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UP Board Class 7 Home craft | धुलाई कला

UP Board Class 7 Home craft | धुलाई कला

UP Board Solutions for Class 7 Home craft Chapter 12 धुलाई कला

धुलाई कला.

अभ्यास

1. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1:
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिएउत्तर

(क) भिन्न-भिन्न प्रकार के वस्त्र भिन्न-भिन्न तंतुओं (धागों) द्वारा निर्मित होते हैं।
(ख) ऊनी वस्त्रों को धोने से पूर्व कागज पर उनकी नाप उतार लें

2. अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) ऊनी वस्त्र कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
ऊनी वस्त्र दो प्रकार के होते हैं
(1) हाथ से बुने ऊनी वस्त्र
(2) मशीन से बुने हुए ऊनी वस्त्र

(ख) नील किन वस्त्रों में देते हैं?
उत्तर:
सूती सफेद वस्त्रों में नील लगाया जाता है।

3. लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) रेशमी वस्त्रों में चमक लाने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर:
रेशमी वस्त्रों में चमक लाने के लिए अंदाज से पानी लेकर थोड़ा-सा सिरका डालकर वस्त्र को डुबोकर तुरंत निकाल लें।

(ख) वस्त्रों में इस्त्री करने से क्या लाभ है?
उत्तर:
इस्त्री करने से लाभ

  1. वस्त्रों की सिलवटें दूर होती हैं।
  2. वस्त्र आकर्षक और सुंदर लगते हैं।
  3.  वस्त्रों में चमक आ जाती हैं।
  4.  कपड़ों में क्रीज बनी रहती है।

4. दीर्घउत्तरीय प्रश्न

(क) ऊनी वस्त्र धोते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
उत्तर:
ऊनी वस्त्रों की धुलाई- मशीन से बने ऊनी वस्त्रों की ड्राइक्लीनिंग करानी चाहिए। हाथ से बुने ऊनी वस्त्रों की धुलाई में निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए

  1. ब्रुश से झाड़कर धूल साफ करें।
  2.  गुनगुने पानी में रीठे का सत या ऊनी वस्त्रों के लिए बनी धुलाई सामग्री में डालकर 5 मिनट तक भीगने के बाद हलके हाथ से मलें।
  3. यदि कोई स्थान ज्यादा गन्दा है तो साबुन के गाढ़े घोल से साफ करें।
  4. साफ पानी में साबुन निकलने तक डालें।
  5. धुले वस्त्र को तौलिए में लपेटें और छायादार स्थान में चौकी या तख्त पर फैलाएँ।

(ख) वस्त्रों की सुरक्षा एवं उचित रख-रखाव के लिए आप क्या-क्या करेंगे?
उत्तर:
वस्त्र हमारे रक्षक होते हैं। ये सर्दी, गर्मी एवं बरसात से हमारे शरीर की रक्षा करते हैं। अतः उनकी सुरक्षा करना हमारे लिए अति आवश्यक है। इसके लिए निम्नलिखित उपायों पर ध्यान देना आवश्यक है।

  1.  वस्त्र रखने की अलमारी/बक्से को साफ व सीलनमुक्त होना चाहिए। वस्त्र रखने के पूर्व इस पर अखबार बिछा देना चाहिए।
  2. सर्दियाँ समाप्त होने पर ऊनी वस्त्रों को धोकर, सुखाकर अखबार में लपेटकर रखना चाहिए।
  3.  जरी/गोटे से बने वस्त्रों को प्लास्टिक की थैली में बंद कर रखना चाहिए।
  4. समय-समय पर वस्त्रों को नमीमुक्त करने के लिए धूप दिखाना आवश्यक है।

प्रोजेक्ट कार्य
नोट: विद्यार्थी स्वयं करें।

TENSE

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