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WBBSE 10th Class Hindi Solutions Chapter 1 तीसरी कसम

WBBSE 10th Class Hindi Solutions Chapter 1 तीसरी कसम

West Bengal Board 10th Class Hindi Solutions Chapter 1 तीसरी कसम

West Bengal Board 10th Hindi Solutions

लेखक-परिचय

फणीश्वरनाथ रेणु का जन्म बिहार के पूर्णिया जिले के औराही हिंगना नामक गाँव में 4 मार्च, 1921 ई० को हुआ था । रेणु हिन्दी कथा साहित्य में ‘आंचलिक कथाकार’ के रूप में प्रसिद्ध हैं। इन्होंने सन् 1942 के भारतीय स्वाधीनता संग्राम में एक प्रमुख सेनानी की भूमिका निभाई । सन् 1950 में नेपाली जनता को राणाशाही के दमन और अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए वहाँ की सशस्त्र क्रांति और राजनीति में सक्रिय सहयोग दिया । इन्होंने कथा साहित्य के अतिरिक्त संस्मरण, रेखाचित्र और रिपोतार्ज तथा उपन्यास आदि विधाओं में भी लिखा। 11 अप्रैल, 1977 को इनका देहावसान हो गया ।
इनकी कहानी ‘तीसरी कसम’ को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिली तथा उसपर फिल्म भी बनाई गई।
प्रमुख रचनाएँ –
उपन्यास : मैला आँचल, परती परिकथा, दीर्घतपा, कलंकमुक्ति, जुलूस, पल्टू बाबू रोड कहानी-संग्रह : ठुमरी, अगिनखोर, आदिम रात्रि की महक, एक श्रावणी दोपहरी की धूप, अच्छे आदमी, मारे गए गुलफाम, लालपान की बेगम, ठेस, संवादिया, तबे एकला चलो रे, ठुमरी, पागल आदि ।
संस्मरण : शृणजल-धनजल, वन तुलसी की गंध, श्रुत अश्रुत पूर्व ।
रिपोतार्ज : नेपाली क्रांति-कथा ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न – 1 : ‘तीसरी कसम’ कहानी का सारांश अपने शब्दों में लिखें ।
अथवा
प्रश्न – 2 : ‘तीसरी कसम’ कहानी के शीर्षक पर विचार करें ।
उत्तर : फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ की कहानियाँ हमें एक ऐसे हिंदुस्तान की यात्रा पर ले जाती है जो अभाव, अज्ञानता, अंधविश्वास, मजबूरी और बेबसी से घिरा है लेकिन इन सबके बावजूद बल्कि साथ-साथ जिसमें भरपूर रासरंग और फड़क के साथ जीने की ललक है। ‘तीसरी कसम’ फणीश्वरनाथ रेणु की एक ऐसी ही कहानी है।
कहानी का प्रारंभ वहाँ से होता है जब हीरामन नौटंकी कंपनी की हीराबाई को अपनी बैलगाड़ी से लालबाग के मेले में ले जा रहा है। बैलगाड़ी के हिचकोले खाने से रह-रहकर उसकी पीठ का स्पर्श हीराबाई के शरीर से होता है। यह स्पर्श उसके शरीर में रह-रहकर एक फुरफुरी-सी जगा देता है। यात्रा के क्रम में दोनों हिल मिल जाते हैं तथा हिरामन उसे महुआ घटवारिन की कथा गीत के माध्यम से सुनाता है। उसके गीत से प्रभावित होकर अब हीरामन हीराबाई के लिए बैलगाड़ी का गाड़ीवान न रहकर मीता (मित्र) बन जाता है। मेले में पहुँचकर हीराबाई उसे ‘थेटर’ (थियेटर) में आने का पास देती है। धीरे-धीरे हीरामन हीराबाई से मन ही मन प्रेम करने लगता है। कई-कई सपने उसके मन में अंगड़ाई लेने लगते हैं लेकिन अचानक उसके जाने की खबर से वह सन्न रह जाता है। स्टेशन से गाड़ी खुलने पर उसके बैल भी जाती हुई रेलगाड़ी को टकटकी लगाकर देखते रहते हैं –
“सजनवा बैरी हो गये हमार। सजनवा……..!”
हीरामन आज अपनी जिंदगी की तीसरी कसम खाता है – कंपनी की औरत की लदनी नहीं करेगा।
पहली कसम थी कि चोरी का माल नहीं लादेगा, दूसरी कसम थी कि बाँस की लदनी नहीं करेगा।
कहानी का अंत यह दर्शाता है कि रेणु ने बहुत निकट से मनुष्य की पीड़ा, मजबूरी और गरीबी को पहचाना था वे अपने साथ अनुभव की पूरी संपदा लाए थे। ये अनुभव उनकी रचनाओं में इतने ताजे जान पड़ते हैं कि मानो अभी-अभी उन्होंने धरती से निकालकर अपनी कथाओं में पिरोया है।
प्रश्न – 3 : ‘तीसरी कसम’ के जिस पात्र ने आपको सबसे ज्यादा प्रभावित किया है उसका चरित्र-चित्रण करें ।
अथवा
प्रश्न – 4 : ‘तीसरी कसम’ के प्रमुख पात्र की चारित्रिक विशेषताओं को लिखें ।
अथवा
प्रश्न – 5 : ‘तीसरी कसम’ के हीराबाई का चरित्र चित्रण करें ।
अथवा
प्रश्न – 6 : ‘तीसरी कसम’ कहानी में आपको कौन-सा चरित्र सर्वाधिक प्रभावित करता है और क्यों? सोदाहरण उत्तर दीजिए ।
उत्तर : ‘तीसरी कसम’ कहानी की हीराबाई ने मुझे ज्यादा प्रभावित किया है क्योंकि हिरामन के चरित्र में जो गंवईपन है वह उसके वातावरण की देन है । लेकिन हीराबाई जैसी कलाकार के साथ उसके रंग-ढंग, रुचि तथा उसके संगीत में ढल जाना उसके चरित्र की सबसे बड़ी विशेषता है।
हिरामन भी हीराबाई को पहले-पहल देखकर शक करता है – ‘कहीं डाकिन-पिशाचिन तो नहीं ?’
लेकिन धीरे-धीरे वह हीराबाई के प्रेम भरे व्यवहार से खुलता चला जाता है, केवल व्यवहार ही नहीं उसकी मुस्कुराहट में भी खुशबू है ।
हीराबाई नौटंकी में काम करती है और उसकी प्रसिद्धि भी चारों ओर छायी हुई है । फिर भी वह हिरामन के अंदर के कलाकार को इज्जत देती है, सराहती है। जब हीरा बाई उससे गाँव की भाषा में कोई गीत सुनाने का आग्रह करती है तो हिरामन को सुखद आश्चर्य होता है –
“….इस्स! इतना शौख गांव का गीत सुनने का है आपको !”
हिरामन ने कंपनी की पतुरिया के बारे में सुना था लेकिन हीराबाई को देखकर उसे आश्चर्य हो रहा है –
“हिरामन का जी जुड़ गया । हीराबाई ने अपने हाथ से उसका पत्तल बिछा दिया, पानी छींट दिया, चूड़ा निकालकर दिया । इस्स ! धन्न है, धन्न है ! हिरामन ने देखा, भगवती मैया भोग लगा रही है। लाल दोनों पर गोरस का पारस।पहाड़ी तोते को दूध-भात खाते देखा है ?”
इसी तरह अनेक खट्टे-मीठे अनुभवों के बीच वह दिन भी आ जाता है जब हीराबाई नौंटकी से वापस लौट रही है । वह हिरामन से कहती है – “हिरामन इधर आओ, अंदर! मैं फिर लौटकर जा रही हूँ मथुरामोहन कंपनी में, अपने देश की कंपनी है……बनौली मेला में आओगे, न ?” हिरामन को ऐसा लगता है मानो उसकी दुनिया उजड़ गयी हो – “उलटकर अपने खाली टपर की ओर देखने की हिम्मत नहीं होती। पीठ में आज भी गुदगुदी लगती है। वह तीसरी कसम खा रहा है….कम्पनी की औरत की लदनी नहीं करेगा।”
हिरामन ही क्यों पाठक भी कुछ देर के लिए ऐसा महसूस करते हैं मानो उनके जिंदगी की कोई कीमती चीज खो गई हो । इन्हीं सारे कारणों से ‘तीसरी कसम’ की हीराबाई ने मुझे ज्यादा प्रभावित किया है ।
प्रश्न – 7 : ‘तीसरी कसम’ कहानी के हिरामन का चरित्र-चित्रण करें ।
उत्तर : हिरामन ‘तीसरी कसम’ कहानी का प्रमुख प्रात्र है। हम उसे कहानी का नायक भी कह सकते हैं । हिरामन का चरित्र गाँव की मिट्टी से रचा-बसा है। उसके चरित्र की विशेषताओं को हम निम्नलिखित शीर्षकों के अंतर्गत देख सकते हैं –
(क) भोला-भाला ग्रामीण गाड़ीवान – हिरामन का जैसा नाम है वैसा ही वह हीरा भी है । वह अत्यंत ही भोला-भाला है । उसके जैसा कुशल गाड़ीवान उस इलाके में कोई दूसरा नहीं है। फारबिसगंज़ का हर चोर व्यापारी उसको पक्का गाडीवान मानता है ।
(ख) ईमानदार – हिरामन इमानदार है लेकिन अनजाने में उसने कालाबाजारी का माल ढोया है। पुलिस और कोर्ट कचहरी के चक्कर में वह नहीं पड़ना चाहता है । इसलिए नमक की कालाबाजारी में जब उसकी बैलगाड़ी भी पकड़ी जाती है तो वह गाड़ी छोड़कर बैलों के साथ नौ-दो ग्यारह हो जाता है ।
(ग) लोकगीतों का बेजोड़ गायक – पूर्णिया तथा इसके आसपास की लोककथा तथा लोकगीतों की उसे पूरी-पूरी जानकारी है । जब वह हीराबाई को-
‘सजनवा बैरी हो गए हमार’ – सुनाता है तो हीराबाई को भी उसकी प्रशंसा करनी पड़ती है। रास्ते में महुवा घटवारिन से जुड़ी लोककथा को जब हिरामन गाकर सुनाता है तो हीराबाई उसे अपना गुरु मान लेती है ।
(घ) छोकरा नाच का शौकीन – हिरामन जवानी के दिनों में छोकरा नाच का बड़ा शौकीन था। उसके कारण उसने भाभी ने न जाने कितनी बार डाँट खाया है। इतना ही नहीं, भाई ने उसे घर से निकल जाने को कहा था। हिरामन आज भी उस छोकरा-नाच वाले जमाने को याद करता है।
(ङ) प्रेमी हृदय – हिरामन के पत्नी की मृत्यु बालपन में गौने से पहले ही हो गई थी। दूसरी शादी के लिए उसके मन में कोई इच्छा शेष नहीं रह गई है क्योंकि वह चालीस का हो चुका है। हीराबाई के साथ बैलगाड़ी में बिताए दो दिनों में उसके हृदय का प्रेम जग जाता है। वह मन ही मन हीराबाई से प्रेम करने लगता है। वह मेले की अपनी सारी कमाई को भी हीराबाई को ही रखने को देता है ।
(च) निराश प्रेमी – जब हीराबाई हिरामन की अमानत उसे सौंप कर चली जाती है तो हिरामन का दिल टूट जाता । हीराबाई को लेकर ना जाने उसने कितने सपने सजाए थे । प्रेम में निराश होने के बाद वह अपनी जिंदगी की तीसरी कसम खाता है – कंपनी की औरत की लदनी नहीं करेगा ।
इस प्रकार हम यह कह सकते हैं कि हिरामन ‘तीसरी कसम’ का आदर्श पात्र है जिसका चरित्र आंचलिकता के ताने-बाने से बुना गया है – मिट्टी की सौंधी महक के साथ।

लघूत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. रेणु किस कथाकार के रूप में प्रसिद्ध हैं ?
उत्तर : आंचलिक कथाकार के रूप में।
2. रेणु ने किस सरकार-विरोधी आंदोलन में भाग लिया था ?
उत्तर : जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चले आंदोलन- ‘छात्र आंदोलन’ में।
3. रेणु की कौन-सी रचना कालजयी रचना मानी जाती है?
उत्तर : ‘मैला आँचल’ (आंचलिक उपन्यास)।
4. रेणु द्वारा रचित उपन्यासों के नाम लिखें।
उत्तर :मैला आँचल, परती परिकथा, दीर्घतपा, कितने चौराहे, पल्टू बाबू रोड।
5. रेणु की पहली कहानी का नाम लिखें।
उत्तर : बटबाबा (यह सन् 1945 में कलकत्ता के ‘दैनिक विश्वामित्र’ में छपी थी।)
6. रेणु को हिंदी साहित्य की किस धारा का प्रवर्त्तक माना जाता है?
उत्तर : आंचलिक साहित्य का प्रवर्त्तक ।
7. ‘तीसरी कसम’ फिल्म किस कथा पर आधारित है ?
उत्तर : ‘मारे गए गुलफाम’ कथा पर आधारित है ।
8. हिरामन कितने साल से गाड़ी हाँकता है?
उत्तर : बीस साल से ।
9. हिरामन कहाँ से धान और लकड़ी ढो चुका है ?
उत्तर : नेपाल से।
10. हिरामन किस जमाने को कभी नहीं भूल सकता?
उत्तर : कंट्रोल के जमाने को।
11. कौन हिरामन को पक्का गाड़ीवान मानता था?
उत्तर : हर चोर-व्यापारी ।
12. हिरामन के बैलों की बड़ाई कौन करते थे?
उत्तर : बड़ी गद्दी के बड़े सेठ जी ।
13. सीमा के पार तराई में हिरामन की गाड़ी कितनी बार पकड़ी गई ?
उत्तर : पाँच बार ।
14. चोरबत्ती किसे कहा गया है?
उत्तर : टार्च को।
15. मुनीम दारोगा को कितना रिश्वत दे रहा था?
उत्तर : पाँच हजार ।
16. दारोगा ने किसकी आँखों पर रोशनी डाल दी?
उत्तर : मुनीम की आँखों पर ।
17. गाड़ीवान और गाड़ियों पर कितने बंदूकवाले सिपाहियों का पहरा था?
उत्तर : पाँच-पाँच बन्दूकवाले सिपाहियों का।
18. गाठों के बीच चुक्की-भुक्की लगाकर कौन छिपा था?
उत्तर : मुनीम।
19. किसकी पीठ में गुदगुदी लग रही थी?
उत्तर : हिरामन की पीठ में।
20. हिरामन ने क्या फैसला कर लिया?
उत्तर : अपने बैलों को लेकर भाग जाने का फैसला।
21. हिरामन ने गाड़ी पर बैठे-बैठे किसे जुड़वाँ बाँध दिया ?
उत्तर : बैलों को।
22. कौन तीनों जन रात भर भागते रहे थे?
उत्तर : हिरामन और उसके दो बैल।
23. घर पहुँच कर कितने दिन तक हिरामन बेसुध पड़ा रहा?
उत्तर : दो दिन ।
24. होश में आते ही हिरामन ने क्या किया?
उत्तर : कान पकड़कर कसम खाई – अब कभी ऐसी चीजों की लदनी नहीं लादेंगे।
25. हिरामन ने कौन-सी दो कसमें खाई हैं ?
उत्तर : पहली-चोरबाजारी का माल नहीं लादेंगे। दूसरी – बाँस नहीं लादेंगे।
26. हिरामन ने किस शहर की लदनी छोड़ दी थी ?
उत्तर : खरैहिया शहर की।
27. आधीदारी का क्या अर्थ है ?
उत्तर : आधा भाड़ा गाड़ीवाले का और आधा बैलवाले का।
28. सभी गाड़ीवानों की लाज किसने रख ली?
उत्तर : हिरामन के बैलों ने।
29. हिरामन की गाड़ी में रह-रहकर क्या महक उठता है?
उत्तर : चंपा का फूल ।
30. हिरामन को दो वर्ष से क्या लगता है ?
उत्तर : चंपानगर मेले की भगवती मैया उस पर प्रसन्न हैं।
31. पिछले साल हिरामन ने सरकस कंपनी का क्या ढोया था?
उत्तर : बाघगाड़ी।
32. किसकी आवाज ने हिरामन को अचरज में डाल दिया ?
उत्तर : अनदेखी औरत (हीराबाई) की आवाज ने।
33. हीराबाई की बोली कैसी है?
उत्तर : बच्चों की बोली जैसी महीन, फेनूगिलासी (ग्रामोफोन) बोली ।
34. ‘फेनूगिलासी बोली’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : ग्रामोफोन से निकलनेवाली आवाज।
35. हीराबाई किस नौटंकी कंपनी में काम करती है?
उत्तर : मथुरामोहन नौटंकी कंपनी में।
36. मथुरामोहन नौटंकी कंपनी में हीराबाई किसका रोल करती है?
उत्तर : लैला का।
37. हिरामन की कौन-सी बात निराली है?
उत्तर : उसने आजतक नौटंकी-थियेटर या बाइस्कोप-सिनेमा नहीं देखा।
38. हिरामन की सवारी की नाक पर क्या जगमगा उठा?
उत्तर : जुगनू ।
39. क्या सुनकर हिरामन के रोम-रोम बज उठे ?
उत्तर : भैया, तुम्हारा नाम क्या है?
40. हिरामन को क्या परतीत (विश्वास) नहीं होता?
उत्तर : मर्द और औरत के नाम में फर्क होता है।
41. हिरामन टि-टि-टि-टि की आवाज कैसे निकालता है?
उत्तर : जीभ को तालू से सटाकर ।
42. ‘अहां’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : आप ।
43. हिरामन के सामने कौन-सा सवाल उपस्थित हुआ ?
उत्तर : वह हीराबाई से क्या कहकर गप करे – तोहें (तुम) या अहां (आप) ।
44. ‘कचराही बोली’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : खिचड़ी बोली।
45. हिरामन के अनुसार दिलखोल गप किसी से किस बोली में की जा सकती है?
उत्तर : गाँव की बोली में ।
46. हिरामन को किससे पुरानी चिढ़ है?
उत्तर : आसिन-कातिक की भोर में छा जाने वाले कुहासे से।
47. पर्व-पावन के दिन गाँव में कैसी गंध फैली रहती है?
उत्तर : धान के पौधों की गंध।
48. हीराबाई ने क्या परख लिया?
उत्तर : हिरामन सचमुच हीरा है।
49. हिरामन दिखने में कैसा है?
उत्तर : हट्टा-कट्टा, काला-कलूटा, देहाती नौजवान।
50. हिरामन की उम्र कितनी है?
उत्तर : चालीस साल।
51. हिरामन की सारी दिलचस्पी किसमें है ?
उत्तर : अपने बैलों में ।
52. हिरामन के घर में कौन-कौन हैं?
उत्तर : बड़ा भाई, भाभी और उसके बच्चे।
53. हिरामन भाई से भी बढ़कर किसकी इज्जत करता है?
उत्तर : भाभी की।
54. हिरामन घर में किससे डरता है?
उत्तर : भाभी से।
55. हिरामन की शादी कब हुई थी ?
उत्तर : बचपन में।
56. हिरामन की दुलहिन कब मरी?
उत्तर : गौना से पहले।
57. हिरामन की भाभी की जिद क्या है?
उत्तर : कुमारी लड़की से ही हिरामन की शादी करवाएगी।
58. हिरामन की भाभी के अनुसार ‘कुमारी’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : पाँच-सात साल की लड़की।
59. हिरामन ने क्या तय कर लिया है?
उत्तर : शादी नहीं करेगा।
60. हिरामन शादी को क्या समझता है?
उत्तर : बलाय यानी मुसीबत।
61. हिरामन क्या नहीं छोड़ सकता?
उत्तर : गाड़ीवानी (बैलगाड़ी चलाना) ।
62. क्या सुनकर हिरामन की हँसी छूटी?
उत्तर : कानपुर ।
63. हीराबाई से क्या सुनकर हिरामन हँसते-हँसते दुहरा हो गया?
उत्तर : नाकपुर भी है।
64. हिरामन ने किसका नाम कभी नहीं सुना ?
उत्तर : हीराबाई का ।
65. हीराबाई के दाँत हिरामन को कैसे लगते हैं ?
उत्तर : नन्हीं-नन्हीं कौड़ियों की पांत (पंक्ति) के समान।
66. तेगछिया (तीन गाछ) के तीन पेड़ कौन से हैं?
उत्तर : दो जटामासी वट तथा एक चम्पा
67. टप्पर किसे कहते हैं?
उत्तर : छतरी वाली बैलगाड़ी।
68. किसकी गंध दो कोस दूर तक जाती है?
उत्तर : चम्पा की।
69. हिरामन ने क्या कहकर बात को चाशनी में डाल दिया ?
उत्तर : ‘जा रे जमाना’ ।
70. हिरामन किसका भेद जानता है?
उत्तर : गप रसाने (गप्पें मारने) का ।
71. हीराबाई हिरामन की किस बात पर दिल खोलकर हँसी?
उत्तर : हिरामन द्वारा लाटनी की नकल उतारने समय डैम-फैट-फैट करने पर।
72. ‘पटपटांग’ का क्या अर्थ है?
उत्तर : धन-दौलत, माल-मवेशी सब साफ।
73. हिरामन बिदेसिया नाच का कौन-सी वंदना गीत गाता है?
उत्तर : जै मैया सरोसती, अरजी करत बानी ; हमरा पर होखू सहाई हे मैया; हमरा पर होखू सहाई !
74. घोड़लद्दे बनियों से हिरामन ने क्या पूछा?
उत्तर : “क्या भाव पटुआ खरीदते हैं, महाजन?”
75. हिरामन से बनिये ने क्या पूछा?
उत्तर : मेला का क्या हाल-चाल है, भाई? कौन नौटंकी कंपनी का खेल हो रहा है, रौता कंपनी या मथुरा मोहन?
76. हीराबाई के हाथ में कागज के टुकड़े को देखकर हिरामन को किसकी याद आती है?
उत्तर : तरह-तरह के लोक गीतों की याद आती है?
77. हिरामन को छोकरा-नाच के किस गीत की याद आई?
उत्तर : सजनवा बैरी हो गये हमार! सजनवा …… !
78. छोकरा-नाच के मनुआं-नटुवा का मुँह कैसा था?
उत्तर : हीराबाई की तरह।
79. हिरामन ने किसके कारण अपनी भाभी की कितनी बोली-ठोली (डाँट) सुनी थी?
उत्तर : छोकरा नाच देखने के कारण।
80. हिरामन के भाई ने उसे घर से क्यों निकल जाने को कहा था ?
उत्तर : छोकरा-नाच देखने के कारण।
81. कहाँ पे हमेशा गाड़ी और गाड़ीवानों की भीड़ लगी रहती है?
उत्तर : तेगछिया में।
82. हीराबाई की कौन-सी बात सुनकर हिरामन का मुँह लाल हो गया?
उत्तर : “वाह, कितना बढ़िया गाते हो तुम !’
83. हिरान किसकी नज़रों से हीराबाई को बचाकर रखना चाहता है?
उत्तर : दुनिया भर की नज़रों से।
84. हिरामन पास के गाँव से हीराबाई के लिए क्या लाता है?
उत्तर : चूड़ा-दही-पानी।
85. हिरामन ने हीराबाई से कहाँ चाय मिलने की बात कही?
उत्तर : फारबिसगंज में।
86. हीराबाई को खाते देख हिरामन को कैसा लगता है?
उत्तर : मानो पहाड़ी तोता दूध-भात खा रहा हो ।
87. गाँव के बच्चे परदेवाली गाड़ी देखकर कौन-सी पंक्तियाँ दुहराने लगे?
उत्तर : लाली-लाली डोलिया में, लाली रे दुलहिनिया ।
88. हिरामन ने कौन-सा सपना देखा है?
उत्तर : वह भी अपनी दुलहिन को लेकर इसी तरह लौटे।
89. हीराबाई किस बोली में गीत सुनना चाहती है?
उत्तर : गाँव की बोली में ।
90. हीराबाई को कहाँ पहुँचने की जल्दी नहीं है?
उत्तर : फारबिसगंज।
91. हीराबाई को क्या सुनने का शौक है?
उत्तर : गीत और कथा (कहानी)।
92. हिरामन हीराबाई को गीत और कथा वाली कौन-सा गीत सुनाता है?
उत्तर : महुवा घटवारिन का गीत ।
93. महुवा घटवारिन कहाँ रहती थी?
उत्तर : परमान नदी के किनारे।
94. महुवा घटवारिन की सौतेली माँ कैसी थी?
उत्तर : राक्षसी अर्थात् कठोर स्वभाव की।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. ‘तीसरी कसम’ के कहानीकार कौन हैं ?
(क) डॉ० शिव प्रसाद सिंह
(ख) अमरकांत
(ग) फणीश्वर नाथ रेणु
(घ) शेखर जोशी
उत्तर : (ग) फणीश्वर नाथ रेणु ।
2. फणीश्वरनाथ रेणु का जन्म किस राज्य में हुआ था?
(क) बिहार
(ख) बंगाल
(ग) मध्यप्रदेश
(घ) झारखंड
उत्तर : (क) बिहार।
3. ‘मैला आँचल’ के रचनाकार कौन हैं?
(क) फणीश्वर नाथ रेणु
(ख) शेखर जोशी
(ग) ममता कालिया
(घ) मन्नू भंडारी
उत्तर : (क) फणीश्वर नाथ रेणु ।
4. ‘परती परिकथा’ किस विधा की रचना है?
(क) कविता
(ख) कहानी
(ग) उपन्यास
(घ) डायरी
उत्तर : (ग) उपन्यास ।
5. ‘परती परिकथा’ किसकी रचना है?
(क) ममता कालिया
(ख) फणीश्वर नाथ रेणु
(ग) मन्नू भंडारी
(घ) शेखर जोशी
उत्तर : (ख) फणीश्वरनाथ रेणु ।
6. ‘परती परिकथा’ किस कोटि का उपन्यास है?
(क) आंचलिक
(ख) राजनीतिक
(ग) ऐतिहासिक
(घ) धार्मिक
उत्तर : (क) आंचलिक ।
7. ‘दीर्घतपा’ किस विधा की रचना है?
(क) कहानी
(ख) उपन्यास
(ग) नाटक
(घ) एकांकी
उत्तर : (ख) उपन्यास ।
8. ‘कितने चौराहै’ के रचनाकार कौन हैं?
(क) शेखर जोशी
(ख) मन्नू भंडारी
(ग) ममता कालिया
(घ) फणीश्वरनाथ रेणु
उत्तर : (घ) फणीश्वरनाथ रेणु ।
9. ‘पल्टू बाबू रोड’ किस विधा की रचना है?
(क) ललित निबंध
(ख) कहानी
(ग) उपन्यास
(घ) नाटक
उत्तर : (ग) उपन्यास ।
10. ‘मारे गए गुलफाम’ कहानी का दूसरा नाम है :
(क) ठेस
(ख) अग्निखोर
(ग) तीसरी कसम
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ग) तीसरी कसम ।
11. ‘मारे गए गुलफाम’ के रचनाकार हैं:
(क) फणीश्वरनाथ रेणु
(ख) ममता कालिया
(ग) मन्नू भंडारी
(घ) शेखर जोशी
उत्तर : (क) फणीश्वरनाथ रेणु ।
12. ‘लाल पान की बेगम’ किस विधा की रचना है ?
(क) नाटक
(ख) एकांकी
(ग) निबंध
(घ) कहानी
उत्तर : (घ) कहानी ।
13. ‘लाल पान की बेगम’ के रचनाकार हैं :
(क) अमरकांत
(ख) मन्नू भंडारी
(ग) शेखर जोशी
(घ) फणीश्वरनाथ रेणु
उत्तर : (घ) फणीश्वरनाथ रेणु
14. ‘संवादिया’ किस विधा की रचना है ?
(क) कहानी
(ख) उपन्यास
(ग) नाटक
(घ) निबंध
उत्तर : (क) कहानी ।
15. ‘संवादिया’ के रचनाकार हैं :
(क) शेखर जोशी
(ख) फणीश्वर नाथ रेणु
(ग) मन्नू भंडारी
(घ) अमरकांत
उत्तर : (ख) फणीश्वर नाथ रेणु ।
16. ‘तबे एकला चलो रे’ कहानी के रचनाकार हैं :
(क) रवीन्द्र नाथ ठाकुर
(ख) ममता कालिया
(ग) मन्नू भंडारी
(घ) फणीश्वर नाथ रेणु
उत्तर : (घ) फणीश्वरनाथ रेणु ।
17. ‘ठुमरी’ किस विधा की रचना है ?
(क) गीत
(ख) नाटक
(ग) एकांकी
(घ) कहानी
उत्तर : (घ) कहानी।
18. ‘पागल’ किस विधा की रचना है?
(क) कहानी
(ख) इतिहास
(ग) नाटक
(घ) निबंध
उत्तर : (क) कहानी।
19. ‘अग्निखोर’ किस विधा की रचना है ?
(क) उपन्यास
(ख) कहानी
(ग) नाटक
(घ) रेखाचित्र
उत्तर : (ख) कहानी।
20. ‘आदिम रात्रि की महक’ किस विधा की रचना है?
(क) संस्मरण
(ख) रिपोतार्ज
(ग) डायरी
(घ) कहानी
उत्तर : (घ) कहानी।
21. फणीश्वरनाथ रेणु की किस कहानी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ख्याति मिली ?
(क) अग्निखोर
(ख) तीसरी कसम
(ग) ठुमरी
(घ) पागल
उत्तर : (ख) तीसरी कसम ।
22. फणीश्वरनाथ की किस कहानी पर फिल्म बनी ?
(क) ठुमरी
(ख) पागल
(ग) तीसरी कसम
(घ) ठेस
उत्तर : (ग) तीसरी कसम ।
23. फणीश्वरनाथ रेणु की कौन-सी रचना कालजयी रचना के रूप में स्वीकार की गई है ?
(क) मैला आँचल
(ख) परती परिकथा
(ग) दीर्घतपा
(घ) कितने चौराहे
उत्तर : (क) मैला आँचल |
24. ‘तीसरी कसम’ कहानी की पृष्ठभूमि में बिहार का कौन-सा जिला है ?
(क) मुंगेर
(ख) शेखपुरा
(ग) फारबिसगंज
(घ) पूर्णिया
उत्तर : (घ) पूर्णिया।
25. फणीश्वर नाथ रेणु किस परंपरा के रचनाकार माने जाते हैं ?
(क) प्रसाद
(ख) निराला
(ग) पंत
(घ) प्रेमचंद
उत्तर : (घ) प्रेमचंद ।
26. रेणुं को किस उपाधि से सम्मानित किया गया?
(क) पद्मश्री
(ख) कर्पूरी ठाकुर सम्मान
(ग) मंगला प्रसाद पारितोषिक
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (क) पद्मश्री ।
27. हिरामन कितने साल से गाड़ी हाँकता है?
(क) पाँच
(ख) दस
(ग) पंद्रह
(घ) बीस
उत्तर : (घ) बीस ।
28. हिरामन को पक्का गाड़ीवान कौन मानता था?
(क) भाई
(ख) साथी
(ग) चोर-व्यापारी
(घ) दारोगा
उत्तर : (ग) चोर-व्यापारी ।
29. ‘तीसरी कसम’ का नायक कौन है?
(क) हीराबाई
(ख) हिरामन
(ग) पलटूदास
(घ) लालमोहर
उत्तर : (ख) हिरामन ।
30. ‘चोरीबत्ती’ का अर्थ है :
(क) चोरी की बत्ती
(ख) चोर की बत्ती
(ग) टॉर्च
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ग) टॉर्च।
31. गाठों के बीच चुक्की-भुक्की लगाकर कौन बैठा था ?
(क) दारोगा
(ख) हिरामन
(ग) मुनीम
(घ) सेठ
उत्तर : (ग) मुनीम।
32. हिरामन ने गाड़ी पर बैठे-बैठे किसे जुड़वाँ बाँध दिया ?
(क) सिपाही को
(ख) दारोगा को
(ग) बैलों को
(घ) गाँठों को
उत्तर : (ग) बैलों को।
33. हिरामन ने निम्न में से कौन-सी कसम नहीं खाई?
(क) बैलगाड़ी नहीं चलाएंगे
(ख) चोर बाजारी का माल नहीं लादेंगे
(ग) बाँस नहीं लादेंगे
(घ) कंपनी की औरत की लदनी नहीं करेंगे
उत्तर : (क) बैलगाड़ी नहीं चलाएंगे।
34. घर पहुँचकर हिरामन कितने दिन तक बेसुध पड़ा रहा ?
(क) चार
(ख) तीन
(ग) दो
(घ) एक
उत्तर : (ग) दो।
35. मुनीम दारोगा को कितने रुपये रिश्वत में दे रहा था ?
(क) दो हजार
(ख) तीन हजार
(ग) चार हजार
(घ) पाँच हजार
उत्तर : (घ) पाँच हजार ।
36. हिरामन ने किस शहर की लदनी छोड़ दी ?
(क) शेखपुरा
(ख) बेगूसराय
(ग) खरैहिया
(घ) फारबिसगंज
उत्तर : (ग) खरैहिया।
37. ‘आधीदारी’ का अर्थ है :
(क) सबको आधा-आधा
(ख) आधा मुनीम आधा सेठ का
(ग) आधा गाड़ीवाले आधा बैलवालेका
(घ) आधा दारोगा आधा सिपाहियों का
उत्तर : (ग) आधा गाड़ीवाले आधा बैलवाले का।
38. हीराबाई पहले किस नौटंकी कंपनी में काम करती थी ?
(क) मथुरामोहन नौटंकी कंपनी में
(ख) रौता नौटंकी कंपनी में
(ग) बनारस नौटंकी कंपनी में
(घ) इनमें से किसी में नहीं
उत्तर : (क) मथुरामोहन नौटंकी कंपनी में।
39. ‘अहां’ का क्या अर्थ है?
(क) क्या
(ख) कहाँ
(ग) आप
(घ) अहा
उत्तर : (ग) आप।
40. “औरत है या चंपा का फूल” – पंक्ति किस पाठ से ली गई हैं ?
(क) कर्मनाशा की हार
(ख) जाँच जारी है
(ग) तीसरी कसम
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ग) तीसरी कसम ।
41. किसकी आवाज ने हिरामन को अचरज में डाल दिया ?
(क) अनदेखी औरत
(ख) ग्रामीण औरत
(ग) बाघ
(घ) गीत.
उत्तर : (क) अनदेखी औरत।
42. किसकी बोली को ‘फेनूगिलासी बोली’ कहा गया है?
(क) हिरामन
(ख) हीराबाई
(ग) लाल मोहन
(घ) रेणु
उत्तर : (ख) हीराबाई ।
43. मथुरामोहन नौटंकी कंपनी में लैला कौन बनती थी ?
(क) सुलोचना
(ख) वहीदा रहमान
(ग) हीराबाई
(घ) छीतनबाई
उत्तर : (ग) हीराबाई ।
44. हिरामन ने कितने साल तक लगातार मेलों की लदनी लादी है?
(क) चार
(ख) पाँच
(ग) छः
(घ) सात
उत्तर : (घ) सात।
45. “कोई चोरी-चमारी का माल-वाल तो नहीं ?” – वक्ता कौन है?
(क) मुनीम
(ख) हिरामन
(ग) हीराबाई
(घ) दरोगा
उत्तर : (ख) हिरामन ।
46. “अहा ! मारो मत !” – पंक्ति किस पाठ से ली गई है?
(क) उसने कहा था
(ख) कर्मनाशा की हार
(ग) तीसरी कसम
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ग) तीसरी कसम ।
47. “मेरा नाम भी हीरा है” – वक्ता कौन है?
(क) हिरामन
(ख) हीराबाई
(ग) हीरालाल
(घ) हीरा
उत्तर : (ख) हीराबाई ।
48. “भगवान जाने क्या लिखा है इस बार उसकी किस्मत में” – गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
(क) उसने कहा था
(ख) कर्मनाशा की हार
(ग) तीसरी कसम
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ग) तीसरी कसम ।
49. “परी की आँखें खुल गईं” – परी कौन है ?
(क) सरदारनी
(ख) सफ़िया
(ग) अर्पणा
(घ) हीराबाई
उत्तर : (घ) हीराबाई ।
50. ‘औरत अकेली’ – किसे कहा गया है ?
(क) अर्पणा को
(ख) सफ़िया को
(ग) फुलमति को
(घ) हीराबाई को
उत्तर : (घ) हीराबाई को।
51. हिरामन को किससे पुरानी चिढ़ है?
(क) लालमोहर से
(ख) भाभी से
(ग) गाड़ीवान से
(घ) आसिन-कातिक के भोर के कुहासे से
उत्तर : (घ) आसिन-कातिक के भोर के कुहासे से।
52. किसको अपनी दुलहिन का चेहरा याद नहीं ?
(क) पलटूदास को
(ख) लहना सिंह को
(ग) हिरामन को
(घ) लालमोहर को
उत्तर : (ग) हिरामन को ।
53. हिरामन ने किसका नाम कभी नहीं सुना ?
(क) हीराबाई का
(ख) पलटूदास का
(ग) लालमोहर का
(घ) फारबिसगंज का
उत्तर : (क) हीराबाई का।
54. ‘बिदागी’ का अर्थ क्या है ?
(क) विदा लेना
(ख) विदाई
(ग) बिना दाग का
(घ) नैहर या ससुराल जाती दुल्हन
उत्तर : (ख) विदाई।
55. “उस फूल में एक परी बैठी है” – गद्यांश किस पाठ से लिया गया है ?
(क) नौरंगिया
(ख) उसने कहा था
(ग) तीसरी कसम
(घ) कर्मनाशा की हार
उत्तर :(ग) तीसरी कसम ।
56. “उस फूल का क्या नाम है” – गद्यांश किस पाठ से लिया गया है ?
(क) नन्हा संगीतकार
(ख) नमक
(ग) धावक
(घ) तीसरी कसम
उत्तर : (घ) तीसरी कसम ।
57. ‘तेगछिया’ में तीन पेड़ हैं:
(क) तीन पीपल के
(ख) तीन वट के
(ग) तीन ताड़ के
(घ) दो जटामासी वट तथा एक चम्पा का
उत्तर : (घ) दो जटामासी वट तथा एक चम्पा का।
58. हिरामन क्या कहकर बात में चाशनी डाल देता है?
(क) इस्स
(ख) जा रे जमाना
(ग) जा रे जवानी
(घ) डैम-फैट-लैट
उत्तर : (ख) जा रे जमाना।
59. पर्व-पावन के दिन गाँव में कैसी गंध फैली रहती है?
(क) गोबर की गंध
(ख) पकवान की गंध
(ग) धान के पौधों की गंध
(घ) चम्पा के फूलों की गंध
उत्तर : (ग) धान के पौधों की गंध।
60. हिरामन किससे डरता है ?
(क) हीराबाई से
(ख) भाभी से
(ग) मुनीम से
(घ) नेपाली दरवान से
उत्तर : (ख) भाभी से।
61. हिरामन की शादी कब हुई थी ?
(क) जवानी में
(ख) बचपन में
(ग) चालीस वर्ष में
(घ) हीराबाई से मिलने के दो साल पहले
उत्तर : (ख) बचपन में।
62. हिरामन की दुलहिन कब मरी ?
(क) गौने के बाद
(ख) गौने के पहले
(ग) पाँच साल पहले
(घ) दस साल पहले
उत्तर : (ख) गौने के पहले।
63. हिरामन ने क्या तय कर लिया है ?
(क) दूसरी शादी करेगा
(ख) दूसरी शादी नहीं करेगा
(ग) हीराबाई से शादी करेगा
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ख) दूसरी शादी नहीं करेगा।
64. हीराबाई के दाँत हिरामन को कैसे लगते हैं ?
(क) तारों की पंक्ति
(ख) हीरों की पंक्ति
(ग) मोतियों की पंक्ति
(घ) नन्हीं कौड़ियों की पंक्ति
उत्तर : (घ) नन्हीं कौड़ियों की पंक्ति ।
65. किसकी गंध दो कोस दूर तक जाती है?
(क) बीड़ी की
(ख) हीराबाई की इत्र की
(ग) चम्पा की
(घ) धान के पौधों की
उत्तर : (ग) चम्पा की।
66. हिरामन शादी को क्या समझता है ?
(क) बलाय
(ख) उपहार
(ग) वरदान
(घ) नई जिंदगी
उत्तर : (क) बलाय ।
67. तेगछिया के पास से किस नदी की धारा गुजरती है ?
(क) गंगा
(ख) यमुना
(ग) दामोदार
(घ) कजरी
उत्तर : (घ) कजरी ।
68. “शायद कुमारी ही है” – किसके बारे में कहा गया है?
(क) फूलमति
(ख) अर्पणा
(ग) सरदारनी
(घ) हीराबाई
उत्तर : (घ) हीराबाई।
69. हिरामन ने अपनी सफरी झोली से क्या निकाला ?
(क) चूड़ा-दही
(ख) बीड़ी
(ग) गंजी
(घ) पैसे
उत्तर : (ग) गंजी।
70. खाते हुए हीराबाई की तुलना हिरामन किससे करता है ?
(क) पालतू तोते से
(ख) कबूतर से
(ग) पहाड़ी तोते से
(घ) मैने से
उत्तर : (ग) पहाड़ी तोते से।
71. “बदमासी मत करो” – गद्यांश किस पाठ से लिया गया है ?
(क) उसने कहा था
(ख) चप्पल
(ग) तीसरी कसम
(घ) नमक
उत्तर : (ग) तीसरी कसम ।
72. हिरामन किसकी नज़रों से हीराबाई को बचाकर रखना चाहता है ?
(क) पलटू दास की नज़रों से
(ख) नेपाली दरवान की नज़रों से
(ग) गाड़ीवानों की नज़रों से
(घ) दुनिया – भर की नज़रों से
उत्तर : (घ) दुनिया-भर की नज़रों से।
73. हिरामन ने गाड़ीवानों को हीराबाई को किस अस्पताल की डॉक्टरनी बताया ?
(क) सिरपुर बाजार
(ख) कुड़मागाम
(ग) छत्तापुर पचीरा
(घ) ननकपुर
उत्तर : (क) सिरपुर बाजार।
74. ननकपुर जानेवाली सड़क किस गाँव के बीच से निकलती है ?
(क) कुड़मागाम
(ख) छत्तापुर-पचीरा
(ग) तेगछिया
(घ) सिरपुर
उत्तर : (ग) तेगछिया।
75. ‘देहाती भुच्च सब’ – वक्ता कौन है ?
(क) लहना सिंह
(ख) हिरामन
(ग) हीराबाई
(घ) नेपाली दरबान
उत्तर : (ख) हिरामन ।
76. हीराबाई को किन दो चीजों का शौक है ?
(क) नाचने-गाने का
(ख) खाने-खिलाने का
(ग) गप्प मारने का
(घ) गीत और कथा सुनने का
उत्तर : (घ) गीत और कथा सुनने का।

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