प्रत्यास्थता किसे कहते हैं | प्रत्यास्थता की परिभाषा दीजिए
प्रत्यास्थता किसे कहते हैं | प्रत्यास्थता की परिभाषा दीजिए
प्रत्यास्थता
प्रत्यास्थता (Elasticity)
◆ प्रत्यास्थता पदार्थ का वह गुण है, जिसके कारण वस्तु उस वस्तु पर लगाये गये बाह्य बल से उत्पन्न किसी भी प्रकार के परिवर्तन का विरोध करती है तथा जैसे ही बल हटा लिया जाता है, वह अपनी पूर्व अवस्था में वापस आ जाती है।
प्रत्यास्थता की सीमा (Elastic Limit)
◆ विरूपक बल के परिणाम की वह सीमा जिसमें कम बल लगाने पर पदार्थ में प्रत्यास्थता का गुण बना रहता है तथा जिससे अधिक बल लगाने पर पदार्थ का प्रत्यास्थता का गुण समाप्त हो जाता है, प्रत्यास्थता की सीमा कहलाती है।
विकृति (Strain)
◆ किसी तार पर विरूपक बल लगाने पर उसकी प्रारंभिक लंबाई L में वृद्धि I होती है, तो I/L को विकृति कहते हैं।
प्रतिबल (Stress)
◆ प्रति एकांक क्षेत्रफल पर लगाये गये बल को प्रतिबल कहते हैं।
प्रत्यास्थता का यंग मापांक (Young’s Modulus of Elasticity)
◆ प्रतिबल और विकृति के अनुपात को तार के पदार्थ की प्रत्यास्थता का यंग मापांक कहते हैं।
हुक का नियम (Hook’s Law)
◆ प्रत्यास्थता की सीमा में किसी वस्तु में उत्पन्न विकृति उस पर लगाये गये प्रतिबल के अनुक्रमानुपाती होती है। इसे निम्न सूत्र से व्यक्त किया जाता है-
प्रतिबल α विकृति या प्रतिबल / विकृति x E (एक नियतांक) = प्रत्यास्थता गुणांक
प्रत्यास्थता गुणांक (E) का मान भिन्न-भिन्न पदार्थों के लिए भिन्न-भिन्न होता है। इसका SI मात्रक न्यूटन मीटर² होता है, जिसे पास्कल कहते हैं।
◆ यंग का प्रत्यास्थता गुणांक, Y = अनुदैर्ध्य प्रतिबल / अनुदैर्ध्य विकृति
यदि विकृति आयतन में हो, तो उसे आयतन प्रत्यास्थता गुणांक (K) कहते हैं। अपरूपण विकृति (shear) के लिए इसे दृढ़ता गुणांक (n) कहते हैं।