गया है ।
  • बरनी ने राजकीय सिद्धातों पर ‘फतवा-ए-जहांदरी’ नामक ग्रंथ लिखा ।
  • इस समय का सबसे महान साहित्यकार अमीर खुशरो था । वह एक कवि, इतिहासकार, रहस्यवादी संत और संगीतकार थे । अमीर खुशरो ने आसिका, नूर, सिपिहर और किराडल सदायन मुख्य ग्रन्थ लिख्खे । इस समय के उपरांत अनेक काव्य ग्रन्थ भी लिख्ने गये ।
  • अमीर खुशरो को स्वयं भारतीय होने पर गर्व है ।
  • उस समय दिल्ली के आस-पास बोली जानेवाली भाषा हिंदवी कहलाती थी । हिन्दी फारसी भाषा मिलकर द्विभाषी चौपाईयों और दोहे भी लिख्ने गये ।
  • अवधी भाषा में मलिक मुहम्मद जायसी ‘पद्मावत’ नामक महाकाव्य लिखा । इसके उपरांत तुलसीदास का प्रसिद्ध ग्रन्थ ‘रामचरित मानस’ इस समय का सबसे प्रसिद्ध ग्रन्थ बना ।
  • बंगाली सुल्तानों का आश्रय पाकर कृतिवास ने बंगाली भाषा में रामायण की रचना की थी । प्रसिद्ध कवि चंडीदास ने सेंकड़ों गीतों की रचना की थी । चैतन्य प्रभु ने बंगाली में भक्तिगीत लिख्खे थे ।
  • विजयनगर के महान सम्राट कृष्णदेव राय तेलुगु और संस्कृत के महान लेखक थे । उन्हें आमुक्तमाल्यदा ग्रन्थ की रचना की थी। मुगल शासन के दरम्यान अनेक शासक साहित्यकार थे । प्रथम मुगलशासक बाबर ने एक तुर्की भाषा में अपनी आत्मकथा तुजुके बाबरी लिखी थी । उसका फारसी में बाबरनामा नाम से भाषांतर किया गया ।
  • हुमायूँ की बहन गुलबदन बेगम ने हुमायुनामा, जहाँगीर ने तुजुके बाबरी ग्रन्थ लिख्खे ।
  • तुलसीदास और सूरदास इस युग के हिन्दी भाषा के महान साहित्यकार थे । रहीम के अनेक दोहे आज भी प्रसिद्ध है ।
  • फारसी भाषा में अबुल-फजल ने ‘आइने-अकबरी और अकबरनामा’ ग्रन्थ लिखे थे ।
  • अकबर ने महाभारत, रामायण, अथर्ववेद, भागवतगीता, पंचतंत्र आदि के अनुवाद के लिए अनेक विभाग बनवाए थे ।
  • इस युग की सबसे महत्त्वपूर्ण घटना उर्दू भाषा का जन्म है । भारत में प्रथम उपन्यास मुहमंद हुसेन आजाद ने उर्दु भाषा में ‘दरबारे अकबरी’ लिखा था ।

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर मुद्दासर दीजिए:

प्रश्न 1.
वलभी विद्यापीठ की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
ई.सन् की सातवी सदी के शतक में गुजरात के इस विद्यापीठ को अति प्रसिद्ध शिक्षण केन्द्र के रूप में माना जाता था ।

  • वलभी के विशाल और अत्यंत प्रसिद्ध विद्यापीठ बनाने में मैत्रक वंश के तत्कालीन शासकों और नागरिकों का बड़ा योगदान दिया हैं ।
  • 7वीं सदी में भिख्नु विद्यार्थियों को रखा जाता था ।
  • वलभी तब बौद्ध मत हीनयान पंथ का केन्द्र था । सातवीं सदी के मध्य में प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान स्थिरमति और गुणवति वलभी के अग्रणी आचार्य थे । दूर-दूर के गंगा-यमुना के मैदानी क्षेत्रों में ब्राह्मण विद्यार्थियों यहाँ उच्च अध्ययन के लिए आते थे ।
  • चीनी प्रवासी इत्सिंग ने दर्ज किया कि वलभी पूर्व भारत के प्रसिद्ध शिक्षण संस्था नालंदा के साथ स्पर्धा करती थी ।
  • वलभी एक राजधानी और अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह था । वलभी के शासक मैत्रक राजा ने भी विद्या और विद्यापीठ के महान आश्रय दाता थे ।
  • मैत्रक वंश के राजा बौद्ध नहीं थे, सनातनी थे फिर भी इस संस्था को मदद करते थे ।
  • ई.स. 775 में अरबों ने आक्रमण किया और मैत्रक पराजित हुआ तथा विद्यापीठ बंद हो गयी ।
  • यहाँ प्रसिद्ध विद्वानों के नाम दरवाजों पर लिखा जाता था । विद्वान राजसभा में अपना पांडित्य छोड़कर राजतंत्र में ऊँचे अधिकार प्राप्त किया था ।

प्रश्न 2.
नालंदा विद्यापीठ की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
बिहार के पटना जिले में बडगाँव में प्राचीन नालंदा विद्यापीठ आया हुआ था ।

  • भारतीय संस्कृति में बौद्ध और जैन परंपरा में नालंदा का महत्त्व अधिक है ।
  • इस विद्यापीठ में महावीर स्वामी ने चौदह चातुर्मास किया जाने से इस स्थल ने जैन तीर्थस्थल के रूप में स्थान प्राप्त किया ।
  • पाँचवी सदी में कुमारगुप्त ने यहाँ एक विहार बनाया था । उसके बाद नालंदा की प्रसिद्धि में वृद्धि हुई थी ।
  • तब हस्तलिखित ग्रंथ का अमूल्य भंडार था । नालंदा विश्व विद्यालय भारतीय संस्कृति का एक तीर्थधाम था ।
  • देश-विदेश के विद्यार्थी यहाँ अध्ययन करने आते थे । महान यात्री युएन-श्वांग भी यहाँ आया था ।
  • नालंदा से पढ़कर बाहर निकले विद्यार्थी भारत का आदर्श विद्यार्थी माना जाता है । ई.स. 5वी से ग्यारहवीं सदी के दरमियान नालंदा शिक्षण का सर्वोच्च स्थान था ।
  • उस समय भारत में विश्वभर में श्रेष्ठतम माने जानेवाले ग्रन्थालय थे । युएन-श्वांग ही 657 हस्तलिखित ग्रंथ अपने साथ चीन ले गया था ।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में दीजिए:

प्रश्न 1.
यजुर्वेद की जानकारी दीजिए ।
उत्तर:
यजुर्वेद को यज्ञ का वेद कहते हैं । यह वेद गद्य और पद्य स्वरूप में लिखा गया है । यज्ञ के समय बोले जानेवाले मंत्रों, क्रियाओं और विधि विधानों का इसमें वर्णन किया गया है ।

प्रश्न 2.
अथर्ववेद में कौन-सी जानकारी दी जाती है ?
उत्तर:
अथर्ववेद में अनेक प्रकार के कर्मकांडों और संस्कारों का वर्णन किया जाता है ।

प्रश्न 3.
श्रीमद् भागवत गीता में किन दार्शनिक सिद्धांतों का वर्णन है ?
उत्तर:
श्रीमद् भागवद् गीता में गहन दार्शनिक सिद्धान्तों का वर्णन किया गया है । इसमें मोक्ष प्राप्ति के तीन मार्गों ज्ञान, कर्म और भक्ति मार्ग का विवेचन किया गया है ।

4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए:

प्रश्न 1.
भारतीय साहित्य का प्राचीनतम ग्रन्थ ………………………….. है ।
(A) ऋग्वेद
(B) यजुर्वेद
(C) सामवेद
(D) अथर्ववेद
उत्तर:
(A) ऋग्वेद

प्रश्न 2.
बौद्ध साहित्य किस भाषा में लिखा गया है ?
(A) पाली
(B) हिन्दी
(C) ब्राह्मी
(D) गुजराती
उत्तर:
(A) पाली

प्रश्न 3.
द्रविड़ कुल की सबसे पुरानी भाषा कौन-सी है ?
(A) तमिल
(B) तेलुगु
(C) कन्नड़
(D) मलयालम
उत्तर:
(A) तमिल

प्रश्न 4.
कवि चंदबरदाई का कौन-सा ग्रंथ हिन्दी साहित्य का प्रारंभिक ग्रंथ है ?
(A) पृथ्वीराज रासो
(B) विक्रमाकदेवचरित
(C) कविराजमार्ग
(D) चंद्रायन
उत्तर:
(A) पृथ्वीराज रासो

प्रश्न 5.
महर्षि पाणिनि का महान ग्रन्थ कौन-सा है ?
(A) अष्टाध्यायी
(B) पृथ्वीराज रासो
(C) विक्रमाक देवचरित
(D) चंद्रायन
उत्तर:
(A) अष्टाध्यायी

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