UK 10TH ENGLISH

UK Board 10th Class English – (Supplementary Reading) – Chapter 10 The Book that Saved the Earth

UK Board 10th Class English – (Supplementary Reading) – Chapter 10 The Book that Saved the Earth

UK Board Solutions for Class 10th English – (Supplementary Reading) – Chapter 10 The Book that Saved the Earth

Read and Find Out – 1
(पढ़ो और ढूँढो)
Q.1. Why was the twentieth century called the ‘Era of the Book’?
(बीसवीं शताब्दी को ‘पुस्तक का युग’ क्यों कहा गया ? )
Ans. It was called ‘The Era of Book’ because in those days books had everything from anteaters to zulus.
(यह ‘पुस्तक का युग’ इसलिए कहलाया क्योंकि उन दिनों पुस्तक में कीड़े खाने वाले पशुओं से लेकर अफ्रीका में निवास करने वाले कबीलों तक सबकुछ था । )
Q.2. Who tried to invade the earth in the 21st century ?
(इक्कीसवीं शताब्दी में पृथ्वी पर किसने आक्रमण करने का प्रयास किया?)
Ans. The Martians tried to invade the Earth in the 21st Century.
( मंगल ग्रह के वासियों ने इक्कीसवीं शताब्दी में पृथ्वी पर आक्रमण करने का प्रयास किया।)
Read and Find Out – 2
(पढ़ो और ढूँढो)
Q.1. What guesses are made by Think-Tank about the books found on earth?
( पृथ्वी पर पाई जाने वाली पुस्तकों के लिए थिंक टैंक ने क्या अटकलें लगाई ? )
Ans. Think Tank thought that the books found on the earth may be kind of sandwich.
(थिंक टैंक ने सोचा कि पृथ्वी पर मिली पुस्तकें एक प्रकार की सैण्डविच हो सकती हैं। )

SUMMARY OF THE LESSON

The play “The Book that Saved the Earth” is written in the form of a play. The play opens in the 25th century at the Museum of ancient history. The history introduces the play by talking about the significance of the book. He credits the books for saving the earth. We are taken to Mars space. Think Tank it is a great creator who is greeted by Noodle and others. Think Tank is planning to put the earth under their control. His preparation are shattered, when Lieutenant Iota is counting books in a book case. They adjust their space ship towards the earth. Captain Omega Lieutenant Iota and Sergeant Oop have arrived on the earth. The library to them is a storage barn.
Think Tank from Mars interprets the book to be a crude refreshment stand and calls it a sandwich. Iota and Omega are ordered to eat up the sandwich. A lot of guesses are made about the book. Noodle hints at these being communication Satellite. Think Tank wants Omega to listen to the script. Not being able to hear, Noodle advises the book to be opened to be understood. Finally eye communication is tried but futile. On Noodle’s suggestion chemical vitamins are taken which enable Omega to transcribe the code. Omega is able to transcribe the nursery rhyme on Mistress Mary. The cat and the fiddle and Humpty and Dumpty had a great fall. All the poem make Think Tank come to conclusion that earthlings are planning to attack them. Think Tank immediately orders Noodle to prepare a space capsule.
The historian who is the spokesman of the play is very happy at the earth being saved by the book. Great and mighty Think Tank had been replaced by a very clever Martian.

सम्पूर्ण पाठ का हिन्दी रूपान्तर

वह पुस्तक जिसने पृथ्वी की रक्षा की
‘मदर गूज’ अंग्रेजी में नर्सरी कविताओं की एक प्रसिद्ध पुस्तक क्या आपके विचार में वैसी पुस्तक पृथ्वी ग्रह को मंगल के आक्रमण से बचा सकती है? भविष्य में चार सदियों के पश्चात् वाले इस नाटक को पढ़ें।
पात्र
  • हिस्टोरियन (इतिहासकार)
  • ग्रेट एण्ड माइटी थिंक टैंक
  • अप्रेंटिस नूडल
  • लेफ्टिनेंट आयोटा
  • सार्जेंट ऊप
  • ऑफस्टेज वायस
  • कैप्टन ओमेगा
दृश्य- एक
समय — पच्चीसवीं सदी
स्थान – प्राचीन इतिहास का संग्रहालय : पृथ्वी पर बीसवीं सदी का विभाग
सूर्योदय से पूर्व – प्रकाश – प्रदीप्त हिस्टोरियन पर चमकता है। हिस्टोरियन उस टेबिल पर बैठा हुआ है जिस पर मूवी प्रोजेक्टर रखा है। चित्राधार पर तक निशान है जिसे इस प्रकार पढ़ा जा सकता है—
Museum of Ancient History : Department of the Twentieth Century वह खड़ी होकर श्रोतागण को सिर झुकाए विनम्र भाव से नमस्कार करती है।
हिस्टोरियन – (नमस्कार करता है) हमारे प्राचीन इतिहास के संग्रहालय तथा मेरे विभाग में आपका स्वागत है। हमारा विभाग 20वीं सदी की अच्छी पुरानी चीजों का संग्रह है। बीसवीं सदी को प्रायः पुस्तकों का युग कहा जाता है। उन दिनों एनटइटरों से लेकर जुलज तक की सभी प्रकार की पुस्तकें पाई जाती थीं। पुस्तकें लोगों को कैसे और कब और कहाँ, और . क्यों की शिक्षा देती थीं। वे सचित्र समझातीं, तथ्यों पर बल देतीं, तथा उन्हें सँवारा भी जाता था। परन्तु सबसे अनोखी बात यह थी कि पुस्तकें पृथ्वी की रक्षा करती हैं। क्या आपने 2040 के मंगल ग्रह के आक्रमण के विषय में सुना है। टस्क, टस्क। आजकल वे (पुस्तकें) बच्चों को क्या पढ़ा रही हैं? अच्छा आप जानते हैं कि वास्तव में आक्रमण नहीं हुआ है। क्योंकि केवल एक ही पुस्तक ने आक्रमण को रोका है। वह कौन-सी पुस्तक थी? आप पूछना चाहेंगे? एक उत्कृष्ट विश्वकोष ने पृथ्वी की रक्षा की है। क्या किसी वृहद् ग्रन्थ ने जिसमें रॉकेट और प्रक्षेपास्त्र का वर्णन है ? क्या गुप्त फाइल जो बाह्य अन्तरिक्ष के बारे में है। नहीं, इनमें से कोई नहीं है। यह थी — लेकिन यहाँ, मुझे हिस्टोरीस्कोप चालू करने दीजिए और अनेक शताब्दी पूर्व 2040 में कौन-सी घटना घटी उसे दिखाने दें। ( वह प्रोजेक्टर को चालू करती है तथा बायीं ओर इशारा करती है। बिन्दु प्रदीप्त हिस्टोरियन को प्रकाशित करता है, और नीचे आकर थिंक टैंक पर जहाँ वह बक्से पर बैठा होता है दोनों हाथ बँधे हुए हैं। उसका विशाल अण्डाकार सिर है, और वह लम्बा चोंगा, जो सितारों और वृत्तों से जड़ित है, उसे पहनता है। एप्रेंटिस नूडल बड़े स्विचबोर्ड के निकट खड़ा हो जाता है। चित्रफलक पर एक निशान है जिसे इस प्रकार पढ़ा जा सकता है-
‘मार्स स्पेस कन्ट्रोल ।’
ग्रेट एण्ड माइटी थिंक, कमाण्डर इन चीफ टैंक प्रवेश करने पर सिर झुकाकर नमस्कार करते हैं।
नूडल – ( सिर झुकाकर ) ओ महान और शक्तिशाली थिंक टैंक जो सबसे अधिक शक्तिशाली और बुद्धिमान प्राणी इस ब्रह्माण्ड में है, आपका आदेश क्या है?
थिंक टैंक (चिड़चिड़ाते हुए ) – एप्रेंटिस नूडल आपने मेरे अभिवादन का कुछ अंश छोड़ दिया है। दुबारा इस सम्पूर्ण प्रक्रिया को पूरा करो।
नूडल – इसे पूरा किया जाएगा, महाशय ! ( एक ही स्वर रट लगाते हुए) ओ ग्रेट एण्ड माइटी थिंक टैंक मंगल ग्रह का शासक और इसके दो चन्द्रमा ब्रह्माण्ड में सर्वाधिक शक्तिशाली हैं— (हाँफते हुए) क्या है आपका आदेश ?
थिंक टैंक – हाँ, यह बेहतर है। मेरी इच्छा है कि मानवयुक्त अन्तरिक्ष परीक्षण की संचार व्यवस्था से मुझे जोड़ दिया जाए जिससे मैं उस छोटी पृथ्वी के बारे में जान सकूँ जिस पर मैं शासन करने जा रहा हूँ। इसे वे लोग क्या कहते हैं?
नूडल – पृथ्वी, महाशय !
थिंक टैंक — पृथ्वी — निस्सन्देह । देखो यह कितनी महत्त्वहीन जगह पहले कुछ महत्त्वपूर्ण बातें। मेरा दर्पण। मैं अपने दर्पण से विमर्श है? परन्तु करना चाहता हूँ।
नूडल – ऐसा ही किया जाएगा, महाशय ( वह थिंक टैंक को दर्पण देता है ।)
थिंक टैंक — दर्पण, मेरे हाथ में दर्पण है। पृथ्वी पर सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण उपहार किसे प्राप्त हुआ है ?
ऑफ स्टेज वॉयस — ( थोड़ी चुप्पी के बाद) आप श्रीमान जी !
थिंक टैंक – ( दर्पण को चूमते हुए) अतिशीघ्र ! अतिशीघ्र जवाब दो । मैं धीमे दर्पण से नफरत करता हूँ। ( वह दर्पण में स्वयं को देखता है। ) आह, मैं हूँ। क्या हम मंगलग्रहवासी सुन्दर नस्ल के नहीं होते हैं? हम लोग उन कुरूप पृथ्वीवासियों से बहुत अधिक सुन्दर होते हैं। पृथ्वीवासियों के सिर छोटे होते हैं। नूडल तुम अपना मस्तिष्क सदैव क्रियाशील बनाए रखो और किसी दिन तुम्हारा मस्तिष्क भी मेरे बैलून मस्तिष्क की तरह हो जाएगा।
नूडल – ओह मैं यही आशा करता हूँ माइटी थिंक टैंक। मैं यही आशा करता हूँ।
थिंक टैंक — अब अन्तरिक्ष की जाँच-पड़ताल से मुझे सम्पर्क कराओ। लन्च करने से पहले ही मैं चाहता हूँ कि उस प्रारम्भिक कीचड़ के गोले जिसे पृथ्वी कहते हैं, पर आक्रमण करूँ।
नूडल – ऐसा ही किया जाएगा, महाशय ! ( वह स्विच बोर्ड को लीवर के ऊपर ठीक करता है। जैसे ही पर्दा उठता है वैसे ही इलेक्ट्रॉनिक गूँज तथा चीं-चीं की आवाज सुनाई पड़ती है । )
दृश्य-दो
समय – कुछ सेकण्ड बाद
स्थान – मंगलग्रह अन्तरिक्ष नियन्त्रण तथा सैंटर विले पब्लिक पुस्तकालय
एट राइज — कैप्टन ओमेगा बीच में खड़ा होता है, कैटलाग ड्रॉअर को खोलता है तथा बन्द करता है बिल्कुल ही अव्यवस्थित रूप से लेफ्टिनेंट आयोटा बायीं ओर पुस्तकों की अलमारी में पुस्तकें गिन रहा है। सार्जेंट ऊप दाहिने ओर एक पुस्तक को उलट-पुलट कर रहा है, इसे हिला रहा है तथा बिना पढ़े पन्ने पलटता जा रहा है और अपना सिर हिलाता जा रहा है।
नूडल – ( मूठ को ठीक कर रहा है) महाशय मैं अन्तरिक्षयात्रियों को बहुत करीब से देख रहा हूँ ।
(थिंक टैंक अपना विशाल चश्मा पहनकर रंगमंच की ओर मुड़ जाता है देखने के लिए) ऐसा प्रतीत होता है कि वे लोग एक प्रकार से पृथ्वी की संरचना में पहुँच गए हैं।
थिंक टैंक -बहुत खूब । उससे बात करने के लिए सम्पर्क कराओ।
नूडल – (माइक्रोफोन से बोलते हुए) मंगलग्रह अन्तरिक्ष नियन्त्रण कक्ष जाँच दल प्रथम से बात करना चाहता है। कैप्टन ओमेगा अन्दर आइए और अपना ठिकाना बताइए ।
कैप्टन ओमेगा—(ओमेगा गर्दन में पहनी चैन की चकती (disk) से बातें करता हुआ) : मार्स, स्पेस कण्ट्रोल कैप्टन ओमेगा बोलते हुए। लेफ्टिनेंट आयोटा, सार्जेंट ऊप तथा मैं पृथ्वी पर सुरक्षित पहुँच गया हूँ। हम लोग इस (कमरे की ओर इशारा करते हुए) चौकोर स्थान पर पहुँच गए हैं। लेफ्टिनेंट आयोटा आपको कुछ पता है कि हम अभी किस जगह पर हैं?
आयोटा – मैं स्थान निर्धारित नहीं कर सकता, कैप्टन ! ( एक पुस्तकें पकड़ते हुए) मैंने लगभग दो हजार ऐसी अनोखी चीजों को गिना है। यह स्थान अवश्य ही एक प्रकार का भण्डारगृह होगा। सार्जेंट ऊप आप क्या सोचते हैं?
ऊप— मेरे पास कोई सुराग नहीं है। मैंने सात आकाशगंगाओं का भ्रमण किया है परन्तु ऐसी विचित्र वस्तु नहीं देखी है। हो सकता है कि चीजें टोप होंगी। ( वह एक पुस्तक खोलता है तथा उसे अपने सिर पर रख लेता है।) वह कहता है कि शायद वह कोई बिसातखाना हो ।
ओमेगा— (झुककर) : इस समस्या पर ग्रेट एण्ड माइटी थिंक टैंक ही अपने विचार से हमें लाभान्वित कर सकते हैं।
थिंक टैंक — एलीमेंटरी, मेरे प्रिय ओमेगा ! किसी एक वस्तु को ऊपर उठा लो ताकि मैं उसे परख सकूँ। (ओमेगा, अपने हाथ की हथेली पर रखकर एक पुस्तक दिखाती है।) हाँ, हाँ, अब मैं समझा। क्योंकि पृथ्वी के जीव सदैव खाते रहते हैं, जिस स्थान पर तुम लोग हो वह निस्सन्देह जलपान की दुकान है।
ओमेगा (आयोटा और ऊप से) – वह कहता है कि अभी हम जलपानगृह की दुकान में हैं।
ऊप – अच्छा, पृथ्वीवासियों का निश्चय ही बड़ा विचित्र भोजन है।
थिंक टैंक – वह जो वस्तु तुम्हारे हाथ में है उसे सैण्डविच कहते हैं।
ओमेगा— (सिर हिलाते हुए ) – सैण्डविच ।
आयोटा – (सिर हिलाते हुए ) – सैण्डविच ।
ऊप— (पुस्तक अपने सिर के ऊपर से लेता हुआ ) – सैण्डविच ? थिंक टैंक — पृथ्वीवासियों का मुख्य भोजन सैण्डविच ही है। इसे ध्यान से देखो। (ओमेगा तिरछी नजर से पुस्तक को देखती है) ब्रेड के दो टुकड़े हैं तथा उनके बीच में कुछ भरा हुआ है।
ओमेगा— आप ठीक कहते हैं, महाशय !
थिंक टैंक — मेरे विचार की पुष्टि के लिए तुम्हें मैं इसे खाने का आदेश देता हूँ।
ओमेगा— (कुछ निगलते हुए) इसे खाऊँ?
थिंक टैंक — क्या तुम माइटी ओमेगा थिंक टैंक पर शक करती हो?
ओमेगा— नहीं, नहीं, नहीं। बेचारे लेफ्टिनेंट आयोटा ने अभी तक जलपान (नाश्ता) नहीं किया है। लेफ्टिनेंट आयोटा मैं तुम्हें आदेश देता हूँ कि तुम इस सैण्डविच को खाओ।
आयोटा — (संशय से) इसे खाऊँ। ओ, कैप्टन । यह मेरे लिए बहुत ही सम्मान की बात होगी कि मैं इसे खाकर प्रथम मंगलग्रहवासी होने का सम्मान प्राप्त कर लूँगा, परन्तु मैं इतना अशिष्ट नहीं कि अपने सार्जेंट के सामने उनसे पहले ही मैं इसे खाऊँ? (ऊप को पुस्तक देते. हुए और चालाकी से कहते हुए।) सार्जेंट ऊप मैं आपको आदेश देता हूँ कि आप इस . सैण्डविच को अतिशीघ्र खा जाएँ ।
ऊप— (अपना चेहरा बनाते हुए) कौन लेफ्टिनेंट, मैं लेफ्टिनेंट ?
आयोटा और ओमेगा— ( अभिवादन करते हुए) मंगलग्रह की शान की खातिर, ऊप।
ऊप— हाँ, अवश्य ही। ( नाराजगी से ) शीघ्र ही । ( वह अपना मुख खोलता है। ओमेगा और आयोटा अपनी-अपनी साँसें थामकर उसे देखते हैं। वह उस पुस्तक के एक कोने को अपने दाँत से काटता है, तथा चबाने और निगलने का मूक अभिनय करता है, वह अपना चेहरा भयंकर बना लेता है।)
ओमेगा— अच्छा, आप।
आयोटा – अच्छा आप ? ( ऊप खाँसता है। ओमेगा और आयोटा उसकी पीठ पर मुक्का मारते हैं। )
थिंक टैंक — क्या यह स्वादिष्ट नहीं था, सार्जेंट ऊप ? ।
ऊप – (सलामी देते हुए) हाँ, ठीक है सर ! हाँ, यह स्वादिष्ट नहीं था। मेरी समझ में नहीं आता कि पृथ्वीवासी कैसे बिना जल के इसे निगलते हैं। ये सैण्डविच मंगलग्रह की धूल के समान सूखे हैं।
नूडल – महाशय, महाशय ! ग्रेट और माइटी थिंक टैंक मुझे क्षमा करें, महाशय, लेकिन एक छोटी-सी बात मेरे मस्तिष्क में उमड़-घुमड़ रही , उन सैण्डविचों के विषय में।
थिंक टैंक – यह बहुत ज्यादा महत्त्वपूर्ण नहीं हो सकता है। फिर भी तुम हमें अपना महत्त्वहीन आँकड़ा (तथ्य) बताओ।
नूडल – अच्छा, महाशय ! मैंने उन सैण्डविचों की सर्वेयर फिल्म देखी है। मैंने देखा है कि पृथ्वीवासी उन्हें खाते नहीं हैं, बल्कि वे लोग उन्हें सम्प्रेषण उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं।
थिंक टैंक (धृष्टता से) – स्वाभाविक रूप से। वह मेरा अगला विषय (बिन्दु) था। ये सैण्डविच वास्तव में सन्देश का साधन है। थिंक टैंक कभी गलत नहीं हो सकता। कोई कभी भी गलत नहीं हो सकता?
ऑल- (नमस्कार करते हुए ) – ग्रेट और माइटी थिंक टैंक कभी गलत नहीं हो सकते।
थिंक टैंक — इसलिए मैं आदेश देता हूँ कि आप लोगों को ध्यान से सुनें।
ओमेगा— उन्हें ध्यान से सुनो।
आयोटा व ऊप- (दोनों ही घबराए हुए हैं।) उन्हें सुनें।
थिंक टैंक – क्या तुम्हारे कानों में गोलियाँ भरी हुई हैं? मैंने कहा उन्हें ध्यान से सुनो। (मंगलग्रहवासी अपना सिर नीचे झुका लेते हैं।)
ओमेगा— यह काम हो जाएगा महाशय, (वे दोनों अलमारी से दो पुस्तक निकालते हैं, और अपने-अपने कान के पास रखते हैं, तथा उत्सुकता से सुन रहे हैं।)
आयोटा — (धीमी आवाज में) ओमेगा से क्या तुम्हें कुछ सुनाई देता है ?
ओमेगा— (धीमे से) कुछ भी नहीं, क्या तुम्हें कुछ सुनाई दे रहा है- ऊप ?
ऊप-जोर से, कुछ भी नहीं ।
ओमेगा और आयोटा – अच्छा, अच्छा! मुझे रिपोर्ट दो। तुम क्या सुन रहे हो?
थिंक टैंक – अच्छा? अच्छा ? मुझे सूचित करो। तुमने क्या सुना? ओमेगा- कुछ नहीं, महाशय शायद हम लोग ठीक आवृत्ति पर नहीं लगा रहे हैं।
आयोटा — कुछ नहीं सर ! शायद पृथ्वीवासियों के कान हमसे अधिक तेज होते हैं। י
ऊप— मुझे कुछ भी सुनाई नहीं देता है। हो सकता है कि ये सैण्डविच आवाज नहीं करते हैं।
थिंक टैंक – क्या? क्या किसी ने यह कहा है कि माइटी थिंक टैंक ने कोई गलती की है ?
ओमेगा— ओह, नहीं, सर, नहीं सर! हम लोग सुनना जारी रखेंगे।
नूडल – मुझे क्षमा करें। योर ब्रिलयेंस परन्तु मेरे मस्तिष्क में अस्पष्ट सूचना चक्कर काट रही है।
थिंक टैंक – अच्छा तो ठीक है । उस सूचना को बाहर निकालो।
नूडल – मुझे याद आ रहा है कि पृथ्वीवासी सैण्डविचों को ध्यान से नहीं सुनते हैं, वे उन्हें खोलते हैं तथा ध्यान से देखते हैं।
थिंक टैंक – हाँ, बिल्कुल सही बताया, कैप्टन ओमेगा मैं तुम्हें इसके बारे में साफ-साफ बताऊँगा। वे सैण्डविच कर्ण संचार के लिए नहीं हैं अपितु वे चक्षु संचार के लिए हैं। अब कैप्टन ओमेगा, आप उस रंगीन सैण्डविच को लें जो वहाँ पर पड़ी हुई है। मुझे यह महत्त्वपूर्ण लगता है। बताओ तुमने क्या देखा ?
मदर गूज के विशाल ग्रंथ को ओमेगा उठा लेता है, ताकि दर्शकगण उसे देख सकें। आयोटा उसके बाएँ कंधे को देखता है और ऊप उसके दाएँ कंधे के ऊपर झाँकता है।
ओमेगा – ऐसा लगता है इस सैण्डविच में पृथ्वीवासियों की तस्वीरें हैं।
आयोटा – यहाँ कुछ कोड जैसी वस्तुएँ देती हैं।
थिंक टैंक – ( अत्यन्त रुचि से ) कोड मैंने बताया था कि वह महत्त्वपूर्ण है। कूट के बारे में वर्णन करो।
ऊप— इसमें छोटी-छोटी लाइनें हैं तथा टेढ़ी-मेढ़ी हैं तथा असावधानीपूर्वक लिखी गई हैं-तस्वीरों के साथ-साथ हजारों ऐसी लाइनें हैं।
थिंक टैंक—– शायद, पृथ्वीवासी इतने असभ्य नहीं हैं जितना हम . लोगों ने सोचा था। हम लोग अवश्य ही कोड जानकर रहेंगे ।
नूडल – क्षमा करें, योर क्लीवरनेस, परन्तु रसायन विभाग ने हमारे अन्तरिक्ष वैज्ञानिकों को ऐसा विटामिन क्यों नहीं दिया जिससे उनकी बुद्धि का विकास हो ।
थिंक टैंक —रुको ! शानदार बुद्धि से भरा एक विचार मेरे दिमाग में आया है । अन्तरिक्ष यात्रीगण, हमारे रसायन विभाग ने आप लोगों को अपनी-अपनी प्रतिभा बढ़ाने के लिए विटामिन दिया है। उन्हें शीघ्र ही खा जाओ तथा सैण्डविच को ध्यान से देखो। कोड का रहस्य (मतलब ) तुम लोगों को साफ-साफ समझ आ जाएगा।
ओमेगा- ऐसा ही किया जाएगा महाशय ! विटामिन निकालो। विटामिनों को निगल जाओ। उनकी आँखें खुली की खुली रह गईं; उनके सिर चकराने लगे, तथा वे अपने-अपने माथे पर हाथ रख लेते हैं।
थिंक टैंक – अति उत्तम, अब उस कोड का अर्थ बताओ ।
आल – ऐसा ही किया जाएगा महाशय !
ओमेगा— (उत्तेजित होकर) अहा !
आयोटा – (उत्तेजित होकर) ओहो ।
ऊप- (जोर-जोर से हँसने लगा) हा, हा, हा ।
थिंक टैंक — यह क्या कहता है? मुझे इसी क्षण बताओ। इसकी प्रतिलिपि बनाओ।
ओमेगा— हाँ महाशय, ( वह बड़ी गम्भीरता से पढ़ती है ) ।
श्रीमती मैरी, बिल्कुल विपरीत
आपका बगीचा कैसे बढ़ता है?
शंख का कोश और चाँदी की घण्टियाँ
और सुन्दर नौकरानियाँ एक ही कतार में।
ऊप— हा, हा, हा! सोचिए जरा, सुन्दर नौकरानियाँ बगीचे में उगाई जा रही हैं।
थिंक टैंक – ( सचेत हो जाते हैं) रुको! यह समय हवा में उड़ने का नहीं है। इस खोज की गम्भीरता को नहीं समझ रहे? पृथ्वीवासियों ने खोज की है कि कृषि और खनन उद्योग को कैसे एक साथ सम्मिलित करते हैं। वे लोग दुर्लभ धातु, जैसे चाँदी की खेती वास्तव में कर सकते हैं और शंख कोश की भी। वे लोग अति विस्फोटक पदार्थ भी उगा सकते हैं। नूडल, हमारा युद्धपोत से सम्पर्क करो ।
नूडल – वे लोग पृथ्वी पर जाने के लिए तैयार हैं तथा उसे अपने अधिकार में कर लेंगे, महाशय !
थिंक टैंक उनसे रुकने के लिए कह दो। उनसे कहो कि पृथ्वी के बारे में नई सूचना प्राप्त हुई है। आयोटा उसकी प्रतिलिपि तैयार कर लो।
आयोटा – हाँ, महाशय ! ( वह बहुत ही गम्भीरता से पढ़ती है)
हे डिडल, डिडल! बिल्ली और बेला (Fiddle)
गाय चन्द्रमा पर उछल कर चढ़ गई
कुत्ते ऐसा खेल देखकर हँस पड़े
और थाली चम्मच के साथ भाग गई।
ऊप – हँसते हुए, थाली- चम्मच के साथ भाग गई।
थिंक टैंक – (हँसते हुए), हँसना बन्द करो। बन्द करो। यह और अधिक सचेत करने वाली सूचना है। पृथ्वीवासी एक उच्चस्तरीय सभ्यता विकसित कर रहे हैं। क्या तुमने सुना नहीं ? उन लोगों ने अपने पालतू जानवरों को भी संगीत, संस्कृति तथा अन्तरिक्ष तकनीक सिखा दी है। यहाँ तक कि उनके कुत्तों को भी मजाक करने की आदत है। क्यों इसी क्षण; वे लोग हो सकता है कि अन्तर्ग्रहीय आक्रमण अपनी लाखों गायों द्वारा करवा सकते हैं। आक्रमणकारी बेड़े पर ध्यान दो। आज आक्रमण नहीं होगा, ऊप दूसरा कोड जारी करो।
ऊप – हाँ महाशय (पढ़ते हुए)
क्यों, महाशय वह दिखता है, वह दिखता है – (थिंक टैंक) और श्रोतागण को हम्पटी डम्पटी की बड़ी तस्वीर दिखाते हैं।
थिंक टैंक — (चीखते हुए अपना सिर पकड़ते हुए) यह मैं हूँ। यह मेरा महान शक्तिशाली बेलून जैसा मस्तिष्क है, पृथ्वीवासियों ने मुझे देख लिया है, वे मेरा पीछा कर रहे हैं, एक जोर का धमाका। इसका मतलब है कि उनकी योजना है कि मार्स सैन्ट्रल कन्ट्रोल और मुझ पर आधिपत्य जमाना चाहते हैं। यह मंगलगृह का आक्रमण है । नूडल, मेरे लिए एक अन्तरिक्ष कैप्सूल तैयार करो। मैं बिना देर किए ही भाग निकलने की कोशिश करता हूँ। अन्तरिक्षयात्रियों तुम लोग अचानक पृथ्वी छोड़ दो, परन्तु सुनिश्चित कर लो कि पृथ्वी पर भ्रमण करने का कोई भी चिह्न न छोड़ना । पृथ्वीवासियों को यह जानकारी नहीं होनी चाहिए कि हम लोग भी उन्हें जानते हैं (ओमेगा, आयोटा और ऊप अलमारियों में पुस्तकें रखने के लिए शीघ्रता करते हैं ।)
नूडल – हम लोग कहाँ जाएँगे महाशय ?
थिंक टैंक – मंगलग्रह से एक सौ मिलियन मील दूर हमें जाना है। आक्रमणकारी युद्धपोत को आदेश दो कि पूर्ण रूप से मंगलग्रह को खाली कर दें। हम लोग अल्फा सेंचुरी जो एक सौ मिलियन मील दूर है वहाँ जा रहे हैं (ओमेगा, आयोटा और ऊप दाहिनी ओर तेजी से दौड़ते हैं जैसे ही नूडल थिंक टैंक की सहायता करता है पर्दा गिरता है। प्रकाश दीप का प्रकाश हिस्टोरियन पर पड़ता है। )
हिस्टोरियन – (मंद-मंद हँसते हुए) और किस प्रकार एक धूल-धूसरित नर्सरी टाइम की पुरानी पुस्तक मंगलग्रहवासियों के आक्रमण से बचाती है। जैसा कि आप सभी जानते हैं, पच्चीसवीं सदी में, इन घटनाओं के पाँच सौ वर्ष बाद, हम पृथ्वीवासियों ने मंगलग्रहवासियों के साथ सम्पर्क साधना प्रारम्भ किया था। और यहाँ तक कि हम लोग मंगलग्रहवासियों के प्रिय बन गए। उस समय तक, ग्रेट एण्ड माइटी थिंक टैंक के स्थान पर बहुत ही चतुर मंगलवासी –वाइस एण्ड वंडरफुल नूडल को प्रतिस्थापित कर दिया। ओह, हाँ, हम लोगों ने मंगलग्रहवासियों को सैण्डविच और पुस्तक में अन्तर समझाया। हम लोगों ने उन्हें पढ़ना भी सिखाया। मंगलग्रह की राजधानी मार्सपोलिस में एक आदर्श पुस्तकालय की स्थापना की । परन्तु जैसा कि आप समझ सकते हैं, एक ऐसी भी पुस्तक है जिसे मंगलग्रहवासी कभी नहीं मँगवा सकते। तुमने अनुमान लगा लिया है – इसे मदर गूज ( वह झुकती है तथा प्रस्थान कर जाती है । पर्दा गिरता है । )
Think about it
(इस बारे में सोचिए)
Q.1. Noodle avoids offending Think-Tank but at the same time he corrects his mistakes. How does he manage to do that?
(नूडल थिंक टैंक को नाराज नहीं करता है किन्तु उसकी गलतियाँ ठीक करता है। वह यह कैसे कर पाता है ? )
Ans. Think Tank is a great and mighty character who is commander-in-chief. He is taken to be the most powerful and intelligent creature.
Noodle is a very clever creature. He knows that Think Tank being commander-in-chief has to be obeyed. There is no escape from his clutches. So very cleverly, Noodle keeps on praising Think Tank and also passing sarcastic remarks. The adjective used by Noodle make the situation all the more exaggerated.
(थिंक टैंक एक महान और शक्तिशाली पात्र है जो कमाण्डर-इन-चीफ है। वह अति शक्तिशाली और होशियार प्राणी को ले जा रहा है।
नूडल बहुत चतुर प्राणी है। वह जानता है कि थिंक टैंक कमाण्डर-इन-चीफ है, अतः उसकी आज्ञा का पालन किया जाना चाहिए। उसके पंजे से बचने का कोई साधन नहीं है। अत: बहुत चतुराई से नूडल थिंक टैंक की प्रशंसा करता है और व्यंग्यपूर्ण टिप्पणी भी करता है। नूडल द्वारा प्रयोग किए जाने वाले विशेषण स्थिति को अतिशयोक्तिपूर्ण बना देते हैं। )
Q. 2. If you were in Noodle’s place, how would you handle Think- Tank’s mistakes ?
(अगर आप नूडल के स्थान पर होते तो थिंक टैंक की गलतियाँ किस प्रकार सुधारते ? )
Ans. If I had been in place of Noodle, I would not have been able to praise Think Tank for no reason. His behaviour might have turned the situation into a conflict. It is a very difficult to act like Noodle who is the best flatterer in the play.
(यदि मैं नूडल के स्थान पर होता तो मैं बिना किसी कारण के थिंक टैंक की प्रशंसा नहीं करता। उसका व्यवहार स्थिति को संघर्ष में बदल सकता था। नूडल के समान कार्य करना बहुत कठिन है जोकि नाटक में सबसे श्रेष्ठ चापलूस है ।)
Q. 3. Do you think books are being replace by the electronic media. Can we do away with books altogether?
(क्या आप सोचते हैं कि पुस्तकों का स्थान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ले सकता है? क्या हम पुस्तकों के बिना रह सकते हैं? )
Ans. With the growth in science and onset of computer, books seem to be dwindling. At time we feel that electronic media and means of communication have replaced books. But when we try to think over it, we find this an imagination. Books are still over constant companion. They are our trustworthy friend and stand by us. We have depend on books for our strength and wisdom. So we can never imagine our life without books.
(विज्ञान के विकास ने और कम्प्यूटर के उत्कर्ष से पुस्तकें सिमटती नजर आ रही हैं। इस समय हम अनुभव कर रहे हैं ‘इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और संचार के साधनों ने पुस्तकों का स्थान ले लिया है। लेकिन जब हम इस पर विचार करते हैं तो हम इसे एक कल्पना पाते हैं। पुस्तकें आज भी हमारी सच्ची साथी हैं और हमारे साथ खड़ी हैं। हम अपनी शक्ति और बुद्धि के लिए पुस्तकों पर निर्भर हैं। अत: हम पुस्तकों के बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। )
Q. 4. Why are books referred to as a man’s best companion? Which is your favourite book and why? Write a paragraph about that book.
(पुस्तकों को क्यों मनुष्य का उत्तम साथी कहा जाता है? आपकी मनपसन्द पुस्तक कौन-सी है और क्यों? उस पुस्तक के बारे में एक पैराग्राफ लिखिए | )
Ans. Books are regarded as the best friend as they have more patience than human beings. We can visit any country, talk to anybody, fly to any height book. through Books are those companions which never desert us when we fell prey to bad time. They are constant source of our happiness.
I have always enjoyed reading books and till now I have read innumerable books. But the book .which has left deep impact on my mind is “The Wing of Fire”. This book is the autobiography of our President Dr. Abdul Kalam. It gives such a joy to know that how a simple boy rose to become the President of India. No angle of his life has been left untouched. Very minute details are included, which make the work very interesting.
(पुस्तकों को श्रेष्ठ मित्र माना जाता है क्योंकि उनमें मनुष्यों की तुलना में अधिक धैर्य होता है। हम पुस्तक के माध्यम से किसी भी देश में जा सकते हैं, किसी से भी बात कर सकते हैं, कितनी ही ऊँचाई तक उड़ सकते हैं। पुस्तकें वे साथी हैं जो हमें कभी नुकसान नहीं पहुँचातीं। जब हम बुरे समय से गुजर रहे होते हैं, तो वे हमारी प्रसन्नता का स्थायी साधन होती हैं।
मैंने सदैव पुस्तकें पढ़ने का आनन्द उठाया है और अब तक मैं अनगिनत पुस्तकें पढ़ चुका हूँ। लेकिन वह पुस्तक जिसने मेरे मस्तिष्क को गहरा प्रभावित किया है ‘The Wing of Fire’ है। यह पुस्तक हमारे राष्ट्रपति डॉ० अब्दुल कलाम की आत्मकथा है। इस तथ्य से आनन्द प्राप्त होता है कि एक सादा व्यक्ति किस प्रकार भारत का राष्ट्रपति बना । उनके जीवन का कोई भी अंश इस पुस्तक में अनछुआ नहीं रहा है। सूक्ष्म विवेचना का विवरण इसमें शामिल है जिसने इस पुस्तक को अति रुचिकर बना दिया है। )
Talk about it
(इस बारे में बात कीजिए)
Q. 1. In what ways does Think-Tank misinterpret innocent nursery rhymes as threats to the Martians? Can you think of any incidents where you misinterpreted a word or an action ? How did you resolve the misunderstanding?
( किन तरीकों से थिंक टैंक सीधी-सादी नर्सरी कविताओं को मार्टिन्स के लिए धमकी समझकर गलत अर्थ निकालता है? क्या आप ऐसी कोई घटना सोच सकते हैं जहाँ आपने किसी शब्द अथवा कार्य का गलत अर्थ लगाया हो? आपने उस गलतफहमी को कैसे दूर किया ? )
Ans. Think Tank interprets the rhymes in a complete verbal manner. He does not go into the depth of the words and the context in which they are used. The rhyme mistress Mary makes him ponder over the discovery of the Earth. He is shocked to know that earthlings here combined agriculture and mining.
The other rhyme ‘Hey diddle, diddle…..’ makes Think-Tank more alarmed. He is surprised to find that earthlings have reached a high level of civilization. He hears Humpty Dumpty’….and sees his picture. Is it similar to his. From this he concludes that the earthlings are after his life and Mars.
Such an incident occurred with me when I did not know any meaning of phrases. I had a fight with my brother and he shouted at me saying “Empty vessels-make much noise.” I could not understand anything and started hitting all the empty vessels. In the process many vessels broke and later I realised my foolishness.
(थिंक टैंक बच्चों की कविताओं का पूर्णत: शाब्दिक अर्थ निकालता है। वह शब्दों और सन्दर्भ की गहराई में नहीं जाता – जिनमें वे उपयोग किए गए हैं। राइम अध्यापिका मेरी उसे पृथ्वी की खोज के बारे में समझाना चाहती है। उसे यह जानकर आघात पहुँचता है कि पृथ्वी पर रहने वाले प्राणियों ने कृषि और खनन को मिला दिया है।
दूसरी कविता ‘हे डिडिल, डिडिल….. थिंक टैंक को अधिक सावधान करती है। वह यह जानकर आश्चर्य करता है कि पृथ्वी पर रहने वाले प्राणी सभ्यता के उच्च स्तर पर पहुँच गए हैं। वह हम्पटी – डम्पटी सुनता है और अपना चित्र देखता है। वह उसी के समान है। इससे वह यह निष्कर्ष निकालता है कि पृथ्वीवासी उसके और मंगल के जीवन के पीछे पड़े हुए हैं।
इसी प्रकार की घटना मेरे साथ भी उस समय हुई थी जब मैं मुहावरों के अर्थ नहीं जानता था । मेरा अपने भाई से झगड़ा हुआ और वे मुझ पर यह कहकर चिल्लाए कि ‘खाली बर्तन बहुत आवाज करते हैं । मैं कुछ नहीं समझ सका और मैंने खाली बर्तन तोड़ना शुरू कर दिए। इस प्रक्रिया में अनेक बर्तन टूट गए और बाद में मुझे अपनी मूर्खता “का पता लगा। )
Q.2. The aliens in this play speak English. Do you think this is their language ? What could be the language of the aliens ?
(इस नाटक में परकीय अंग्रेजी बोलते हैं। क्या आप सोचते हैं कि यह उनकी भाषा है? परकीय की भाषा क्या हो सकती है ? )
Ans. The Aliens in this play speak English which seems to be quite impossible. Their language could be anything but not any language found in this world. It may be code words.
(परकीय इस नाटक में अंग्रेजी बोलते हैं जो असम्भव दिखाई देता है। उनकी भाषा कुछ भी हो सकती है लेकिन संसार में पाई जाने वाली कोई भाषा नहीं हो सकती। वे संकेत शब्द हो सकते हैं। )

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