RBSE Class 8 Hindi व्याकरण मुहावरे
RBSE Class 8 Hindi व्याकरण मुहावरे
Rajasthan Board RBSE Class 8 Hindi व्याकरण मुहावरे
मुहावरा एक ऐसा वाक्यांश है, जो वाक्य-रचना में अपना विशेष अर्थ प्रकट करता है। इनके प्रयोग से भाषा सरस, रोचक एवं प्रभावपूर्ण बन जाती है।
प्रश्न 1.
‘नौ-दो ग्यारह होना’ मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर:
नौ-दो ग्यारह होना-अर्थ-भाग जाना वाक्य प्रयोग-पुलिस को देखते ही चोर नौ-दो ग्यारह हो गए।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ स्पष्ट करते हुए वाक्यों में प्रयोग कीजिए
(क) आग बबूला होना
(ख) अपना उल्लू सीधा करना।
उत्तर:
(क) आग बबूला होना क्रोधित होना वाक्य प्रयोग–राधा की कपटपूर्ण बात सुनकर श्रेया आग बबूला हो गई।
(ख) अपना उल्लू सीधा करना-मतलब सिद्ध करना वाक्य प्रयोग-आजकल सभी अपना उल्लू सीधा करने में ही लगे रहते हैं।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिएनौ दो ग्यारह होना, लाल पीला होना।
उत्तर:
- नौ दो ग्यारह होना-वाक्य प्रयोग-पुलिस को देखकर चोर नौ दो ग्यारह हो गये।
- लाल पीला होना-वाक्य प्रयोग-जब पिताजी ने मेरी शिकायत सुनी तो वे मुझ पर लाल-पीले हो गये।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिएदाँतों तले उँगली दबाना, दुःख की सीमा न रहना।
उत्तर:
(क) दाँतों तले उँगली दबाना-वाक्य प्रयोग– सुभागी की हिम्मत एवं कार्य-शक्ति को देखकर सब दाँतों तले उँगली दबाने लगे
(ख) दुःख की सीमा न रहना-वाक्य प्रयोग-पिता के तुरन्त बाद माँ का देहान्त होने से बेटे के दु:ख की सीमा नहीं रही।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग | कीजिएलोहा लेना, बाल भी बाँका न होना।
उत्तर:
- लोहा लेना-वाक्य प्रयोग- भारतीय सेना अपनी शत्रु सेना से लोहा ले रही थी।
- बाल भी बाँका न होना-वाक्य प्रयोग-राजकुमार सत्यभान ने किले के द्वार की इस तरह से रक्षा की कि उसका बाल भी बाँका नहीं हुआ।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए तलवार के घाट उतारना, पान का बीड़ा देना।
उत्तर:
- तलवार के घाट उतारना-वाक्य प्रयोगयुद्ध में महाराणा प्रताप शत्रु सेना को तलवार के घाट उतारने में देर नहीं करते थे।
- पान का बीड़ा देना-वाक्य प्रयोग-घर आये अतिथि को सम्मानपूर्वक पान का बीड़ा देना चाहिए।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखकर अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर:
- निगाह ठिठकना-देखकर हैरान होना। प्रयोग–अपनी खोई हुई पुस्तक अपने मित्र के हाथ में देखकर मेरी निगाह ठिठक गई।
- जान हथेली पर लेकर चलना-मृत्यु से न डरना। प्रयोग-वीर हमेशा जान हथेली पर लेकर आगे बढ़ते हैं।
- कातर ढंग से देखना-डरकर देखना। प्रयोग-बिना वजह पिटने पर ड्राइवर मुझे कातर ढंग से देखने लगा।
- ऊधम मचाना-शरारतें करना प्रयोग-गुरुजी के कक्षा से बाहर जाते ही छात्र ऊधम मचाने लगे।
- हक्का-बक्का होना-हैरान होना। प्रयोग-महिलाओं को स्वच्छंदता से साइकिल चलाते देखकर पुरुष हक्के-बक्के रह जाते थे।
- दुम दबाकर भागना-डरकर भागना प्रयोग-पुलिस को देखते ही चोर दुम दबाकर भाग गया।
- दबकर पानी होना-अस्तित्व नष्ट होना। प्रयोग-बर्फ धीरे-धीरे दबकर पानी हो गयी।
- किलोलें करना-खुश होकर किलकारियाँ भरना। प्रयोग-पक्षी पेड़ पर किलोलें करने लगे।
- आँखों से ओझल होना–गायब होना। प्रयोग-सूर्य के उदय होते ही बूंद लेखक की आँखों से ओझल हो गयी।
- अन्तिम साँसें गिनना-मृत्यु निकट होना।
प्रयोग-आशु के पिताजी जब अन्तिम साँसें गिन रहे थे तो उनके बेटों ने उनसे वसीयत लिखवा ली। - प्राण गॅवाना-बलिदान देना। प्रयोग-सैनिक सीमा पर लड़ते-लड़ते अपने प्राण गॅवा देते हैं।
- जड़ होना-निर्जीव की भाँति होना प्रयोग–पिताजी की मृत्यु का समाचार सुनकर अलका जड़ हो गयी।
- अचरज होना-हैरानी होना। प्रयोग-भारतीय हस्तशिल्प का काम देखकर मैं अचरज में पड़ गया।
- अक्ल चकराना-कुछ समझ में न आना। |प्रयोग-धूप में घूम-घूम कर मेरी अक्ल चकरा गई।
- अपने मुँह मियाँ मिट्ठू होना-वाक्य प्रयोग–अल्पज्ञ लोग का छोटा-सा काम करते ही अपने मुँह मियाँ मिट्टू बन जाते हैं।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखिए।
उत्तर:
- लाल-पीला होना = क्रोध करना।
- नौ दो ग्यारह होना = भाग जाना।
- अपने मुंह मियां मिठू होना = अपनी प्रशंसा स्वयं करना।
- मन मोह लेना = आकर्षित करना।
- हाथ काटना = बेरोजगार होना।
- कूच करना = आगे बढ़ना।
- प्राणांत होना = मृत्यु होना।
- फलना-फूलना = खूब उन्नति करना।
- चकित रहना = हैरान रहना।
- चुनौती देना = ललकारना
- फब्तियाँ कसना = व्यंग्य करना।
- हक्का-बक्का होना = हैरान होना
- मुँह खोलना = माँग करना।
- ताव में आना = गुस्से में आना।
- दबे पाँव लौटना = चुपचाप वापस आना।
- कमर कसना = तैयार होना।
- हवाइयाँ उड़ना = घबरा जाना।
- कान खड़े होना = सतर्क होना।
- खंड-खंड होना = नष्ट होना।
- जी भरकर भोगना = पूरा आनन्द लेना।
- प्राण गॅवाना = बलिदान होना।
- धाक जमाना = रौब दिखाना।
- पहाड़ टूटना = विपत्ति आना।
- डींगें हाँकना = शेखियाँ मारना।
- प्राणों की बाजी लगाना = बलिदान देना।
- प्राणों को हथेली पर रखना = मरने के लिए तैयार रहना।
- ठान लेना = निश्चय कर लेना।
- ठंडी आह भरना = राहत की साँस लेना।
- टोपी उछालना = बेइज्जती करना।
प्रश्न 9.
‘नौ दो ग्यारह होना’ मुहावरे का अर्थ है
(क) सो जाना।
(ख) भाग जाना।
(ग) तेरह होना
(घ) दौड़ लगाना
उत्तर:
(ख) भाग जाना।
प्रश्न 10.
‘दाँत खट्टे करना’ मुहावरे का अर्थ है
(क) परास्त करना
(ख) धोखा देना।
(ग) खट्टी चीज खाना
(घ) लड़ाई करना
उत्तर:
(क) परास्त करना
प्रश्न 11.
‘लोहा मानना’ मुहावरे का अर्थ है
(क) रौब जमाना
(ख) हार मानना
(ग) शेखी जताना
(घ) भाग जाना।
उत्तर:
(ख) हार मानना
प्रश्न 12.
‘बहुत प्रसन्न हो जाना’ अर्थ बताने वाला मुहावरा है–
(क) लाल-पीला होना
(ख) आपे से बाहर होना
(ग) फूला न समाना
(घ) रंग जमाना।
उत्तर:
(ग) फूला न समाना