General knowledge in hindi | जन्तु जगत का वर्गीकरण
General knowledge in hindi | जन्तु जगत का वर्गीकरण
जन्तु विज्ञान (ZOOLOGY)
जन्तु संघ/वर्ग प्रमुख जन्तु
प्रोटोजोआ ― अमीबा, एण्टअमीबा, यूग्लीना, मोनोसिस्टिस,
प्लाज्मोडियम, पैरामीशियम, ट्रिपैनोसोमा,
लिशमैनिया, एण्टअमीबा कोलाई, एण्ट अमीबा,
जिन्जीवैलिस, ट्राइकोमोनास, वैजीनोलिस,
ट्राइकोमोनास, टेनाक्स आदि ।
पोरीफेरा ― ल्यूकोसोलीनीया, यूस्पंजिया, यूप्लक्टेला आदि ।
सीलेन्ट्रेटा ― हाइड्रा, ओबिलिया, फाइसेलिया, मूंगा,
आरीलिया (जेलीफिश), सी-एनो मोन
(मैट्रीडियम) आदि।
निमेटोडा ― वुचेरिया, ऐस्कैरिस, लम्ब्रीक्वॉएडिस,
एण्टरोबियस (थ्रेडवर्म)
एनीलिडा ― फेरीटिमा पोस्थुमा (केंचुआ), नेरिस, जोंक
आदि ।
प्लेटीहेल्मिन्थीज ― फैसिओला, टीनिया (फीता कृमि), प्लैनेरिया,
लिवर, फ्लुयुक।
आर्थोपोडा ― रेशम कीट (बाम्बिक्स मोराई), मधुमक्खी
(एपिस इंडिका), लाह उत्पन्न करने वाला
कीट, लाही, टिड्डी, जू, पिस्सू, चींटी, दीमक,
खटमल, घरेलू मक्खी, मच्छड़, बालू मक्खी,
सी-सी मक्खी, पाइरिला, रजत मीन, तितलियाँ,
भ्रमर, झींगुर, तिलचट्टा, एफिड, बर्रे,
सिकेडिडी, गोलियथ, गुबरैले आदि ।
मोलस्का ― सीपिया (कटल फिश), पाइला (घोंघा),
काईटीन, नौटिलस, अष्टपद (ऑक्टोफ्स),
टेरिडो (जहाज कृमि), माइटिलस, लोलीगो,
पिंक्टेडा, स्क्विड, उद्यान घोंघा, डोरिस (समुद्री
नींबू), एप्लीसिया, (समुद्री खरगोश) आदि ।
इकाइनोडर्मेटा ― तारा मछली (स्टार फिश) ब्रिटल स्टार, समुद्री
अरचिन, समुद्री खीरा, कुकुमेरिया, थायोन आदि।
हेमीकार्डेटा ― जीभ कृमि, बैलेनोग्लांसस, सेफैलोडिस्क्स आदि
कॉन्ड्रिक्थीज ― शार्क मछलियाँ, विद्युत रे या टारपीडो, डॉग
फिश या स्कोलियोडान, हाथी मीन या शिमेरा आदि।
आस्टिकथीज ― हिप्पोकैम्पस या समुद्री घोड़ा, रोहू, सिल्ली
मछली या कैटफिश, उड़न मछली या
एक्सोसीटस, कबई, लेपिडोसाइरन, कतला,
एनाबस, मांगुर, सिंगी, प्रोटोप्टेरिस आदि ।
उभयचर ― मेढ़क, टोड, हायला, सैलामेंडर, इक्थियोफिस आदि ।
सरीसृप ― छिपकली, साँप, कछुआ, डाइनासोर, मगरमच्छ,
एलीगेटर्स, घरेलू छिपकली, यूरोमैस्टिक्स आदि ।
पक्षी ― हमिंग बर्ड, कीवी, ईयू. शुतुरमुर्ग, मोर, बत्तख,
मुर्गा, सारस, मैना, तोता, हंस, कौआ, चील,
गिद्ध, उल्लू, बाज, कबूतर, कन्डोर्स,
एल्बाट्रासेस, आर्किओप्टेरिक्स, डोडो आदि ।
स्तनधारी ― डाल्फिन, नीली ह्वेल, चिम्पांजी, गिब्बन,
एकिडना, चूहा, ऑर्निथोरिकस या बत्तख चोंचा,
कंगारू या मैक्रोपस, छुचुंदर, चमगादड़, खरहा
या लीपस, शशक या खरगोश, कुत्ता, भेड़िया,
शेर, तेन्दुआ, बिल्ली, भालू, लोमड़ी, सील,
नेवला, मानव, बन्दर, गोरिल्ला आदि।
● वह विज्ञान जिसमें जन्तुओं के बारे में अध्ययन किया जाता है, कहलाता
है
―जन्तु विज्ञान
● जन्तु विज्ञान के जनक कहलाते हैं
―अरस्तू
● ‘चिकित्सा शास्त्र का जनक’ किसे कहा जाता है
―हिप्पोक्रेटस को
● चिकित्सा शास्त्र के विद्यार्थियों को किसकी शपथ दिलायी जाती है
―हिप्पोक्रेटस की
● मानव त्वचा का अध्ययन कहलाती है
―डर्मेटोलॉजी
● अस्थियों का अध्ययन कहलाती है
―ऑस्टियोलॉजी
● जीवों के संक्रमण के विरुद्ध प्रतिरोध का अध्ययन किया जाता है
―इम्यूनोलॉजी
● जीवाश्म का अध्ययन किसके अन्तर्गत किया जाता है
―पैलीओन्टोलॉजी
● कीड़ों के अध्ययन को कहते हैं
―एण्टोमोलॉजी
● तितलियों का अध्ययन कहलाता है
―लैपीडेटेरियोलॉजी
● मछलियों से सम्बन्धित अध्ययन कहलाता है
―इक्थियोलॉजी
● पक्षीयों से सम्बन्धित अध्ययन कहलाता है
―ऑर्निथेलॉजी
● हिस्टोलॉजी सम्बन्धित है
―ऊत्तक से
● घाव का अध्ययन कहलाता है
―ट्रोमेटोलॉजी
● कैंसर सम्बन्धित रोगों का अध्ययन कहलाता है
―ओकोलॉजी
● वंशागति के नियमों के अध्ययन को कहते हैं
―आनुवांशिकी
● मनुष्य के वातावरण को सुधारने से नस्ल सुधारना कहलाता है
―यूथेनिक्स
● उस विज्ञान को जो आनुवंशिकता के नियमों द्वारा मानव जाति की उन्नति
का अध्ययन करता है, कहते हैं
―यूजेनिक्स
● कीटों से सम्बन्धित जीव विज्ञान की शाखा कहलाती है
―इंटैमोलॉजी
● जन्तु की बाह्य आकृति एवं बाह्य संरचना का अध्ययन कहलाता है
―मॉर्फोलॉजी
● आनुवंशिक लक्षणों तथा उसकी वंशागति का अध्ययन किया जाता है
―जेनेटिक्स
● जन्तु तथा उसके आस-पास के वातावरण सम्बन्धी अध्ययन को कहते हैं
―पारिस्थितिकी
● मांसपेशियों का अध्ययन कहलाता है
―मॉयोलॉजी
● जनसंख्या का अध्ययन कहलाता है
―डेमोग्राफी
● मधुमक्खियों का पालन कहलाता है
―एपीकल्चर
● रेशम पालन कहलाता है
―सेरीकल्चर
● स्नायु तंत्र सम्बन्धित अध्ययन कहलाता है
―न्यूरोलॉजी
● वृद्ध सम्बन्धित अध्ययन कहलाता है
―जेरेन्टोलॉजी
● शिशु रोग सम्बन्धित अध्ययन कहलाता है
―पीडियाट्रिक्स
● ‘फिलॉसफिक जूलॉजी’ के लेखक कौन है
―लैमार्क
● ‘नेचुरल सलेक्शन’ का सिद्धांत किसने बनाया
―डार्विन ने
● ‘विकास का सिद्धांत’ किसके द्वारा प्रतिपादित किया था
―डार्विन द्वारा
● स्टेथोस्कोप का आविष्कार किया था
―लैनी ने
● प्लवमान जीन के सिद्धांत का प्रतिपादन किया था
―मैक्लिंटाक ने
● एडवर्ड जेनर का सम्बन्ध है
―चेचक से
● DNA संश्लेषण का प्रतिपादन किसने किया था
―कॉर्नबर्ग ने
● सर्वप्रथम रुधिर परिसंचरण की व्याख्या की थी
―हार्वे ने
● हृदय का पहला प्रतिस्थापन किसके द्वारा किया गया था
―डॉ. क्रिश्चियन बर्नार्ड द्वारा
● किसने मूल अवधारणा प्रस्तुत की थी कि सभी जीव कोशिकाओं के बने
हैं
―श्लाइडेन तथा टी. श्वान ने
● ABO रक्त समूह का पता किसने लगाया
―कार्ल लैण्डस्टीनर ने
● जम्पिंग जीन की खोज किसने की थी
―बारबरा मैक्लिन्टॉक ने
● ऐग्युलेटरी जीन की खोज की थी
―जैकब और मोनॉड ने
● पेनीसिलीन की खोज की थी
―एलेक्जेण्डर फ्लेमिंग ने
● रेबीज के टीके की खोज किसने की थी
―पाश्चर ने
● आधुनिक ऐण्टीसेप्टिक सर्जरी का जनक कौन है
―लिस्टर
● हिस्टोलॉजी शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया था
―मेयर ने
● शरीर की सुरक्षा कवच का कार्य किस प्रकार की ऊत्तक करते हैं
―एपिथीलियमी ऊत्तक
● घाव भरने में सहायक ऊत्तक है
―एपिथीलियमी उत्तक
● मनुष्य के शरीर में सबसे लम्बी कोशिका होती है
―तंत्रिका कोशिका
● तंत्रिका ऊत्तक की इकाई है
―न्यूरॉन
● मानव की त्वचा सबसे मोटी होती है
―तलवे पर
● लैक्राइमल ग्रन्थियाँ स्रावित करती है
―आंसू
● शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में संवेदना का चालन किसके द्वारा होता
है
―तंत्रिका ऊत्तक द्वारा
● किस रचना के द्वारा अस्थि से अस्थि को जोड़ा जाता है
―लिगामेंट
● मोटापा किसकी अधिकता के कारण होता है
―वसा ऊत्तक के
● मास्ट कोशिकाएँ पायी जाती है
―संयोजी ऊत्तक में
● फेफड़ों को ढकने वाला आवरण कहलाता है
―प्लूरा
● दाँत मुख्य रूप से बने होते हैं
―डेन्टाइन के
● दाँत का शिखर बना होता है
―एनामिल के
● टेण्डन जोड़ता है
―पेशी को हड्डी से
● आनुवंशिकी इकाईयाँ है
―जीन
● जीव अवस्थित होते हैं
―गुणसूत्रों में
● ‘एक जीन, एक एन्जाइम’ सिद्धांत प्रतिपादित किया था
―बीडल व टैटम ने
● कोशिका में पाया जाने वाला आनुवंशिक पदार्थ है
―DNA
● DNA का डबल हेलिक्स मॉडल किसने दिया
―वाटसन व क्रिक ने
● माता-पिता के गुण संतानों में स्थानान्तरित होते हैं
―गुणसूत्र द्वारा
● मनुष्य में द्विगुणित क्रोमोसोम की संख्या होती है
―23
● मानव में गुणसूत्रों की कुल संख्या होती है
―46
● मानव में नर का गुणसूत्र सम्मिश्रण होता है
―XY
● लड़का पैदा होता है, जब
―बच्चे में XY गुणसूत्र हो
● बच्चों के लिंग निर्धारण के लिए उत्तरदायी क्रोमोसोम है
―पिता का
● एक सामान्य मानव शुक्राणु में ऑटोसोम की संख्या होती है
―22 जोड़ी
● कौन-सा क्रोमोसोम के मिलने से लड़का का जन्म होगा
―पुरुष का Y व स्त्री का X
● एक लिंग सहलग्न रोग है
―वर्णान्धता
● लाल-हरी वर्णान्धता का कारण है
―X गुणसूत्रों की वंशगति
● एक वर्णान्ध पुरुष व सामान्य महिला की संतानों में पुत्रों के वर्णान्ध होने
की सम्भावना है
―शून्य
● शिशु का पितृत्व स्थापित करने के लिए किस तकनीक का प्रयोग किया
जाता है
―DNA फिंगर प्रिंटिंग
● जैव विकास को सर्वप्रथम किसने समझाया
―लैमार्कने
● जीवों के प्राकृतिक चयन का सिद्धांत प्रतिपादित किया
—डी. डार्बोन ने
● ‘योग्यता की उत्तरजीविता’ का प्रतिपादन किया
―डार्विन ने
● उत्परिवर्तन के सिद्धांत के जन्मदाता हैं
―डी. ब्रीज
● समजात अंग होते हैं
―रचना में समान
● समरूप अंग होते हैं
―कार्य में समान
● मनुष्य में अवशेषी अंग है
―कर्णपल्लव पेशियाँ
● विकास की प्रक्रिया में मनुष्य का निकटतम प्राणी है
―बन्दर
● मलेरिया परजीवी तथा अमीबा को रखा जाता है
―प्रोटोजोआ श्रेणी में
● आकृति निश्चित नहीं होती है
―अमीबा की
● अमीबा का प्रचलन अंग है
―कूटपाद
● हरा प्रोटोजोआ के नाम से जाना जाता है
―यूग्लीना
● पौधा और जन्तुओं के बीच योजक कड़ी के रूप में जाना जाता है
―यूग्लीना
● मानव के शरीर में एण्टअमीबा हिस्टोलिटिका पाया जाता है
―आँत में
● पेचिस के लिए उत्तरदायी प्रोटोजोआ है
―एण्टअबीमा
● कौन-सा प्रोटोजोआ मलेरिया बुखार पैदा करता है
―प्लाज्मोडियम
● काला-अजार उत्पन्न करने वाला प्रोटोजोआ है
―लिशमैनिया
● निद्रा रोग पैदा करता है
―ट्रिपैनोसोमा
● मानव की आँत में रहने वाला एककोशीय अरोग जनक परजीवी प्रोटोजोआ
है
―ई. कोलाई
● स्पंजों के शरीर पर पाये जाने वाले छोटे-छोटे छिद्र कहलाते हैं
―ऑस्ट्रिया
● स्पंज के शरीर पर स्थित बड़ा छिद्र कहलाता है
―अस्कुलम
● किसमें रक्त नहीं होता है किन्तु श्वसन करता है
―हाइड्रा
● हाइड्रा का प्रचलन अंग है
―टेन्टेकिल्स
● प्रवाल भित्ति का निर्माण होता है
―सिलेण्ट्रेटा द्वारा
● प्रवाल है, एक
―समुद्री जीव
● ‘जैली फिश’ के नाम से जाना जाता है
―ऑरीलिया
● ‘समुद्री एनीमोन’ के नाम से जाना जाता है
―मैट्रीडियम
● ‘Portuguese man of war’ के नाम से जाना जाता है
—फाइसेलिया
● अमरत्व का गुण पाया जाता है
―हाइड्रा में
● चिपटे कृमियों को रखा गया है
―प्लेटीहेल्मिन्थीज में
● फीता कृमि किस संघ के महत्वपूर्ण प्राणी है।
―प्लेटीहेल्मिन्थीज के
● गोल कृमि या सूत्र कृमि को किस संघ के अन्तर्गत रखा गया है
―निमैथैल्मिन्थीज में
● फाइलेरिया नामक रोग उत्पन्न होता है
―वुचेरिया बेनक्राफ्टी द्वारा
● विभिन्न कारक और उनसे होने वाले रोग
रोग के कारक रोगों के नाम
जीवाणु ― तपेदिक (क्षय रोग), हैजा, टायफाइड, टिटेनस,
निमोनिया, कुष्ठ, डिप्थीरिया, प्लेग, मेनिनजाइटिस,
सिफलिस, काली खाँसी, सुजाक, फोड़ा-फुसी, पेट
दर्द, पुनरावर्तन बुखार, बाट्यूलिज्म (भोजन विषाक्तता)
विषाणु ― पोलियो, एड्स, चेचक, पीलिया, रैबीज, मम्स, हीस,
डेंगू, ज्वर, इन्सेफिलाइटिस, चिकेन पॉक्स, सर्दी-जुकाम,
इन्फ्लुएन्जां, मीजिल्स, ल्यूकीमिया, ट्रेकोमा,
कंजक्टिवाइटिस, हीपैटाइटिस, मेनिनजाइटिस, पीत ज्वर
आदि ।
प्रोटोजोआ ― मलेरिया, पायरिया, निद्रा रोग, पेचिस, कालाजार आदि ।
हैल्मिन्थस ― फाइलेरिया, अतिसार (डायरिया) आदि ।
कवक ― दाद, खाज, अस्थमा, हाथी पाँव (एथलीट फुट),
परागज ज्वर (हे फीवर), एस्पर्जिलस, गंजापन आदि ।
● कीट और उसके द्वारा संचारित रोग
कीट संचरित रोग
मधुमक्खी हैजा
टेबेनस मक्खी सुर्रा रोग
मादा एनोफेलीज मलेरिया ज्वर
ग्लॉसिना पाल्पेलिस निद्रा रोग
पैडिकुलस टायफाइड
बालू मक्खी कालाजार
मादा एडीज एजिटाई पीत ज्वर
मादा क्यूलेक्स फाइलेरिया
खटमल चागास रोग
● ऐस्कैरिस पाया जाता है
―मनुष्य की आँत में
● फेरीटिया पोस्थुमा वैज्ञानिक नाम है
―केंचुआ का
● केंचुआ में रक्त वर्णक उपस्थित होता है
―हीमोसायनिन
● केंचुए में आँखें होती है
―एक भी नहीं
● कीटों में कितनी जोड़ी टांगें होती है
―तीन
● मच्छड़ में लाल खून का उभर आना कारण है
―स्तनधारी का
● लाह उत्पन्न होती है
―कीटों के शरीर के स्रवण से
● घरेलू मक्खी का लार्वा कहलाता है
―मेंगोट
● तितली की आँखें रात में चमकती है
―टेपिटम लुसिडम के कारण
● निद्रा रोग फैलाती है
―सी. सी. मक्खी
● मनुष्य में कालाजार रोग फैलाने वाला मच्छड़ है
―सैण्ड फ्लाई
● मलेरिया रोग का वाहक है
―मादा एनोफिलिज
● कटक फिश के नाम से जाना जाता है
―सीपिया
● ऑक्टोपस है, एक
―मृदुकवची
● डेविल फिश के नाम से जाना जाता है
―ऑक्टोपस
● संघ-मोलस्का के जन्तु एवं उनके सामान्य नाम
जन्तु सामान्य नाम
समुद्री चुहिया काइटन
उद्यान घोंघा कुंडलिनी
एपल स्नेल पाइला
कटल फिश सीपिया
समुद्री खरगोश ऐप्लीसिया
समुद्री स्लग इओलिस
समुद्री नींबू डोरिस
श्रृंगमीन ऑक्टोपस
● ऑक्टोपस में भुजाओं की संख्या होती है
―आठ
● तारा मछली किस संघ का प्राणी है
―इकाइनोडर्मेटा
● तारा मछली के नाम से जाना जाता है
―ऐस्टीरिएस
● मछलियों में श्वसन क्रिया होती है
―गिल्स द्वारा
● प्रमुख प्राणियों के श्वसन अंग
श्वसन अंग प्राणी
फेफड़े ― मनुष्य, पक्षी, पशु, मेंढ़क, छिपकली
त्वचा ― मेंढ़क, केंचुआ
गिल ― मछली, प्रॉन, सीप
श्वसन नाल ― कीट (सभी प्रकार के)
● किसके हृदय में केवल अशुद्ध रक्त होता है
―मछलियों के
● समुद्री घोड़ा किस वर्ग का उदाहरण है
―मत्स्य
● संसार में किसकी जीव संख्या सर्वाधिक है
―मछली का
● सबसे विषैली मछली है
―पाषाण मछली
● अवास्तविक मछलियाँ
ह्वेल फिश (ब्लू हेल) ― स्तनधारी
क्रे फिश (गैमेरस) ― अर्थोपोडा
कटल फिश (सीपिया) ― मोलस्का
स्टार फिश (एस्टीरिएस) ― इकाइनोडर्मेटा
हैग फिश (मिक्शीन) ― साइक्लोस्टोमेटा
डेविल फिश (ऑक्टोपस) ― मोलस्का
जेलीफिश (ऑरीलिया) ― सीलेण्ट्रेटा
सिल्वर फिश (लेपिस्पा) ― अर्थोपोडा
रेजर फिश (सोलेन) ― मोलस्का
● जन्तु जगत से सम्बन्धित प्रमुख तथ्य
सबसे ऊँचा स्तनी ― जिराफ
सबसे बड़ा स्तनी ― ब्लू ह्वेल
सबसे छोटा स्तनी ― छुछुंदर
सबसे बड़ा स्थलीय स्तनी ― अफ्रीकी हाथी
सबसे अधिक रक्त तापमान वाला स्तनी ― बकरी
सबसे कम रक्त तापमान वाला स्तनी ― कंटीले चींटीखोर
एकमात्र विषैली स्तनी ― डक बिल्ड प्लेटीपस
शिशुधानी युक्त स्तनी ― मादा कंगारू
सर्वाधिक आदिम स्तनी ― इक्डिना
सबसे बड़ा जीवित पक्षी ― शुतुरमुर्ग
सबसे छोटा जीवित पक्षी ― हामिंग बर्ड
सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी ― स्पाइनी टेल्ड स्वीफ्ट
सबसे तेज दौड़ने वाला पक्षी ― शुतुरमुर्ग
कुछ न उड़ सकने वाला पक्षी ― कीवी, एमू
सबसे तेज दौड़ने वाला प्राणी ― चीता
सबसे बड़ा सर्प ― अजगर (पायथन)
सबसे जहरीला सर्प ― समुद्री सर्प (हाइड्रोफिश)
सबसे भारी सर्प ― कोमोडो मॉनीटर
घोंसला बनाने वाला एकमात्र सर्प ― नागराज
सबसे बड़ा जीवित सरीसृप ― टर्टिल
सबसे बड़ा जीवाश्म सरीसृप ― जाइजैन्टोसोरस
सबसे बड़ी मछली ― ह्वेल शार्क
सबसे छोटी मछली ― गोबी मछली
सबसे विषैली मछली ― पाषाण मछली (स्टोन फिश)
सबसे बड़ा कपि ― गोरिल्ला
सबसे छोटा कपि ― गिब्बन
सबसे बुद्धिमान कपि ― चिम्पैंजी
सबसे बुद्धिमान होमोनिडा ― मनुष्य
सबसे बड़ा मेढ़क ― राणा गोलियथ
सबसे बड़ा मोलस्का ― दैत्य स्किवड
सबसे बड़ा वायरस (विषाणु) ― पॉक्स वायरस
एकमात्र विषैली छिपकली ― हैलोडर्मा
सबसे दीर्घकाय छिपकली ― कोमोडो मॉनीटर
उड़ने वाली छिपकली ― ड्रेको
सबसे बड़ा वर्तमान जन्तु ― नीली ह्वेल
सबसे छोटा जन्तु ― अमीबा
सबसे बड़ा अकशेरूकी जन्तु ― दैत्याकार स्किवड
सबसे खतरनाक चिड़िया ― कैसोवरी
सबसे बड़ा अण्डा ― शुतुरमुर्ग का अण्डा
सबसे छोटा अण्डा ― हमिंग बर्ड का अण्डा
प्राणी जगत का कुशल इंजीनियर ― बीवर
आकार की दृष्टि से सबसे बड़ा एवं
भारी जीव ― नीली ह्वेल
विशाल विलुप्त रेप्टाइल ― डाइनोसॉर
सबसे भारी कीट ― गोलियथ गुबरैले
सबसे तेज आवाज करने वाला कीट ― सिकेडिडी
सबसे लम्बी अवधि तक जीवित रहने
वाला प्रोटोजोआ ― यूग्लीना
सबसे तेज जननकर्ता प्रोटोजोआ ― ग्लाउकोमा
सबसे छोटा जीव ― माइकोप्लाज्मा
सर्वाधिक आयु वाला जीव ― कछुआ
सबसे लम्बा गर्मकाल ― शिशु जननी एम्फेबियन
सबसे बड़ा दांत ― हाथी दांत (ऊपरी)
सबसे बड़ी कोशिका ― शुतुरमुर्ग का अण्डा
सबसे छोटी कोशिका ― पी. पी. एल. ओ.
● भारत में पायी जाने वाली सबसे बड़ी मछली है
―ह्वेल शार्क
● किस मेढक में वाक कोश नहीं होते हैं
―मादा मेढक में
● मेढक का लार्वा कहलाता है
―टेडपॉल
● मेढक के हृदय में कितने कक्ष होते हैं
―तीन
● शीत रक्तीय प्राणी है
―मछली, मेढक, छिपकली
● निम्न तापक्रम पर किसी जन्तु की प्रसुप्ति को कहते हैं
―हाइबरनेशन
● उच्च तापक्रम पर किसी जन्तु की प्रसुप्ति को कहते हैं
―एस्टिवेशन
● नृशंस प्राणी कहा जाता है
―कछुआ को
● किस जन्तु में अश्रुग्रंथि नहीं होती है
―घड़ियाल में
● विषैली सों में विष ग्रंथियाँ परिवर्तित होती है
―लार ग्रंथि से
● सबसे विषैला सर्प है
―करैत
● घोंसला बनाने वाला एकमात्र सर्प है
―किंग कोबरा
● डायनोसॉर है
―लुप्त सरीसृप
● डायनोसॉर थे
―मेसोजोइक सरीपृप
● विषैली छिपकली कौन-सी है
―हीलोडर्मा
● उड़न छिपकली है
―ड्रेको
● सापों से लड़ने वाला प्राणी है
―नेवला
● सर्प ध्वनि ग्रहण करते हैं
―त्वचा से
● पक्षियों की हड्डियाँ होती है
―वातिल
● सबसे बड़ा जीवित पक्षी है
―शुतुरमुर्ग
● सबसे छोटा पक्षी है
―हमिंग बर्ड
● उड्डयनहीन पक्षी है
―किवी
● सबसे तेज गति से दौड़ सकने वाली पक्षी है
―ऑस्ट्रिच
● पावो क्रिस्टेशस वैज्ञानिक नाम है
―मोर का
● कौन-सी पक्षी के दाँत थे
―आर्कियोप्टेरिक्स
● उल्टी उड़ान भरने वाला पक्षी है
―हमिंग वर्ड
● डॉल्फिन किस वर्ग का उदाहरण है
―स्तनधारी
● डॉल्फिन वर्गीकृत किये जाते हैं
―स्तनी में
● सबसे विशाल जीवित स्तन पायी है
―नीली ह्वेल
● स्तनी के हृदय में कितने कोष्ठ होते हैं
―चार
● केन्द्रक विहीन लाल रुधिराणु (RBC) होते हैं
―स्तनी
● ह्वेल के हृदय में कितने चैम्बर होते हैं
―चार
● होमो सेपियन्स कहा जाता है
―आधुनिक मानव को
● बिल्ली की आँखें रात में क्यों चमकती है
―टेपिटम लुसिडम के कारण
● अंडा देने वाला स्तनधारी है
―प्लेटीपस
● किस स्तनधारी प्राणी की सबसे बड़ी आँखें होती है
―हिरण की
● नियततापी प्राणी है
―चमगादड़
● मनुष्य में कुल हड्डियों की संख्या है
―206
● नवजात शिशुओं में हड्डियों की संख्या होती है
―300
● मनुष्य की खोपड़ी में अस्थियाँ होती है
―8
● मनुष्य के शरीर में पसलियों के कितने जोड़े होते हैं
―12
● मानव रोग एवं उससे प्रभावित अंग
मानव रोग प्रभावित अंग
एस्टिग्मेटिज्म ― आँखें
कंजाक्टिवाइटिस ― आँखें
डिप्लोपिया ― आँखें
ग्लूकोमा ― आँखें
हाइपरमेट्रोपिया ― आँखें
रतौंधी ― आँखें
मायोपिया ― आँखें
प्रेसबायोपिया ― आँखें
ट्रेकोमा ― आँखें
डेंगू ज्वर ― आँखें, पेशियाँ एवं सिर
तपेदिक ― फेफड़ा
निमोनिया ― फेफड़ा
प्लेग ― फेफड़ा एवं RBC
काली खाँसी ― श्वसन तंत्र
दमा (अस्थमा) ― श्वासनली
डिप्थीरिया ― श्वास नली
इन्फ्लुएंजा ― श्वसन तंत्र
बॉट्यूलिज्म ― तंत्रिका तंत्र
इन्सेफेलाइटिस ― तंत्रिका तंत्र
हाइड्रोफोबिया ― तंत्रिका तंत्र
टिटेनस ― तंत्रिका तंत्र, मांसपेशी
पोलिया ― तंत्रिका तंत्र
सोने की बीमारी ― मस्तिष्क, केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र
मेनिनजाइटिस ― मस्तिष्क
एन्जाइमा ― हृदय
एक्जिमा ― त्वचा
छोटी चेचक ― त्वचा
हर्पीस ― त्वचा एवं श्लेष्मकला
कुष्ठ रोग ― त्वचा एवं तंत्रिकाएँ
दाद ― त्वचा
खाज ― त्वचा
एथलीट फुट ― पैर
गंजापन ― सिर
कैंसर ― सम्पूर्ण शरीर
खसरा ― सम्पूर्ण शरीर
चेचक ― सम्पूर्ण शरीर
एड्स ― प्रतिरक्षा तंत्र
ऑर्थराइटिस ― जोड़
हैजा ― आंत या आहारनाल
कोलाइटिस ― छोटी एवं बड़ी आँत
पेचित ― बड़ी आँत
डायरिया ― आँत
टायफाइड ― आँत
पेप्टिक अल्सर ― ग्रासनली एवं छोटी आँत
मधुमेह ― अग्न्याशय
ग्वाइटर ― गला, थाइराइड ग्रंथि
गलसुआ ― पेरोटिड लार ग्रंथि
दिल का दौरा ― हृदय
कालाजार ― प्लीहा, रूधिर
मलेरिया ― लाल रक्त कणिका
पायरिया ― दाँतों की जड़ें व मसूढ़े
स्कर्वी ― दांत, मसूढ़े
रिकेट्स ― हड्डियाँ
सिलफिश ― जननांग
मिर्गी ― नाड़ी तंत्र
पक्षाघात ― नाड़ी तंत्र
गोनोरिया ― जननांग
फाइलेरिया ― लसीका पर्व
हिपेटाइटिस ― यकृत
पीलिया ― यकृत
साइजोफ्रेनिया ― मानसिक अस्वस्थता
● कुछ पदार्थ और उससे प्रभावित अंग
पदार्थ प्रभावित अंग
ऐस्बेस्ट्रॉस ― फेफड़े
अर्सेनिक ― यकृत, फेफड़े व त्वचा
आयरन ऑक्साइड ― लेरिंक्स व फुप्फस
यूरेनियम ― अस्थि, फेफड़े व त्वचा
बेंजीन ― ल्यूकीमिया
क्रोमियम ― लेरिंक्स, फेफड़े व साइनस
एरौमैटिक एमिन ― मूत्राशय
विनाइल क्लोराइड ― मस्तिष्क व यकृत
कैडमियम ― वृक्क, फेफड़े व प्रोस्टेट
निकिल ― फेफड़े
टारकोल ― त्वचा व फेफड़े
● मानव शरीर की सर्वाधिक शक्तिशाली अस्थि होती है
―जबड़े में
● मानव शरीर की सबसे लम्बी हड्डी होती है
―फीमर
● ह्यूमरस अस्थि पायी जाती है
―ऊपरी भुजा में
● मनुष्य के शरीर में पैर की हड्डी होती है
―खोखली
● टिबिया नामक हड्डी पायी जाती है
―टाँग में
● मानव शरीर के किस अंग की हड्डी सबसे लम्बी होती है
—जाँघ के
● दाँतों तथा हड्डियों में पाये जाने वाले तत्व हैं
―कैल्सियम व फॉस्फोरस
● बुढ़ापा में हड्डियाँ कमजोर हो जाती है
―कैल्सियम के कमी से
● अस्थि में कौन-सा लवण सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है
―कैल्सियम फॉस्फेट
● कौन अस्थियों एवं पेशियों को आपस में जोड़ता है
― टेण्डन
● मनुष्य के जीवन काल में कितने दाँत दो बार विकसित होते हैं
―बीस
● मानव शरीर में पाचन का अधिकांश भाग किस अंग में सम्पन्न होता है
―छोटी आंत में
● मनुष्य में पाचन क्रिया प्रारम्भ होती है
―मुख से
● मानव के पाचन नली की लम्बाई होती है
―32 फीट
● मुख में स्टार्च का शर्करा में पाचन किसके द्वारा होता है
―टायलिन
● दुग्ध प्रोटीन को पचाने वाला एन्जाइम है
―रेनिन
● अधिकतम पोषक तत्व रक्त में अवशोषित किये जाते हैं
―छोटी आंत में
● लार में कौन-सा एन्जाइम पाया जाता है
―टायलिन द्वारा
● भोजन पचाने के लिए आवश्यकता होती है
―एन्जाइम की
● मानव पेट में कौन-सा अम्ल उपस्थित होती है
―हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
● मुख से निकली लार किसका पाचन करती है
―स्टार्च का
● प्रोटीन का पाचन प्रारम्भ होता है
―उदर से
● पचे हुए भोजन में मौजूद विषैला पदार्थ कौन-सा अंग चूषण करता है
―यकृत
● पेप्सिन है एक
―एन्जाइम
● पेप्सिन बदल देता है
―प्रोटीन को पॉलीपेप्टाइड में
● पाचन क्रिया में प्रोटीन बदल जाते हैं
―एमीनो अम्ल में
● मानव शरीर में ग्लाइकोजेन के रूप में कार्बोहाइड्रेट को जमा करने वाला
अंग है
―यकृत
● पित्त किसके द्वारा पैदा किया जाता है
―यकृत द्वारा
● पित्त जमा होता है
―पित्ताशय में
● पेस मेकर का सम्बन्ध है
―दिल की धड़कन से
● गति प्रेरक सम्बन्धित है
―हृदय से
● किनकी भित्तियों पर रक्त द्वारा डाले गए दबाव को ‘रक्त दाब’ कहते हैं
―धमनी के
● ब्लड प्रेशर मापक यंत्र है
―स्फिग्मोमेनोमीटर
● जार्विक-7 है
―कृत्रिम हृदय
● मनुष्य के शरीर में हृदय को एक बार धड़कने के लिए कितना समय
लगता है
―0.8 सेकेण्ड
● स्वस्थ मनुष्य में प्रति मिनट हृदय स्पन्दन होता है
―72 बार
● नाड़ी दर मापा जाता है
―धमनी से
● स्वस्थ मनुष्य का रक्त चाप होता है
―120 mm व 80 mm
● सोते समय मनुष्य का रक्त चाप
―घटता है
● दौड़ लागते समय मनुष्य का रक्त चाप
―बढ़ जाता है
● सामान्य जीवन काल में मनुष्य का हृदय कितनी बार धड़कता
है ?
―2 अरब बार
● मानव शरीर में पम्पिंग स्टेशन की तरह कार्य करता है
―हृदय
● मानव शरीर की विशालतम धमनी है
―एरोटा
● स्वस्थ मानव शरीर में रक्त की कुल मात्रा होती है
―शरीर का वजन का 7 प्रतिशत
● एक वयस्क में रक्त का औसत आयतन होता है
―5-6 लीटर
● मानव रक्त का pH मान होता है
―7.4
● मानव शरीर में ‘रुधिर बैंक’ का कार्य करता है
―तिल्ली
● रक्त में पायी जाने वाली धातु है
―लोहा
● रक्त का शुद्धिकरण होता है
―किडनी से
● मानव शरीर में खून के शुद्धिकरण की प्रक्रिया को कहते हैं
―डायलेसिस
● किसके कारण रक्त में लाल रंग होता है
―हीमोग्लोबिन के
● मानव शरीर में हीमोग्लोबिन का कार्य है
―ऑक्सीजन का परिवहन
● हीमोग्लोबिन महत्वपूर्ण घटक है
―RBC के
● किस रसायन की उपस्थिति में नलिकाओं में प्रवाहित रक्त का थक्का
नहीं बनता है
―हिपेरिन
● रुधिर के प्लाज्मा में किसके द्वारा एण्टीबॉडी निर्मित होती है
―लिम्फोसाइट
● RBC किस नाम से जानी जाती है
―इरिथ्रोसाइटस के
● लाल रक्त कणिकाएँ (RBC) कहाँ उत्पन्न होती है
―अस्थि मज्जा में
● RBC का श्मसान कहलाता है
―प्लीहा
● मानव शरीर में RBC कितने दिनों तक जीवित रहती है
―120 दिन तक
● सफेद रक्त कण (WBC) का मुख्य कार्य है
―रोग प्रतिरोधक क्षमता धारण करना
● WBC की कौन-सी किस्म अधिक होती है
―न्यूट्रोफिल्स
● रक्त समूह के खोजकर्ता हैं
―लैंडस्टीनर
● Rh फैक्टर का पता किसने लगाया
―लैण्डस्टीनर तथा विएनर
● किस रुधिर वर्ग में एण्टीबॉडी नहीं पायी जाती है
―AB में
● किस रुधिर वर्ग में दोनों एण्टीबॉडी पायी जाती है
―O में
● किस रुधिर वर्ग में कोर्ग एण्टीजन नहीं पायी जाती है
―O में
● माता पिता में रक्त समूह के आधार पर बच्चों के रक्त समूह
माता पिता का बच्चों में संभावित बच्चों में असंभावित
रक्त समूह रक्त समूह रक्त समूह
A × A A या O B या AB
A × B A, B, AB,O ―
A × AB A, B, AB O
A × O O या A B या AB
B × B B या O A, AB
B × AB A, B, AB O
B × O O या B A,AB
AB × AB A, B, AB O
AB × O A, B AB,O
O × O O A, B, AB
● Rh फैक्टर का नाम सम्बन्धित है
―बन्दर से
● Rh तत्व के अनुसार कौन-सी जोड़ी विवाह के लिए उपयुक्त नहीं है
―Rh⁺ पुरुष तथा Rh⁻ महिला
● कौन-सा रक्त समूह सर्वग्राही है
―AB
● कौन-सा रक्त समूह सार्वत्रिक दाता होता है
―O
● मानव मस्तिष्क में बुद्धि का केन्द्र है
―सेरेब्रम
● मानव के मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग है
―प्रमस्तिष्क
● मनुष्य के शरीर के किन कोशिकाओं में सबसे कम पुनर्योजन शक्ति होती
है
―मस्तिष्क कोशिकाएँ
● मानव शरीर की सबसे बड़ी कोशिका है
―तंत्रिका कोशिका
● मनुष्य में मेरुदण्ड से कितनी जोड़ी तंत्रिका निकलती है
―31
● प्रतिवर्ती क्रियाओं का नियंत्रण केन्द्र होता है
―कशेरूक रज्जू में
● श्वसन की क्रिया सम्पन्न होती है
―माइटोकॉण्ड्रिया में
● मनुष्य एक मिनट में कितनी बार सांस लेता है
―70-72 बार
● मनुष्य द्वारा छोड़ी हुई सांस की हवा में CO₂ की मात्रा लगभग होती है
―4%
● क्रेब्स चक्र में किसका संश्लेषण होता है
―पाइरुविक अम्ल का
● अनॉक्सी श्वसन का अंतिम उत्पाद होता है
―लैक्टिक अम्ल
● मानव शरीर में यूरिया का निर्माण होता है
―यकृत में
● मनुष्य में रुधिर छनता है
―बोमेन सम्पुट में
● किस कारण मानव मूत्र का पीला रंग होता है
―यूरोक्रोम के
● नेफ्रॉन सम्बन्धित है
―वृक्क से
● कृत्रिम गुर्दा किस सिद्धांत पर कार्य करता है
―डायलिसिस पर
● मानव शरीर में यूरिया की अधिकतम मात्रा पायी जाती है
―मूत्र में
● मानव वृक्क अश्मरी में पाया जाने वाला प्रमुख रासायनिक यौगिक है
―कैल्सियम ऑक्सलेट
● ‘हैनले का लूप’ का कार्य सम्बन्धित है
―उत्सर्जन तंत्र से
● निषेचन की क्रिया होती है
―अण्डवाहिनी में
● गर्भाशय में विकसित भ्रूण को किस संरचना द्वारा पोषण मिलता है
―प्लेसेन्टा द्वारा
● मानव शरीर के महत्वपूर्ण तथ्य
• मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग
―त्वचा
• सबसे बड़ी ग्रंथि
―यकृत
• सबसे छोटी ग्रंथि
―पिट्यूटरी ग्रंथि
• सबसे बड़ी अंत:स्रावी ग्रंथि
―थॉयराइड ग्रंथि
• सबसे बड़ी हड्डी
―फीमर
• सबसे छोटी हड्डी
―स्टेप्स
• सबसे बड़ी पेशी
―ग्लूटियस मैक्सिमस
• सबसे अधिक पुनरुद्भवन क्षमता वाला अंग
―यकृत
• सबसे कम पुनरुद्भवन क्षमता वाला अंग
―मस्तिष्क कोशिका
• सबसे बड़ी कोशिका
―न्यूरॉन
• सबसे बड़ी धमनी
―एब्डामिनल एओर्टा
• सबसे बड़ी शिरा
―इनफीरियर वेनाकावा
• सबसे बड़ा श्वेत रक्त कण
―मोनोसाइट
• सबसे लम्बी तंत्रिका
―शियाटिक तंत्रिका
• सबसे पतली त्वचा
―कंजनटीवा
• सबसे मोटी त्वचा
―तलवे
• सबसे व्यस्त अंग
―हृदय
• सबसे मजबूत हड्डी
―जबड़े की हड्डी
• सबसे मजबूत मांसपेशी
―जबड़े की मांसपेशी
• मानव शरीर का कठोरतम अंग
―दाँत का इनेमल
• मानव शरीर का तेल ग्रंथि विहीन अंग
―ओठ
• सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व
―ऑक्सीजन
• सबसे कम मात्रा में पाया जाने वाला तत्व
―मैंगजीन
• मानव शरीर में अस्थिओं की कुल संख्या
―206
• नवजात शिशुओं में अस्थियों की कुल संख्या
―299
• क्रेनियल तंत्रिकाओं की संख्या
―12 जोड़ी
• स्पाइनल तंत्रिकाओं की संख्या
―31 जोड़ी
• कर्ण अस्थियों की कुल संख्या
―6
• मानव मस्तिष्क का भार
―1400 ग्राम
• स्त्री के गर्भाशय का भार जिसने संतान को जन्म न दिया हो
― 50 ग्राम
• स्त्री के गर्भाशय का भार जिसने संतान को जन्म दिया हो ―100 ग्राम
• मानव गुर्दे का भार
―150 ग्राम
• मानव हृदय का भार
―350 ग्राम
• मानव शरीर में बालों की संख्या
―लगभग पचास लाख
• मानव हृदय में कोष्ठों की संख्या
―4 (चार)
• मानव शरीर के भीतर रक्त परिभ्रमण काल
―लगभग तेइस सेकेण्ड
• मानव हृदय की रक्त पम्प करने की क्षमता
―4.5 लीटर प्रति मिनट
• मानव शरीर में जल की मात्रा
―65 प्रतिशत
• मानव शरीर में रक्त नलिकाओं की कुल लम्बाई
―96000 किमी०
• मानव फेफड़े का आंतरिक क्षेत्रफल
―93 वर्ग मी०
• मानव में पाये जाने वाले दाँतों की कुल संख्या
―32
• सबसे अंत में निकलने वाला दाँत
―अक्कल दाँत
• अवयस्क दंत सूत्र
―2120/2120 = 20
• वयस्क दंत सूत्र
―2123/2123 = 32
• मानव शरीर में रक्त का कुल आयतन
―5.6 लीटर
• मानव शरीर का सामान्य रक्तचाप
―120/80mmHg
• मानव में लाल रक्त कणों की संख्या (पुरुष)
―5-5.5 मिलियन/क्यूबिक mm
• मानव में लाल रक्त कणों की संख्या (स्त्री)
―4.5-5 मिलियन क्यूबिक mm
• लाल रक्त कणों का जीवन काल
―120 दिन
• श्वेत रक्त कणों का जीवन काल
―2-5 दिन
• सर्वदाता रक्त समूह
―‘O’
• सर्वग्राही रक्त समूह
―‘AB’
• सामान्य शरीर तापक्रम
―98.4°F
• केल्विन पैमाने पर मानव शरीर का तापक्रम
―310° K
• सेल्सियस पैमाने पर मानव शरीर का तापक्रम
― 37°C
• रक्त प्लेटलेट्स काउन्ट
― 2 लाख-4 लाख प्रति क्यूबिक mm
• हीमोग्लोबिन प्रतिशत
― (पुरुष) 14-16 gm/100cc (महिला) 12-14gm/100cc
• श्वसन दर
―16-20 प्रति मिनट
• सामान्य हृदय स्पंदन दर
―72-75 प्रति मिनट
• गैस्ट्रिक जूस का pH मान
―1.4
• मूत्र का pH मान
―6.0
• रक्त का pH मान
―7.4
• मानव शरीर में उपस्थित तत्वों की कुल संख्या
―24
• मानव शरीर में अस्थि संधियों की कुल संख्या
―100
• प्रतिदिन मानव शरीर द्वारा उत्सर्जित जल की मात्रा
―2-6 लीटर
• मानव की श्रव्यता सीमा
―20 Hz से 20000 Hz तक
●मानव शरीर में विभिन्न पदार्थों की औसत मात्रा
पदार्थ औसत मात्रा
जल 63%
प्रोटीन 17%
वसा 12%
खनिज लवण एवं विटामिन 7%
कार्बोहाइड्रेट्स 5%
● मानव शरीर में विभिन्न तत्वों की औसत मात्रा
तत्व औसत मात्रा
ऑक्सीजन 65%
हाइड्रोजन 10%
कैल्शियम 2%
पोटैशियम 0.35%
सोडियम 0.15%
ताँबा 0.05%
अन्य 0.046%
कार्बन 18%
नाइट्रोजन 3%
फास्फोरस 1%
सल्फर 0.25%
क्लोरीन 0.15%
मैग्नीशियम 0.004%
● गर्भाशय में मानव भ्रूण किस द्रव में तैरता है
―अग्नियाटिक द्रव में
● दो युग्मकों के संयोजन को कहते हैं
―निषेचन
● गर्भाशय में शिशु के विकास की जानकारी हेतु प्रयोग किया जाता है
―अल्ट्रासाउण्ड
● भ्रूण के विकास के लिए किस अंग के द्वारा खाद्य की पूर्ति की जाती है
―बीजाण्डसन द्वारा
● बच्चों का लिंग निर्धारण होता है
―पिता के
● मनुष्य में गर्भकाल अवधि होती है
―9 महीने
● पुरुषों की नसबंदी को कहा जाता है
―बैसेक्टोमी
● स्त्रियों की नसबंदी को कहा जाता है
―ट्यूबेक्टोमी
● एम्नियोसेन्टेसिस द्वारा परीक्षण किया जाता है
—गर्भ में शिशु की पहचान
● प्रथम परखनली शिशु का नाम था
―लुईस
● मानव शरीर में पायी जाने वाली कौन-सी ग्रन्थि वाहिनी विहीन है
―अन्तःस्रावी ग्रन्थि
● वाहिनी विहीन ग्रन्थियों के स्रावण को कहते हैं
―हार्मोन
● अन्त: स्रावी ग्रन्थियों को अन्य किस नाम से जाना जाता है
―वाहिनी विहीन
● मानव शरीर की किस ग्रन्थि को ‘मास्टर ग्रन्थि’ कहा जाता है
―पीयूष
● मानव शरीर की सबसे छोटी ग्रंथि है
―पिट्यूटरी
● मानव शरीर की सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथि है
―पैन्क्रियाज
● पिट्यूटरी ग्रंथि स्थित होती है
―मस्तिष्क में
● वृद्धि हार्मोन स्रावित होता है
―पिट्टयूटरी ग्रंथि से
● ऑक्सीटोसीन हार्मोन स्रावित करने वाली ग्रंथि है
―पियूष ग्रंथि
● पीनियल ग्रंथि स्थित होती है
―मस्तिष्क में
● कौन-सी अन्त:स्रावी ग्रंथि पीयूष ग्रंथ से स्वतंत्र कार्य कर सकती है
―परावटु
● मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि है
―यकृत
● कौन-सी ग्रंथि, अश्रु स्रावित करती है
―लैक्रिमल
● कौन-सी ग्रंथि वृद्धवस्था में लुप्त हो जाती है
―थाइमस
● आयोडीन की कमी से गलगण्ड रोग में किस ग्रंथि की अपवृद्धि होती है
―थाइरॉइड
● जन्तुओं में पाये जाने वाली मुख्य ग्रंथियाँ
• स्वेद ग्रंथियाँ (Sudoriferous glands)
―स्तनियों की त्वचा में पसीने की ग्रंथियाँ
• लैक्रामाइल ग्रंथियाँ
―नेत्र में पायी जाने वाली ग्रंथियाँ
• सैरूमिनस ग्रंथियाँ
―स्तनियों की कर्णगुहा में मोम समान पदार्थ का स्राव करने वाली ग्रंथियाँ
• अल्बुमिनस ग्रंथियाँ
―मनुष्य के आहारनाल में पायी जाने वाली ग्रंथि जिससे विषैले द्रव पदार्थ का स्राव
• वसा ग्रंथियाँ (Fat glands)
―स्तनियों की त्वचा में पायी जाने वाली ग्रंथियाँ
• काउपर ग्रंथियाँ
―स्तनियों के नर जननांगों की सहायक ग्रंथियाँ
• प्रोस्टेट ग्रंथियाँ
―स्तनियों के नर जननांगों की सहायक ग्रंथियाँ
• युट्रीकुलर ग्रंथियाँ
―कीटों एवं तिलचट्टों के मादा जननांगों में पायी जाने वाली ग्रंथियाँ
• श्लेश्म ग्रंथियाँ (Mucous glands)
―मेढ़क की त्वचा में म्यूकस का स्राव करने वाली ग्रंथियाँ
• ब्रूनर्स ग्रंथियाँ
―कशेरूक प्राणियों के यूडिनम में सक्कस एन्टेरिकस का स्राव
• पैरोटिड ग्रंथियाँ
―शेक मेढ़क में पायी जाने वाली ग्रंथियाँ
• बारथोलियन ग्रंथियाँ
―स्तनियों के मादा जननांगों में काउपर के समान पायी जाने वाली सहायक ग्रंथियाँ
• पेरीनियल ग्रंथियाँ
―खरगोश में पायी जाने वाली गंध ग्रंथियाँ
• फैलिक ग्रंथियाँ
―तिलचट्टे के नर जननांगों की ग्रंथियाँ
• कोलेटिरियल ग्रंथियाँ
―मादा तिलचट्ट के जननांगों में पायी जाने वाली ग्रंथियाँ
• फीमोरले ग्रंथियाँ
―सरीसृपों की जंघाओं पर पायी जाने वाली ग्रंथियाँ
• स्तनि ग्रंथियाँ (Mammary glands)
―स्तनियों में दूध का स्राव करने वाली ग्रंथियाँ
● किसकी कुसंक्रिया के कारण मानव शरीर में मिक्सीडीमा होता है
―अवटुग्रंथि के
● किसको अन्त:स्रावी तंत्र का पेसमेकर कहा जाता है
―थाइरॉक्सिन को
● मादा जनन हार्मोन है
―एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्ट्रॉन व रिलेक्सिन
● नर लैंगिक हार्मोन है
―टेस्टोस्टीरोन
● एस्ट्रोजेन का स्राव होता है
―ग्रैफियन पुटिकाओं द्वारा
● लड़ो-उड़ो हार्मोन कहा जाता है
―एड्रिनेलीन की
● रक्त दाब का नियंत्रण करता है
―अधिवृक्क
● जीवन रक्षक हार्मोन स्रावित होते हैं
―एड्रीनल ग्रंथि से
● कौन-सी ग्रंथि मानव शरीर में अन्तःस्रावी तथा बहिस्रावी दोनों की तरह
कार्य करती है
―अग्न्याशय
● इन्सुलिन है एक प्रकार का
―हार्मोन
● किस कोशिका से इन्सुलिन स्रावित होता है
―बीटा कोशिका
● कौन-सी ग्रंथि इन्सुलिन निस्सारण के लिए उत्तरदायी है
―अग्न्याशय
● इन्सुलिन के खोजकर्ता है
―बैंटिग व बेस्ट
● मानव शरीर में पेशियों की संख्या होती है
―639
● मानव शरीर के सर्वाधिक शक्तिशाली पेशी है
―जबड़ा
● मानव अंग में कॉर्निया भाग है
―आँख का
● नेत्रदान में आँख का कौन-सा भाग प्रयुक्त होता है
―कॉर्निया
● नेत्र में प्रकाश की मात्रा का नियंत्रण किस अंग द्वारा किया जाता है
―आइरिस द्वारा
● आँख के किस भाग पर वस्तु का प्रतिबिम्ब बनता है
―रेटिना पर
● रेटिना में रंगों में विभेद के लिए उपस्थित होते हैं
―कोन्स
● आइरिस का कार्य है
―पुतली के आकार को नियंत्रित करना
● त्वचा का रंग किसके कारण होता है
―मेलानिन के
● मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है
―त्वचा
● त्वचा की ऊपरी सतह कहलाती है
―एपिडर्मिस
● मानव शरीर में कौन-सा पदार्थ सबसे अधिक कठोर होता है
―दन्तवल्क
● कशेरूक जन्तु के शरीर का सर्वाधिक कठोर भाग होता है
―इनैमिल
● मानव शरीर के कौन से अंग का प्रत्यारोपण नहीं किया जा सकता है
―मस्तिष्क
● मनुष्य की आँसू में कौन-सा एन्जाइम होता है
―लाइसोजाइम
● मानव शरीर की सबसे बड़ी कोशिका होती है
―स्नायु कोशिका
● मानव शरीर में अनिवार्य एमीनों अम्लों की संख्या होती है
―बीस
● मानव शरीर का सामान्य तापमान होता है
―36.9°C
● भोजन का अनिवार्य अवयव है
―कार्बोहाइड्रेट
● कौन-सा पदार्थ मानव शरीर में ईंधन का काम करता है
―कार्बोहाइड्रेट
● शरीर को सर्वाधिक ऊर्जा प्रदान करता है
―कार्बोहाइड्रेट
● मानव शरीर में कार्बोहाइड्रेट पुनः संग्रह होता है
―ग्लाइकोजेन
● केप्सूल का आवरण बना होता है
―स्टार्च का
● कौन-सी शर्करा तत्काल ऊर्जा प्रदान करती है
―ग्लूकोज
● एथलीट को किससे जल्दी और ज्यादा ऊर्जा मिलती है
―कार्बोहाइड्रेट से
● मानव शरीर में ऊत्तकों का निर्माण होता है
―प्रोटीन से
● एन्जाइम है
―प्रोटीन
● जैविक सिस्टम में रासायनिक क्रिया की प्रक्रिया को तेज करने में
उत्तरदायी पदार्थ है
―एन्जाइम
● मानव शरीर में वसा जमा होती है
―वसा ऊत्तक में
● भोजन में से किससे प्रति ग्राम सर्वाधिक ऊर्जा प्राप्त होती है
―वसा से
● ‘विटामिन’ शब्द का प्रतिपादन किया है
―फन्क ने
● किसे रक्षात्मक पदार्थ कहा जाता है
―विटामिन को
● मानव शरीर में विटामिन A संचित रहता है
―यकृत में
● किस विटामिन के कमी के कारण रतौंधी होता है
―विटामिन A के
● थायमीन है
―विटामिन B₁
● विटामिन B₁₂ में होता है
―कोबाल्ट
● साइनोकोबालामिन है
―विटामिन B₁₂
● खट्टे फलों में पाया जाने वाला विटामिन है
―विटामिन C
● विटामिन C का सबसे उत्तम स्रोत है
―आँवला
● किस विटामिन की कमी के कारण मसूड़ों से रक्त आता है
―विटामिन C के
● विटामिन C के रासायनिक नाम है
―एस्कॉर्बिक अम्ल
● विटामिन उनके रसायनिक नाम, कमी से रोग तथा स्रोत
विटामिन-A
• रसायनिक नाम ― रेटिनॉल
• विटामिन-A की कमी से रोग ― रतौंधी, शुष्क क्षिपांक, जीरोप्थैलमिया
• विटामिन-A का स्रोत ― पालक, गाजर, पपीता, दूध
विटामिन-B₁
• रसायनिक नाम ― थायमिन
• विटामिन-B₁ की कमी से रोग ― बेरी-बेरी
• विटामिन-B₁ का स्रोत ― खमीर, चावल, गेहूँ, सोयाबीन,दूध
विटामिन-B₂
• रसायनिक नाम ― राइबोफ्लेविन
• विटामिन-B₂ की कमी से रोग ― त्वचा फटना, आँख का रोग
• विटामिन-B₂ का स्रोत ― अण्डा, दूध, दालें, पनीर, हरी सब्जियाँ
विटामिन-B₃
• रसायनिक नाम ― पैण्टोथेनिक अम्ल
• विटामिन-B₃ की कमी से रोग ― पैरों में जलन, बाल सफेद
• विटामिन-B₃ का स्रोत ― दूध, मांस, टमाटर, मूंगफली
विटामिन-B₅
• रसायनिक नाम ― निकोटीनिक अम्ल/नियासिन
• विटामिन-B₅ की कमी से रोग ― पेलाग्रा, डर्मेटाइटिस
• विटामिन-B₅ का स्रोत ― पालक, गाजर, पपीता, दूध,
मांस, अण्डा, दूध, अनाज,आलू
विटामिन-B₆
• रसायनिक नाम ― पाइरीडॉक्सिन
• विटामिन-B₆ की कमी से रोग ― एनीमिया, त्वचा रोग, बच्चो ऐंठन मरोड़ना
• विटामिन-B₆ का स्रोत ― दूध, मांस, सब्जी
विटामिन-B₇
• रसायनिक नाम ― बायोटीन
• विटामिन-B₇ की कमी से रोग ― लकवा, बालों का गिरना, चर्म रोग
• विटामिन-B₇ का स्रोत ― यीस्ट, गेहूँ, अण्डा
विटामिन-B₉
• रसायनिक नाम ― फॉलिक अम्ल
• विटामिन-B₉ की कमी से रोग ― रक्तल्पता
• विटामिन-B₉ का स्रोत ― हरी सब्जियाँ, खमीर, केला,
मांस, दालें, फुलगोभी
विटामिन-B₁₂
• रसायनिक नाम ― सायनोकोबालमीन
• विटामिन-B₁₂ की कमी से रोग ― एनीमिया,पाडुरोग, रक्तक्षीणता,अरक्तता
• विटामिन-B₁₂ का स्रोत ― पनीर, मांस, मछली, दूध,अण्डा
विटामिन-C
• रसायनिक नाम ― एस्कॉर्बिक अम्ल
• विटामिन-C की कमी से रोग ― स्कर्वी, मसूड़ों से खून निकलना
• विटामिन-C का स्रोत ― आँवला, नींबू, संतरा, अमरूद, टमाटर
विटामिन-D
• रसायनिक नाम ― कैल्सीफेरॉल
• विटामिन-D की कमी से रोग ― रिकेट्स (बच्चों में) सुखा
रोग, ऑस्टयोग लेशिया (वयस्क में)
• विटामिन-D का स्रोत ― सूर्य का प्रकाश, दूध, अण्डा
विटामिन-E
• रसायनिक नाम ― टेकोफेरॉल
• विटामिन-E की कमी से रोग ― प्रजनन क्षमता में कमी
• विटामिन-E का स्रोत ― वनस्पति तेल, गेहूँ, बिनोला
विटामिन-K
• रसायनिक नाम ― फिल्लोक्विनोन
• विटामिन-K की कमी से रोग ― रक्त का थक्का न बनना,हैमेरज
• विटामिन-K का स्रोत ― टमाटर, सोयाबीन, हरी सब्जियाँ, दूध
● विटामिन D की कमी से होता है
―सूखा रोग
● सूर्य की रोशनी से हमलोग पाते हैं
―विटामिन D
● मछलियों के यकृत के तेल में किसकी प्रचुरता होती है
―विटामिन D की
● विटामिन D के सर्जन में पाया जाता है
―कैल्सिफेरॉल
● विटामिन E का रासायनिक नाम है
―टोकोफेरॉल
● किस विटामिन से मानव शरीर में रक्त का थक्का बनता है
―विटामिन K
● किस विटामिन के कमी के कारण हृदयाघात हो सकता है
―B₁
● विटामिन होते हैं
―कार्बनिक यौगिक
● चिकित्सा सम्बन्धी आविष्कार
विटामिन ― पंक
विटामिन ‘B’ ― मैकुलन
विटामिन ‘D’ ― हॉपकिन्स
पोलियो टीका ― जोनस साल्क
पोलियो ड्रॉप ― एल्बर्ट सैबिन
गर्भ निरोधक गोलियाँ ― पिनकस
हृदय प्रतिरोपण शल्य ― क्रिश्चियन बनार्ड
प्रथम परखनली शिशु ― स्टेप्टोव एडवर्ड्स
कैंसर केजीन ― रॉबर्ट वीनवर्ग
विषाणु ― इवानोवस्की
रक्त समूह ― लैंडस्टीनर
आर. एन. ए. (R.N.A) ― आर्थर बर्ग व वाटसन
मलेरिया के रोगाणु ― चार्ल्स लावेरान
एन्टिसेप्टिक सर्जरी ― लिस्टर
क्लोरोक्वीन (कुनैन) ― रेबी
कालाजार की चिकित्सा ― यू. एस. ब्रह्मचारी
एन्टिजन ― लैंडस्टीनर
इन्सुलिन ― बैन्टिंग व बेस्ट
विटामिन ‘A’ ― मैकुलन
विटामिन ‘C’ ― यूजोक्ट होल्कर
रक्त परिसंचरण ― विलियम हार्वे
बैक्टीरिया (जीवाणु) ― ल्यूवेनहॉक
चेचक का टीका लगाना ― एडवर्ड जेनर
स्टेथेस्कोप ― रेने लैनक
क्लोराफार्म (निश्चेतक) ― जेम्स सिम्पसन
रेबीज टीका ― लुई पॉश्चर
कुष्ठ के रोगाणु ― हेनसन
हैजा के रोगाणु ― रॉबर्ट कोच
तपेदिक के रोगाणु ― रॉबर्ट कोच
डी.एन.ए. (D.N.A.) ― वाटसम व क्रिक
डिप्थीरिया के रोगाणु ― क्लेबस व बजरनिक
एस्प्रीन ― ड्रेसर
विषाणु विज्ञान ― इवानोबस्की व बजरनिक
जेनेटिक कोड ― हरगोविन्द खुराना
टेरामाइसिन ― फिनले
टाइफाइड के जीवाणु ― रो बर्थ
पेनिसिलीन ― ए. फ्लेमिंग
डी.डी.टी. (DDT) ― लैंडस्टीनर
स्ट्रेप्टोमाइसिन ― सेलमन, वाक्समैन
L.S.D. ― हाफमैन
किडनी मशीन ― कोल्फ
क्लोरोमाइसिटीन ― बर्कहोल्डर
आरिओमासिन ― डग्गर
ओपेन हार्ट सर्जरी ― वाल्टन लिलेहल
होम्योपैथी चिकित्सा ― हैनीमेन
सल्फा ड्रग्स ― डागमैंक
डायबिटिज चिकित्सा ― बैंटीग
पीतबुखार की चिकित्सा ― रीड
प्लेग व पेचिश चिकित्सा ― किटाजातो
BCG टीका ― यूरिन कालमेट
बेरीबेरी रोग चिकित्सा ― आइजकमैन
मलेरिया परजीवी ― रोनाल्ड रॉस
रक्त परिवर्तन ― कार्ल लैंडस्टीनर
रिसर्पिन ― जल वकील
हाड्रोफोबिया चिकित्सा ― लुई पाश्चर
सिफलिस की चिकित्सा ― पॉल एरिक
लिंग हारमोन ― स्टेनाच
● प्रमुख चिकित्सकीय उपकरण एवं उसके उपयोग
चिकित्सीय उपकरण उपयोग
पेस मेकर ― हृदय की गति कम हो जाने पर उसे
सामान्य स्थिति में लाने हेतु प्रयुक्त
उपकरण
इलेक्ट्रोएन्सि फैलोग्राफ (EEG) ― मस्तिष्क सम्बन्धी असामान्ताओं का
पता लगाने के लिए
ऑटो एनालाइजर ― विभिन्न जैव रासायनिक तत्वों
जैसे-ग्लूकोज, यूरिया, कोलेस्ट्रोल
इत्यादि की जाँच करना।
सी.टी. स्कैन/कम्प्यूटेड ― सम्पूर्ण शरीर के किसी भाग में
टोमोग्राफिक स्कैनिंग असामान्यता या विकृति का पता
लगाना तथा शरीर का किसी भी
अंग का एक्स-रे लेकर कम्प्यूटर में
विश्लेषण करना
इलैक्ट्रोकार्डियोग्राफ (ECG) ― हृदय सम्बन्धी असामान्ताओं का पता
लगाने के लिए
● रोग और उसे बचाव के टीके
रोग बचाव का टीका
टिटेनस ― डी. पी. टी.
काली खाँसी ― डी. पी. टी.
डीप्थिरिया ― डी. पी. टी.
तपेदिक ― बी. सी. जी.
पोलियो ― पोलियो टीका (MMR)
टायफाइड ― टी. ए. बी.
छोटी माता ― रूबेला वैक्सीन
जर्मन खसरा ― रूबेला वैक्सीन
● मानव में होने वाले प्रमुख हीनताजन्य रोग
रोग हीनता
एनीमिया ― लोहा
रतौंधी ― विटामिन A
बेरी-बेरी ― विटामिन B,
कीलोसिस ― विटामिन B,
रक्तक्षीर्णता ― विटामिन B12
प्रणाशी अरक्तता ― विटामिन B12
स्कर्वी ― विटामिन C
मसूढ़ों से रक्त-स्राव ― विटामिन C
घावों का देरी से भरना ― विटामिन C
रिकेट्स ― विटामिन D
अस्थि मृदुता ― विटामिन D
नपुंसकता ― विटामिन E
रक्त स्कंदन में विलंब ― विटामिन K
क्वाशियोरकोर ― प्रोटीन
ग्वाइटर ― आयोडीन
पेलाग्रा ― निकोटिनिक अम्ल
गर्भवती स्त्रियों में अरक्तता ― फोलिक अम्ल
मेरस्मस ― कार्बोहाइड्रेट्स
निर्जलीकरण ― जल
अस्थि संबंधी रोग ― कैल्सियम
● प्रमुख जीवधारी एवं उनकी कोशिका में मौजूद गुणसूत्र
जीवधारी मौजूद गुणसूत्र
मेढ़क 26
चिम्पैंजी 48
घोड़ा 64
खरगोश 44
बिल्ली 38
मनुष्य 46
बंदर 42
कुत्ता 78
चूहा 40
मधुमक्खी 16, 32
मच्छड़ 06
कबूतर 80
घरेलू मक्खी 12
प्याज 16
टमाटर 24
मटर 14
तम्बाकू 48
गेहूँ 42
नींबू 18, 36
मक्का 20
आलू 48
ऐस्केरिस 2
टेरिडोकाइट्स 1300-1600
★★★