English 9

UP Board Solutions for Class 9 English Poetry Chapter 2 Sympathy

UP Board Solutions for Class 9 English Poetry Chapter 2 Sympathy

UP Board Solutions for Class 9 English Poetry Chapter 2 Sympathy

COMPREHENSION QUESTIONS

Read the following stanza and answer the questions on it: 
(निम्नलिखित पद्यांश को पढ़िए और उस पर दिए हुए प्रश्नों के उत्तर लिखिए 🙂
(1) I layinsorrow, ………. kindly word.
Questions:
1. What did the proud man hear?
( अभिमानी व्यक्ति ने क्या सुना ? )
2. How did the proud man help the poet ?
(अभिमानी व्यक्ति ने कवि की सहायता कैसे की ? )
3. What was the condition of the poet? Who heard him?
( कवि की दशा कैसी थी? उसे किसने सुना?)
4. How did the proud man help him? What was lacking in his help?
(अभिमानी व्यक्ति ने उसकी सहायता कैसे की? उसमें किस बात की कमी थी ? )
Answers:
1. The proud man heard the grief of the poet.
(अभिमानी व्यक्ति ने कवि के दुःख को सुना।)
2. The proud man helped the poet with money.
(अभिमानी व्यक्ति ने कवि की धन से सहायता की। )
3. The poet was in sorrow and distress. A proud man heard him.
( कवि शोक तथा दुःख में था। एक अभिमानी व्यक्ति ने उसे सुना।)
4. The proud man helped him with money. His help was lacking in sympathy.
(अभिमानी व्यक्ति ने धन से उसकी सहायता की । उसकी सहायता में सहानुभूति की कमी थी । )
(2) My sorrow passed………..blessed his charity.
Questions:
1. “My sorrow passed—” Who said and what does he mean by these words ?
( दिये हुए शब्द किसने कहे और इन शब्दों से उसका क्या तात्पर्य है?)
2. When did the poet pay back his money?
( कवि ने उसका धन कब लौटाया ? )
3. Who stood erect and when?
(कौन सीधा खड़ा हुआ और कब ? )
4. What three things did the poet do?
(कवि ने कौन-से तीन काम किये?)
Answers:
1. The poet said these words. By these words he means that he has recovered.
(ये शब्द कवि ने कहे। इन शब्दों से उसका तात्पर्य है कि अब वह ठीक है। )
2. The poet paid back his money when his sorrow was over.
(कवि ने उसका धन लौटा दिया जब उसका दुःख समाप्त हो गया। )
3. The poet stood erect when he had paid the money to the proud man.
( कवि सीधा खड़ा हो गया जब उसने अभिमानी व्यक्ति को धन लौटा दिया। )
4. The poet did the following three things : (i) The poet paid back the money to the man. (ii) He thanked him for his help. (iii) The poet blessed him. – (कवि ने निम्नलिखित तीन काम किये – (i) कवि ने उस मनुष्य का धन वापस कर दिया। (ii) उसने उसकी सहायता के लिए उसे धन्यवाद दिया। (iii) कवि ने उसे आशीर्वाद दिया। )
(3) I lay in want, ……………… watched me night and day.
Questions:
1. Was the poet again ill? How do you know ?
( क्या कवि पुन: बीमार हो गया? आप कैसे जानते हो?)
Or Which words suggest that the poet was ill?
( कौन-से शब्द बताते हैं कि कवि बीमार था? )
2. Was the poet again in need of something? How do you know?
(क्या कवि पुनः किसी वस्तु की आवश्यकता में था ? आप कैसे जानते हैं? )
3. How did the poor man help the poet?
(गरीब आदमी ने कवि की सहायता कैसे की ? )
Answers:
1. Yes, the poet was again ill. I know it by the words grief and pain.
( हाँ, कवि पुनः बीमार हो गया। मुझे यह ‘grief and pain’ शब्दों से पता लगता है।)
2. The poet was in need of sympathy. We know it by the words ‘want’ and ‘grief used by the poet.
( कवि को सहानुभूति की आवश्यकता थी। हमें इस बात का पता कवि के द्वारा प्रयोग किये हुए शब्द ‘want’ तथा ‘grief’ से चलता है । )
3. The poor man soothed the head of the poet. He gave him food. He looked after him day and night.
(गरीब आदमी ने कवि का सिर दबाया। उसने उसे भोजन दिया। उसने दिन-रात उसकी देखभाल की। )
(4) How shallI pay ……………… heavenly sympathy.
Questions:
1. Why cannot the poet pay back for the man’s gratitude ?
( कवि उस आदमी के एहसान का बदला क्यों नहीं चुका सकता?)
2. How is poor man’s help greater than gold ?
( गरीब आदमी की सहायता सोने से बढ़कर कैसे थी ? )
3. Why is sympathy described as heavenly ?
(सहानुभूति को ईश्वरीय क्यों कहा गया है ? )
Answers:
1. The poet cannot pay back for the man’s gratitude because the poet feels that money can be repaid but sympathy can never be repaid.
(कवि मनुष्य के एहसान का बदला नहीं चुका सकता, क्योंकि कवि महसूस करता है कि धन चुकाया जा सकता है लेकिन एहसान कभी नहीं चुकाया जा सकता।)
2. Poor man’s help is greater than gold because gold or money can be repaid but man’s gratitude or sympathy cannot be repaid.
(गरीब आदमी की सहायता सोने से बढ़कर है क्योंकि सोना या धन को पुनः चुकाया जा सकता है जबकि मनुष्य का एहसान अर्थात् सहायता को नहीं चुकाया जा सकता।)
3. Sympathy is described as heavenly because it is a noble gift. It is not based on selfish motive. It is above money and is liked by gods.
(सहानुभूति को ईश्वरीय कहा गया है, यह एक अच्छा उपहार है। यह स्वार्थकारी उद्देश्य पर आधारित नहीं है। यह धन से ऊपर है और देवताओं द्वारा पसन्द किया जाता है।)
APPRECIATION OF THE POEM
Answer the following questions:
Q. 1. What did the poet do to the rich man? Mention three things that he did.
( कवि ने धनी व्यक्ति के साथ क्या किया? उसकी की हुई तीन बातों का वर्णन कीजिए।)
Ans. Later on the poet returned the rich man his money. He stood before him with honour, thanked him and blessed him for his charity.
( कवि ने धनी व्यक्ति को उसका धन लौटा दिया। वह सम्मानपूर्वक उसके सामने खड़ा हो गया, उसे धन्यवाद दिया और उसकी उदारता के लिए उसे आशीर्वाद दिया। )
Q. 2. The poor man’s help is greater than gold, why?
(गरीब आदमी की सहायता धन से अधिक महान् है, क्यों? )
Ans. The poor man’s help is greater than gold because it cannot be repaid.
(गरीब आदमी की सहायता धन से अधिक महान् है, क्योंकि इसे चुकाया नहीं जा सकता। )
Q.3. Two men helped the poet. Why does he think that he cannot pay back the poor man?
(कवि की सहायता दो व्यक्तियों ने की । वह ऐसा क्यों सोचता है कि वह निर्धन व्यक्ति का ऋण नहीं चुका सकता? )
Ans. The rich man helped the poet with money. He paid it back. But the poor man showed kindness and sympathy. There is nothing to repay it.
( धनी व्यक्ति ने कवि की सहायता धन से की। उसने इसे चुका दिया। किन्तु गरीब आदमी ने दया और सहानुभूति दिखायी। इसे चुकाने के लिए संसार में कुछ नहीं है। )
Q. 4. What difference do you see between the ‘proud man’ and the ‘poor man’?
(‘एक अभिमानी व्यक्ति’ और ‘एक गरीब व्यक्ति’ में आप क्या अन्तर पाते हैं?)
Ans. The proud man has no true feelings of kindness and sympathy. But the poor man is kind, humble and sympathetic. He serves selflessly.
(एक अभिमानी व्यक्ति के अन्दर दया और सहानुभूति की सच्ची भावनाएँ नहीं होतीं। किन्तु एक गरीब आदमी दयालु, विनम्र और सहानुभूतिपूर्ण होता है। वह निःस्वार्थ रूप से सेवा करता है।)
Q5. Why is sympathy described as ‘heavenly’? Which of the following would you describe as heavenly?
(सहानुभूति को ईश्वरीय क्यों कहा गया है? निम्नलिखित में से किसको आप ईश्वरीय कहेंगे?)
pride (गर्व), selfishness (स्वार्थ), kindness (दया), goodness (भलाई), indifference towards the poor and the sick (गरीब तथा बीमार के प्रति अरुचि), loving care of the old (बूढ़ों की प्यार भरी देखभाल)
Ans. Sympathy cannot be bought or sold. It is above gold. So it is described as ‘heavenly’. Kindness, goodness and loving care of the old can be described as heavenly.
(सहानुभूति को खरीदा या बेचा नहीं जा सकता। यह धन से ऊपर होती है। इसलिए इसे ‘ईश्वरीय’ कहा गया है। है। दया, भलाई और बूढ़े आदमी के प्रति देखभाल ईश्वरीय गुण हैं।)
CENTRAL IDEA OF THE POEM
In this poem a rich man helps a sorrowful man with money. But another time a poor man shows him sympathy. The poet concludes that sympathy is more valuable than gold. A man in trouble needs our sympathy more than our money. Sympathy is a debt that can never be repaid.
(इस कविता में एक धनी व्यक्ति एक दुःखी व्यक्ति की सहायता धन से करता है। दूसरी बार एक गरीब आदमी उसे सहानुभूति दिखाता है। कवि निष्कर्ष निकालता है कि सहानुभूति सोने से अधिक मूल्यवान है। मुसीबत के समय मनुष्य को धन की अपेक्षा सहानुभूति की अधिक आवश्यकता होती है। सहानुभूति एक ऋण है जिसे कभी नहीं चुकाया जा सकता।)
LEARNING FROM THE POEM
The poem teaches us that we should help the poor and sick people. Kindness and sympathy are divine. They cost nothing. So we should give them freely. These are the heavenly merits.
(कविता से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें गरीबों तथा बीमार व्यक्तियों की सहायता करनी चाहिए। दया और सहानुभूति ईश्वरीय हैं। उनका मूल्य कुछ नहीं होता। इसलिए हमें इन्हें स्वतन्त्रतापूर्वक देना चाहिए। ये ईश्वरीय गुण हैं । )

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *