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WBBSE 10th Class Hindi Solutions Chapter 4 नमक

WBBSE 10th Class Hindi Solutions Chapter 4 नमक

West Bengal Board 10th Class Hindi Solutions Chapter 4 नमक

West Bengal Board 10th Hindi Solutions

लेखिका – परिचय

रज़िया सज्ज़ाद ज़हीर का जन्म 15 फरवरी, सन् 1917 को अज़मेर (राजस्थान) में हुआ था। ये मूल रूप से उर्दू की कहानीकार हैं। बी० ए० तक की शिक्षा घर पर प्राप्त की। इलाहाबाद से उर्दू में एम० ए० की परीक्षा उत्तीर्ण की। सन् 1947 से इन्होंने लखनऊ के करामत हुसैन गर्ल्स कॉलेज में पढ़ाने का कार्य शुरू किया। फिर सन् 1965 में सोवियत सूचना विभाग में इनकी नियुक्ति हुई। 18 दिसम्बर सन् 1979 को इन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
प्रमुख रचनाएँ – जर्द गुलाब (उर्दू कहानी-संग्रह)
सम्मान – सोवियतभूमि नेहरू पुरस्कार, उत्तर प्रदेश का उर्दू अकादमी पुरस्कार, अखिल भारतीय लेखिका संघ पुरस्कार ।

लघूत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. सिख बीबी को देखकर साफिया क्यों हैरान रह गई थी ?
उत्तर : सिख बीबी की शक्ल-सूरत साफिया की माँ से बहुत मिलती-जुलती थी इसलिए वह उन्हें देखकर हैरान रह गई थी।
2. ‘नमक’ के रचनाकार कौन हैं ?
उत्तर : रज़िया सज्जाद ज़हीर ।
3. सफ़िया किस कहानी की पात्र है ?
उत्तर : ‘नमक’ ।
4. किसकी सूरत सिख बीबी से मिलती थी ?
उत्तर : सफ़िया की माँ से ।
5. सिख बीबी का चेहरा कैसा था ?
उत्तर : खुली किताब की तरह।
6. सिख बीबी ने कैसा दुपट्टा ओढ़ा था?
उत्तर : सिख बीबी ने सफेद मलमल का वैसा दुपट्टा ओढ़ा था जैसा उसकी अम्मा मुहर्रम में ओढ़ा करती थी।
7. सिख बीबी ने किससे सफिया के बारे में पूछा?
उत्तर : सफ़िया के घर की बहू से ।
8. बहू ने सफ़िया के बारे में सिख बीबी को क्या बताया ?
उत्तर : बहू ने सफ़िया के बारे में सिख बीबी को बताया कि ये मुसलमान हैं और कल ही अपने भाइयों से मिलने पाकिस्तान जा रही है।
9. सफ़िया कहाँ जा रही थी ?
उत्तर : पाकिस्तान ।
10. सफ़िया किससे मिलने पाकिस्तान जा रही थी ?
उत्तर : सफ़िया अपने भाई-भाभी तथा उनके बच्चों से मिलने पाकिस्तान जा रही थी ।
11. सिख बीबी ने किसे प्यारा शहर कहा ?
उत्तर : लाहौर को ।
12. कहाँ के लोग खूबसूरत, उम्दा खाने, नफीस कपड़ों के शौकीन, सैर-सपाटे के रसिया तथा जिंदादिली की तस्वीर होते हैं ?
उत्तर : लाहौर (पाकिस्तान) के ।
13. सफिया ने सिख बीबी से क्या पूछा?
उत्तर : माता जी, आपको तो यहाँ आए बहुत साल हो गए होंगे ।
14. आपको तो यहाँ आए बहुत साल हो गए होंगे – ‘आपको’ से कौन संकेतित है ?
उत्तर : सिख बीबी।
15. सिख बीबी हिंदुस्तान कब आई थी ?
उत्तर : हिंदुस्तान बनने के समय आई थी।
16. सिख बीबी मूलत: कहाँ की रहने वाली थी ?
उत्तर : पाकिस्तान के लाहौर की।
17. सिख बीबी को किसकी बहुत याद आती थी?
उत्तर : लाहौर की।
18. सफ़िया सिख बीबी से कहाँ मिली थी ?
उत्तर : कीर्तन में ।
19. कीर्तन कितने बजे खत्म हुआ।
उत्तर : ग्यारह बजे ।
20. सफ़िया ने सिख बीबी से धीमे से क्या पूछा ?
उत्तर : “आप लाहौर से कोई सौगात मँगाना चाहें तो मुझे हुक्म दीजिए।’
21. सिख बीबी किस कपड़े का दुपट्टा ओढ़े थी ?
उत्तर : सफेद बारीक मलमल का ।
22. किसकी आँखों में नेकी, मुहब्बत और रहमदिली की रोशनी जगमगाया करती थी?
उत्तर : सफ़िया की माँ की आँखों में।
23. सफ़िया की अम्मा मुहर्रम में कैसा दुपट्टा ओढ़ा करती थी ?
उत्तर : सफेद बारीक मलमल का दुपट्टा ।
24. किसने, कई बार, किसे मुहब्बत से देखा?
उत्तर : सफ़िया ने सिख बीबी को कई बार मुहब्बत से देखा।
25. कीर्तन के दौरान सफ़िया और सिख बीबी क्या करते रहे?
उत्तर : आहिस्ता-आहिस्ता बातें।
26. सिख बीबी ने सफ़िया से लाहौर से क्या लाने को कहा ?
उत्तर : लाहौरी नमक।
27. सफ़िया पाकिस्तान/लाहौर में कितने दिन रही ?
उत्तर : पंद्रह दिन ।
28. लाहौर से लौटते समय सफ़िया के सामने बड़ी समस्या क्या थी?
उत्तर : दामी कागज में लिपटे सेर भर लाहौरी नमक को छिपाने की।
29. सफ़िया के बड़े भाई क्या थे ?
उत्तर : बड़े पुलिस ऑफिसर ।
30. सफ़िया ने बड़े भाई से क्या पूछा?
उत्तर : क्यों भैया, नमक ले जा सकते हैं?
31. नमक ले जाने के बारे में सफ़िया के बड़े भाई ने क्या कहा?
उत्तर : लाहौर से नमक हिन्दुस्तान ले जाना गैरकानूनी है।
32. कौन-सी बात सफ़िया के बड़े भाई की समझ में नहीं आई और क्यों?
उत्तर : जब नमक ले जाने के बारे में सफ़िया ने माँ का जिक्र किया तो यह बात सफ़िया के बड़े भाई की समझ में नहीं आई क्योंकि माँ तो बँटवारे के पहले ही मर चुकी थी।
33. सफ़िया कितने बजे लाहौर से हिन्दुस्तान के लिए रवाना हुई?
उत्तर : दिन में दो बजे।
34. कौन अपने-आप को सैयद कहता है ?
उत्तर : सफ़िया ।
35. सफ़िया ने सिख बीबी से क्या वादा किया था?
उत्तर : लाहौरी नमक लाने का वादा।
36. सफ़िया जान देकर भी कौन-सा वादा पूरा करना चाहती है?
उत्तर : लाहौरी नमक लाने का वादा।
37. सफ़िया ने नमक को कहाँ छुपाने के बारे में सोचा?
उत्तर : कीनुओं की टोकरी में।
38. हिन्दुस्तान से सब लोग कौन-सा फल लाहौर ले जा रहे थे ?
उत्तर : केला।
39. लाहौर से हिन्दुस्तान आने वाले कौन-सा फल ला रहे थे?
उत्तर : कीनू ।
40. सफ़िया किस कहानी को याद कर रही थी?
उत्तर : उस शहजादे की कहानी को जिसमें वह रान चीरकर, हीरा छिपाकर देवों, भूतों तथा राक्षसों के सरहदों को पार कर जाता था।
41. लाहौर में सफ़िया के कितने भाई थे ?
उत्तर : तीन भाई थे।
42. सफ़िया के बाप की कब्र कहाँ थी?
उत्तर : पाकिस्तान के लाहौर में ।
43. सफ़िया के भतीजे-भतीजियाँ उससे क्या पूछते थे?
उत्तर : फूफी जान, आप हिंदुस्तान में क्यों रहती हैं, जहाँ हमलोग नहीं आ सकते।
44. सफ़िया कितने समय बाद दुबारा लाहौर आ सकती थी?
उत्तर : एक साल के बाद ।
45. सफ़िया सपने में किन चीजों को देख रही थी ?
उत्तर : इकबाल का मकबरा, लाहौर का किला, हवा में रची-बसी मौलसिरी की खुशबू ।
46. सफ़िया हिन्दुस्तान में कहाँ रहती थी?
उत्तर : लखनऊ में।
47. पहले कस्टम अफसर ने सफ़िया को अपने बारे में क्या बताया?
उत्तर : मेरा वतन देहली है……… जब पाकिस्तान बना था तभी आए थे, मगर हमारा वतन तो देहली ही हैं।
48. लाहौर से देहली (दिल्ली) तक का किराया सफिया को किसने दिया?
उत्तर : सफ़िया के बड़े भाई ने।
49. सफिया लाहौर से दिल्ली किससे लौटी?
उत्तर : रेलगाड़ी से।
50. लाहौर से लौटते समय सफ़िया ने क्या निश्चय किया?
उत्तर : मुहब्बत का तोहफा वह चोरी से नहीं ले जाएगी।
51. सफ़िया ने कस्टमवालों को क्या दिखाने का निश्चय किया?
उत्तर : लाहौरी नमक।
52. कस्टम ऑफिसर ने नमक को सफिया के बैग में देते हुए क्या कहा?
उत्तर : “मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता है।”
53. सफ़िया को स्टेशन तक कौन विदा करने आए थे?
उत्तर : सफ़िया के बहुत से दोस्त, भाई तथा रिश्तेदार ।
54. पाकिस्तानी पुलिस किस स्टेशन पर उतर गई।
उत्तर : अटारी ।
55. हिन्दुस्तानी पुलिस किस स्टेशन पर सवार हुई ?
उत्तर : अटारी ।
56. बंगाली दिखने वाले कस्टम ऑफिसर से सफिया ने क्या कहा?
उत्तर : ‘देखिए, मेरे पास नमक है थोड़ा-सा ।”
57. बंगाली दिखनेवाले कस्टम ऑफिसर किस वतन का था?
उत्तर : ढाका का।
58. “हमारी जमीन, हमारे पानी का मजा ही कुछ और है” – किसने, किससे कहा?
उत्तर : बंगाली कस्टम ऑफिसर ने सफ़िया से कहा।
59. अमृतसर के पुल पर चढ़ती हुई सफ़िया क्या सोच रही थी?
उत्तर : किसका वतन कहाँ है – वह कस्टम के इस तरफ से या उस तरफ !
60. सिख बीबी ने सफ़िया को लाहौर के बारे में क्या बताया?
उत्तर : लाहौर बड़ा ही प्यारा शहर है। वहाँ के लोग कैसे खूबसूरत होते हैं, उम्दा खाने और नफीस कपड़ों के शौकीन, सैर-सपाटे के रसिया, जिंदादिली की तस्वीर।
61. लाहौर से सौगात मंगवाने के बारे में पूछने पर सिख बीबी ने क्या कहा?
उत्तर : “अगर ला सको तो थोड़ा-सा लाहौरी नमक लाना।”
62. लाहौर से नमक ले जाने के बारे में सफिया ने किससे पूछने को सोचा?
उत्तर : अपने बड़े भाई से ।
63. किस पर भावना के स्थान पर बुद्धि धीरे-धीरे हावी हो रही थी ?
उत्तर : सफिया पर ।
64. भावना के स्थान पर बुद्धि के हावी होने का क्या अर्थ है?
उत्तर : हरेक काम केवल भावनाओं में बहकर नहीं किया जा सकता। कभी-कभी भावना के स्थान पर बुद्धि से काम लेना अच्छा होता है।
65. कानून कब हैरान रह जाता है?
उत्तर : मुहब्बत के आगे जब कस्टमवाले भी हार जाते हैं तब कानून हैरान रह जाता है।
66. सिख बीबी सफिया की ओर क्यों आकर्षित हुई?
उत्तर : सिख बीबी भी लाहौर की थी और सफिया भी – इसलिए वह सफिया की ओर आकर्षित हुई
67. कब सफिया के पैर तले की जमीन खिसकने लगी? क्यों?
उत्तर : जब अमृतसर के कस्टम ऑफिसर ने सफिया को कुर्सी पर बिठाकर एक पुलिसवाले को ईशारा किया तब उसके पैर तले की जमीन खिसकने लगी। उसे लगा कि कस्टम ऑफिसर उसे गिरफ्तार करवा देगा।
68. ‘नमक’ कहानी में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किस कवि का जिक्र है?
उत्तर : रवीन्द्रनाथ टैगोर का ।
69. ‘नमक’ कहानी में किन तीन कवियों का जिक्र है?
उत्तर : इकबाल, रवीन्द्रनाथ टैगोर तथा नजरूल इस्लाम ।
70. अमृतसर में जाँच करने वाले कस्टम अधिकारी का नाम क्या है?
उत्तर : सुनील दासगुप्त
71. सुनील दासगुप्त को उसके किस मित्र ने कौन-सी किताब, कब दी थी?
उत्तर : शमसुल इस्लाम ने सुनील दास गुप्त के जन्मदिन पर सन् 1946 में।
72. सुनील दास गुप्त सफ़िया के किस प्रश्न का थोड़ा बुरा मान गए।
उत्तर : वतन के बारे में पूछने पर वे थोड़ा बुरा मान गए।
73. “हमारी जमीन, हमारे पानी का मजा ही कुछ और है” – हमारी जमीन का आशय किससे
उत्तर : ढाका से।
74. जब सफ़िया अमृतसर के पुल पर चढ़ रही थी तब कस्टम अधिकारी सुनील दास गुप्त क्या कर रहे थे?
उत्तर : पुल की सबसे निचली सीढ़ी के पास सिर झुकाए चुपचाप खड़े थे।
75. कस्टम अधिकारी सुनील दासगुप्त की उपहार स्वरूप प्राप्त पुस्तक के पहले सफ़े (पन्ना) पर क्या लिखा था?
उत्तर : “शमसुल इस्लाम की तरफ से सुनील दासगुप्त को प्यार के साथ, ढाका 1961 ।”
76. सबसे पहले सफ़िया ने कहाँ नमक छिपाने का निश्चय किया?
उत्तर : कीनुओं की टोकरी में।
77. “बाकी सब रफ्ता-रफ्ता ठीक हो जाएगा” – किसके ठीक होने की बात कही जा रही है?
उत्तर : हिंदुस्तान और पाकिस्तान के आपसी संबंधों के ठीक होने की बात कही जा रही है।
78. पुलिसवाला सफ़िया को क्यों घूरता चला गया?
उत्तर : कस्टमवाले सामान्य यात्री के लिए चाय नहीं मंगाते और न ही उनकी खातिरदारी करते हैं इसलिए पुलिसवाला सफ़िया को घूरता चला गया।
79. “इनके सामान का ध्यान रखिएगा” – कौन, किसके समान का ध्यान रखने को कह रहा है?
उत्तर : अमृतसर के दो कस्टम अधिकारी एक-दूसरे से सफ़िया के सामान का ध्यान रखने को कह रहे हैं।
80. सफ़िया को बचपन में सुनी कौन-सी कहानी याद आने लगी?
उत्तर : शहजादों की कहानी।
81. किन दोनों के हाथों में भरी हुई बंदूकें थीं?
उत्तर : हिन्दुस्तानी तथा पाकिस्तानी पुलिस के हाथों में ।
82. नमक की पुड़िया को कीनू की टोकरी की तह में रखने के बाद सफ़िया को कैसा महसूस हुआ?
उत्तर : उसे ऐसा महसूस हुआ मानो उसने अपने किसी प्यारे को कब्र की गहराई में उतार दिया हो।
83. सफ़िया को लाहौर और अमृतसर में अंतर क्यों नहीं प्रतीत हुआ ?
उत्तर : जिमखाना की शामें, दोस्तों की मुहब्बत, भाइयों की खातिरदारियाँ और सुहाने मौसम के कारण सफ़िया को लाहौर और अमृतसर में अंतर नही प्रतीत हुआ ।
84. नमक कहानी किस भारतीय-ऐतिहासिक घटना को आधार बनाकर लिखी गई है ?
उत्तर : भारत-विभाजन की ऐतिहासिक घटना को आधार बनाकर लिखी गई है ।
85. “जामा मस्जिद की सीढ़ियों को मेरा सलाम कहिएगा” – कौन किससे कहता है ?
उत्तर : पाकिस्तानी कस्टम ऑफिसर ने सफ़िया से कहा ।
86. सफ़िया नमक क्यों ले जाना चाहती थी ?
उत्तर : सफ़िया ने सिख बीबी से लाहौरी नमक लाने का वायदा किया था इसलिए वह नमक ले जाना चाहती थी ।
87. ‘अदीब’ किसे कहते हैं ?
उत्तर : लेखक/लेखिका को ही ‘अदीब’ कहते हैं ।
88. सफ़िया ने नमक को कहाँ छुपाने के बारे में सोचा ?
उत्तर : सफ़िया ने नमक को कीनू की टोकरी में छुपाने के बारे में सोचा ।
89. सिख बीबी अपना मूल वतन किसे मानती है ?
उत्तर : लाहौर को ।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. ‘मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता है।’ यह अंश किस कहानी से लिया गया है?
(क) धावक
(ख) उसने कहा था
(ग) नमक
(घ) सिरी उपमा जोग
उत्तर : (ग) नमक।
2. सफिया लाहौर ………महीने में गई थी।
(क) मार्च
(ख) अप्रैल
(ग) फरवरी
(घ) अगस्त
उत्तर : (क) मार्च।
3. ‘नमक’ कहानी के रचनाकार कौन हैं ?
(क) गुलेरी
(ख) शिवमूर्त्ति
(ग) रज़िया सज्जाद जहीर
(घ) कृष्णा सोबती
उत्तर : (ग) रज़िया सज्जाद जहीर।
4. रज़िया सज्जाद जहीर का जन्म कहाँ हुआ था?
(क) अमृतसर
(ख) लाहौर
(ग) अजमेर
(घ) अटारी
उत्तर : (ग) अजमेर।
5. ‘जर्द गुलाब’ (उर्दू कहानी-संग्रह) किसकी रचना है?
(क) कृष्णा सोबती की
(ख) रज़िया सज्जाद जहीर की
(ग) प्रेमचंद की
(घ) जयशंकर प्रसाद की
उत्तर : (ख) रज़िया सज्जाद जहीर की।
6. किसे देखकर सफ़िया हैरान रह गई थी?
(क) लाहौर को
(ख) सिख बीबी को
(ग) कस्टम ऑफिसर को
(घ) इकबाल को
उत्तर : (ख) सिख बीबी को ।
7. सिख बीबी की शक्ल किससे मिलती थी ?
(क) सफ़िया की माँ से
(ख) सफ़िया की बहन से
(ग) सफ़िया की भाभी से
(घ) सफ़िया की बहू से
उत्तर : (क) सफ़िया की माँ से।
8. भारी-भरकम जिस्म किसका था?
(क) कस्टम ऑफिसर का
(ख) सफ़िया के भाई का
(ग) सिख बीबी का
(घ) सफ़िया की बहू का
उत्तर : (ग) सिख बीबी का ।
9. “चेहरा जैसे कोई खुली हुई किताब” – यहाँ किसके चेहरे के बारे में कहा गया है?
(क) सफ़िया
(ख) सुनील दास गुप्त
(ग) इकबाल
(घ) सिख बीबी
उत्तर : (घ) सिख बीबी।
10. सफ़िया ने कई बार किसकी ओर मुहब्बत से देखा?
(क) सिख बीबी की ओर
(ख) भतीजे-भतीजी की ओर
(ग) भाई की ओर
(घ) कस्टम ऑफिसर की ओर
उत्तर : (क) सिख बीबी की ओर ।
11. “जब हिन्दुस्तान बना था तभी आए थे” – वक्ता कौन है?
(क) सफ़िया
(ख) सुनील दासगुप्त
(ग) सिख बीबी
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ग) सिख बीबी।
12. कीर्तन कितने बजे खत्म हुआ?
(क) दस बजे
(ख) बारह बजे
(ग) नौ बजे
(घ) ग्यारह बजे
उत्तर : (घ) ग्यारह बजे ।
13. “साडा लाहौर” – वक्ता कौन है?
(क) सफ़िया
(ख) सिख बीबी
(ग) कस्टम ऑफिसर
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ख) सिख बीबी।
14. “लाहौर बहुत याद आता है” – किसे लाहौर बहुत याद आता है?
(क) सफ़िया
(ख) सुनील दासगुप्त
(ग) बहू
(घ) सिख बीबी
उत्तर : (घ) सिख बीबी।
15. सिख बीबी ने किस रंग का दुपट्टा ओढ़ा था?
(क) लाल
(ख) नीला
(ग) पीला
(घ) सफेद
उत्तर : (घ) सफेद।
16. सफ़िया कहाँ जा रही थी?
(क) पाकिस्तान
(ख) अफगानिस्तान
(ग) ढाका
(घ) हिन्दुस्तान
उत्तर : (क) पाकिस्तान ।
17. ‘सफ़िया’ किस कहानी की पात्र है?
(क) चप्पल
(ख) नमक
(ग) ढाका
(घ) नन्हा संगीतकार
उत्तर : (ख) नमक।
18. ‘जिंदादिली की तस्वीर’ किसे कहा गया है?
(क) सिख बीबी को
(ख) सफ़िया को
(ग) लाहौर वालों को
(घ) अमृतसर वालों को
उत्तर : (ग) लाहौर वालों को ।
19. “सब ठीक ही है” – वक्ता कौन है ?
(क) सफ़िया
(ख) सफ़िया का भाई
(ग) कस्टम ऑफिसर
(घ) सिख बीबी
उत्तर : (घ) सिख बीबी।
20. सफ़िया पाकिस्तान में कितने दिन रही?
(क) दस
(ख) पन्द्रह
(ग) बीस
(घ) पचीस
उत्तर : (ख) पन्द्रह ।
21. मेरी माँ ने यही मँगवाया है – वक्ता कौन है?
(क) सफ़िया का भाई
(ख) सुनील दासगुप्त
(ग) सिख बीबी
(घ) सफ़िया
उत्तर : (घ) सफ़िया ।
22. “मुझे तो लाहौर का नमक चाहिए” – वक्ता कौन है ?
(क) सिख बीबी
(ख) सफ़िया
(ग) कस्टम ऑफिसर
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ख) सफ़िया ।
23. “आपको कस्टम से गुज़रना होगा” – वक्ता कौन है?
(क) कस्टम ऑफिसर
(ख) सिपाही
(ग) सफ़िया का भाई
(घ) सिख बीबी
उत्तर : (ग) सफ़िया का भाई।
24. “वे तो बँटवारे से पहले ही मर चुकी थीं – ‘वे’ कौन हैं ?
(क) सिख बीबी
(ख) सफ़िया की माँ
(ग) सफ़िया की बहन
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (ख) सफ़िया की माँ ।
25. “आपलोगों के हिस्से में तो हमसे बहुत ज्यादा नमक आया है” – वक्ता कौन है ?
(क) कस्टम ऑफिसर
(ख) सफ़िया
(ग) सफ़िया का भाई
(घ) पुलिस
उत्तर : (ग) सफ़िया का भाई।
26. “सिर्फ दो चीजें रह गई” – कौन-सी दो चीजें रह गई?
(क) टी० वी० और नमक
(ख) कीनू और नमक
(ग) संतरा और नमक
(घ) सूटकेस और बिस्तरबंद
उत्तर : (ख) कीनू और नमक।
27. माल्टे की तरह रंगीन और मीठा, संतरे की तरह नाजुक किसे कहा गया है?
(क) कीनू को
(ख) सिख बीबी को
(ग) सफ़िया को
(घ) लाहौरवालों को
उत्तर : (क) कीनू को ।
28. “हम अपने को सैयद कहते हैं” – वक्ता कौन है ?
(क) सफ़िया का भाई
(ख) सफ़िया
(ग) लाहौरवाले
(घ) अमृतसरवाले
उत्तर : (ख) सफ़िया ।
29. “एक समस्या थी” – समस्या क्या थी?
(क) कस्टमवालों को समझाना
(ख) सिख बीबी को समझाना
(ग) सफ़िया को समझाना
(घ) लाहौरी नमक ले जाना
उत्तर : (घ) लाहौरी नमक ले जाना।
30. बिछुड़ी हुई परदेसी बहन कौन है?
(क) सिख बीबी
(ख) सफ़िया
(ग) लेखिका
(घ) लाहौर की स्त्रियाँ
उत्तर : (ख) सफ़िया ।
31. “फिर वायदा करके झुठलाने के क्या फायदे” – किसने कहा?
(क) सफ़िया ने
(ख) सिख बीबी ने
(ग) भतीजियों ने
(घ) बहुओं ने
उत्तर : (क) सफ़िया ने ।
32. सब लाहौर/पाकिस्तान से कौन-सा फल हिंदुस्तान ला रहे थे?
(क) आम
(ख) केला
(ग) लीची
(घ) कीनू
उत्तर : (घ) कीनू ।
33. हिन्दुस्तान से लोग पाकिस्तान कौन-सा फल सौगात के रूप में ले जा रहे थे?
(क) केले
(ख) कीनू
(ग) चीकू
(घ) नारंगी
उत्तर : (क) केले।
35. सफ़िया के बाप की कब्र कहाँ थी?
(क) अमृतसर में
(ख) अजमेर में
(ग) लखनऊ में
(घ) लाहौर में
उत्तर : (घ) लाहौर में ।
36. आप हिन्दुस्तान में क्यों रही हैं – वक्ता कौन है ?
(क) कस्टम ऑफिसर
(ख) सिख बीबी
(ग) भतीजा-भतीजी
(घ) बहू
उत्तर : (ग) भतीजा-भतीजी ।
37. सपने में सफिया ने किसका मकबरा देखा?
(क) पीर का
(ख) इकबाल का
(ग) मिर्जा गालिब का
(घ) नजरूल इस्लाम का
उत्तर : (ख) इकबाल का।
38. “यह हिन्दुस्तान-पाकिस्तान की एकता का मेवा है”- वक्ता कौन है ?
(क) कस्टम ऑफिसर
(ख) भाई
(ग) सफ़िया का दोस्त
(घ) सिख बीबी
उत्तर : (ग) सफ़िया का दोस्त ।
39. किसे हिन्दुस्तान-पाकिस्तान की एकता का मेवा कहा गया है?
(क) काजू को
(ख) किशमिश को
(ग) छुहारा को
(घ) कीनू को
उत्तर : (घ) कीनू को ।
40. लाहौरी नमक के बारे में सफ़िया ने क्या फैसला किया?
(क) वह नमक नहीं ले जाएगी
(ख) मुहब्बत का यह तोहफा चोरी से नहीं जाएगा
(ग) मुहब्बत का यह तोहफा चोरी से ही जाएगा
(घ) वह सिख बीबी को दिया वचन वापस ले लेगी।
उत्तर : (ख) मुहब्बत का यह तोहफा चोरी से नहीं जाएगा।
41. “मैं आपसे कुछ पूछना चाहती हूँ ?” – वक्ता कौन है?
(क) सफ़िया
(ख) सिख बीबी
(ग) बहू
(घ) भतीजी
उत्तर : (क) सफ़िया ।
42. “आप कहाँ के रहनेवाले हैं ?” – ‘आप’ से कौन संकेतित है?
(क) सफ़िया
(ख) सिख बीबी
(ग) कस्टम ऑफिसर
(घ) सुनील दासगुप्त
उत्तर : (ग) कस्टम ऑफिसर ।
43. “मैं लखनऊ की हूँ” – कौन लखनऊ की है?
(क) सिख बीबी
(ख) सफ़िया
(ग) पोली
(घ) बहू
उत्तर : (ख) सफ़िया ।
44. “वे लोग इधर आ गए हैं’ – ‘वे’ से कौन संकेतित है?
(क) सफ़िया के भाई
(ग) सफ़िया के पति
(ख) सफ़िया की बहन
(घ) सफ़िया के ससुरालवाले
उत्तर : (क) सफ़िया के भाई।
45. “मगर हमारा वतन तो देहली ही है” – वक्ता कौन है?
(क) सिख बीबी
(ख) सफ़िया
(ग) कस्टम ऑफिसर
(घ) सफ़िया का बड़ा भाई
उत्तर : (ग) कस्टम ऑफिसर ।
46. “जब पाकिस्तान बना था तभी आए थे” – वक्ता कौन है?
(क) बहू
(ख) सफ़िया
(ग) सिख बीबी
(घ) कस्टम ऑफिसर
उत्तर : (घ) कस्टम ऑफिसर ।
47. कस्टम ऑफिसर ने सफ़िया से किसे अपना सलाम कहने को कहा?
(क) अब्बाजान को
(ख) इकबाल को
(ग) जामा मस्जिद की सीढ़ियों को
(घ) सिख बीबी को
उत्तर : (ग) जामा मस्जिद की सीढ़ियों को।
48. “लाहौर अभी तक उनका वतन है” – ‘उनका’ से कौन संकेतित है?
(क) सिख बीबी
(ख) जो बंटवारे के बाद भारत में रह गए
(ग) सफ़िया का भाई
(घ) इकबाल
उत्तर : (क) सिख बीबी ।
49. “इधर आइए ज़रा।” – वक्ता कौन है ?
(क) सफ़िया
(ख) सिख बीबी
(ग) पुलिस
(घ) सुनील दास गुप्त
उत्तर : (घ) सुनील दास गुप्त ।
50. किसके पैर तले की ज़मीन खिसकने लगी?
(क) सिख बीबी की
(ख) कस्टम ऑफिसर की
(ग) सफ़िया की
(घ) पुलिस की
उत्तर : (ग) सफ़िया की ।
51. सुनील दास गुप्त को उपहार में मिली पुस्तक के बाईं ओर किसकी तस्वीर थी?
(क) नजरूल इस्लाम की
(ख) इकबाल की
(ग) टैगोर की
(घ) मिर्जा गालिब की
उत्तर : (क) नजरूल इस्लाम की।
52. “अब उधर भी कुछ गोलमाल हो गया है” – ‘उधर’ से किसके बारे में कहा गया है?
(क) पाकिस्तान
(ख) हिन्दुस्तान
(घ) लाहौर
(ग) ढाका
उत्तर : (ग) ढाका ।
53. “हमारे यहाँ डाभ की क्या बात है” – ‘हमारे यहाँ’ से अर्थ है?
(क) पाकिस्तान
(ख) हिन्दुस्तान
(ग) ढाका
(घ) लाहौर
उत्तर : (ग) ढाका।
54. “हमारी जमीन, हमारे पानी का मजा ही कुछ और है”- ‘हमारी जमीन’ किसे कहा गया है?
(क) ढाका को
(ख) लाहौर को
(ग) लखनऊ को
(घ) श्रीलंका को
उत्तर : (क) ढाका को।
55. अमृतसर के पुल पर चढ़ते समय सफ़िया क्या सोच रही थी?
(क) अब वह कभी पाकिस्तान नहीं जाएगी
(ख) वह कभी नमक नहीं लाएगी
(ग) किसका वतन कहाँ है
(घ) लाहौर कहाँ खत्म हुआ
उत्तर : (ग) किसका वतन कहाँ है?
56. ‘नमक’ कहानी में किस महीने की सुहानी हवा के बारे में कहा गया है?
(क) मार्च
(ख) अप्रैल
(ग) मई
(घ) जून
उत्तर : (क) मार्च।
57. सफ़िया का भाई क्या था? .
(क) व्यापारी
(ख) वकील
(ग) पुलिस ऑफिसर
(घ) डॉक्टर
उत्तर : (ग) पुलिस ऑफिसर ।
58. ‘नमक’ कहानी का मुख्य विषय क्या है?
(क) लहौरी नमक की कहानी
(ख) हिन्दुस्तान-पाकिस्तान की कहानी
(ग) हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के लोगों के आपसी संबंध की कहानी
(घ) पाकिस्तान से लाहौरी नमक लाना कठिन है
उत्तर : (ग) हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के लोगों के आपसी संबंध की कहानी।
59. भारतीय कस्टम ऑफिसर कहाँ का था?
(क) भारत का
(ख) लाहौर का
(ग) ढाका का
(घ) नेपाल का
उत्तर : (ग) ढाका का ।
60. भाई और बहन के बीच कौन-सा मुद्दा कानूनी मुद्दा था?
(क) लाहौरी नमक का मुद्दा
(ख) पाकिस्तान के बंटवारे का मुद्दा
(ग) पाकिस्तान से लौटने का मुद्दा
(घ) कीनू ले जाने का मुद्दा
उत्तर : (क) लाहौरी नमक का मुद्दा ।
61. सफ़िया ने पहले नमक को कहाँ छिपाने का निश्चय किया?
(क) सूटकेस में
(ख) बिस्तर बंद में
(ग) कीनू की टोकरी में
(घ) हैंडबैग में
उत्तर : (ग) कीनू की टोकरी में।
62. सफ़िया बचपन में किससे कहानियाँ सुना करती थी ?
(क) माँ से
(ख) बहन से
(ग) नानी से
(घ) दादी से
उत्तर : (क) माँ से।

वस्तुनिष्ठ सह व्याख्यामूलक प्रश्नोत्तर

1. “आप अदीब ठहरीं और सभी अदीबों का दिमाग थोड़ा-सा तो जरूर घूमा हुआ होता है।
प्रश्न : यह किसका कथन है?
उत्तर : यह कथन सफ़िया के पुलिस अफसर भाई का है I
प्रश्न : प्रस्तुत पंक्ति की प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर : जब सफ़िया कानून की बात दरकिनार कर अपने भाई से कहती है कि “क्या सब कानून हुकूमत के ही होते हैं, कुछ मुहब्बत, मुरौवत, आदमियत, इंसानियत के नहीं होते ?” तो इसी के जवाब में भाई कहता है कि आप अदीब (लेखिका) ठहरी और सभी अदीबों का दिमाग थोड़ा-सा तो जरूर घूमा हुआ होता है। कारण यह है कि अदीब दिमाग की बजाए दिल से ज्यादा काम लेते हैं ।
2. उन सिख बीबी को देखकर सफ़िया हैरान रह गई थी।
अथवा
3. वही भारी भरकम जिस्म, छोटी-छोटी चमकदार आँखें।
अथवा
4. चेहरा जैसे कोई खुली हुई किताब ।
प्रश्न : रचनाकार का नाम लिखें।
उत्तर : रज़िया सज्जाद ज़हीर ।
प्रश्न : कौन, किसकी माँ से मिलती थी ?
उत्तर : सिख बीबी की सूरत सफ़िया की माँ से मिलती थी ।
प्रश्न : प्रस्तुत गद्यांश का आशय स्पष्ट करें।
उत्तर : जब सफ़िया ने उस सिख बीबी को कीर्तन में देखा तो हैरानी से देखती रह गई थी। उसकी शक्ल-सूरत बिल्कुल उसकी माँ से मिलती थी जो कई साल पहले ही चल बसी थी। माँ की ही तरह उसका जिस्म भी भारी-भरकम, आँखें छोटी-छोटी पर चमकदार थीं। उनका चेहरा ऐसा था मानो खुली हुई किताब हो। कहने का भाव यह है कि कोई भी भाव उनके चेहरे पर आसानी से पढ़ा जा सकता था जैसे किसी खुली किताब को पढ़ा जा सकता है।
5. उन्हें बताया गया ये मुसलमान हैं।
अथवा
6. कल ही सुबह लाहौर जा रही है।
प्रश्न : किसे, किसके बारे में बताया गया ?
उत्तर : सिख बीबी को सफ़िया के बारे में बताया गया।
प्रश्न : लाहौर कौन जा रही है?
उत्तर : सफ़िया लाहौर/पाकिस्तान जा रही है।
प्रश्न : पंक्ति का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर : जिस तरह सफ़िया सिख बीबी की तरफ आकर्षित हुई थीं ठीक उसी प्रकार सिख बीबी भी सफ़िया की ओर आकर्षित हुई। जब सफ़िया ने कई बार प्रेम की नज़रों से उनकी ओर देखा तो सिख बीबी ने घर की बहू से पूछा। बहू ने सिख बीबी को सफ़िया के बारे में बताया कि वह सिख नहीं मुसलमान है तथा कल ही अपने भाइयों से मिलने पाकिस्तान जा रही है। कीर्तन में शामिल होने के कारण सिख बीबी अभी तक सफ़िया को मुसलमान न समझकर सिख ही समझ रही थीं।
7. उनका लाहौर कितना प्यारा शहर है।
अथवा
8. वहाँ के लोग कैसे खूबसूरत होते हैं।
अथवा
9. उम्दा खाने और नफीस कपड़ों के शौकीन ।
अथवा
10. सैर-सपाटे के रसिया, जिंदादिली की तस्वीर।
प्रश्न : प्रस्तुत पंक्ति के रचनाकार का नाम लिखें।
उत्तर : सिख बीवी भी मूलत: लाहौर की ही थीम। भारत-विभाजन के समय उन्हें लाहौर छोड़ना पड़ा था। जब उन्हें सफ़िया के लाहौर जाने के बारे में पता चला तो उन्होंने वहाँ की तारीफों के पुल बाँध दिए कि लाहौर बहुत ही प्यारा शहर है और वहाँ के लोग भी उतने ही प्यारे हैं। वहाँ के लोग खूबसूरत, अच्छे खाने-कपड़े के शौकान, घूमने-फिरने के शौकीन तथा दरिया दिल होते हैं। लाहौर छोड़ने के बावजूद उनके मन में लाहौर तथा वहाँ के लोगों के बारे में कोई कड़वाहट नहीं थी।
11. वे आहिस्ता-आहिस्ता बातें करती रहीं।
अथवा
12. हाँ बेटी! जब हिन्दुस्तान बना था तभी आए थे।
अथवा
13. लाहौर बहुत याद आता है।
अथवा
14. हमारा वतन तो जी लाहौर ही है।
अथवा
15. फिर पलकों से कुछ सितारे टूटकर दूधिया आँचल में समा जाते हैं।
अथवा
16. बात आगे चल पड़ती, मगर घूम-फिरकर फिर उसी जगह पर आ जाती।
अथवा
17. साडा लाहौर!
प्रश्न : प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर : प्रस्तुत गद्यांश ‘नमक’ पाठ से लिया गया है।
प्रश्न : वक्ता कौन है ?
उत्तर : वक्ता सिख बीवी है।
प्रश्न : प्रस्तुत पंक्ति का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर : जब सिख बीवी को सफ़िया के भी लाहौर के होने का पता चला तो दोनों बातें करने में मशगूल हो गईं। सिख बीवी ने बताया कि भारत-विभाजन के समय उनन्हें लाहौर छोड़ना पड़ा लेकिन लाहौर आज भी उनकी यादों में बसा है। उन दिनों को याद कर आँसू के कुछ कतरे उनके सफेद दुपट्टे पर टपक पड़ते हैं। इधर-उधर की बातें होतीं पर बात घूम-फिर कर फिर लाहौर पर ही चली आती। वे आज भी इस बात को नहीं भूल पातीं कि उनका वतन तो लाहौर ही है। लाहौर के प्रति उनके दिल में जो प्रेम है व इन शब्दों में झलक जाता है – ‘साडा लाहौर।’
18. आप लाहौर से कोई सौगात मँगाना चाहें तो मुझे हुक्म दीजिए।
अथवा
19. अगर ला सको तो थोड़ा-सा लाहौरी नमक लाना।
प्रश्न : प्रस्तुत पंक्ति के रचनाकार का नाम लिखें।
उत्तर : रज़िया सज्जाद ज़हीर ।
प्रश्न : पंक्ति का आशय स्पष्ट करें।
उत्तर : सिख बीवी का लाहौर के प्रति प्रेम देखकर साफ़िया के दिल में यह बात आती है कि वहाँ कोई का सौगात पाकर उन्हें बेइंतहा खुशी होगी। इसलिए वे सिख बीवी से कहती हैं कि अगर वे लाहौर से अपने लिए कोई सौगात मँगवाना चाहें तो बेहिचक कहें। लेकिन सफ़िया को आश्चर्य होता है जब सिख बेवी सफ़िया से कहती है -“अगर ला सको तो थोड़ा-सा लाहौरी नमक लाना।”
20. पंद्रह दिन यों गुजरे कि पता ही नहीं चला।
प्रश्न : प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से लिया गया है?
उत्तर : प्रस्तुत गद्यांश ‘नमक’ पाठ से लिया गया है।
प्रश्न : पंक्ति का आशय स्पष्ट करें।
उत्तर : पाकिस्तान जाने के पहले सफ़िया ने मन ही मन यह सोचा होगा कि न जाने इतने वर्षों बाद उसके पंद्रह दिन कैसे गुजरेंगे। लेकिन दोस्तों की मुहब्बत, जिमखाना में बिताई गई शामों, भाइयों की आवभगत में उसके पंद्रह दिन मानो कर्पूर की तरह उड़ गए। उसे पता ही न चला कि पंद्रह दिन कैसे बीत गए। भाइयों के मन में यह तमन्ना भी थी कि बहन के लिए वे जिनता भी कर पाएँ वह करे। पता नहीं, वह फिर कब उन लोगों से मिल पाएगी।
21. एक समस्या थी।
अथवा
22. सबसे बड़ी समस्या थी – दामी कागज की एक पुड़िया।
प्रश्न : रचनाकार का नाम लिखें।
उत्तर : रज़िया सज्ज़ाद ज़हीर।
प्रश्न : किसके लिए क्या समस्या थी?
उत्तर : सफिया ने लाहौर से लौटने की तैयारी कर ली। सारे सामान पैक कर लिए। लेकिन सबसे बड़ी समस्या दामी कागज में लिपटे लाहौरी नमक की पुड़िया की जिसे लाने का वादा उसने सिख बीवी से किया था। समस्या इसिलए थी क्योंकि पाकिस्तान से हिन्दुस्तान में लाहौरी नमक लाने पर कानूनी रोक है। अगर वह उसे लाते समय कस्टम ऑफिसर से पकड़ी जाती तो इस जुर्म में उसकी गिरफ्तारी हो सकती थी और सज़ा भी।
23. उसने सोचा कि वह ठीक राय दे सकेगा।
अथवा
24. चुपके से पूछने लगी
अथवा
25. क्यों भैया, नमक ले जा सकते हैं ?
प्रश्न : रचना का नाम लिखें।
उत्तर : रचना का नाम ‘नमक’ है।
प्रश्न : पंक्ति का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर : सिख बीवी के लिए सफ़िया पाकिस्तान से लाहौरी नमक ले जाना चाहती थी। उसने सिख बीवी से इसका वादा किया था। लेकिन उसे पता था कि ऐसा करना कानून जुर्म है। उसने सोचा कि इस बारे में वह अपने भाई से सलाह ले सकती है। वह पुलिस ऑफिसर तथा इस मामले में साफ़िया को सही राय दे सकता था। इसिलए उसने भाई से चुपके से पूछा कि “क्यों भैया नमक ले जा सकते हैं?”
26. नमक तो नहीं ले जा सकते, गैरकानूनी है।
अथवा
27. यह तो आप बहुत ही गलत बात करेंगी।
प्रश्न : प्रस्तुत गद्यांश के रचनाकार का नाम लिखें।
उत्तर : रज़िया सज्जाद ज़हीर।
प्रश्न : पंक्ति का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर : साफ़िया को यह पता था कि पाकिस्तान से लाहौरी नमक हिन्दुस्तान ले जाना कानूनी अपराध है। इस बारे में उसने अपने भाई जो पुलिस अफसर था, से पूछा। भाई ने उसे कहा कि उसका ऐसा करना गैरकानूनी है। अगर वह ऐसा करेगी तो बहुत ही गलत करेगी तथाउसे इस जुर्म के लिए कस्टम ऑफिसर उसके साथ कार्रवाई भी कर सकते हैं।
28. आप लोगों के हिस्से में तो हमसे बहुत ज्यादा नमक आया है।
अथवा
29. मैं हिस्से-बखरे की बात नहीं कर रही हूँ।
अथवा
30. मुझे तो लाहौर का नमक चाहिए।
अथवा
31. मेरी माँ ने यही मँगवाया है।
प्रश्न : प्रस्तुत गद्यांश के रचनाकर का नाम लिखें।
उत्तर : रज़िया सज्ज़ाद जहीर ।
प्रश्न : गद्यांश का आशय स्पष्ट करें।
उत्तर : जब साफ़िया ने लाहौरी नमक ले जाने की बात कही तो उसके भाई ने कहा कि ऐसे नमक का खान तो हिन्दुस्तान के हिस्से में पाकिस्तान से ज्यादा आया है। साफ़िया ने उसकी बात काटते हुए कहा कि बँटवारे की बात से उसे कोई लेना-देना नहीं है। उसने अपनी माँ से यहाँ का लाहौरी नमक लाने का वादा किया है और उसे केवल यहीं का नमक चाहिए।
32. भाई की समझ में कुछ नहीं आया।
अथवा
33. माँ का जिक्र क्यों था ?
अथवा
34. वे तो बँटवारे से पहले ही मर चुकी थीं।
प्रश्न : प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से लिया गया है ?
उत्तर : प्रस्तुत गद्यांश ‘नमक’ पाठ से लिया गया है।
प्रश्न : प्रस्तुत पंक्ति का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर : जब साफ़िया ने कहा कि उसे अपनी माँ के लिए लाहौरी नमक ले जाना है तो यह बात उसके भाई को समझ से बाहर हो गई। माँ तो बँटवारे के पहले ही इस दुनिया से विदा ले चुकी थी। इसलिए भाई की समझ में यह नहीं आया कि वह किस माँ की बात कर रही है। फिर भी उसने बात को आगे नहीं बढ़ाया।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. ‘नमक’ कहानी का सारांश अपने शब्दों में लिखें।
अथवा
2. ‘नमक’ कहानी का मूल भाव अपने शब्दों में लिखें।
अथवा
3. ‘नमक’ कहानी के माध्यम से लेखिका ने हमें क्या संदेश देना चाहा है?
अथव
4. ‘नमक’ कहानी को सारांश लिखते हुए उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालें।
अथवा
5. ‘नमक’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर प्रकाश डालें।
अथवा
6. ‘नमक’ कहानी हिन्दुस्तान-पाकिस्तान की एकता का पाठ पढ़ाने वाली कहानी है। अपने विचार लिखें।
अथवा
7. “मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता है”- के आधार पर ‘नमक’ कहानी की विशेषताओं तथा उद्देश्य को लिखें।
अथवा
8. ‘नमक’ कहानी में व्यक्त लेखिका के विचारों को अपने शब्दों में लिखें।
अथवा
9. ‘नमक’ भारत-पाक विभाजन के बाद विस्थापित लोगों के दिलों को टटोलती मार्मिक कहानी है समीक्षा करें।
अथवा
10. “क्या सब कानून हुकूमत के ही होते हैं’- के आधार पर ‘नमक’ कहानी में व्यक्त लेखिका के विचारों को लिखें।
अथव
11. “मेरी तरफ से कहिएगा कि लाहौर अभी तक उनका वतन है और देहली मेरा”- पंक्ति के आधार पर ‘नमक’ कहानी में व्यक्त लेखिका के संदेश को लिखें।
अथवा
12. “एक जमीन थी, एक जबान थी, एक-सी सूरतें और लिबास, एक-सा लबोलहजा और अंदाज” पंक्ति के आधार पर हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के आपसी संबंधों पर प्रकाश डालें।
अथवा
13. ‘नमक’ कहानी की मार्मिकता पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर : रज़िया सज्ज़ाद ज़हीर की कहानी ‘नमक’ भारत-पाकिस्तान के आम लोगों के संबंधों पर आधारित मर्मस्पर्शी कहानी है।
कहानी के प्रारंभ में सफ़िया सिख बीवी से एक कीर्तन में मिलती है। वह उसकी ओर सहज ही आकर्षित हो जाती है क्योंकि उसका चेहरा बिल्कुल सफिया की माँ से मिलता है। वह भारत-विभाजन के पहले ही इस दुनिया से विदा हो चुकी है। सफिया के मुसलमान होने तथा उसके लाहौर जाने के बारे में घर की बहू से पता चलता है। सिख बीवी का वतन भी बँटवारे के पहले लाहौर ही था लेकिन वे आज भी उसे वतन मानती है। लाहौर की वह जी भर प्रशंसा करती है। सफिया के यह पूछने पर कि क्या वह लाहौर से कुछ सौगात मँगवाना चाहेगी, सिख बीवी उसे लाहौरी नमक लाने को कहती है।
पंद्रह दिन लाहौर में अपने भाइयों तथा अपने पुरानों अजीजों के साथ वह हिन्दुस्तान आने की तैयारी करती है। समस्या एक ही है कि लाहौरी नमक को कैसे ले जाया जाय क्योंकि उसे पाकिस्तान से हिन्दुस्तान ले जाना कानूनन जुर्म है। वह तय करती है कि कीनुओं की टोकरी में उसे छिपाकर ले जएगी। लेकिन अंत में वह निश्चय करती है कि मुहब्बत के इस सौगात को छिपाकर नहीं कस्टम ऑफिसर को बताकर ले जाएगी।
लाहौर तथा अमृतसर-दोनों के ही कस्टम ऑफिसर सारी बातें जानने के बाद सफ़िया के साथ नरमी से पेश आते हैं तथा नमक ले जाने की इजाजत दे देते हैं। लाहौर के कस्टम ऑफिसर ने चलते वक्त कहा भी – “मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता है।” बहुत कुछ यही हाल अमृतसर के कस्टम ऑफिसर सुनील दास गुप्त का भी है।
सफ़िया अमृतसर के रेलवे प्लेटफार्म के पुल पर चढ़ती हुई सोचती है कि हमारे रहनुमाओं ने भले ही हिन्दुस्तान-पाकिस्तान और बांग्लादेश को सरहदों में बाँट रखा हो लेकिन लोगों के दिल नहीं बँटे। लोगों के दिलों के बीच कोई सरहद नहीं है।
यह सही है कि बँटवारे के बाद पाकिस्तान के साथ हमारे संबंध अच्छे नहीं रहे हैं। आज भी अच्छे नहीं हैं लेकिन आप लोगों के दिलों में कहीं कोई भेदभाव नहीं है। लोग आज भी अपने वतन की यादों की खुशबू में खोए रहते हैं। हमारा हिन्दुस्तान कभी भी धर्म या मजहब के खाने में नहीं बँटा था। भक्तिकाल के कवि तुलसीदास, जो वर्ण-व्यवस्था को मानने वाले तथा परम्परा के अनुयायी थे, ने भी कहा था-
“माँगी के खाइबो, मसीत (मस्जिद): में सोइबो।”
जहाँ तक दोनों देशों के आपसी संबंधों के रफ्ता-रफ्ता सुधरने की बात है, उसके आसार नजर नहीं आते। शिक्षा में भी सांप्रदायिक घुसपैठ शुरू कर दी गई है। पाकिस्तान में इतिहास को भी तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है। आए दिन उसकी आतंकवादी गतिविधियों के कारण हमें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में चाहे वह हिंदुस्तान हो या पाकिस्तान या फिर बांग्लादेश- विभाजन का दर्द उन्हें ही झेलना पड़ रहा है क्योंकि आम आदमी आज़ाद होकर भी सरहदों का गुलाम है –
सत्ता – परिवर्तन में सौदा करने पर कत्लेआम हुआ
हिंसा – नफरत पर रखी गई आज़ादी की आधारशिला आज़ाद हुआ बस लाल किला ।
लेखिका सफ़िया की इस कहानी के माध्यम से राष्ट्रीय एकता का संदेश देना ही मुख्य उद्देश्य है। उन्हें अपने उद्देश्य में पूरी-पूरी सफलता मिली। कहानी का शीर्षक ‘नमक’ भी अपने-आप में सार्थक है क्योंकि कहानी के केंद्रबिंदु में नमक ही है।
13. ‘नमक’ कहानी के प्रमुख पात्र का चरित्र-चित्रण करें।
अथवा
14. ‘नमक’ कहानी के जिस पात्र ने आपको सबसे अधिक प्रभावित किया है उसका चरित्र-चित्रण करें।
अथवा
15. ‘नमक’ कहानी के आधार पर सफ़िया का चरित्र-चित्रण करें।
अथवा
16. सफ़िया की चारित्रिक विशेषताओं को लिखें।
अथवा
17. ‘नमक’ कहानी के आधार पर लिखें कि सफ़िया के चरित्र की किन विशेषताओं ने आपको आकर्षित किया है।
उत्तर : सफ़िया ‘नमक’ कहानी की मुख्य पात्र है। कहानी की लेखिका रजिया सज्जाद जहीर ने इस चरित्र की सृष्टि ही इस उद्देश्य से किया है कि पाठकों को भारत-पाकिस्तान एकता व धार्मिक एकता का पाठ पढ़ाया जा सके। इसीलिए सफिया के चरित्र ने हमें सबसे अधिक प्रभावित किया है।
सफ़िया की चारित्रिक विशेषताओं को निम्नांकित शीर्षकों के अंतर्गत देखा जा सकता है-
(क) सभी धर्मों के प्रति समान भाव – सफ़िया के दिल में सभी धर्मों के प्रति समान आदर की भावना है। इसकी इस विशेषता का पता हमें उसके कीर्तन में शामिल होने से चलता है। वह वहाँ के माहौल में इस प्रकार घुल-मिल जाती है कि सिख बीवी उसे भी सिख ही समझ लेती है। घर की बहू के बताने पर वह यह जान पाती है कि सफ़िया मुसलमान है।
(ख) बड़ों के प्रति आदर की भावना – सफ़िया के दिल में अपनों से बड़ों के प्रति आदर की भावना है। सिख बीवी में अपनी माँ की छवि पाकर वह उनके साथ वैसा ही व्यवहार करती है जैसे वह उसकी अपनी माँ हो। इतना ही नहीं जब उसे पता चलता है कि सिख बीवी भी लाहौर से हैं तो उनसे निवेदन करती है कि -“आप लाहौर से कोई सौगात मँगाना चाहें तो मुझे हुक्म दीजिए।”
(ग) वायदे को निभानेवाली – सफ़िया ने सिख बीवी से यह वायदा किया था कि वह सौगात के तौर पर पाकिस्तान से उनके लिए लाहौरी नमक लेकर आएगी। वहाँ जाकर उसे पता चलता है कि ऐसा करना कानून जुर्म है फिर भी वह काफी परेशानी झेलकर भी उनके लिए नमक लाती है। अपने किए गए वायदे को पूरा करने के लिए वह कोई भी जोखिम उठाने को तैयार हो जाती है – “लेकिन फिर उस वायदे को क्या होगा जो हमने अपनी माँ से किया था? ….. फिर वायदा करके झुठलाने के क्या मायने? जान देकर भी वायदा पूरा करना होगा।”
(घ) मुहब्बत के कानून को सबसे ऊपर मानने वाली – जब सफ़िया को अपने पुलिस अफसर भाई से यह पता चलता है कि वह अपने साथ लाहौरी नमक लेकर हिन्दुस्तान नहीं ले जा सकती तो उसका दिल बगावत कर उठता है। जब भाई उसे बार-बार इस बात को समझने की कोशिश करता है तो उसी पर बिगड़ पड़ती है- “अरे, फिर वही कानून-कानून कहे जाते. हो! क्या सब कानून हुकूमत के ही होते हैं, कुछ मुहब्बत, मुरौव्वत, आदमियत, इंसानियत के नहीं होते?’
(ङ) सच्चाई का साथ लेने वाली – सफ़िया बुरे वक्त में भी सच्चाई का साथ छोड़ने वाली नहीं है। नमक ले जाने के कानूनी अड़चन जानने के बाद भी वह निश्चय करती है कि वह नमक छिपाकर नहीं कस्टम वालों को बताकर ले जाएगी। वह नमक के बारे में पाकिस्तान तथा हिन्दुस्तान-दोनों के कस्टम ऑफिसर को सच-सच बता देती है। दोनों उसकी सच्चाई से प्रभावित होकर कानून को नजरअंदाज कर नमक ले जाने की इजाजत दे देते हैं। कानून मुहब्बत से हार जाता है। पाकिस्तानी कस्टम ऑफिसर तो यह कहता है – “मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता है।”
इस प्रकार हम पाते हैं कि सफ़िया के चरित्र के माध्यम से लेखिका ने दोनों देशों के दिलों को टटोला है। अपने-पराए, देस-परदेश की प्रचलित धारणाओं पर सवाल खड़े किए हैं कि -“किसका वतन कहाँ है- वह कस्टम के इस तरफ है या उस तरफ ।”
18. नमक ले जाने के बारे में सफिया के मन में उत्पन्न द्वन्द्व का वर्णन कीजिए।
अथवा
19. “मुझे तो लाहौर का नमक चाहिए, मेरी माँ ने यही मँगवाया है” – के आधार पर सफ़िया के मन में उत्पन्न द्वन्द्व का वर्णन कीजिए।
अथवा
20. “तो मजबूरी है, छोड़ देंगे।” – पंक्ति के आधार पर सफिया के मानसिक द्वन्द्व के बारे में लिखें।
अथवा
21. “लेकिन फिर उस वायदे का क्या होगा जो हमने अपनी माँ से किया था”- के आधार पर सफ़िया के मन में उत्पन्न द्वन्द्व के बारे में लिखें।
अथव
22. “यही ठीक है, फिर देखा जाएगा” – के आधार पर सफ़िया के मानसिक द्वंद्व का वर्णन करें।
अथवा
23. “जान देकर भी वायदा पूरा करना होगा” – पंक्ति के आधार पर लाहौरी नमक के बारे में सफ़िया के मानसिक द्वंद्व का वर्णन करें।
अथवा
24. “वह अपना दिल चीरकर उसमें यह नमक छिपा लेती” – के आधार पर सफ़िया के मानसिक द्वंद्व का वर्णन करें
अथवा
25. इतने कीनुओं के ढेर में भला कौन इसे देखेगा- के आधार पर सफिया के मानसिक द्वंद्व का वर्णन करें।
अथवा
26. मानो उसने अपने किसी प्यारे को कब्र की गहराई में उतार दिया हो – पंक्ति के आधार पर सफिया के मानसिक द्वंद्व का वर्णन करें।
अथवा
27. छुपा के जाऊंगी? मैं तो दिखा के, जता के ले जाऊँगी – पंक्ति के आधार पर सफ़िया के मानसिक द्वंद्व का वर्णन करें।
अथवा
28. मुहब्बत का यह तोहफा चोरी से नहीं जाएगा – प्रस्तुत कथन के आधार पर सफ़िया के मानसिक द्वंद्व का वर्णन करें।
उत्तर : सफ़िया ने लाहौर आने से एक दिन पहले सिख बीवी से सौगात के तौर पर लाहौरी नमक लाने का वायदा किया था। लाहौर से लौटते समय उसके सामने सबसे बड़ी समस्या यह पैदा हो गई कि इस नमक को वह हिन्दुस्तान कैसे ले जाए। ऐसा करना कानूनन जुर्म था। सफिया के पुलिस ऑफिसर भाई ने उसे इसके बारे में समझाते हुए कहा कि, ‘देखिए बाजी! आपको कस्टम से गुजरना होगा और अगर एक भी चीज ऐसी-वैसी निकल आई तो आपके सामान की चिंदी-चिंदी बिखेर देंगे कस्टमवाले।”
सफ़िया इस कानून को मानने को तैयार न थी। उसका तर्क था कि “क्या सब कानून हुकूमत के ही होते हैं, कुछ मुहब्बत, मुरौव्वत, आदमियत, इंसायनित के नहीं होते ?”
फिर उसके मन में भय पैदा होता है तथा वह सोचती है कि अगर ऐसा है तो वह नमक छोड़ देगी। लेकिन दूसरे ही पल उसे अपने किए वायदे का ख्याल आता है। वह निश्चय करती है कि नमक को वह कीनुओं की टोकरी में छिपाकर ले जाएगी। उसने देखा था कि कस्टमवाले फलों की टोकरी की तलाशी नहीं लेते।
सोफिया जैसे ही कस्टम पर जाँच के लिए पहुँची उसने अचानक अपना फैसला बदल दिया- “मुहब्बत का यह तोहफा चोरी से नहीं जाएगा, नमक कस्टमवालों को दिखाएगी वह।” और वह ऐसा ही करती है। पाकिस्तान तथा हिन्दुस्तान दोनों के ही कस्टम ऑफिसर सफिया की पूरी कहानी सुनने के बाद उसे नमक ले जाने की इजाजत दे देते हैं। हुकूमत के कानून के ऊपर मुहब्बत, इंसानियत के कानून की जीत होती है तथा अमृतसर आते-आते उसका यह द्वंद्व एक प्रश्न में बदल जाता है-“किसका वतन कहाँ है – वह कस्टम के इस तरफ है या उस तरफ।”
नमक को लेकर सफ़िया का द्वंद हिन्दुस्तान-पाकिस्तान के आपसी संबंधों तथा दोनों देशों के हार्दिक पहलू को परत-दर-परत उघाड़ देता है और एक सवाल भी छोड़ जाता है कि क्या अब रफ्ता-रफ्ता ठीक हो जाएगा?

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