HR 10 Science

Haryana Board 10th Class Science Solutions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

Haryana Board 10th Class Science Solutions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

HBSE 10th Class Science Solutions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

HBSE 10th Class Science तत्वों का आवर्त वर्गीकरण Textbook Questions and Answers

अध्याय संबंधी महत्त्वपूर्ण परिभाषाएँ/शब्दावली
1. तत्त्व ( Elements ) – वे सरलतम पदार्थ जो केवल एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं और जिन्हें और अधिक सरल नहीं किया जा सकता।
2. यौगिक (Compounds) – वे पदार्थ जो तब बनते हैं जब दो या दो से अधिक तत्त्व एक निश्चित अनुपात में एक-दूसरे के साथ संयोग करते हैं ।
3. मिश्रण (Mixtures ) – वे पदार्थ जो दो या दो से अधिक तत्त्वों अथवा यौगिकों के द्रव्यमान को किसी भी अनुपात में मिलाने पर बनते हैं तथा उसके घटक रासायनिक दृष्टि से संयोग नहीं करते ।
4. परमाणु (Atoms) – परमाणु किसी तत्त्व के छोटे-से-छोटे कण होते हैं, जो रासायनिक क्रिया में भाग लेते हैं और प्रकृति में स्वतंत्र रूप से रह भी सकते हैं और नहीं भी ।
5. अणु (Molecules) — अणु तब बनते हैं जब दो या दो से अधिक परमाणु रासायनिक दृष्टि से संयोग करते हैं। इसलिए अणु किसी तत्त्व या यौगिक के वे छोटे-से-छोटे कण होते हैं जो स्वतंत्र रूप से रह सकते हैं ।
6. समूह ( Groups ) — आवर्त सारणी के उर्ध्वाधर कॉलम जिसमें रासायनिक दृष्टि से तथा इलेक्ट्रॉनिक्न विन्यास की दृष्टि से एक ही प्रकार के तत्त्व निहित होते हैं ।
7. आवर्त (Periods ) – आवर्त सारणी के क्षैतिज कॉलम, आवर्त कहलाते हैं ।
8. न्यूलैंड्स का अष्टक सिद्धांत (Newlands’ Law of Octaves) — जब तत्त्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु द्रव्यमान के अनुसार व्यवस्थित किया जाता है, तो प्रत्येक आठवें तत्त्व के गुण प्रथम तत्त्व के गुणों के समान होते हैं।
9. मेन्डेलीफ का आवर्त नियम (Mendeleev’s Periodic Law) —-तत्त्वों के गुण उनके परमाणु द्रव्यमान के आवर्त फलन होते हैं।
10. समस्थानिक (Isotopes ) – एक ही तत्त्व के परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान होती है ।
11. समभारिक (Isobars) – भिन्न-भिन्न तत्त्वों के ऐसे परमाणु जिनके परमाणु द्रव्यमान समान होते हैं । ।
12. आधुनिक आवर्त नियम (Modern Periodic Law) तत्त्वों के गुण उनकी परमाणु संख्या के आवर्त फलन होते हैं ।
13. परमाणु – संख्या Z, (Atomic Number)– किसी तत्त्व के परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या परमाणु संख्या कहलाती है ।
14. द्रव्यमान संख्या A, ( Mass Number ) – किसी तत्त्व के परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों व न्यूट्रॉनों की संख्या का योग द्रव्यमान संख्या कहलाता है ।
15. इलेक्ट्रॉन कक्ष (Electron Shells) – नाभिक के चारों ओर वे काल्पनिक पथ जिनमें इलेक्ट्रॉन घूमते हैं ।
16. संयोजी कक्ष (Valence Shell) – बाह्यतम कोश जो सामान्यतः अपूर्ण होता है तथा जिसमें रासायनिक क्रिया में भाग लेने वाले इलेक्ट्रॉन विद्यमान रहते हैं ।
17. संयोजी इलेक्ट्रॉन (Valence Electrons) – संयोजी कक्ष में विद्यमान इलेक्ट्रॉन जो आबंध बनाने में भाग लेते हैं तथा जिन पर किसी तत्त्व की संयोजकता निर्भर करती है ।
18. संयोजकता (Valency) – किसी तत्त्व के परमाणुओं की संयोग करने की क्षमता, संयोजकता कहलाती है, इसे संयोजी इलेक्ट्रॉनों द्वारा निर्धारित किया जाता है ।
19. परमाणु त्रिज्या / आकार (Atomic Radius/Size) – परमाणु त्रिज्या / आकार वह दूरी होती है जो किसी परमाणु के नाभिक के केंद्र तथा बाह्यतम इलेक्ट्रॉन कक्ष के बीच में होती है ।
20. धातुएँ (Metals) — वे तत्त्व जिनके परमाणुओं के बाह्यतम कोश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 4 से कम होती है और जो इलेक्ट्रॉन त्यागकर धन आयन (Cation) बनाते हैं ।
21. अधातुएँ (Non-metals) — वे तत्त्व जिनके परमाणुओं के बाह्यतम कोश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 4 या इससे अधिक होती है और जो इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके ऋण आयन (Anion) बनाते हैं ।
22. विद्युत धनात्मकता (Electropositivity)—(धात्विक) तत्त्वों के परमाणुओं की इलेक्ट्रॉन त्यागकर धन आयन बनाने की प्रवृत्ति, विद्युत धनात्मकता कहलाती है।
23. विद्युत ऋणात्मकता (Electronegativity) – ( अधात्विक ) तत्त्वों के परमाणुओं की इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके ऋण आयन बनाने की प्रवृत्ति, विद्युत ऋणात्मकता कहलाती है ।
24. उपधातुएँ (Metalloids) — वे तत्त्व जो धातु तथा अधातु दोनों के गुण रखते हैं, उपधातु कहलाते हैं।
25. आयनीकरण ऊर्जा (Ionisation Energy ) – वह न्यूनतम ऊर्जा जो किसी तत्त्व के गैसीय परमाणु से एक इलेक्ट्रॉन के पूर्ण रूप से मुक्त करने के लिए चाहिए ।
26. प्राकृतिक तत्त्व (Naturally Occurring Elements)- परमाणु संख्या 92 तक के तत्त्व जो प्रकृति में पाए जाते हैं [ टैक्नेशियम ( Tc ) Z = 43 तथा प्रोमेथियम ( Pm ) Z = 61 को छोड़कर।
27. संश्लिष्ट तत्त्व ( Synthetic Elements) – मानव निर्मित तत्त्व जिनकी परमाणु संख्या 92 से अधिक है ।
28. आवर्तिता (Periodicity) – एक निश्चित अंतराल के पश्चात तत्त्वों के गुणों में समानता । ऐसा तब प्रतीत होता है जब तत्त्वों को बढ़ती परमाणु संख्या के आधार पर व्यवस्थित किया जाता है।
पाठ एक नज़र में
1. हमें अब तक 118 तत्त्व ज्ञात हैं ।
2. हमें तत्त्वों के अध्ययन को सरल व नियमित बनाने के लिए उनके वर्गीकरण की आवश्यकता है ।
3. वे तत्त्व जिनके गुणों में समानता होती है, उन्हें एक ही ग्रुप / समूह में रखा जाता है।
4. 1817 में एक जर्मन रसायनज्ञ जे० डब्ल्यू० डॉबेराइनर ने समान गुणों वाले तत्त्वों को तीन-तीन के वर्गों (त्रिक) में रखा, उस समय केवल 30 तत्त्व ज्ञात थे ।
5. जॉन न्यूलैंड्स ने सन् 1866 में उस समय ज्ञात 56 तत्त्वों को अष्टक के रूप में व्यवस्थित किया जो संगीत के नोट्स से मिलते-जुलते थे।
6. जब तत्त्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु द्रव्यमान के अनुसार व्यवस्थित किया जाता है तो पहले तत्त्व के गुण आठवें तत्त्व के गुणों से मिलते-जुलते होते हैं। इसे अष्टक का नियम नाम दिया गया।
7. मेन्डेलीफ ने आवर्त का नियम दिया जिसके अनुसार तत्त्वों के गुणधर्म उनके परमाणु द्रव्यमान के आवर्त फलन होते हैं ।
8. मेन्डेलीफ ने समान गुणों तथा परमाणु द्रव्यमान के आधार पर तत्त्वों का वर्गीकरण किया तथा तत्त्वों को आवर्त सारणी के रूप में व्यवस्थित किया । यह उस समय ज्ञात 63 तत्त्वों के वर्गीकरण का प्रथम व्यवस्थित प्रयास था।
9. उसने और तत्त्वों के मिलने की संभावना का भी पता लगाया।
10. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में कुछ कमियाँ थीं। उदाहरण के लिए, हाइड्रोजन को उसका सही स्थान नहीं दिया गया था। समस्थानिकों को भी बाद में खोजा गया था।
11. सन् 1913 में हेनरी मोज्ले ने दर्शाया कि परमाणु द्रव्यमान के स्थान पर परमाणु संख्या तन्त्र का अधिक मूलभूत गुण है।
12. तत्त्वों के गुण उनके परमाणु संख्या के आवर्त फलन होते हैं ।
13. इसलिए तत्त्वों को उनकी बढ़ती परमाणु संख्या (Z) के आधार पर व्यवस्थित किया गया तथा उनका वर्गीकरण किया गया जिसे आधुनिक आवर्त सारणी कहते हैं ।
14. किसी एक ही ग्रुप/ समूह में विद्यमान तत्त्वों में संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या भी समान होती है तथा उनका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास भी समान होता है
15. विभिन्न तत्त्वों के परमाणु जिनमें इलेक्ट्रॉन कक्षों की संख्या भी समान होती है, को एक ही आवर्त में रखा जाता है l
16. संयोजी इलेक्ट्रॉन यह बताते हैं कि वह तत्त्व किस प्रकार के और कितने आबंध बनाएगा।
17. किसी आवर्त में जब हम बाएँ से दाएँ जाते हैं या किसी ग्रुप में ऊपर से नीचे जाते हैं तो परमाणु के आकार में परिवर्तन होता जाता है ।
18. आवर्त सारणी में क्षैतिज कॉलमों को आवर्त तथा उर्ध्वाधर कॉलमों को ग्रुप / समूह कहा जाता है।
19. आधुनिक आवर्त सारणी में 18 ग्रुप तथा 7 आवर्त हैं ।
20. किसी तत्त्व की संयोजकता उसकी संयोग करने की क्षमता होती है, जो उस तत्त्व के परमाणु में संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या पर निर्भर करती है ।
21. परमाणु आकार / त्रिज्या को पीकोमीटर में मापा जाता है।
22. धातुएँ विद्युत धनात्मक होती हैं तथा आवर्त सारणी में बाईं ओर नीचे रखी गई हैं l
23. अधातुएँ विद्युत ऋणात्मक होती हैं तथा आवर्त सारणी में दाईं ओर ऊपर रखी गई हैं l
24. वे तत्त्व जिनमें धातु तथा अधातु दोनों के गुण पाए जाते हैं, वे आवर्त सारणी में धातु तथा अधातुओं के बीच एक टेढ़ी-मेढ़ी लाइन बनाते हैं। इन तत्त्वों को उपधातु कहते हैं ।

HBSE 10th Class Science तत्वों का आवर्त वर्गीकरण Textbook Questions and Answers

पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न 

(पाठ्य-पुस्तक पृ.सं.91)

प्रश्न 1. क्या डॉबेराइनर के त्रिक, न्यूलैंड्स के अष्टक के स्तम्भ में भी पाए जाते हैं ? तुलना करके पता कीजिए।
उत्तर- हाँ, डॉबेराइनर के त्रिक न्यूलैंड्स के अष्टक के स्तम्भ में भी पाए जाते हैं। उदाहरण के लिए

  • त्रिक-Li, Na तथा K न्यूलैंड्स अष्टकों के ‘रे’ स्तम्भ में उपस्थित हैं।
  • त्रिक-Ca, Sr तथा Ba न्यूलैंड्स के अष्टक के ‘गा’ स्तम्भ में उपस्थित हैं।

प्रश्न 2. डॉबेराइनर के वर्गीकरण की क्या सीमाएँ हैं?
उत्तर- डॉबेराइनर के वर्गीकरण की सीमाओं के रूप में यह वर्गीकरण उस समय ज्ञात तत्वों में से केवल तीन त्रिकों को निर्धारित करने में सफल रहा।

प्रश्न 3. न्यूलैंड्स के अष्टक सिद्धान्त की क्या सीमाएँ
उत्तर- न्यूलैंड्स के अष्टक नियम की निम्नलिखित सीमाएँ हैं-
1. यह वर्गीकरण केवल कैल्सियम तक ही मान्य हो पाया क्योंकि कैल्सियम के बाद प्रत्येक आठवें तत्व का गुणधर्म पहले तत्व से नहीं मिलता था। .
2. बाद में खोजे गए अनेक तत्व अष्टक नियम के अनुसार इसमें व्यवस्थित न हो सके।
3. इसमें कुछ असमान तत्वों को एक स्तर के अन्तर्गत रखा गया था। उदाहरण के लिए, कोबाल्ट तथा निकल को एक ही स्थान पर रखा गया परन्तु इन्हें फ्लुओरीन, क्लोरीन तथा ब्रोमीन के साथ एक ही स्तम्भ ‘सा’ के अन्तर्गत रखा गया है जबकि कोबाल्ट तथा निकल के गुण फ्लुओरीन, क्लोरीन तथा ब्रोमीन से सर्वथा भिन्न हैं।

(पाठ्य-पुस्तक पृ. सं. 94).

प्रश्न 1. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी का उपयोग कर निम्नलिखित तत्वों के ऑक्साइड के सूत्र का अनुमान दीजिए- K,C,Al, Si, Ba
उत्तर –

तत्व ऑक्साइडों के सूत्र
K, K2O
C CO2
Al Al2O3
Si SiO2
Ba BaO

प्रश्न 2. गैलियम के अतिरिक्त, अब तक कौन-कौन से तत्वों का पता चला है जिसके लिए मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में खाली स्थान छोड़ दिया था? दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर-जर्मेनियम (Ge) तथा पोलोनियम (Po) वर्ग IVA के दो तत्व हैं। इन दोनों तत्वों के लिए भी मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में खाली स्थान छोड़ा था। इन तत्वों की बाद में खोज होने पर इनके गुणधर्म मेन्डेलीफ के बताए गुणधर्म से मिलते हैं।

प्रश्न 3. मेन्डेलीफने अपनी आवर्त सारणी तैयार करने के लिए कौन सा मानदण्ड अपनाया?
उत्तर-मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में तत्वों को उनके मूल गुणधर्म, परमाणु द्रव्यमान तथा रासायनिक गुणधर्मों में समानता के आधार पर व्यवस्थित किया।

प्रश्न 4. आपके अनुसार उत्कृष्ट गैसों को अलग समूह में क्यों रखा गया?
उत्तर-सभी तत्वों में से उत्कृष्ट गैसें, जैसे-हीलियम (He), नीऑन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kr) तथा जीनॉन (Xe), सबसे अधिक अक्रियाशील हैं। ये अन्य तत्वों से अभिक्रिया नहीं करते, इसलिए मेन्डेलीफ ने उन्हें अलग वर्ग में रखा जिसे उन्होंने शून्य वर्ग कहा।

(पाठ्य-पुस्तक पृ. सं. 100)

प्रश्न 1. आधुनिक आवर्त सारणी द्वारा किस प्रकार से मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की विविध विसंगतियों को दूर किया गया?
उत्तर- सन् 1913 में हेनरी मोजले ने बताया कि परमाणु का आधारभूत गुण परमाणु क्रमांक है न कि परमाणु भार । इसके द्वारा आधुनिक आवर्त सारणी का निर्माण किया गया तथा इस सारणी द्वारा मेन्डेलीफ की सारणी के निम्न दोषों को दूर किया गया-

  • आधुनिक आवर्त सारणी में सभी समस्थानिकों को एक ही स्थान दिया गया क्योंकि इनके परमाणु क्रमांक एकसमान होते हैं।
  • आर्गन तथा पोटैशियम की परमाणु संख्या क्रमश: 18 एवं 19 है। तत्वों की बढ़ती परमाणु संख्या के आधार पर व्यवस्थित करने पर आर्गन पहले आता है, जबकि उनके परमाणु द्रव्यमान इसके विपरीत हैं। आधुनिक आवर्त सारणी में इस दोष को दूर किया गया है।
  • सभी मृदा तत्वों को एक ही स्थान पर रखा गया है क्योंकि इनकी बाह्यतम कक्षा में इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान है।

प्रश्न 2. मैग्नीशियम की तरह रासायनिक अभिक्रियाशीलता दिखाने वाले दो तत्वों के नाम लिखिए। आपके चयन का क्या आधार है?
उत्तर- मैग्नीशियम की तरह रासायनिक अभिक्रिया शीलता दिखाने वाले दो तत्व बेरीलियम तथा कैल्सियम हैं। . आधुनिक आवर्त सारणी के अनुसार, “जिन तत्वों का बाहरी इलेक्ट्रॉनिक विन्यास समान होता है उनके गुणधर्म भी समान होते हैं। मैग्नीशियम के बाहरी कोश में 2 इलेक्ट्रॉन हैं अत: वे सभी तत्व जिनके बाहरी कोश में 2 इलेक्ट्रॉन होंगे Mg के समान ही गुणधर्म प्रदर्शित करेंगे।

प्रश्न 3. निम्नलिखित प्रकृति वाले तत्वों के नाम बताइए –
(a) तीन तत्व जिनके सबसे बाहरी कोश में एक इलेक्ट्रॉन उपस्थित हो।
(b) दो तत्व जिनके सबसे बाहरी कोश में दो इलेक्ट्रॉन उपस्थित हों।
(c) तीन तत्व जिनका बाहरी कोश पूर्ण हो।
उत्तर-
(a) लीथियम, सोडियम, पोटैशियम।
(b) मैग्नीशियम, कैल्सियम।
(c) हीलियम, नीऑन, आर्गन।

प्रश्न 4. (a) लीथियम, सोडियम, पोटैशियम ये सभी धातुएँ जल से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस मुक्त करती हैं। क्या इन तत्वों के परमाणुओं में कोई समानता है?
(b) हीलियम एक अक्रियाशील गैस है जबकि नीऑन की अभिक्रियाशीलता अत्यन्त कम है। इनके परमाणुओं में कोई समानता है?
उत्तर-
(a) लीथियम, सोडियम, पोटैशियम समूह से सम्बन्धित हैं। इन सभी तत्वों के परमाणुओं के बाह्यतम कोश में एक इलेक्ट्रॉन होता है।
(b) हीलियम तथा नीऑन दोनों अक्रिय गैसें हैं तथा इनके बाह्यतम कक्ष पूर्ण हैं।

प्रश्न 5. आधुनिक आवर्त सारणी में पहले दस तत्वों में कौन-सी धातुएँ हैं?
उत्तर- पहले दस तत्व हैं-
H. He, Li. Be: B.C, N.O. F तथा Ne इन सभी तत्वों में से धातु हैं – Li तथा Be

प्रश्न 6. आवर्त सारणी में इनके स्थान के आधार पर इनमें से किस तत्व में सबसे अधिक धात्विक अभिलक्षण की विशेषता है?
Ga Ge As Se Be
उत्तर- Ga; चूँकि धात्विक गुण बाएँ से दाएँ घटता है। दिए गए तत्वों की आवर्त सारणी में ऐसी स्थिति के अनुसार Ga धातु है, Ge तथा AS उपधातु हैं तथा Se, Be अधातु हैं। स्पष्ट है Ga में धात्विक गण सर्वाधिक है।

HBSE 10th Class Science तत्वों का आवर्त वर्गीकरण InText Questions and Answers

पाठ्य-पुस्तक के अभ्यास के प्रश्न 

प्रश्न 1. आवर्त सारणी में बाईं से दाईं ओर जाने पर, प्रवृत्तियों के बारे में निम्न में से कौन-सा कथन असत्य है?
(a) तत्वों की धात्विक प्रकृति घटती है।
(b) संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ जाती है।
(c) परमाणु आसानी से इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं।
(d) इसमें ऑक्साइड अधिक अम्लीय हो जाते हैं।
उत्तर- (c) परमाणु आसानी से इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं।

प्रश्न 2. तत्व X, XCl2, सूत्र वाला एक क्लोराइड बनाता है जो एक ठोस है तथा जिसका गलनांक अधिक है। आवर्त सारणी में यह तत्व सम्भवतः किस समूह के अन्तर्गत होगा?
(a) Na
(b) Mg
(c) Al
(d) Si
उत्तर- (b) Mg.

प्रश्न 3. किस तत्व में
(a) दो कोश हैं तथा दोनों इलेक्ट्रॉनों से पूर्ण हैं?
(b) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 2 है?
(c) कुल तीन कोश हैं तथा संयोजकता कोश में चार इलेक्ट्रॉन हैं?
(d) कुल दो कोश हैं तथा संयोजकता कोश में तीन इलेक्ट्रॉन हैं?
(e) दूसरे कोश में पहले कोश से दोगुने इलेक्ट्रॉन हैं?
उत्तर-
(a) नीऑन (Ne)।
(b) मैग्नीशियम (Mg)।
(c) सिलिकॉन (Si)।
(d) बोरॉन (B)।
(e) कार्बन (C)।

प्रश्न 4. (a) आवर्त सारणी में बोरॉन के स्तम्भ के सभी तत्वों के कौन-से गुणधर्म समान हैं?
(b) आवर्त सारणी में फ्लुओरीन के स्तम्भ के सभी तत्वों के कौन-से गुणधर्म समान हैं? ।
उत्तर-
(a) बोरॉन की भाँति, आवर्त सारणी के समान स्तम्भ में सभी तत्वों के बाह्यतम कोशों में तीन इलेक्ट्रॉन होते हैं अर्थात् इनकी संयोजकता तीन होती है। सभी विद्युत के सुचालक होते हैं।
(b) फ्लुओरीन की भाँति, आवर्त सारणी के समान स्तम्भ में सभी तत्वों के बाह्यतम कोशों में सात इलेक्ट्रॉन होते हैं तथा ये हैलोजेन कहलाते हैं। इन सभी की संयोजकता 1 होती है। सभी विद्युत के अचालक और भंगुर होते हैं।

प्रश्न 5. एक परमाणु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2,8,7
(a) इस तत्व की परमाणु संख्या क्या है?
(b) निम्न में किस तत्व के साथ इसकी रासायनिक समानता होगी? (परमाणु संख्या कोष्ठक में दी गई है।)
N(7) F(9) P(15) Ar (18)
उत्तर-
(a) तत्व की परमाणु संख्या 17 है।
(b) यह रासायनिक रूप से F (9) के समान होगा।

प्रश्न 6. आवर्त सारणी में तीन तत्व A, B, तथा C की स्थिति निम्न प्रकार है –

वर्ग 16 वर्ग 17
A
B C

अब बताइए कि –
(a) A धातु है या अधातु।
(b) A की अपेक्षा C अधिक अभिक्रियाशील है या कम।
(c) C का साइज B से बड़ा होगा या छोटा।
(d) तत्व A किस प्रकार के आयन, धनायन या ऋणायन बनाएगा?
उत्तर-
(a) A अधातु है।
(b) A की तुलना में C कम अभिक्रियाशील है।
(c) B की तुलना में C छोटा होगा।
(d) तत्व A ऋणायन बनाएगा।

प्रश्न 7. नाइट्रोजन (परमाणु-संख्या 7) तथा फॉस्फोरस (परमाणु-संख्या 15) आवर्त सारणी के समूह 15 के तत्व हैं। इन दोनों तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए। इनमें से कौन-सा तत्व अधिक ऋणविद्युती होगा और क्यों?
उत्तर- नाइट्रोजन (7) का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास : 2, 5 फॉस्फोरस (15) का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास : 2, 8, 5-नाइट्रोजन अधिक विद्युत्-ऋणात्मक होगा क्योंकि किसी समूह में ऊपर से नीचे जाने पर विद्युत ऋणात्मकता घटती है।

प्रश्न 8. तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का आधुनिक आवर्त सारणी में तत्व की स्थिति से क्या सम्बन्ध है?
उत्तर- किसी तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास आधुनिक आवर्त सारणी में इसकी स्थिति से सम्बन्धित होता है, जिन परमाणुओं के बाह्यतम कोशों में इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान होती है, उन्हें समान समूह में रखा जाता है! किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ चलते समय संयोजकता कोश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 1 इकाई बढ़ जाती है क्योंकि परमाणु क्रमांक 1 इकाई बढ़ जाता है।

प्रश्न 9. आधुनिक आवर्त सारणी में कैल्सियम (परमाणु-संख्या 20) के चारों ओर 12, 19, 21 तथा 38 परमाणु-संख्या वाले तत्व स्थित हैं। इनमें से किन तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्म कैल्सियम के समान हैं?
उत्तर- इन तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास इस प्रकार हैं –

परमाणु संख्या इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
12 2,8,2
19 2,8,8,1
20 (कैल्सियम) 2,8,8,2
21 2,8,8,3
38 2,8, 18, 8,2

हम पाते हैं कि परमाणु संख्या 12 व 38 वाले तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास कैल्सियम से मिलते-जुलते हैं और इसलिए इनके भौतिक व रासायनिक गुणधर्म भी समान होते हैं।

प्रश्न 10. आधुनिक आवर्त सारणी एवं मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में तत्वों की व्यवस्था की तुलना कीजिए।
उत्तर-
1. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी के समय 63 ज्ञात तत्व थे परन्तु आधुनिक आवर्त सारणी में 114 ज्ञात तत्व
2. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में कुछ तत्वों के लिए स्थान खाली छोड़ दिए गए थे जो कि उस समय ज्ञात नहीं थे परन्तु अब आधुनिक आवर्त सारणी में सभी तत्व भली-भाँति व्यवस्थित हैं।
3. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में कोबाल्ट व निकल तथा टेलुरियम व आयोडीन गलत रखे गये थे, परन्तु आधुनिक आवर्त सारणी में नियमानुसार वे सही क्रम में व्यवस्थित हैं।
4. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी का आधार द्रव्यमान है .. जबकि आधुनिक आवर्त सारणी का आधार परमाणु क्रमांक है। अत: मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में तत्व परमाणु द्रव्यमानों के वृद्धि क्रम में रखे हुए हैं, जबकि आधुनिक सारणी में तत्व परमाणु क्रमांक के वृद्धि क्रम में रखे गए हैं।
5. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में 9 ऊर्ध्वाधर स्तम्भ हैं जिन्हें समूह कहते हैं, जबकि आधुनिक आवर्त सारणी में 18 ऊर्ध्वाधर स्तम्भ हैं जिन्हें समूह कहते हैं।

Haryana Board 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Questions)

बहुविकल्पीय प्रश्न (Objective Type Questions)

1. न्यूलैंड्स अष्टक सिद्धान्त कैसे तत्वों के लिए ठीक से लागू हो पाया
(a) भारी
(b) कठोर
(c) हल्के
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर- (c) हल्के।

2. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में क्षैतिज पंक्तियों को क्या कहा गया –
(a) ग्रुप
(b) आवर्त
(c) रेखीय
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर- (b) आवर्त।

3. समूह में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु आकार कैसे प्रभावित होता है –
(a) घटता है
(b) बढ़ता है
(c) समान रहता है
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर- (b) बढ़ता है।

4. मेन्डेलीफ के वर्गीकरण का आधार है
(a) परमाणु संख्या
(b) परमाणु द्रव्यमान
(c) भौतिक अवस्था
(d) धातु एवं अधातु।
उत्तर- (b) परमाणु द्रव्यमान।

5. आधुनिक आवर्त सारणी में समूहों की संख्या है –
(a) 8
(b) 18
(c) 7
(d) 17.
उत्तर- (b) 18.

6. AI(परमाणुसंख्या 13) को किस समूह में रखा गया है –
(a) तीसरे
(b) 13वें
(c) दूसरे
(d) आठवें।
उत्तर- (b) 13वें।

7. A, B और C डॉबेराइनर के त्रिक तत्व हैं। यदि A का परमाणु द्रव्यमान 7 तथा C का 39 है तो B का परमाणु द्रव्यमान होगा –
(a) 32
(b) 11
(c) 23
(d) 46.
उत्तर- (c) 23

8. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में किस तत्व को सही स्थान नहीं मिला?
(a) सोडियम
(b) पौटेशियम
(c) नीऑन
(d) हाइड्रोजन।
उत्तर- (d) हाइड्रोजन।

9. L-कोश द्वितीय आवर्त में कितने तत्व हैं?
(a) 4
(b) 8
(c) 12
(d) 16.
उत्तर- (b) 8

10. F, CI, Br, I तथा A कौन-से समूह के तत्व हैं? .
(a) 2
(b) 7
(c) 12
(d) 17.
उत्तर- (d) 17

11. निम्न में से किसमें अधिकतम अधात्विक गुण हैं ?
(a) Cl
(b) F
(c) Br
(d) I.
उत्तर- (b) E

12. एक तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2,8,8,1 है। इसके लिए कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) इसकी संयोजकता – 1 है
(b) इसकी संयोजकता + 1 है
(c) यह I A समूह में उपस्थित है
(d) यह चौथे (IV) आवर्त में आता है।
उत्तर- (c) यह IA समूह में उपस्थित है।

13. किसी कोश में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या हो सकती है –
(a) n2
(b) 2n2
(c) 5n2
(d) 4n2.
उत्तर- (b) 2n2

14. तत्वों का प्रथम आवर्ती वर्गीकरण किसने प्रस्तुत किया. था?
(a) डॉबेराइनर
(b) जे. ए. आर. न्यूलैंड्स
(c) मेन्डेलीफ
(d) लोथर मेयर।
उत्तर- (c) मेन्डेलीफ।

15. आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों के किस लक्षण पर आधारित है?
(a) संयोजकता
(b) परमाणु द्रव्यमान
(c) परमाणु आकार
(d) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास।
उत्तर- (d) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास।

16. आवर्त सारणी का दीर्घाकार रूप आधारित है
(a) परमाणु भार परं
(b) परमाणु द्रव्यमान पर
(c) परमाणु क्रमांक पर
(d) परमाणु त्रिज्या पर।
उत्तर- (c) परमाणु क्रमांक पर।

17. आधुनिक आवर्त सारणी को किसने विकसित किया था –
(a) लोथर मेयर
(b) नील बोर
(c) मेन्डेलीफ
(d) मोजले।
उत्तर- (d) मोजले।

18. मेन्डेलीफ का आवर्त नियम आधारित है
(a) संयोजकता पर
(b) परमाणु भार पर
(c) परमाणु क्रमांक पर
(d) परमाणु आयतन पर।
उत्तर- (b) परमाणु भार पर।

19. आज ज्ञात तत्त्वों की संख्या कितनी है?
(a) 56
(b) 63
(c) 114
(d) 118
उत्तर – (d) 118
20. तत्त्वों को त्रिक के रूप में किस वैज्ञानिक द्वारा व्यवस्थित किया गया?
(a) न्यूलैंड्स
(b) डॉबेराइनर
(c) मेन्डेलीफ
(d) हेनरी मोजले
उत्तर – (b) डॉबेराइनर
21. एक क्षार धातु है – 
(a) Ca
(b) Ba
(c) Na
(d) Sr
उत्तर – (c) Na
22. एक क्षार मृदा धातु है –
(a) Na
(b) K
(c) Rb
(d) Ca
उत्तर – (d) Ca
23. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्त्व एक हैलोजन है ?
(a) Br
(b) Mg
(c) Na
(d) S
उत्तर – (a) Br
24. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्त्व एक अक्रिय गैस है ?
(a) He
(b) Ne
(c) Ar
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर – (d) उपरोक्त सभी
25. अष्टक का नियम किस वैज्ञानिक ने दिया?
(a) हेनरी मोज्ले
(b) न्यूलैंड्स
(c) मेन्डेलीफ
(d) डॉबेराइनर
उत्तर – (b) न्यूलैंड्स
26. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्त्व एक क्षारीय मृदा धातु नहीं है? 
(a) Ca
(b) Ba
(c) Sr
(d) Na
उत्तर – (d) Na
27. निम्नलिखित में से कौन-सा तत्त्व एक उपधातु है ?
(a) As
(b) Ba
(c) Ca
(d) Na
उत्तर – (a) As
28. न्यूलैंड का अष्टक सिद्धांत किस तत्त्व तक लागू होता था ? 
(a) कैल्सियम
(b) पोटैशियम
(c) कॉपर
(d) आयरन
उत्तर – (a) कैल्सियम
29. प्रथम ग्रुप के तत्त्वों के ऑक्साइड की प्रकृति होगी –
(a) अम्लीय
(b) क्षारीय
(c) उभयधर्मी
(d) उदासीन
उत्तर – (b) क्षारीय
30. समस्थानिकों के कौन-से गुण आपस में समान होते हैं ? 
(a) केवल भौतिक गुण
(b) केवल रासायनिक गुण
(c) भौतिक तथा रासायनिक गुण
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर – (c) भौतिक तथा रासायनिक गुण
31. समस्थानिक भिन्न होते हैं –
(a) परमाणु क्रमांक में
(b) परमाणु द्रव्यमान में
(c) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास में
(d) रासायनिक गुणों में
उत्तर – (b) परमाणु द्रव्यमान में
32. आवर्त सारणी में ग्रुप-1 के तत्त्वों को किस सामान्य नाम से जाना जाता है ?
(a) हैलोजन
(b) क्षार मृदा धातुएँ
(c) अक्रिय गैसें
(d) क्षार धातुएँ
उत्तर – (d) क्षार धातुएँ
33. ग्रुप-1 के तत्त्वों के परमाणुओं में, संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या है-
(a) 4
(b) 2
(c) 1
(d) 3
उत्तर – (c) 1
34. ऐलुमिनियम की परमाणु संख्या 13 है। इसकी संयोजकता है –
(a) 1
(b) 2
(c) 3
(d) 4
उत्तर – (c) 3
35. ग्रुप 2 में विद्यमान तत्त्वों की संयोजकता है –
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 5
उत्तर – (a) 2
36. ग्रुप 14 के तत्त्वों (C, Si, Ge आदि) की संयोजकता है –
(a) 3
(b) 4
(c) 5
(d) 6
उत्तर – (b) 4
37. दूसरे आवर्त में सबसे बड़ा परमाणु है –
(a) Li का
(c) B का
(c) Be का
(d) C का
उत्तर – (a) Li का
38. दूसरे आवर्त में सबसे छोटा परमाणु है –
(a) N का
(b) 0 का
(c) C का
(d) B का
उत्तर – (b) O का
39. ग्रुप 1 में सबसे कम परमाणु त्रिज्या किस तत्त्व की है ?
(a) Cs
(b) Na
(c) Li
(d) K
उत्तर – (c) Li

Haryana Board 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

एक शब्द / वाक्यांश प्रश्न

प्रश्न 1. तत्वों का वर्गीकरण किस आधार पर किया गया है?
उत्तर- तत्वों के गुणों के आधार पर।

प्रश्न 2. डॉबेराइनर ने तत्वों का वर्गीकरण कब किया था?
उत्तर- सन् 1817 में।

प्रश्न 3. डॉबेराइनर के त्रिक की क्या विशेषता है?
उत्तर- इसकी विशेषता यह है कि त्रिक के मध्य तत्व का परमाणु भार अन्य दो तत्वों के परमाणु भार का लगभग माध्य है।

प्रश्न 4. अष्टक नियम की परिभाषा क्या है? 
उत्तर- जब तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु भार के आधार पर व्यवस्थित किया जाता है तो प्रत्येक आठवें तत्व के गुण पहले तत्व के गुणों के समान होते हैं।

प्रश्न 5. न्यूलैंड्स कितने द्रव्यमान तक के तत्वों का वर्गीकरण कर पाया? .
उत्तर- परमाणु द्रव्यमान 40 तक।

प्रश्न 6. मेन्डेलीफ का आवर्त नियम लिखिए।
उत्तर- तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भार के आवर्ती फलन होते हैं।

प्रश्न 7. लघु एवं दीर्घ आवर्त किसे कहते हैं? .
उत्तर- पहले तीन आवर्तों को तत्वों की संख्या कम होने के कारण लघ आवर्त कहते हैं तथा तत्वों की अधिकता के कारण चौथे से सातवें तक के आवर्तों को दीर्घ आवर्त कहते हैं।

प्रश्न 8. निष्क्रिय तत्व क्या हैं?
उत्तर- निष्क्रिय तत्व वे होते हैं जो अन्य तत्वों से संयोजित होने के लिए सक्रिय नहीं होते। ऐसे तत्व के सबसे बाहरी कोश में 8 इलेक्ट्रॉन विद्यमान होते हैं।

प्रश्न 9. समूहों के गुण लिखिए।
उत्तर-

  • परमाणु का निश्चित संख्या अन्तराल,
  • इलेक्ट्रॉनों की संरचना,
  • संयोजकता,
  • परमाणु भार,
  • धात्वीय प्रकृति,
  • रासायनिक गुण।

प्रश्न 10. आवर्त सारणी का आधुनिक रूप क्या है?
उत्तर- बोहर ने ज्ञात तत्वों को परमाणु क्रमांक के बढ़ते — क्रम में रखकर एक सारणी बनाई जिसे आवर्त सारणी का दीर्घ रूप या आधुनिक रूप कहते हैं।

प्रश्न 11. दीर्घ आवर्त सारणी का आधार क्या है?
उत्तर- परमाणु संख्या और इलेक्ट्रॉन का वितरण।

प्रश्न 12. निष्क्रिय तत्व आवर्त सारणी के किस समूह में हैं?
उत्तर- सभी निष्क्रिय तत्व आवर्त सारणी के शून्य समूह में हैं।

प्रश्न 13. दीर्घ आवर्त सारणी में क्या दोष हैं?
उत्तर- इसमें हाइड्रोजन की स्थिति निश्चित नहीं है तथा यह परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों का वितरण नियमित नहीं दिखाती।

प्रश्न 14. परमाणु का आकार कम कब होता है?
उत्तर- जब नाभिक में बढ़ा धन आवेश इलेक्ट्रॉनों को नाभिक की ओर आकृष्ट करता है तब परमाणु के आकार में कमी आती है।

प्रश्न 15. वैद्युत ऋणात्मकता से क्या तात्पर्य है?
उत्तर- किसी परमाणु के द्वारा इलेक्ट्रॉन को आकर्षित करने की प्रवृत्ति उसकी वैद्युत ऋणात्मकता कहलाती है।

प्रश्न 16. Ei, Be, B, Na को बढ़ती आयनन ऊर्जा के क्रम में व्यवस्थित करें।
उत्तर- Na <Li<B

प्रश्न 17. 
(i) समस्थानिक किसे कहते हैं?
(ii) आधुनिक आवर्त नियम लिखिए।
(iii) दो उत्कृष्ट गैसों के नाम लिखिए। 
उत्तर-
(i) वो तत्व जिनमें प्रोटॉन की संख्या समान परन्तु न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न होती है, समस्थानिक कहलाते हैं।
(ii) तत्वों के गुणधर्म उनकी परमाणु संख्या का आवर्त फलन होते हैं।
(iii) आर्गन व क्रिप्टॉन।

प्रश्न 18. Lit, Nat, K+ में किसकी आयनिक त्रिज्या सबसे कम है?.
उत्तर- Lit.

प्रश्न 19. वैद्युत ऋणात्मकता किस अवस्था में सारणी में घटती है?
उत्तर- समूह में ऊपर से नीचे जाने पर।

प्रश्न 20. आयनन ऊर्जा से क्या तात्पर्य है?
उत्तर- किसी तत्व के उदासीन गैसीय परमाणु की तटस्थ अवस्था से उसकी बाह्यतम कक्षा से इलेक्ट्रॉन अलग करने के लिए आवश्यक ऊर्जा को उस तत्व की आयनन ऊर्जा कहते हैं।

प्रश्न 21. आधुनिक आवर्त सारणी में आवर्त एवं समूहों की संख्या लिखिए। 
उत्तर- आवर्त – सात ।
समूह – अठारह

प्रश्न 22. मेन्ड्रेलीफ की आवर्त सारणी में समूहों तथा आवतों की संख्या लिखिए।
उत्तर- मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में नौ समूह तथा सात आवर्त हैं।

प्रश्न 23. उन तत्वों को बताइए जिनकी खोज मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी बनने के बाद हुई।
उत्तर- स्कैण्डियम (Sc), गैलियम (Ga) तथा जर्मेनियम (Ge) आदि ऐसे उदाहरण हैं जिन्हें आवर्त सारणी बनने के बाद खोजा गया था।

प्रश्न 24. उपधातु.क्या होती है?
उत्तर- वे तत्व जो धातुओं तथा अधातुओं दोनों के अभिलाक्षणिक गुण प्रदर्शित करते हैं, उपधातु कहलाते हैं।

प्रश्न 25. किसी आवर्त में बाईं से दाईं ओर चलने पर परमाणु आकार किस प्रकार बदलता है?
उत्तर- किसी आवर्त में बाईं ओर से दाईं ओर चलने पर परमाणु आकार घटता जाता है परन्तु आवर्त के अन्तिम तत्व का परमाणु आकार अपने से पहले तत्व से अधिक होता है।

प्रश्न 26. शून्य समूह के तत्वों के नाम लिखिए।
उत्तर- उक्ता हीलियम (He), नीऑन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kr), जीनॉन (Xe), रेडॉन (Rn)।

प्रश्न 27. न्यूलैंड्स अष्टक नियम के क्या दोष थे?
उत्तर- यह नियम केवल Ca जिसका परमाणु द्रव्यमान 40 है तक ही सीमित रहा। इसके बाद के भारी तत्व इस नियम से वर्गीकृत नहीं किये जा सके।

प्रश्न 28. किसी आवर्त और समूह में तत्वों के धात्विक गुण किस प्रकार बदलते हैं?
उत्तर- आवर्त में बाएं से दाएँ जाने पर धात्विक गुण घटता है तथा वर्ग में ऊपर से नीचे जाने पर धात्विक गुण बढ़ता है।

प्रश्न 29. किसी समूह में सबसे नीचे पाये जाने वाले तत्व में कौन-सा गुण अधिक होता है?
उतर- धात्विकता का गुण।

प्रश्न 30. संशोधित आवर्त सारणी में किन-किन आवों में उपसमूह नहीं हैं?
उतर- तेर संशोधित आवर्त सारणी के प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा सप्तम आवर्तों में उपसमूह नहीं होते हैं।

प्रश्न 31. निम्नलिखित के नाम बताइए-
(i) आवर्त सारणी के तीसरे वर्ग में स्थित कोई धातु,
(ii) हैलोजेन परिवार में स्थित कोई दो अधातु,
(ii) सर्वाधिक सक्रिय हैलोजेन।
उत्तर-
(i) ऐलुमिनियम,
(ii) क्लोरीन तथा ब्रोमीन,
(iii) फ्लु ओरीन।

प्रश्न 32. आवर्त सारणी में किसी आवर्त में बायें से दायें जाने पर निम्नलिखित में क्या परिवर्तन होता है?
(1) परमाणु आकार,
(ii) धात्विक गुण,
(iii) संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या।
उत्तर-
(i) परमाणु आकार – घटता है।
(ii) धात्विक गुण – घटता है।
(iii) संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या – बढ़ती है।

प्रश्न 33. आवर्त सारणी के दीर्घ रूप में कौन-कौन से तत्वों को रखा गया है?
उत्तर- आवर्त सारणी के तल में परमाणु संख्या 58 से 71 तक लैन्थेनॉइड तथा 90 से 103 तक ऐक्टिनॉइड के तत्वों को दो श्रेणियों में रखा गया है।

प्रश्न 34. तीन तत्वों A,B,C में से A और C के परमाणु भार 35.5 तथा 127 हैं। डॉबेराइनर के त्रिक के आधार पर B का परमाणु भार ज्ञात करो।
उत्तर-
HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण 1

प्रश्न 35. निम्नलिखित को बढ़ती आयमिक त्रिज्या के क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
Al3+,Mg2+,Na+,O2-,F
उत्तर-
Al3+ < Mg2+<Na+,F <O2-

Haryana Board 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)

प्रश्न 1. तत्वों के आवर्त वर्गीकरण के लिए परमाणु द्रव्यमान संख्या की अपेक्षा परमाणु सँख्यो को अच्छा आधार क्यों माना गया है?
उत्तर- किसी तत्व का परमाणु द्रव्यमान नाभिक के कारण है। नाभिक तत्व के केन्द्र में स्थित है तथा इसमें प्रोटॉन व न्यूट्रॉन स्थित होते हैं। वास्तव में तत्वों के गुण इलेक्ट्रॉनिक वितरण से सम्बन्धित हैं, जैसे-जैसे परमाणु संख्या बदलती है वैसे-वैसे इलेक्ट्रॉनिक वितरण भी परिवर्तित होता जाता है। इस कारण से परमाणु संख्या तत्वों के वर्गीकरण का अच्छा आधार है।

प्रश्न 2. आवर्तिता से क्या तात्पर्य है? क्या किसी एक समूह के तत्वों के गुणधर्म समान होते हैं? इस कथन की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर- आवर्तिता -किसी निश्चित समय के बाद तत्वों के गुणों की पुनरावृत्ति, आवर्तिता कहलाती है। आवर्त सारणी में तत्वों के गुणों में प्रदर्शित समता-विषमता का अध्ययनं करना आवर्ती गुण के नाम से जाना जाता है। गुण इलेक्ट्रॉन पर निर्भर करते हैं जो नाभिक के चारों ओर लगातार गति करते हैं। बाह्यतम कक्ष में समान इलेक्ट्रॉन संख्या वाले तत्व समान गुण प्रकट करते हैं। किसी भी वर्ग के सभी तत्वों के गुण समान होते हैं, जैसे-लीथियम और सोडियम के सबसे बाहरी कक्ष में एक-एक इलेक्ट्रॉन है, इसलिए इनके गुण समान हैं।

प्रश्न 3. संक्रमण तत्व किन्हें कहते हैं? इनकी विभिन्न. श्रेणियाँ बताइए।
उत्तर- आधुनिक आवर्त सारणी के s ब्लॉक तथा p-ब्लॉक के मध्य के तत्वों को संक्रमण तत्व कहते हैं। इन तत्वों में परमाणु क्रमांक वृद्धि के साथ-साथ इलेक्ट्रॉन भरे जाने का क्रम, बाह्यतम कक्ष से पहली कक्ष के d-उपक्ष से सम्बन्धित होता है। इसलिए इन्हें d- ब्लॉक तत्व कहते हैं। इसमें III-B, IV-B (4), V-B (5),VI-B (6), VII-B (7), VIII (8, 9, 10) तथा II-B आदि दस ऊर्ध्वाधर श्रेणियाँ हैं।

प्रश्न 4. मेन्डेलीफका आवर्त नियम क्या है? मेन्डेलीफ आवर्त सारणी की दो विशेषताएँ लिखिए। .
उत्तर- मेन्डेलीफ का आवर्त नियम-इस नियम के अनुसार, “तत्वों के भौतिक तथा रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं।”
मेन्डेलीफ आवर्त सारणी की दो विशेषताएँ-

  • प्रत्येक आवर्त में तत्व अपने बढ़ते परमाणु भारों के क्रम में व्यवस्थित हैं।
  • एक ही समूह के सभी तत्वों के गुणधर्म समान होते हैं।

प्रश्न 5. निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए
(i) लैन्थेनॉइड्स
(ii) ऐक्टिनॉइड्स।
उत्तर-
(i) लैन्थेनॉइड्स-परमाणु क्रमांक 58 से 71 वाले तत्वों (Ce से Lu) के गुण समान होते हैं। परमाणु क्रमांक 57 वाले तत्व लैन्थेनम (La) के बाद आते हैं, अतः इन्हें लैन्थेनॉइड्स कहा जाता है।
(ii) ऐक्टिनॉइड्स-परमाणु क्रमांक 90 से 103 वाले तत्वों (Th से Lr) के गुण समान होते हैं। ये परमाणु क्रमांक 89 वाले तत्व ऐक्टिनियम (Ac) के बाद आते हैं, अतः इन्हें ऐक्टिनॉइड्स कहा जाता है।

प्रश्न 6. नये तत्वों की खोज में मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की क्या उपयोगिता है?
उत्तर- मेन्डेलीफ ने अपनी मूल आवर्त सारणी में नये तत्वों के लिये कई खाली स्थान छोड़ दिये थे तथा इन तत्वों के गुणों के बारे में जानकारी भी दी थी। इस सारणी के ज्ञान से ही नये तत्वों को खोजने में काफी सहायता मिली। इन तत्वों की खोज के बाद पाये गये इन तत्वों के गुण मेन्डेलीफ के द्वारा बताये गये गुणों के समान ही थे। उदाहरण- स्कैण्डियम (Sc), गैलियम (Ga), जर्मेनियम (Ge), आदि की खोज काफी समय बाद हुई थी।

प्रश्न 7. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी के सामान्य लक्षण लिखिए।
उत्तर- मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी के सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं-

  1. प्रत्येक आवर्त में तत्व अपने परमाणु भारों के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित हैं।
  2. एक ही समूह के सभी तत्वों के गुणधर्म समान होते
  3. प्रत्येक आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर तत्वों की ऋण विद्युत संयोजकता कम होती है जबकि धन विद्युत संयोजकता बढ़ती जाती है।
  4. तत्वों का परमाणु भार उसका मौलिक गुण होता है।
  5. आवर्त सारणी में रिक्त स्थानों के तत्वों के गुणधर्मों को पहले ही बताया जा सकता है।

प्रश्न 8. आवर्त सारणी के चतुर्थ समूह में आयनिक त्रिज्या का क्रम स्पष्ट कीजिए तथा आयनन विभव पर इसके प्रभाव का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
उत्तर- आवर्त सारणी के चतुर्थ समूह में परमाणु क्रमांक बढ़ने के साथ समान आवेश धनायनों की आयनिक त्रिज्याओं में वृद्धि होती हैं क्योंकि तत्वों के बाह्य कोश की मुख्य क्वाण्टम संख्या में वृद्धि होती है, जैसे –

आयन C4+ Si4+ Sn4+
आयनिक त्रिज्या (Å में) 0.16 0.40 0.69

आयनन विभव का मान जितना कम होता हैं परमाणु त्रिज्या उतनी ही बड़ी होती है अर्थात् आयनन विभव के घटने पर आयनिक त्रिज्या बढ़ती है।

प्रश्न 9. आवर्त सारणी के एक ही आवर्त में परमाणु आकार किस प्रकार परिवर्तित होता है?
उत्तर- आवर्त सारणी में किसी आवर्त में बाईं ओर से दाईं ओर चलने पर तत्वों के परमाणु क्रमांक में वृद्धि के साथ-साथ तत्वों के परमाणुओं के आकार घटते हैं।

Li Be B C N O F
1.23 0.89 0.80 0.77 0.75 0.73 0.72 (Å में)

प्रश्न 10. लघु आवर्त तथा दीर्घ आवर्त से क्या तात्पर्य है? आवर्त सारणी में कितने लघु आवर्त तथा कितने दीर्घ आवर्त होते हैं।
उत्तर- लघ आवर्त जिन आवों में तत्वों की संख्या 8 होती है। उन्हें लघु आवर्त कहते हैं। दीर्घ आवर्त जिन आवर्तों में तत्वों की संख्या 8 से अधिक होती है, उन्हें दीर्घ आवर्त कहते हैं। आवर्त सारणी में प्रथम तीन आवर्त (प्रथम, द्वितीय व तृतीय) लघु आवर्त कहलाते हैं। इनमें प्रथम आवर्त में दो तत्व हैं, जबकि द्वितीय व तृतीय आवर्त में आठ-आठ तत्व हैं। आवर्त सारणी में बाद के चार आवर्त (चतुर्थ, पंचम, षष्ठम तथा सप्तम) दीर्घ आवर्त कहलाते हैं। इनमें चतुर्थ व पंचम आवों में 18-18 तत्व हैं, जबकि षष्ठम आवर्त में 32 तत्व हैं और सप्तम आवर्त अपूर्ण है।

प्रश्न 11. बेरियम (परमाणु क्रमांक 56) की आवर्त सारणी में स्थिति की विवेचना कीजिए तथा निम्नलिखित के उत्तर दीजिए
(i) यह धातु है या अधातु।
(ii) यह सीजियम से बड़ा है या छोटा।
(iii) इसकी संयोजकता क्या है?
(iv) बेरियम क्लोराइड का सूत्र लिखिए।
उत्तर- Ba (परमाणु क्रमांक 56)= 2, 8, 18, 18, 8, 2। यह छठे आवर्त तथा II A समूह में स्थित है। (∵ कोशों की – संख्या 6 है तथा संयोजी इलेक्ट्रॉन की संख्या 2 है।)

  • यह धातु है क्योंकि यह आवर्त सारणी में बाईं ओर – तथा समूह में नीचे की ओर स्थित है।
  • यह सीजियम (Cs) से छोटा होता है क्योंकि आवर्त में बाईं से दाईं ओर चलने पर परमाणु आकार घटता है। Ba तथा Cs एक ही आवर्त में स्थित हैं तथा Ba, Cs के दाईं ओर स्थित है।
  • इसमें 2 संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं। यह दो इलेक्ट्रॉनों को त्यागकर द्विसंयोजक धनायन बना सकता है।
  • बेरियम क्लोराइड का सूत्र BaCl2 है।

प्रश्न 12. आवर्त सारणी के द्वितीय आवर्त में निम्नलिखित गुणों में किस प्रकार परिवर्तन होता है? समझाइए-(i) धात्विक गुण, (ii) हाइड्रोजन से सम्बन्धित संयोजकता।
उत्तर-
(i) धात्विक गुण-एक आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर परमाणु का आकार कम होता है जबकि आयनन विभव में वृद्धि होती है अतः धनविद्युती गुण या धात्विक गुणों में कमी आती है, जैसे-द्वितीय आवर्त में Li एवं Be कार्बन से अधिक धनविद्युती हैं तथा कार्बन फ्लुओरीन की तुलना में अधिक धनविद्युती है। सामान्यतः आवर्त सारणी के निचले भाग के तत्व अधिक धात्विक तथा ऊपरी दाएँ भाग के तत्व अधिक अधात्विक होते हैं।

(ii) हाइड्रोजन से सम्बन्धित संयोजकता-हाइड्रोजन के अनुसार संयोजकता प्रथम वर्ग 1 से 4 तक बढ़ती है तथा उसके उपरान्त 4 से 1 तक घटती है।
HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण 2

प्रश्न 13. निम्नलिखित गुण एक आवर्त तथा वर्ग में किस प्रकार परिवर्तित होते हैं
(i) धात्वीयता,
(ii) परमाणु आकार या परमाणु त्रिज्या,
(iii) विद्युत ऋणात्मकता,
(iv) इलेक्ट्रॉन बन्धुता।
उत्तर-
(i) धात्वीयता-किसी आवर्त में आगे की ओर जाने पर धात्विक लक्षण क्रमशः घटता जाता है और अधात्विक लक्षण क्रमशः बढ़ता है। किसी वर्ग में नीचे की ओर जाने पर धात्विक गुण बढ़ता है तथा अधात्विक गुण घटता है।
(ii) परमाणु आकार-आवर्त में आगे की ओर जाने से परमाणु आकार (परमाणु त्रिज्या) घटता है (शून्य वर्ग को छोड़कर) तथा वर्ग में नीचे की ओर जाने से परमाणु आकार बढ़ता है।
(iii) विद्युत ऋणात्मकता-आवर्त में बाईं से दाईं ओर जाने पर विद्युत ऋणात्मकता बढ़ती है। शून्य वर्ग को छोड़कर तथा वर्ग में नीचे की ओर जाने पर इसका मान घटता है।
(iv) इलेक्ट्रॉन बन्धुता-आवर्त में आगे की ओर जाने से इलेक्ट्रॉन बन्धुता बढ़ती है तथा वर्ग में नीचे की ओर जाने पर यह घटती है।

प्रश्न 14. किसी आवर्त के तत्वों की ऋणविद्युती प्रकृति तथा हाइड्रोजन के प्रति संयोजकता में किस प्रकार परिवर्तन होता है?
उत्तर- ऋणविद्युती प्रकृति में परिवर्तन-किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ चलने पर तत्वों की ऋणविद्युती प्रकृति या विद्युत-ऋणात्मकता परमाणु क्रमांक बढ़ने के साथ-साथ क्रमशः बढ़ती है।

तत्व Li Be B C N O F
विद्युत् ऋणात्मकता 1.0 1.5 2.0 2.5 3.0 3.5 4.0

संयोजकता में परिवर्तन-किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ चलने पर हाइड्रोजन के सापेक्ष तत्वों की संयोजकताएँ क्रमशः 1 से 4 तक बढ़ती हैं। पुनः 4 से 1 तक क्रमशः घटती हैं।
HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण 3

प्रश्न 15. निम्नलिखित गुण एक आवर्त तथा वर्ग में किस प्रकार परिवर्तित होते हैं
(a) परमाणु आकार
(b) विद्युत ऋणात्मकता।
उत्तर-
(a) परमाणु आकार-आवर्त में आगे की ओर जाने से परमाणु आकार (परमाणु त्रिज्या) घटता है (शून्य वर्ग को छोड़कर) तथा वर्ग में नीचे की ओर जाने से परमाणु आकार बढ़ता है।
(b) विद्युत ऋणात्मकता-आवर्त में बाईं से दाईं ओर जाने पर विद्युत ऋणात्मकता बढ़ती है।(शून्य वर्ग को छोड़कर) तथा वर्ग में नीचे की ओर जाने पर इसका मान घटता है।

प्रश्न 16. यह कैसे सत्यापित किया जा सकता है कि आधुनिक आवर्त सारणी विभिन्न तत्वों के परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है?
अथवा
किसी तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8,4 है :
(a) आधुनिक आवर्त सारणी में इस तत्व की समूह संख्या और आवर्त संख्या लिखिए।
(b) इस तत्व का नाम और इसका एक भौतिक गुणधर्म लिखिए। 
उत्तर- आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु क्रमांक के आधार पर रखा है जिसमें विभिन्न तत्वों के परमाणु जिनके बाहरी कोष की संख्या समान है, उन्हें एक ही आवर्त में रखा गया है तथा जिनके अंतिम कोष में इलेक्ट्रॉन संख्या समान है, उन्हें एक ही समूह में रखा गया हैं अतः आधुनिक आवर्त सारणी विभिन्न तत्वों के परमाणु के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है।
अथवा
(a) आधुनिक आवर्त सारणी में इस तत्व को समूह (ग्रुप) 14 तथा 3 आवर्त में रखा गया है।
(b) यह तत्व सिलिकॉन है। यह एक उपधातु है।

प्रश्न 17. तत्वों के समूह की संयोजकता के आधार पर, प्रत्येक के लिए कारण सहित पुष्टि करते हुए, नीचे दिए गए यौगिकों के आण्विक-सूत्र लिखिए।
(i) समूह (ग्रुप) 1 के तत्वों का ऑक्साइड
(ii) समूह 13 के तत्वों का हैलाइड
(iii) समूह 2 के तत्व A और समूह 17 के तत्व B के संयोजन से बने यौगिक।
उत्तर-
(i) समूह 1 के तत्वों के अंतिम कोष में एक इलेक्ट्रॉन है। अत: इनकी संयोजकता एक है। इसलिए M2O ऑक्साइड बनायेंगे।

(ii) समूह 13 के तत्वों की संयोजकता 3 है क्योंकि अंतिम कोष में 3 इलेक्ट्रॉन है। अतः ये M2O3, प्रकार के हैलाइड बनायेंगे।

(iii) समूह 2 के तत्व A की संयोजकता 2 है तथा समूह 17 के तत्व B की संयोजकता 1 है। अतः इनके संयोग से बना तत्व AB2, होगा।

प्रश्न 18. उस तत्व X का नाम, प्रतीक और इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए जिसकी परमाणु संख्या 11 है।
अथवा
क्या नीचे दिए गए तत्वों के समूह डॉबेराइनर के प्रिक के रूप में वर्गीकृत किए जा सकते हैं?
(a) Na, Si, CI
(b) Be, Mg, Ca : इन तत्वों के परमाणु द्रव्यमान इस प्रकार हैं –
Be-9,Na-23, Mg-24, Si-28, CI-35, Ca-40 प्रत्येक प्रकरण में अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए। (CBSE 2019)
उत्तर- यह सोडियम तत्व है जिसका प्रतीक Na है तथा इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 1 है।।
अथवा
(a) नहीं, क्योंकि इन तत्वों के गुण अलग-अलग हैं। हालांकि S1, का परमाणु द्रव्यमान Be और Ca के औसत द्रव्यमान के बराबर है।
(b) हाँ, क्योंकि इनके गुण समान है तथा Mg (मैग्नीशियम) का द्रव्यमान Be तथा Ca का औसत द्रव्यमान है।

प्रश्न 19. आधुनिक आवर्त सारणी में आवर्तों और समूहों की संख्या लिखिए।
(i) किसी आवर्त में बायीं ओर से दायीं ओर जाने पर, तथा
(ii) किसी समूह में ऊपर से नीचे जाने पर तत्वों के धात्विक अभिलक्षणों में किस प्रकार परिवर्तन होता है? अपने उत्तर की कारण सहित पुष्टि कीजिए। (CBSE 2017)
उत्तर- आधुनिक आवर्त सारणी में 7 आवर्त और 18 समूह होते हैं।
(i) आवर्त में बाईं से दाईं ओर जाने पर संयोजकता कोश के इलेक्ट्रॉनों पर कार्य करने वाला प्रभावी नाभिकीय आवेश बढ़ता जाता है जिससे तत्वों की इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रवृत्ति घटती जाती है।

Mg Al Si P S Cl
2,8,2 2,8,3 2,8,4 2,8,5 2, 8,6 2,8,7

(ii) समूह में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर संयोजी इलेक्ट्रॉनों पर कार्य करने वाला प्रभावी नाभिकीय आवेश घटता जाता है, क्योंकि सबसे बाहरी इलेक्ट्रॉन नाभिक से दूर होते हैं। इसलिए यह इलेक्ट्रॉन सुगमतापूर्वक निकल जाते हैं। अतः धात्विक अभिलक्षण आवर्त में बायीं से दायीं ओर घटता जाता है और समूह में ऊपर से नीचे जाने पर बढ़ता जाता है।
Li(2,1)
Na (2,8, 1)

प्रश्न 20. Na, Mg और AI आधुनिक आवर्त सारणी के तीसरे आवर्त के तत्व हैं जिनकी समूह संख्या क्रमशः 1, 2 और 13 है। इनमें से किस तत्व की
(a) संयोजकता अधिकतम,
(b) परमाणु त्रिज्या अधिकतम, तथा
(c) रासायनिक अभिक्रियाशीलता अधिकतम है? प्रत्येक के लिए अपने उत्तर की कारण सहित पुष्टि कीजिए। (CBSE 2017)
उत्तर-
Na-2,8,1
Mg – 2, 8,2
Al-2, 8,3
(a) अधिकतम संयोजकता Al की होगी, क्योंकि इसके बाहरी कोश में 3 इलेक्ट्रॉन होते हैं। अत: यह तीन इलेक्ट्रॉन त्याग सकता है।
(b) Na की परमाणु त्रिज्या अधिकतम होगी, क्योंकि आवर्त में बायीं से दायीं ओर जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती हैं क्योंकि संयोजी इलेक्ट्रॉनों का नाभिकीय आवेश बढ़ जाता है, जिससे तत्वों का आकार घटता जाता है।
(c) रासायनिक अभिक्रियाशीलता Na की अधिकतम होती है, क्योंकि इसके बाहरी कोश में एक इलेक्ट्रॉन होता है
और वह इसका आसानी से त्याग कर सकता है। आवर्त में बायें से दाईं ओर जाने पर तत्वों की क्रियाशीलता में वृद्धि होती है।

प्रश्न 21. दीर्घाकार आवर्त सारणी की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर- दीर्घाकार आवर्त सारणी की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं

  • इस आवर्त सारणी में 7 आवर्त तथा 18 वर्ग हैं।
  • इसमें धातु तथा अधातु तत्वों को अलग-अलग स्थान पर रखा गया है।
  • अक्रिय गैस तत्वों को आंवर्त सारणी के दाईं ओर शून्य वर्ग में रखा गया है।
  • A तथा B उपवर्गों को अलग-अलग कर दिया गया है।
  • लैन्थेनॉइड तथा ऐक्टिनॉइड तत्वों को आवर्त सारणी के बाहर स्थान दिया गया है।

प्रश्न 22. आवर्त सारणी के द्वितीय आवर्त में तत्वों के निम्नलिखित गुणों में किस प्रकार परिवर्तन होता है
(i) धात्विक गुण
(ii) आयनन विभव।
उत्तर-
(i) धात्विक गुण-एक आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर परमाणु का आकार कम होता है जबकि आयनन विभव में वृद्धि होती है। अतः धनविद्युती या धात्विक गुणों में कमी आती है, जैसे-द्वितीय आवर्त में Li तथा Be कार्बन से अधिक धनविद्युती हैं तथा कार्बन फ्लुओरीन की तुलना में अधिक धनविद्युती है।
(ii) आयनन विभव-द्वितीय आवर्त के तत्वों का आयनन विभव कम होता है, परन्तु वर्ग IA के तत्वों के आयनन विभव से अधिक होता है। द्वितीय आवर्त में बाएँ से दाएँ चलने पर आयनन विभव बढ़ता जाता है।

प्रश्न 23. तत्व X का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास है-

K L M
2 8 6.

(i) आवर्त सारणी में तत्व X की वर्ग संख्या क्या है?
(ii) आवर्त सारणी में तत्व की आवर्त संख्या क्या है?
(iii) X के परमाणु में संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्या है?
(iv) X की संयोजकता क्या है?
(v) क्या यह धातु है या अधातु?
उत्तर-
(i) तत्व X में 6 संयोजकता इलेक्ट्रॉन हैं इसलिए आवर्त सारणी में तत्व X की वर्ग संख्या 6 + 10 = 16 है।
(ii) तत्व X में उनके परमाणु में 3 इलेक्ट्रॉन कोश (K, L और M) हैं। इसलिए तत्व X की आवर्त संख्या 3 है अर्थात् यह आवर्त सारणी के तीसरे आवर्त का तत्व है।
(iii) तत्व X में 6 संयोजकता इलेक्ट्रॉन हैं।
(iv) तत्व X में 6 संयोजकता इलेक्ट्रॉन हैं इसलिए इसे अपना अष्टक पूरा करने तथा स्थायी होने के लिए 2 इलेक्ट्रॉनों की आवश्यकता है। अतः तत्व की संयोजकता 2 हैं।
(v) वर्ग 16 के तत्व अधातु हैं इसलिए X अधातु है।

प्रश्न 24. दो तत्व A तथा B आधुनिक आवर्त सारणी के तीसरे आवर्त में क्रमशः समूह 2 और 13 में स्थित है। तालिका के रूप में, इन दोनों तत्वों की नीचे दी गई विशेषताओं की तुलना कीजिए। 
(a) इनके परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की संख्या
(b) इनके परमाणुओं के आकार
(c) इलेक्ट्रॉनों को त्यागने की प्रवृत्ति
(d) इनके ऑक्साइडों के सूत्र
(e) इनके धात्विक लक्षण
(f) इनके क्लोराइडों के सूत्र
उत्तर-
(a) इनमें से A है Mg B = AI इलेक्ट्रॉनों की व्या A में 12 है। इलेक्ट्रॉनों की या B में 13 है।
(b) Mg के परमाणु का आकार AI के परमाणु से बड़ा होगा।
(c) Mg= 2, 8,2 यह दो इलेक्ट्रॉनों का त्याग करेगा।
(d) Al= 2, 8,3 यह 3 इलेक्ट्रॉनों का त्याग करता है।
Mg की इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रवृत्ति अधिक होती है। इनके ऑक्साइड सूत्र हैं –
Mgo – मैग्नीशियम ऑक्साइड
Al2O3 – ऐल्युमीनियम ऑक्साइड
(e) Mg का धात्विक लक्षण AI से ज्यादा होता है, क्योंकि यह 2 इलेक्ट्रॉनों का त्याग आसानी से करता है। .
(f) इनके क्लोराइडों के सूत्र MgCl2, AlCl2.

प्रश्न 25. दो तत्त्व ‘P’ और ‘Q’ आधुनिक आवर्त सारणी के एक ही आवर्त के क्रमश: समूह-1 और समूह-2 के सदस्य हैं। इनके निम्नलिखित लक्षणों/गुणधर्मों की तालिका के रूप में तुलना कीजिए : 
(a) इनके परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की संख्या
(b) इनके परमाणुओं का साइज़
(c) इनकी धात्विक प्रवृत्ति
(d) इनकी इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रवृत्ति
(e) इनके ऑक्साइडों के सूत्र ए
(f) इनके क्लोराइडों के सूत्र।
उत्तर-
(a)

समूह-1 समूह-2
समूह-1 के तत्वों में सह संयोजी कोश में एक इलेक्ट्रॉन उपस्थित होता है। समूह – 2 के तत्वों के सह संयोजी कोश में 2 इलेक्ट्रॉन उपस्थित होता है।

(b) परमाणु का साइज-समूह एक के तत्वों के परमाणु गों का आकार समूह दो के तत्वों की तुलना में बड़ा होता है।
(c) धात्विक प्रकृति-दोनों समूह के तत्व धातु होते हैं। समूह एक के तत्वों का धात्विक गुण समूह 2 के तत्वों की तुलना में अधिक होता है। ..
(d) इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रकृति-समूह एक के तत्वों की इलैक्ट्रॉन त्यागने की प्रकृति समूह दो की तुलना में अधिक होती है।

(e) ऑक्साइडों के सूत्र-समूह-1- P2O
समूह-2-QO
(f) समूह-1 -PCl
समूह-2-QCl

प्रश्न 26. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी का सिद्धान्त लिखिए। इसकी एक उपलब्धि व दो कमियाँ लिखें।
उत्तर- मेन्डेलीफ़ की आवर्त सारणी का सिद्धान्ततत्वों के गुणधर्म उनके परमाणु द्रव्यमान के आवर्ती फलन होते हैं। उपलब्धि-मेन्डेलीफ के आवर्त नियम में उस समय तक न खोजे गये तत्वों, जैसे-गैलियम (Ga), स्कैण्डियम (Sc), और जर्मेनियम (Ge), के लिये आवर्त सारणी में रिक्त स्थान छोड़ दिये व उनके गुणों के बारे में भी बताया था, जो बाद में सही सिद्ध हुये।

कमियाँ-

  1. मेन्डेलीफ ने हाइड्रोजन की सही स्थिति के बारे में नहीं बताया।
  2. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में अक्रिय गैसों की स्थिति स्पष्ट नहीं थी।

प्रश्न 27. आवर्त सारणी के द्वितीय आवर्त में निम्नलिखित गुणों में क्या परिवर्तन होता है.
(i) धनविद्युती गुण
(ii) ऑक्साइडों की प्रकृति।
उत्तर-
(i) धनविद्युती गुण-द्वितीय आवर्त में बाएँ से दाएँ चलने पर क्षार धातु (Li) से हैलोजेन फ्लु ओरीन (F) तक तत्वों का धनविद्युती लक्षण या विद्युत्-धनात्मक गुण क्रमशः घटता है। .
(ii) ऑक्साइडों की प्रकृति-द्वितीय आवर्त में बाएँ से दाएँ चलने पर तत्वों के ऑक्साइडों का क्षारीय गुण क्रमशः घटता है।
HBSE 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण 7

प्रश्न 28. पहले समूह के किन्हीं दो तत्वों के नाम और उनके इलेक्ट्रॉन-विन्यास लिखिए। इन इलेक्ट्रॉन-विन्यासों में आपको क्या समानता दिखाई देती है? इन तत्वों में से किसी एक तत्व के ऑक्साइड का सूत्र लिखिए। 
उत्तर- वह दो तत्व जो पहले समूह में आते हैं, वह हैं, Li और Na
Li लीथियम 2,1 Na
सोडियम 2,8,1
इन दोनों के संयोजी कोश में सिर्फ एक ही इलेक्ट्रॉन है। सोडियम के ऑक्साइड का सूत्र है

प्रश्न 29. आधुनिक आवर्त सारणी में आठ तत्वों की स्थितियाँ नीचे दिए अनुसार हैं। यहाँ तत्वों की परमाणु संख्या कोष्ठक में दर्शायी गयी है।

(i) Ca का इलेक्ट्रॉन विन्यास लिखें।
(ii) Rb में संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या का अनुमान लगाइए।
(iii) Sr में कोशों की संख्या क्या है?
(iv) अनुमान लगाइए कि K धातु है अथवा अधातु।
(v) इन तत्वों में किसका आकार सबसे बड़ा है?
(vi) Be,Ca,Mg और Rb को इनके परमाणु के साइज के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उत्तर-
(i) Ca का इलेक्ट्रॉन विन्यास है. K L M N 28.8 2
(ii) Rb में संयोजी इलेक्ट्रॉन की संख्या = 1
(iii) Sr में कोशों की संख्या = 5
(iv) K धातु है, क्योंकि यह अपने बाहरी कोश में से एक इलेक्ट्रॉन का त्याग करता है।
(v) इन तत्वों में से Rb का आकार सबसे बड़ा है।
(vi) Be

प्रश्न 30. कोई तत्व ‘X’ आधुनिक आवर्त सारणी के आवर्त 3 तथा समूह 13 में स्थित है।
(a) ‘X’ में संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या तथा इसकी संयोजकता निर्धारित कीजिए।
(b) ‘x’ की तत्व ‘Y’ (परमाणु संख्या = 8) से अभिक्रिया द्वारा बने यौगिक का अणुसूत्र लिखिए।
(c) ‘X’ की क्लोरीन (CI) से अभिक्रिया द्वारा बने यौगिक का नाम और सूत्र लिखिए। (Cbse 2016)
उत्तर-
(a) X= 13, 2, 8,3
संयोजकता इलेक्ट्रॉन तथा संयोजकता = 3
(b)Y=8, 2, 6 संयोजकता = 2.
X2Y3
(c) XCl3

प्रश्न 31. कोई तत्व P (परमाणु संख्या 20) किसी अन्य तत्व Q (परमाणु संख्या 17) से अभिक्रिया करके कोई यौगिक बनाता है। नीचे दिए गए प्रश्नों का कारण सहित उत्तर दीजिए : आधुनिक आवर्त सारणी में P और की स्थितियाँ, तथा P और Q की अभिक्रिया द्वारा बने यौगिक का अणु सूत्र लिखिए। 
उत्तर-
P परमाणु संख्या 20
P=2,8,8,2
P की स्थिति : समूह ऊर्ध्व स्तंभ-2
क्षैतिज पंक्ति -4
Q की स्थिति-परमाणु संख्या 17
Q=2,8,7
ऊर्ध्व स्तंभ-7
क्षैतिज पंक्ति-3

प्रश्न 32. आधुनिक आवर्त सारणी के ऊर्ध्व स्तम्भों और क्षैतिज पंक्तियों के नाम लिखिए। किसी ऊर्ध्व स्तम्भ में ऊपर से नीचे जाने पर तत्वों के धात्विक अभिलक्षण में क्या परिवर्तन होता है? किसी क्षैतिज पंक्ति में बायीं ओर से दायीं ओर जाने पर परमाणु त्रिज्या के साइज में क्या परिवर्तन होता है? उपर्युक्त दोनों प्रकरणों के उत्तरों के पक्ष में कारण दीजिए।
उत्तर- आधुनिक आवर्त सारणी में 18 ऊर्ध्व स्तंभ हैं, जिन्हें समूह कहा जाता है तथा 7 क्षैतिज पंक्तियाँ हैं, जिन्हें आवर्त कहते हैं। किसी ऊर्ध्व स्तम्भ में ऊपर से नीचे जाने पर धात्विक अभिलक्षण में वृद्धि होती हैं क्योंकि तत्वों में कोशों की सख्या बढ़ती है जिससे नाभिक और संयोजी इलेक्ट्रॉन के बीच आकर्षण कम हो जाता है जिससे तत्व आसानी से इलेक्ट्रॉन त्याग कर देते हैं।

आवर्त में बायीं से दायीं ओर जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती है क्योंकि आवर्त में बायीं ओर से दायीं ओर जाने पर कोशों की संख्या समान रहती है। जिससे प्रभावी नाभिकीय आवेश का मान बढ़ता जाता है। नाभिकीय आवेश बढ़ने से तत्व का नाभिक इलेक्ट्रॉन को अपनी ओर अधिक आकर्षण बल से खींचता है। अतः तत्वों का आकार घटता जाता है।

प्रश्न 33. आधुनिक आवर्त सारणी के संदर्भ में तत्वों के गुणधर्म में आवर्तिता क्या है? समान समूह के सभी तत्वों के गुणधर्म समान क्यों होते हैं? किसी आवर्त में बायीं ओर से दायीं ओर जाने पर तत्वों की इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रवृत्ति में क्या परिवर्तन होता है? इस परिवर्तन का कारण लिखिए। 
उत्तर- आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार, तत्वों को उनके परमाणु क्रमांक के बढ़ते हुए क्रम में क्षैतिज पंक्तियों में व्यवस्थित करने पर नियमित अन्तर में गुणों की पुनरावृत्ति होती है, इसे गुणों में आवर्तिता कहते हैं। समान समूह के सभी तत्वों के गुणधर्म समान होते हैं, क्योंकि इनके बाहरी कोश में समान इलेक्ट्रॉन होते हैं।
किसी आवर्त में बार्थी ओर से दायीं ओर जाने पर तत्वों के इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रवृत्ति बढ़ती जाती है। क्योंकि आवर्त में बायीं से दायीं ओर जाने पर संयोजकता कोश के इलेक्ट्रॉनों पर कार्य करने वाला प्रभावी नाभिकीय आवेश बढ़ता जाता है।

Haryana Board 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

निबन्धात्मक प्रश्न [Essay Type Questions]

प्रश्न 1. डॉबेराइनर त्रिक क्या होते हैं? उनका आधार क्या है ? तीन उदाहरण दें। इनकी मुख्य कमियाँ क्या थीं? 
उत्तर – (a) डॉबेराइनर त्रिक- त्रिक तीन तत्त्वों का एक समूह होता है, जिनके गुण आपस में मिलते-जुलते होते हैं l
(b) त्रिक बनाने का आधार – जब त्रिक के तीनों तत्त्वों को बढ़ते हुए परमाणु द्रव्यमान के अनुसार लिखा जाता है तो बीच (मध्य) वाले तत्त्व का परमाणु द्रव्यमान शेष दो तत्त्वों के परमाणु द्रव्यमान का लगभग औसत होता है।
(c) उदाहरण –
   ब्रोमीन का परमाणु द्रव्यमान लगभग 81 (79.9) है।
(d) कमियाँ – डॉबेराइनर त्रिक में मुख्य कमी यह थी कि वह उस समय ज्ञात 30 तत्त्वों में से केवल 3 त्रिक ही बना सका । भविष्य में खोजे गए तत्त्वों पर यह सिद्धांत लागू नहीं हो पाया।
प्रश्न 2. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी और आधुनिक आवर्त सारणी में अन्तर स्पष्ट करो ।
उत्तर. – मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी और आधुनिक आवर्त सारणी में अंतर –
मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी आधुनिक आवर्त सारणी
1. इस सारणी में तत्त्वों के वर्गीकरण का आधार परमाणु द्रव्यमान है । 1. इस आवर्त सारणी में तत्त्वों के वर्गीकरण का आधार परमाणु क्रमांक है ।
2. इस सारणी में आठ उर्ध्वाधर वर्ग या समूह हैं, जिनमें सातवें वर्ग तक प्रत्येक के दो उपवर्ग बनाए गए हैं । 2. इसमें कुल 18 उर्ध्वाधर स्तंभ हैं ।
3. एक वर्ग को A और B उप-वर्ग में बांटा गया है । 3. इसमें सभी वर्ग अलग-अलग ही हैं ।
4. इसमें संक्रमण तत्त्व अन्य तत्त्वों के साथ व्यवस्थित किए गए हैं । 4. इसमें संक्रमण तत्त्वों को एक ही स्थान पर रखा गया है l
5. इस सारणी में लेंथेनाइड व एकटीनाइड को अलग-अलग स्थान नहीं दिया गया था । 5. इस सारणी में इन्हें अलग-अलग स्थान दिया गया है ।
प्रश्न 3. आधुनिक आवर्त सारणी के मुख्य अभिलक्षणों पर चर्चा करें तथा विभिन्न तत्त्वों के गुणों के बदलाव पर वार्ता करें ।
अथवा
आधुनिक आवर्त सारणी में धात्विक एवं अधात्विक गुणधर्म समूह तथा आवर्त में कैसे परिवर्तित होते हैं और क्यों ?
उत्तर-  आधुनिक आवर्त सारणी के मुख्य अभिलक्षण –
(i) तत्त्वों को उनकी परमाणु संख्या के आधार पर वर्गीकृत किया गया । आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार “तत्त्वों के गुण उनकी परमाणु-संख्या के आवर्त-फलन होते हैं।”
(ii) आधुनिक आवर्त सारणी में 18 ग्रुप हैं तथा 7 आवर्त हैं।
(iii) एक ही ग्रुप में रखे सभी तत्त्वों के गुण समान होते हैं, क्योंकि उनके संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान होती है ।
(iv) विभिन्न तत्त्वों के परमाणु जिनमें इलेक्ट्रॉन कक्षों की संख्या समान है उन्हें एक ही आवर्त में रखा जाता है।
(v) आवर्त सारणी में किसी तत्त्व की स्थिति उसकी रासायनिक क्रियाशीलता को दर्शाती है। संयोजी इलेक्ट्रॉन तत्त्व द्वारा बनने वाले आबंध के प्रकार और उनकी संख्या के विषय में जानकारी देते हैं ।
आधुनिक आवर्त सारणी में तत्त्वों के अभिलक्षणों में परिवर्तन –
(i) संयोजकता – किसी तत्त्व की संयोजकता उस तत्त्व के परमाणु के बाह्यतम (संयोजी) कोश में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या पर निर्भर करती है ।
(ii) परमाणु आकार/त्रिज्या – यह किसी तत्त्व के परमाणु की त्रिज्या होती है । इसे उस तत्त्व के परमाणु के नाभिक के केंद्र से बाह्यतम कोश की दूरी के रूप में लिया जाता है।
(a) किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर परमाणु का आकार कम होता जाता है ।
(b) किसी ग्रुप में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर परमाणु का आकार बढ़ता चला जाता है ।
(iii) धात्विक तथा अधात्विक अभिलक्षण –
(a) किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर धात्विक लक्षण कम होता चला जाता है तथा अधात्विक लक्षण बढ़ता चला जाता है।
(b) किसी ग्रुप में ऊपर से नीचे जाने पर धात्विक लक्षण बढ़ता चला जाता है जबकि अधात्विक लक्षण कम होता जाता है ।
(iv) विद्युत ऋणात्मकता व विद्युत धनात्मकता –
(a) किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर विद्युत ऋणात्मकता बढ़ती है तथा विद्युत धनात्मकता कम होती चली जाती है l
(b) किसी ग्रुप में ऊपर से नीचे जाने पर विद्युत धनात्मकता बढ़ती जाती है तथा विद्युत ऋणात्मकता कम होती चली जाती है।
प्रश्न 4. आवर्त सारणी के प्रथम 20 तत्त्वों की संयोजकता ज्ञात करें ।
उत्तर –

Haryana Board 10th Class Science Important Questions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

महत्त्वपूर्ण प्रायोगिक क्रियाकलाप

क्रियाकलाप 1.
◆ क्षार धातुओं एवं हैलोजन कुल की समानता को ध्यान में रखते हुए हाइड्रोजन को मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में उचित स्थान पर रखिए ।
◆ हाइड्रोजन को किस समूह एवं आवर्त में रखना चाहिए ?
परिचर्चा –
(a) (i) हाइड्रोजन परमाणु के संयोजी कक्ष में क्षार धातुओं (Li, Na, K आदि) के समान 1 इलेक्ट्रॉन होता है।
(ii) हाइड्रोजन क्षार धातुओं के समान धनात्मक आवेशित H+ आयन बनाता है।
(iii) क्षार धातुओं के समान इसकी प्रकृति विद्युत धनात्मक है।
(iv) लेकिन कक्ष ताप पर यह एक गैस है और यह गैसीय अवस्था में धातुओं के समान व्यवहार नहीं करती।
(b) (i)हैलोजन (F, Cl, Br आदि) के समान इसे अपना संयोजी कक्ष पूरा करने के लिए केवल 1 इलेक्ट्रॉन की आवश्यकता है।
(ii) यह अपने अकेले इलेक्ट्रॉन की साँझेदारी से अनेकों कार्बनिक यौगिक बनाता है ।
(iii) हैलोजन के समान यह अनेकों सहसंयोजी यौगिक बनाता है ।
(iv) लेकिन (हैलोजन के समान ) यह एक विद्युत ऋणात्मक तत्त्व नहीं है ।
उपरोक्त तुलना से यह स्पष्ट है कि हाइड्रोजन के कुछ गुण तो क्षार धातुओं से मिलते-जुलते हैं तथा अन्य गुण हैलोजन के साथ मिलते-जुलते हैं। लेकिन जब उच्च दाब पर इसे द्रव में परिवर्तित किया जाता है तो यह अच्छी प्रकार से एक धातु की तरह व्यवहार करती है जैसा कि क्षार धातुएँ । इसलिए इसे ग्रुप 1 में क्षार धातुओं के साथ रखना ही उचित है न कि हैलोजन के साथ |
क्रियाकलाप 2.
◆ क्लोरीन के समस्थानिक C1-35 तथा C1-37 पर विचार कीजिए ।
◆ उनके परमाणु द्रव्यमान भिन्न भिन्न होने के कारण क्या आप उन्हें अलग-अलग रखेंगे? या रासायनिक गुणधर्म समान होने के कारण क्या आप दोनों को एक ही स्थान पर रखेंगे?
परिचर्चा –
(i) नहीं, C1-35 तथा C1-37 को अलग-अलग नहीं रखा जा सकता है, क्योंकि इनकी परमाणु-संख्या, इलेक्ट्रॉनिक विन्यास तथा रासायनिक गुण भी समान हैं।
(ii) इन्हें एक ही स्थान पर रखा जाएगा, क्योंकि इन दोनों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 7 है। दोनों के बाह्यतम संयोजी कक्ष में 7 इलेक्ट्रॉन हैं तथा उनके रासायनिक गुण भी समान हैं ।
क्रियाकलाप 3.
◆ आधुनिक आवर्त सारणी में कोबाल्ट एवं निकैल के स्थान कैसे निर्धारित किए गए हैं?
◆ आधुनिक आवर्त सारणी में विभिन्न तत्त्वों के समस्थानिकों का स्थान कैसे सुनिश्चित किया गया है?
◆ क्या 1.5 परमाणु संख्या वाले किसी तत्त्व को हाइड्रोजन एवं हीलियम के मध्य रखा जा सकता है?
◆ आपके अनुसार आधुनिक आवर्त सारणी में हाइड्रोजन को कहाँ रखना चाहिए?
परिचर्चा –
(i) कोबाल्ट की परमाणु-संख्या 27 (द्रव्यमान 58.9) को ग्रुप संख्या 9 तथा निकेल की परमाणु संख्या 28 (द्रव्यमान 58.7 ) को आवर्त सारणी के ग्रुप 10 में रखा गया है। आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार “तत्त्वों के गुण उनके परमाणु-संख्या के आवर्त – फलन होते हैं” ( न कि परमाणु द्रव्यमान पर ) ।
(ii) समस्थानिकों को एक ही स्थान पर रखा जाता है, न कि अलग-अलग स्थान पर ।
(iii) नहीं, यह संभव नहीं है कि किसी तत्त्व की परमाणु संख्या 1.5 हो क्योंकि परमाणु संख्या पूर्ण संख्या होती है यह कोई आंशिक संख्या नहीं हो सकती है ।
(iv) हाइड्रोजन कक्ष ताप पर एक गैस होती है । इसे एक विशेष स्थान दिया जाना चाहिए, अन्यथा इसके शेष गुण ग्रुप 1 के तत्त्व क्षार धातुओं ( से मिलते-जुलते हैं) के समान हैं।
क्रियाकलाप 4.
◆ आधुनिक आवर्त सारणी के समूह 1 में उपस्थित तत्त्वों के नाम बताइए।
◆ समूह 1 के पहले तीन तत्त्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए |
◆ इन तत्त्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यासों में क्या समानता है ?
◆ इन तीनों तत्त्वों में कितने संयोजकता इलेक्ट्रॉन हैं ?
परिचर्चा –
(i) ग्रुप 1 में विद्यमान तत्त्व हैं –
लीथियम         Li
सोडियम         Na
पोटैशियम       K
रुबिडियम       Rb
सिजियम         Cs
फ्रेंसियम          Fr
(ii) प्रथम तीन तत्त्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास –
3Li               2, 1
11Na           2, 8, 1
19K              2, 8, 8, 1
(iii) इन सभी के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास समान हैं, सभी में 1 संयोजी इलेक्ट्रॉन है ।
(iv) सभी में 1 संयोजी इलेक्ट्रॉन विद्यमान है ।
क्रियाकलाप 5.
◆ यदि आप आवर्त सारणी के दीर्घ रूप को देखें तो आपको पता चलेगा कि Li, Be, B, C, N, O, F तथा Ne दूसरे आवर्त के तत्त्व हैं। इनका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए ।
◆ क्या इन सभी तत्त्वों में भी संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान है ?
◆ क्या इनके कोशों की संख्या समान है ?
परिचर्चा –
(i)
तत्त्व Li Be B C N O F Ne
परमाणु संख्या 3 4 5 6 7 8 9 10
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 1 2, 2 2, 3 2, 4 2, 5 2, 6 2, 7 2, 8
(ii) नहीं, सभी तत्त्वों के संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान नहीं है l
(iii) हाँ, उनमें इलेक्ट्रॉन कक्षों की संख्या समान है, केवल दो ।
क्रियाकलाप 6.
◆ दूसरे आवर्त के तत्त्वों की परमाणु त्रिज्याएँ नीचे दी गई हैं –
दूसरे आवर्त के तत्त्व B Be O N Li C
परमाणु त्रिज्या (pm) 88 111 66 74 152 77
◆ इन्हें परमाणु त्रिज्या के अवरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए ।
◆ क्या ये तत्त्व अब आवर्त सारणी में आवर्त की तरह व्यवस्थित हैं?
◆ किस तत्त्व का परमाणु सबसे बड़ा है एवं किसका सबसे छोटा है ?
◆ आवर्त में बाईं से दाईं ओर जाने पर परमाणु त्रिज्या किस प्रकार बदलती है ?
परिचर्चा –
(i) परमाणु आकार / त्रिज्या का अवरोही क्रम –
Li Be B C N O
152 111 88 77 74 66
(ii) हाँ, तत्त्व उसी प्रकार व्यवस्थित हैं जिस प्रकार आवर्त सारणी में ।
(iii) लीथियम का परमाणु आकार सबसे बड़ा तथा ऑक्सीजन का परमाणु आकार सबसे छोटा है।
(iv) जैसे हम आवर्त में बाईं से दाईं ओर जाते हैं, परमाणु आकार छोटा होता चला जाता है।
क्रियाकलाप 7. 
◆ प्रथम समूह के तत्त्वों की परमाणु त्रिज्या में परिवर्तन का अध्ययन कीजिए तथा उन्हें आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए ।
प्रथम समूह के तत्त्व Na Li Rb Cs K
परमाणु त्रिज्या (pm) 86 152 244 262 231
◆ किस तत्त्व का परमाणु सबसे छोटा तथा किसका सबसे बड़ा है ?
◆ समूह में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु साइज़ में कैसा परिवर्तन होगा?
परिचर्चा –
(i) परमाणु त्रिज्या का आरोही क्रम –
Na Li K Rb Cs
86 152 231 244 262
(ii) सोडियम (Na) का परमाणु आकार सबसे छोटा है तथा सीज़ियम (Cs) का परमाणु आकार सबसे बड़ा है l
(iii) जैसे-जैसे हम किसी ग्रुप में ऊपर से नीचे जाते हैं, इलेक्ट्रॉन कक्षों की संख्या बढ़ने के कारण उसके आकार में वृद्धि हो जाती है ।

Haryana Board 10th Class Science Notes Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

→ कुल तत्व (Total Elements) सन् 1800 तक केवल 30 तत्वों का पता चला था। आज इनकी कुल संख्या 114 है। । सबसे पहले ज्ञात तत्वों को धातु और अधातु में वर्गीकृत किया गया।

→ डॉबेराइनर के त्रिक (Dobereiner’s Triads)-सन् 1817 में जर्मन रसायनज्ञ, वुल्फगांग डॉबेराइनर ने समान गुणधर्मों । वाले तत्वों को समूहों में व्यवस्थित करने का प्रयास किया। उन्होंने तीन-तीन तत्वों वाले कुछ समूहों को चुना एवं उन समूहों को त्रिक कहा। त्रिक में वर्गीकृत करने की यह पद्धति सफल न हो सकी।

→ गुणों के आधार पर वर्गीकरण(Classification on the Basis of Properties)-प्रत्येक तत्व की विशेषताएँ और गुण परमाणुओं के कारण अलग-अलग होते हैं तथा तत्वों को उनके गुणों के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। सर्वप्रथम तत्वों को धातु और अधातु में वर्गीकृत किया गया।

→ अष्टक नियम (Octet Rule)-सन् 1803 में डाल्टन ने परमाणु द्रव्यमानों के आधार पर तत्वों का वर्गीकरण किया था | तथा न्यूलैण्ड ने सन् 1866 में अष्टक नियम के आधार पर 56 वें तत्व थोरियम तक वर्गीकरण किया, परन्तु यह नियम कैल्सियम तक ही लागू होता है। बाद में कई ऐसे तत्व पाये गये जिनके गुणधर्म न्यूलैण्ड के अष्टक सिद्धान्त से भिन्न थे। इन सिद्धान्तों की एक सीमा थी।

→ मेण्डेलीफ के द्वारा वर्गीकरण (Classification by Mendeleev)-

  • तत्वों के वर्गीकरण का मुख्य श्रेय रूसी रसायनज्ञ डमित्री इवानोविच मेण्डेलीफ को जाता है। इनका आवर्त नियम ‘मेण्डेलीफ का आवर्त नियम’ के नाम से प्रसिद्ध है। मेण्डेलीफ का सिद्धान्त ही वर्तमान आधुनिक आवर्त सारणी का आधार है।
  • मेण्डेलीफ की आवर्त सारणी को आव? (Periods) तथा वर्गों (Groups) में बाँटा गया है। क्षैतिज पंक्तियों को आवर्त तथा ऊर्ध्वाधर स्तंभों को वर्ग कहते हैं।
  • मेण्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में कुछ रिक्त स्थान छोड़ दिए और इनसे संबंधित तत्वों के अस्तित्व की भविष्यवाणी की तथा उनके गुणों का भी अनुमान लगाया। इस प्रकार यह नए तत्वों की खोज के लिए प्रेरित करती है।
  • मेण्डलीफ की दूरदर्शिता के कारण अक्रिय गैसों की खोज होने पर सारणी में छेड़छाड़ किए बिना इन्हें नए समूह में रखा जा सका।
  • अदलाफ अपनः सारणी में हाइड्रोजन को उचित स्थान न दे सके तथा बाद में समस्थानिकों की खोज होने पर मारा न उन्हें चित स्थान देने में कठिनाई उत्पन्न हुई है। यह मेण्डेलीफ की आवर्त सारणी का एक प्रमुख दोष |

→ आधुनिक आवर्त सारणी (Modern Periodic Table) –

  • सन् 1913 में हेनरी मोजले ने बताया कि तत्व के परमाणु द्रव्यमान की तुलना में उसकी परमाणु संख्या अधिक आधारभूत गुणधर्म है। इसके अनुसार, “तत्वों के गुणधर्म उनकी परमाणु संख्या का आवर्त फलन होते हैं।”
  • तत्वों को उनकी परमाणु संख्या (Z) के आरोही क्रम में व्यवस्थित करने पर जो वर्गीकरण प्राप्त होता है उसे आधुनिक आवर्त सारणी कहा गया है। आधुनिक आवर्त सारणी में मेण्डेलीफ़ की सारणी के दोषों को दूर किया गया।
  • आधुनिक आवर्त सारणी में 18 ऊर्ध्व स्तंभ हैं जिन्हें समूह कहते हैं। समूह के सभी तत्वों की संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या के समान होती है। समूह में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर कोशों की संख्या बढ़ती है।
  • आधुनिक आवर्त सारणी में 7 क्षैतिज पंक्तियाँ हैं जिन्हें आवर्त कहते हैं। आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर कोशों की संख्या. तो समान रहती है परन्तु परमाणु संख्या तथा संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या में इकाई की वृद्धि होती है।

→ आधुनिक आवर्त सारणी की प्रवृत्ति (Nature of Modern Periodic Table)-
संयोजकता (Valency) किसी भी तत्व को संयोजकता उसके परमाणु के सबसे बाहरी कोश में उपस्थित । संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या से निर्धारित होती है।

  • परमाणु आकार (Atomic Size)-एक स्वतन्त्र परमाणु के केन्द्र से उसके सबसे बाहरी कोश की दूरी परमाणु आकार को दर्शाती है। आवर्त में बाईं से दाईं ओर जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती है तथा समूह में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु आकार बढ़ता है।
  • धात्विक लक्षण (Metallic Properties) -धात्विक अभिलक्षण आवर्त में घटता है तथा समूह में नीचे जाने पर बढ़ता है।
  • ऑक्साइडों की प्रकृति (Nature of Oxides)-धातुओं के ऑक्साइड क्षारकीय तथा अधातुओं के ऑक्साइड सामान्यतः अम्लीय होते हैं।
  • आयनन ऊर्जा (lonisation Energy)-किसी तत्व के उदासीन गैसीय परमाणु के बाहरी कक्ष से एक इलेक्ट्रॉन को निकालने के लिए आवश्यक ऊर्जा की न्यूनतम मात्रा को आयनन ऊर्जा कहते हैं। किसी समूह में ऊपर से नीचे आने पर आयनन ऊर्जा कम होती है।
  • इलेक्ट्रॉन बंधुता (Electron Affinity)-किसी तत्व के उदासीन परमाणु में एक अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन से जुड़ने पर निकलने वाली ऊर्जा इलेक्ट्रॉन बंधुता कहलाती है।

→ उपधातु (Metalloids) – आवर्त सारणी में एक टेढ़ी-मेढ़ी रेखा धातुओं को अधातुओं से अलग करती है। इस रेखा पर आने वाले तत्व बोरॉन, सिलिकन, जर्मेनियम, आर्सेनिक, एण्टिमनी, टेलुरियम एवं पोलोनियम धातुओं एवं अधातुओं दोनों के गुणधर्म प्रदर्शित करते हैं। इसलिए इन्हें अर्द्धधातु या उपधातु भी कहते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *