RBSE Class 5 Hindi रचना पत्र लेखन
RBSE Class 5 Hindi रचना पत्र लेखन
Rajasthan Board RBSE Class 5 Hindi रचना पत्र लेखन
पत्र 1.
बहिन की शादी में जाने हेतु अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय माध्यमिक विद्यालय
सांगानेर (जयपुर)।
विषय- तीन दिन के अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र महोदय, सविनय निवेदन है कि मेरी बड़ी बहिन सीमों का विवाह दिनांक 24.4.20__ को होना तय हुआ है। इस कारण से मैं दिनांक 23.4.20_ _ से 25.4.20_ _ तक विद्यालय में आने में असमर्थ हूँ।
अतः आपसे निवेदन है कि मुझे उक्त तीन दिवसों का अवकाश देने की कृपा करें।
आपकी आज्ञाकारिणी शिष्या,
दिनांक 24/4/20_
रमा
कक्षा-5
पत्र 2.
टी.सी. प्राप्ति के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक
महोदय,
मोदीखाना उच्च प्राथमिक विद्यालय,
जयपुर।
विषय- टी.सी. प्राप्ति हेतु प्रार्थना पत्र । महोदय, नम्र निवेदन है कि मेरे पिताजी का स्थानान्तरण यहाँ से अजमेर हो गया है। मैं भी उनके साथ जाकर वहीं पढ़ेगा।
अतः प्रार्थना है कि मुझे शाला स्थानान्तरण प्रमाणपत्र (टी.सी.) देने की कृपा करें।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
दिनांक 17/9/20__
रमेशचन्द्र वर्मा
कक्षा 5
पत्र 3.
पुस्तकें प्राप्त करने हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
आदर्श बाल मन्दिर,
कोटा।
विषय-निर्धन छात्र कोष से पुस्तकें प्राप्त करने
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं गरीब परिवार का छात्र हूँ। मैं अपनी पुस्तकें और कापियाँ खरीदने में असमर्थ हूँ। मेरी माँ विधवा है तथा सदा बीमार रहती है। घर में कोई कमाने वाला नहीं है। मेरी पढ़ने की बहुत ही इच्छा है। मैं कक्षा 4 में अच्छे अंकों से पास हुआ हूँ।
अतः प्रार्थना है कि निर्धन छात्र-कोष से मुझे पुस्तकें एवं कापियाँ दिलवाने की कृपा करें।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
दिनांक 12/7/20_
वीरेन्द्र कुमार
कक्षा 5
पत्र 4.
आवश्यक कार्य हेतु अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय,
भीलवाड़ा।
विषय- आवश्यक कार्य हेतु अवकाश प्राप्ति के लिए ।
महोदय,
नम्र निवेदन है कि मुझे कल घरे पर एक अति आवश्यक कार्य है।
अतः मुझे 10 जनवरी का अवकाश देने की कृपा करें।
धन्यवाद!
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
दिनांक 9 जनवरी, 20_
मुनेश सिंह
कक्षा-5
पत्र 5.
प्रधानाध्यापकजी को शुल्क-मुक्ति हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय,
महापुरा।
विषय- शुल्क मुक्ति हेतु
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा-5 में पढ़ता हूँ। मेरे पिताजी का स्वर्गवास दो वर्ष पूर्व हो गया था। मेरी विधवा माँ के पास स्थायी रूप में आजीविका का कोई साधन नहीं है। मेरे अलावा घर में दो भाई-बहिन और हैं।
अतः प्रार्थना है कि मेरी गरीबी हालत पर विचार करते हुए मुझे विद्यालय शुल्क से पूर्णतया मुक्ति प्रदान करने की कृपा करें जिससे मैं अपनी कक्षा की पढ़ाई जारी रख सकें। | आपकी महान् कृपा होगी।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
दिनांक 28 जुलाई, 20_-
राजेन्द्र मोहन
कक्षा-5’ब’
पत्र 6.
बीमारी के कारण अवकाश प्राप्ति हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय,
सांगानेर।।
विषय-बीमार होने के कारण तीन दिन के अवकाश प्राप्ति हेतु
महोदय,
नम्र निवेदन है कि मुझे कल शाम से तेज बुखार हो गया है तथा खांसी भी हो गई है। डॉक्टर ने तीन दिन विश्राम करने की सलाह दी है। अतः आपसे निवेदन है कि मुझे तीन दिन का अवकाश प्रदान करें।
धन्यवाद!
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
दिनांक 9 जनवरी,
2018 किशन
कक्षा-5’ब’ |
पत्र 7.
पिताजी को पत्र (पढ़ाई के सम्बन्ध में
25, कृष्णानगर,
भरतपुर ।
दिनांक : 25-8-20
पूजनीय पिताजी,
सादर प्रणाम। – आपका कुशल-पत्र मिला। यहाँ के समाचार ठीक हैं। मेरी पढ़ाई अच्छी चल रही है। प्रथम और द्वितीय टेस्ट में मेरे अच्छे नम्बर आये हैं। अब मैं छमाही परीक्षा की तैयारी कर रहा हूँ। मुझे आशा है कि मैं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर लूंगा। आप मेरी चिन्ता न करें। पूज्या माताजी को प्रणाम, पिंकी को प्यार।
आपका आज्ञाकारी पुत्रे,
पुष्पेन्द्र
पत्र 8.
मित्र को कुशल-क्षेम का पत्र
144, बापू बाजार,
उदयपुर
दिनांक : 12-10-20
प्रिय मित्र सुरेश,
नमस्ते
तुम्हारा पत्र कल ही मिला । समाचार पढ़कर खुशी हुई । यहाँ के समाचार ठीक हैं। मेरी पढ़ाई भी ठीक ही चल रही है। यह जगह मेरे लिए नयी है, पर विद्यालय में कई अच्छे साथी मिल गये हैं। इनके साथ पढ़ाई करने में आनन्द मिलता है। उदयपुर शहर घूमने लायक है। दीवाली के अवकाश पर तुम भी यहाँ आ जाओ तो मुझे खुशी होगी।
शेष कुशल । अपने पिताजी-माताजी को मेरा प्रणाम । और छोटी बहिन को प्यार । पत्र भेजते रहना।
तुम्हारा मित्र,
तरुण कुमार
पत्र 9.
मित्र को बधाई-पत्र
59, नया चौक,
दौसा।
दिनांक : 5-9-20_प्रिय मित्र
सप्रेम नमस्ते,
तुम्हारा पत्र मिला। पढ़कर हार्दिक प्रसन्नता हुई कि तुम्हारा चयन ‘कब स्काउट’ के लिए हुआ है। इस सफलता के लिए मैं अपनी ओर से बधाई भेज रहा हूँ। आगे भी तुम्हें ऐसी सफलता मिलती रहे, यही कामना करता हूँ। , सभी परिचित साथियों को नमस्ते । पत्रोत्तर देना।
तुम्हारा मित्र,
राधेकान्त
पत्र 10.
अपने भाई की शादी में मित्र को बुलाने हेतु पत्र
सरस कुंज,
जयपुर।
दिनांक : 10 नवम्बर, 20
प्रिय मनीष
सप्रेम नमस्ते !
तुम्हें जानकर प्रसन्नता होगी कि दिनांक 22 नवम्बर, 20_ _ को मेरे बड़े भाई अजय के शुभ-विवाह का दिन निश्चित हुआ है। बारात बस द्वारा अजमेर जाएगी। इस मांगलिक अवसर पर उपस्थित होकर तुम मुझे अनुगृहीत करोगे; इसी आशा के साथ पत्र भेज रहा हूँ।
तुम्हारा स्नेही,
दीपक सिंह