गुप्त काल | general knowledge | सामान्य ज्ञान
गुप्त काल | general knowledge | सामान्य ज्ञान
● गुप्त संवत् की स्थापना किसने की?
―चन्द्रगुप्त प्रथम ने
● गुप्त वंश की स्थापना किसने की थी?
―श्री गुप्त ने
● किस वंश को भारत की संस्कृति में स्वर्ण युग कहा जाता है ?
―गुप्त काल को
● गुप्त साम्राज्य का उदय किस सदी में हुआ था ?
―तीसरी सदी के अन्त में
● गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक किसे माना जाता है ?
―चन्द्रगुप्त प्रथम को
● चन्द्रगुप्त प्रथम, जिसे गुप्त संवत् का प्रवर्तक माना जाता है, वे गुप्त संवत्
कब चलाया ?
―319 से 320 ई. तक
● समुद्रगुप्त राजगद्दी पर कब बैठा ?
―335 ई. में
● समुद्रगुप्त किस प्रकार का शासक था?
―आक्रमणकारी एवं साम्राज्यवादी
● समुद्रगुप्त का दरबारी कवि कौन था ?
―हरिषेण
● सर्वप्रथम किसने महाराजाधिराज की उपाधि धारण की?
―चन्द्रगुप्त प्रथम ने
● भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता है ?
―समुद्रगुप्त को
● समुद्रगुप्त के बाद राजगद्दी पर कौन बैठा?
―चन्द्रगुप्त द्वितीय
● चन्द्रगुप्त द्वितीय ने अपनी पुत्री का विवाह किससे किया ?
―वाकाटक नरेश रुद्रसेन से
● चीनी यात्री फाहियान किसके समय में भारत आया था ?
―चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के
● चन्द्रगुप्त द्वितीय को दूसरे किस नाम से भी जाना जाता है ?
―देवराज
● कालीदास किसके दरबार में रहते थे?
―चन्द्रगुप्त द्वितीय के
● चन्द्रगुप्त द्वितीय के बाद कौन राजगद्दी पर बैठा?
―कुमारगुप्त
● नालन्दा विश्वविद्यालय की स्थापना किसने की थी?
―कुमार गुप्त प्रथम ने
● कुमारगुप्त के बाद कौन राजगद्दी पर बैठा ?
―स्कन्दगुप्त (455-467 ई.)
● स्कन्दगुप्त को गद्दी पर बैठते ही किसका आक्रमण का सामना करना
पड़ा?
―हुणों का
● जूनागढ़ अभिलेख में हुणों को क्या कहा गया है?
―म्लेच्छ
● गिरिनार पर्वत पर स्थित सुदर्शन झील का पुननिर्माण किसने करवाया ?
―स्कन्दगुप्त ने
● सुदर्शन झील के किनारे विष्णु मन्दिर का निर्माण किसने करवाया ?
―चक्रपालित ने
● गुप्तकालीन प्रसिद्ध मंदिर और उसके स्थान
मंदिर स्थान
विष्णु मंदिर ― तिगवा (जबलपुर, मध्य प्रदेश)
शिव मंदिर ― भूमरा (नागौदा, मध्य प्रदेश)
पार्वती मंदिर ― नयना कुठार (मध्य प्रदेश)
दशावतार मंदिर ― देवगढ़ (झाँसी, उत्तर प्रदेश)
भीतर गाँव मंदिर ― भीतर गाँव (कानपुर, उत्तर प्रदेश)
(लक्ष्मण मंदिर)
● हुणों का महत्वपूर्ण शासक कौन था?
―तोरमान
● गुप्तवंश का अन्तिम शासक कौन था ?
―विष्णु शर्मा
● तोरमान का पुत्र कौन था ?
―मिहिरकुल
● मिहिरकुल को यशोधर्मन ने कब पराजित किया था ?
―532 ई. में
● शिव के अर्द्धनारीश्वर मूर्तियाँ किस काल में बनाई गई
―गुप्त काल में
● समुद्रगुप्त के काल का इतिहास जानने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है
―इलाहाबाद स्तंभ पर उत्कीर्ण लेख
● चन्द्रगुप्त द्वितीय के काल में विद्या, कला व साहित्य का महान केन्द्र
कौन-सा था?
―उज्जैन
● किस गुप्तकालीन शासक को ‘कविराज’ कहा गया है ?
―समुद्रगुप्त को
● ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि से किस गुप्त शासक को सम्बोधित किया
गया?
―चन्द्रगुप्त द्वितीय को
● चन्द्रगुप्त द्वितीय के दरबार में नवरत्नों में सबसे अधिक प्रसिद्ध कौन थे?
―कालिदास
● कालिदास की किस कृति की गिनती विश्व की प्रसिद्ध साहित्यिक
कृतियों में होती है?
―मेघदूतम
● मालविकाग्निमित्रम् के रचनाकार कौन हैं ?
―कालिदास
● चीनी यात्री फाहयान किसके शासनकाल में भारत आया था ?
―चन्द्रगुप्त द्वितीय के
● गुप्त शासकों द्वारा जारी किए गए चाँदी के सिक्के कहलाते थे?
―रूपक
● खगोलशास्त्र में गुप्तकाल में सबसे प्रसिद्ध नाम था?
―वराहमिहिर
● गुप्तकाल में औषधि शास्त्र का प्रमुख विद्वान कौन था?
―वाग्भट्ट
● कौन-सा युग प्राचीन भारतीय कला एवं स्थापत्य के चरमोत्कर्ष पर था ?
―गुप्त युग
● गुप्तकालीन बौद्ध शिक्षा का महान केन्द्र कौन-सा था?
–नालन्दा
● वर्तमान गणित में दशमलव प्रणाली आविष्कारक का श्रेय किस युग को
था ?
―गुप्त युग को
● चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के राजदरबार में धन्वन्तरि क्या था ?
―एक प्रसिद्ध चिकित्सक
● बीजगणित के क्षेत्र में अपने योगदान के लिये विशेष रूप से कौन जाना
जाता है?
―आर्यभट्ट
● गुप्तकालीन शासन प्रणाली किस प्रकार की थी?
―राजतन्त्रात्मक
● गुप्त स्थापत्य कला का सर्वोत्कृष्ट मन्दिर कौन-सा है?
―देवगढ़ का दशावतार मन्दिर
● राजा-रानी प्रकार के गुप्तकालीन सिक्कों का प्रचलन किसने करवाया ?
―चन्द्रगुप्त प्रथम ने
● समुद्रगुप्त का ‘प्रयाग प्रशस्ति लेख’ किस भाषा में लिखवाया गया ?
―संस्कृत में
● समुद्रगुप्त का समकालीन ‘सिंहलद्वीप’ का शासक कौन था?
―मेघवर्मन
● गुप्त काल में सामान्य रूप से प्रान्तपतियों को क्या कहा जाता था ?
―उपरिक
● गुप्त काल में ‘पेठ’ कहा जाता था ?
–अनेक ग्रामों के समूह को
● गुप्तकालीन नौकरशाही को किस नाम से जाना जाता था?
–अमात्य
● गुप्त काल में किस धातु से निर्मित सिक्के को ‘दीनार’ कहा गया ?
―स्वर्ण
● चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य की विजय का उल्लेख है
―महरौली लौह स्तम्भ में
● गुप्तकालीन चित्रकला का उत्कृष्टतम् रूप मिलता है
―अजन्ता में
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