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HBSE 10th Class Hindi Vyakaran शब्द, पद, पदबंध

HBSE 10th Class Hindi Vyakaran शब्द, पद, पदबंध

Haryana Board 10th Class Hindi Vyakaran शब्द, पद, पदबंध

(क) शब्द

Padbandh Class 10 HBSE प्रश्न 1.
शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक या एक से अधिक वर्षों से बना हुआ स्वतंत्र तथा सार्थक ध्वनि समूह ‘शब्द’ कहलाता है; जैसे कलम, सुंदर, दौड़ना आदि।

Padbandh Exercise Class 10 With Answers HBSE प्रश्न 2.
शब्द के कितने भेद हैं?
उत्तर:
शब्द के पाँच भेद हैं
(i) उद्गम के आधार पर
(ii) रचना के आधार पर
(iii) प्रयोग के आधार पर
(iv) अर्थ के आधार पर
(v) रूपांतरण के आधार पर

Shabd Aur Pad HBSE 10th Class प्रश्न 3.
उद्गम के आधार पर शब्द के कितने भेद हैं?
उत्तर;
उद्गम के आधार पर शब्द के पाँच भेद हैं
(i) तत्सम-संस्कृत के ऐसे शब्द, जो हिंदी में भी अपने मूल रूप में ही प्रयुक्त होते हैं, तत्सम शब्द कहलाते हैं; जैसे पवन, नेत्र, सूर्य, कार्य, छात्र आदि।
(ii) तद्भव-जो शब्द संस्कृत के मूल रूप से बिगड़कर हिंदी में प्रयुक्त होते हैं, तद्भव शब्द कहलाते हैं; जैसे सात (सप्त), काम (कार्य), घोड़ा (घोटक), दूध (दुग्ध), आम (आम्र) आदि।
(iii) देशी-जो शब्द लोकभाषाओं से आए होते हैं, देशी या देशज शब्द कहलाते हैं; जैसे पेड़, जूता, चीनी, लोटा, डिबिया आदि।
(iv) विदेशी-जो शब्द विदेशी भाषाओं से आए होते हैं, विदेशी या विदेशज शब्द कहलाते हैं। इन्हें ‘आगत’ शब्द भी कहते .. हैं; जैसे कॉलेज, औलाद, खर्च, तोप, डॉक्टर आदि।
(v) संकर-जो शब्द दो भाषाओं के शब्दों के मिश्रण से बनते हैं, संकर शब्द कहलाते हैं; जैसेवर्षगाँठ – वर्ष (संस्कृत), गाँठ (हिंदी) टिकटघर – टिकट (अंग्रेज़ी), घर (देशी) घड़ीसाज़ – घड़ी (हिंदी), साज़ (अरबी) सज़ाप्राप्त- सज़ा (फारसी), प्राप्त (संस्कृत) जेलखाना – जेल (अंग्रेज़ी), खाना (फारसी)

पदबंध Class 10 HBSE प्रश्न 4.
रचना के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं?
उत्तर:
रचना के आधार पर शब्द के तीन भेद होते हैं
(i) रूद-जो शब्द अन्य शब्दों के मेल से न बने हों और किसी वस्तु-विशेष के अर्थ को प्रकट करते हों तथा जिनके टुकड़ों का अर्थ नहीं होता, रूढ़ शब्द कहलाते हैं; जैसे कल, मुँह, घोड़ा, आदमी, पुस्तक आदि।
(ii) यौगिक-जो शब्द दो शब्दों के मेल से बनते हैं, उन्हें यौगिक शब्द कहते हैं। इन शब्दों में एक रूढ़ शब्द के अतिरिक्त प्रत्यय, उपसर्ग अथवा एक अन्य रूढ़ शब्द अवश्य होता है; जैसे विद्यालय (विद्या + आलय), देवदूत (देव + दूत), बैलगाड़ी (बैल + गाड़ी), देशभक्ति (देश + भक्ति), निर्मल (निर् + मल)।
(iii) योगरूढ़-जो शब्द सार्थक खंडों के योग से बने होते हैं तथा अपने मूल शब्दों के अर्थ का बोध न कराकर किसी विशेष अर्थ का बोध कराते हैं, योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं; जैसे
पंकज (कीचड़ में उत्पन्न होने वाला) – सामान्य
अर्थ पंकज (कमल) – विशेष अर्थ
दशानन (दस मुख) – सामान्य अर्थ
दशानन (रावण) – विशेष अर्थ
पीतांबर (पीला वस्त्र) – सामान्य अर्थ
पीतांबर (कृष्ण) – विशेष अर्थ
लंबोदर (लंबा उदर) – सामान्य अर्थ
लंबोदर (गणेश) – विशेष अर्थ
जलज (जल में उत्पन्न होने वाला) – सामान्य अर्थ

Padbandh In Hindi HBSE 10th Class प्रश्न 5.
प्रयोग के आधार पर शब्द के कितने भेद हैं?
उत्तर:
प्रयोग के आधार पर शब्द के दो भेद हैं
(i) सामान्य-जो शब्द सामान्य जीवन में प्रयुक्त होते हैं, सामान्य शब्द कहलाते हैं; जैसे सुबह, शाम, आम, मनुष्य, घर आदि।
(ii) पारिभाषिक-जो शब्द विभिन्न शास्त्रों में किसी विशेष अर्थ के लिए प्रयुक्त होते हैं, पारिभाषिक शब्द कहलाते हैं। इन्हें तकनीकी शब्द भी कहा जाता है; जैसे प्रधानमंत्री, रसायन, निदेशक, कर्मचारी, सर्वनाम आदि।

Padbandh Exercise Class 10 HBSE प्रश्न 6.
अर्थ के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं?
उत्तर:
अर्थ के आधार पर शब्द के चार भेद होते हैं
(i) एकार्थी-जिन शब्दों का एक ही साधारण अर्थ होता है, एकार्थी शब्द कहलाते हैं, जैसे भारतवर्ष, हिमालय, गंगा, पुस्तक, घर आदि।
(ii) अनेकार्थी-एक से अधिक अर्थ प्रदान करने वाले शब्दों को अनेकार्थी शब्द कहते हैं। इन शब्दों का प्रसंग बदलने पर अलग-अलग अर्थ निकलता है; जैसे
(iii) पर्यायवाची या समानार्थी-जिन शब्दों के अर्थों में समानता हो, वे शब्द पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहलाते हैं;
जैसे-
पानी – जल, वारि, नीर, सलिल
अमृत – सोम, सुधा, अमी, अमिय
जंगल – विपिन, कानन, वन, अरण्य
दिन – दिवस, वार, वासर, दिव
पवन – वायु, हवा, समीर, अनिल
(iv) विलोम या विपरीतार्थक-जो शब्द विपरीत अर्थ का बोध कराते हैं, वे शब्द विलोम या विपरीतार्थक शब्द कहलाते हैं; जैसे
अपना-पराया – चतुर-मूर्ख
सज्जन-दुर्जन – महान्-तुच्छ
नीरस-सरस – निरर्थक-सार्थक

Class 10 Padbandh HBSE प्रश्न 7.
विकारी एवं अविकारी शब्दों में सोदाहरण अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विकारी एवं अविकारी शब्दों में निम्नलिखित अंतर है
(i) विकारी:
जिन शब्दों में लिंग, वचन, कारक, काल, वाच्य आदि के कारण परिवर्तन होता है, उन्हें विकारी शब्द कहते हैं। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया आदि विकारी शब्द हैं क्योंकि इनके मूल रूप में लिंग, वचन और कारक के कारण परिवर्तन आ जाता है; जैसे लड़का-लड़के, मैं हम, अच्छा अच्छे, जाना-जाएँगे आदि।

(ii) अविकारी शब्द:
जिन शब्दों के स्वरूप में किसी भी कारण से परिवर्तन नहीं होता, उन्हें अविकारी शब्द कहते हैं। अविकारी शब्दों को अव्यय भी कहा जाता है।
क्रियाविशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक तथा विस्मयादिबोधक-ये चार प्रकार के अविकारी शब्द हैं; जैसे तेज़, यहाँ, किंतु आगे, अरे! आदि।

Shabd Pad Aur Padbandh Class 10 HBSE प्रश्न 8.
जब शब्द स्वतन्त्र रूप में प्रयुक्त होता है तो उसे क्या कहते हैं?
उत्तर:
उसे शब्द अथवा सार्थक इकाई कहते हैं।

(ख) पद

Padbandh Class 10 Solutions HBSE प्रश्न 9.
पद किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब किसी शब्द को व्याकरणिक नियमों के अनुसार वाक्य में प्रयुक्त किया जाता है, तब वह पद बन जाता है; जैसे लड़का, कुत्ता, डंडा, मारा शब्द हैं।
यदि इन शब्दों में विभक्ति, परसर्ग अथवा प्रत्यय जोड़ दिए जाएँ, तो ये पद बन जाते हैं; जैसे लड़के ने कुत्ते को डंडे से मारा।

Padbandh Exercise HBSE 10th Class प्रश्न 10.
शब्द और पद में क्या अंतर है?
उत्तर:
शब्द भाषा की स्वतंत्र तथा सार्थक इकाई है और यह वाक्य से बाहर रहता है, परंतु जब शब्द व्याकरणिक नियमों के अनुसार वाक्य का अंग बन जाता है, तो पद कहलाता है; जैसे-
लड़का, घर, बलाना शब्द हैं। यदि इन शब्दों से वाक्य बनाया जाए, तो ये शब्द पद बन जाते हैं; जैसे लड़के को घर से बुलाओ।

Padbandh Class 10th HBSE प्रश्न 11.
पद के कितने भेद हैं? उनके नाम भी बताएँ।
उत्तर:
पद के पाँच भेद हैं
(i) संज्ञा
(ii) सर्वनाम
(iii) विशेषण
(iv) क्रिया
(v) अव्यय

(ग) पदबंध

पदबंध Class 10 Exercise HBSE प्रश्न 1.
पदबंध किसे कहते हैं? इसके कितने भेद हैं?
उत्तर:
जब एक से अधिक पद मिलकर एक व्याकरणिक इकाई का काम करते हैं, तब उस बंधी हुई इकाई को पदबंध कहते हैं; जैसे-सबसे तेज़ दौड़ने वाला घोड़ा जीत गया।
पदबंध के पाँच भेद होते हैं
(i) संज्ञा पदबंध
(ii) सर्वनाम पदबंध
(iii) विशेषण पदबंध
(iv) क्रिया पदबंध
(v) क्रियाविशेषण पदबंध

प्रश्न 2.
पद और पदबंध में क्या अंतर है?
उत्तर:
वाक्य में प्रयुक्त शब्द ‘पद’ कहलाते हैं, जबकि वाक्य में एक से अधिक पद परस्पर मिलकर जब एक व्याकरणिक इकाई का काम करते हैं, तब उस बंधी हुई इकाई को पदबंध कहते हैं; जैसे
हमारे घर के चारों ओर वृक्ष हैं।
इस वाक्य में ‘हमारे’, ‘घर’, ‘चारों’, ‘ओर’, ‘वृक्ष’ पद हैं और ‘हमारे घर के चारों ओर’ पदबंध है।

प्रश्न 3.
संज्ञा पदबंध किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर:
जब एक से अधिक पद मिलकर संज्ञा का काम करें, तो उस पदबंध को संज्ञा पदबंध कहते हैं। संज्ञा पदबंध के शीर्ष में संज्ञा पद होता है, अन्य सभी पद उस पर आश्रित होते हैं।
उदाहरण-
दीवार के पीछे खड़ा पेड़ गिर गया।।
लकड़ी की बड़ी पेटी में से कंबल निकालो।
यह कमीज़ मैंने बंगलौर से खरीदे कपड़े से बनवाई है।
मेहनत करने वाले विद्यार्थी अवश्य पास होंगे।
भारत की राजधानी दिल्ली बड़ी आबादी वाला शहर है।
इन वाक्यों में रेखांकित शब्द संज्ञा पदबंध हैं।

प्रश्न 4.
सर्वनाम पदबंध किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर:
जब एक से अधिक पद एक साथ जुड़कर सर्वनाम का कार्य करें तो उसे सर्वनाम पदबंध कहते हैं। इसके शीर्ष में सर्वनाम पद होता है।
उदाहरण-
विदेश से आए लोगों में से कुछ हिंदी जानते हैं।
भाग्य की मारी तुम अब कहाँ जाओगी।
आपके मित्रों में से कोई भी नहीं आया।
दीन-दुःखियों की देखभाल करने वाले आप कौन हैं?
गरीबी का मारा हुआ मैं भला क्या कर पाऊँगा।

प्रश्न 5.
विशेषण पदबंध किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर:
जब एक से अधिक पद मिलकर किसी संज्ञा की विशेषता प्रकट करें, उन्हें विशेषण पदबंध कहते हैं। इसके शीर्ष में विशेषण होता है। अन्य पद उस विशेषण पर आश्रित होते हैं। इसमें प्रमुखतया प्रविशेषण लगता है।
उदाहरण-
मेरी माताजी ने मुझे हरे रंग की सुंदर कमीज़ दी।
मुझे चार किलो पिसी हुई लाल मिर्च ला दो।
उसने एक बड़े चित्रों वाली पुस्तक दिखाई।
तुम यह सुंदर विदेशी लाल रंग वाली घड़ी कहाँ से लाए?
बहुत अधिक पेड़ों वाला घर मेरा है।

प्रश्न 6.
क्रिया पदबंध किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर:
जब एक से अधिक क्रिया पद मिलकर एक इकाई के रूप में क्रिया का कार्य संपन्न करते हैं, वे क्रिया पदबंध कहलाते हैं। इस पदबंध के शीर्ष में क्रिया होती है।
उदाहरण-
वह पढ़कर सो गया है।
नाव पानी में डूबती चली गई।
अब तो हमसे चला नहीं जा रहा।
आज मुझे कक्षा से बाहर भेज दिया गया था।
मैं आज गिरते-गिरते बचा।

प्रश्न 7.
क्रियाविशेषण पदबंध किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर:
जो पदबंध क्रियाविशेषण के रूप में प्रयुक्त होते हैं, उन्हें क्रियाविशेषण पदबंध कहते हैं। इसमें क्रियाविशेषण शीर्ष पर होता है और प्रायः प्रविशेषण आश्रित पद होते हैं।
उदाहरण-
बच्चा रोता हुआ धीरे-धीरे माँ के पास गया।
वह जोर-जोर से चिल्लाकर कहने लगी।
बड़ी चट्टान गेंद की तरह लुढ़ककर गिर गई।
मैं बहुत तेजी से दौड़कर गया।
मनीषा कोयल-सा मीठा गाती है।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित वाक्यों में से पदबंध छाँटिए तथा पदबंध का नाम लिखें।
उत्तर:
1. शीला जोर-जोर से रोती हुई जा रही थी। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
2. पुणे में रहने वाला मेरा भाई कल आएगा। – (विशेषण पदबंध)
3. आप बहुत अच्छे आदमी हैं। – (संज्ञा पदबंध)
4. उत्तर से दक्षिण तक वर्षा हुई। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
5. उन्हें सुयोग्य तथा सुशिक्षित अध्यापक की जरूरत है। – (विशेषण पदबंध)
6. सामने के मकान में रहने वाला व्यक्ति आज नहीं है। – (संज्ञा पदबंध)
7. वह लिख सकता है। – (क्रिया पदबंध)
8. शेर की तरह दहाड़ने वाले तुम आज डर क्यों रहे हो? – (सर्वनाम पदबंध)
9. वह बहुत धीरे-धीरे भागा। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
10. सस्ता खरीदा हुआ कपड़ा जल्दी फट जाता है। – (विशेषण पदबंध)
11. परिश्रम करने वाले छात्र ही सफलता पाते हैं। – (संज्ञा पदबंध)
12. हम नहाकर पढ़ा करते हैं। – (क्रिया पदबंध)
13. चोट खाए हुए तुम भला क्या खेलोगे? – (सर्वनाम पदबंध)
14. विदेशों में रहने वाले भारतीय बहुत अमीर हैं। – (विशेषण पदबंध)
15. राकेश दाँत पीसता हुआ चला गया। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
16. बच्चा चलते-चलते गिर पड़ा। – (क्रिया पदबंध)
17. घर के पीछे की दीवार गिर गई। – (संज्ञा पदबंध)
18. मौत से टकराने वाला वह वीर है। – (सर्वनाम पदबंध)
19. छात्र पढ़ते-पढ़ते सो गया। – (क्रिया पदबंध)
20. घर से भागा हुआ लड़का मिल गया। – (विशेषण पदबंध)

21. मैंने वर्षा में भीगते हुए मित्र को अपने घर में आश्रय दिया। – (संज्ञा पदबंध)
22. वह सीढ़ियों से लुढ़ककर गिर गई। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
23. युधिष्ठिर-सा सत्यवादी वह हर जगह सम्मान पाता है। – (सर्वनाम पदबंध)
24. हम काम करना चाहते हैं। – (क्रिया पदबंध)
25. आलस्य में पड़ा व्यक्ति कामचोर होता है। – (विशेषण पदबंध)
26. लाहौर से आए हुए लोग दिल्ली भी गए। – (संज्ञा पदबंध)
27. आज गाड़ी बहुत देर से पहुंची। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
28. चोट खाया हुआ साँप जरूर काटता है। – (संज्ञा पदबंध)
29. मेरे दिल्ली वाले मित्र ने मुझे पत्र लिखा। – (विशेषण पदबंध)
30. मेरे अध्यापक ने मुझे एक कहानियों की पुस्तक दी। – (संज्ञा पदबंध)
31. वह हाथ मलता रह गया। – (क्रिया पदबंध)
32. हम फलों-फूलों से लदा बगीचा देखने गए। – (विशेषण पदबंध)
33. आपके रिश्तेदारों में से कोई नहीं आया। – (सर्वनाम पदबंध)
34. झूठ बोलने वाले लोगों पर कोई विश्वास नहीं करता। – (संज्ञा पदबंध)
35. मीना ने आज बहुत अच्छा गाया। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
36. अब हमसे खाया नहीं जा रहा। – (क्रिया पदबंध)
37. मेज पर रखी प्लेट मुझे दे दो। – (संज्ञा पदबंध)
38. भेड़िया-भेड़िया चिल्लाने वाले तुम पर अब कोई विश्वास नहीं करेगा। – (सर्वनाम पदबंध)
39. मुझे उसकी बात मान लेनी चाहिए थी। – (क्रिया पदबंध)
40. तकदीर का मारा मैं शाम को घर पहुंचा। – (विशेषण पदबंध)
41. हम लोग झूलों वाले उस पार्क में गए। – (संज्ञा पदबंध)
42. मैं जल्दी ही खाना खाकर सो गया। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
43. सदा मुस्कराने वाले तुम आज उदास क्यों हो? – (सर्वनाम पदबंध)
44. वह पहले से बहुत धीरे बोला। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
45. पवनपुत्र हनुमान ने लंका जलाई। – (संज्ञा पदबंध)
46. मेरे पड़ोस में रहने वाला आदमी बीमार है। – (विशेषण पदबंध)
47. बाहर से आए मेहमानों में से कुछ बीमार हो गए हैं। – (सर्वनाम पदबंध)
48. वह पढ़कर सो गया है। – (क्रिया पदबंध)
49. कक्षा में ध्यान लगाने वाले छात्र अच्छे अंक लेते हैं। – (विशेषण पदबंध)

50. ईमानदारी से काम करने वाला व्यक्ति सदा सफल होता है। – (संज्ञा पदबंध)
51. वह छत के ऊपर सो रहा है। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
52. बादल तेजी से दौड़ रहा है। – (क्रिया पदबंध)
53. मेरे बंगलौर वाले मित्र ने मुझे एक उपहार भेजा। – (संज्ञा पदबंध)
54. आप आराम से बैठकर खाना खाएँ। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
55. मेहनत करने वाले वे सफल हो गए। – (सर्वनाम पदबंध)
56. लोहे की बड़ी अलमारी में मेरी पुस्तकें पड़ी हैं। – (विशेषण पदबंध)
57. नाव पानी में डूबती चली गई। – (क्रिया पदबंध)
58. उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ एक पुराना शहर है। – (संज्ञा पदबंध)
59. घर से भागे हुए तुम अवश्य पछताओगे। – (सर्वनाम पदबंध)
60. बारात शाम को सात बजे पहुंचेगी। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
61. मेरा भाई बहुत नेक, विनम्र और ईमानदार है। – (विशेषण पदबंध)
62. धनुष से निकला बाण कभी वापस नहीं जाता। – (संज्ञा पदबंध)
63. कार सवार दाईं ओर गलियों में कहीं खो गया। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
64. मैंने ठंड से ठिठुरते हुए वृद्ध को कंबल दिया। – (संज्ञा पदबंध)
65. मनुष्य को सदा हँसते रहना चाहिए। – (क्रिया पदबंध)
66. छात्रावास में रहने वाले छात्रों में से कुछ चले गए। – (सर्वनाम पदबंध)
67. घर के पीछे लगे पेड़ सूख गए। – (संज्ञा पदबंध)
68. मीठे सपने देखने वाले लोग यथार्थ में नहीं जीते। – (विशेषण पदबंध)
69. वह रोते हुए बोला। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
70. प्रतिदिन सुबह जागकर सैर करनी चाहिए। – (क्रिया पदबंध)
71. मैदान में खेल रहे बच्चे को दिखाई नहीं देता। – (संज्ञा पदबंध)
72. इतनी अधिक मेहनत करने वाले तुम असफल कैसे हो गए। – (सर्वनाम पदबंध)
73. लोग धीरे-धीरे बोलते जा रहे हैं। – (क्रिया पदबंध)
74. आजकल सेब और प्याज का भाव एक ही है। – (संज्ञा पदबंध)
75. सबसे तेज दौड़ने वाला धावक गिर गया। – (विशेषण पदबंध)

76. आधी-आधी रात तक जागना हानिकारक है। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
77. रोज बाज़ार जाने वाले तुम आज घर कैसे हो? – (सर्वनाम पदबंध)
78. भूरी आँखों वाले बच्चे सुंदर होते हैं। – (विशेषण पदबंध)
79. हमारे घर के सब लोग फिल्म देखने गए। – (संज्ञा पदबंध)
80. चोर मौका पाते ही भाग गया। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
81. कोई कहानी या कविता सुनाओ। – (संज्ञा पदबंध)
82. उन्हें सुंदर और सुशिक्षित लड़की की आवश्यकता है। – (संज्ञा पदबंध)
83. बहुत खट्टी दही मत खाना। – (संज्ञा पदबंध)
84. पानी से भरा गिलास लाओ। – (विशेषण पदबंध)
85. बुरे समय में साथ देने वाले तुम ही मेरे सच्चे मित्र हो। – (सर्वनाम पदबंध)
86. वह पढ़ने जा रहा था। – (क्रिया पदबंध)
87. शिकारी ने आकाश में उड़ते हुए पक्षी को मार डाला। – (विशेषण पदबंध)
88. आज वर्षा बहुत थोड़ी-सी हुई है। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
89. गली में खड़े लड़के सबको तंग कर रहे हैं। – (संज्ञा पदबंध)
90. बढ़-चढ़कर बोलने वाला वह आज चुप है। – (सर्वनाम पदबंध)

91. मुझे फूलों वाला सबसे सुंदर कपड़ा चाहिए। – (विशेषण पदबंध)
92. जन्म देने वाले माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। – (संज्ञा पदबंध)
93. सदा खतरों से खेलने वाले तुम्हें किसी बात का डर नहीं। – (सर्वनाम पदबंध)
94. रात को दरवाज़ा जोर से बंद कर लेना। – (क्रिया पदबंध)
95. मेरा सबसे छोटा भाई बीमार है। – (विशेषण पदबंध)
96. माँ बिस्तर पर लेटे-लेटे कुछ बोल रही है। – (क्रियाविशेषण पदबंध)
97. पुरस्कार में मिली पुस्तक को मैंने संभालकर रखा है। – (संज्ञा पदबंध)
98. घर की छत पर रखा गमला नीचे गिर गया। – (विशेषण पदबंध)
99. बिना सोचे-समझे तुम यह क्या कर रहे हो? – (क्रियाविशेषण पदबंध)
100. मुझे मीठे और पके फल पसंद हैं। – (संज्ञा पदबंध)
101. मुझे सुनाई पड़ रहा है। – (क्रिया पदबंध)

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