मौर्य काल | general knowledge | सामान्य ज्ञान
मौर्य काल | general knowledge | सामान्य ज्ञान
● मौर्य साम्राज्य की स्थापना किसने की?
―चन्द्रगुप्त मौर्य ने (322 ई.पू. में)
● नन्द वंश के अन्तिम शासक घनानन्द को किसने हराया?
―चन्द्रगुप्त मौर्य ने
● चन्द्रगुप्त मगध साम्राज्य की गद्दी पर किसके सहयोग से बैठा ?
―चाणक्य के (322 ई. पू. में)
● ब्राह्मण साहित्य चन्द्रगुप्त मौर्य को किस कुल के मानते हैं ?
―शुद्र कुल के
● जैन और बौद्ध साहित्य चन्द्रगुप्त मौर्य को किस कुल के मानते हैं ?
―क्षत्रिय कुल
● विशाखदत्त की मुद्राराक्षस में चन्द्रगुप्त के लिए किस शब्द का प्रयोग
किया गया है?
―वृषल शब्द का
● चन्द्रगुप्त मौर्य की संज्ञा का प्राचीनतम अभिलेखीय साक्ष्य कहाँ से मिलता
―रूद्रदामन के जूनागढ़ अभिलेख से
● चन्द्रगुप्त मौर्य एवं सेल्यूकस के बीच युद्ध किस ई. पू. में हुआ था ?
―305 ई. पू.
● सेल्यूकस ने अपने राजदूत मेगास्थनीज को किसके दरबार में भेजा था ?
―चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में
● मेगास्थनीज की रचना थी
―इंडिका
● प्रमुख भारतीय शासक, वंश एवं उपाधियाँ
शासक वंश उपाधियाँ
बिन्दुसार मौर्य वंश अमित्रघाट
अशोक मौर्य वंश देव नामप्रिय, प्रियदर्शी
कनिष्क कुषाण वंश देवपुत्र
हाल सातवाहन वंश कवि वत्सल
गौतमीपुत्र सातकर्णी सातवाहन वंश क्षत्रियदर्पमान मर्दन
समुद्र गुप्त गुप्त वंश कविराज पराक्रमांक
चन्द्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश महाराजाधिराज
चन्द्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश विक्रमादित्य
हर्षवर्द्धन पुष्यभूति वंश शिलादित्य
पुलकेशिन द्वितीय चालुक्य (वातापी) परमेश्वर
महेन्द्रवर्मन प्रथम पल्लव वंश विचित्रचित्र
नरसिंहवर्मन प्रथम पल्लव वंश वातापीकोंड, महामल्ल
गोविन्द तृतीय राष्ट्रकूट वंश जगतुंग
विक्रमादित्य चतुर्थ चालुक्य (कल्याणी) त्रिभुवन मल्ल
विक्रमादित्य द्वितीय चालुक्य (वेंगी) नरेन्द्र मृगराज
राज राज चोल वंश जयमगोंड, चोलमार्तण्ड
राजेन्द्र प्रथम चोल वंश गंगैकोंड चोल
● चन्द्रगुप्त को यूनानियों ने क्या कहा है?
―सैन्ड्रोकोट्स
● अपने जीवन के अंतिम समय में चन्द्रगुप्त ने कौन-सा धर्म स्वीकार
किया?
―जैन धर्म
● चन्द्रगुप्त मौर्य की मृत्यु कब और कहाँ हुई थी?
―298 ई. पू. श्रवणबेलगोला में
● कौटिल्य की पुस्तक का नाम क्या था ?
―अर्थशास्त्र
● सेल्यूकस ने चन्द्रगुप्त को कौन-कौन से प्रांत दिये थे?
―काबुल,हेरात, कन्धार एवं मकरान
● चन्द्रगुप्त का साम्राज्य कितने प्रान्तों में विभाजित था ?
―चार
● चन्द्रगुप्त मौर्य के दक्षिण विजय की जानकारी किस ग्रंथ से मिलती है ?
―तमिल ग्रंथ-अहनानुरू एवं मुरनानुरू से
● चन्द्रगुप्त मौर्य के विभागों के अध्यक्ष को क्या कहा जाता था ?
―अमात्य
● चन्द्रगुप्त का प्रधानमंत्री कौन था?
―चाणक्य
● चन्द्रगुप्त का जैन गुरू कौन था ?
―भद्रबाहु
● चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपना शरीर किस प्रकार से त्याग किया था ?
―सल्लेखना विधि से
● चन्द्रगुप्त मौर्य का पुत्र बिन्दुसार किस ई. पू. में गद्दी पर बैठा ?
―298 ई. पू. में
● तक्षशिला में विद्रोह किस शासक के समय हुआ था ?
―बिन्दुसार के
● बिन्दुसार के दरबार में कौन यूनानी राजदूत आया था ?
―डाइमेकस
● बिन्दुसार किस सम्प्रदाय का अनुयायी था?
―आजीवक सम्प्रदाय का
● बिन्दुसार का प्रधानमंत्री कौन था ?
―चाणक्य
● पाटलिपुत्र को पालिब्रोथा नाम किसने दिया था ?
―मेगास्थनीज ने
● मौर्य साम्राज्य का महानतम शासक कौन था ?
―अशोक
● अभिलेखों में अशोक को किस नाम से सम्बोधित किया गया है ?
―देवानाम प्रिय या देवानामप्रियदर्शी
● पुराणों में अशोक का किस नाम से जाना जाता है ?
―अशोक वर्द्धन
● अशोककालीन मौर्य साम्राज्य के प्रांत
प्रांत राजधानी वर्तमान स्थिति
उत्तरापथ तक्षशिला पाकिस्तान
प्राच्च (पूर्वी प्रांत) पाटलिपुत्र बिहार
अवन्ति उज्जयिनी मध्य प्रदेश
दक्षिणापथ सुवर्णगिरि कर्नाटक
कलिंग तोसली ओडिशा
● अशोक के शासनकाल के प्रमुख अधिकारी एवं कार्य
अधिकारी कार्य
अग्रमात्य ― सम्राट का मुख्यमंत्री तथा सहायक
महामात्र ― प्रशासन के विभिन्न विभागों के अध्यक्ष
राजुक ― प्रांतीय स्तर के उच्चाधिकारी
युक्त या युक्तक ― राजस्व संग्रह करने वाला
प्रादेशिक ― जिले का पदाधिकारी
● अशोक के अभिलेखों को किसने पढ़ा
―जेम्स प्रिंसेप (1837) ने
● अशोक ने कलिंग विजय किस ई. पू. में की ?
―261 ई. पू. में
● कलिंग की राजधानी कहाँ थी?
―तोसली
● कलिंग किसलिए प्रसिद्ध था ?
―हाथियों के लिए
● कलिंग युद्ध का वर्णन अशोक के कौन-से शिलालेख से मिलता है ?
―तेरहवें शिलालेख से
● अशोक ने नेपाल में कौन-सा नगर बसाया?
―ललित पतन नगर
● कलिंग युद्ध के बाद अशोक ने भेरी घोष त्यागकर कौन-सा घोष
अपनाया?
―धम्म घोष
● अशोक की कर नीति की जानकारी किस अभिलेख से मिलती है?
―रूमिन्देई अभिलेख से
● अशोक बौध धर्म अपनाने से पहले किसका पूजा करता था ?
―भगवान शिव का
● अशोक को किसने बौद्ध धर्म दीक्षित किया?
―उपगुप्त
● अशोक की माता का नाम क्या था ?
―सुभद्रांगी
● अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए किसको श्रीलंका भेजा ?
―पुत्र महेन्द्र और पुत्री संघमित्रा को
● मौर्य वंश ने कितने वर्षों तक शासन किया ?
―लगभग 137 वर्ष
● मौर्य वंश का अन्तिम शासक कौन था ?
―बृहद्रथ
●अशोक के अधिकांश अभिलेख किस लिपि में लिखी गयी है ?
―ब्राह्मी लिपि में
● अशोक के शिलालेख के प्राप्ति स्थान, खोज वर्ष,
स्थान एवं लिपि
प्राप्ति स्थान वर्ष स्थान लिपि
जूनागढ़ 1822 गिरनार (सौराष्ट्र) ब्राह्मी
शाहबाजगढ़ी 1836 पेशावर (पाकिस्तान) खरोष्ठी
धौली 1837 पुरी (उड़ीसा) ब्राह्मी
कालसी 1837 देहरादून (उत्तराखण्ड) ब्राह्मी
जौगढ़ 1850 गंजाम (उड़ीसा) ब्राह्मी
सोपारा 1882 थामा (सौराष्ट्र) ब्राह्मी
मानसेहरा 1889 हजारा (पाकिस्तान) खरोष्ठी
इरागुड़ी 1916 हैदराबाद (आंध्रप्रदेश) ब्राह्मी
● अशोक द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में भेजे गये बौद्ध प्रचारक
बौद्ध प्रचारक विभिन्न क्षेत्र
महेन्द्र, संघमित्रा ― श्रीलंका
मज्झान्तिक ― कश्मीर, गांधार
सोन, उत्तरा ― सुवर्ण भूमि
रक्षित ― उत्तरी कनारा
धर्म रक्षित ― पश्चिमी भारत
महा रक्षित ― यवन राज्य
महाधर्म रक्षित ― महाराष्ट्र
महादेव ― मैसूर
● बृहद् शिलालेखों की संख्या कितनी है ?
―14 (चौदह)
● चाणक्य का अन्य नाम क्या था?
―विष्णुगुप्त
● मैकियावेली के प्रिंस की तुलना किससे की जाती है ?
―कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’ से
● मुद्राराक्षस का लेखक कौन थे?
―विशाखदत्त
● ‘सौन्दरानन्द’ किसकी रचना है?
―अश्वघोष की
● साँची का स्तूप किस शासक ने बनवाया था ?
―अशोक ने
● मौर्यवंश से पूर्व मगध का शासक कौन था ?
―घनानन्द
● कौटिल्य ने किस भाषा में अर्थशास्त्र की रचना की थी?
―संस्कृत भाषा में
● चन्द्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में धार्मिक अनुष्ठानों का मन्त्री को क्या
कहा जाता था?
―पुरोहित
● मौर्यकाल में जनपद से प्राप्त होने वाली आय को क्या कहा जाता था ?
―राष्ट्र
● मौर्यकालीन शासन व्यवस्था की सर्वाधिक छोटी इकाई थी।
―ग्राम
● अशोक के चौदह शिलालेखों में सर्वाधिक महत्व वाला कौन शिलालेख
है?
―तेरहवाँ शिलालेख
● अशोक के कौन-से शिलालेख में यह घोषणा है कि “सभी मनुष्य मेरे
बच्चे हैं।”
―प्रथम शिलालेख में
● अशोक का तेरहवाँ शिलालेख जिसमें कलिंग विजय का वर्णन है, कहाँ
से प्राप्त हुआ था ?
―धौली से
● मौर्य काल में जनसाधारण की भाषा क्या थी ?
―पालि
● मौर्य साम्राज्य में प्रचलित मुद्रा का नाम क्या था?
―पण
● मौर्य काल में शिक्षा का सर्वाधिक प्रसिद्ध केन्द्र था ?
―तक्षशिला
● किस मौर्य राजा ने दक्कन की विजय प्राप्त की थी ?
―चन्द्रगुप्त मौर्य
● पाटलिपुत्र में स्थित चन्द्रगुप्त का महल मुख्यत: बना था
―लकड़ी का
● किस अभिलेख से यह साबित होता है कि चन्द्रगुप्त का प्रभाव पश्चिम
भारत तक फैला हुआ था ?
―रूद्रदमन का जूनागढ़ अभिलेख से
● वैसे स्तम्भ जिसमें अशोक ने स्वयं को मगध का सम्राट बताया है
―भाब्रू स्तम्भ
● श्रीनगर की स्थापना किस मौर्य शासक ने की?
―अशोक ने
● अशोक के प्रमुख शिलालेख एवं उनमें वर्णित विषय
शिलालेख वर्णित विषय
पहला ― इसमें पशुबली की भर्त्सना की गयी है।
दूसरा ― इसमें मनुष्य एवं पशु दोनों की चिकित्सा-व्यवस्था का
वर्णन किया गया है।
तीसरा ― इसमें युक्तकों, राजुकों तथा प्रादेशिकों को आदेश दिया
गया है कि हर पाँचवें वर्ष के उपरान्त साम्राज्य के
सभी भागों में निरीक्षाटन के लिए जाये तथा धर्म के
प्रसार हेतु भी कार्य करें।
चौथा ― इस अभिलेख में भेरीघोष की जगह धम्मघोष की
घोषणा की गयी है।
पाँचवाँ ― इस शिलालेख में धर्म-महापात्रों की नियुक्ति के विषय |
में जानकारी मिलती है।
छठा ― इसमें सक्षम प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन तथा
आत्म-नियंत्रण की शिक्षा दी गयी है।
सातवाँ ― सभी सम्प्रदायों के बीच सह-अस्तित्व, आत्म संयम
तथा मानसिक शुद्धता का आह्वान किया गया है।
आठवाँ ― इसमें अशोक की तीर्थ-यात्राओं का उल्लेख किया
गया है।
नौवाँ ― इसमें सच्ची भेंट तथा सच्चे शिष्टाचार का उल्लेख
किया गया है।
दसवाँ ― इसमें अशोक ने आदेश दिया है कि राजा तथा उच्च
अधिकारी हमेशा प्रजा के हित में सोचें।
ग्यारहवाँ ― इसमें धमम को महिमा प्रदान करना, धम्म की प्रशंसा
एवं अनुशंसा, धम्म में सहयोग एवं धम्म की शिक्षा
प्रदान करना बताया गया है।
बारहवाँ ― इसमें स्त्री महामात्रों की नियुक्ति एवं सभी प्रकार के
विचारों के सम्मान की बात कही गयी है।
तेरहवाँ ― यह अभिलेख अशोक का सबसे लम्बा अभिलेख है।
इसमें कलिंग युद्ध का वर्णन एवं अशोक के
हृदय-परिवर्तन की बात कही गयी है।
चौदहवाँ ― इसमें अशोक ने जनता को धार्मिक जीवन बिताने के
लिए प्रेरित किया है।
● किस ग्रंथ में शूद्रों के लिए ‘आर्य’ शब्द का प्रयोग हुआ है ?
―अर्थशास्त्र में
● मौर्य काल में ‘एग्रनोमाई’ किसे कहा जाता था ?
―सड़क निर्माण अधिकारी को
● मौर्य काल में गुप्तचरों को क्या कहा जाता था ?
―गूढ पुरुष
● ‘भारतीय लिखने की कला नहीं जानते’ यह किसकी उक्ति है?
―मेगास्थनीज के
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