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Haryana Board 10th Class Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

Haryana Board 10th Class Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

HBSE 10th Class Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

अध्याय संबंधी महत्त्वपूर्ण परिभाषाएँ/शब्दावली

1. रासायनिक अभिक्रियाएँ (Chemical Reactions) – वे परिवर्तन जिनमें किसी *पदार्थ /पदार्थों का रासायनिक संघटन परिवर्तित होता है ।
अथवा
एक परिवर्तन जिसमें एक या एक से अधिक रासायनिक तत्त्व या यौगिक, नए यौगिक बनाते हैं।
2. रासायनिक समीकरण (Chemical Equation) किसी रासायनिक समीकरण को प्रतीकों तथा सूत्रों की सहायता से व्यक्त करना, रासायनिक समीकरण कहलाता है।
3. कंकाली रासायनिक समीकरण (Skeletal Chemical Equation)– असंतुलित रासायनिक समीकरण को कंकाली रासायनिक समीकरण कहते हैं ।
4. संतुलित रासायनिक समीकरण (Balanced Chemical Equation) – एक रासायनिक समीकरण जिसमें प्रत्येक तत्त्व के परमाणुओं की संख्या अभिकारक तथा उत्पादों की ओर बराबर होती है ।
5. किण्वन (Fermentation) – सूक्ष्मजीवों या एंजाइमों की सहायता से जटिल कार्बनिक पदार्थों का सरल कार्बनिक पदार्थों में ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में परिवर्तन, किण्वन कहलाती है।
6. श्वसन (Respiration ) कोशिकाओं / शरीर में ग्लूकोज के ऑक्सीकरण की प्रक्रिया से ऊर्जा उत्सर्जित होना।
7. अभिकारक (Reactants) – वे पदार्थ जो परस्पर क्रिया करके नए पदार्थ ( तत्त्व / यौगिक) बनाते हैं ।
8. उत्पाद ( Products ) – वे पदार्थ जो अभिकारकों की अभिक्रिया के परिणामस्वरूप बनते हैं ।
9. संयोजन अभिक्रियाएँ (Combination Reactions) – वे अभिक्रियाएँ जिनमें दो या दो से अधिक अभिकारकों से केवल एक ही उत्पाद बनता है ।
10. वियोजन / अपघटन अभिक्रियाएँ (Decomposition Reactions) – वे अभिक्रियाएँ जिनमें एकल अभिकारक दो या इससे अधिक उत्पाद बनाता है ।
11. विस्थापन अभिक्रियाएँ (Displacement Reactions) वे अभिक्रियाएँ जिनमें कोई परमाणु या परमाणुओं का समूह किसी अन्य (यौगिक में से) परमाणु या परमाणुओं के समूह को विस्थापित कर देता है ।
12. द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ (Double Displacement Reactions) – वे अभिक्रियाएँ जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान-प्रदान होता है, उन्हें द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
13. ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ (Exothermic Reactions) वे अभिक्रियाएँ जिनमें उत्पादों के साथ-साथ ऊष्मा भी उत्सर्जित होती है।
14. ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ (Endothermic Reactions) वे अभिक्रियाएँ जो ऊष्मा अवशोषण के साथ संपन्न होती हैं, उन्हें ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
15. उपचयन / ऑक्सीकरण अभिक्रियाएँ (Oxidation Reactions) – यदि किसी पदार्थ को अभिक्रिया के दौरान ऑक्सीजन का लाभ होता है या हाइड्रोजन की हानि, तो उस पदार्थ को ऑक्सीकृत हुआ मानते हैं तथा उन अभिक्रियाओं को उपचयन / ऑक्सीकरण अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
16. अपचयन अभिक्रिया (Reduction Reaction)यदि किसी पदार्थ को अभिक्रिया के दौरान ऑक्सीजन की हानि होती है या हाइड्रोजन का लाभ तो उस अभिक्रिया को अपचयन अभिक्रिया कहते हैं ।
17. उपोपचयी अभिक्रियाएँ ( Redox Reactions) – वे अभिक्रियाएँ जिनमें ऑक्सीकरण तथा अपचयन साथ-साथ होता है, उन्हें उपोपचयी अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
18. संक्षारण (Corrosion) – धातुओं तथा धात्विक पदार्थों का पर्यावरणीय प्रभाव से कमजोर हो जाना संक्षारण कहलाता है ।
19. विकृतगंधिता (Rancidity) वसा युक्त अथवा तैलीय सामग्री जब लंबे समय तक रखी रह जाती है, तो तेलों के ऑक्सीकरण के कारण उसके स्वाद में परिवर्तन हो जाता है, तो उसे विकृतगंधिता कहते हैं ।
20. तापीय अपघटन (Thermal Decomposition ) – जब अपघटन को ऊष्मा के द्वारा करवाया जाए तो उसे तापीय अपघटन कहते हैं ।
21. विद्युत अपघटन (Electrolysis) – वे अपघटन प्रक्रियाएँ जो विद्युत धारा के प्रभाव से संपन्न होती हैं, विद्युत अपघटन कहलाती हैं ।
अथवा
जब रासायनिक अभिक्रिया विद्युत अपघट्य में से धारा प्रवाहित करने पर होती है ।
22. अवक्षेपी अभिक्रियाएँ (Precipitation Reactions) – वे रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें अवक्षेप बनता है, उन्हें अवक्षेपी अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
23. प्रतिऑक्सीकारक (Antioxidants) वे पदार्थ जो ऑक्सीकरण क्रिया की दर को कम कर देते हैं
24. ऑक्सीकारक (Oxidising Agents) वे पदार्थ जो ऑक्सीकरण क्रिया करते हैं तथा स्वयं अपचयित हो जाते हैं।
25. अपचायक (Reducing Agents) – वे पदार्थ जो अपचयन क्रिया करते हैं तथा स्वयं ऑक्सीकृत हो जाते हैं।
पाठ एक नज़र में
1. प्रकृति में हज़ारों प्रकार की अभिक्रियाएँ होती हैं जिनमें से कुछ भौतिक तथा कुछ रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं।
2. भौतिक क्रियाएँ परिवर्तन वे होते हैं जिनसे किसी पदार्थ के केवल भौतिक गुणों में परिवर्तन होता है तथा पदार्थ के रासायनिक गुणों में कोई परिवर्तन नहीं होता ।
3. रासायनिक अभिक्रियाएँ वे परिवर्तन होती हैं जिनसे पदार्थ के रासायनिक गुणों में परिवर्तन होता है तथा नए पदार्थ बनते हैं
4. रासायनिक अभिक्रियाओं के समय –
(i) पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन हो सकता है।
(ii) रंग में परिवर्तन हो सकता है ।
(iii) गैस उत्सर्जित हो सकती है। ।
(iv) तापमान आदि में परिवर्तन हो सकता है ।
5. किसी रासायनिक परिवर्तन को प्रतीकों / सूत्रों की सहायता से प्रदर्शित करना रासायनिक समीकरण कहलाता है।
6. रासायनिक समीकरणों को संतुलित करने की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि अभिकारकों तथा उत्पादों दोनों की ओर तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या समान होनी चाहिए।
7. रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार निम्नलिखित हैं –
(i) संयोजन अभिक्रियाएँ, (ii) वियोजन या अपघटन अभिक्रियां, (iii) विस्थापन अभिक्रिया, (iv) द्विविस्थापन अभिक्रिया तथा (v) रेडॉक्स अभिक्रियाएँ ।
8. एक रासायनिक समीकरण, किसी रासायनिक परिवर्तन के विषय में बहुत सारी जानकारी उपलब्ध करवाता है। परिस्थितियाँ नोट करके जिसमें अभिक्रिया हो रही है, अभिकारकों व उत्पादों की भौतिक अवस्था नोट करके, ऊर्जा परिवर्तन आदि नोट करके इसे और अधिक सूचनाप्रद बनाया जा सकता है ।
9. जल का विद्युत अपघटन एक वियोजन अभिक्रिया है जिसमें जल विद्युत के प्रभाव से हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन में अपघटित हो जाता है ।
10. कुछ रासायनिक अभिक्रियाएँ केवल ( सूर्य के ) प्रकाश की उपस्थिति में होती हैं, ऐसी रासायनिक अभिक्रियाओं को प्रकाश रासायनिक अभिक्रियाएँ कहते हैं।
11. अधिक क्रियाशील तत्त्व / धातु कम क्रियाशील धातु को उसके लवण के विलयन से विस्थापित कर देती हैं ऐसी अभिक्रियाओं को विस्थापन अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
12. यदि कोई पदार्थ ऑक्सीजन ग्रहण करता है अथवा हाइड्रोजन का त्याग करता है, तो उसे ऑक्सीकृत कहते हैं और अभिक्रिया को ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहते हैं ।
13. यदि कोई पदार्थ ऑक्सीजन का त्याग करता है तथा हाइड्रोजन ग्रहण करता है, तो उसे अपचयित कहते हैं तथा अभिक्रिया को अपचयन अभिक्रिया कहते हैं ।
14. पदार्थ (जैसे धातुएँ) पर्यावरणीय प्रभाव से कमज़ोर हो जाते हैं, इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैं। इससे लोहे की रेलिंग, पुलों, कार तथा समुद्री जहाज के ढाँचे आदि को बहुत हानि होती है।
15. जब वसा / तेलों का ऑक्सीकरण होता है तो उनकी गंध खराब हो जाती है, उनके स्वाद में भी परिवर्तन हो जाता है, इसे विकृतगंधिता कहते हैं ।
16. वे पदार्थ जो ऑक्सीकरण की क्रिया को कम कर देते हैं, उन्हें प्रति ऑक्सीकारक कहते हैं। ये पदार्थ खाद्य पदार्थों को खराब होने से बचाते हैं।

(पाठ्य-पुस्तक पृ. सं. 6)

प्रश्न 1. वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है ?
उत्तर- मैग्नीशियम वायु में उपस्थित ऑक्सीजन से संयोग करके मैग्नीशियम ऑक्साइड बना लेता है। मैग्नीशियम ऑक्साइड व अन्य अशुद्धियों-धूल कण व नमी आदि को हटाकर शुद्ध मैग्नीशियम प्राप्त करने के लिए इसे वायु में जलाने से पहले साफ करना आवश्यक है।

प्रश्न 2. निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए
(i) हाइड्रोजन + क्लोरीन → हाइड्रोजन क्लोराइड
(ii) बेरियम क्लोराइड + ऐलुमिनियम सल्फेट बेरियम सल्फेट + ऐलुमिनियम क्लोराइड
(iii) सोडियम + जल → सोडियम हाइड्रॉक्साइड + हाइड्रोजन
उत्तर-
(i) H2+ Cl2 → 2HCl
(ii) 3BaCl2+Al2 (SO4)3 → 3BaSO4 +2AlCl 3
(iii) 2Na + 2H2O → 2NaOH + H2 ↓

प्रश्न 3. निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए-
(i) जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट के विलयन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा अघुलनशील बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाते हैं।
(ii) सोडियम हाइड्रॉक्साइड का विलयन (जल में) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन (जल में) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा जल बनाते
उत्तर-

(पाठ्य-पुस्तक पृ. सं. 11)

प्रश्न 1. किसी पदार्थ ‘X’ के विलयन का उपयोग सफेदी करने के लिए होता है।
(i) पदार्थ ‘X’ का नाम तथा इसका सूत्र लिखिए।
(ii) ऊपर (i) में लिखे पदार्थ ‘X’ की जल के साथ अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर- (i) पदार्थ ‘X’ का नाम कैल्सियम ऑक्साइड (शुष्क चूना) है, तथा इसका रासायनिक सूत्र Cao है।
(ii) CaO की जल के साथ अभिक्रिया निम्नलिखित

प्रश्न 2. क्रियाकलाप 1.7 में एक परखनली में एकत्रित गैस की मात्रा दूसरी से दोगुनी क्यों है? उस गैस का नाम बताइए।
उत्तर- क्रियाकलाप 1.7 में जल के विद्युत्-अपघटन की अभिक्रिया निम्नलिखित प्रकार होती है

इस अभिक्रिया में हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन गैस 2 : 1 की मात्रा में प्राप्त होती है। द्रव्यमान संरक्षण के नियमानुसार जब जल के दो अणु अपघटित होते हैं तब उत्पन्न हुई हाइड्रोजन की मात्रा ऑक्सीजन की मात्रा से दोगुनी होती है। अतः एक परखनली में हाइड्रोजन गैस की मात्रा दोगुनी है।

(पाठ्य-पुस्तक पृ. सं. 15)

प्रश्न 1. जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोया जाता है तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है ?
उत्तर- जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोया जाता है तो लोहे की कील कॉपर सल्फेट के विलयन में से कॉपर को विस्थापित कर देती है तथा आयरन सल्फेट बनता है। अतः आयरन सल्फेट के विलयन के बनने के कारण विलयन का रंग बदल जाता है तथा लोहे की कील पर भूरे रंग की परत जम जाती है, एवं विलयन का रंग हल्का हरा हो जाता है।

प्रश्न 2. क्रियाकलाप 1.10 से भिन्न द्विविस्थापन अभिक्रिया का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर-

प्रश्न 3. निम्न अभिक्रियाओं में उपचयित तथा अपचयित पदार्थों की पहचान कीजिये
(i) 4Na (s) + O2 (g) →2Na2O(s)
(ii) CuO (s) + H2 (g) → Cu(s) + H2 O(l) [राज. 2015]
उत्तर-
(i) 4Na (s) + O2 (g) →2Na2O(s)
इस अभिक्रिया में सोडियम (Na) सोडियम ऑक्साइड (Na2O) में उपचयित या ऑक्सीकृत हो रहा है। इसका अर्थ यह है कि ऑक्सीजन का अपचयन हो रहा है।

(ii) CuO (s) + H2 (g) →Cu (s) + H2O(l)
इस अभिक्रिया में हाइड्रोजन गैस (H2) जल (H2O) में ऑक्सीकृत या उपचयित हो रही है जबकि कॉपर (ii) ऑक्साइड (CuO) का अपचयन कॉपर में हो रहा है|

HBSE 10th Class Science रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण InText Activity Questions and Answers

अभ्यास प्रश्न 

प्रश्न 1. नीचे दी गई अभिक्रिया के सम्बन्ध में कौन-सा कथन असत्य है
2 Pbo(s) +C(s) →2Pb (s)+CO2(g)
(a) सीसा अपचयित हो रहा है।
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रही है।
(c) कार्बन उपचयित हो रहा है।
(d) लैड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है।
(i) (a) एवं (b)
(ii) (a) एवं (c)
(iii) (a), (b) एवं
(c) (iv) सभी।
उत्तर- (i) (a) एवं (b).

कारण- उपरोक्त अभिक्रिया की विपरीत अभिक्रिया में अर्थात्
2Pb(s) + CO2(g) →2PbO(s) + C(s)
मे Pb का ऑक्सीकरण PbO में तथा CO2, का अपचयन C में हो रहा है।

प्रश्न 2. Fe2O3+2Al → Al2O3, +2Fe
ऊपर दी गई अभिक्रिया निम्न में से किस प्रकार की है –
(a) संयोजन अभिक्रिया
(b) द्वि-विस्थापन अभिक्रिया
(c) वियोजन अभिक्रिया
(d) विस्थापन अभिक्रिया।
उत्तर- (d) विस्थापन अभिक्रिया।

कारण- इस अभिक्रिया में एलुमीनियम (Al), Fe2O3, से Fe को विस्थापित करके AI2O3 बना रहा है अत: यह एक विस्थापन अभिक्रिया है।

प्रश्न 3. लौह-चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से निम्न में से क्या होता है?
(a) हाइड्रोजन गैस तथा आयरन क्लोराइड बनता है
(b) क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रॉक्साइड बनता है
(c) कोई अभिक्रिया नहीं होती है
(d) आयरन लवण तथा जल बनता है।
उत्तर-
(a) हाइड्रोजन गैस तथा आयरन क्लोराइड बनता है। ये अभिक्रिया निम्न प्रकार है
Fe(s) + 2HCl(dil) → FeCl2 (aq) + H2 (g)

प्रश्न 4. सन्तुलित रासायनिक समीकरण क्या है ? रासायनिक समीकरण को सन्तुलित करना क्यों आवश्यक है ?
उत्तर- वह रासायनिक समीकरण जिसके दोनों पक्षों में प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या बराबर होती है, सन्तुलित रासायनिक समीकरण (Balanced Chemical Equation) कहलाता है, जैसे
निम्नलिखित अभिक्रिया में अभिकारकों तथा उत्पादों में अलग-अलग सभी तत्वों के परमाणुओं की गणना करते हैं
Zn+H2SO4 →ZnSO4 + H2

तत्व के परमाणुओं की संख्या अभिकारकों में उत्पादों में
Zn 1 1
H 2 2
S 1 1
O 4 4

रासायनिक अभिक्रिया में पदार्थ न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। इस द्रव्यमान संरक्षण के नियम को सन्तुष्ट करने के लिए रासायनिक समीकरणों को सन्तुलित किया जाता है।

प्रश्न 5. निम्नलिखित कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप में परिवर्तित कर उन्हें सन्तुलित कीजिए –
(a) नाइट्रोजन गैस हाइड्रोजन गैस से संयोग करके अमोनिया बनाती है।
(b) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है।
(c) ऐल्युमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, ऐलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।
(d) पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देती
उत्तर- (a) प्रश्नानुसार, नाइट्रोजन + हाइड्रोजन → अमोनिया

चरण 1. सर्वप्रथम इसका प्रतीकात्मक समीकरण लिखकर उसके चारों ओर बॉक्स खींचते हैं
H2 (g) + N2 (g) → NH3 (g)

चरण 2. इस असन्तुलित समीकरण में उपस्थित विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या की सूची बनाते हैं –

तत्व अभिकारकों में परमाणुओं की संख्या उत्पादों में परमाणुओं की संख्या
N 2 1
H 2 3

चरण 3. इस चरण में हाइड्रोजन के परमाणुओं की संख्या अधिक होने के कारण इनका सर्वप्रथम सन्तुलन करते

हाइड्रोजन परमाणु अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 2 (H2 में) 3 (NH3 में)
सन्तुलन हेतु 2×3 3×2

अ तः दिया गया समीकरण सन्तुलित होकर निम्नवत् होगा
3H2(g) + N2(g) → 2NH3 (g)

चरण 4. चरण 3 में प्राप्त समीकरण में हाइड्रोजन व नाइट्रोजन के परमाणुओं की संख्या दोनों ओर समान है, अतः दिया गया समीकरण पूर्ण रूप से सन्तुलित है।
3H2(g) + N2(g) → 2NH3(g)

(b) कथन के अनुसार रासायनिक समीकरण निम्नवत् है –
H2S (g) + O2 (g) → SO2(g) + H2O (l)

इसे सन्तुलित करने के लिए निम्नलिखित चरणों को अपनाते हैं-
चरण 1. सर्वप्रथम प्रत्येक सूत्र के चारों ओर बॉक्स बनाते हैं –
H2S (g) + O2 (g) → SO2 (g) + H2O (l)

चरण 2. इस समीकरण में उपस्थित विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की सूची बनाते हैं-

तत्व अभिकारकों में परमाणुओं की संख्या उत्पादों में परमाणुओं की संख्या
H 2 2
S 1 1
O 2 3

चरण 3. सर्वप्रथम हम ऑक्सीजन के परमाणुओं का सन्तुलन करते हैं –

ऑक्सीजन के परमाणु अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 2 (O2 में) 3 (SO2 तथा H2O में)
सन्तुलन के लिए 2×3 3×2

अत: इस गणना के उपरान्त समीकरण निम्नवत् होगा –
H2S (g) + 3O2 (g) → 2SO2 (g) +2H2O (l)

चरण 4. चरण 3 में ऑक्सीजन परमाणुओं को सन्तुलित करने के कारण हाइड्रोजन के परमाणु असन्तुलित हो जाते हैं। अतः अब हाइड्रोजन के परमाणुओं को सन्तुलित करते हैं –

हाइड्रोजन के परमाणु अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 2 (H2S में) 4(H2O में)
सन्तुलन के लिए 2×2 4

पुनः आंशिक रूप से सन्तुलित समीकरण निम्नवत् त् होगा-.
2H2S (g) + 3O2 (g) →2SO2 (g) + 2H2O (l)

चरण 5. अब सल्फर के परमाणुओं की संख्या देखने पर ज्ञात होता है कि सल्फर के परमाणुओं की संख्या बाएँ व दाएँ पक्षों में बराबर है।
चरण 6. अतः अन्त में उपर्युक्त सन्तुलित समीकरण को – लिख देते हैं
2H2S (g) +3O2 (g) →2SO2 (g) + 2H2O(l)

(c) कथन के अनुसार असन्तुलित रासायनिक समीकरण निम्नवत् है –
BaCl2 (aq) +Al2(SO4)3 (aq) →AICl(aq) +BaSO4
इस समीकरण के सन्तुलन के लिए निम्नलिखित चरण अपनाए जाते हैं-

चरण 1. सर्वप्रथम अभिक्रिया में प्रत्येक सूत्र को बॉक्स में लिख लेते हैं
BaCl2 (aq) + Al2 (SO4)3 (aq) →
AlCl3 (aq) + BaSO4]

चरण 2. विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या के लिए सारणी –

तत्व अभिकारकों में परमाणुओं की संख्या उत्पादों में परमाणुओं की संख्या
Ba 1 1
Cl 2 3
Al 2 1
S 3 1
O 12 4

चरण 3. इस चरण में हम ऑक्सीजन परमाणुओं को सन्तुलित करेंगे –

ऑक्सीजन के परमाणु । अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 12 [AI2(SO4)3, में] 4 (BaSO4, में)
सन्तुलन के लिए 12 3×4

उपर्युक्त गणना के उपरान्त आंशिक सन्तुलित समीकरण इस प्रकार होगा-
BaCl2 (aq) + Al2(SO4)3 (aq) → AlCl3 (aq) + 3BaSO4

चरण 4. अब बेरियम के परमाणुओं की संख्या को सन्तुलन में लाते हैं –

बेरियम के परमाणु अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 1(BaCl2 में) 3(BaSO4, में)
सन्तुलन के लिए 3 ×1 3

पुनः आंशिक सन्तुलित समीकरण निम्नवत् होगा
3BaCl2 (aq) + Al2 (SO4)3 (aq) → AlCl3 (aq) + 3BaSO4 ↓

चरण 5. इस चरण में हम क्लोरीन परमाणुओं की संख्या को सन्तुलित करेंगे –

क्लोरीन के परमाणु अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 6 (3 BaCl2, में) 3(AlCl3, में)
सन्तुलन के लिए 6 3×2

पुनः आंशिक सन्तुलित समीकरण निम्नवत् होगा –
3BaCl2 (aq) + Al2 (SO4)3 (aq) → 2AlCl3 (aq) + 3BaSO4 ↓

चरण 6. दोनों पक्षों में सल्फर व ऐल्युमिनियम की संख्या समान है। अन्ततः दोनों पक्षों में सभी परमाणुओं की संख्या गिनकर हमें ज्ञात होता है कि यह समीकरण पूर्ण रूप से सन्तुलित है। इसे निम्न प्रकार लिखा जा सकता है –
3BaCl2 (aq) + Al2(SO4)3 (aq) → 2AlCl3 (aq) +3BaSO4 ↓

(d) कथन के अनुसार रासायनिक समीकरण इस प्रकार है-
K(s) + H2O(l) →KOH(aq) + H2↑ (g)
इस समीकरण के सन्तुलन के लिये निम्नलिखित चरण अपनाये जाते हैं-

चरण 1. सर्वप्रथम अभिक्रिया में प्रत्येक सूत्र को बॉक्स में लिख लेते हैं
K(s) + H2O(l) → KOH(aq) + H2↑(g)

चरण 2. विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या के लिये सारणी

तत्व अभिकारकों में परमाणुओं की संख्या उत्पादों में परमाणुओं  की संख्या
K 1 1
H 2 3
O 1 1

चरण 3. इस चरण में हम हाइड्रोजन परमाणुओं को सन्तुलित करेंगे –

हाइड्रोजन के परमाणु अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 2(H2O) 3 (KOH) तथा H2
सन्तुलन के लिये 2×3 3×2

अतः इस गणना के उपरान्त समीकरण निम्नवत् होगा –
K(s) + 3H2O → 2KOH(aq) + 2H2(g)

चरण 4. चरण 3 में हाइड्रोजन परमाणु को सन्तुलित करने के कारण ऑक्सीजन परमाणु असन्तुलित हो जाते हैं। अतः अब ऑक्सीजन परमाणु को सन्तुलित करते हैं –

ऑक्सीजन के परमाणु अभिकारकों में उत्पादों में
प्रारम्भ में 3(H2O) 2(KOH)
सन्तुलन के लिये 3×2 2×3

अतः इस गणना के उपरान्त आंशिक सन्तुलित समीकरण इस प्रकार होगा-.
K(s) + 6H2O(l) → 6KOH(aq) + 3H2(g)

चरण 5. अब K को सन्तुलित करने पर –
6K(s) + 6HH2O(l)→ 6KOH(aq) + 3HH2(g) ↑

चरण 6. समीकरण को सरल बनाने के लिये अभिकारक व उत्पाद में 3 से भाग देने पर
2K(s) + 2H2O(l) → 2KOH(aq) + H2(g)↑.
उपरोक्त अभिक्रिया पूर्णतः सन्तुलित है।

प्रश्न 6. निम्नलिखित रासायनिक समीकरणों को सन्तुलित कीजिए
(a) HNO3 +Ca(OH)2 →Ca(NO3)2 +H2O
(b) NaOH + H2SO4 →Na2SO4 +H2O
(c) NaCl+AgNO3 →AgCl+NaNO3
(d) BaCl + H2SO4 → BaSO4 + HCl
उत्तर-
(a)

चरण 1. सर्वप्रथम प्रत्येक सूत्र के चारों ओर बॉक्स बनाते हैं –
HNO3 + Ca(OH)2 → Ca(NO3)2] + H2O

चरण 2. समीकरण के तत्वों के परमाणुओं की सूची बनाते हैं –

तत्व अभिकारकों में परमाणुओं की संख्या उत्पादों में परमाणुओं की संख्या
H 3 2
N 1 2
O 5 7
Ca 1 1

चरण 3. नाइट्रोजन तत्व के परमाणुओं को सन्तुलित करने के लिये HNO3 के पूर्व 2 लिखने पर
2HNO3 + Ca(OH)2 →Ca(NO3)2 + H2O

चरण 4. हाइड्रोजन के परमाणुओं को सन्तुलित करने के लिये HO अणुओं का गुणाः 2 से करने पर
2HNO3 + Ca(OH)2 →Ca(NO3)2 + 2H2O.

चरण 5. चूँकि अभिकारक एवं उत्पादों में ऑक्सीजन परमाणुओं की संख्या समान अर्थात् 8 है, अतः अभिक्रिया अब पूर्ण रूप से सन्तुलित है।
2HNO3 + Ca(OH)2 →Ca(NO3)2 + 2H2O

(b) सर्वप्रथम अभिक्रिया में प्रत्येक सूत्र को बॉक्स में लिख लेते हैं
NaOH+ H2SO4→Na2SO4 + H2O

चरण 1. विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या के लिये सारणी –

तत्व अभिकारकों में परमाणुओं की संख्या उत्पादों में परमाणुओं की संख्या
Na 1 2
O 5 5
H 3 2
S 1 1

चरण 2. उपरोक्त प्रेक्षण से ज्ञात हो रहा है कि अभिक्रिया में ऑक्सीजन तथा सल्फर परमाणुओं की संख्या अभिकारक , व उत्पाद में समान है।
अत: Na के परमाणुओं की संख्या समान करने के लिये NaOH में 2 का गुणा करने पर-
2NaOH + H2SO4 → Na2SO4+ H2O

चरण 3. हाइड्रोजन परमाणुओं की संख्या को समान करने के लिये H,0 में 2 का गुणा करने पर
2NaOH + H2SO4 →Na2SO4+ 2H2O

चरण 4. अब अं सीजन परमाणुओं की संख्या दोनों तरफ देखने पर ज्ञात होता है कि यह दाँयी तरफ व बाँयी तरफ समान है। अतः यह अभिक्रिया एक सन्तुलित अभिक्रिया है।
2NaOH + H2 → Na2SO4+ 2H2O

(c) कथन के अनुसार असन्तुलित रासायनिक समीकरण निम्न है
NaCl + AgNO3 →AgCl + NaNO3
यह समीकरण पहले से ही सन्तुलित है, इसे सन्तुलित करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

(d) कथन के अनुसार असन्तुलित रासायनिक समीकरण निम्न है –
BaCl2 (aq) + H2SO4 (aq) → BaSO4 (aq) + HCl(aq)

चरण 1. सर्वप्रथम अभिक्रिया में प्रत्येक सूत्र को बॉक्स में लिख लेते हैं –
BaCl2 (aq) + H2SO4 (aq) → BaSO4 (aq) + HCl(aq)

चरण 2. विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या के लिये सारणी-

तत्व अभिकारकों में परमाणुओं की संख्या उत्पादों में परमाणुओं की संख्या
Ba 1 1
Cl 2 1
H 2 1
S 1 1
O 4 4

देखने पर विदित होता है कि अभिकारकों व उत्पादों में Ba, S व O की संख्या समान है।

चरण 3. Cl परमाणुओं की संख्या समान करने के लिये HCI में 2 का गुणा करने पर
BaCl2 + H2SO4 →BaSO4 + 2HCl

चरण 4. देखने पर ज्ञात होता है कि अभिकारकों व उत्पादों में परमाणुओं की संख्या समान है अतः यह अभिक्रिया सन्तुलित है।
BaCl2 + H2SO4→BaSO4 + 2HCl

प्रश्न 7. निम्न अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए –
(a) कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्सियम कार्बोनेट + जल
(b) जिंक + सिल्वर नाइट्रेट→ जिंक नाइट्रेट + सिल्वर
(c) ऐलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड → ऐलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर
(d) बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड
उत्तर –
(a) Ca(OH)2+CO2 →CaCO3 + H2O
(b) Zn + 2AgNO3 → Zn(NO3)2 + 2Ag
(c) 2Al+3 CuCl2 → 2AlCl3 +3Cu
(d) BaCl +K2SO4 → BaSO4+2KCl

प्रश्न 8. निम्न अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं प्रत्येक अभिक्रिया का प्रकार बताइए-
(a) पोटैशियम ब्रोमाइड (aq) + बेरियम आयोडाइड (aq) → पोटैशियम आयोडाइड (aq) + बेरियम ब्रोमाइड (s)
(b) जिंक कार्बोनेट (s) → जिंक ऑक्साइड (s) + कार्बन डाइऑक्साइड (g)
(c) हाइड्रोजन (g) + क्लोरीन (g) → हाइड्रोजन क्लोराइड (g)
(d) मैग्नीशियम (s) + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (aq) → मैग्नीशियम क्लोराइड (aq) + हाइड्रोजन (g)
उत्तर –
(a) 2KBr(aq) +BaI2 (aq) →2KI (aq) +BaBr2 (s) (द्विविस्थापन अभिक्रिया)
(b) ZnCO3 (s)→ZnO (s) + CO2 (g) (वियोजन अभिक्रिया)
(c) H2(g) + Cl2 (g) → 2HCl(g) (संयोजन अभिक्रिया)
(d) Mg (s) + 2HCl (aq) → MgCl2 (aq) + H2(g) (विस्थापन अभिक्रिया)

प्रश्न 9. ऊष्माक्षेपी तथा ऊष्माशोषी अभिक्रियाओं का क्या अर्थ है ? उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया-वे अभिक्रियाएँ जिनमें ऊष्मा उत्पन्न होती है, ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ कहलाती हैं। उदाहरण के लिए-मेथेन गैस वायु की ऑक्सीजन में जलकर कार्बन डाइऑक्साइड और जल वाष्प बनाती है। इसमें ऊष्मा भी उत्पन्न होती है।
CH4(g) + 2O2(g) → CO2(g)+22O (g) +ऊष्मीय ऊर्जा
ऊष्माशोषी अभिक्रिया-वे अभिक्रियाएँ जिनमें ऊष्मा का अवशोषण होता है, ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण के लिए-हाइड्रोजन तथा आयोडीन के संयोग से हाइड्रोजन आयोडाइड का बनना ऊष्माशोषी अभिक्रिया है।
H2 +I2 → 2 HI – ऊष्मा

प्रश्न 10. श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते हैं ? वर्णन कीजिए।
उत्तर- श्वसन की प्रक्रिया में ऊर्जा निर्मुक्त होती है। श्वसन के दौरान, हमारे शरीर की कोशिकाओं में ग्लूकोज (भोजन के पाचन से प्राप्त) वायु की ऑक्सीजन से संयुक्त होकर कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल बनाने के साथ-साथ ऊर्जा को उत्सर्जित करता है।
HBSE 10th Class Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 1

प्रश्न 11. वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रियाओं के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए।
उत्तर- संयोजन अभिक्रिया में दो या दो से अधिक पदार्थ परस्पर संयोग करके एक नया पदार्थ बनाते हैं, जैसे
C(s)+O2 (g) → CO2(g)
तथा वियोजन अभिक्रिया में एक ही यौगिक विखण्डित होकर दो या दो से अधिक सरल पदार्थ बनाता है, जैसे कैल्सियम कार्बोनेट को गर्म करने पर वह वियोजित होकर कैल्सियम ऑक्साइड तथा कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है।

इस प्रकार वियोजन अभिक्रिया, संयोजन अभिक्रिया के विपरीत है।

प्रश्न 12. उन वियोजन अभिक्रियाओं के एक-एक समीकरण लिखिए जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं विद्युत के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है।
उत्तर-
(i) ऊष्मा के रूप में-कैल्सियम कार्बोनेट को गर्म करने पर यह अपघटित होकर कैल्सियम ऑक्साइड व कार्बन डाइऑक्साइड देता है।

(ii) प्रकाश के रूप में सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में सिल्वर क्लोराइड का सिल्वर तथा क्लोरीन में वियोजन हो जाता है।

(iii) विद्युत के रूप में-जब अम्लीकृत जल का वैद्युत अपघटन किया जाता है, वह अपघटित होकर हाइड्रोजन और ऑक्सीजन बनाता है।
HBSE 10th Class Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 5

प्रश्न 13. विस्थापन एवं द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अन्तर है ? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए।
उत्तर-
(i) विस्थापन अभिक्रिया-ऐसी अभिक्रिया जिसमें किसी यौगिक के अणु के किसी एक परमाणु अथवा समूह (मूलक) के स्थान पर कोई दूसरा परमाणु अथवा समूह (मूलक) आ जाता है।
उदाहरण –

(ii) द्विविस्थापन अभिक्रिया-वह अभिक्रिया जिसमें आयनों का परस्पर विस्थापन होता है, द्विविस्थापन अभिक्रिया कहलाती है।
उदाहरण –

प्रश्न 14. सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर –

प्रश्न 15. अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं ? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर- अवक्षेपण अभिक्रिया-ऐसी अभिक्रियाएँ जिनमें उत्पाद अविलेय अवस्था में प्राप्त होकर विलयन में नीचे स्थिर हो जाता है, अवक्षेप कहलाता है, तथा यह क्रिया अवक्षेपण अभिक्रिया कहलाती है।
उदाहरण – Na2SO4 (aq) + BaCl2 (aq) → BaSO4(↓) +2NaCl (aq)

प्रश्न 16. ऑक्सीजन के योग या ह्रास के आधार पर निम्न पदों की व्याख्या कीजिए। प्रत्येक के लिए दो उदाहरण दीजिए
(a) उपचयन
(b) अपचयन।
उत्तर- (a) उपचयन-वे अभिक्रियाएँ जिनमें ऑक्सीजन की वृद्धि (योग) होती है, उपचयन अभिक्रियाएँ कहलाती
उदाहरण –

(b) अपचयन।

प्रश्न 17. एक भूरे रंग के चमकदार तत्व ‘X’ को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है। इस तत्व ‘X’ एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए।
उत्तर- तत्व ‘X’ कॉपर (Cu) है। काले रंग का यौगिक कॉपर (II) ऑक्साइड (CuO) है।

प्रश्न 18. लोहे की वस्तुओं को हम पेण्ट क्यों करते
उत्तर- लोहे की वस्तुओं पर जंग उनकी खुली सतह पर ऑक्सीजन एवं नमी के कारण लगती है। लोहे की वस्तुओं की सतह पर पेण्ट लगने से सतह खुली नहीं रहती तथा ऑक्सीजन वस्तु की सतह के सम्पर्क में नहीं आ पाती और वस्तु पर जंग नहीं लगती।

प्रश्न 19. तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है ?
उत्तर- तेल एवं वसायुक्त भोज्य पदार्थों के उपचयन से बचाव हेतु हम इनमें नाइट्रोजन प्रवाहित कर देते हैं। तेल तथा वसा का उपचयन होने पर ये विकृतगन्धी हो जाते हैं तथा इनकी गन्ध एवं स्वाद परिवर्तित हो जाता है। नाइट्रोजन प्रवाहित करने से इस प्रक्रिया को रोका जा सकता है।

प्रश्न 20. निम्न पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए –
(a) संक्षारण,
(b) विकृतगन्धिता।
उत्तर-
(a) संक्षारण-जब किसी धातु की सतह वायु, जल अथवा अपने चारों ओर उपस्थित किसी अन्य पदार्थ द्वारा अभिक्रमित हो जाती है, अथवा इस पर जंग लग जाती है तब इसे संक्षारित वस्तु कहते हैं। यह प्रभाव संक्षारण कहलाता है। उदाहरण के लिए, लोहे पर जंग का लगना।

(b) विकृतगन्धिता-तेल व वसा के उपचयित हो जाने पर ये विकृतगन्धी हो जाते हैं तथा इनकी गन्ध व स्वाद में परिवर्तन हो जाता है। इनमें प्रतिऑक्सीकारक मिलाकर अथवा भोज्य पदार्थों को निर्वातित पात्रों में रखकर अथवा इनमें नाइट्रोजन प्रवाहित करके इस प्रक्रिया को रोका जा सकता है। उदाहरण-आलू की चिप्स की थैलियों में नाइट्रोजन प्रवाहित करके इन्हें उपचयित होने से बचाया जा सकता है।

HBSE 10th Class Science रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण InText Questions and Answers

बहुविकल्पीय प्रश्न (Objective Type Questions)

1. किस गैस के उपस्थित होने पर मैग्नीशियम रिबन का दहन होता है –
(a) CO2
(b) CO
(c) H2
(d) O2
उत्तर-
(d) O2

2. अभिक्रिया के तीर का सिरा किस ओर होता है –
(a) अभिकारक
(b) अवक्षेप
(c) गैस
(d) उत्पाद।
उत्तर-
(a) अभिकारक।

3. दानेदार जिंक पर तनु HCl डालने पर कौन-सी गैस उत्पन्न होती है –
(a) H2
(b) SO2
(c) Cl2
(d) O2
उत्तर-
(a) H2.

4. कौन-सा चिह्न उत्पाद के अवक्षेप के रूप में प्राप्त होने पर लगाया जाता है –
(a) ↑
(b) →
(c) ←
(d)↓.
उत्तर-
(d) ↓

5. दाब, उत्प्रेरक, ताप आदि को अभिक्रिया में तीर के निशान के साथ कैसे दिखाया जाता है –
(a) ऊपर
(b) नीचे
(c) आगे
(d) ऊपर या नीचे।
उत्तर-
(d) ऊपर या नीचे।

6. आयरन की भाप के साथ अभिक्रिया करने पर प्राप्त यौगिक है/हैं –
(a) Fe2O3
(b) Fe3O4.
(c) Feo
(d) Fe2O3 और Fe3SO4
उत्तर-
(b) Fe3O4.

7. कैल्सियम ऑक्साइड जल के साथ तीव्र अभिक्रिया करके बुझा हुआ चूना बनाता है।
CaO(s) + H2 O(I)→ Ca(OH)2 (aq)
इस अभिक्रिया का वर्गीकरण अभिक्रियाओं के किस प्रकार में किया जा सकता है? (A) संयोजन अभिक्रिया (B) ऊष्मा उन्मोची अभिक्रिया (C) ऊष्माशोषी अभिक्रिया (D) उपचयन अभिक्रिया। निम्न में से सही विकल्प कौन-सा है?
(a) A और C
(b) C और D
(c) A, C और D
(d)A और B
उत्तर-
(d) A और B.

8. जब हाइड्रोजन सल्फाइड गैस को कॉपर सल्फेट के नीले विलयन से प्रवाहित किया जाता है तो कॉपर सल्फाइड का काला अवक्षेप प्राप्त होता है तथा इस प्रकार बना सल्फ्यूरिक अम्ल विलयन में रह जाता है यह अभिक्रिया निम्नलिखित में से किसका उदाहरण है?
(a) संयोजन अभिक्रिया
(b) विस्थापन अभिक्रिया
(c) वियोजन अभिक्रिया
(d) द्विविस्थापन अभिक्रिया
उत्तर-
(d) द्विविस्थापन अभिक्रिया।

9. CaO+H2O → Ca(OH)2 उपर्युक्त अभिक्रिया है-
(a) अपघटन अभिक्रिया
(b) वियोजन अभिक्रिया
(c) संयोजन अभिक्रिया
(d) विस्थापन अभिक्रिया।
उत्तर-
(c) संयोजन अभिक्रिया।

10. CuSO4 (aq) +Zn(s) → ZnSO4 (aq) + Cu (s) उपर्युक्त अभिक्रिया है –
(a) संयोजन अभिक्रिया
(b) विस्थापन अभिक्रिया
(c) अपघटन अभिक्रिया
(d) द्विविस्थापन अभिक्रिया।
उत्तर-
(b) विस्थापन अभिक्रिया।

11. शाक-सब्जियों का विघटित होकर कम्पोस्ट बनाना कैसी अभिक्रिया है ?
(a) ऊष्माशोषी
(b) ऊष्मासंवेदी
(c) ऊष्माक्षेपी
(d) ऊष्मारोधी।
उत्तर-
(c) ऊष्माक्षेपी।

12. नम वायु में ताँबे की बाहरी सतह पर किस रंग की परत चढ़ जाती है –
(a) भूरी
(b) काली
(c) लाल
(d) हरी।
उत्तर-
(d) हरी।

13. निम्न अभिक्रिया Fe2O3, +3CO → 2 Fe + 3CO2, में अपचयित पदार्थ है-
(a) CO
(b) Fe
(c) CO2
(d) Fe2O3.
उत्तर-
(d) Fe2O3.

14. C2H12O6 (aq) + 6O6 (aq) + 6H2O(l) → 6CO2(aq) +12H2O (l) + ऊर्जा, इस रासायनिक अभिक्रिया का विशेष नाम है –
(a) उत्सर्जन
(b) पाचन
(c) श्वसन
(d) प्रजनन
उत्तर-
(c) श्वसन।

15. अपघटन अभिक्रिया का उदाहरण है
(a) 2SO2+O2 → 2SO3
(b) 2KClO3 → 2KCl+3O2
(c) Mg + 2HCl → MgCl2+H2
(d) HCl + NaOH→ NaCl+H2O.
उत्तर-
(b) 2KCIO3, → 2KCl+3O2.

16. Cl2 +2KI → 2KCI+I2 एक-
(a) संयोजन अभिक्रिया है
(b) अपघटन अभिक्रिया है
(c) विस्थापन अभिक्रिया है
(d) द्विविस्थापन अभिक्रिया है।
उत्तर-
(c) विस्थापन अभिक्रिया है।

एक शब्द / वाक्यांश प्रश्न

प्रश्न 1. रासायनिक अभिक्रिया होने का एक संकेत लिखो ।
उत्तर अभिकारक व उत्पाद की अवस्था में परिवर्तन ।
प्रश्न 2. रासायनिक अभिक्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – रासायनिक अभिक्रिया एक परिवर्तन है जिसमें नए पदार्थ बनते हैं।
प्रश्न 3. रासायनिक समीकरण को परिभाषित करें। 
उत्तर- -किसी रासायनिक अभिक्रिया को प्रतीकों तथा सूत्रों की सहायता से व्यक्त करना रासायनिक समीकरण कहलाता है ।
प्रश्न 4. एक रासायनिक अभिक्रिया का उदाहरण दें, जिसमें कोई गैस उत्सर्जित होती है ।
उत्तर – जब जिंक तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ क्रिया करता है, तो H2 गैस निकलती है।
Zn + 2HCI → ZnCl2 + H2 (g)
प्रश्न 5. पोटैशियम आयोडाइड विलयन की लैड नाइट्रेट विलयन से क्रिया के लिए रासायनिक समीकरण लिखें ।
उत्तर- 2KI (aq) + Pb (NO3)2 (aq) → PbI2 ↓ + 2KNO3 (aq)
(अवक्षेप)
प्रश्न 6. एक रासायनिक अभिक्रिया का उदाहरण दें, जिसमें तापमान का परिवर्तन होता है ।
उत्तर- जब मिथेन का दहन होता है तो ऊष्मा उत्सर्जित होती है ।
CH4 + 2O2 → CO2 + 2H2O + ऊष्मा
प्रश्न 7. एक रासायनिक अभिक्रिया का उदाहरण दें जिससे अवक्षेप बनता है । 
उत्तर – जब बेरियम क्लोराइड विलयन, तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ क्रिया करता है, तो सफेद रंग का अवक्षेप, बेरियम सल्फेट बनता है ।
BaCl2 (aq) + H2SO4 (aq) → BaSO4 ↓ + 2HC1 (aq)
(अवक्षेप)
प्रश्न 8. कौन-सा रंग परिवर्तन होता है जब पोटैशियम परमैगनेट विलयन में नींबू का रस डालते हैं ?
उत्तर – पोटैशियम परमैगनेट का बैंगनी रंग ऑक्सीकरण की क्रिया से उड़ जाता है l
प्रश्न 9. क्या होता है जब बिना बुझे चूने की क्रिया पानी के साथ होती है?
उत्तर – बिना बुझा चूना पानी के साथ तेजी से क्रिया करता है जिससे बुझा हुआ चूना बनता है ।
CaO              + H2O  → Ca(OH)2
बिना बुझा चूना                  बुझा हुआ चूना
प्रश्न 10. दानेदार जस्ते के साथ तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की क्रिया के लिए समीकरण लिखें।
उत्तर – Zn (s) + तनु H2SO4 (aq) → ZnSO4 (s) + H2 (g)
प्रश्न 11. बताइए कि निम्नलिखित अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी है या ऊष्माशोषी ?
2H2O (l) → 2H2 (g) + O2 (g) – 6kJ
उत्तर – यह एक ऊष्माशोषी अभिक्रिया है जिसमें ऊर्जा अवशोषित होती है ।
प्रश्न 12. किसी रासायनिक समीकरण में ‘aq’ प्रतीक क्या प्रदर्शित करता है?
उत्तर – किसी समीकरण में ‘aq’ का अर्थ है aqueous, जिसका अर्थ है जल में विलयन ।
प्रश्न 13. किसी रासायनिक समीकरण में ‘↓’ का क्या अर्थ है ? 
उत्तर – रासायनिक समीकरण में प्रतीक ‘↓’ का अर्थ है अवक्षेप का बनना (तरल पदार्थ में ठोस पदार्थ का बनना) ।
प्रश्न 14. ‘ श्वसन’ को एक ऊष्माक्षेपी क्रिया क्यों कहते हैं ?
उत्तर – क्योंकि श्वसन क्रिया के दौरान कोशिकाओं में ग्लूकोज के ऑक्सीकरण से ऊर्जा उत्सर्जित होती है –
प्रश्न 15. प्रकृति में एक ऊष्माशोषी अभिक्रिया का उदाहरण दें l
उत्तर – प्रकाश संश्लेषण एक ऊष्माशीपी अभिक्रिया है।
प्रश्न 16. योगात्मक अभिक्रियाएँ क्या होती है?
उत्तर- वे अभिक्रियाएँ जिनमें दो या दो से अधिक पदार्थ आपस में संयोग करके एक ही उत्पाद बनाते हैं, संयोजन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।

लघूत्तरात्मक प्रश्न [Short – Answer Type Questions]

प्रश्न 1. रासायनिक अभिक्रिया क्या होती है? उदाहरण दें ।
उत्तर – रासायनिक अभिक्रिया वह परिवर्तन होता है जिनमें नए पदार्थ बनते हैं ।
उदाहरण – 3Fe (s) + 4H2O (g) → Fe3O4 (s) + 4H2 (g)
यहाँ, लोहा भाप के साथ क्रिया करके लोहे का चुंबकीय ऑक्साइड तथा हाइड्रोजन गैस बनाता है ।
प्रश्न 2. अभिकारक और उत्पाद क्या होते हैं? 
उत्तर – अभिकारक – वे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेते हैं. अभिकारक कहलाते हैं l
उत्पाद – वे पदार्थ जो किसी रासायनिक अभिक्रिया के परिणामस्वरूप बनते हैं, उत्पाद कहलाते हैं l
उदाहरण – Zn (s) + तनु H2SO4 → ZnSO4 (aq) + H2 (g)
                       अभिकर                          उत्पाद
प्रश्न 3. हमें किस प्रकार पता चलता है कि अभिक्रिया हुई है?
उत्तर – निम्नलिखित अवलोकनों के द्वारा हमें पता चलता है कि रासायनिक अभिक्रिया हुई है-
(i) अवस्था परिवर्तन के द्वारा, (ii) रंग परिवर्तन के द्वारा, (iii) गैस के उत्सर्जन से, (iv) तापमान में परिवर्तन आदि से ।
प्रश्न 4. रासायनिक समीकरण क्या होता है ?
उत्तर – किसी रासायनिक अभिक्रिया में अभिकारकों तथा उत्पादों को प्रतीकों व सूत्रों की सहायता से व्यक्त करना, रासायनिक समीकरण कहलाता है l
उदाहरण – मैग्नीशियम जब वायु / ऑक्सीजन में जलती है, तो मैग्नीशियम ऑक्साइड बनता है ।
मैग्नीशियम + ऑक्सीजन → मैग्नीशियम ऑक्साइड
        2Mg + O2 →  2MgO
प्रश्न 5. एक रासायनिक समीकरण की क्या आवश्यकताएँ हैं?
उत्तर – रासायनिक समीकरण की निम्नलिखित आवश्यकताएँ हैं-
(i) इसे एक वास्तविक रासायनिक परिवर्तन को प्रदर्शित करना चाहिए ।
(ii) अभिकारकों तथा उत्पादों को उनके प्रतीक / सूत्रों के रूप में लिखा जाना चाहिए ।
(iii) समीकरण के दोनों ओर तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या समान होनी चाहिए। (iv) यह संतुलित तथा जानकारी युक्त होनी चाहिए ।
प्रश्न 6. एक रासायनिक समीकरण को हम किस प्रकार लिखते हैं ?
उत्तर – एक रासायनिक समीकरण को हम निम्नलिखित प्रकार से लिखते हैं-
(i) अभिकारकों को हमेशा बाएँ हाथ की ओर तथा उत्पादों को हमेशा दाएँ हाथ की ओर लिखा जाता है ।
(ii) अभिकारकों के सूत्र / प्रतीकों के बीच जमा का चिह्न (+) होता है। इसी प्रकार उत्पादों के बीच ‘+’ का चिह्न होता है।
(iii) अभिकारकों व उत्पादों के बीच तीर का (→) चिह्न लगाया जाता है।
उदाहरण – सिल्वर नाइट्रेट, सोडियम क्लोराइड के साथ क्रिया से सिल्वर क्लोराइड तथा सोडियम नाइट्रेट बनता है l
सिल्वर नाइट्रेट + सोडियम क्लोराइड → सिल्वर क्लोराइड + सोडियम नाइट्रेट
  AgNO3 (aq) + NaCl (aq)  → AgCl↓ + NaNO3 (aq)
अभिकारक                       उत्पाद
प्रश्न 7. हमें रासायनिक समीकरण से क्या जानकारी प्राप्त होती है?
उत्तर – एक संतुलित रासायनिक समीकरण से हमें निम्नलिखित जानकारी प्राप्त होती है –
(i) इससे अभिकारकों व उत्पादों के नामों का पता चलता है l
(ii) इससे अभिकारकों व उत्पादों में तुलनात्मक अणुओं की संख्या का पता चलता है ।
(iii) इससे अभिकारकों व उत्पादों के मोलों की तुलनात्मक संख्या का पता चलता है l
(iv) इससे अभिकारकों व उत्पादों के तुलनात्मक द्रव्यमानों का पता चलता है।
प्रश्न 8. रासायनिक समीकरण की दो सीमितताएँ लिखिए ।
उत्तर – रासायनिक समीकरण की दो सीमितताएँ निम्नलिखित हैं –
(i) रासायनिक समीकरण से यह पता नहीं चलता कि अभिक्रिया पूरा होने में कितना समय लेगी। यह अभिक्रिया की दर के विषय में भी कोई जानकारी नहीं देती ।
(ii) यह विशेष परिस्थितियों तथा जोखिम (कारकों) के विषय में कोई जानकारी नहीं देती।
प्रश्न 9. समीकरणों को संतुलित करने की ‘हिट एवं ट्रायल’ विधि से आप क्या समझते हैं ? संक्षिप्त वर्णन करें ।
उत्तर – समीकरणों को संतुलित करने की ‘हिट एवं ट्रायल’ विधि के विभिन्न चरण निम्नलिखित हैं –
चरण – 1 – सबसे बड़े सूत्र वाले यौगिक को चुना जाता है। उपयुक्त संख्या से गुणा करके समीकरण के दोनों ओर विभिन्न तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या को बराबर किया जाता है l
चरण – 2 –फिर न्यूनतम संख्या के साथ समीकरण के दोनों ओर के समान तत्त्वों को चुना जाता है तथा उनकी संख्या को बराबर किया जाता है ।
चरण – 3 – मूल गैसों; जैसे ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, क्लोरीन आदि को पहले तत्त्वों की अवस्था में प्रदर्शित किया जाता है तथा अंत में उन्हें संतुलित किया जाता है ।
प्रश्न 10. निम्नलिखित समीकरण से हमें क्या महत्त्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध होती है?
Zn (s) + H2SO4 (aq) → ZnSO4 (aq) + H2 (g)
उत्तर – (i) जब जिंक सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ क्रिया करता है तो जिंक सल्फेट तथा हाइड्रोजन गैस बनती है।
(ii) एक मोल जिंक, एक मोल सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ क्रिया से एक मोल जिंक सल्फेट तथा एक मोल हाइड्रोजन बनती ।
(iii) यहाँ पर जिंक ठोस अवस्था में विद्यमान है तथा सल्फ्यूरिक अम्ल जलीय विलयन के रूप में, जिंक सल्फ़ेट का जलीय विलयन विद्यमान है और हाइड्रोजन गैस के रूप में है ।
प्रश्न 11. योगात्मक अभिक्रियाएँ क्या होती हैं ? उदाहरण दें । 
उत्तर – योगात्मक अभिक्रियाएँ-वे अभिक्रियाएँ जिनमें दो या दो से अधिक पदार्थ संयोग करके केवल एक उत्पाद बनाते हैं, उन्हें योगात्मक अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
उदाहरण – CaO (s)      + H2O(l)      →    Ca(OH)2 (aq)
            कैल्सियम ऑक्साइड   जल           कैल्सियम हाइड्रोक्साइड
   C            O2      →    CO2     + ऊष्मा
       कार्बन      ऑक्सीजन       कार्बनडाइ ऑक्साइड
प्रश्न 12. ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ क्या होती हैं ? उदाहरण दें ।
उत्तर – ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ-वे रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें ऊष्मा उत्सर्जित होती है, उन्हें ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं। दहन, श्वसन क्रियाएँ ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाओं के उदाहरण हैं।
उदाहरण- प्राकृतिक गैस का जलना –
CH4 (g) + 2O2 (g)     →   CO2 (g)                      + 2H2O (l) + ऊष्मा
                   मिथेन        ऑक्सीजन       कार्बन डाइऑक्साइड           जल
प्रश्न 13. ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ क्या होती हैं ? उदाहरण दें ।
उत्तर – ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ – वे रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें ऊष्मा अवशोषित होती है, उन्हें ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ कहते हैं ।
उदाहरण –          N2(g) + O2 (g)     →   2NO                 – ऊष्मा
नाइट्रोजन   ऑक्सीजन       नाइट्रोजन ऑक्साइड
प्रश्न 14. वियोजन ( अपघटन ) अभिक्रियाएँ क्या होती हैं ? उदाहरण दें ।
उत्तर – वियोजन अभिक्रियाएँ-वे रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें एक ही अभिकारक से दो या दो से अधिक उत्पाद बनते हैं।
                                      ऊष्मा
उदाहरण –  2FeSO 4 (s ) ——→ Fe2O3(s)     +      SO2 (g)                +            O3 (g)
                फेरस सल्फेट          फैरिक ऑक्साइड      सल्फर डाइऑक्साइड        सल्फर ट्राईऑक्साइड
प्रश्न 15. तापीय अपघटन से क्या अभिप्राय है? उदाहरण दें ।
उत्तर -जब अपघटन अभिक्रिया ताप के प्रभाव के कारण होती है, तापीय अपघटन कहलाता है ।
                                                   ऊष्मा
उदाहरण –      CaCO3                   ——→         CaO                +                     CO2
                    कैल्सियम कार्बोनेट                   कैल्सियम ऑक्साइड             कार्बन डाइऑक्साइड
प्रश्न 16. विद्युत अपघटनीय अभिक्रियाओं से आप क्या समझते हैं ? उदाहरण दें ।
उत्तर – विद्युत अपघटनीय अभिक्रियाएँ (वै. अपघटन ) – वे अपघटनीय अभिक्रियाएँ जो किसी पदार्थ के विलयन या गलित अवस्था में से विद्युत गुजारने पर होती हैं, विद्युत अपघटनीय अभिक्रियाएँ कहलाती हैं |
                                                                    विद्युत धारा
उदाहरण – जल का विद्युत अपघटन 2H2O (l) —————→  2H2 (g)    +     O2 (g )
                                               अम्लीकृत जल                      हाइड्रोजन        ऑक्सीजन
प्रश्न 17. प्रकाश अपघटनीय अभिक्रियाएँ क्या होती हैं? दो उदाहरण दें ।
उत्तर – जब कुछ पदार्थों को प्रकाश में खुला छोड़ा जाता है तो वे प्रकाश ऊर्जा अवशोषित करके अपघटित होकर दो या दो से अधिक उत्पाद बनाते हैं ।
उदाहरण –
(i) श्वेत-श्याम फोटोग्राफी –
2 AgBr          ——→    2 Ag     +      Br2
                        सिल्वर ब्रोमाइड (सफेद)         सिल्वर (स्लेटी)      ब्रोमीन
(ii) पौधों की कोशिकाओं के क्लोरोप्लास्ट में पानी का अपघटन –
2H2O        —→      4H+ + 4e + O2
प्रश्न 18. निम्नलिखित अभिक्रियाओं का प्रकार बताइए –
(i) 2NaHCO3 → Na2CO3 + H2O + CO2
(ii) 2AI (OH)3 → Al2O3 + 3H2O
(iii) Ca (OH)2 + CO2 → CaCO3 + H2O
(iv) Fe + S → FeS
उत्तर- (i) अपघटन अभिक्रिया, (ii) अपघटन अभिक्रिया, (iii) योगात्मक अभिक्रिया, (iv) योगात्मक अभिक्रिया ।
प्रश्न 19 विकृतगंधिता क्या है ? इससे कैसे बचा जा सकता है ? 

उत्तर – खाद्य पदार्थ जिनमें तेल, घी की उपस्थिति होती है, के रंग, स्वाद व गंध में परिवर्तन जो उनके ऑक्सीकरण के कारण होता है, विकृतगंधिता कहलाता है।

यह खाद्य पदार्थों को खराब करके उन्हें उपयोग के बजाए अनुपयोगी बना देता है। विकृतगंधित खाद्य पदार्थ खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकते हैं ।
विकृतगंधिता को रोकने के उपाय –
(i) खाद्य पदार्थों को वायुरुद्ध डिब्बों में बंद करके रखना ।
(ii) खाद्य पदार्थ जैसे चिप्स आदि को अक्रिय गैस जैसे नाइट्रोजन के साथ पैक करना ।
(iii) खाद्य पदार्थों में प्रति ऑक्सीकारक रासायनिक पदार्थ डालना, जो ऑक्सीकरण की क्रिया को मंदा कर देते हैं ।
प्रश्न 20 प्रति ऑक्सीकारक पदार्थ क्या होते हैं? उन्हें डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों की पैकिंग में क्यों डाला जाता है? दो उदाहरण दें ।
उत्तर – प्रति ऑक्सीकारक वे रासायनिक पदार्थ होते हैं जो ( खाद्य पदार्थों को) ऑक्सीकरण से रोकते हैं उन्हें पैक किए हुए खाद्य पदार्थों में इसलिए डाला जाता है ताकि भोजन को ऑक्सीकरण तथा खराब होने से बचाया जा सके ।
उदाहरण – 
(i) ब्यूटायरेटिड हाइड्रोक्सी एनीसोल (BHA)
(ii) ब्यूटायरेटिड हाइड्रोक्सी टोलूइन (BHT)
निबन्धात्मक प्रश्न [Essay Type Questions]
प्रश्न 1. निम्नलिखित के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखें –
(i) ऐलुमिनियम सल्फेट विलयन, बेरियम क्लोराइड विलयन से क्रिया करके ऐलुमिनियम क्लोराइड तथा बेरियम सल्फेट बनाते हैं ।
(ii) पोटैशियम क्लोरेट को अधिक गर्म करने पर पोटैशियम क्लोराइड तथा ऑक्सीजन बनता है।
(iii) सोडियम धातु को जब जल में डाला जाता है तो सोडियम हाइड्रोक्साइड तथा हाइड्रोजन बनती है।
(iv) ऐलुमिनियम सल्फेट विलयन जब सोडियम हाइड्रोक्साइड विलयन के साथ क्रिया करता है तो ऐलुमिनियम हाइड्रोक्साइड का सफेद अवक्षेप तथा सोडियम सल्फेट विलयन बनता है।
(v) कैल्सियम कार्बोनेट हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ क्रिया करके कैल्सियम क्लोराइड, जल तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनाता है ।
(vi) सोडियम हाइड्रोक्साइड विलयन हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ क्रिया करके सोडियम क्लोराइड विलयन तथा जल बनाता है।
(vii) कैल्सियम हाइड्रोक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्सियम कार्बोनेट + जल
(viii) ऐलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड →  ऐलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर
(ix) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस वायु में जलकर जल और सल्फर डाइऑक्साइड गैस बनाती है ।
(x) कार्बन डाइसल्फाइड वायु में जलकर कार्बन डाइऑक्साइड तथा सल्फर डाइऑक्साइड बनाती है।
(xi) जब ठोस मरकरी (II) ऑक्साइड को गर्म किया जाता है ।
(xii) जब फॉस्फोरस को वायु में गर्म किया जाता है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित समीकरणों को संतुलित करें –
(i) Al (OH)3  → Al2O3 + H2O
(ii) Fe3O4 + H2 → Fe + H3O
उत्तर – (i) 2A1 (OH)3 → Al2O3 + 3H2O
(ii) Fe3O4 + 4H2 → 3Fe + 4H2O
प्रश्न 3. निम्नलिखित समीकरणों को संतुलित करें –
(i) H2SO4 + NaOH → Na2SO4 + H2O
(ii) Al + HCI → AICl3 + H2
उत्तर – (i) H2SO4 + 2NaOH → Na2SO4 + 2H2O
(ii) 2AI + 6HCI → 2AICl3 + 3H2
 प्रश्न 4. निम्नलिखित समीकरण को संतुलित करके लिखें –
              Δ
KNO3 ——→ KNO2 + O2
                               Δ
उत्तर – 2KNO3 (s) ——→ 2KNO2 (s) + O2 (g)
प्रश्न 5. निम्नलिखित समीकरणों को संतुलित करें –
(i) Cu + H2SO4 → CuSO4 + SO2 + H2O
(ii) NH4Cl + Ca (OH)2 → CaCl2 + NH3 + H2O
उत्तर – (i) Cu + 2H2SO4 → CuSO4 + SO2 + 2H2O
(ii) 2NH4Cl + Ca (OH)2 → CaCl2 + 2NH3 + 2H2O
प्रश्न 6. अमोनिया के ऑक्सीकरण के लिए समीकरण लिखें तथा इसे संतुलित करें ।
उत्तर – अमोनिया (NH3) का ऑक्सीकरण –
कंकाली अभिक्रिया – NH3 + O2 → N2 + H2O
संतुलित अभिक्रिया – 4NH3 + 3O2 → 2N2 + 6H2O
प्रश्न 7. पोटैशियम धातु जल के साथ क्रिया करके पोटैशियम हाइड्रोक्साइड तथा हाइड्रोजन गैस बनाती है। इसके लिए रासायनिक समीकरण लिखें तथा संतुलित करें।
उत्तर – कंकाली अभिक्रिया – K (s) + H2O (l) → KOH (aq) + H2 (g)
संतुलित अभिक्रिया – 2K (s) + 2H2O (l) → 2KOH (aq) + H2 (g)
प्रश्न 8. हम एक रासायनिक समीकरण को अधिक सूचनाप्रद किस प्रकार बना सकते हैं ?
उत्तर – निम्नलिखित विधि से हम रासायनिक समीकरण को अधिक सूचनाप्रद बना सकते हैं –
(i) अभिकारकों व उत्पादों की भौतिक अवस्था का उल्लेख करके ।
(s) ठोस के लिए,
(l) तरल के लिए,
(g) गैस के लिए,
(aq) जलीय विलयन के लिए l
Zn (s) + H2SO4 (aq) ——→ ZnSO4 (aq) + H2 (g)
(ii) यदि अवक्षेप (ठोस) बनता है तब ‘1’ चिह्न का प्रयोग उस यौगिक के सूत्र के साथ किया जाता है और यदि गैस बनती है तो ‘↑’ चिह्न का उपयोग उस गैस के सूत्र के साथ किया जाता है ।
        Zn (s) + H2SO4 (aq) ——→ ZnSO4 (aq) + H2 (g) ↑
NaCl (aq) + AgNO3 (aq) ——→  AgCl (s) ↓ + NaNO3 (aq)
      अवक्षेप
(iii) अभिकारकों की सांद्रता को ‘तनु’ या ‘सांद्र’ शब्द के साथ प्रदर्शित किया जा सकता है ।
उदाहरण – Zn (s) + तनु H2SO4 (aq) ——→ ZnSO4 (aq) + H2 (g) ↑
(iv) उन परिस्थितियों का उल्लेख करके जिनमें रासायनिक अभिक्रिया हो रही है, उदाहरण लिए –
                 ऊष्मा
2KCIO3 ———→ 2KCl (s) + 3O2 (g) ↑
                 MnO2
यह अभिक्रिया गर्म करने पर होती है तथा MnO, एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है ।
(v) ऊष्मा परिवर्तन के चिह्नों का प्रयोग करके, कि अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी है या ऊष्माशोषी ?
(a) C (s) + O2 (g) ——→ CO2 (g) + ऊष्मा
अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी है, इसलिए (+ ऊष्मा) को उत्पादों की ओर दिखाया गया है।
(b) N2 (g) + O2 (g) ——→ 2NO (g) – ऊष्मा
अभिक्रिया ऊष्माशोषी है, इसलिए (– ऊष्मा) को उत्पादों की ओर या (+ ऊष्मा) को अभिकारकों की ओर लिखा जाता है l
प्रश्न 9. एक कंकाली रासायनिक समीकरण को कैसे संतुलित किया जाता है ?
उत्तर – एक कंकाली रासायनिक समीकरण को संतुलित करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि समीकरण के दोनों ओर तत्त्वों के परमाणुओं की संख्या समान होनी चाहिए। यह द्रव्यमान संरक्षण के नियम अनुसार आवश्यक है । रासायनिक समीकरण को संतुलित करने के विभिन्न चरण निम्नलिखित प्रकार से हैं –
चरण – 1 : कंकाली समीकरण लिखिए तथा प्रत्येक सूत्र के चारों ओर एक बॉक्स बना दीजिए | बॉक्स के अंदर लिखे सूत्र को किसी भी प्रकार से परिवर्तित न करें ।
Fe + H2O → Fe3O4 + H2

चरण – 2 : अभिकारकों तथा उत्पादों की ओर प्रत्येक तत्त्व के परमाणुओं की संख्या पता लगाइए l

तत्त्व LHS में परमाणुओं की संख्या RHS में परमाणुओं की संख्या
Fe 1 3
H 2 2
O 1 4
चरण – 3 : दोनों ओर परमाणुओं की संख्या को बराबर करें। किसी भी यौगिक का सूत्र न बदलें। सामान्यतः यह सुविधाजनक रहता है कि ऐसे तत्त्व जिनके परमाणुओं की संख्या अधिकतम है, पहले उन्हें संतुलित किया जाए। यहाँ पर यह ऑक्सीजन है।
इसलिए, संतुलित समीकरण है –
3Fe + 4H2O ——→  Fe3O4 + 4H2
तत्त्व LHS में परमाणुओं की संख्या RHS में परमाणुओं की संख्या
Fe 3 3
H 8 8
O 4 4
चरण – 4 : अभिकारक व उत्पादों की भौतिक अवस्थाएँ लिखें ।
3Fe (s) + 4H2O (g) ——→ Fe3O4 (s) + 4H2 (g)
                  भाप
चरण – 5 : उन परिस्थितियों का उल्लेख करें जिनके अंतर्गत अभिक्रिया हो रही है, उदाहरण के लिए –
प्रश्न 10. निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखें ।
(i) लौह धातु कॉपर सल्फेट विलयन में घुलकर आयरन सल्फेट व कॉपर बनाती है ।
(ii) मैग्नीशियम को जब नाइट्रोजन के वायुमंडल में गर्म किया जाता है, तो यह आग पकड़ लेती है तथा मैग्नीशियम नाइट्राइड बनाती है ।
(iii) जिंक धातु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के जलीय विलयन से क्रिया करके जिंक क्लोराइड तथा हाइड्रोजन गैस बनाती है ।
(iv) हाइड्रोजन सल्फाइड सल्फर डाइऑक्साइड के साथ क्रिया करके सल्फर तथा जल बनाती है।
(v) लोहा, भाप के साथ क्रिया करके आयरन (III) ऑक्साइड तथा हाइड्रोजन गैस बनाता है।
महत्त्वपूर्ण प्रायोगिक क्रियाकलाप
प्रयोग 1. क्या होता है जब मैग्नीशियम रिबन को वायु में जलाया जाता है? दिखाएँ इसे कैसे किया जा सकता है?
विधि- (i) लगभग 5 cm लंबे मैग्नीशियम रिबन को लेकर रेगमार से रगड़कर साफ कर लीजिए |
(ii) इसे चिमटे से पकड़कर स्पिरिट लैंप या बर्नर से इसका दहन करिए।
अवलोकन- सफेद रंग का पाउडर बनता है, जिसे वॉच ग्लास में इकट्ठा कीजिए ।
परिणाम– जब मैग्नीशियम रिबन को वायु की उपस्थिति में जलाया जाता है तब मैग्नीशियम ऑक्साइड का सफेद पाउडर बनता है ।
2Mg (s)    +    O2 (g)    →      2MgO (s)
मैग्नीशियम      ऑक्सीजन      मैग्नीशियम ऑक्साइड
सावधानी – (i) मैग्नीशियम रिबन सफेद ज्वाला के साथ जलता है अतः आँखों की सुरक्षा करनी चाहिए।
(ii) मैग्नीशियम रिबन का दहन करते समय इसे अपनी आँखों से दूर रखिए।
प्रयोग 2. क्या होता है जब लैड नाइट्रेट विलयन, पोटैशियम आयोडाइड विलयन के साथ क्रिया करता है? आप यह प्रयोग किस प्रकार दिखाएँगे?
विधि- एक परखनली में लैड नाइट्रेट का विलयन लेकर उसमें पोटैशियम आयोडाइड का विलयन मिलाएँ ।
अवलोकन – लैड आयोडाइड का पीला अवक्षेप बनता है ।
परिणाम – जब लैड नाइट्रेट विलयन पोटैशियम आयोडाइड विलयन से क्रिया करता है, तब पोटैशियम नाइट्रेट व लैड आयोडाइड बनते हैं। लैड आयोडाइड को पीले अवक्षेप के रूप में देखा जा सकता है ।
Pb (NO3)2 (aq)    +      2KI (aq)                →    PbI2 (s)          +       2KNO3 (aq)
     लैड नाइट्रेट         पोटैशियम आयोडाइड        लैड आयोडाइड          पोटैशियम नाइट्रेट
                                                                                       (पीला अवक्षेप)
प्रयोग 3. क्या होता है जब हम हाइड्रोक्लोरिक अम्ल या सल्फ्यूरिक अम्ल को जिंक के टुकड़ों पर डालते हैं ? या
जिंक की क्रिया तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ दर्शाएँ । 
विधि – एक शंक्वाकार फलास्क में कुछ दानेदार जस्ते के टुकड़े लें। इसमें धीरे-धीरे तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालिए। जैसा कि चित्र 1.4 में दिखाया गया है, कॉर्क में से एक टयूब इसके मुँह में फिट करें।
अवलोकन – एक गैस निकलती है ।
परीक्षण – गैस के पास एक जलती हुई माचिस की तीली लाएँ गैस तेजी के साथ जलना आरंभ कर देती है ।
परिणाम – जिंक धातु जब तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ क्रिया करती है तो हाइड्रोजन गैस निकलती है।
Zn (s) + तनु 2HCl (aq) → ZnCl2 (aq) + H2 (g)
सावधानियाँ – (i) केवल तनु अम्ल को उपयोग में लाएँ ।
(ii) अम्ल को ध्यान से प्रयोग करें ।
(iii) हाइड्रोजन एक विस्फोटक गैस है, जलाने के लिए टैस्ट टयूब में थोड़ी-सी गैस का ही प्रयोग करें।

Haryana Board 10th Class Science Notes Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

→  रासायनिक समीकरण (Chemical Equation)-किसी रासायनिक अभिक्रिया को अभिकारकों एवं उत्पादों के । प्रतीकों व रासायनिक सूत्रों का प्रयोग करके प्रदर्शित करना रासायनिक समीकरण कहलाता है, जैसे
ZnO.+H2SO4 + ZnSO2+H2O.

→ अभिकारक (Reactants)-ऐसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेते हैं, अभिकारक कहलाते हैं, जैसे-

→ उत्पाद (Products)-ऐसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के सम्पूर्ण होने पर प्राप्त होते हैं, उत्पाद कहलाते हैं, जैसे –

→ रासायनिक परिवर्तन (Chemical Changes)-ऐसे परिवर्तन जिनमें नये पदार्थों या यौगिकों का निर्माण होता है,रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं। उदाहरणार्थ-जल का विद्युत-अपघटन, दूध से दही बनना इत्यादि।

→ भौतिक परिवर्तन (Physical Changes)-ऐसे परिवर्तन जिनमें वस्तुओं के गुणों में अल्प समय के लिए परिवर्तन हो जाता है परन्तु कोई नया पदार्थ नहीं बनता, भौतिक परिवर्तन कहलाते हैं, जैसे-जल की अवस्था में परिवर्तन, लोहे का चुम्बकित होना आदि।

→ सन्तुलित रासायनिक समीकरण (Balanced Chemical Equation)-वह रासायनिक समीकरण जिसमें विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या अभिकारक व उत्पाद दोनों पक्षों में समान होती है, सन्तुलित रासायनिक समीकरण कहलाता है, जैसे
3Fe+ 4H2O → Fe3O4 +4H2

→ उपरोक्त अभिक्रिया में बाँयी तरफ तथा दाँयी तरफ Fe, H तथा 0 के परमाणुओं की संख्या समान है अत: यह एक सन्तुलित रासायनिक समीकरण है।

→  संयोजन अभिक्रिया या योगात्मक अभिक्रिया (Combination or Addition Reaction)-वह अभिक्रिया जिसमें दो या दो से अधिक प्रकार के पदार्थों के अणु परस्पर जुड़कर केवल एक ही प्रकार के अणु बनाते हैं, । संयोजन या योगात्मक अभिक्रिया कहलाती है, जैसे-
2Hg(g)+O2(g) → 2H2O (l)
उपरोक्त अभिक्रिया में H2 व O2 संयोजित होकर H2O बना रहे हैं।

→  वियोजन (अपघटन) अभिक्रिया (Decomposition Reaction)-ऐसी अभिक्रिया जिसमें एकल अभिकर्मक टूटकर या अपघटित या वियोजित होकर छोटे-छोटे उत्पादों का निर्माण करता है, वियोजन (अपघटन)। अभिक्रिया कहलाती है, जैसे

→ ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ (Exothermic Reactions)-ऐसी अभिक्रियाएँ जिनमें ऊर्जा का उत्सर्जन होता है, I ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे-
CH4 (g) +2O2 (g) →CO2(g) +2H2O+ ऊर्जा

→ ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ (Endothermic Reactions)-जिन अभिक्रियाओं में ऊर्जा का अवशोषण होता है, । ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे-
H2 (g)+I2 (g) + ऊर्जा → 2HI (g)

→ प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाएँ (Photochemical Reactions)-जिन अभिक्रियाओं में प्रकाश का अवशोषण होता है, प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाएँ कहलाती हैं। ये अभिक्रियाएँ प्रकाश की उपस्थिति में ही होती हैं, । जैसे-प्रकाश-संश्लेषण

→ विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction)- ऐसी अभिक्रिया जिसमें किसी यौगिक के अणु के । किसी एक परमाणु अथवा समूह के स्थान पर कोई दूसरा परमाणु अथवा समूह आ जाता है, विस्थापन | अभिक्रिया कहलाती है, जैसे

→ द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ (Double Displacement Reactions)-वे अभिक्रियाएँ जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान-प्रदान होता है, द्विविस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे
HBSE 9th Class Science Notes Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 6

→ उपचयन या ऑक्सीकरण अभिक्रियाएँ (Oxidation Reactions)-ऐसी अभिक्रियाएँ जिनमें ऑक्सीजन की | वृद्धि या हाइड्रोजन का ह्रास होता है, उपचयन या ऑक्सीकरण अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे-
HBSE 9th Class Science Notes Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 7

→ अपचयन अभिक्रियाएँ (Reduction Reactions)-वे अभिक्रियाएँ जिनमें ऑक्सीजन का ह्मस या हाइड्रोजन की वृद्धि होती है, अपचयन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे
HBSE 9th Class Science Notes Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 8

→ रेडॉक्स अभिक्रियाएँ (Redox Reactions)-जिन रासायनिक अभिक्रियाओं में उपचयन तथा अपचयन | अभिक्रियाएँ साथ-साथ होती हैं, रेडॉक्स अभिक्रियाएँ कहलाती हैं, जैसे

→ संक्षारण (Corrosion)-जब कोई धातु अपने आस-पास विद्यमान नमी, ऑक्सीजन एवं अम्ल आदि के सम्पर्क में आने से संक्षारित हो जाती है तो उसे संक्षारण कहते हैं।

→ विकृत गंधिता (Rancidity)-वह प्रक्रिया जिसमें खाद्य पदार्थों (वसायुक्त अथवा तैलीय) की ऑक्सीजन से अभिक्रिया के फलस्वरूप ऑक्सीकरण होने के कारण खाद्य पदार्थों के स्वाद व गंध में परिवर्तन हो जाता है, विकृत गंधिता कहलाती है।

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