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RBSE Class 9 English Solutions Beehive Poem 6 No Men are Foreign

RBSE Class 9 English Solutions Beehive Poem 6 No Men are Foreign

No Men are Foreign Summary and Translation in Hindi

• कविता के विषय में : क्या आपने कुछ लोगों को अजनबी (विदेशी/विजातीय/बाहरी आदि) और अन्य देशों को परदेश माना है? हमारे पास, दूसरे लोगों को ‘हम’ से ‘उनको’ अलग समझने के, अनेक रास्ते हैं। ‘वे’ एक अलग देश से सम्बन्धित हो सकते हैं या एक अलग भाषा बोलते हो सकते हैं। फिर भी, इस कविता में कवि हमें अनेक तरीकों का स्मरण कराता है जिसमें हम सब समान हैं- क्योंकि हम सब मनुष्य हैं।

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद

Stanza 1.

Remember, no……….. …………….. shall lie.

कठिन शब्दार्थ : strange (स्ट्रेन्ज) = अजनबी, beneath (बिनीथ्) = नीचे, uniforms (यूनिफॉम्ज) = वस्त्र, breathes (ब्रेथ्ज) = श्वास लेना, lie (लाइ) = दफन रहेंगे।

हिन्दी अनुवाद : याद रखें, कोई मनुष्य अजनबी (पराये/विदेशी/विजातीय) नहीं हैं, कोई देश परदेश नहीं हैं। सभी प्रकार के वस्त्रों के नीचे एक ही प्रकार का शरीर श्वास ले रहा है जो हमारे जैसा ही है। धरती जिस पर हमारे बन्धु चलते हैं, वह धरती हमारी धरती जैसी ही है जिसके तले हम सब दफन हो जायेंगे।

भावार्थ-आरम्भिक पद में कवि मनुष्यों में शारीरिक समानता (श्वास लेने की) व दफन होने की समानता की ओर ध्यान आकृष्ट करता है। अर्थात् भिन्नताएँ बाहरी हैं और समानताएँ आन्तरिक हैं।।

Stanza 2:

They, too……………………….our own.

कठिन शब्दार्थ : aware (अवेअ(र)) = अनुभव करना, starv’d (स्टाव्ड) = भूखे रहते हैं, labour (लेब(र)) = परिश्रम।

हिन्दी अनुवाद : वे भी धूप, वायु व जल को अनुभव करते हैं, शान्ति से अन्न को खाते हैं, और युद्ध की लम्बी सर्दी से भूखे मरते हैं। उनके हाथ भी हमारे हाथों जैसे हैं, और उनकी रेखाओं से हमें पता चलता है कि उनका परिश्रम हमारे परिश्रम से अलग नहीं है।

भावार्थ-सभी मनुष्य जीवन में कष्टों का सामना करते हैं और परिश्रम की दृष्टि से भी उनमें समानता है।

Stanza 3.

Remember, they………………..understand.

कठिन शब्दार्थ : recognise (रेकग्नाइज्) = पहचानना।

हिन्दी अनुवाद : याद रखें, उनकी आँखें भी हमारी आँखों जैसी हैं जो जागती हैं और सोती हैं, और उनमें भी हमारी तरह शक्ति है जिसे प्यार से जीता जा सकता है। प्रत्येक देश में जीवन एकसमान है जिसे सब पहचान सकते हैं और समझ सकते हैं।

भावार्थ-सभी मनुष्य जागते और सोते हैं। सभी मनुष्य ताकत रखते हैं। सभी मनुष्य प्यार कर सकते हैं। सभी मनुष्य जीवन जीते हैं।

Stanza 4.

Let us…………each other.

कठिन शब्दार्थ : dispossess (डिसपजेस्) = वंचित करना, betray (बिट्रे) = धोखा देना, condemn (कन्डेम्) = बुरा बताना।।

हिन्दी अनुवाद : आओ हम याद रखें, जब भी हमें यह बताया जाए कि हम अपने साथी मनुष्यों से घृणा करें तो हम अपने आपको ही वंचित करेंगे, धोखा देंगे तथा स्वयं की ही निन्दा करेंगे। याद रखें, हम जो एकदूसरे के विरुद्ध शस्त्र उठाते हैं तो हम केवल स्वयं को ही मार रहे होंगे।
भावार्थ-मानव आपस में घृणा भाव व हिंसा भाव रखते हैं।

Stanza 5.

It is………………….strange.

कठिन शब्दार्थ : defile (डिफाइल्) = अपवित्र करना, hells (हेल्ज) = नरक, outrage (आउट्रेज्) = अत्याचार, innocence (इन्सन्स्) = निर्दोष/अबोध।

हिन्दी अनुवाद : (हम जो एक-दूसरे के विरुद्ध शस्त्र उठाते हैं) तो हम मनुष्यों की पृथ्वी को ही अपवित्र करते हैं। हमारे नरक (दुष्टता) की अग्नि व धूल, वायु की निर्दोषता (शुद्धता) पर अत्याचार करते हैं (अर्थात् वातावरण प्रदूषित करते हैं) जो कि (यह वायु) सभी जगह हमारी होती है। याद रखें, कोई मनुष्य विदेशी नहीं हैं और कोई देश परदेश नहीं हैं। भावार्थ-मानव के नकारात्मक कार्य मानवता को कलंकित ही करते हैं।

RBSE Class 9 English No Men are Foreign Textbook Questions and Answers

Thinking About The Poem :

Question 1.
(i) “Beneath all uniforms………….” What uniforms do you think the poet is speaking about?
आप क्या सोचते हैं कवि कौनसी वर्दियों की बात कर रहा है?
Answer:
I think the poet is speaking about the uniforms of armed forces of the countries of the world.
मैं सोचता हूँ कि कवि विश्व के देशों की सशस्त्र सेनाओं की वर्दी की बात कर रहा है।

(ii) How does the poet suggest that all people on the earth are the same?
कवि कैसे कहता है कि धरती पर सब लोग एक जैसे हैं?
Answer:
The poet suggests that all people on the earth are the same as they all; breathe, are burried, are aware of sun and air and water, need peace, are starved by wars, labour, wake up and sleep, .have strength, love and hate, pollute air etc.
कवि कहता है कि धरती पर सभी लोग एक जैसे हैं क्योंकि वे सभी श्वास लेते हैं, धूप, वायु व जल का अनुभव करते हैं, शान्ति चाहते हैं, युद्ध से भूखा मरते हैं, परिश्रम करते हैं, जागते व सोते हैं, बल रखते हैं, प्रेम व घृणा करते हैं, वायु प्रदूषित करते हैं आदि।

Question 2.
In stanza 1, find five ways in which we all are alike. Pick out the words.
पद्यांश नं. 1 में बताओ कौनसे पाँच तरह से हम सब एक जैसे हैं, उन शब्दों को चुनो।
Answer:
Each of us has a similar body. (हम में से प्रत्येक के पास एक शरीर है।)
All of us breathe (हम सभी श्वास लेते हैं।)
All of us walk. (हम सभी चलते हैं।)
All of us lie (die). (हम सभी मरते हैं।)
We live and die on the same earth. (हम एक ही पृथ्वी पर रहते व मरते हैं।)

Question 3.
How many common features can you find in stanza 2 ? Pick out the words.
पद्यांश नं. 2 में कौनसी साझी बातें आपको मिल सकती हैं? उन शब्दों को चुनो।
Answer:
We all need sun, air and water. We all live well in peace but starve during war. We all have hands and work with them.
हम सभी को धूप, वायु व जल की आवश्यकता होती है। हम सभी शान्ति में अच्छे से रहते हैं किन्तु युद्ध में भूखे मरते हैं। हम सबके हाथ हैं और उनसे कार्य करते हैं।

Question 4.
‘………..whenever we are told to hate our brothers…….’ When do you think this happens? Why? Who “tells” us? Should we do as we are told, at such times? What does the poet say?
जब भी हमें अपने भाइयों से घृणा करने के लिए कहा जाता है……….’ आपके विचार में ऐसा कब कहा जाता है? क्यों? हमें कौन कहता है? क्या हमें ऐसे अवसरों पर वही करना चाहिए जो हमसे कहा जाता है? कवि क्या कहता है?
Answer:
Whenever there is war, leaders tell people to hate the other country. They tell us to do so because their ego is hurt. But we should not do as they tell us. The poet says that if we fight against them we do not harm anybody else. We-kill, condemn, and betray ourselves.

जब भी युद्ध होता है, नेता, लोगों से दूसरे देश से घृणा करवाते हैं। वे ऐसा इसलिए करवाते हैं क्योंकि उनका अहम् घायल होता है। लेकिन हमें वैसा नहीं करना चाहिए। कवि कहता है कि यदि हम उनके विरुद्ध युद्ध करते हैं तो हम किसी दूसरे को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। हम स्वयं को ही मारते हैं, बुरा बताते हैं, और विश्वासघात करते हैं।

RBSE Class 9 English No Men are Foreign Important Questions and Answers

Question 1.
What is the message/theme/central idea of the poem?
कविता का सन्देश/सार/केन्द्रीय विचार क्या है?
Answer:
The message/theme/central idea of the poem is that no men are foreign. They have many similarities of body, mind, feelings, attitudes and actions. We should remember love, peace, harmony, brotherhood and so on.

कविता का सन्देश/सार/केन्द्रीय विचार यह है कि कोई व्यक्ति बाहरी नहीं है। उनमें शरीर, मस्तिष्क, भाव, व्यवहार व क्रियाविधियों की अनेक समानताएँ हैं। हमें प्रेम, शान्ति, सामंजस्य, भाईचारे आदि को याद रखना चाहिए।

Question 2.
How do we defile the human earth? हम मानव की पृथ्वी को कैसे अपवित्र करते हैं?
Answer:
We defile the human earth by our hells of fire and dust outrage the innocence of air that is everywhere our own. Thus, by polluting the environment of the earth we make it a difficult planet to live on.

हम मानव की पृथ्वी को अपनी दुष्टता की आग व धूल से तथा पवित्र वायु को जो कि संसार में सभी जगह हमारी अपनी है, को अपवित्र कर रहे हैं। इस प्रकार पृथ्वी के वातावरण को गंदा करके हम इस ग्रह को जीने/रहने के अयोग्य बना रहे हैं।

Question 3.
Explain : ‘A single body breathes’.
व्याख्या करें: ‘एक ही शरीर श्वास लेता है।
Answer:
‘A single body breathes’ means the similar physical structure of human beings breathe in and breathe out similarly all over the world. The distinctions among the people are only external.

‘एक ही शरीर श्वास लेता है’ का अर्थ है पूरे संसार में मानवों का एक ही प्रकार का शरीर समान रूप से श्वास लेता है व श्वास छोड़ता है। लोगों में केवल बाह्य विभेद ही हैं.।

Question 4.
What does ‘They too, aware of sun and air and water’ signify ?
‘वे भी सूर्य व वायु व जल के बारे में सचेत हैं? का क्या अभिप्राय है?
Answer:
The line ‘They too, aware of sun and air and water’ signifies the similar use of these gifts of the universe by all the human beings everywhere on the earth.
पंक्ति ‘वे भी सूर्य व वायु व जल के बारे में सचेत हैं’ का अभिप्राय है कि पृथ्वी के सभी मानव सभी जगह ब्रह्माण्ड के इन उपहारों का समान रूप से प्रयोग करते हैं।

Question 5.
How, according to the poet, is life common in every land ?
कवि के अनुसार प्रत्येक देश में जीवन समान कैसे है?
Answer:
According to the poet, the life is common in every land. People wake or sleep in the same manner. Love can win the strong. People recognise and understand in the same manner.
कवि के अनुसार, प्रत्येक देश में जीवन समान है। लोग समान तरह से जगते व सोते हैं। प्रेम शक्तिशालियों को भी जीत सकता है। लोग समान रूप से पहचान करते हैं व समझते हैं।

Question 6.
What do we actually do when we hate our brothers ? .
जब हम अपने भाइयों से घृणा करते हैं तब हम वास्तव में क्या कर रहे होते हैं?
Answer:
When we hate our brothers, we actually hate ourselves. We actually dispossess, betray and condemn ourselves. We actually degrade ourselves.

जब हम अपने भाइयों से घृणा करते हैं तो वास्तव में हम स्वयं से घृणा करते हैं। हम वास्तव में स्वयं को ही लूटते हैं, धोखा देते हैं व बुरा करते हैं । हम वास्तव में स्वयं को निम्न कोटि का बनाते हैं।

Question 7.
What is the outcome of a war ?
एक युद्ध का क्या परिणाम होता है?
Answer:
The outcome of a war is disastrous. It defiles our own earth. It pollutes the environment by the hells of firecorns. It keeps human beings starved for a long time.
एक युद्ध का परिणाम विनाशकारी होता है। यह हमारी अपनी पृथ्वी को अपवित्र कर देता है। यह अस्त्रों के नरकों से हमारे पर्यावरण को प्रदूषित कर देता है। यह मानवों को लंबे समय तक भूखा रखता है।

Question 8.
How can you say that no men are foreign ? आप कैसे कह सकते हैं कि कोई व्यक्ति विदेशी नहीं हैं?
Answer:
No men are foreign as a single body breathes beneath all uniforms. We all wake, sleep and labour in the same manner. We all recognise, understand and love in the same manner.

कोई व्यक्ति विदेशी नहीं हैं क्योंकि सभी वर्दियों के नीचे एक जैसा शरीर ही श्वास लेता है। हम सभी एक ही प्रकार से जगते, सोते व परिश्रम करते हैं । हम सभी एक ही प्रकार से पहचान करते हैं, समझ रखते हैं व प्रेम करते हैं।

(Explanations with Reference to the Context
(सन्दर्भ सहित व्याख्याएँ)

Stanza 1.

Remember, no men are strange, no countries foreign
Beneath all uniforms, a single body breathes
Like ours: the land our brothers walk upon
Is earth like this, in which we all shall lie.

Reference : These lines have been taken from James Kirkup’s poem, ‘No Men are Foreign’.
Context ; The poet emphasises the essential oneness of all human beings irrespective of the different countries they belong to.

Explanation : The poet emphasises the fact that no men are strangers and no countries are foreign. He means to say that all men are one though they belong to different countries of the world. Similarly, no countries are foreign to one another.

The uniforms that the soldiers of different countries wear may be different in colour, but the soldiers themselves are similar in every way. They breathe in the same air. The land on which people of different countries walk is the part of the same earth on which we walk. Like us, they too, will lie buried in the same earth.

सन्दर्भ : ये पंक्तियाँ जेम्स किरकुप की कविता, ‘No Men are Foreign’ से ली गयी हैं।
प्रसंग : कवि सभी मनुष्यों की आधारभूत एकता पर जोर देता है, भले ही वे भिन्न-भिन्न देशों के मनुष्य क्यों न हों।
व्याख्या : कवि इस तथ्य पर जोर देता है कि कोई भी मनुष्य अज़नबी नहीं है और न ही कोई देश विदेशी है। कवि का तात्पर्य यह है कि सभी मनुष्य एक हैं यद्यपि वे दुनिया के विभिन्न देशों से संबंध रखते हैं । इसी प्रकार कोई भी देश एक-दूसरे से अलग नहीं है। विभिन्न देशों के सिपाहियों द्वारा पहनी जाने वाली वर्दी रंग में भिन्न हो सकती है, लेकिन सिपाही स्वयं हर प्रकार से समान होते हैं। वे उसी हवा में सांस लेते हैं अर्थात् सभी देशों के सिपाही एक ही हवा में सांस लेकर जीवित रहते हैं। जिस जमीन पर विभिन्न देशों के लोग चलते हैं वह उसी जमीन का हिस्सा है जिस पर हम चलते हैं। हमारी ही तरह वे भी इसी ज़मीन के नीचे दफन होकर लेट रहे होंगे।

Stanza 2.

They, too, aware of sun and air and water,
Are fed by peaceful harvests, by war’s long winter starv’d.
Their hands are ours, and in their lines we read
A labour not different from our own.

Reference : These lines have been taken from James Kirkup’s peom, “No Men are Foreign’.
Context : The poet is taking further the idea of the oneness of all men.

Explanation : The people of different countries are aware, like us, of the importance of the sun, air and water in their lives. They grow harvests of grain to feed themselves during peace times, but during wars, they suffer from starvation. They have hands as we do and they labour with their hands very much like us. The poet means to say that people of all the countries lead the same kind of life.

सन्दर्भ : ये पंक्तियाँ जेम्स किरकुप की कविता ‘No Men are Foreign’ से ली गयी हैं। प्रसंग : कवि सभी मनुष्यों की समानता के विचार को आगे बढ़ा रहा है।
व्याख्या : विभिन्न देशों के लोग हमारे ही समान जीवन में सूर्य, वायु एवं जल के महत्त्व के प्रति सचेत हैं। वे भोजन के लिए अनाज की फसलें उगाते हैं, जब शान्ति का समय होता है, किन्तु युद्धों के दौरान वे भूख से पीड़ित रहते हैं। उनके भी हमारे जैसे हाथ होते हैं और वे हमारे ही समान उन हाथों से परिश्रम करते हैं। कवि का तात्पर्य यह है कि सभी देशों के लोग एक जैसा जीवन बिताते हैं।

Stanza 3.

Remember they have eyes like ours that wake
Or sleep, and strength that can be won
By love. In every land is common life
That all can recognise and understand. 

Reference : These lines are from James Kirkup’s poem, ‘No Men are Foreign’.
Context : The poet insists on the similarity of physical and mental features of all men of all the countries.
Explanation : All men have eyes like our own. They wake or sleep and their eyes behave very much like our eyes. They have strength, which can be kept under control by love. Life is the same in every country and this fact is realised and understood by all the people of the world.

सन्दर्भ : ये पंक्तियाँ जेम्स किरकुप की कविता ‘No Men are Foreign’ से ली गयी हैं। प्रसंग : कवि सभी देशों के सभी लोगों की शारीरिक एवं मानसिक रचना की समानता पर जोर देता है।
व्याख्या : सभी लोग हमारे जैसी आँखें रखते हैं। वे सोते हैं, अथवा जागते हैं और उनकी आँखें उन स्थितियों में वैसा ही व्यवहार करती हैं जैसाकि हमारी आँखें। सभी लोगों में शक्ति होती है जिसे प्रेम से नियंत्रण में रखा जा सकता है। प्रत्येक देश में जीवन एक जैसा ही होता है और इस सत्य को दुनिया के सभी लोग महसूस करते हैं तथा समझते हैं।

Stanza 4.

Let us remember, whenever we are told
To hate our brothers, it is ourselves
That we shall dispossess, betray, condemn.
Remember, we who take arms against each other. 

Reference : These lines are from James Kirkup’s, ‘No Men are Foreign’.
Context : The poet is insisting upon oneness and indivisibility of all human beings.
Explanation : The poct says that if we hate our brothers of another country, we only deprive, deceive, and condemn ourselves. Again, if we take up arms against them, we will be killing only ourselves. The poet means to say that all men are brothers and to kill anyone will be like killing ourselves. So, we should not think of harming a man simply because he lives in a country different from that of ours.

सन्दर्भ : ये पंक्तियाँ जेम्स किरकुप की कविता ‘No Men are Foreign’ से ली गयी हैं। प्रसंग : कवि सभी मनुष्यों की समानता एवं अविभाजनीयता पर जोर देता है।
व्याख्या : कवि कहता है कि अगर हम किसी अन्य देश के भाइयों से नफरत करेंगे तो हम केवल स्वयं को ही वंचित करेंगे, धोखा देंगे तथा स्वयं की ही निन्दा करेंगे।
पुनश्चः, अगर हम उनके विरुद्ध अस्त्र उठायेंगे तो हम केवल स्वयं को ही मार रहे होंगे। कवि का तात्पर्य यह है कि सभी लोग भाई-भाई हैं तथा किसी को भी मारना स्वयं को मारने के समान होगा। इसलिए हमें किसी व्यक्ति को केवल इस कारण हानि पहुँचाने की बात नहीं सोचनी चाहिए कि वह हमारे देश से भिन्न देश का रहने वाला है।

Stanza 5.

It is the human earth that we defile.
Our hells of fire and dust outrage the innocence
Of air that is everywhere our own,
Remember, no men are foreign, and no countries strange.

Reference : These lines have been taken from James Kirkup’s poem, “No Men are Foreign’.
Context : The poet is warning us against fruitless wars with other countries.
Explanation : The poet says that, if we take up arms to kill each other, we will only pollute the earth by such acts. Our use of firearms and the clouds of dust raised by a war, only make our dear earth dirty. By using arms against each other, we will be only polluting the clean air, which is our collective wealth. The poet means to warn us against the tendency to consider others “strange” and “foreign”. All problems arise from this tendency.

सन्दर्भ : ये पंक्तियाँ जेम्स किरकुप की कविता, ‘No Men are Foreign’ से ली गयी हैं। प्रसंग : कवि हमें दूसरे देशों के साथ व्यर्थ ही युद्ध करने के विरुद्ध चेतावनी देता है।
व्याख्या : कवि कहता है कि अगर हम एक-दूसरे को मारने के लिए हथियार उठाते हैं तो हम पृथ्वी को ऐसे कार्यों से केवल गन्दा ही करेंगे। आग्नेय अस्त्रों के प्रयोग तथा युद्ध के कारण उठने वाले धूल के गुबार केवल हमारी प्रिय धरती को दूषित ही करेंगे। एक-दूसरे के विरुद्ध हथियारों का प्रयोग कर हम केवल स्वच्छ हवा को ही प्रदूषित करेंगे, जो हमारी साझा सम्पत्ति है। कवि हमें दूसरों को “अजनबी” तथा “विदेशी” मानने की प्रवृत्ति के विरुद्ध चेतावनी देता है। सभी समस्याएँ इसी मानसिकता के कारण पैदा होती हैं।

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